Untitled Document


register
REGISTER HERE FOR EXCLUSIVE OFFERS & INVITATIONS TO OUR READERS

REGISTER YOURSELF
Register to participate in monthly draw of lucky Readers & Win exciting prizes.

EXCLUSIVE SUBSCRIPTION OFFER
Free 12 Print MAGAZINES with ONLINE+PRINT SUBSCRIPTION Rs. 300/- PerYear FREE EXCLUSIVE DESK ORGANISER for the first 1000 SUBSCRIBERS.

   >> सम्पादकीय
   >> पाठक संपर्क पहल
   >> आपकी शिकायत
   >> पर्यटन गाइडेंस सेल
   >> स्टुडेन्ट गाइडेंस सेल
   >> सोशल मीडिया न्यूज़
   >> नॉलेज फॉर यू
   >> आज खास
   >> राजधानी
   >> कवर स्टोरी
   >> विश्व डाइजेस्ट
   >> बेटी बचाओ
   >> आपके पत्र
   >> अन्ना का पन्ना
   >> इन्वेस्टीगेशन
   >> मप्र.डाइजेस्ट
   >> निगम मण्डल मिरर
   >> मध्यप्रदेश पर्यटन
   >> भारत डाइजेस्ट
   >> सूचना का अधिकार
   >> सिटी गाइड
   >> लॉं एण्ड ऑर्डर
   >> सिटी स्केन
   >> जिलो से
   >> हमारे मेहमान
   >> साक्षात्कार
   >> केम्पस मिरर
   >> हास्य - व्यंग
   >> फिल्म व टीवी
   >> खाना - पीना
   >> शापिंग गाइड
   >> वास्तुकला
   >> बुक-क्लब
   >> महिला मिरर
   >> भविष्यवाणी
   >> क्लब संस्थायें
   >> स्वास्थ्य दर्पण
   >> संस्कृति कला
   >> सैनिक समाचार
   >> आर्ट-पावर
   >> मीडिया
   >> समीक्षा
   >> कैलेन्डर
   >> आपके सवाल
   >> आपकी राय
   >> पब्लिक नोटिस
   >> न्यूज मेकर
   >> टेक्नोलॉजी
   >> टेंडर्स निविदा
   >> बच्चों की दुनिया
   >> स्कूल मिरर
   >> सामाजिक चेतना
   >> नियोक्ता के लिए
   >> पर्यावरण
   >> कृषक दर्पण
   >> यात्रा
   >> विधानसभा
   >> लीगल डाइजेस्ट
   >> कोलार
   >> भेल
   >> बैरागढ़
   >> आपकी शिकायत
   >> जनसंपर्क
   >> ऑटोमोबाइल मिरर
   >> प्रॉपर्टी मिरर
   >> सेलेब्रिटी सर्कल
   >> अचीवर्स
   >> पाठक संपर्क पहल
   >> जीवन दर्शन
   >> कन्जूमर फोरम
   >> पब्लिक ओपिनियन
   >> ग्रामीण भारत
   >> पंचांग
   >> येलो पेजेस
   >> रेल डाइजेस्ट
 
मध्यप्रदेश डाइजेस्ट
mpinfo.org    

: फीचर

बदलता मध्यप्रदेश : डॉ.एच.एल. चौधरी


aa aa aa aa aa aa aa aa aa


::फ़्लैश-बैक 2022:: twitter facebook



MP BUDGET 2023-24 AT A GLANCE

नव-गठित निवाड़ी जिले के लिये पदों के सृजन की मंजूरी

23 May 2023
भोपाल। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक में नव-गठित निवाड़ी जिले के लिये विभिन्न संवर्गों के कुल 12 पदों में से 9 पदों को जिला टीकमगढ़ से रिडिप्लायमेंट से उपलब्ध कराने तथा 3 नवीन पदों के सृजन के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।

संविदा नियुक्ति नियम-2017 के नियम में संशोधन की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश सिविल पदों पर संविदा नियुक्ति नियम, 2017 के नियम 11 (3) के बाद परंतुक स्थापित करने का निर्णय लिया। संशोधन के अनुसार "परन्तु यह कि राज्य शासन विशिष्ट प्रकरण में उपरोक्तानुसार उल्लेखित एक माह की पूर्व सूचना या इसके एवज में एक माह का वेतन देने की शर्त को शिथिल कर सकेगा।" उल्लेखनीय है कि सिविल पदों पर संविदा नियुक्ति संबंधी नियम-2017 के नियम 11(3) के प्रावधान अनुसार संविदा नियुक्ति के दौरान दोनों पक्षों में से किसी एक पक्ष द्वारा एक माह पूर्व की सूचना अथवा एक माह का वेतन जमा कर संविदा नियुक्ति समाप्त किए जाने का प्रावधान था।

पुनर्वास आयुक्त के पद में 30 जून 2027 तक की वृद्धि

मंत्रि-परिषद ने पुनर्वास आयुक्त के 1 अस्थाई पद की समय अवधि 1 जुलाई 2022 से 30 जून 2027 तक बढ़ाने का निर्णय लिया है। साथ ही वित्तीय वर्ष 2023-24 से बी.सी.ओ. पुनर्वास आयुक्त कार्यालय में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारियों को प्रमुख राजस्व आयुक्त राजस्व विभाग के बी.सी.ओ. 0709 में मर्ज किया जाएगा।

अन्य निर्णय

मंत्रि-परिषद ने राजभवन में जनजातीय प्रकोष्ठ का गठन किये जाने के संबंध में मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा 8 अप्रैल 2022 को जारी आदेश को अनुमोदित किया।


प्रदेश में दिसंबर 2022 तक की अवैध कालोनियां होंगी वैध, सीएम शिवराज ने की घोषणा

23 May 2023
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज एक कार्यक्रम में प्रदेश के नगरीय क्षेत्र की अवैध कालोनियों में विकास कार्यों एवं भवन अनुज्ञा देने का शुभारंभ किया। मुख्‍यमंत्री निवास में हुए इस कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने भोपाल की वैध घोषित कालोनियों के रहवासियों को मकानों के नक्शे भी वितरित किए। कार्यक्रम में सीएम शिवराज ने घोषणा की कि प्रदेश में दिसंबर 2022 तक की सारी कालोनियांं वैध की जाएंगी । दिसंबर 2016 से 2022 तक की अवैध कालोनियों को वैध करने एक और संशोधन ले आएंगे। उन्‍होंने कहा कि अगर अवैध कालोनी कटी तो अधिकारी भी जिम्मेदार होंगे। फिलहाल 2016 तक की छह हजार से ज्‍यादा कालोनियों को वैध किया जा रहा है। सीएम शिवराज ने यह भी घोषणा की कि खरीदी-विक्री के लिए अब विकास शुल्क नहीं लिया जाएगा। नियमित कालोनियों के विकास के लिए अलग से राशि उपलब्ध कराई जाएगी। बिजली, पानी जैसी अधोसंरचनाओं के कार्य किए जाएंगे। भवन अनुज्ञा, अनुमतियां मिलेगी और बैंक लोन की पात्रता भी मिलेगी। सभी कालोनियों में रहवासी संघ का गठन किया जाएगा, ताकि सरकार मदद कर सकें। स्वच्छता का ध्यान रखें। गलत नक्शे वाले मकानों को भी वैसे ही स्वीकार किया जाएगा। ऐसे मकान न तोड़े जाएंगे, न कार्रवाई होगी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हर एक का सपना होता है जीवन में उसका अपना एक मकान हो, रोटी कपड़ा और मकान जीवन की आवश्यकता है। एक बात चलती थी अगर बच्चों के लिए मकान नहीं बनाया तो कुछ नहीं किया। शहरीकरण तेजी से हो रहा है। हर वर्ग का मकान बनाने का सपना होता है। मकान बनाने के लिए जिंदगी भर की कमाई खर्च कर देते हैं। बिल्डर गलती से प्लान खरीदने वाले या मकान बनाने वाले को समस्या क्यों हो। अवैध कालोनियां का जो कलंक माथे पर लगा था, उसे हम मिटाने आए हैं। स्वच्छता के क्षेत्र में मप्र को नंबर एक रखना है। सभी आवासीय संघ भी इसमें मदद करें। आथ ठेला पर रोजगार चलाने वाला गरीब मजबूर को बेरोजगार मत करो। गरीबों पर जुल्म नहीं होना चाहिए। मानवीय व्यवथा करें कि ताकि वह भी अपना रोजगार चला सके। आथ ठेला पर व्यापार करने वालों की भी पंचायत बुलाई जाएगी। गरीबों के भोजन की व्यवस्था भी की जाएगी। पांच रुपये में भोजन ऐसे गरीबों को उपलब्ध कराया जाएगा। दीनदयाल रसोई योजना का विस्तार किया जाएगा। सीएम शिवराज ने कहा कि यह कमल नाथ वाली सरकार नहीं है जो गरीबों के पेट पर लात मारे। यह भााजपा की सरकार है। 10 जून से लाड़ली बहनों के खाते में एक हजार रुपये आना शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री चौहान ने पात्र हितग्राहियों को भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र वितरित किए। सबसे पहले भोपाल के रहने वाले डॉ श्रीकांत अवस्थी सौभाग्य नगर को मुख्यमंत्री ने भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र दिया। इसके बाद गायत्री गृह निर्माण समिति के दिलीप सेठी ,आजाद नगर के गजेंद्र मालवीय, सावन नगर की बबीता वर्मा, गायत्री गृह निर्माण समिति के मंजूर खान ,गौतम नगर के सत्यनारायण भावसार ,नीलगिरी फेस टू की भावना तिवारी ,बालाजी रेजिडेंसी चौक से नगर की आरती कुशवाह ,नीलगिरी फेस टू के सुरेश कुमार अजवानी ,गायत्री गृह निर्माण समिति के गजेंद्र सोनी ,गायत्री बिहार के हर्षित शर्मा को मुख्यमंत्री ने भवन अनुज्ञा प्रमाण पत्र वितरित किए। इससे पहले नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि वर्षों से लोग अवैध कालोनियों में रहे रहे थे, उनके इससे कठिनाईयों का सामना करना पड़ता था। इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इन कालोनियों को वैध करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री ने सात हजार कालोनियों को वैध करने का काम किया है। प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास राज्यमंत्री ओपीएस भदौरिया ने कहा कि कांग्रेस ने अवैध कालोनियां बसाने का काम किया है, लेकिन भाजपा सरकार इन कालोनियों को वैध करने का काम कर रही है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने 31 दिसंबर 2016 तक निर्मित अवैध कालोनियों को चिह्न‍ित कर उन्हें वैध करने की घोषणा की थी। नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा मध्य प्रदेश नगरपालिक नियम-2021 में संशोधन कर दिया है। इसके अंतर्गत छह हजार से अधिक अवैध कालोनियों को वैध करने की प्रक्रिया की गई है। इन कालोनियों के वैध होने से यहां के रहवासियों को बैंक से ऋण, मकान बनाने की अनुमति, मकान का नक्शा एवं अन्य शासकीय योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पन्ना गौरव दिवस पर जुगल किशोर सरकार लोक बनाने की घोषणा की

22 May 2023
भोपाल।चारों मंदिर परिसर सम्मिलित कर बनेगा जुगल किशोर लोक धरमसागर तालाब में महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा स्थापित होगी
मुख्यमंत्री द्वारा गौरव दिवस पर पन्ना के विकास के लिए 178 करोड़ 51 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण
मुख्यमंत्री द्वारा गौरव दिवस पर पन्ना के विकास के लिए 178 करोड़ 51 लाख रूपये के निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज बुन्देल केसरी महाराजा छत्रसाल की जयंती पर पन्ना गौरव दिवस के आयोजन में उज्जैन के महाकाल लोक की तर्ज पर पन्ना में जुगल किशोर सरकार लोक बनाए जाने की घोषणा की। पन्ना को पवित्र धार्मिक नगरी बताते हुए उन्होंने कहा कि जुगल किशोर सरकार लोक में चारों मंदिर परिसर सम्मिलित किए जाएंगे। जुगल किशोर लोक सुझाव और सलाह लेकर बनाया जाएगा। स्थानीय छत्रसाल स्टेडियम में हुए गौरव दिवस समारोह में केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, मध्यप्रदेश के कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री कमल पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मीना राजे परमार, उपाध्यक्ष श्री संतोष यादव सहित जन-प्रतिनिधि और पार्षद उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लोगों को महाराजा छत्रसाल से प्रेरणा लेने और उनके आदर्शों का अनुसरण करने के उद्देश्य से धर्मसागर तालाब में उनकी प्रतिमा स्थापित करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पन्ना जिले के विकास के लिए 178 करोड़ 51 लाख रूपये के विभिन्न निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण गौरव दिवस समारोह में किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जन-प्रतिनिधियों की माँग पर कहा कि जब 10 लाख तक की आबादी वाले शहरों/जिलों में मेडिकल कॉलेज खोले जाने का फैसला होगा, तब उसमें पन्ना को भी शामिल किया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार पन्ना के विकास में कोई कसर शेष नहीं छोड़ेगी। उन्होंने बताया कि पन्ना को आज विकास की कई सौंगातें दी गई हैं। वर्ष 2018 में कृषि महाविद्यालय की मांग की गई थी, बाद में उसे तत्कालीन सरकार द्वारा अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया था, जिसे अब पन्ना में पुनः वापिस लाया गया है। महाराजा छत्रसाल की गौरव गाथा का जिक्र करते हुए श्री चौहान ने कहा कि वह महान योद्धा थे जो कभी पराजित नहीं हुए। उनके राज्य की सीमाएँ विशाल थीं। पन्ना को अद्भुत शहर बताते हुए उन्होंने कहा कि यहां के त्यौहार, मेले, लोक कलाएं, व्यंजन, संस्कृति और सभ्यता विशिष्ट हैं। हीरे की चमक की तरह हमें पन्ना की पहचान यथावत बनाए रखना होगी। राज्य सरकार रोजगार और स्वरोजगार देने के साथ ही सभी विकास कार्य कर रही है। साथ ही लोगों का जीवन स्तर भी सुधार रही है। इसके लिए अनेक योजनाएँ चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कलेक्टर को निर्देश दिए कि जाँच के बाद जुगल किशोर मंदिर के कार्य में गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाए। समारोह में लाड़ली बहनों ने मुख्यमंत्री को 51 मीटर की चुनरी और एक बड़ी राखी भेंट की तथा उन्हें राखी भी बांधी। श्री चौहान ने नगर की अनेक प्रतिभाओं को सम्मानित भी किया। मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री का छत्रसाल जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने पर आभार माना तथा धरमसागर तालाब में महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा स्थापित करने की माँग की। उन्होंने कहा कि महाराजा छत्रसाल का हृदय विशाल था। उन्होंने अनेक युद्ध किए पर कभी हारे नहीं। बुन्देलखण्ड को मुगलों से मुक्त कराया। सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि कृषि महाविद्यालय की स्थापना होने से अब कृषि के क्षेत्र में अनुसंधान हो सकेगा। रेलवे स्टेशन प्रारंभ होने से पन्ना के विकास के नये आयाम स्थापित होंगे। उन्होंने कहा कि हम सब मिल कर पन्ना का विकास करेंगे। श्री शर्मा ने भी जुगल किशोर लोक बनाए जाने का मुख्यमंत्री से अनुरोध किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन एवं महाराजा छत्रसाल के चित्र पर माल्यार्पण कर समारोह का शुभारंभ किया। श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने मुख्यमंत्री और अन्य अतिथियों को साफा बांध एवं तलवार भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम को नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती मीना पाण्डेय ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध गायिका सुश्री कविता पौडवाल द्वारा सुमधुर गीतों की प्रस्तुति की गई।


मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से प्रदेश को मिली 2 नये एयरपोर्ट की सौगात

22 May 2023
भोपाल।महाराणा प्रताप के शौर्य और वीरता की कहानियाँ पाठ्यक्रम में शामिल होंगी महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड का गठन किया जाएगा
हल्दी घाटी की मिट्टी लेकर भोपाल आए महाराणा प्रताप के वंशज
मुख्यमंत्री श्री चौहान भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहे हैं : डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताप और छत्रसाल जयंती समारोह को किया संबोधित

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महाराणा प्रताप देश के शौर्य के प्रतीक हैं। भोपाल में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप लोक का निर्माण किया जाएगा। यह उनके त्याग, तपस्या, संघर्ष और बलिदान को श्रद्धांजलि होगी। स्मारक में महाराणा प्रताप के जीवन और कार्यों को चित्रित किया जाएगा। साथ ही उनके सात सहयोगियों भामाशाह, पुंजाभील, चेतक और अन्य के योगदान को भी चित्रित कर दर्शाया जाएगा। महाराणा प्रताप द्वारा अपनी संस्कृति और स्वतंत्रता की रक्षा के लिए संघर्ष तथा जीवन मूल्यों पर अडिग रहने की उनकी क्षमता से आने वाली पीढ़ी अवगत हो सके और तदनुसार संस्कार ग्रहण कर सकें, इस उद्देश्य से महाराणा प्रताप लोक का निर्माण सार्थक होगा। प्रदेश में शालेय पाठ्यक्रम में महाराणा प्रताप के शौर्य और वीरता की कहानियाँ पढ़ाई जाएंगी। साथ ही महाराणा प्रताप कल्याण बोर्ड का गठन भी किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान लाल परेड मैदान में महाराणा प्रताप जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराणा प्रताप के वंशज डॉ. मेवाड़ का रामदरबार भेंट कर किया स्वागत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराणा प्रताप, महाराज छत्रसाल और महारानी पद्मावती के चित्र पर माल्यार्पण और दीप जला कर जयंती समारोह का शुभारंभ किया। केंद्रीय कृषि और किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर, महाराणा प्रताप के वंशज महाराज कुमार डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़, प्रदेश के मंत्रीगण, जन-प्रतिनिधि, समाज के वरिष्ठजन और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ का तलवार तथा रामदरबार भेंट कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को डॉ. मेवाड़ ने हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट कर अभिवादन किया। समाज के वरिष्ठ जन और सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों का साफा बांध कर सम्मान किया गया तथा समारोह के प्रतीक-चिन्ह के रूप में तलवार भेंट की गई।

महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व सभी के लिए प्रेरणादायी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महाराणा प्रताप का व्यक्तित्व और कृतित्व हम सभी को प्रेरणा देता है। ईमानदारी और सच्चाई से समाज के सभी वर्गों की सेवा करना, प्रगति और विकास के रास्ते पर प्रदेश को अग्रसर करने की प्रेरणा भी हमें महाराणा प्रताप से मिलती है। महाराणा प्रताप शौर्य, स्वाभिमान और स्वतंत्रता के साथ वैभवशाली, गौरवशाली राष्ट्र के निर्माण के प्रतीक भी हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। विश्व के समृद्ध और शक्तिशाली देशों में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है।

वीर पुरूषों के जन्म-दिवस पर अवकाश देना, उनका ऋण उतारने का एक प्रयास मात्र

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराज छत्रसाल बुंदेला को प्रणाम करते हुए कहा कि उनके संबंध में मान्यता थी कि "छत्ता तोरे राज में, धक-धक धरती होय- जित-जित घोड़ा मुख करे, तित-तित फतेह होए"। यह शूरवीरों की धरती है। ऐसे वीर पुरूषों के जन्म-दिवस पर अवकाश देना, उनका ऋण उतारने का एक प्रयास मात्र है। उन्होंने मातृभूमि की रक्षा के लिए महाराणा प्रताप की प्रतिबद्धता का स्मरण करते हुए कहा कि यह मेरा प्रण है कि जो भी लोग हमारे देश और प्रदेश के हितों से खिलवाड़ करेंगे वह छोड़े नहीं जाएंगे। आतंकवादियों को समाप्त करना हमारा धर्म है।

हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट में मिलने से अभिभूत हुए मुख्यमंत्री

महाराणा प्रताप के वंशज श्री लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ द्वारा हल्दी घाटी की मिट्टी भेंट करने से अभिभूत मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह मेरे जीवन की अमूल्य निधि है। हल्दी घाटी की मिट्टी से पवित्र कुछ भी नहीं है, यह भारत के शौर्य और वीरता की प्रतीक है। इस माटी का मान-सम्मान और शान कभी जाने नहीं दूँगा। यह माटी सदैव महाराणा प्रताप के शौर्य की याद दिलाएगी और सही दिशा में कार्य के लिए निरंतर प्रेरित करती रहेगी। केन्द्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महाराणा प्रताप की जयंती पर अवकाश और भोपाल में महारानी पद्मावती की मूर्ति स्थापित कर ऐतिहासिक कार्य किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपनी अधिकांश घोषणाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित किया है, जो उनकी बड़ी उपलब्धि है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान कर रहे हैं भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित

डॉ. लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भारतीय संस्कृति को पुनर्जीवित कर रहे हैं। वे महाराणा प्रताप जी के आदर्शों पर चलकर प्रदेश का विकास कर रहे हैं। उन्होंने महाराणा प्रताप जी की जयंती पर प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर यह संदेश दिया है कि हम सब उन्हें याद करें और उनके शौर्य, बलिदान, देश प्रेम और जीवन मूल्यों से प्रेरणा प्राप्त कर अपने जीवन को धन्य करें।

महाराणा प्रताप और महाराजा छत्रसाल की शौर्य गाथा की संगीतमय प्रस्तुति

कार्यक्रम में महाराणा प्रताप और महाराज छत्रसाल की शौर्यगाथा की संगीतमय प्रस्तुति दी गई, जिसे उपस्थित जन-समुदाय द्वारा सराहा गया। पूरा वातावरण वीर रस से ओत-प्रोत हो गया। महाराणा प्रताप की जय, महाराज छत्रसाल की जय के नारों से पांडाल गूंज उठा। कार्यक्रम में मंत्री सर्वश्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया, कमल पटेल, विश्वास सारंग, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, डॉ. प्रभुराम चौधरी, सुश्री उषा सिंह ठाकुर, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, भोपाल सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर, पूर्व मंत्री श्री रामपाल सिंह और अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

महाराणा प्रताप (9 मई 1540–19 जनवरी 1597)

महाराणा प्रताप सिंह सिसोदिया का जन्म ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया रविवार विक्रम संवत 1597 तदनुसार 9 मई 1540 राजस्थान के कुम्भलगढ़ में महाराणा उदयसिंह एवं माता रानी जयवन्ताबाई के घर हुआ। वे महावीर राणा सांगा के पौत्र थे। वे इतिहास में वीरता, शौर्य, त्याग, पराक्रम और दृढ़ प्रण के लिये अमर हैं। उन्होंने मुगल बादशाह अकबर की अधीनता स्वीकार नहीं की और कई सालों तक संघर्ष किया, अंततः अकबर महाराणा प्रताप को अधीन करने में असफल रहा। महाराणा प्रताप की नीतियां शिवाजी महाराज से लेकर स्वतंत्रता सेनानियों तक के लिए प्रेरणा-स्त्रोत बनीं। महाराणा जिस घोड़े पर बैठते थे वह घोड़ा चेतक दुनिया के सर्वश्रेष्ठ घोड़ों में से एक था। महाराणा 72 किलो का कवच पहनकर 81 किलो का भाला अपने हाथ में रखते थे। भाला और कवच सहित ढाल-तलवार का वजन मिलाकर कुल 208 किलो का वजन उठाकर वे युद्ध लड़ते थे। 30 मई. 1576, बुधवार को हल्दी घाटी के मैदान में विशाल मुगलिया सेना और रणबाँकुरी मेवाड़ी सेना के मध्य भयंकर युद्ध छिड़ गया। युद्ध में महाराणा ने दुश्मनों के छक्के छुड़ा दिए, परन्तु अकबर की विशाल सेना के आगे राजपूती सेना नहीं टिक पाई और राणा प्रताप को जंगल में शरण लेनी पड़ी, पर उन्होंने अकबर की दासता स्वीकार नहीं की। चित्तौड़ को छोड़ कर महाराणा ने अपने समस्त दुर्गों को शत्रु से पुन: छीन लिया। महाराणा ने चित्तौड़गढ़ व मांडलगढ़ के अलावा संपूर्ण मेवाड़ पर अपना राज्य पुनः स्थापित कर लिया। उदयपुर को उन्होंने अपनी राजधानी बनाया। इसके बाद मुगलों ने कई बार महाराणा को चुनौती दी लेकिन मुगलों को मुँह की खानी पड़ी। आखिरकार, युद्ध और शिकार के दौरान लगी चोटों की वजह से महाराणा प्रताप की मृत्यु 29 जनवरी 1597 को चांवड में हुई।

महाराजा छत्रसाल

मध्यकालीन राजपूत योद्धा महाराजा छत्रसाल बुन्देला (4 मई 1649-20 दिसम्बर 1731) भारत के मध्ययुग के एक महान प्रतापी योद्धा थे। उन्होंने मुगल शासक औरंगज़ेब को युद्ध में पराजित करके बुन्देलखण्ड में अपना स्वतंत्र हिंदू राज्य स्थापित किया और 'महाराजा' की पदवी प्राप्त की। महाराजा छत्रसाल का जन्म राजपूत परिवार में हुआ था और वे ओरछा के रुद्र प्रताप सिंह के वंशज थे। वे अपने समय के महान वीर, संगठक, कुशल और प्रतापी राजा थे। उनका जीवन मुगलों की सत्ता के खिलाफ संघर्ष और बुन्देलखण्ड की स्वतन्त्रता स्थापित करने के लिए जूझते हुए निकला। वे जीवन के अन्तिम समय तक अपनी मातृभूमि के लिए संघर्ष करते रहे।

अजय सिंह का दावा, सिंधिया के साथ गए 5 विधायकों का होगा यह हश्र

19 May 2023
भोपाल।मध्य प्रदेश में राजनीति की धुरी सिंधिया राजघराना, चुरहट और राघोगढ़ के रिश्ते हमेशा चर्चा में रहे हैं। इन रिश्तों पर गुरुवार को ग्वालियर आए पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने ग्वालियर नईदुनिया रिपोर्टर योगेंद्र सेन से खुलकर बात की। उन्होंने चर्चा करते हुए राजनीतिक रिश्तों पर छाई धूल साफ कर बहुत कुछ स्पष्ट किया।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पर निशाना साधते हुए कहा दल-बदलुओं पर अब कोई विश्वास नहीं करेगा। सिंधिया के साथ गए विधायकों में से अब पांच भी चुनाव नहीं जीत पाएंगें। उन्होंने दावा कर कहा कि जीत तो दूर की बात है, पहले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 में इन्हें टिकट ही मिल जाए, वही काफी होगा। पूर्व नेता प्रतिपक्ष ने कहा अंचल में सिंधिया के भाजपा (BJP) में जाने के बाद यह चर्चा आई कि कांग्रेस ने वर्ष 2018 का विधानसभा चुनाव सिंधिया के चेहरे पर लड़ा। राहुल भैया ने कहा कांग्रेस में चेहरे पर चुनाव लड़ने की परंपरा कभी नहीं है। उन्होंने कहा 2018 के चुनाव में प्रदेश में चुनाव प्रचार के लिए जो पद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास था। वही पद मेरे पास भी था। कांग्रेस सामूहिक जिम्मेदारी से चुनाव लड़ती है। वर्ष 2018 से पहले 2013 और 2008 में सिंधिया कांग्रेस में ही थे फिर अंचल में उनका जादू क्यों नहीं नहीं चला। राहुल भैया ने कहा, पिता पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह और सिंधिया परिवार में रिश्ते कभी खराब नहीं रहे। पिता ही (पूर्व केंद्रीय मंत्री) माधवराव सिंधिया को कांग्रेस (Congress) में लेकर आए। दिग्विजय सिंह से जरूर सिंधिया का मनमुटाव रहा है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया ने कहा पिता (पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह) का महल से सबसे नजदीकी रिश्ता रहा है। उन्होंने कहा पिता ग्वालियर दौरे के दौरान महल में ही रुकते थे। माधवराव सिंधिया के निधन के बाद पिता ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के हितों की रक्षा के लिए उन्हें एक तरह से पुत्र के रूप में गोद लिया। यह हर कोई जानता है। उन्होंने कहा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का महल से अवश्य कुछ मन-मुटाव रहा है। इसका कारण इतिहास से जुड़ा हो सकता है। और फिर दोनों समकक्ष नेता थे। इसलिए राजनीतिक प्रतिद्वंदिता भी हो सकती है।

कमल नाथ ने की बड़ी घोषणा, कांग्रेस की सरकार बनी तो 100 यूनिट बिजली फ्री

18 May 2023
भोपाल।मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व सीएम कमल नाथ (Kamal Nath) ने धार जिले के बदनावर में विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी घोषणाएं की है। कमल नाथ ने कहा कि अगर चुनाव में काग्रेस (Congress) की सरकार बनती है तो 100 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी, इसी के साथ 200 यूनिट बिजली आधी कीमत में दी जाएगी। कमल नाथ ने कहा कि 100 रुपये में 100 यूनिट बिजली नहीं, मैं पहली दफा कह रहा हूं कि 100 यूनिट बिजली माफ और 200 यूनिट हाफ। कमल नाथ ने कहा कि शिवराज जी कितनी घोषणाएं करेंगे। इनके राज में आज पैसे दो और काम करवाओ। शिवराज जी आपने महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, भर्ती घोटाला, माफिया राज, दुष्कर्म, घर-घर दारू दी है। ये तस्वीर आज आपके सबके सामने है। कमल नाथ ने कहा कि हमने दिसंबर 2022 में वोटों से सरकार बनाई थी। कुर्सी को बचाने के लिए मैंने कोई सौदा नहीं किया। साढ़े 11 महीने में कांग्रेस की सरकार ने नीति और नीयत का परिचय दिया। अब हम 100 यूनिट बिजली माफ और 200 यूनिट बिजली हाफ देंगे। बहनों को 500 रुपये में गैस सिलिंडर, महिलाओं को 1500 रुपये प्रति महीने पुरानी पेंशन बहाली देंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से प्रदेश को मिली 2 नये एयरपोर्ट की सौगात

17 May 2023
भोपाल।राज्य सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मध्य हुआ करार
रीवा एवं दतिया एयर स्ट्रिप का उन्नयन कर बनाये जायेंगे एयरपोर्ट

राज्य शासन द्वारा एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के साथ दतिया एवं रीवा एयर स्ट्रिप को एयरपोर्ट के रूप में विकसित किये जाने के लिये आज एमओयू साइन किया गया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणा एवं मंत्रि-परिषद में हुए निर्णय के अनुक्रम में आज मध्यप्रदेश शासन की ओर से आयुक्त विमानन श्री चन्द्रमौलि शुक्ल एवं एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के निदेशक श्री रामजी अवस्थी, निदेशक विमानतल, भारतीय विमानन प्राधिकरण द्वारा एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा एयरपोर्ट बनाये जाने की घोषणा के बाद भूमि-पूजन भी किया गया था। आयुक्त विमानन श्री शुक्ल ने बताया कि रीवा और दतिया में एयरपोर्ट बन जाने से एटीआर-72 विमानों का परिचालन किया जायेगा। प्रदेश में भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, खजुराहो के बाद दतिया एवं रीवा में एयरपोर्ट के बन जाने से प्रदेश में एयरपोर्ट की संख्या बढ़ कर 7 हो जायेगी। इससे जहाँ लोगों को आवागमन में सुविधा होगी, वहीं व्यापार-व्यवसाय भी सुगम होगा। उन्होंने बताया कि विमान परिचालन में केन्द्र शासन की 80 प्रतिशत एवं राज्य शासन की भागीदारी 20 प्रतिशत होगी। आयुक्त विमानन ने बताया कि रीवा हवाई अड्डे के संपूर्ण विकास/उन्नयन और प्रचालन/संधारण, सिविल एविएशन मानकों के अनुरूप किया जायेगा। इसमें मध्यप्रदेश शासन द्वारा भारतीय विमान प्राधिकरण को रीवा हवाई अड्डे का संपूर्ण विकास चरणबद्ध तरीके से करने, हवाई यातायात संचालन हेतु आवश्यक व्यवस्थाएँ तथा यात्रियों के लिये आवश्यक सुविधाएँ प्रदान की जायेंगी।


चिकित्सालय सेवा का मानक, यह इलाज के लिये आने वाला अच्छे अनुभवों के साथ जाए : राज्यपाल

17 May 2023
भोपाल।चिकित्सक 365 दिनों में 12 दिन नि:शुल्क सेवा करें राज्यपाल श्री पटेल रेडक्रास चिकित्सालय पहुँचे
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि चिकित्सालय में इलाज के लिये आने वाले अच्छे अनुभवों के साथ जाए। रोगी की सेवा और सुश्रुषा की उत्कृष्टता और गुणवत्ता का यही मानक होना चाहिए। उन्होंने चिकित्सकों से अपील की है कि 365 दिनों में कम से कम 12 दिन नि:शुल्क सेवा प्रदान करें। एक दिन पिछड़े क्षेत्रों में जाकर रोगियों का उपचार करें। इस दौरान गर्भवती माताओं को स्वास्थ्य परीक्षण एवं आवश्यक जाँचों के लिए प्रेरित करें। रेडक्रास चिकित्सालय में रिआयती दर पर उपलब्ध सेवाओं का प्रचार-प्रसार करें। राज्यपाल श्री पटेल ने आज राज्य रेडक्रास सोसायटी के चिकित्सालय के परामर्श कक्ष, वार्डों, ब्लड बैंक, दवा दुकान, भोजन-शाला, प्रशासकीय कक्ष, लेबोरेटरी, फिजियोथैरेपी सेंटर की व्यवस्थाओं और निर्माणाधीन कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने चिकित्सालय के प्रशासक, प्रबंधक, चिकित्सकों के साथ चर्चा भी की। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने रोगी पंजीयन काउन्टर पर जाकर व्यवस्थाओं को देखा। हड्डी रोग विभाग में फ्रैक्चर के रोगी सौरभ से स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की। रोग विशेषज्ञ डॉ. अंकित से उपचार की सुविधाओं और रोगियों की संख्या के संबंध में चर्चा की। चिकित्सालय की डायलेसिस यूनिट में उपचाराधीन 70 वर्षीय रोगी श्री प्रेमस्वरूप श्रीवास्तव और उनकी अटेन्डेंट बहू श्रीमती पूजा कौशल श्रीवास्तव से उपचार सुविधाओं और चिकित्सालय की व्यवस्थाओं के संबंध में पूछताछ की। इसी तरह नाक, कान, गला रोग के चिकित्सक परामर्श कक्ष में पहुँच कर डॉ. अनिमेश अग्रवाल और रोगी संतोष चौधरी से चर्चा की। चिकित्सालय के आयुष चिकित्सा केन्द्र, शिशु रोग, स्त्री रोग ओ.पी.डी में उपलब्ध बाल रोग विशेषज्ञों से चर्चा की। बाल स्वास्थ्य एवं उपचार की चिकित्सालय में व्यवस्था की जानकारी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. इन्दु शर्मा से प्राप्त की। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रेरणा थापा को परामर्श कक्ष में प्रकाश की समुचित व्यवस्था करवाने के निर्देश दिए। चर्म रोग चिकित्सक डॉ. श्रेयांस जैन और रोगी नैन्सी जैन से ट्रीटमेंट की प्रोग्रेस के संबंध में चर्चा की। इंटेसिव केयर यूनिट को भी देखा। निर्माणाधीन नियोनेटल केयर यूनिट के संबंध में जानकारी ली। राज्यपाल श्री पटेल रेडक्रास परिसर स्थित दवा की दुकान पर गए और वहाँ उपलब्ध दवाओं, उनकी कीमत, वितरण और संचालन व्यवस्थाओं की समीक्षा की। राज्यपाल को लॉयन्स भोजन शाला के संबंध में बताया गया कि वहाँ मध्यान्ह और रात्रि भोजन का नि:शुल्क वितरण होता है। राज्यपाल ब्लड बैंक गए और परिसर में निर्माणाधीन कार्यों का निरीक्षण किया। निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा कराने के निर्देश दिए। राज्यपाल श्री पटेल ने परिसर में स्थित प्रशासकीय खंड के भूमितल पर स्थित रक्त जाँच प्रयोग शाला और फिजियोथैरेपी सेक्शन की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। जयदीप, मल्टीपल सरवाइकल से पीड़ित रत्ना चतुर्वेदी, फ्रोजन शोल्डर की रोगी सुश्री कुम्हरे से फिजियोथैरेपी और उससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ के संबंध में चर्चा की। फिजियोथैरेपिस्ट मेनका भंडारी ने उपचार व्यवस्थाओं के विषय में बताया। राज्यपाल को बताया गया कि चिकित्सालय में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं और कम कीमतों पर उपचार जाँच सुविधाओं के प्रचार-प्रसार के लिए नगर निगम भोपाल के साथ समन्वय किया गया है। नगर के सभी 85 वार्डों में उपचार और जाँच की दरों के सूचना पटल लगाए जा रहे है। स्वच्छता वाहन द्वारा शिविर संबंधी एनाउसमेंट कराया जाता है। चिकित्सालय व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के संबंध में श्री पटेल ने अध्यक्ष डॉ. गगन कोल्हे, महासचिव श्री प्रदीप त्रिपाठी, मेडिकल इंचार्ज डॉ. डी.पी. अग्रवाल एवं अन्य चिकित्सकों से चर्चा की।


महाराणा प्रताप जयंती का राज्य स्तरीय समारोह 22 मई को भोपाल में

16 May 2023
भोपाल।मंत्री डॉ. भदौरिया और मंत्री सुश्री ठाकुर ने की तैयारियों की समीक्षा
सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविंद सिंह भदौरिया और संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सुश्री उषा ठाकुर ने महाराणा प्रताप जयंती समारोह की तैयारियों की मंत्रालय में समीक्षा की। मंत्री द्वय ने भोपाल में 22 मई को महाराणा प्रताप जयंती के राज्य स्तरीय समारोह के लिये कलेक्टर और पुलिस आयुक्त भोपाल के साथ समन्वय कर रूपरेखा बनाने के लिए कहा। प्रमुख सचिव संस्कृति एवं पर्यटन श्री शिव शेखर शुक्ला और सचिव जनसंपर्क एवं सहकारिता श्री विवेक पोरवाल उपस्थित थे।


अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए आय सीमा अब 8 लाख रूपये

16 May 2023
भोपाल।मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में 41 हजार करोड़ से अधिक की स्वीकृति मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक ने मुख्यमंत्री की घोषणा के परिपालन में 'अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति के लिए वार्षिक आय सीमा 6 लाख से बढ़ा कर 8 लाख रूपये करने की सहमति प्रदान की। आय सीमा में वृद्धि से अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों को शिक्षा प्राप्त करने के व्यापक अवसर प्राप्त हो सकेंगे।

मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के 3 वर्षीय बजट एवं वित्तीय प्रावधानों की प्रशासकीय स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना-2023 के 3 वर्षीय बजट एवं वित्तीय प्रावधानों के (वित्तीय वर्ष 2023-24 से वित्तीय वर्ष 2025-26 तक) अंतर्गत 41 हजार 923 करोड़ रूपये से अधिक की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की।

शासन संधारित मंदिरों की कृषि भूमियों के प्रबंधन के आदेश का अनुसमर्थन

मंत्रि-परिषद ने शासन संधारित मंदिरों की कृषि भूमियों के प्रबंधन के संबंध में 22 अप्रैल, 2023 को जारी विभागीय आदेश का अनुसमर्थन किया। आदेश अनुसार जिन शासन संधारित मंदिरों के पास 10 एकड़ तक कृषि भूमि संलग्न है, उनसे होने वाली आय का उपयोग पुजारी स्वयं के लिये कर सकेंगे। ऐसे शासन संधारित मंदिर, जिनमें 10 एकड़ से अधिक कृषि भूमि संलग्न है, से होने वाली आय का उपयोग पुजारी स्वयं के लिए कर सकेंगे। शेष कृषि भूमियों को जिला कलेक्टर को सूचित करते हुए पारदर्शी प्रक्रिया अपना कर कृषि प्रयोजन के लिये नीलामी कर सकेंगे। नीलामी से प्राप्त होने वाली आय मंदिर के खाते में जमा करायी जायेगी।

10 लाख 80 हजार टन रसायनिक उर्वरकों का अग्रिम भण्डारण 31 मई तक

मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में रसायनिक उर्वरकों की उपलब्धता सुनिश्चित करने और किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो के दृष्टिगत वर्ष 2023-24 के लिए अग्रिम भण्डारण एक फरवरी से 31 मई की अवधि में 10 लाख 80 हजार टन मात्रा किए जाने का निर्णय लिया गया। उल्लेखनीय है कि रसायनिक उर्वरकों (यूरिया, डीएपी, काम्प्लेक्स एवं पोटाश) की अग्रिम भण्डारण योजना में राज्य में डीएपी, कॉम्प्लेक्स, पोटाश एवं यूरिया उर्वरकों की व्यवस्था के लिये मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ को राज्य नोडल एजेंसी घोषित किया गया है।

प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) के कंप्यूटराईजेशन के लिए 145 करोड़ रूपये की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद द्वारा केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय द्वारा लागू की गई प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) के कंप्यूटराईजेशन के लिए केन्द्र प्रायोजित परियोजना में प्रदेश की 4534 पैक्स का कंप्यूटराईजेशन कराये जाने की स्वीकृति दी गई। इस योजना का अनुमोदन सूचना प्रौद्‌योगिकी आधारित परियोजनाओं की समीक्षा एवं अनुमोदन के लिये मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित साधिकार समिति की बैठक में 10 फरवरी 2023 को किया गया था। साधिकार समिति की अनुशंसा अनुसार परियोजना के क्रियान्वयन के लिये सहकारिता विभाग को अधिकृत किया गया है। परियोजना में आवश्यक हार्डवेयर का क्रय GeM पोर्टल से केन्द्र सरकार द्वारा जारी GFR 2017 एवं अन्य निर्देश अनुसार किये जाने की अनुमति दी गई। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा भारतनेट योजना अनुसार प्रदेश की 4534 पैक्स के मुख्यालयों पर ऑप्टिकल फाइबर आधारित इंटरनेट कनेक्टिविटी प्राथमिकता के आधार पर उपलब्ध कराई जायेगी। परियोजना के लिये अनुमानित व्यय राशि 145 करोड़ रूपये, जिसमें केन्द्रांश का 87 करोड़ रूपये और राज्यांश के 58 करोड़ रूपये शामिल है, की स्वीकृति प्रदान की गई है। परियोजना के आगामी क्रियान्वयन हेतु आवश्यक निर्णय लेने के लिए साधिकार समिति अधिकृत की गयी है।

बाल सरंक्षण योजना "मिशन वात्सल्य" को सभी जिलों में संचालित करने की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने केन्द्र सरकार द्वारा समेकित बाल-सरंक्षण योजना "मिशन वात्सल्य" को नवीन नार्म्स अनुसार प्रदेश के सभी जिलों में संचालित करने की स्वीकृति प्रदान की। केन्द्र सरकार द्वारा समेकित बाल-सरंक्षण योजना "मिशन वात्सल्य" नवीन नार्म्स अनुसार वर्ष 2023-24 से आगामी वर्षों के लिये संचालित करने की स्वीकृति प्रदान की। वर्ष 2022-23 से 2025-26 तक समेकित बाल-संरक्षण योजना "मिशन वात्सल्य" में स्वीकृत 676 संविदा पदों को प्रतिवर्ष 3 प्रतिशत मानदेय वृद्धि के साथ और 394 नियमित पदों को निरन्तर किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई।

मध्यप्रदेश रेत (खनन, परिवहन, भण्डारण एवं व्यापार) नियम-2019 में संशोधन का अनुमोदन

मंत्रि-परिषद द्वारा मध्यप्रदेश रेत (खनन, परिवहन, भण्डारण एवं व्यापार) नियम-2019 में संशोधन का अनुमोदन किया गया। प्रदेश में 44 जिलों के रेत समूहों का "ई-निविदा" के स्थान पर "ई-निविदा-सह-नीलामी" प्रक्रिया द्वारा समूहवार ठेके से निर्वर्तन किया जायेगा। ठेके की अवधि, अनुबंध दिनांक से 3 वर्ष (दो अतिरिक्त वर्ष हेतु विस्तारणीय) निर्धारित किये जायेंगे। राज्य खनिज निगम द्वारा वैधानिक अनुमतियाँ (माइनिंग प्लान / पर्यावरण अनुमति / जलवायु सम्मति आदि) प्राप्त की जायेंगी। निविदा में सफल एम.डी.ओ. (माईन्स डेवलपर कम ऑपरेटर), कलेक्टर एवं निगम के बीच त्रि-पक्षीय अनुबंध का निष्पादन किया जायेगा। ठेका राशि की देयता त्रैमासिक के स्थान पर मासिक किश्त के रूप में और ठेका राशि में 10 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि प्रति वर्ष जुलाई के स्थान पर ठेका संचालन का 1 वर्ष पूर्ण होने पर की जायेगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रि-परिषद के सदस्यों के साथ देखी फिल्म "द केरला स्टोरी"

16 May 2023
भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से "द केरला स्टोरी" फिल्म की टीम ने मुख्यमंत्री निवास पर सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री ने अंगवस्त्रम भेंट कर टीम का स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान भी मौजूद थी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सपत्नीक ड्राइव इन सिनेमा में द केरला स्टोरी फिल्म देखी। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और मंत्रि-परिषद के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फिल्म की टीम के सदस्यों का पुष्प-गुच्छ भेंट कर अभिनन्दन किया।


मुख्यमंत्री कौशल कमाई योजना में युवाओं को प्रतिष्ठित लॉ फर्म और वकीलों से संबद्ध किया जाएगा

13 May 2023
भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि युवाओं के कौशल उन्नयन से उन्हें बेहतर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए लागू की जा रही मुख्यमंत्री कौशल कमाई योजना में युवाओं को प्रतिष्ठित लॉ फर्म तथा वकीलों से भी संबद्ध किया जाएगा। इस अप्रेंटिसशिप से वे वकालत तथा विधि से संबंधित विभिन्न क्षेत्रों में दक्षता अर्जित कर सकेंगे और रोजगार के साथ युवाओं के स्वावलंबन के अवसर भी बढ़ेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान से आज स्टेट बार कॉउंसिल के प्रतिनिधि-मंडल ने निवास कार्यालय पर भेंट की। सर्वश्री विजय चौधरी, राजेश व्यास, संजय गुप्ता, प्रेमसिंह भदौरिया सहित अन्य अभिभाषक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शीघ्र ही वकील पंचायत बुला कर संवाद किया जायेगा। प्रतिनिधि-मंडल ने वकीलों के कल्याण संबंधी माँगें प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि माँगों पर विचार कर निर्णय लिया जाएगा।

ई-ग्रंथालय, ज्ञान के देवता को हर व्यक्ति तक पहुंचाने का प्रयास : श्री पटेल

12 May 2023
भोपाल।ज्ञान वह खजाना है, जिसे कोई छीन नहीं सकता : राज्यपाल श्री पटेल राज्यपाल ने ई-ग्रंथालय कार्यशाला का किया शुभारम्भ
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि ज्ञान वह खजाना है, जिसे कोई छीन नहीं सकता, नष्ट नहीं कर सकता है। हाथ में जो होता है, उसे दूसरा छिन एवं नष्ट कर सकता है, पर जो दिमाग में है, वह सदैव साथ रहता है। उन्होंने कहा कि पुस्तकालय वह मंदिर है, जहाँ ज्ञान के देवता निवास करते हैं। ई-ग्रंथालय, ज्ञान के देवता को हर व्यक्ति तक पहुँचाने का प्रयास है। राज्यपाल श्री पटेल बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के सभागार में ई-ग्रंथालय कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने कृत्रिम मेधा पर पुस्तक अधिग्रहण पंजी पर डिजिटली प्रविष्टि करके प्राप्त कर ग्रंथालय का शुभारम्भ किया। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि पुस्तकालय अध्यक्ष का कार्य मात्र व्यवसाय नही है, यह राष्ट्र निर्माण के मिशन में अत्यंत महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी है। सामान्यतः किसी भी व्यवसाय के कार्य निपुणता की समीक्षा उसी व्यवसाय से सम्बंधित लोग करते हैं, किन्तु पुस्तकालय अध्यक्ष के कौशल और कार्य क्षमता की समीक्षा प्रत्येक विषय से सम्बंधित पाठक करता है। पुस्तकालय अध्यक्ष का कार्य जटिल है, जो पाठकों के लिए ज्ञान प्राप्ति के पथ का प्रदर्शक और मार्गदर्शक होता है। आवश्यकता है कि ग्रंथालय का प्रबंधन और संचालन कार्य संगठनात्मक उत्कृष्टता और तकनीकी गुणवत्ता के साथ किया जाये; क्योंकि पुस्तकालय दुनिया को जानने के दरवाजे की चाबी होते हैं। ई-ग्रंथालय परियोजना ही वह चाबी है जो उच्च शिक्षा के छात्र-छात्राओं के लिए देश-दुनिया के ज्ञान के भण्डार को खोल देगी। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि व्यक्तित्व के विकास के लिए पढ़ाई से बेहतर कोई और साधन नहीं है, इसी लिए मनुष्य की सबसे अच्छी दोस्त किताबों को ही माना गया है। किताबें जीवन के उतार-चढ़ाव से परिचित कराती हैं। पुस्तके कठिन समय में मित्र, मार्गदर्शक और दार्शनिक के रूप में सदैव पाठक के साथ खड़ी रहती हैं। किसी भी राष्ट्र की ताकत और तरक्की का आधार ज्ञानवान नागरिक होते हैं। ज्ञान का पथ शिक्षा है। पुस्तकें ज्ञानवान बनाने का साधन हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि संचार क्रांति के युग में ज्ञान के प्रसार का प्रभावी तरीका ई-पुस्तकालय है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के द्वारा मातृ भाषा में शिक्षा की जो पहल की है, उसे सफल बनाने में ई-ग्रंथालय महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं। आवश्यकता है कि आधुनिक संचार माध्यमों और तकनीक का उपयोग कर पुस्तकालयों को दूरस्थ और वंचित वर्गों तक पहुँचाया जाए। उन्होंने अपेक्षा की है कि कार्यशाला का चिंतन, ज्ञान के द्वारा वंचितों और अपेक्षाकृत पिछड़ों को विकास की मुख्य धारा में शामिल कराने के प्रयासों को मज़बूत बनाएगा। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उच्च शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश में हो रहे कार्यों की देश दुनिया में चर्चा हो रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने ज्ञानार्जन के अपार अवसर उपलब्ध कराए हैं। देश में स्वाध्याय की असीम सम्भावनाएं बनी हैं। अब ज्ञान के लिए परेशान होने की जरूरत नही है। बिना लाइब्रेरी के पुस्तकों की उपलब्धता के प्रयास किये जा रहे है। प्रदेश के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों में उपलब्ध पुस्तकें प्रदेश के उच्च शिक्षा के सभी छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराने की परियोजना, ई-ग्रंथालय है। उन्होंने कहा कि भारत में ज्ञान परपंरा का हजारों वर्षों का इतिहास है। नालंदा, तक्षशिला जैसे विश्वविद्यालयों को जला कर नष्ट करने के प्रयासों को विद्वानों द्वारा ग्रंथों को कंठस्थ कर विफल कर दिया था। अतिरिक्त राष्ट्रीय सूचना विज्ञान अधिकारी श्री कमलेश जोशी ने बताया कि ई-ग्रंथालय के लिए राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र, नई दिल्ली द्वारा क्लाउड आधारित सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराया गया है। यह 5 वर्षों के लिए संधारण मुक्त है। उन्होंने ई-ग्रंथालय के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि तकनीकी मार्गदर्शन के लिए दिल्ली केंद्र के द्वारा हेल्प डेस्क का भी गठन किया गया है। बरकतउल्ला विश्वविद्यालय के पुस्तकालय प्रभारी डॉ. किशोर शिंडे ने पुस्तकालय डिजिटलाइजेशन के संबंध में जानकारी दी। बताया कि विश्वविद्यालय में 94,768 पुस्तकों का संग्रह उपलब्ध है। स्वागत उद्बोधन कुलपति प्रोफेसर एस.के. जैन ने दिया, कुलसचिव श्री अरुण सिंह चौहान ने आभार माना। अतिथियों ने माँ सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अतिथियों का श्रीफल, अंगवस्त्र और फलों की टोकरी भेंट कर स्वागत किया गया।

अब पशुओं के इलाज के लिए भी उपलब्ध होगी एम्बुलेंस : मुख्यमंत्री श्री चौहान

12 May 2023
भोपाल।मुख्यमंत्री ने 406 एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखा कर किया रवाना एम्बुलेंस बुलाने के लिए टोल फ्री नम्बर 1962 जारी मुख्यमंत्री लाल परेड ग्राउंड भोपाल की अध्यक्षता में हुआ गो-रक्षा संकल्प सम्मेलन
मुख्यमंत्रीश्रीशिवराजसिंहचौहानने कहा है कि आज वह दिन आ गया है जब एम्बुलेंस केवल इंसान के लिए ही नहीं गो-माता और अन्य पशुओं के इलाज के लिए भी उपलब्ध होगी। एम्बुलेंस में एक पशु चिकित्सक और सहायक उपलब्ध होंगे। आपात स्थिति में पशुओं के इलाज के लिए टोल फ्री नं. 1962 जारी किया गया है। बीमार पशु को अस्पताल तक ले जाना बड़ी समस्या होती थी। अब इन एम्बुलेंस के आने से पशु चिकित्सालय स्वयं पशुपालक के द्वार पर उपस्थित होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड पर गो-रक्षा संकल्प सम्मेलन का शुभारंभ किया और प्रदेश के शहरी क्षेत्रों एवं सभी विकासखंड के लिए 406 पशु चिकित्सा एम्बुलेंस को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलनस्थलपहुँचतेहीगो-पूजनकियाऔर समस्त गो-धन की पूजा के प्रतीक स्वरूप बछिया राधिजा की पूजा की। उन्होंने दीप जला कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। राष्ट्रवादी चिंतक, विचारक श्री मुरलीधर राव,खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा,सांसद भोपाल सुश्री प्रज्ञा ठाकुर,मध्यप्रदेश गो-संवर्धन बोर्ड की कार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलन में पधारे गो-पालकों और गो-संरक्षकों पर पुष्प-वर्षा कर उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को सृष्टि सृजन और संचालन में गौ की महत्ता को प्रतिपादित करता गोबर से निर्मित शिवलिंग भेंट किया गया।

गो-वंश के अवैध परिवाहन में लिप्त वाहन राजसात होंगे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में गो-वंश की हत्या पर प्रतिबंध लगाया गया है। गो-हत्या करने वाले को 7 साल और अवैध परिवहन पर कारावास का प्रावधान है। गो-वंश के अवैध परिवहन में लिप्त वाहनों को राजसात किया जाएगा। प्राकृतिक खेती के लिए गाय आवश्यक है। गो-मूत्र औरगोबर से ही घनामृत और जीवामृत बनते हैं। प्राकृतिक खेती करने वाले किसानों को गाय पालने के लिए 900 रूपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। इस माह 22 हजार किसानों को योजना की किस्त जारी की जाएगी।जनजातीय भाई-बहनों को गो-पालन के लिए गाय खरीदने पर 90 प्रतिशत सब्सिडी उपलब्ध कराई जाएगी। गोबर, गो-मूत्र सहित अन्य गो-उत्पादों के व्यवसाय को लाभकारी बनाने के लिए भी राज्य सरकार प्रयासरत है। गाय के गोबर से सीएनजी बनाने के प्रोजेक्ट पर जबलपुर में कार्य जारी है। प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर गोवर्धन प्लांट स्थापित कर गोबर खरीदने की व्यवस्था की जाएगी, इससे सीएनजी निर्मित होगी।

गो-शालाओं में बनाए जाने वाले प्राकृतिक पेंट के उपयोग को करेंगे प्रोत्साहित

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गो-शालाओं में बनाए जाने वाले प्राकृतिक पेंट का उपयोग ग्रामीण क्षेत्रों में पंचायतस्तर के शासकीय भवनों में करने की नीति बनाई जाएगी। इससे गोबर और गो-मूत्र के व्यवसाय को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रदेश में 8 गो-सदन और दो गो-वंश वन्य विहार विकसित किए जाएंगे। इनके संचालन का जिम्मा गो-सेवक संस्था को सौंपा जाएगा। पंजीकृत गो-शालाओं को बिजली के बिल की समस्या न आये और इससे गो-माता की सेवा में कोई व्यवधान उत्पन्न न हो, इसके लिए उपयुक्त नीति बनाए जाएगी। गो-शालाओं में भूसे की पर्याप्त व्यवस्था के लिए राशि का पुननिर्धारण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसान भाइयों से नरवाई न जला कर भूसे की व्यवस्था में सहयोग की अपील की।

जिलों में अपर कलेक्टर करेंगे गो-शालाओं का प्रबंधन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में हर ग्राम पंचायत में गोशाला के बजाय बड़ी गो-शालाएँ विकसित करने पर भी राज्यशासन विचार कर रहा है। गो-शालाओं के सुचारू प्रबंधन के उद्देश्य से 4-5 ग्राम पंचायतों के लिए एक बड़ी गोशाला विकसित की जाएगी। प्राथमिक तौर परप्रदेश में कुछ स्थानों पर मॉडल के रूप में ऐसी गो-शालाएँ विकसित की जाएंगी। इन गो-शालाओं की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी कोई संस्था ले सकती हैऔर संस्था को राज्य शासन द्वारा वित्तीय सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। जिन गो-शालाओं के साथ जमीनें संलग्न हैं और उन जमीनों पर यदि अतिक्रमण है तो उन्हें तत्काल अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। गो-शालाओं को कांजी हाउस का दर्जा देने पर भी विचार भी किया जाएगा। गो-वंश की गणना भी की जाएगी। गो-शालाओं की समस्याओं के त्वरित समाधान और उनके बेहतर प्रबंधन के लिए जिला स्तर पर अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

आत्म-निर्भर बनें गो-शालाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरी अपील है कि प्रदेश की हर गो-शाला आत्म-निर्भर बने। श्मशान घाटों में लक़ड़ी कम से कम जले और गोबर से बनाई गई गो-काष्ठ का उपयोग अधिक हो। दूध के अतिरिक्त गाय के गोबर, गो-मूत्र, गोकाष्ठ आदि पशुपालक किसानों के लिए अतिरिक्त आय का साधन बने। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्राकृतिक खेती को अपनाने, खेतों में पराली न जलाने, गो-ग्रास में अपना नियमित योगदान देने का आहवान भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सबको यह चिंता करनी होगी कि गो-वंश सड़कों पर आवारा और बेसहारा न घूमे।

गो को माँ मानना हमारी संस्कृति का आधार

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सृष्टि के कण-कण में ईश्वर विद्यमान है। दशावतार इसका प्रतीक है कि सभी प्राणियों में ईश्वर का वास है। गो को माँ मानना हमारी संस्कृति का आधार है। भगवान कृष्ण ने गोवर्धन की पूजा कर हमें प्रकृति पूजा का संदेश दिया। भारतीय चिंतन और दर्शन के "वसुधैव कुटुम्बकम्" के सिद्धांत को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने संपूर्ण विश्व में स्थापित किया है।

गो-पालन और गो-रक्षा का संकल्प दिलाया

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गो-रक्षा सम्मेलन में प्रदेशवासियों को गो-पालन और गो-रक्षा का संकल्प दिलाया। उन्होंने आहवान किया कि इस पुनीत कार्य और गो-शालाओं के संचालन में सकरात्मक भूमिका का निर्वहन करें। गो-संरक्षण के लिये प्रतिदिन भोजन करने के पूर्व गो-माता का स्मरण करते हुए गो-ग्रास या उसके समतुल्य राशि निकाल कर गो-सेवा का संकल्प लें। इस कार्य में अपने परिवार के साथ समाज को भी प्रेरित करें।

गो-रक्षा और गो-सेवा के लिए मध्यप्रदेश की पहल सराहनीय एवं अनुकरणीय

राष्ट्रवादी चिंतक और विचारक श्री मुरलीधर राव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा गो-रक्षा और गो-सेवा के लिए प्रदेश में की जा रही पहल सराहनीय है।इसका कृषि, ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था और देश की अर्थ-व्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव होगा। गाय हमारी संस्कृति और ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था का केन्द्र बिन्दु है। गो-रक्षा भारतीय संविधान के अनुरूप है। महिलाओं के लिए रोजगार के अवसर निर्मित करने में भी गो-संवर्धन सहायक सिद्ध होगा। सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि मध्यप्रदेश में गो-सेवा के लिए आरंभ की गई एम्बुलेंस की पहल अनुकरणीय है। प्रदेश में गो-रक्षा के कार्यों को और गति दी जाएगी। जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष श्री डॉ. जितेन्द्र जामदार, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, विधायक सर्वश्री रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री, प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी श्री गुलशन बामरा सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे। सम्मेलन में गो-संरक्षण और संवर्धन के लिए कार्य करने वाले शासकीय विभागों के प्रतिनिधि, स्वैच्छिक संगठन, पर्यावरण, जैविक तथाप्राकृतिक कृषि के क्षेत्र में कार्य करने वाले व्यक्ति तथा संस्थान के प्रतिनिधि, गो-शाला संचालक, स्व-सहायता समूह और गो-संरक्षण में संलग्न सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।

भोपाल सूना हो गया क्योंकि "गुट्टू भैया" जैसा कोई नहीं : मुख्यमंत्री श्री चौहान

11 May 2023
भोपाल।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व विधायक श्री रमेश शर्मा "गुट्टू भैया" के निधन पर दु:ख व्यक्त किया राजकीय सम्मान के साथ होगा स्व. श्री रमेश शर्मा "गुट्टू भैया" का अंतिम संस्कार
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व विधायक श्री रमेश शर्मा "गुट्टू भैया" के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बजरिया स्थित निवास पहुँचकर पार्थिव देह के अंतिम दर्शन किए तथा उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य सरकार और प्रदेशवासियों की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि सहज, सरल, विनम्र और हरदिल अजीज "गुट्टू भैया" सदा सक्रिय रहने वाले समाजसेवी थे। सभी के सुख-दुख में वे पूरा साथ निभाते थे। उनकी लोकप्रियता और भोपालवासियों का उनके प्रति स्नेह और जूनून अद्भुत था। भोपाल सूना हो गया क्योंकि गुट्टू भैया जैसा कोई नहीं है। वे मेरे बड़े भाई के समान थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने परमपिता परमात्मा से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने तथा उनके परिजन, मित्रों और अनुयायियों को यह दुख सहन करने की क्षमता प्रदान करने की प्रार्थना की है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूर्व विधायक श्री रमेश शर्मा "गुट्टू भैया" का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा।

वन विभाग के खिलाड़ियों ने 90 पदक हासिल कर बढ़ाया प्रदेश का गौरव : वन मंत्री डॉ. शाह

10 May 2023
भोपाल। वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह ने कहा है कि भारतीय वन खेलकूद प्रतियोतिगता में प्रदेश के वन विभाग के खिलाड़ियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर 90 पदक हासिल किए और मध्यप्रदेश का गौरव बढ़ाया है। वन मंत्री डॉ. शाह संभागीय वन विश्राम गृह के सभागार में विजेता खिलाडियों को सम्मानित कर रहे थे।
वन मंत्री डॉ. शाह ने कहा कि वन विभाग के खिलाड़ी हर बार राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हैं। पंचकुला (हरियाणा) में हुई 26वीं अखिल भारतीय वन खेलकूद प्रतियोगिता में प्रदेश में 190 सदस्यीय दल को भेजा गया था। खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में 34 स्वर्ण, 32 रजत एवं 24 कांस्य पदक प्राप्त कर नया इतिहास रचा है। इसके अलावा 24 खिलाड़ियों ने चौथा स्थान भी प्राप्त किया।
अपर मुख्य सचिव वन श्री जे.एस. कंसोटिया, प्रधान वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री रमेश कुमार गुप्ता ने सेवानिवृत्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक श्री अरविन्द्र कुमार जैन की प्रतियोगिता में विशिष्ट भूमिका की प्रशंसा की और उन्होंने उम्मीद की कि भविष्य में भी पदकों की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी।

अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की 210 मेगावाट की इकाई ने 99.35 फीसदी पीएलएफ के साथ लगातार 100 दिन किया विद्युत उत्पादन

10 May 2023
भोपाल। मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की 210 मेगावाट क्षमता की इकाई क्रमांक पाँच ने लगातार 100 दिन तक विद्युत उत्पादन करने का रिकार्ड बनाया है। यह इकाई इस वर्ष 30 जनवरी से आज तक सतत एवं निर्बाध रूप से क्रियाशील है।
इस अवधि में 210 मेगावाट क्षमता की इकाई ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 101.13 प्रतिशत पीएएफ (प्लांट अबेविलिटी फेक्टर), 99.35 प्रतिशत पीएलएफ (प्लांट लोड फेक्टर) तथा 8.97 प्रतिशत ऑक्जलरी कंजम्पशन की उपलब्धि हासिल की।
अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई की इकाई क्रमांक पाँच द्वारा लगातार 100 दिन तक विद्युत उत्पादन करने की अभूतपूर्व उपलब्धि पर ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय दुबे और पावर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक श्री मनजीत सिंह ने समस्त अभियंताओं और कार्मिकों को बधाई दी है।

नव-नियुक्त आयुक्त जनसम्पर्क श्री मनीष सिंह ने कार्यभार ग्रहण किया

10 May 2023
भोपाल। नव-नियुक्त आयुक्त जनसम्पर्क श्री मनीष सिंह ने आज जनसम्पर्क संचालनालय में पदभार ग्रहण किया। निवृत्तमान आयुक्त श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह ने चार्ज सौंपा और विभागीय गतिविधियों और कार्य-प्रणाली की जानकारी दी। आयुक्त श्री सिंह ने पदभार ग्रहण करने के बाद संचालनालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ विभागीय चर्चा कर संचालनालय के विभिन्न प्रभागों का अवलोकन भी किया। अपर संचालक श्री सुरेश गुप्ता सहित संचालनालय के अधिकारी उपस्थित थे।

11 लाख से अधिक डिफॉल्टर किसानों का 2 हजार 123 करोड़ रूपये का ब्याज माफ

9 May 2023
भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में प्रदेश के जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों से संबद्ध प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) के 2 लाख रूपये तक के 11 लाख 19 हजार डिफाल्टर किसानों पर बकाया ब्याज की राशि 2 हजार 123 करोड़ रूपये माफ करने के लिए ब्याज माफी योजना को मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान की घोषणा "जो किसान ऋण माफी के चक्कर में डिफाल्टर हो गये हैं, उनके ब्याज की राशि सरकार द्वारा भरी जायेगी" के अनुरूप मंत्रि-परिषद द्वारा यह योजना मंजूर की गई। ऐसे डिफॉल्टर किसान, जिन पर प्राथमिक कृषि साख सहकारी समितियों (पैक्स) के 31 मार्च, 2023 की स्थिति में मूल एवं ब्याज को मिला कर 2 लाख रूपये तक का ऋण बकाया है, के ब्याज की भरपाई राज्य शासन द्वारा की जायेगी। योजना के अनुसार किसान पर अल्पकालीन फसल ऋण एवं मध्यकालीन परिवर्तित ऋण को ब्याज सहित मिला कर 2 लाख रूपये तक का ऋण 31 मार्च, 2023 तक बकाया होना चाहिए। डिफाल्टर किसानों को ब्याज माफी का लाभ लेने के लिये अपनी समिति में आवेदन करना होगा। डिफाल्टर किसानों के ऊपर बकाया ऋण एवं ब्याज आदि के विवरण वाली सूची को बैंक स्तर पर एक पोर्टल से सार्वजनिक किया जायेगा। साथ ही योजना में किसानों को कृषि कार्य के लिए खाद उपलब्ध कराने की विशेष सुविधा दी गयी है। जितनी राशि किसान द्वारा अपने ऋण खाते में नगद जमा की जायेगी, उतनी राशि तक का खाद वे समिति से ऋण के रूप में प्राप्त कर सकेंगे। योजना की अंतिम तिथि 30 नवम्बर, 2023 नियत की गई है। योजना के विस्तृत निर्देश सहकारिता विभाग द्वारा जारी किये जायेंगे।

खण्डवा, छतरपुर और देवास में नवीन अनुविभाग का सृजन

मंत्रि-परिषद ने खंडवा जिले में खालवा, छतरपुर में गौरीहार और देवास में टोंकखुर्द में नवीन अनुविभाग सृजन की स्वीकृति दी। नवीन अनुविभाग खालवा में तहसील खालवा के राजस्व निरीक्षक मण्डल आशपुर के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 6, 8 से 15, 43 से 49,51,52 इस तरह कुल 23 हल्के तथा राजस्व निरीक्षक मण्डल खालवा के पटवारी हल्का क्रमांक 7, 16 से 39 तक कुल 25 हल्के एवं राजस्व निरीक्षक मण्डल रोशनी के पटवारी हल्का क्रमांक 40 से 42, 50, 53 से 71 कुल 23 हल्के, इस प्रकार कुल 71 हल्के समाविष्ट होंगें। खालवा के सृजन के बाद शेष अनुविभाग हरसूद में तहसील हरसूद के राजस्व निरीक्षक मण्डल किल्लौद के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 16 एवं राजस्व निरीक्षक मण्डल हरसूद के पटवारी हल्का क्रमांक 17 से 33 तथा राजस्व निरीक्षक मण्डल छनेरा के पटवारी हल्का क्रमांक 34 से 50 इस प्रकार कुल 50 हल्के समाविष्ट होंगे। अनुविभाग के कुशल संचालन के लिये स्टेनो टायपिस्ट का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4 कुल 11 पद स्वीकृत किये गये हैं। जिला छतरपुर में नवीन अनुविभाग गौरीहार में तहसील गौरीहार के सभी पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 74 इस प्रकार कुल 74 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। गौरीहार अनुविभाग के गठन के बाद शेष रहे अनुविभाग लवकुशनगर में तहसील लवकुशनगर के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 28 एवं तहसील चंदला के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 39 तक कुल 67 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन अनुविभाग के कुशल संचालन के लिये स्टेनो टायपिस्ट का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4, इस प्रकार कुल 11 पद स्वीकृत किये गये हैं। जिला देवास में नवीन अनुविभाग टोंकखुर्द में तहसील टोंकखुर्द के सभी 60 पटवारी हल्के समाविष्ट होगें। नवीन अनुविभाग के गठन के बाद शेष सोनकच्छ अनुविभाग में तहसील सोनकच्छ के सभी 69 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। अनुविभाग टोंकखुर्द के कुशल संचालन के लिये स्टेनो टायपिस्ट का 1, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, वाहन चालक का 1 और भृत्य के 4, इस प्रकार कुल 11 पद स्वीकृत किये गये है।

राजस्व विभाग की WebGIS 2.0 परियोजना के लिये 129 करोड़ 32 लाख रूपये स्वीकृत

मंत्रि-परिषद ने राजस्व विभाग की WebGIS 2.0 परियोजना को लागू करने के लिये आगामी 5 वर्षों (2023-2024 से 2027-2028) के लिये तकनीकी और वित्तीय प्रस्ताव राशि 129 करोड़ 32 लाख रूपये (जी.एस.टी. अतिरिक्त) का व्यय किये जाने की स्वीकृति दी।

रीवा हवाई पट्टी को हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिये एमओयू का निर्णय

मंत्रि-परिषद द्वारा रीवा हवाई पट्टी को भारत सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी योजना में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिये प्राधिकरण और राज्य शासन के बीच एम.ओ.यू. निष्पादित करने का निर्णय लिया गया। राज्य शासन द्वारा माँग अनुसार वर्तमान हवाई पट्टी के लिये उपलब्ध शासकीय भूमि एवं ATR-72 (VFR&IFR) टाइप विमान संचालन के लिये अतिरिक्त भूमि अधिगृहित कर आवंटन / उपलब्ध कराने के संबंध में आदेश जारी किये जा चुके हैं।

लोक सम्पत्ति का निर्वर्तन

मंत्रि-परिषद ने छतरपुर में जल संसाधन विभाग की खसरा क्र 684/1, वार्ड क्र. 2 लवकुश नगर की परिसम्पत्ति कुल रकबा 5670 वर्गमीटर के निर्वर्तन के लिये H-1 निविदाकार की उच्चतम निविदा राशि 8 करोड़ 15 लाख 10 रूपये, जो रिजर्व मूल्य राशि 3 करोड़ 35 लाख रूपये का 2.43 गुना है, की संस्तुति करते हुए उसे विक्रय करने एवं H-1 निविदाकार द्वारा निविदा राशि का 100 प्रतिशत जमा करने के बाद अनुबंध / रजिस्ट्री की कार्यवाही जिला कलेक्टर द्वारा किये जाने का निर्णय लिया।

पश्‍चिम बंगाल में 'द केरल स्‍टोरी' पर प्रतिबंध की नरोत्‍तम ने की आलोचना, बोले - रोहिंग्‍या पर ही बरसती है दीदी की 'ममता'

9 May 2023
भोपाल।लव जिहाद और आतंकवाद का घिनौना सच दिखाने वाली फिल्‍म 'द केरल स्‍टोरी' को लेकर देशभर में सियासी माहौल गरमा रहा है। जहां मध्‍य प्रदेश के बाद अब उत्‍तर प्रदेश में भी इस फिल्‍म को टैक्‍स-फ्री घोषित कर दिया गया है, वहीं पश्‍चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने इस फिल्‍म से राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने का हवाला देते हुए इस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। मप्र के गृहमंत्री डा. नरोत्‍तम मिश्रा ने पश्‍चिम बंगाल सरकार के इस फैसले की आलोचना करते हुए ममता बनर्जी पर निशाना साधा है।

नरोत्‍तम ने कहा कि यह दरअसल तुष्‍टीकरण की राजनीति है। ममता दीदी की 'ममता' रोहिंग्‍याओं पर ही बरसती है, लेकिन 'द केरल स्‍टोरी' बैन हो जाती है। ममता दीदी की 'ममता' आतंकवादियों की तरफ ज्‍यादा दिखती है, लेकिन रामनवमी के जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। लेकिन अब देश इस तुष्‍टीकरण की राजनीति से आजिज आ चुका है और परेशान भी हो चुका है।

गौरतलब है कि इससे पूर्व नरोत्‍तम मिश्रा 'द केरल स्‍टोरी' के मसले पर कमल नाथ और दिग्‍विजय सिंह को भी निशाने पर ले चुके हैं। सोमवार को ही उन्‍होंने कहा था कि जो बटला हाउस पर सवाल खड़े करते हैं, जो जाकिर नाइक को संत बताते हैं और जो सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर संदेह जताते हैं, ऐसे लोगों को 'द केरल स्टोरी' जरूर देखनी चाहिए। नरोत्तम ने यह भी कहा था कि उन्होंने कमल नाथ और दिग्विजय सिंह के लिए फिल्‍म की टिकट भी बुक कराई है।

पीड़ित मानवता की सेवा मानव का सबसे बड़ा धर्म : राज्यपाल श्री पटेल

8 May 2023
भोपाल।राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि पीड़ित मानवता की सेवा ही मानव का सबसे बड़ा धर्म है। राज्यपाल 8 मई विश्व रेडक्रॉस दिवस पर समन्वय भवन में एक दिवसीय जूनियर रेडक्रॉस क्षेत्रीय सम्मेलन के उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आज विश्व रेडक्रॉस दिवस के साथ ही विश्व थैलेसीमिया दिवस भी है। रेडक्रॉस की स्थापना युद्ध के दौरान घायल सैनिकों को त्वरित सेवा एवं सहायता पहुँचाने के उद्देश्य से श्री हेनरी ड्यूना ने की थी। रेडक्रॉस मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता, स्वतंत्रता, एकता और सार्वभौमिकता के सिद्धांतों पर आधारित स्व-प्रेरित सेवा है। रेडक्रॉस अभियान के मूल में भारतीय संस्कारों और संस्कृति के सिद्धांत निहित हैं।प्रत्येक नागरिक का दायित्व नियमित रूप से रक्त-दान कर थैलेसीमिया एवं सिकल सेल एनीमिया के मरीजों की सहायता करना है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि वर्तमान में रेडक्रॉस विश्व के कई देशों में सोसायटी एवं अस्पताल के माध्यम से समाज-सेवा का कार्य कर रहा है। बच्चों को शिक्षा एवं खेल की सुविधा देने के साथ ही उनमे समाज-सेवा की भावना विकसित करना भी जरूरी है। इसी उद्देश्य से जूनियर रेडक्रॉस सोसायटी की स्थापना की गई है, जिसमें स्कूल के बच्चे रेडक्रॉस से जुड़ सकते हैं। एक दिवसीय जूनियर रेडक्रॉस सोसायटी के क्षेत्रीय सम्मेलन में बच्चों को समाज सेवा के नवाचारों से जोड़ा जायेगा। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि जूनियर रेडक्रॉस शाखा में 18 हजार से अधिक स्कूल के 12 से 18 वर्ष आयु वर्ग के छात्र-छात्राएँ शामिल हैं। आज विश्व की सबसे बड़ी चुनौती गरीबी और निरक्षरता है। स्कूल का प्रत्येक बच्चा जागरूक होकर बड़ा परिवर्तन ला सकता है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि पूरा विश्व एक परिवार है। भारतीय दर्शन में वसुधैव कुटुम्बकम के सूत्र को आधार मानते हुए पीड़ित मानवता की सेवा परम कर्त्तव्य है। उन्होंने स्वामी विवेकानंद के कथन को याद दिलाते हुए कहा कि सेवा करने का मौका भी सौभाग्य से मिलता है। सेवा कभी खाली नहीं जाती। मानवता की सेवा और कल्याण के कार्यों को दिनचर्या में शामिल करें। राज्यपाल श्री पटेल एवं स्कूल शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार द्वारा रेडक्रॉस की वेबसाइट www.redcrossmp.org एवं वार्षिक कैलेंडर का विमोचन किया। विभिन्न जिलों से आये बच्चों में स्वयं की बचत से सेवा-भाव जाग्रत करने के लिए सेवा निधि बैंक के रूप में गुल्लक प्रदान की गई। राज्यपाल श्री पटेल एवं शिक्षा मंत्री श्री सिंह द्वारा समाज-सेवा के लिये नगद राशि दान की गई। स्कूल शिक्षा मंत्री श्री परमार ने कहा कि शिक्षा, अक्षर ज्ञान तक ही सीमित नहीं है। शिक्षा बच्चे के समग्र विकास, समाज सुधार एवं समाज की समस्याओं को सुलझाने वाला आंदोलन है। रेडक्रॉस में सेवा का उद्देश्य निहित है, जो भारतीय दर्शन का मूल सिद्धांत है। भारतीय दर्शन में पड़ोसी की भी चिंता की जाती है। देश में नई शिक्षा नीति वर्ष 2020 में बनाई गई है, जिसका उद्देश्य भारत को नई चुनौतियों का सामना करने के लिये सक्षम बनाना एवं भारत को सम्पूर्ण विश्व की सहायता के लिये श्रेष्ठ और शक्तिशाली भारत के रूप में निर्मित करना है। प्रदेश में नवीन तकनीक को अपनाते हुए सभी स्कूलों में 240 घण्टे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई प्रारंभ की जा रही है, जिससे बच्चे वर्तमान चुनौतियों का सामना करने के लिये सक्षम बन सकेंगे। एक दिवसीय जूनियर रेडक्रास क्षेत्रीय सम्मेलन में प्रदेश के 7 जिलों से लगभग 800 छात्र-छात्राएँ शामिल हुए, जिनमें समाज सेवा का अद्भुत उत्साह था। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता एवं रेडक्रॉस के संस्थापक श्री हेनरी डयूना के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलन कर किया गया। समारोह में रेडक्रॉस की मध्यप्रदेश शाखा के चेयरमेन डॉ. गगन कोल्हे एवं वाइस चेयरमेन श्री भरत झांवर सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान का दूसरा चरण 10 मई से
नागरिकों को मिलेगा 15 विभागों की 67 सेवाओं का लाभ : मुख्यमंत्री श्री चौहान


7 May 2023
भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि शासकीय विभागों से आम नागरिकों को उपलब्ध कराई जाने वाली सेवाओं और उनकी समस्याओं के शत-प्रतिशत निराकरण के लिए प्रदेश में 10 से 25 मई तक मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान का दूसरा चरण चलाया जायेगा। मुख्य रूप से अभियान के 2 प्रमुख घटक होंगे। प्रथम घटक में ऐसे सभी विभागों, जो नागरिक सेवाओं से संबंधित हैं, के कार्यालयों में लंबित आवेदनों का यथा-संभव शत-प्रतिशत निराकरण किया जायेगा। साथ ही सी.एम.हेल्प लाइन में लंबित शिकायतों का निराकरण होगा। दूसरे घटक में सी.एम. हेल्पलाइन में 15 अप्रैल 2023 तक दर्ज और वर्तमान में लंबित शिकायतों का शत-प्रतिशत निराकरण किया जायेगा। निराकरण की सूचना संबंधित शिकायतकर्ता को भी अनिवार्य रूप से दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान के प्रथम चरण में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं में शत-प्रतिशत सेचुरेशन प्राप्त कर 83 लाख से अधिक पात्र हितग्राहियों को लाभांवित किया गया है।

विभाग एवं सेवाएँ

राजस्व विभाग की सेवाएँ -चालू खसरा/खतौनी और चालू नक्शा की प्रतिलिपियों का प्रदाय, अविवादित नामांतरण और अविवादित बँटवारा करना।
सामान्य प्रशासन विभाग की सेवाएँ - अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिये जाति प्रमाण-पत्र प्रदाय। विमुक्त, घुमक्कड़ समुदाय के लिये जाति प्रमाण-पत्र प्रदाय। जाति प्रमाण-पत्र में जन्म-तिथि, आधार, समग्र नंबर में सुधार और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के अभ्यर्थियों को आय एवं संपत्ति प्रमाण-पत्र जारी करना।
नगरीय विकास एवं आवास विभाग की सेवाएँ -जहाँ तकनीकी रूप से साध्य हो वहाँ नवीन कनेक्शन के लिए मांग-पत्र का प्रदाय करना। मांग-पत्र अनुसार राशि जमा करने पर नवीन नल कनेक्शन देना। नगरीय क्षेत्रों के हेण्डपंप एवं ट्यूबवेल का सुधार, भवन अनुज्ञा प्रमाण-पत्र, फायर एनओसी (1) अस्थाई (2) नवीनीकरण, ट्रेड लाइसेंस और विकास अनुज्ञा की समय-सीमा का विस्तार। अविवादित संपत्ति का नामांतरण (मृत्यु प्रकरण)। अविवादित संपत्ति का हस्तांतरण क्रेता-विक्रेता के मध्य आपसी विक्रय विलेख के बाद। भवन निर्माण (आवासीय) के लिये स्वीकृति आदेश जारी करना। नो डयूज प्रमाण-पत्र जारी करना। जहाँ तकनीकी रूप से साध्य हो वहाँ नवीन सीवर कनेक्शन दिया जाना और भवन अनुज्ञा का कार्य पूर्णता प्रमाण-पत्र।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की सेवाएँ -ग्रामीण क्षेत्रों में भवन निर्माण के लिये अनुज्ञा-पत्र जारी करना।
योजना, आर्थिक एवं ग्रामीण विकास विभाग की सेवाएँ -जन्म के एक वर्ष के बाद पंजीयन के लिए अनुमति, मृत्यु के एक वर्ष के बाद पंजीयन के लिए अनुमति। जन्म प्रमाण-पत्र। मृत्यु प्रमाण-पत्र। विवाह पंजीयन और जन्म प्रमाण में बच्चे का नाम जुड़वाना।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की सेवाएँ -नि:शक्तता प्रमाण-पत्र दिया जाना। आवेदक की आयु का चिकित्सीय सत्यापन और मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजना के प्रकरण स्वीकृत करना।
ऊर्जा विभाग की सेवाएँ -शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में निम्न दाब के व्यक्तिगत स्थाई नवीन कनेक्शन के लिए मांग-पत्र प्रदान करना, जहाँ ऐसा कनेक्शन वर्तमान नेटवर्क से संभव है। मांग-पत्र अनुसार राशि जमा करने के बाद वर्तमान नेटवर्क में निम्न दाब स्थाई नवीन कनेक्शन देना। मीटर/सर्विस लाइन अथवा मीटर की परिसर में ही शिफ्टिंग के लिए मांग-पत्र जारी करना और उसके अनुसार राशि जमा करने के बाद मीटर/सर्विस लाइन अथवा मीटर की परिसर में ही शिफ्टिंग करना।
श्रम विभाग की सेवाएँ -प्रसूति सहायता योजना, विवाह सहायता योजना, मृत्यु की दशा में अनुग्रह सहायता योजना का लाभ प्रदान करना। निर्माण कार्य के दौरान दुर्घटना की स्थिति में अपंगता होने पर सहायता, निर्माण स्थल पर कार्य के दौरान अपंजीकृत श्रमिक की मृत्यु की दशा में अंत्येष्टि एवं अनुग्रह राशि योजना 2014 और राज्य लोक सेवा आयोग एवं संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा में सफलता पर पुरस्कार योजना का लाभ दिया जाना।
आदिम जाति कल्याण विभाग की सेवाएँ -म.प्र. अनुसूचित जाति/जनजाति आकस्मिकता योजना नियम 1995 में राहत प्राप्त न होने संबंधी आवेदन-पत्र का समाधान करना।
उच्च शिक्षा विभाग की सेवाएँ -नामांकन/माइग्रेशन प्रमाण-पत्र प्रदान करना। प्रोविजनल उपाधि/डुप्लीकेट अंक-सूची प्रदान करना। अंक-सूची में सुधार/नाम/उपनाम (सरनेम) सुधार करना। स्थानांतरण प्रमाण-पत्र (समस्त महाविद्यालय) और चरित्र प्रमाण -पत्र उपलब्ध कराना।
म.प्र. राज्य कृषि विपणन बोर्ड की सेवाएँ - हम्माल (मंडी क्रत्यकारी), तुलावटी (मंडी क्रत्यकारी), व्यापारी (मंडी क्रत्यकारी), पक्का आढ़तिया (मंडी क्रत्यकारी), प्र-संस्करणकर्ता/विनिर्माता (मंडी क्रत्यकारी) और फल-सब्जी व्यापारी (मंडी क्रत्यकारी) को अनुज्ञप्ति प्रदान करना।
सहकारिता विभाग की सेवाएँ - किसान क्रेडिट कार्ड योजना में किसान साख-पत्र जारी करना और इसी योजना में किसान साख-पत्र का नवीनीकरण करना।
तकनीकी शिक्षा कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की सेवाएँ -उपाधि प्रमाण-पत्र, डुप्लीकेट उपाधि प्रमाण-पत्र/अंक-सूची, अस्थायी उपाधि प्रमाण-पत्र और माइग्रेशन प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराने के साथ अंक-सूची एवं अन्य प्रमाण-पत्रों में नाम सुधार करना।
उद्यानिकी विभाग की सेवाएँ -फल-पौधा रोपणी की अनुज्ञप्ति जारी करना एवं उसका नवीनीकरण करना।
परिवहन विभाग की सेवाएँ -लर्निंग लायसेंस, ड्रायविंग लायसेंस और वाहन पंजीयन का नवीनीकरण करना।

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने 160 नवदंपतियों को दिया आशीर्वाद

7 May 2023
भोपाल। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया जिले के बड़ौनी में शनिवार को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के सामूहिक विवाह सम्मेलन में पहुँच कर वर-वधुओं को आशीर्वाद दिया। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से 49-49 हजार रूपये के चेक भेंट कर नव-दंपतियों को भावी जीवन के लिए शुभकामनाएँ दी। विवाह सम्मेलन में 160 से अधिक कन्याओं का विधि-विधान से विवाह सम्पन्न हुआ।

सड़क का शिलान्यास

गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने दतिया में रविवार को बड़े फव्वारे से ग्वालियर एनएच हाई-वे तक 4 करोड़ 90 लाख रूपए की लागत से निर्मित होने वाली सड़क का शिलान्यास किया। उन्होंने कहा कि जिले में विकास के साथ सड़कों का जाल बिछाया गया है, जिससे सभी क्षेत्रों में आवागमन की सुविधा सुलभ हुई है।

मध्‍य प्रदेश में टैक्‍स फ्री होगी 'द केरल स्‍टोरी', सीएम शिवराज ने किया ऐलान

6 May 2023
भोपाल।सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा आज सुबह कहा कि फिल्म द केरल स्टोरी मध्य प्रदेश में टैक्स फ्री होगी। उन्होंने कहा कि यह फिल्म शिक्षित और जागरुक करती है, बच्चों और अभिभावकों को यह फिल्म जरूर देखना चाहिए। गौरतलब है कि द केरल स्टोरी को लेकर विरोध और समर्थन दोनों हो रहा है। फिल्म की कहानी लव जिहाद पर केंद्रीत है।

सीएम शिवराज ने कहा कि दे केरल स्टोरी आतंकवाद, मतांतरण और लव जिहाद के घिनौने चेहरे को उजागर करती है। क्षणिक भावुकता में जो बेटियां लव जिहाद के जाल में उलझ जाती है, उनकी कैसे बर्बादी होती है यह फिल्म बताती है। आतंकवादी के डिजाइन को भी यह फिल्म उजागर करती है। यह फिल्म हमें जागरुक करती है।

सीएम ने कहा कि मध्य प्रदेश में पहले ही हमने मतांतरण के खिलाफ कानून बनाया है। लेकिन यह फिल्म जागरुक करती है, इस फिल्म को सबको देखना चाहिए। पालकों को भी देखना चाहिए और बच्चों को भी देखना चाहिए। बेटियों को भी देखना चाहिए। इसलिए मध्य प्रदेश शासन इस फिल्म को टैक्स फ्री कर रहा है।

मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की घेराबंदी करेगी भाजपा

6 May 2023
भोपाल।मध्‍य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के लिए भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियां तैयारी में जुटी हैं। कांग्रेस जहां भाजपा के कद्दावर नेताओं को तोड़कर अपने ताकतवर होने का संदेश दे रही है। वहीं, भाजपा कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को उनके घर में ही बांधने की रणनीति तैयार कर रही है।

पार्टी ने कांग्रेस के दिग्गज डा. गोविंद सिंह, अजय सिंह, जीतू पटवारी, सज्जन सिंह वर्मा, जयवर्धन सिंह, प्रियव्रत सिंह, लक्ष्मण सिंह, उमंग सिंघार, तरुण भनोत, बाला बच्चन, सचिन यादव जैसे नेताओं की घेराबंदी की रणनीति बनाई गई है। भाजपा इनके विरुद्ध दमदार प्रत्याशी भी उतारेगी और आक्रामक प्रचार के साथ उनके इर्द- गिर्द रहने वाले नेताओं को भाजपा में लाकर कमजोर करेगी।

कांग्रेस भाजपा के उन कद्दावर नेताओं पर डोरे डाल रही है, जिनके परंपरागत विधानसभा क्षेत्रों पर नए भाजपाइयों का कब्जा हो गया है। ऐसे नेताओं में दीपक जोशी जैसे पूर्व मंत्री शामिल हैं। जोशी जल्द ही कांग्रेस का दामन थामने वाले हैं।
कांग्रेस ऐसे नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल कराकर यह संदेश देना चाहती है कि भाजपा अब कमजोर पड़ रही है। प्रदेश में भी इससे माहौल भाजपा के प्रति माहौल खराब होता है।
भाजपा भी ऐसी रणनीति तैयार कर रही है कि कांग्रेस के जितने बड़बोले नेता हैं, उनकी ऐसी घेराबंदी की जाए कि वे चुनाव में अपने क्षेत्र से बाहर न निकल पाएं। भाजपा ने इन दिग्गज नेताओं के क्षेत्र में अपनी टीम उतार दी है। वहां के छोटे- मोटे नेताओं को भाजपा में लाने के प्रयास प्रारंभ कर दिए गए हैं। पंच-सरपंच, पार्षद हों या जिला-जनपद पंचायत के नेता, सभी को भाजपा अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है।
भाजपा की कांग्रेस के नेताओं को घर में बांधने और पार्टी में शामिल कराए जाने पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डा.गोविंद सिंह ने कहा कि वो अपनी चिंता करें। हमारा कोई भी नेता टस से मस नहीं होगा। भाजपा की नाव डूबने वाली है। पार्टी नेताओं की घेराबंदी तो काफी समय से की जा रही है। जनता इस चुनाव में भाजपा को मुहं तोड़ जवाब देगी।

"कृषक उत्पादक संगठनों का गठन एवं संवर्धन योजना लाभकारी होगी: कृषि मंत्री श्री पटेल
मुख्यमंत्री श्री चौहान का कृषि मंत्री ने प्रदेश के किसानों की ओर से माना आभार


5 May 2023
भोपाल।किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का प्रदेश के किसानों की ओर से आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि किसानों को समृद्ध करने के लिये बनाई गई नवीन "कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) का गठन एवं संवर्धन योजना'' बहुत लाभदायक साबित होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में गुरूवार को केबिनेट में योजना को स्वीकृति प्रदान की गई।

कृषि मंत्री श्री पटेल ने बताया कि प्रदेश में प्रत्येक विकासखण्ड में न्यूनतम 2 कृषक उत्पादक संगठन के गठन को प्रोत्साहित करने के लिये नवीन योजना बनाई गई है। योजना का संचालन कृषि विभाग द्वारा किया जायेगा। योजना में गठित होने वाले एफपीओ को हेण्ड होल्डिंग प्रदान की जायेगी। इससे एफपीओ के सदस्यों को गुणवत्तापूर्ण आदान एवं उन्नत कृषि यंत्र के साथ ही पोस्ट हॉर्वेस्ट तकनीक के उपयोग में सहायता मिलेगी। मंत्री श्री पटेल ने बताया है कि एफपीओ को बाजार से जोड़ा जायेगा।

मंत्री श्री पटेल ने बताया कि वर्ष 2025 तक संचालित होने वाली इस योजना में कुल 50 करोड़ की राशि का प्रावधान किया गया है। इसमें वर्ष 2023-24 के लिये 20 करोड़ 99 लाख एवं वर्ष 2024-25 के लिये 29 करोड़ एक लाख रूपये का प्रावधान किया गया है। योजना में 3 वर्षों के लिये प्रति एफपीओ अधिकतम 18 लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे। एफपीओ को इक्विटी अनुदान के रूप में प्रति किसान 2 हजार रूपये अधिकतम 15 लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे। कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में गठित राज्य स्तरीय क्रियान्वयन समिति द्वारा योजना का क्रियान्वयन किया जायेगा।

एमपी ट्रांसको ने ऊर्जीकृत किया प्रदेश का पहला 220 के.व्ही. 50 एम.व्ही.ए.आर. क्षमता का बस रियेक्टर

4 May 2023
भोपाल।एम.पी. ट्रांसको ने अपने 220 के.व्ही. सबस्टेशन पांढुर्ना में नवाचार करते हुए प्रदेश का पहला 50 एम.व्ही.ए.आर. क्षमता का बस रियेक्टर स्थापित कर ऊर्जीकृत करने में सफलता पायी है। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने इस उपलब्धि के लिए एम.पी. ट्रांसको के सभी कार्मिकों को बधाई देते हुए कहा कि करीब 8 करोड़ 67 लाख रूपये की लागत से स्थापित इस रियेक्टर के ऊर्जीकृत होने से अंतर्राज्यीय विद्युत पारेषण सुगम हो जायेगा।

मंत्री श्री तोमर ने कहा कि मध्यप्रदेश ने पहली बार 220 के.व्ही. वोल्टेज की बस पर 50 एम.व्ही.ए.आर. क्षमता का रियेक्टर ऊर्जीकृत किया है। इससे जहाँ ग्रिड अनुशासन का सुगमता से पालन हो सकेगा, वहीं पाढुंर्ना और महाराष्ट्र के कलमेश्वर सब-स्टेशन के मध्य में 220 के.व्ही. लाइन द्वारा महाराष्ट्र से अंतर्राज्यीय विद्युत का आदान-प्रदान नियंत्रित किया जा सकेगा।

मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कपंनी को रियेक्टिव पावर फीड होने के कारण लगने वाली संभावित पेनाल्टी देने से बचाने और क्षेत्र में हाई वोल्टेज की समस्या का समाधान करने के लिए मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कपंनी के अधीक्षण अभियंता श्री संजीव श्रीवास्तव ने इस रियेक्टर की डिजाइन और तकनीकी पैरामीटर सहित अन्य प्रक्रिया पूरी करायी।

हाई वोल्टेज को भी किया जा सकेगा नियंत्रित

बस रियेक्टर के ऊर्जीकृत होने से पांढुर्ना से जुडे़ 132 के.व्ही. सबस्टेशन मुल्ताई एवं बोरगांव को भी फायदा होगा, जहाँ कम लोड होने की दशा में हाई वोल्टेज के कारण समस्या आती थी।

पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी 6 मई को कांग्रेस ज्वाइंन करेंगे। कांग्रेस ने मौका दिया तो शिवराज को बुधनी में देंगे चुनौती

4 May 2023
भोपाल।पूर्व सीएम कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी 6 मई को कांग्रेस ज्वाइंन करेंगे। दीपक जोशी ने भाजपा नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए पूर्व सीएम कमलनाथ की तारीफ की। जोशी ने कहा कि वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। यदि पार्टी लड़ाएंगी तो शिवराज सिंह के खिलाफ बुदनी से चुनाव लड़ने को तैयार हैं।

दीपक जोशी ने बीजेपी पर उपेक्षा करने का आरोप लगाया है और इसलिए वह बीजेपी छोड़ 6 मई को कांग्रेस में शामिल हो जाएंगे. पूर्व शिक्षा मंत्री दीपक जोशी के इस फैसले से कांग्रेस उत्साहित है तो बीजेपी में खलबली मच गई है. मंगलवार को पूर्व मंत्री दीपक जोशी के यू टर्न लेने की बात सामने आई थी, हालांकि बाद में दीपक जोशी ने इसे खुद खारिज कर दिया. दीपक जोशी ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि वह 6 छह मई को कांग्रेस ज्वाइन करेंगे और साथ में अपने पिता स्व. कैलाश जोशी की तस्वीर लेकर भी जाएंगे.

दीपक जोशी ने कहा, 'मैं अपने पिताजी का पारम्परिक मकान छोड़ रहा हूं. अब मैं भोपाल में अपने बहनोई के घर रहूंगा. पूर्व विधायक जोशी ने कहा कि पिताजी भोपाल से सांसद रहे, लेकिन एक चीज का नामकरण भी उनके नाम पर नहीं किया. देवास में लंबी लड़ाई लड़ी, वहां भी नामकरण नहीं किया, आखिर ऐसा क्यों?. विचारधारा की बात नहीं है, जो पालेगा-पोसेगा अब मैं उनके साथ ही रहूंगा. कमलनाथ जी से प्रभावित हूं. उन्होंने सिर्फ तीन मिनट में ही पिताजी के स्मारक के लिए जमीन दे दी थी. बीजेपी ने 30 महीने में स्मारक को खडंहर बनाकर रख दिया.'

बता दें पूर्व सीएम कैलाश जोशी अपनी पार्टी बीजेपी में संत कहलाए जाते थे, उसकी वजह था कि 1967 से उन्होंने अपनी विधानसभा क्षेत्र बागली में बीजे का झंडा ऊंचा रखा. वह भोपाल लोकसभा सीट से सांसद भी चुने गए. बागली विधानसभा क्षेत्र बीजेपी का गढ़ है. यहां से साल 1962 में पहली बार कैलाश चंद्र जोशी भारतीय जनसंघ से विधायक चुने गए, इसके बाद 1967-1972 में भी जनसंघ से कैलाश जोशी विधायक बने. 1977 में जनता पार्टी से कैलाश जोशी विधायक बने, इसके बाद साल 1980, 1985, 1990 और 1993 में भी कैलाश जोशी बीजेपी की ओऱ से विधायक चुने गए. इसके बाद दीपक जोशी बीजेपी से विधायक निर्वाचित हुए. उन्हें मंत्री भी बनाया गया. हालांकि 2018 में वह चुनाव हार गए.

वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान आयकर विभाग मप्र-छत्तीसगढ़ द्वारा कर के सकल संग्रहण में पिछले वित्त वर्ष (2021-22) की अवधि की तुलना में 19.21 प्रतिशत की वृद्धि हुईः श्री मोहनिश वर्मा

3 May 2023
भोपाल।वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान दिनांक 31.03.2023 तक आयकर विभाग मप्र-छत्तीसगढ़ द्वारा कर के सकल संग्रहण में पिछले वित्त वर्ष (2021-22) की अवधि की तुलना में 19.21 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान मप्र-छत्तीसगढ़ में 35972.4 करोड़ रुपये का सकल संग्रहण विभाग द्वारा किया गया। यह बात श्री मोहनिश वर्मा, प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त (मध्य प्रदेश/छत्तीसगढ़) ने बुधवार को आयकर भवन भोपाल में आयोजित प्रेस मीटिंग में कही। उन्होंने बताया कि विभाग ने वित्त वर्ष 2022-23 में बड़ी कुशलतापूर्वक रिफंड (प्रतिदाय) जारी किए। वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान मप्र एवं छत्तीसगढ़ में निर्धारितियों को 7377.2 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया। यह तत्काल पूर्ववर्ती वर्ष 2021-22 की तुलना में 75 प्रतिशत अधिक है। श्री वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान 4226.2 करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया था। उन्होंने कहा कि करदाताओं की सेवाओं में सुधार के लिए विभाग ने रिफंड जारी करने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं।

श्री वर्मा ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 की तुलना में वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान प्रमुख शीर्ष टीडीएस के तहत संग्रह में 25.82 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा वर्ष 2022-23 के दौरान 2165 CPGRAMS याचिकाओं का निपटान किया गया। इस प्रकार 31.03.2023 तक 89 प्रतिशत याचिकाओं का निस्तारण किया गया है। उन्होंने कहा कि बेहतर करदाता सेवाएं प्रदान करना आयकर विभाग का मुख्य एजेंडा है।

कर्नाटक में बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की कांग्रेस की घोषणा पर नरोत्‍तम ने कमल नाथ से मांगा जवाब

3 May 2023
भोपाल।कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा अपने चुनावी घोषणा पत्र में प्रतिबंधित इस्‍लामिक संगठन पीएफआइ के साथ बजरंग दल पर भी प्रतिबंध लगाने की बात पर देशभर में सियासत गरमा गई है। भाजपा बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के कांग्रेस के वादे को 'बजरंगबली' से जोड़ते हुए लगातार हमलावर है। अब इस मुद्दे पर प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्‍तम मिश्रा ने कांग्रेस के साथ-साथ कमल नाथ को भी घेरा है और उनसे अपनी हनुमान भक्‍ति साबित करने की मांग की है। नरोत्‍तम मिश्रा ने इस संदर्भ में कमल नाथ को एक पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्‍होंने पूछा है कि क्या कमल नाथ बजरंग दल पर बैन लगाने की बात से सहमत हैं। वह खुद बजरंग दल पर बैन की मांग को लेकर क्या सोचते हैं, उसे लेकर स्थिति स्पष्ट करें।

नरोत्‍तम ने पत्र में लिखा - 'कमल नाथ जी, मैंने आपके कई वीडियो व चित्र देखे हैं, जिनमें भगवान बजरंगबली के प्रति आपकी भक्‍ति साधना प्रदर्शित की गई है। बजरंगबली के प्रति आपकी श्रद्धा-भक्‍ति समय-समय पर कई बार मीडिया के माध्‍यम से भी देखी और सुनी गई है। ऐसे में कोई भी बजरंग भक्‍त ऐसा नहीं होगा जो कर्नाटक में कांग्रेस द्वारा बजरंग दल पर प्रतिबंध की घोषणा से आहत न हुआ हो। आपकी पार्टी के दिग्‍गज नेता दिग्‍विजय सिंह भी कर्नाटक घोषणा पत्र के इस बिंदु से सहमत हैं और वह पूर्व में अपने मुख्‍यमंत्री रहते समय अपने कार्यकाल में बजरंग दल पर लगाए गए प्रतिबंध की बात को दोहरा रहे हैं। ऐसे में मेरा आपसे आग्रह है कि आप इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया से स्‍पष्‍ट करें कि आप इस निर्णय के पक्ष में हैं या विपक्ष में।

लाड़ली लक्ष्मी बेटियों के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश पर उनकी फीस राज्य सरकार भरेगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान

2 May 2023
भोपाल।मुख्यमंत्री ने लाड़ली लक्ष्मी बेटियों को दी "हाँ मैं भी लाड़ली हूँ" की टेगलाईन
लाड़ली लक्ष्मी बेटियों के लिए 9 से 15 मई तक प्रदेश में चलेगा विशेष अभियान
बेटियों की मुस्कान का उत्सव बना लाड़ली लक्ष्मी दिवस
मुख्यमंत्री निवास पर बेटियों के सम्मान, मार्गदर्शन और उनसे संवाद के लिए मना लाड़ली लक्ष्मी उत्सव

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश की लाड़ली लक्ष्मी बेटियों को "हाँ मैं भी लाड़ली हूँ" की टेगलाईन देते हुए कहा कि लाड़ली लक्ष्मी बेटियों का मेडिकल, आई.आई.टी., आईआईएम, विधि संस्थानों और अन्य प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश होने पर उनकी फीस राज्य सरकार द्वारा भरी जाएगी। लाड़ली लक्ष्मी बेटियों के लिए प्रदेश में 9 से 15 मई की अवधि में शहर और पंचायतों में विशेष अभियान चलाया जाएगा। इसमें 9 मई को खेल प्रतियोगिताएँ, 10 मई को लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली पंचायतों को पुरस्कार वितरण, 11 मई को वित्तीय और डिजिटल साक्षरता पर कार्यक्रम, 12 मई को स्वास्थ्य परीक्षण, नृत्य एवं गीत प्रतियोगिता, 13 मई को पुलिस थाना सहित शासकीय कार्यालयों का भ्रमण, 14 मई को ई-केवायसी के लिए अभियान और चित्रकला प्रतियोगिता तथा 15 मई को क्षेत्रीय पर्यटन स्थलों एवं अन्य अभिरूचि के स्थानों के भ्रमण का कार्यक्रम होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान लाड़ली लक्ष्मी दिवस पर मुख्यमंत्री निवास परिसर में बेटियों के सम्मान, मार्गदर्शन और संवाद पर केन्द्रित राज्य स्तरीय लाड़ली लक्ष्मी उत्सव को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक श्रीमती कृष्णा गौर, महापौर श्रीमती मालती राय, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती रामकुंवर सहित बड़ी संख्या में योजना की हितग्राही लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ एवं उनके अभिभावक उपस्थित रहे।

लाड़ली बेटियों ने किया राज्य स्तरीय उत्सव का संचालन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री निवास पधारी लाड़ली लक्ष्मियों का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। दीप प्रज्ज्वलन और कन्या-पूजन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मध्यप्रदेश गान और लाड़ली लक्ष्मी गीत के साथ आरंभ हुए कार्यक्रम में लाड़ली बेटी अवनि देशमुख ने स्वागत उद्बोधन दिया। बेटी चेतना साहू द्वारा प्रस्तुत गणेश वंदना और बेटी तनिष्का अरोरा द्वारा गाए गीत के बाद लाड़ली बेटियों ने समूह घूमर नृत्य, एकल नृत्य, लाड़ली लक्ष्मी योजना के प्रभाव पर नृत्य-नाटिका और आत्म-रक्षा के लिए मार्शल आर्ट का प्रदर्शन किया। बेटी खुशबू राऊत ने अपने जीवन संघर्ष और लाड़ली लक्ष्मी योजना से मिले प्रोत्साहन की जानकारी दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के प्रभावी मूल्यांकन पर प्रकाशित पुस्तिका का विमोचन किया और लाड़ली बालिकाओं को सम्मान और प्रमाण-पत्र वितरित किए। साथ ही लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली घोषित ग्राम पंचायतों को पुरस्कार भी प्रदान किए गए। मंच संचालन लाड़ली लक्ष्मियों द्वारा ही किया गया।

योजना से बेटियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण बदला

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना को 16 साल पूर्ण हो रहे हैं। प्रदेश में 44 लाख 85 हजार से अधिक लखपति लाड़लियों का परिवार बन गया, यह प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। बेटियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण बदला है। सभी क्षेत्रों में बेटियाँ अपनी प्रतिभा का परिचय दे रही हैं। बेटियों के प्रति दोयम दर्जे का व्यवहार न हो, बेटा-बेटी को समान माना जाए, इसी उद्देश्य से 16 साल पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना आरंभ की गई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज एवं परिवारों में बेटी को बोझ मानने के दृष्टिकोण से बहुत पीड़ा और वेदना होती थी।

लिंगानुपात सुधार से कारगर हुई योजना

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों की स्थिति में सुधार और समाज का दृष्टिकोण बदलने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना से शुरू किये गये प्रयासों की कड़ी में बालिकाओं की शिक्षा, उनके बेहतर स्वास्थ्य और आत्म-निर्भरता के लिए प्रशिक्षण आदि के लिए अनेक योजनाएँ आरंभ की गईं। बेटी का विवाह बोझ न माना जाए, इसके लिये मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना आरंभ की। इन सब प्रयासों का प्रदेश में सकारात्मक प्रभाव दिखाई दे रहा है। प्रदेश में एक हजार बेटों पर 956 बेटियाँ जन्म ले रही हैं। लिंगानुपात में हुआ यह सुधार समाज के बदले दृष्टिकोण का परिचायक है और यह राज्य सरकार के लिए बड़ी उपलब्धि है।

महिला सशक्तिकरण के लिए प्रयास जारी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियों को प्रगति के सभी अवसर उपलब्ध कराने के साथ महिला सशक्तिकरण के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। पुलिस और स्कूल शिक्षा सहित अन्य विभागों में होने वाली भर्तियों में आरक्षण की व्यवस्था तथा पंचायत और नगरीय निकायों में महिला आरक्षण इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

भोपाल की ग्राम पंचायत बनी लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली पंचायत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली ग्राम पंचायतों में भोपाल की ग्राम पंचायत रानी खजूरी की सरपंच श्रीमती आनंदी बाई यादव, ग्राम पंचायत भाटनी जिला विदिशा की सरपंच श्रीमती कैलाश बाई, सीहोर की ग्राम पंचायत फूडरा के सरपंच श्री तेज सिंह चौहान, रायसेन की ग्राम पंचायत सीयर मऊ के सरपंच श्री रमेश शाह और राजगढ़ की ग्राम पंचायत छापरा के सरपंच श्री कैलाश राजपूत को शॉल तथा प्रमाण-पत्र भेंट कर सम्मानित किया। उल्लेखनीय है कि ऐसी ग्राम पंचायतें जहाँ लाड़लियों का सम्मान हो, शत-प्रतिशत बालिकाएँ स्कूल में प्रवेशित हो, सभी का टीकाकरण हो, कोई बेटी कुपोषित नहीं हो, कोई बालिका अपराध नहीं हो और जहाँ बाल विवाह नहीं हो, उन पंचायतों को लाड़ली लक्ष्मी फ्रेंडली पंचायत घोषित किया जाता है।

उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए बालिकाओं का हुआ सम्मान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उत्कृष्ट उपलब्धियाँ प्राप्त करने वाली लाड़ली बालिकाओं झाबुआ की कुमारी मुस्कान भूरिया को तीरंदाजी प्रतियोगिता में राज्य स्तर पर स्वर्ण पदक, सिवनी की कुमारी हिमानी बघेल को राज्य स्तर पर इंस्पायर अवार्ड, रतलाम की कुमारी केशवी तिवारी को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कराटे में और रतलाम की ही कुमारी भव्या को खो-खो में राष्ट्रीय स्तर पर मिली उपलब्धि के लिए ट्राफी और प्रमाण-पत्र देकर सम्मानित किया। भोपाल की कुमारी अनुष्का दुबे ने ताइक्वांडो में ओपन नेशनल प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किया है, उनके प्रवास पर होने से कु. अनुष्का की बहन ने मुख्यमंत्री श्री चौहान से ट्राफी और प्रमाण-पत्र प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने तीन बालिकाओं को आश्वासन प्रमाण-पत्र भी प्रदान किए।

लाड़ली लक्ष्मियों ने दिखाये अपने हुनर

मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में हुए लाड़ली लक्ष्मी उत्सव का संचालन कक्षा 10वीं की बालिका सृष्टि मालवीय तथा रिमझिम त्रिपाठी ने किया।

संचालनकर्ता लाड़ली लक्ष्मी बालिकाओं ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के सम्मान में स्वरचित कविता " मामा को देखते ही चेहरे पर हँसी आ जाती है- यदि उदास भी हो मन तो खुशी खिल जाती है" और "बड़ी प्यारी लगती है तेरे चहरे की मुस्कान- प्यारी भांजियां हैं, मामा की जान-मामा की जान" पढ़ी।

कक्षा 12वीं की बेटी अवनि देशमुख ने अपने स्वागत उद्बोधन में कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना से बालिकाओं का विश्वास बढ़ा है और राज्य शासन द्वारा की गई विभिन्न व्यवस्थाओं से स्वयं पर गर्व का अनुभव होता है।

कार्यक्रम में जवाहर बाल भवन की बालिकाओं द्वारा मध्यप्रदेश गान और लाड़ली गान -'छूना है हमें आसमां' की प्रस्तुति दी। बालिका वैष्णवी, ऋषिका, किरण और सुहानी ने समूह घूमर नृत्य प्रस्तुत किया।

नादयोग गुरूकुल दल इंदौर द्वारा प्रस्तुत नृत्य-नाटिका में लाड़ली लक्ष्मी योजना के समाज पर प्रभाव और बेटी के प्रति बदले दृष्टिकोण को सुरूचिपूर्ण तरीके से प्रस्तुत किया गया।

मार्शल आर्ट्स में बालिकाओं ने आत्म-रक्षा के गुर, असामाजिक तत्वों से सावधान और सतर्क रहने तथा बचाव के तरीकों पर प्रस्तुति दी।

किसी भी हालत में प्रभावित न हों स्वास्थ्य सेवाएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख़्यमंत्री ने देर रात्रि वीडियो कांफ्रेंसिंग से कलेक्टर्स और कमिश्नर्स से की चर्चा


2 May 2023
भोपाल।मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्वास्थ्य सेवाएं अति आवश्यक सेवाओं के अंतर्गत हैं। इसमें अवरोध न आए। आकस्मिक एवं गंभीर सेवाओं का संचालन सुचारु रूप से हो, इसमें कोई कसर नहीं छोड़ें। स्ट्राइक पर जाना अनैतिक है, इसमें कार्यवाही का प्रावधान है। मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्थाएँ बनाएँ और पीजी चिकित्सकों की सेवाएँ लें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज देर रात्रि में मुख्यमंत्री निवास से वीसी के माध्यम से सभी जिलों के कलेक्टर्स और कमिश्नर्स को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, आयुक्त स्वास्थ्य सेवाएँ डॉ.सुदाम खाड़े और संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिला अस्पताल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्बाध स्वास्थ्य सेवाएँ सुचारू रूप से चलें। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाएँ। कलेक्टर्स- कमिश्नर और मेडिकल कॉलेज के डीन इलाज सुनिश्चित कराने के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ करें। गंभीर मरीजों के इलाज में व्यावधान न हो। चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था बनी रहे। निजी नर्सिंग होम में भी सतत संवाद बना कर रखें। पर्याप्त मात्रा में एंबुलेंस की व्यवस्था सतत बनी रहे। आयुष्मान योजना में प्राइवेट अस्पताल में इलाज का खर्च सरकार वहन करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंसान की जान बचाने के लिए डॉक्टर्स ही भगवान का रूप माने जाते हैं। इंसान की जिंदगी से खिलवाड़ न करें। हर जगह व्यवस्था कर लें। मरीजों को चिन्हित कर शिफ्ट करने की कार्यवाही हो। स्वास्थ्य सेवाएँ किसी भी स्थिति में प्रभावित न हों। मरीजों को इमरजेंसी में कोई परेशानी नहीं होना चाहिए। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों में पहले से बातचीत हो जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने कहा कि स्थानीय स्तर पर चिकित्सकों से संवाद कर लें । मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिलों के कलेक्टर्स और कमिश्नर्स से चर्चा की और व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की।
विद्युत की निर्बाध आपूर्ति होगी : गृह मंत्री डॉ. मिश्रा
6 करोड़ के 2 विद्युत उप-केन्द्र का शिलान्यास


1 May 2023
भोपाल।गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि सरकार सभी के लिये विद्युत की निर्बाध आपूर्ति के लिये प्रतिबद्ध होकर कार्य कर रही है। मंत्री डॉ. मिश्रा कृषि उपज मण्डी दतिया में 6 करोड़ 20 लाख रूपये की राशि के 2 विद्युत उप-केन्द्र के शिलान्यास समारोह को संबोधित कर रहे थे। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि दतिया में आरडीएसएस योजना में 5 करोड़ 40 लाख रूपये की लागत के नवीन 33/11 के.व्ही. उप-केन्द्र एवं एसएसटीडी योजना में 80 लाख रूपये की लागत के मण्डी में अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर विद्युत उप-केन्द्र का शिलान्यास किया गया है। अब क्षेत्रवासियों को वोल्टेज की समस्या से निजात मिल सकेगी। उन्होंने कहा कि दतिया में विद्युत की आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिये अब तक 197 करोड़ की लागत के कार्य किये गये हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में अटल ज्योति योजना में 24 घंटे बिजली पहुँचाने जैसे कार्यों के साथ विद्युत उप-केन्द्रों की स्थापना, खराब ट्रांसफार्मरों को बदलना, नवीन ट्रांसफार्मरों को लगाना एवं खम्बों से नंगे तारों के स्थान पर केबल डालने का कार्य शामिल है। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि सरकार द्वारा ग्रामीण उपभोक्ताओं और किसानों को लाभान्वित करने के निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं। किसानों को बिजली में सब्सिडी का लाभ दिया जा रहा है। उपभोक्ताओं के बिजली बिल माफ किये गये हैं। डॉ. मिश्रा ने कहा कि जन-कल्याण के लिये सरकार सबका साथ-सबका विकास के मूल मंत्र पर कार्य कर रही है।
शोधार्थी टॉपिक स्वयं तय करें, गाइड पर निर्भर न रहें: उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव

1 May 2023
भोपाल।उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि शोध को हमेशा से ही नौकरी पाने के परिप्रेक्ष्य से जोड़ा गया है। अनुसंधान की वजह ही मनुष्य की आंतरिक जिज्ञासा है। शोधार्थी अपनी जिज्ञासाओं के अनुरूप ही अपने विषय का चयन कर गाइड के पास जाएँ। मंत्री डॉ. यादव सोमवार को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट मैनेजमेंट भोपाल में मध्यप्रदेश के युवा पीएचडी शोधार्थियों की दो दिवसीय पीएचडी संगोष्ठी का शुभारंभ कर संबोधित कर रहे थे। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इस तरह के आयोजन में न सिर्फ शोधार्थियों बल्कि गाइड को भी शामिल करें। साथ ही गाइड के लिये भी संगोष्ठी हो, जिसमें विभिन्न विभागों के विषय-विशेषज्ञों को शामिल करें। डॉ. यादव ने कहा कि शोध कार्यों का प्रकाशन अब राज्य स्तर पर भी किया जाएगा।

संगोष्ठी एक बौद्धिक पर्व

अटल विहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने कहा कि संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य युवा शोधार्थियों के लिये एक परामर्श मंच देना है। यह एक बौद्धिक पर्व है। शोधार्थी आपस में संवाद करेंगे तो रिजल्ट में सुधार जरूर होगा। उन्होंने कहा कि संगोष्ठी से विभिन्न विषय के अलग-अलग शोधकर्ता अपने विषयों पर विचार व्यक्त कर एक दूसरे से सीख सकते है। पीएचडी विषयों का चुनाव विकसित भारत को ध्यान में रख कर होना चाहिए। संगोष्ठी में 38 संस्थाओं के लगभग 180 शोधकर्ताओं ने पंजीयन कराया है। फूड कमीशन ऑफ मध्यप्रदेश के अध्यक्ष प्रो. व्ही.के. मल्होत्रा ने कहा कि किसी भी देश का रिसर्च उसके भूतकाल और भविष्यकाल पर निर्भर है। उन्होंने कहा कि किसी भी नीति को बनाने में शोधकर्ताओं का कितना ईनपुट होता है यह बड़ा सवाल है। आज के युवाओं के पास क्रिएटिव सोच और कंस्ट्रक्टिव हुनर है। हमें यह देखना होगा कि इनका योगदान हम किस रूप में ले सकते हैं। प्रो. मल्होत्रा ने कहा कि रिसर्च मैथोडोलॉजी पर भी संवाद करना आवश्यक है। आईएफएम के निदेशक डॉ. के. रविचन्द्रन ने कहा कि युवा पीएचडी शोधार्थियों के लिये इस तरह का आयोजन समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि साक्ष्य आधारित कार्य में शोध महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अनुसंधान सर्वोपरि है। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर छतीसगढ़ के कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल ने कहा कि शोधार्थी को सबसे पहले यह जानना आवश्यक है कि पीएचडी करने का उसका उद्देश्य क्या है। उन्होंने कहा कि नौकरी पाना पीएचडी का उद्देश्य होगा तो देश कभी तरक्की नहीं करेगा। अगर राष्ट्र निर्माण में कोई योगदान नहीं कर रहे हैं तो शोध करना निरर्थक है। प्रो. चक्रवाल ने कहा कि शोध मात्र 500 पन्नों की फाईल न हों बल्कि ऐसा जर्नल बन कर तैयार हो, जिसे दुनिया आपके नाम से जाने और आपके शोध कार्यों पर अमल हो। निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग के अध्यक्ष डॉ. भरतशरण सिंह ने कहा कि वर्तमान समय ट्रांसफॉर्म और रिफॉर्म का है। रिसर्च के माध्यम से हमें भारत को विकासशील से विकसित राष्ट्र की ओर ले जाना है। इसमें शोधकर्ताओं की भूमिका अहम है। संस्थान के सीईओ श्री स्वतंत्र सिंह ने संगोष्ठी के उदे्श्यों के बारे में बताया। इस दौरान संस्थान के एडिशनल सीईओ श्री लोकेश शर्मा एवं सलाहकार उपस्थित थे।

दिल्ली में आयोजित इजरायल के 75 वे स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, भारतीय टीम के पूर्व कप्तान( ख्यातनाम क्रिकेटर)कपिल देव सहित कई गणमान्य हस्तियों ने लिया कार्यक्रम में हिस्सा...


1 may 2023
नई दिल्ली /भोपाल /हरदा।इजरायल राष्ट्र के 75 वें स्वतंत्रता दिवस को राजधानी दिल्ली में उत्साह और उमंग पूर्वक मनाया गया। इजरायल की सांस्कृतिक धरोहरों की प्रस्तुति के साथ एक शाम इजरायल की संस्कृति के नाम संगीतमय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वतंत्रता दिवस के इस आयोजन में मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल विशेष अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री पटेल का इजरायल दूतावास के राजदूत नाओर गिलोन और दूतावास में कार्यरत सभी साथियों ने भाव भीना स्वागत किया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान व ख्यातनाम क्रिकेटर कपिल देव , श्रीमती अमीनता थियाम

प्रमुख अधिकारी पपुआ गिनी राष्ट्र दूतावास ( अफ्रीका)एवं अन्य गणमान्य नागरिकों ने शिरकत की ।

प्रधानमंत्री को जनता से सीधे जोड़ती मन की बात : राज्यपाल श्री पटेल
राज्यपाल गणमान्य जन के साथ "मन की बात" कार्यक्रम में हुए शामिल


30 April 2023
भोपाल:प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100वें एपिसोड प्रसारण कार्यक्रम में राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल, प्रदेश के पद्म पुरस्कार से सम्मानित और मन की बात में उल्लेखित विभूतियों एवं आमंत्रित गणमान्य अतिथियों के साथ राजभवन में शामिल हुए। मन की बात कार्यक्रम का विशेष आयोजन राजभवन के विशाल सभागार सांदीपनि में किया गया।

मन की बात ने लोकतंत्र और शासन में जनता का विश्वास मजबूत किया

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कार्यक्रम प्रारंभ होने से पहले आमंत्रित अतिथियों को संबोधित कर कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के गुजरात मुख्यमंत्री कार्यकाल में उनके मंत्री-मंडल के सदस्य रूप में 14 वर्ष कार्य के अनुभव के आधार पर, वह कह सकते हैं कि श्री मोदी जी अत्यंत संवेदनशील व्यक्ति हैं। उनकी संवेदनशीलता में मानव और पशु समान रूप से शामिल हैं। श्री पटेल ने प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता के दो प्रसंगों का उल्लेख किया। बताया कि जब सासन गिर राष्ट्रीय उद्यान में एक सिंह के शिकार की घटना हुई, तब गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में श्री मोदी जी तत्काल घटनास्थल पर पहुँच गए थे। देर रात में प्राणों की चिंता किए बिना बीच जंगल में जाकर घटना की मौके पर समीक्षा की। इसी तरह सूरत शहर में आई बाढ़ के दौरान 14 फीट गहरे पानी के बीच नाव में बैठ कर बाढ़ पीड़ितों के दुख-दर्द को जानने अविलम्ब, उनके बीच पहुँच गए थे। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि लोकतांत्रिक राज व्यवस्था में प्रधानमंत्री को सीधे जनता से जोड़ने का अद्भुत प्लेटफार्म मन की बात कार्यक्रम है। मोदी जी असाधारण प्रतिभा सम्पन्न, सार्वभौमिक रूप से धनी वक्ता हैं, जो लोगों की बारीकियों पर ध्यान देते हैं। मनोभावों को समझ कर, उनसे सीधा संपर्क कायम कर लेते हैं। यही कारण है कि आज दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के सर्वाधिक प्रिय और विश्व के अद्वितीय राजनेता के रूप में उनकी पहचान बनी है। उन्होंने लोकतंत्र और शासन में लोगों के विश्वास को बहुत अधिक मज़बूत बनाया है। मन की बात के श्रोताओं को मोदी जी के द्वारा निःस्वार्थ भाव से काम करने, बदलाव लाने वालों की कहानियों को सुन कर, सेवा कार्यों, नवाचार की प्रेरणा और आत्मबल मिलता है।

मन की बात ने जनता को जनशक्ति बनाया

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मन की बात वास्तव में ऐसी जनक्रांति है, जिसकी पहुँच देश के कोने-कोने तक है। यह ऐसा करिश्मा है, जिसने जनता को जनशक्ति में बदल दिया है। सदी की सबसे बड़ी त्रासदी कोविड का सामना करने में भारत को सक्षम बनाया है। उन्होंने कहा कि मन की बात में की गई अपील ने आपदा के इस दौर में लोगों का मनोबल बढ़ाया, कोविड वॉरियर का उत्साहवर्धन किया है। जनता कर्फ्यू और वेक्सीनेशन जैसे प्रयासों को जन-आंदोलन में बदलने का अभूतपूर्व चमत्कार भी किया है। यह चमत्कार, इसलिए हुआ, क्योंकि संवेदनशील मोदी जी की मन की बात हर हिन्दुस्तानी के दिल की बात बन जाती है। यदि स्वतंत्र भारत के सबसे सफल सरकारी अभियान की बात करें तो नि:संदेह प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा शुरू किया गया स्वच्छता अभियान है। अभियान की सफलता का आधार प्रधानमंत्री द्वारा अभियान की शुरुआत के अगले दिन ही 3 अक्टूबर 2014 को मन की बात के पहले एपिसोड में देवालय से पहले शौचालय निर्माण की बात करते हुए लोगों को अभियान का अविभाज्य और महत्वपूर्ण हिस्सा बनाना था। यह प्रधानमंत्री श्री मोदी के प्रयासों का ही नतीजा है कि जन-सामान्य की सोच ऐसी बन गई है कि कोई भी आदमी अब घर, बाहर या सार्वजनिक जगह पर भी गंदगी नहीं करता। यदि कोई करता है तो लोग उसे रोकते और मना करते हैं। श्री पटेल ने कहा कि मन की बात एक भारत श्रेष्ठ भारत निर्माण की ऊर्जा शक्ति है जो विश्वगुरू के रूप में भारत को प्रतिष्ठित करने के प्रयासों की ताकत बन रही है।

पद्म पुरस्कार से सम्मानितों को स्मृति-चिन्ह

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की मन की बात कार्यक्रम के बाद राजभवन आए प्रदेश के पद्म पुरस्कार से सम्मानितों को स्मृति-चिन्ह भेंट किए। पद्म पुरस्कार से सम्मानित श्री विजय दत्त श्रीधर, डॉ. श्रीमती जनक पलटा, श्रीमती शांति परमार, श्री रमेश परमार, श्रीमती भूरी बाई और श्री कैलाश मड़बैया शामिल थे।

मन की बात के प्रसंगों की विभूतियों को स्मृति-चिन्ह

राज्यपाल श्री पटेल ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की मन की बात में मध्यप्रदेश के उल्लेखित प्रसंगों से सम्बद्ध विभूतियों को कार्यक्रम के बाद राजभवन में स्मृति-चिन्ह प्रदान किए। इनमें सुश्री ममता शर्मा, श्री सुभाष जिलोदिया, मास्टर तुषार, श्री आशाराम चौधरी, सुश्री उषा दुबे, श्री अतुल पाटीदार, सुश्री बबीता राजपूत, श्री राम लोटन कुशवाह, श्री अर्जुन सिंह, श्री रोहित सिसोदिया, श्री रजनीश, फील्ड डायरेक्टर पेंच टाइगर रिज़र्व, श्री ज्ञानेंद्र पुरोहित, श्रीमती मोनिका पुरोहित, सुश्री गीता, श्री प्रशांत धावले, सुश्री भावना डहेरिया, और सुश्री मंजु मंडलोई शामिल रहे।

प्रदर्शनी का शुभारम्भ

राज्यपाल श्री पटेल ने कार्यक्रम के बाद सांदीपनि सभागार में केंद्रीय संचार ब्यूरो द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। प्रदर्शनी आजादी के अमृत महोत्सव, नया भारत बदलता भारत तथा प्रधानमंत्री की मन की बात में मध्यप्रदेश के उल्लेखित प्रसंगों की विभूतियों की उपलब्धियों पर केंद्रित है। दो दिवसीय प्रदर्शनी 30 अप्रैल एवं 1 मई को अपराह्न 3 से शाम 6 बजे तक आमजन के अवलोकन के लिए खुली रहेगी। प्रारंभ में अपर महानिदेशक पत्र सूचना कार्यालय भोपाल श्री प्रशांत पाठरावे ने मन की बात के 100 वें एपिसोड के प्रसारण कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। आभार प्रदर्शन कार्यालय प्रमुख दूरदर्शन केंद्र भोपाल सुश्री नवनीत कौर ने आभार माना। राज्यपाल के प्रमुख सचिव श्री संजीव कुमार झा, सदस्य, सचिव राजभवन जनजातीय प्रकोष्ठ श्री बी. एस. जामोद, राज्यपाल के उपसचिव श्री स्वरोचिष सोमवंशी, राज्य एवं केंद्रीय सेवा के अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में गणमान्य अतिथि मौजूद थे।

प्रधानमंत्री श्री मोदी की "मन की बात" देश के जन-जन की बात : मुख्यमंत्री श्री चौहान

30 April 2023
भोपाल:100 एपिसोड होने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी का अभिनंदन मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहनों के साथ सुना "मन की बात" का 100 वां एपिसोड भोपाल के पीपुल्स माल में बहनों से किया संवाद
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की मन की बात देश के जन-जन की बात है। यह एक सामाजिक आंदोलन और जनक्रांति बन गई है। प्रधानमंत्री की "मन की बात" से बेहतर कार्य करने वाले अलग-अलग लोगों को समाज के सामने लाने का मौका मिला है। मन की बात कार्यक्रम के 100 एपिसोड पूरे होने पर प्रधानमंत्री श्री मोदी का हृदय से अभिनंदन करता हूँ। स्वच्छता आंदोलन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, जल-संरक्षण जैसे समाज-सुधार के साधनों और वोकल फॉर लोकल जैसी गतिविधियों को मन की बात से प्रोत्साहन मिला है। लोग अपनी भावनाओं का प्रकटीकरण भी प्रधानमंत्री श्री मोदी के सामने इस माध्यम से कर पाते हैं। देश में मन की बात ने सामाजिक क्रांति का शंखनाद किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 100 वें एपिसोड को भोपाल के पीपुल्स माल के सभागार में लाड़ली बहना योजना की अभ्यार्थियों के साथ सुना और कार्यक्रम के बाद उन्हें संबोधित भी किया। विधायक श्रीमती कृष्णा गौर सहित श्री लोकेश पाराशर, श्री सुमित पचौरी और बड़ी संख्या में क्षेत्र की महिलाएँ उपस्थित हुईं।

शहरों में भी बनेंगे महिला स्व-सहायता समूह

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मन की बात सुनने आईं लाड़ली बहना योजना की अभ्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि वे आँसू बहाने के लिए पैदा नहीं हुई हैं। बहन-बेटियाँ मजबूर न रहें, मजबूत बनें, इसके लिए राज्य सरकार अनेक कार्यक्रम और योजनाएँ संचालित कर रही है। बहनें संकल्प लें कि वे गरीब नहीं रहेंगी। राज्य सरकार द्वारा शहरों में भी महिला स्व-सहायता समूह गठित करने का अभियान शुरू किया जा रहा है। इसमें बहनों का बैंक लिंगेज सुनिश्चित किया जाएगा और अपने काम-धंधे आरंभ करने के लिए 2 प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। हमारा संकल्प है कि प्रत्येक महिला महीने में कम से कम 10 हजार रूपए कमाए और आत्म-सम्मान एवं आत्म-विश्वास के साथ जीवन जिये।

दो मई को मनेगा लाड़ली लक्ष्मी दिवस

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ईश्वर ने बेटा-बेटी को समान बनाया, परंतु ऐतिहासिक क्रम में महिलाओं के साथ दूसरे दर्जे का व्यवहार करना समाज की रीति ही बन गई। लोग बेटे को बुढ़ापे का सहारा और कुल का दीपक मानने लगे जबकि वास्तविकता यह है कि बेटी ही अंतिम समय तक माता-पिता का साथ देती है और किसी भी स्थिति में बेटों से कम नहीं है। विज्ञान के क्षेत्र में हुई प्रगति का भी बेटी के जन्म को रोकने के लिए उपयोग किया गया। पुरूष प्रधान समाज में बेटियों और बहनों की स्थिति निरंतर बद्दतर होती चली गई। पीड़ा और वेदना से भरे इस परिदृश्य को बदलने के लिए ही राज्य सरकार ने लाड़ली लक्ष्मी योजना, बेटियों की पढ़ाई के लिए विभिन्न योजनाएँ, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना सहित अनेकों योजनाएँ क्रियान्वित की। महिला सशक्तिकरण के लिए शासकीय सेवा, पंचायत और नगरीय चुनावों में आरक्षण और महिलाओं के नाम अचल संपत्ति के पंजीयन में विशेष छूट जैसी व्यवस्था की गई। महिलाओं ने भी उन्हें सौंपी गई हर जिम्मेदारी को बखूबी निभाया है। प्रदेश में 45 लाख बेटियाँ लाड़ली लक्ष्मी योजना से जुड़ी हैं, प्रदेश में 2 मई को लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनाया जाएगा।

10 जून महिलाओं के लिए क्रांति का दिन होगा- खाते में आएगी लाड़ली बहना योजना की राशि

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गरीब और निम्न मध्यम परिवार की महिलाओं की जिंदगी बदलने के लिए हमारी सरकार संकल्पित है। उन्हें आत्म-निर्भर बनाने में लाड़ली बहना योजना प्रभावी सिद्ध होगी। योजना में रोजमर्रा की जरूरतों की पूर्ति के लिए प्रतिमाह 1000 रूपए बहनों के खाते में डाले जायेंगे। राखी के बंधन को निभाने की भावना से साल में एक बार नहीं हर महीने बहनों को कुछ न कुछ देने के लिए ही लाड़ली बहना योजना में प्रतिमाह राशि जारी करने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में एक करोड़ 20 लाख से अधिक बहनों ने योजना में आवेदन किया है। सभी पात्र बहनों से अपील है कि वे योजना में आवेदन अवश्य करें। मई माह में आवेदनों की जाँच के बाद 10 जून को बहनों के खाते में राशि जारी की जाएगी। यह दिन महिलाओं के लिए क्रांति का दिन होगा।

मुख्यमंत्री के साथ बहनों ने सुर में सुर मिलाते हुए गाया गीत

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कृष्णा सामाजिक एवं सांस्कृति संस्था द्वारा महिलाओं को तीन माह का सेनेटरी नेपकिन नि:शुल्क उपलब्ध कराने के अभियान का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री का फूलों की विशाल माला पहना कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने "फूलों का तारों का सबका कहना है- एक हजारों में मेरी बहना है" गीत गाया, तो मौजूद हजारों बहनों ने मुख्यमंत्री के साथ सुर से सुर मिलाये।

कृषि मंत्री श्री पटेल ने ढाई करोड़ रूपए के निर्माण कार्यों का किया लोकार्पण
हरदा में प्रधानमंत्री श्री मोदी के "मन की बात" कार्यक्रम को सुना


30 April 2023
भोपाल:किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने रविवार को हरदा कृषि उपज मंडी परिसर में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के "मन की बात" कार्यक्रम के 100 वें एपिसोड को स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के साथ सुना। उन्होंने मंडी परिसर में लगभग ढाई करोड़ रूपए की लागत से नव-निर्मित कार्यों का लोकार्पण भी किया। जिला पंचायत अध्यक्ष श्री गजेंद्र शाह, श्री अमर सिंह मीणा और जन-प्रतिनिधियों सहित नागरिक मौजूद थे।

कृषि मंत्री श्री पटेल ने मंडी परिसर में मंडी बोर्ड निधि के एक करोड़ 54 लाख रूपए से निर्मित हाई राइज शेड और फल-सब्जी मंडी परिसर में 77 लाख रूपए की मंडी निधि से निर्मित 18 नग सेन्ड्री शॉप का लोकार्पण किया। उन्होंने 20 लाख रूपए लागत के कृषक विश्रामगृह सौंदर्यीकरण कार्य का लोकार्पण भी किया।

कृषि मंत्री श्री पटेल ने कार्यक्रम में हितग्राहियों को धारणाधिकार पत्र भी सौंपे। उन्होंने सर्वश्री रोहित पटेल, रामविलास मसानिया, रामनिवास विश्वकर्मा, कैलाश, जितेंद्र, महेश गीते, बालकृष्ण नागवे, जमुनादास और रवि को धारणाधिकार-पत्र सौंपे।

कृषि मंत्री श्री पटेल इजराइल के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर होंगे विशेष अतिथि
30 अप्रैल को दिल्ली दूतावास में होगा कार्यक्रम


29 April 2023
भोपाल:किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल 30 अप्रैल को इजराइल के 75वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष अतिथि होंगे। समारोह दिल्ली दूतावास में रविवार शाम 5:30 बजे होगा। मंत्री श्री पटेल रविवार को नई दिल्ली पहुँचेंगे। उल्लेखनीय है कि कृषि क्षेत्र में उन्नत इजराइली तकनीक से हरदा जिले के बोड़गाँव में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जा रहा है। राज्य शासन ने इसके लिये 35 हेक्टेयर भूमि भी देने के आदेश जारी कर दिये हैं।


मन की बात के 100 वें एपिसोड की विशेष स्क्रीनिंग कार्यक्रम का राजभवन में आयोजन
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल होंगे मुख्य अतिथि, आजादी का अमृत महोत्सव और नया भारत- बदलता भारत- बढ़ता भारत पर केंद्रित भव्य मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे


28 April 2023
भोपाल:प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आकाशवाणी के रेडियो कार्यक्रम मन की बात के सौवें एपिसोड के प्रसारण अवसर पर राजभवन भोपाल ,मध्य प्रदेश में विशेष स्क्रीनिंग कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। 30 अप्रैल 2023 को आयोजित इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के वे होनहार नागरिक जिनका कि उल्लेख प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में विभिन्न एपीसोड् में किया है, उनको विशेष रूप से आमंत्रित किया जाएगा। इनके अलावा इस कार्यक्रम में मप्र के पद्म पुरस्कार विजेताओं सहित विभिन्न गणमान्य नागरिक भी आमंत्रित किए जा रहे हैं। इस अवसर पर केंद्रीय संचार ब्यूरो और पीआईबी द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव और सेवा सुशासन एवं गरीब कल्याण पर केंद्रित भव्य मल्टीमीडिया प्रदर्शनी का भी आयोजन किया जा रहा है। इस भव्य प्रदर्शनी का उद्घाटन एवं स्क्रीनिंग कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में महामहिम राज्यपाल श्री मंगु भाई पटेल विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर आयोजित मल्टीमीडिया प्रदर्शनी दो दिन के लिए आयोजित की जा रही है। यह प्रदर्शनी 30 अप्रैल और 01 मई को दोपहर 3.00 बजे से शाम के 6.00 बजे तक आम नागरिकों के लिए उपलब्ध रहेगी। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा 3 अक्टूबर 2014 को रेडियो के माध्यम से मन की बात कार्यक्रम आरंभ किया गया था जो आज दिनांक तक जारी है । इसी कार्यक्रम का 100 वां एपिसोड 30 अप्रैल 2023 को सुबह 11:00 बजे प्रसारित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिभाशाली , होनहार नागरिकों का जिक्र प्रधानमंत्री ने विभिन्न समय में मन की बात में किया है उनमें मुख्य रूप से सुश्री ममता शर्मा ,आसाराम चौधरी, मास्टर तुषार, उषा दुबे, रजनीश जी, बबीता राजपूत, अर्जुन सिंह , रोहित सिसोदिया , फील्ड डायरेक्टर पेंच टाइगर रिजर्व , सुभाष सिसोदिया अतुल पाटीदार, अनुराग असाटी और पद्म पुरस्कार विजेता डॉक्टर जनक पलटा, शांति परमार और भूरी बाई विशेष रूप से आमंत्रित किए गए हैं ।इनके अलावा भी जिन लोगों का जिक्र मन की बात में मध्यप्रदेश के संदर्भ में हुआ है वह भी आमंत्रित किए गए हैं। इनमें प्रमुख हैं , कमलेश और कविता चंदवानी, मोचा ग्राम पंचायत , भावना, राम लोटन कुशवाह ,किशोरी लाल धुर्वे , मीना राहंगडाले ,भज्जू श्याम , शिवा चौबे , आशीष पारे, स्वाति श्रीवास्तव, अवनि चतुर्वेदी सहित अनेक नागरिकों का जिक्र किया गया था । इन सब नागरिकों को भी विशेष रूप से 30 अप्रैल को आयोजित इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया जा रहा है । यह कार्यक्रम दूरदर्शन एवं आकाशवाणी (प्रसार भारती ),केंद्रीय संचार ब्यूरो , पत्र सूचना कार्यालय ,पीआईबी , सूचना और प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। 30 अप्रैल 2023 को आयोजित विशेष स्क्रीनिंग कार्यक्रम में राजभवन के सांदीपनी सभागार में प्रधानमंत्री के मन की बात के सौवें एपिसोड का सजीव प्रसारण किया जाएगा जिसे दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के विभिन्न चैनलों पर भी अन्यत्र देखा जा सकेगा।
किसानों को संकट से पार ले जाने के लिए कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी - मुख्यमंत्री श्री चौहान

28 April 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में इस बार तीन दौर में ओला-वृष्टि और असामयिक वर्षा से फसलें खराब हुई थी। सरकार ने फसलों का सर्वे करा कर राहत राशि वितरण करने का निर्णय लिया है। संकट की घड़ी में सरकार किसानों के साथ खड़ी है। किसानों को संकट से पार ले जाने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश एकमात्र ऐसा राज्य है, जहाँ फसलों का नुकसान होने पर किसानों को सबसे अधिक राहत राशि प्रदान की जाती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास कार्यालय समत्व भवन से असामयिक वर्षा एवं ओलावृष्टि से प्रभावित किसानों को राहत राशि का वर्चुअली वितरण कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 159 करोड़ 52 लाख रूपए की राहत राशि का वितरण सिंगल क्लिक से किया। लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव, प्रमुख सचिव राजस्व श्री मनीष रस्तोगी तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। संबंधित जिलों से जन-प्रतिनिधि, कमिश्नर-कलेक्टर्स एवं किसान वर्चुअली जुड़े।

राहत राशि के साथ फसल बीमा योजना का लाभ भी मिलेगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसान दिन-रात खून-पसीना एक कर मेहनत करते हैं, तब अन्न के दाने घर आते हैं। संकट की घड़ी में सरकार किसानों की पूरी तरह मदद करेगी। जहाँ भी फसलों का नुकसान हुआ है, वहाँ का सर्वे कर राहत राशि प्रदान की जाएगी। फसल कटाई प्रयोग के आधार पर फसल बीमा योजना का लाभ भी किसानों को दिलाया जाएगा। राजस्व, कृषि और पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कर्मचारियों ने सर्वे कार्य किया है। सर्वे कार्य ठीक से कराने का पूरा ध्यान रखा गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राहत राशि का पैसा आपके खाते में आ जाएगा, इसके लिए मैं आपको बहुत-बहुत बधाई देता हूँ।

प्रभावित किसानों से कर्ज वसूली स्थगित

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा संकल्प किसानों को पूरी तरह मदद उपलब्ध कराने का है। प्रभावित किसानों से कर्ज वसूली स्थगित की गई है। प्रभावित किसानों के घर बेटी की शादी होने पर 55 हजार रूपए की मदद अलग से की जाएगी। किसानों को चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है। भरपूर राहत राशि प्रदान करने में कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। गेहूँ की समर्थन मूल्य पर खरीदी चल रही है। हमने फैसला किया है कि बारिश के कारण गेहूँ की चमक चली गई है, तो चमकविहीन गेहूँ भी खरीदा जाएगा।

फसलों के सर्वे से किसान पूरी तरह संतुष्ट

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विदिशा जिले के किसान श्री रामबाबू, सागर जिले के श्री प्राण सिंह, शिवपुरी की सविता यादव और मंदसौर के श्री दयाल सिंह से संवाद किया। उन्होंने किसानों से पूछा कि आपकी फसलों का सर्वे ठीक ढंग से हुआ था कि नहीं, आप संतुष्ट है या नहीं। सभी किसानों ने कहा कि फसलों का सर्वे बहुत अच्छे से हुआ, कोई परेशानी नहीं हुई, हम पूरी तरह से संतुष्ट हैं। किसानों ने कहा कि मुख्यमंत्री जी ने गरीबों के लिए बहुत अच्छा काम किया है।

पीएम मोदी पर मल्‍लिकार्जुन खरगे के विवादित बयान से भड़के नरोत्‍तम, बोले- कांग्रेस की मानसिकता ही जहरीली

28 April 2023
भोपाल:कनार्टक की एक चुनावी रैली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे द्वारा अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जहरीले सांप की तरह बताए जाने से उठा सियासी बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। भले ही खरगे ने अपने बयान के लिए बाद में सफाई देते हुए खेद व्‍यक्‍त किया हो, लेकिन भाजपा नेता लगातार उनके खिलाफ हमलावर हैं। प्रदेश के गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने खरगे के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वास्‍तव में कांग्रेस की मानसिकता, संस्‍कृति और विचारधारा ही जहरीली है। उन्‍होंने खरगे पर तंज कसते हुए कहा कि मैं हैरान हूं कि वो अपनी बातों में इतना ज़हर कहां से लाते हैं। क्या वो 10 जनपथ पर रिचार्ज कराने जाते हैं। गुजरात चुनाव हुए तो वहां बोल दिए। यहां चुनाव हुआ तो यहां बोल दिए। नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि दरअसल कांग्रेस की मानसिकता जहरीली है और इनकी संस्कृति भी जहरीली है। बोलने को लेकर ही राहुल गांधी को सजा हुई, बोलने को लेकर ही दिग्विजय सिंह पर आरोप तय हुए। ये जनाधारविहीन लोग हैं और चर्चाओं में रहने के लिए इस तरह के बयान देते रहते हैं। कांग्रेस की विचारधारा ही जहरीली होती जा रही है। अमृत महोत्सव और सुशासन के, गुड गवर्नेंस के जनक प्रधानमंत्री मोदी के लिए इस तरह की जहरीली बातें बोलना इनको शोभा नहीं देता। मोदीजी ने भारत के मान को विश्व में बढ़ाया है। आज पूरा भारत और विश्व मोदीजी के नाम पर गौरवान्वित होता है।

दिग्‍विजय सिंह पर भी कसा तंज

नरोत्‍तम ने कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्‍यमंत्री दिग्विजय सिंह पर भी तंज कसा। दिग्‍विजय ने हाल ही में एक जगह पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि वो कांग्रेस जोड़ने निकले हैं। उनके इस बयान पर नरोत्‍तम ने कहा कि दिग्विजय सिंह जो भी बोल रहे हैं, पहले से बोलते आएं हैं, पर कमल नाथ नहीं समझ रहे हैं। उनकी सभा में तो कोई नहीं आता। इसलिए वो कांग्रेस को इकट्ठा करते घूम रहे हैं और जहरीले बोल बोलते हैं।

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा 19 अप्रैल को वीसी के माध्यम से दिए गए दिशा-निर्देशों पर की गई कार्यवाही की डीजीपी ने की समीक्षा

27 April 2023
भोपाल:पेसा एक्ट के क्रियान्वयन में सकारात्मक भूमिका निभाएं : डीजीपी श्री सक्सेना
मुख्यमंत्री की मंशानुसार अपराधियों तथा माफियाओं को नेस्तनाबूद करने के लिए कठोर कदम उठाने के दिए निर्देश

मध्यप्रदेश के मुख्‍यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा प्रदेश में कानून-व्‍यवस्‍था के सुदृढ़ीकरण तथा विभिन्‍न माफियाओं को नेस्‍तनाबूद करने के दिशा-निर्देश 19 अप्रैल को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्‍यम से प्रदेश के सभी जोनल एडीजी/आईजी/एसपी को दिए गए थे। इन दिशा-निर्देशों के अनुक्रम में की जा रही कार्यवाही की विस्‍तृत समीक्षा आज गुरूवार 27 अप्रैल को पुलिस मुख्‍यालय से पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्‍सेना ने वीडियों कांफ्रेंस के माध्‍यम से की। इस वीडियों कांफ्रेंसिंग में सभी जोनल एडीजी/आईजी, इंदौर और भोपाल के कमिश्नर तथा सभी जिलों के एसपी/डीसीपी उपस्थित थे।

माफिया को नेस्तनाबूद करने के लिए प्रभावी कदम उठाएं :- डीजीपी

डीजीपी श्री सक्‍सेना ने निर्देश दिए कि माननीय मुख्‍यमंत्री जी की मंशानुसार अपराधियों तथा विभिन्‍न माफियाओं जैसे अवैध खनन, अवैध शराब, जुआ-सट्टा, चिटफंड माफिया, भू-माफिया, मिलावट माफिया को नेस्‍तनाबूद करने के लिए कठोर प्रभावशाली कदम उठाएं। मुख्‍यमंत्री जी के निर्देशानुसार त्‍वरित और प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करें। इन समाज विरोधी तत्‍वों पर वैधानिक कार्यवाही सतत् चलने वाली प्रक्रिया है अत: कार्यवाही इतनी सटीक और प्रभावशाली हो कि नजीर बन जाए। उन्होंने बैठक में कहा कि सभी अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि लोग अहाते बंद होने के बाद खुले में शराब न पीएं साथ ही निर्धारित स्थल के अलावा कहीं भी शराब विक्रय होने पर सख्त कार्रवाई करें।

उज्जैन पुलिस की तर्ज पर कार्रवाई करें :-

उन्‍होंने निर्देश दिए कि मुख्‍यमंत्री जी द्वारा नशे के तस्‍करों को समूल नष्‍ट करने के निर्देश के अनुक्रम में जिस तरह उज्जैन पुलिस ने पीआईटी-एनडीपीएस एक्‍ट के अंतर्गत ड्रग्स माफिया पर सख्ती दिखाते हुए 11 तस्करों को जेल में निरूद्ध किया था, उसी तरह प्रदेश के प्रत्येक जिले में पुलिस ऐसे मामलों को गंभीरता से ले और उचित कार्यवाही करें। उन्होंने निर्देश दिए कि मदरसों पर भी कड़ी निगाह रखी जाए और इस बात का ध्यान रखा जाए कि कहीं कोई राष्ट्रविरोधी आतंकवादी तत्व तो नहीं पनप रहे। बैठक में उन्होंने पेसा एक्ट के अंतर्गत प्रत्येक गांव में शांति एवं विवाद निवारण समिति की स्थापना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि प्रत्येक जिले के शत-प्रतिशत गांवों में समितियों की स्थापना हो जाए। उन्होंने कहा कि थानों में दर्ज सभी एफआईआर की जानकारी समितियों को दी जाए। साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि सभी समितियां प्रदेश के जिलों के विभिन्न ग्रामों में भ्रमण कर जनता को पेसा एक्ट के प्रति जागरूक करें।

महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाएं :

डीजीपी श्री सक्सेना ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की मंशानुसार मप्र में महिलाओं के विरूद्ध अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जा रही है। उन्होंने बेटियों-बहनों को बहला-फुसलाने या धर्मांतरण करवाने वालों पर कड़ी निगाह रखने और ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने नशे का अवैध कारोबार करने वालों पर उनकी आय को स्रोतों को नष्ट करने और समाज को नशे से मुक्त करने के लिए स्कूलों, कॉलेजों, बस्तियों, कॉलोनियों तथा अन्य स्थानों पर जनता को जागरूक करें। उन्होंने नशे से पीड़ित लोगों को मुख्यधारा में वापस जोड़ने के भी निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने पीएफआई तथा अन्य अतिवादी संगठनों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह काम सिर्फ एटीएस का नहीं है, सभी जिलों में पुलिस अधीक्षक भी इन आपराधिक तत्वों पर निगाह बनाएं रखें।

अपराधों की समीक्षा कर दिए आवश्यक निर्देश

डीजीपी श्री सक्सेना ने अपराधों की कमी और वृद्धि की जोनवार समीक्षा कर जोनल आईजी को निर्देशित किया कि प्रतिमाह अपने जोन में घटित अपराधों की समीक्षा करें। कहीं कोई वृद्धि परिलक्षित होती है तो उसके नियंत्रण हेतु समुचित कदम उठाएं। बैठक के दौरान डीजीपी श्री सक्सेना ने अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए प्रतिदिन शाम 6 से 9 बजे तक पैदल गश्त किए जाने के निर्देश दिए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में डीजीपी श्री सक्सेना ने पुलिसकर्मियों के बच्चों के लिए करियर काउंसलिंग तथा समर कैंप आयोजित किए जाने के भी निर्देश दिए।

पंचायत से लेकर राष्ट्रपति भवन तक महिलाएँ लहरा रही अपना परचम : राज्यपाल श्री पटेल

27 April 2023
भोपाल:लाड़ली बहना योजना से बहनें होंगी आर्थिक सशक्त, समाज में बढ़ेगा मान-सम्मान : मुख्यमंत्री चौहान
नारायणगंज में जुलाई से शुरू होगा कॉलेज एवं निवास अस्पताल का होगा उन्नयन 224 करोड़ से अधिक के विकास कार्यों का हुआ लोकार्पण एवं भूमि-पूजन राज्यपाल और मुख्यमंत्री मंडला जिले के देवरीकला में महिला महासम्मेलन में हुए शामिल

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान मंडला जिले के निवास क्षेत्र के जेवरा (देवरीकला) में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना महासम्मेलन एवं भू-अधिकार आवासीय पत्र वितरण कार्यक्रम में शामिल हुए। राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कार्य हो रहें हैं। इसी का परिणाम हैं कि आज महिलाएँ पंचायत भवन से लेकर राष्ट्रपति भवन तक नारी शक्ति के रूप में अपना परचम लहरा रही हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्रधानमंत्री मातृ वंदना, प्रधानमंत्री उज्जवला और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलने से अब वह आर्थिक एवं सामाजिक रूप से सशक्त हुई हैं। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में भी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जैसी अभिनव योजना के क्रियान्वयन से अब महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी, उनका स्वावलंबन और मान-सम्मान बढ़ेगा। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा जनजातीय क्षेत्र के विकास के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विशेषकर जनजातियों में पाये जाने वाले सिकल सेल रोग उन्मूलन के लिए प्रदेश सरकार द्वारा निःशुल्क उपचार एवं दवाइयों की सुविधा मुहैया कराई जा रही हैं। उन्होंने जिले की जनता से अपील की कि सिकल सेल एनीमिया जैसी गंभीर बीमारियों की जाँच गर्भावस्था के दौरान ही कराएं। राज्यपाल ने कहा कि मध्यप्रदेश के सभी 89 आदिवासी विकासखंडों में पेसा अधिनियम का क्रियान्वयन होने से ग्राम सभाएँ सशक्त हुई हैं। सभी ग्राम सभाएँ अधिनियम के अनुसार अपने दायित्वों का पूरी जिम्मेदारी से निर्वहन करते हुए अपने ग्राम के विकास में योगदान करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना गरीब बहनों की जिन्दगी बदलने वाली योजना है। योजना के माध्यम से प्रतिमाह बहनों के बैंक खाते में 1 हजार रूपए की राशि आ जाने से बहनें आर्थिक रूप से सशक्त होंगी और समाज में बहनों का मान-सम्मान भी बढ़ेगा। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना से महिलाओं के चेहरे पर खुशी देखकर मैं मानता हूँ कि मेरी जिन्दगी सफल हो गई है। बड़ी संख्या में उपस्थित बहनों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन पर पुष्प वर्षा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते की मांग पर नारायणगंज में जुलाई माह से महाविद्यालय प्रारंभ करने, मनेरी औद्योगिक क्षेत्र का विकास करने तथा निवास में अस्पताल का उन्नयन करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने किसी किसान के खेत को नुकसान पहुँचाये बिना 4 लिफ्ट एरिगेशन के माध्यम से नर्मदा नदी के पानी को किसानों के खेत तक पहुँचाने की परियोजना बनाने की बात कही।

30 तक करालें पंजीयन, लाड़ली बहना सेना बनेगी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपस्थित महिलाओं से अपील की कि सभी बहनें 30 अप्रैल तक अनिवार्य रूप से अपने आवेदन कर लें, ताकि हर पात्र बहन को लाड़ली बहना योजना का लाभ मिल सके। मई माह में प्राप्त आवेदनों की जांच तथा दावे-आपत्ति प्राप्त करने के उपरांत पात्र बहनों के खाते में 10 जून से प्रतिमाह 1 हजार रूपए की राशि आने लगेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक गाँव में 11-11 बहनों की लाड़ली बहना सेना का गठन किया जाए, जो योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ-साथ सामाजिक कुरूतियों के विरूद्ध आवाज उठाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिलाओं से कहा कि गरीबी के कुचक्र से निकलने के लिए सभी बहनें योजना में प्राप्त राशि से प्रतिमाह कुछ न कुछ बचत अवश्य करें। उन्होंने उपस्थित महिलाओं से आजीविका मिशन के अंतर्गत स्व-सहायता समूहों से जुड़ने एवं आर्थिक गतिविधियों में सहभागी बनकर अच्छी आय अर्जित करने की बात कही। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में नशे की प्रवृत्ति को समाप्त करने के लिए 1 अप्रैल 2023 से सभी शराब-अहाते बंद कर दिए गए हैं। मध्यप्रदेश की धरती में बेटियों से दुराचार करने वालों के लिए फाँसी की सजा का प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैंने समाज में हमेशा बेटा और बेटी में भेदभाव होते देखा है, इसलिए मुख्यमंत्री बनने के बाद सर्वप्रथम मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना बनाई जिससे कन्या के विवाह का खर्च माता-पिता के बजाय सरकार द्वारा किया जाने लगा है। लाड़ली लक्ष्मी योजना के लाभ से बेटियां जन्म के बाद लखपति होने लगी हैं। त्रि-स्तरीय पंचायत निर्वाचन में भी महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण देने की पहल से महिलाएँ पंच, सरपंच, नगरपालिका और जनपद, जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्य बनकर सरकार चला रही हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में महिलाओं के नाम पर संपत्ति क्रय करने पर स्टाम्प ड्यूटी में छूट का प्रावधान भी किया गया है। अब बहनों के नाम पर खेत, मकान, दुकान खरीदे जा रहे हैं।

पेसा नियम जनजातीय कल्याण से जुड़ा अधिनियम

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी 89 आदिवासी विकासखंडों में पेसा नियम का क्रियान्वयन कर स्थानीय निवासियों को जल, जंगल, जमीन के अधिकार देते हुए ग्रामसभाओं को सशक्त किया गया है। पेसा नियम के तहत ग्रामों में शांति एवं विवाद निवारण समितियों का गठन कर छोटे-मोटे विवाद अब पंच निर्णय के आधार पर निपटाए जाने लगे हैं। पुलिस अधीक्षक मंडला ने बताया कि जिले में 85 मामले बगैर एफआईआर दर्ज किए शांति एवं विवाद निवारण समिति द्वारा स्थानीय स्तर पर निराकृत किए गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि अधिनियम के प्रावधान अनुसार तेंदूपत्ता तोड़ने का अधिकार ग्रामसभाओं को दिया गया है। स्थानीय खनिज संसाधनों में भी जनजातीय सोसायटी, बहनों तथा स्थानीय नागरिकों को प्राथमिकता दी गई है। ग्रामों से मजदूरी के लिए व्यक्तियों को अन्य स्थान में ले जाने के पूर्व इसकी जानकारी ग्रामसभाओं को देने की अनिवार्यता की गई है।

जमीन का पट्टा देकर बना रहे जमीन का मालिक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिन गरीबों के पास रहने की जगह नहीं हैं। उनके लिए मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना बनाई गई है। ऐसे लोगों को जमीन का पट्टा देकर जमीन का मालिक बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ देकर सभी के पक्के आवास बनाए जा रहे हैं। जल जीवन मिशन में प्रदेश के प्रत्येक ग्राम में घर-घर नल से शुद्ध पेयजल पहुँचाने के लिए तेजी से कार्य किए जा रहे है। योजना के कार्य पूर्ण होने के बाद किसी भी बहन को पानी के लिए हेंडपंप तक नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि गरीब परिवार के बच्चों के लिये गुणवत्तायुक्त शिक्षा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए सीएम राईज स्कूल बनाए जा रहे हैं। प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी अब हिन्दी में हो रही है। केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फ़ग्गन सिंह कुलस्ते ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को महिलाओं को सशक्त करने के लिये लाड़ली बहना योजना लागू करने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि लोगों को आवश्यक मूलभूत सुविधाओं का लाभ मिले इसके लिए आज के कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शुभारंभ किया गया है। श्री कुलस्ते ने कहा कि नर्मदा नदी का जल किसानों के खेतों तक पहुँचे, इसके लिए सरकार लगातार प्रयास कर रही है।

विकास कार्यों का भूमि-पूजन-लोकार्पण और हितलाभ वितरण

राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने 224 करोड़ रूपए से अधिक के विकास कार्यों का भूमि-पूजन-लोकार्पण किया। साथ ही शासन की विभिन्न जन-कल्याणकारी योजना से लाभान्वित होने वाले हितग्राहियों को हितलाभ वितरण किया। कार्यक्रम का प्रारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं कन्या-पूजन से हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति और पर्यावरणीय-संरक्षण की पहल पर केन्द्रित ’धरती करे पुकार’ का मंचन हुआ। राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने विकास प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। राज्यपाल श्री पटेल एवं मुख्यमंत्री श्री चौहान को बहनों ने राखी भेंट की। साथ ही स्व-सहायता समूह की दीदियों द्वारा स्थानीय उत्पाद भेंट किये गये। कार्यक्रम में पूर्व राज्यसभा सांसद श्रीमती संपतिया उईके, जिले के प्रभारी मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, विधायक मंडला श्री देवसिंह सैयाम, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संजय कुशराम, नगर पालिका अध्यक्ष श्री विनोद कछवाहा, जन-प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में बहनें और नागरिक उपस्थित थे।

जनसेवा मित्रों, पेसा समन्वयक तथा जन अभियान परिषद के सदस्यों से संवाद

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सीएम जन-सेवा मित्र, पेसा समन्वयक तथा जन अभियान परिषद के सदस्यों के साथ संवाद भी किया। मुख्यमंत्री ने जिले में जन-सेवा मित्रों से लाड़ली बहना योजना सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जमीनी हकीकत का फीडबेक लिया। उन्होंने कहा कि जन-कल्याण के इस कार्यक्रम में जन-सेवा मित्र पूरे मन से जुड़ें। मुख्यमंत्री ने इस दौरान लाड़ली बहना योजना में बहनों के पंजीयन और योजना संबंधी मैदानी स्तर की प्रतिक्रियाओं की भी जानकारी ली।

पेसा नियम को सरल भाषा में समझाएँ

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पेसा समन्वयकों से कहा कि पेसा नियम जनजातीय कल्याण के उद्देश्य से लागू किया गया है। इसका जमीनी स्तर तक प्रभावी क्रियान्वयन आवश्यक है। उन्होंने कहा कि समन्वयक नियम को सरल भाषा में एवं सहज तरीके से समझाएँ। मुख्यमंत्री ने इस दौरान विवाद एवं शांति निवारण समिति के माध्यम से स्थानीय स्तर पर ही बिना पुलिस मुकदमों के विवाद निपटारे की जानकारी भी ली। उन्होंने लाड़ली बहना योजना एवं पेसा नियम का विभिन्न नवाचारों के माध्यम से व्यापक प्रचार-प्रसार के निर्देश दिए।

10 मई से चलेगा विशेष अभियान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संवाद कार्यक्रम में बताया कि आगामी 10 मई से समस्या निवारण के लिए विशेष अभियान प्रारंभ किया जा रहा है। अभियान के दौरान गाँव में ही शिविर लगा कर ग्रामीणों की समस्या का स्थानीय स्तर पर ही निदान किया जायेगा। जन-सेवा से जुड़े इस कार्य को पूरी आत्मीयता के साथ करें।

भारत विश्व का भविष्य और भारत का भविष्य युवा: राज्यपाल श्री पटेल
युवाओं को कौशल और उद्यमिता विकास के अभूतपूर्व अवसर उपलब्ध राज्यपाल श्री पटेल द्वारा राष्ट्रीय संगोष्ठी उद्घाटित


26 April 2023
भोपाल:राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा है कि भारत विश्व का भविष्य है। भारत का भविष्य युवा है। वर्ष 2070 तक भारत दुनिया का युवा देश बना रहेगा। दुनिया के श्रम बल की 21 प्रतिशत आबादी 2047 तक भारत में होगी। उन्होंने कहा है कि भविष्य के भारत में आवास, अवसंरचना, भोजन, शिक्षा, पानी, स्वास्थ्य, मनोरंजन और सामाजिक सुरक्षा की जरूरतों एवं मांगों का आकार और मात्रा बहुत विशाल हो जाएगा। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया है कि अपने कौशल और उद्यमिता के साथ सेवा और उत्पादन के क्षेत्र में बन रहे नए अवसरों का लाभ लेने के लिए आगे आएँ।
राज्यपाल श्री पटेल आज कुशाभाऊ ठाकरे अंतर्राष्ट्रीय कंवेन्शन सेंटर में आईसेक्ट राष्ट्रीय संगोष्ठी के उद्घाटन-सत्र को संबोधित कर रहे थे। दो दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन आत्म-निर्भर भारत के लिए सामाजिक उद्यमिता और कौशल विकास विषय पर चर्चा के लिए किया गया है।
राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में आज युवाओं को आकार और पैमाने दोनों लिहाज से कौशल और उद्यमिता विकास के अभूतपूर्व अवसर सरकार उपलब्ध करा रही है। सरकार तेज व्यवसायीकरण को दुनिया भर से पूँजी निवेश सर्वश्रेष्ठ नवाचार परिपाटियाँ लाने और प्रतिबद्ध नीतिगत हस्तक्षेपों के जरिए प्रोत्साहित कर रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सबल, समर्थ औश्र समृद्ध, आत्म-निर्भर भारत में स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने, नवाचार और उद्यमिता के लिए मजबूत समावेशी परिवेश बनाया है। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सरकार ने स्टार्टअप की वित्तपोषण की जरूरतों को पूरा करने के लिए फन्ड ऑफ फन्ड्स, सीड फंड स्कीम और क्रेडिट गारंटी स्कीम बनाई है।
देश में ज्ञान आधारित डिजिटल अर्थ-व्यवस्था भविष्य की प्रौद्योगिकी में नवाचार लॉजिस्टिक्स रक्षा अंतरिक्ष क्षेत्र में स्टार्टअप के लिए नये अवसर निर्मित हुए हैं। हरित हाइड्रोजन मिशन को 20 हजार करोड़ रूपए मिले है। पिछले वर्षों में रक्षा निर्यात 6 गुना बढ़ा है। कृषि बजट भी 1लाख 25 हजार करोड़ रुपए तक पहुँच गया है। औषधियों के क्षेत्र में अनुसंधान और नवोन्मेष को बढ़ावा देने के लिए उत्कृष्टता केंद्रों के जरिए नया कार्यक्रम शुरू किया गया है। सरकार, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में कौशल प्रशिक्षण के लिए देश में 30 स्किल इंडिया अंतर्राष्ट्रीय केन्द्र, तीन कृत्रिम मेधा उत्कृष्टता केन्द्र और फाइव जी एप्लीकेशन विकास के लिए 100 प्रयोग शालाएँ खोल रही है।
कुलाधिपति रविन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय श्री संतोष चौबे ने बताया कि मध्य भारत का पहला कौशल विकास विश्वविद्यालय आईसेक्ट द्वारा स्थापित किया जा रहा है। यह संस्थान का छठा विश्वविद्यालय होगा। उन्होने बताया कि आईसेक्ट सामाजिक उद्यमिता पर आधारित 37 हजार केन्द्रों का 27 राज्यों में संचालन कर रहा है। केन्द्र का मॉडल भारतीय भाषाओं और सोशल कनेक्ट पर आधारित है। उन्होंने बताया कि तकनीक के साथ कृषि के क्षेत्र में भी संस्थान द्वारा पहल की गई है।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी कैपिटल गुड्स एसएससी श्रीमती शालिनी सिंह ने कॉन्फ्रेन्स की-नोट प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि सम्मेलन भारत की डेमोग्राफिक विशिष्टताओं के आधार पर कौशल उन्नयन के द्वारा भारत को आत्म-निर्भर बनाने और निर्यात को बढ़ाने के प्रयासों पर केन्द्रित होना चाहिए। निदेशक आईसेक्ट डॉ. अदिति चतुर्वेदी ने आईसेक्ट की गतिविधियों और प्रकाशित पुस्तकों के संबंध में जानकारी दी। आईसेक्ट के सचिव डॉ. सिद्धार्थ चतुर्वेदी ने संगोष्ठी की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि संगोष्ठी का आयोजन श्रृंखला में किया जा रहा है। इसी तरह की 15 कॉन्फ्रेन्स का आईसेक्ट द्वारा आयोजन किया जाना है।
प्रारंभ में अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर शुभारंभ किया गया। आईसेक्ट और माइक्रोसॉफ्ट के मध्य सामाजिक उद्यमिता पर पारस्परिक समझौता किया गया। साथ ही युवा उद्यमियों का सम्मान भी किया गया।

70 सर्वसुविधायुक्त सीएम राइज विद्यालयों के लिये 2847 करोड़ 63 लाख रुपये स्वीकृत
1207 करोड़ 36 लाख रूपये की सिंचाई परियोजनाओं के लिए पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति
मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय


25 April 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक हुई। मंत्रि-परिषद ने स्कूल शिक्षा के प्रस्ताव और परियोजना परीक्षण समिति की अनुशंसा अनुसार प्रदेश में 70 सर्वसुविधायुक्त विद्यालयों के लिये अनुमानित लागत 2847 करोड़ 63 लाख रूपये से निर्माण किये जाने का निर्णय लिया। प्रदेश में सी.एम. राइज योजना के प्रथम चरण में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 275 विद्यालय विकसित किये जा रहे हैं।

1207 करोड़ 36 लाख रूपये की सिंचाई परियोजनाओं के लिए पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति

मंत्रि-परिषद द्वारा पन्ना जिले की रूंज मध्यम सिंचाई परियोजना लागत राशि 513 करोड़ 72 लाख रूपये, सैंच्य क्षेत्र 14 हजार 450 हेक्टेयर की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के 47 ग्रामों के 14 हजार 450 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा। मंत्रि-परिषद द्वारा मझगाँय मध्यम सिंचाई परियोजना लागत राशि 693 करोड़ 64 लाख रूपये सैंच्य क्षेत्र 13 हजार 60 हेक्टेयर रबी की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से पन्ना जिले की अजयगढ़ तहसील के 38 ग्रामों के 13 हजार 60 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।

नि:शुल्क भूमि आवंटन

मंत्रि-परिषद ने देवी अहिल्याबाई होल्कर स्मारक प्रतिष्ठान इन्दौर को ग्राम कस्बा इंदौर में 1.215 हेक्टेयर भूमि का निःशुल्क आवंटन करने का निर्णय लिया।

नगरीय क्षेत्रों की शासकीय भूमि धारकों के धारणाधिकार संबंध में अनुसमर्थन

मंत्रि-परिषद ने मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आदेश 31 फरवरी 2023 का अनुसमर्थन किया। नगरीय क्षेत्रों की शासकीय भूमि के धारकों के धारणाधिकार संबंधी मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना में नगरीय क्षेत्रों में शासकीय भूमि पर काबिज व्यक्तियों की पट्टा हेतु पात्रता अवधि (अधिभोग की तिथि) में वृद्धि कर 31 दिसम्बर, 2014 से बढ़ा कर 31 दिसम्बर, 2020 की जाये। नगरीय क्षेत्रों की शासकीय भूमि में धारकों के धारणाधिकार संबंधी विभागीय परिपत्र दिनांक 24 सितम्बर, 2020 की प्रक्रिया एवं उपबंधों का अनुसरण करते हुए ऐसे अधिभोगी जो 31 जुलाई 2023 तक सक्षम प्राधिकारी के समक्ष आवेदन करते हैं तो उन पात्र अधिभोगियों को नियमानुसार प्रब्याजि एवं भू-भाटक लेकर उनके अधिभोग के भूखंडों के 30 वर्षीय स्थाई पट्टे जारी किये जायें। ऐसे मामलों में जिनमें इस परिपत्र के जारी होने की दिनांक के पूर्व लिए गए निर्णयों के अनुसरण में प्रीमियम राशि जमा की जा चुकी है, उन्हें पुनः विचार हेतु नहीं खोला जाएगा और न ही उन्हें कोई राशि वापिस प्राप्त करने अथवा भविष्य में देय राशि के समायोजन की पात्रता होगी।

लाइनमेन के लिए जोखिम भत्ता की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने लाईनमेन के विपरीत एवं विषम परिस्थितियों तथा जोखिम भरे कार्य के दृष्टिगत निर्णय लिया गया कि प्रदेश की विद्युत वितरण कंपनियों में आउटसोर्स के माध्यम से नियोजित आई. टी. आई. उत्तीर्ण श्रमिक, जो कंपनी में लाइनमेन का कार्य कर रहे हैं, को श्रमायुक्त द्वारा निर्धारित प्रतिमाह वेतन के अतिरिक्त 1000 रूपये का जोखिम भत्ता प्रदान किया जायेगा। ऐसे कार्यरत लाइनमेन को कंपनियों द्वारा आयोजित प्रशिक्षण सफलतापूर्वक पूर्ण किए जाने एवं तत्संबंधी आयोजित परीक्षा उत्तीर्ण करने पर इस वर्ग में नियोजन की पात्रता होगी।

6 उत्पाद के लिए 10 जिलों का चयन

प्रदेश में जिले की विशेषता के आधार पर उनके द्वारा निर्मित उत्पाद की उत्पादन क्षमता में वृद्धि, ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग के लिये शासन द्वारा औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के माध्यम से एक जिला एक उत्पाद अंतर्गत जिलेवार उत्पादों का चयन किया गया है। मंत्रि-परिषद में कृषि संबंधी 6 उत्पाद अंतर्गत 10 जिलों में शामिल कोदो-कुटकी जिला अनूपपुर, डिंडौरी, मंडला, सिंगरौली, तुअर दाल जिला-नरसिंहपुर, चना जिला-दमोह. बासमती चावल जिला रायसेन, चिन्नौर चावल जिला-बालाघाट एवं सरसों जिला भिण्ड एवं मुरैना को 'एक जिला-एक उत्पाद' हेतु प्रशिक्षण एवं मूल्य संवर्धन योजना लागू करने का निर्णय लिया। योजना का क्रियान्वयन संचालक, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास, भोपाल के माध्यम से किये जाने का निर्णय लिया गया।

राजस्व न्यायालयों के कम्प्यूटरीकरण को स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने राजस्व न्यायालयों की कम्प्यूटरीकरण परियोजना RCMS 4.0. का विकास किए जाने के लिए आगामी 5 वर्षों (2023-24, 2024- 25, 2025-26, 2026-27 एवं 2027-28) के लिए तकनीकी एवं वित्तीय प्रस्ताव राशि 73 करोड़ 48 लाख 65 हजार का व्यय किये जाने तथा RCMS 4.0 का विकास किए जाने की अवधि में समानांतर रूप से RCMS परियोजना 3.0 को आगामी दो वर्षों (2023-24 एवं 2024-25) तक जारी रखने ₹9 करोड़ 78 लाख रूपये का व्यय किये जाने की स्वीकृति प्रदान की।

25 नवीन चलित एवं 20 नवीन स्थायी रसोई केन्द्रों की मंजूरी

मंत्रि-परिषद द्वारा दीनदयाल अन्त्योदय योजना के द्वितीय चरण में स्थापित 100 रसोई केन्द्रों के अतिरिक्त 20 निकायों में 20 नवीन स्थाई रसोई केन्द्र तथा ऐसे लोगों की मदद के लिये जो स्थाई रसोई केंद्रों पर नहीं पहुँच पाते हैं, उनके लिये 16 नगर निगम तथा पीथमपुर एवं मण्डीदीप में कुल 25 नवीन चलित रसोई केन्द्र (इस प्रकार कुल 45 नवीन रसोई केन्द्र) खोले जाने का निर्णय लिया गया। कोविड-19 महामारी के समय रसोई केन्द्रों की महत्ता भी प्रदर्शित हुई। इसलिये 26 फरवरी, 2021 को रसोई योजना के द्वितीय चरण में 52 जिला मुख्यालयों तथा 06 धार्मिक नगर मैहर, ओंकारेश्वर, महेश्वर, अमरकंटक, ओरछा एवं चित्रकूट में कुल 100 रसोई केंद्रों का संचालन आरंभ किया गया था। योजना में प्रत्येक जरूरतमंद को रुपये 10/- प्रति व्यक्ति की दर से भोजन उपलब्ध कराया जाता है। आज तक 01 करोड़ 62 लाख थालियों का वितरण किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश के नगरीय क्षेत्रों में व्यवसाय एवं श्रम कार्यों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से जरूरतमंद व्यक्तियों और परिवारों का आगमन होता है। शासन द्वारा प्रदेश के 55 नगरीय निकायों के 119 रैन बसेरा/आश्रय स्थलों में इनके लिये अस्थाई आश्रय तथा दीनदयाल अन्त्योदय रसोई योजना के प्रथम चरण 7 अप्रैल, 2017 से प्रदेश के 51 नगरीय निकायों के 56 रसोई केन्द्रों में किफायती दरों पर पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है।

972 पदों की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने चिकित्सा महाविद्यालय, ग्वालियर अंतर्गत 1000 बिस्तर नवीन निर्मित चिकित्सालय के संचालन के लिए नियमित स्थापना के 488 पद और आउटसोर्स के 484 पद विभिन्न संवर्ग को मिला कर 972 नवीन पद सृजित किये जाने की स्वीकृति प्रदान की गई।

328 करोड़ रूपये की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति

मंत्रि-परिषद द्वारा सतना में नवीन शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना हेतु पूर्व में जारी प्रशासकीय स्वीकृति 4 अक्टूबर, 2018 में प्रथम चरण के निर्माण कार्य हेतु स्वीकृत राशि 300 करोड़ रूपये के स्थान पर 328 करोड़ 79 लाख रूपये की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई।

फसल क्षति की सहायता राशि के मानदण्डों में संशोधन

मंत्रि-परिषद द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र खण्ड छ: क्रमांक 4 में वर्तमान में प्राकृतिक आपदा से फसल क्षति हेतु परिशिष्ट-1 (एक) (क) की तालिका के अनुक्रमांक 01 एवं 02 में संशोधन का अनुसमर्थन किया गया। लघु एवं सीमांत 0 से 2 हेक्टेयर तक कृषि भूमि धारित करने वाले कृषक/खातेदार को वर्षा आधारित फसल के लिए 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 5 हजार 500 रूपये, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 8 हजार 500 रूपये, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 17 हजार रूपये, सिंचित फसल के लिए प्रति हेक्टेयर 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 9 हजार 500 रूपये, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 16 हजार रूपये, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार 500 रूपये, बारामाही (पैरीनियल) (बोवाई/रोपाई से 6 माह से कम अवधि में 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर) फसल के लिये 9 हजार 500 रुपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, बारामाही (पैरीनियल) (बोवाई/रोपाई से 6 माह से अधिक अवधि के बाद 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने) पर फसल के लिये 16 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 21 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, सब्जी, मसाले तथा ईसबगोल की खेती के लिये 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 27 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर दिया जाएगा। 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर सेरीकल्चर (एरी. शहतूत और टसर) फसल के लिये 6 हजार 500 रूपये प्रति हेक्टेयर तथा मूंगा के लिये 8 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर दिया जाएगा। 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर सेरीकल्चर (एरी. शहतूत और टसर) फसल के लिये 13 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर तथ मूंगा के लिये 16 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर दिया जाएगा। इसी प्रकार लघु एवं सीमांत कृषक से भिन्न कृषक-2 हेक्टेयर से अधिक कृषि भूमि धारित करने वाले कृषक / खातेदार को वर्षा आधारित फसल के लिए 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 5 हजार रूपये, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 7 हजार 300 रुपये, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर प्रति हेक्टेयर 14 हजार 600 रूपये, सिंचित फसल के लिए प्रति हेक्टेयर 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 7 हजार रूपये, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 14 हजार 500 रूपये, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 29 हजार रूपये, बारामाही (पैरीनियल) (बोवाई/रोपाई से 6 माह से कम अवधि के बाद 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर) फसल के लिये 7 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, बारामाही (पैरीनियल) (बोवाई/रोपाई से 6 माह से अधिक अवधि के बाद 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर) फसल के लिये 13 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, सब्जी, मसाले तथा ईसबगोल की खेती के लिये 25 से 33 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 15 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 33 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 19 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर, 50 प्रतिशत से अधिक फसल क्षति होने पर 32 हजार रूपये प्रति हेक्टेयर अनुदान सहायता राशि दी जाएगी।

अन्य निर्णय

मंत्रि-परिषद द्वारा शासकीय नवीन महाविद्यालय, नंदानगर, इंदौर में स्नातक स्तर पर कला, विज्ञान एवं वाणिज्य संकाय प्रारंभ किए जाने हेतु 25 शैक्षणिक तथा 22 अशैक्षणिक नवीन पद सृजन की स्वीकृति प्रदान की गयी।

कृषि अधिकारी किसानों का भविष्य बनाने प्रामाणिक सेवाएँ दें: मुख्यमंत्री श्री चौहान
आगामी 15 अगस्त तक भर दिए जायेंगे एक लाख सरकारी पद
मुख्यमंत्री ने 87 महिला अधिकारी सहित 251 कृषि अधिकारियों को सौंपे नियुक्ति-पत्र


25 April 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कृषि क्षेत्र, अर्थ-व्यवस्था को मजबूत बनाने का कार्य करता है। मध्यप्रदेश ने कृषि के क्षेत्र में काफी प्रगति की है। विभाग में पदस्थ किए गए वरिष्ठ कृषि विकास और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को किसानों का जीवन बदलने का जिम्मा मिला है। प्रदेश के किसानों का भाग्य बदलने और उनका भविष्य बनाने का महत्वपूर्ण दायित्व नव-नियुक्त कृषि अधिकारियों पर है। मध्यप्रदेश कृषि क्षेत्र में काफी आगे है। नव-नियुक्त कृषि अधिकारी परिश्रम और प्रामाणिकता से सेवाएँ देते हुए यह संकल्प लें कि किसानों के जीवन को बदलने का माध्यम बनेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कृषि विभाग के साथ अन्य विभागों में भी रिक्त पदों को भरने का अभियान चल रहा है। आगामी 15 अगस्त तक विभिन्न विभागों में करीब एक लाख पदों की पूर्ति का कार्य पूरा हो जाएगा। नौजवानों को काम देकर मध्यप्रदेश को समृद्ध बनाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व भवन में 251 वरिष्ठ कृषि विकास और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किये। इनमें 87 महिला अधिकारी शामिल हैं।

कृषि अधिकारी प्रमाणिकता से कार्य कर अपने दायित्व को पूर्ण करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नव-नियुक्त अधिकारियों की किसानों के लिए समर्पित भूमिका होगी तो वे जीवन सार्थक बना सकेंगे। मुख्यमंत्री ने नव-नियुक्त अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि कार्य के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण से हम किसानों की जिंदगी बदलने का कार्य कर सकते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक कहानी के माध्यम से एक कार्य करने वाले तीन श्रमिकों के तीन दृष्टिकोण का उल्लेख किया और कहा कि जो हमें दायित्व मिला है उसे सौभाग्य मान कर करें, इसी में सार्थकता है।

कृषि क्षेत्र में निरंतर आगे मध्यप्रदेश

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में 700 प्रतिशत अनाज उत्पादन बढ़ा है। देश की अर्थ-व्यवस्था में मध्यप्रदेश का योगदान बढ़ रहा है। प्रदेश की कृषि विकास दर बढ़ी है। आज मध्यप्रदेश भारत का फूड बास्केट कहलाने लगा है। देश के कुल खाद्यान्न उत्पादन का 10वाँ हिस्सा सिर्फ मध्यप्रदेश उत्पन्न करता है। मध्यप्रदेश का सोयाबीन, दालें, मसाले और अदरक उत्पादन में देश में प्रथम गेहूँ, मक्का और प्याज उत्पादन में द्वितीय, तिलहन और सुगंधित पौधों के उत्पादन में तृतीय स्थान है। प्रदेश में कृषि की नई तकनीक के उपयोग के साथ ही जैविक और प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कृषि क्षेत्र में कार्य की निरंतर अपार संभावनाएँ होती हैं। खेती से अर्थ-व्यवस्था बदलती है। एक समय था जब भारत में अन्य देशों से गेहूँ आता था। अब स्थिति भिन्न है। कृषि का तेजी से विकास हुआ। उत्पादन बढ़ा तो बाजार में खरीदी बढ़ी, कारखानों के पहिए चले तो संपूर्ण अर्थ-व्यवस्था को मदद मिली। प्रदेश में वर्ष 2012-13 में एक लाख करोड़ का बजट था, जो वर्ष 2020-21 में 2 लाख करोड़ से आगे बढ़ गया और वर्ष 2023 में 3 लाख 14 हजार करोड़ हो गया। प्रदेश में प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आय भी बढ़ी है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति औसत वार्षिक आय कभी सिर्फ 11 हजार थी, जो अब बढ़ कर 1 लाख 40 हजार हो गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रतीक स्वरूप कुछ अधिकारियों को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए। उन्होंने नव-नियुक्त अधिकारियों के साथ समूह छायाचित्र भी खिंचवाए। किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल ने कहा कि मध्यप्रदेश, देश में कृषि क्षेत्र में अग्रणी है। उन्होंने गत वर्ष कृषि के क्षेत्र में किये गये प्रयासों के बारे में भी बताया। श्री पटेल ने कहा कि किसानों को फसलों की क्षति के लिए राहत राशि भी दी जाती है। अनाज उत्पादन की खरीदी और राशि के भुगतान का कार्य समय पर होता है। किसानों को उनकी उपज का अधिक से अधिक मूल्य दिलवाने के प्रयास किए गए हैं। प्रारंभ में अतिथियों का पुष्प-गुच्छ से स्वागत किया गया। अपर मुख्य सचिव, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास श्री अशोक वर्णवाल और आयुक्त किसान-कल्याण एवं कृषि विकास श्री सेल्वेंद्रन भी उपस्थित थे। उप संचालक कृषि डॉ. पूजा सिंह ने संचालन किया।

नियुक्ति के साथ मिली है खुशी

आज जिन 251 युवाओं को नियुक्ति मिली है उनमें खरगोन जिले के श्री मुकेश बडोले, धार जिले के श्री मिश्रीलाल वास्केल, सीहोर जिले की सुश्री मधु मालवीय और श्री अनिल कुमार अजनेरिया साधारण परिवारों से आते हैं। इन सभी ने बताया कि किसानों के कल्याण के लिए कार्य करने का अवसर मिलने पर उन्हें रोजगार के साधन के साथ ही हृदय से प्रसन्नता प्राप्त हुई है। पूरे परिश्रम से अपने दायित्व को निभाने के लिए संकल्पबद्ध हैं।

कृषि विभाग में पदों को भरने की प्रक्रिया जारी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री निवास सभा कक्ष में आज 251 ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी को नियुक्ति-पत्र प्रदान किए। इनमें 241 पद ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी और 10 पद वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी के हैं। इनमें 164 पुरूष और 87 महिलाएँ शामिल हैं। विभाग में नियमानुसार विभिन्न स्तर पर रिक्त पदों को भरने के लिए नियुक्तियाँ की जा रही हैं। कुल 2805 पदों को भरने के लिए प्रक्रिया जारी है। इनमें सर्वाधिक पद 1852 ग्रामीण विस्तार अधिकारियों के हैं। इसके अलावा वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी, प्रयोगशाला सहायक, स्टेनोग्राफर वर्ग तीन, स्टेनो टाइपिस्ट, ब्लाक टेक्नालॉजी मैनेजर, कम्प्यूटर आपरेटर, एकाउंटेंट और असिस्टेंट टेक्नालॉजी मैनेजर आदि के पद शामिल हैं।

भारत को विकसित देश बनाने के लिए गाँवों की सामाजिक, आर्थिक और पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत बनाना होगा: प्रधानमंत्री श्री मोदी
हमारी सरकार ने करोड़ों दीदियों को लखपति दीदी बनाया मध्यप्रदेश की नारी शक्ति बधाई की पात्र
गाँव के हित हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता पीएम स्वामित्व योजना में मध्यप्रदेश में हुआ बेहतर कार्य समावेशी विकास के लिए हर नागरिक को जुटना होगा
हम सब को समझना होगी "धरती की पुकार" डबल इंजन सरकार ने की खुशियाँ डबल
4 लाख 11 हजार लाभार्थियों को कराया गृह प्रवेश म.प्र को दी 2300 करोड़ से अधिक की रेल परियोजनाओं की सौगात
7853 करोड़ की समूह जल प्रदाय योजनाओं का किया शिलान्यास ई-ग्राम स्वराज और ई-जैम एकीकृत पोर्टल का किया लोकार्पण
प्रधानमंत्री श्री मोदी रीवा में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए
प्रधानमंत्री की मंशानुरूप किसानों की आय दोगुना करने का काम मध्यप्रदेश की धरती पर हुआ पूरा : मुख्यमंत्री श्री चौहान


24 April 2023
भोपाल:प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि गाँव- गरीब का जीवन आसान बनाने के लिए केंद्र सरकार ने जो योजनाएँ बनाई हैं, उन्हें पंचायती राज संस्थाएँ प्रभावी तरीके से जमीन पर उतार रही हैं। आज मध्यप्रदेश के विकास से जुड़ी 17 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण हो रहा है। यह परियोजनाएँ प्रदेशवासियों का जीवन आसान बनाने में मददगार होंगी। साथ ही रोजगार सृजन के नए अवसर भी निर्मित होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना में मध्यप्रदेश सरकार ने उल्लेखनीय प्रगति दर्ज कर बेहतरीन कार्य किया है। मध्यप्रदेश की 50 लाख से अधिक महिलाएँ स्व-सहायता समूह से जुड़ी हैं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में मध्यप्रदेश की नारी शक्ति को मैं बधाई देता हूँ। प्रधानमंत्री ने बताया कि आज राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के इस कार्यक्रम से देश के 30 लाख से ज्यादा पंचायत प्रतिनिधि जुड़े हैं। यह भारत के लोकतंत्र की सशक्त तस्वीर है। हम सभी जनता के प्रतिनिधि हैं और देश तथा लोकतंत्र के लिए समर्पित हैं। "जन सेवा से राष्ट्र सेवा" ही हम सब का लक्ष्य है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर देशभर की पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचित प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के साथ-साथ विशेष ग्राम सभाओं को संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल श्री मंगू भाई पटेल, मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री श्री गिरिराज सिंह की उपस्थिति में रीवा के विशेष सशस्त्र बल मैदान में राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह से प्रधानमंत्री श्री मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के 4 लाख 11 हजार हितग्राहियों को वर्चुअल गृह प्रवेश कराया। साथ ही मध्यप्रदेश में जल जीवन मिशन की 7853 करोड़ रूपये की लागत की रीवा, सतना और सीधी जिलों के लिए स्वीकृत 5 बड़ी समूह जल-प्रदाय योजनाओं का शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के रेल नेटवर्क के शत-प्रतिशत विद्युतीकरण को राष्ट्र को समर्पित कर 2300 करोड़ रूपये से अधिक की रेल परियोजनाओं का लोकार्पण, शिलान्यास एवं शुभांरभ किया।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हम विकसित भारत के सपने को साकार करने के लिए समर्पित भाव से निरंतर प्रयासरत हैं। विकसित भारत के लिए गाँवों की सामाजिक, आर्थिक व्यवस्था में सुधार और पंचायती राज व्यवस्था को सुदृढ़ करना आवश्यक है। हमारी सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य कर रही है। देश में वर्ष 2014 के पहले पंचायतों के लिए मात्र 70 हजार करोड़ रूपये का वित्त आयोग का अनुदान था, जो हमारी सरकार के दौरान 2 लाख करोड़ से अधिक का हुआ है। पंचायतों को सुदृढ़ करने की दिशा में पिछले 8 साल में 30 हजार से अधिक पंचायत भवनों का निर्माण किया गया है। पंचायतों तक ऑप्टिकल फायबर की कनेक्टिविटी का विस्तार करते हुए 2 लाख से अधिक गाँवों में ऑप्टिकल फायबर का जाल बिछाया गया है। स्वतंत्रता के पहले से देश में व्यवस्था का आधार रही पंचायती राज संस्थाओं पर पिछली सरकारों ने भरोसा नहीं किया। पंचायतों के नाम पर केवल खानापूर्ति की गई। हमारी सरकार ने वर्ष 2014 के बाद पंचायतों के सशक्तिकरण का बीड़ा उठाया और आज परिणाम सामने हैं। पंचायतें देश के विकास की प्राण-वायु बन कर उभरी हैं।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि पंचायतों की मदद से गाँव और शहरों के बीच की खाई को कम करने की प्रयास भी निरंतर जारी है। डिजिटल माध्यम से पंचायतों को स्मार्ट बनाया जा रहा है। अमृत सरोवरों के निर्माण में ड्रोन से सर्वे कराने के साथ निर्माण प्रक्रिया में अद्यतन तकनीक का उपयोग किया गया है। आज लोकार्पित किया गया एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल पंचायतों को अधिक सशक्त और उनकी व्यवस्था को अधिक पारदर्शी बनायेगा। आधुनिक तकनीक का लाभ प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना में स्पष्टत: दिखाई दे रहा है। गाँवों के आबादी क्षेत्र के ड्रोन टेक्नोलॉजी से हुए सर्वे और मानचित्रीकरण से सम्पत्ति के संबंध में बनने वाली विवाद की स्थितियाँ निर्मूल हुई हैं। देश के 75 हजार गाँवों में इसका कार्य पूर्ण हो गया है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश की आधी से अधिक आबादी गाँवों में रहती है। उनकी बेहतर व्यवस्था के बिना देश आगे नहीं बढ़ सकता। हमारी सरकार ने वर्ष 2014 के बाद गाँवों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। उज्ज्वला योजना में रसोई गैस के 10 करोड़ से अधिक कनेक्शन और गाँवों में 3 करोड़ 75 लाख से अधिक आवासों का निर्माण इसका स्पष्ट प्रमाण हैं। प्रधानमंत्री सौभाग्य योजना से गाँवों के लाखों घरों में बिजली पहुँची है। जल जीवन मिशन से देश के 9 करोड़ से अधिक ग्रामीण परिवारों को घर में नल से जल मिल रहा है। इनमें से 60 लाख घर मध्यप्रदेश के हैं। पिछली सरकारों ने गाँव के लोगों का देश के बैंकों पर अधिकार ही नहीं माना। गाँव के लोगों के न बैंक में खाते थे और न ही उन्हें बैंक से कोई सुविधा मिल पाती थी। हमारी सरकार ने जन-धन योजना में 40 करोड़ से अधिक लोगों के बैंक खाते खुलवाए, पोस्ट ऑफिस का उपयोग कर गाँवों तक बैंकों की पहुँच बढ़ाई और बैंक मित्र एवं बैंक सखी के माध्यम से लोगों को बैंकों से जोड़ा। इस अभियान का प्रभाव गाँवों में स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहा है। खेती-किसानी से लेकर व्यापार तक में ग्रामीणों को बैंकों की मदद मिल रही है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में करीब ढाई लाख करोड़ रूपए सीधे किसानों के खातों में भेजे गए हैं। इस योजना से मध्यप्रदेश के लगभग 90 लाख किसानों को 18 हजार 500 करोड़ रूपए मिले हैं। रीवा के किसानों को इस निधि से लगभग 500 करोड़ रूपए प्राप्त हुए हैं। एमएसपी बढ़ाने से गाँवों में अतिरिक्त राशि पहुँच रही है। साथ ही गाँव में रहने वाले गरीब परिवारों को कोरोना काल से मुफ्त राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। गरीब कल्याण की इस योजना पर भी 3 लाख करोड़ रूपए से अधिक खर्च किए जा रहे हैं। गाँवों में हो रहे इन कार्यों से रोजगार के अवसर सृजित हो रहे हैं। गाँव के युवाओं को स्व-रोजगार के लिए प्रेरित करने के उद्देश्य से संचालित मुद्रा योजना में 24 लाख करोड़ रूपये की मदद दी गई है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि धरती हमारी माँ है और माँ को मारने का हक किसी को नहीं है। खेती में बढ़ते रासायनिक उर्वरक और कीटनाशकों के उपयोग ने धरती के लिए संकटपूर्ण स्थिति निर्मित कर दी है। सभी पंचायत प्रतिनिधियों को धरती की सेहत सुधारने के लिए कृत-संकल्पित होना होगा। हम प्राकृतिक खेती अपना कर और लोगों को यह पद्धति अपनाने के लिए प्रेरित कर अपना योगदान दे सकते हैं। पंचायतें प्राकृतिक खेती पर केन्द्रित जन-जागरण अभियान चलाएँ।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश में रेलवे नेटवर्क के विस्तार से प्रदेशवासियों को हुए लाभ, पर्यटन की बढ़ती संभावनाओं और रोजगार के नए अवसरों तथा किसानों, विद्यार्थियों, कारोबारियों को होने वाली सुविधा पर भी विस्तार से प्रकाश डाला। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मन की बात के 100 एपिसोड पूर्ण होने के संबंध में कहा कि मध्यप्रदेश के अनेक लोगों की उपलब्धियों का उल्लेख मन की बात में आया है। उन्होंने आगामी रविवार को मन की बात के 100वें एपिसोड से अधिक से अधिक लोगों को जुड़ने की अपील की।

प्रदेशवासी 30 अप्रैल को मन की बात के 100वें एपिसोड से अवश्य जुड़ें - मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी देशवासियों के दिल में बसते हैं। उनकी मन की बात, देशवासी सुनते भी हैं और आत्मसात भी करते हैं। यह सौभाग्य का विषय है कि मन की बात के 100वें एपिसोड का प्रसारण 30 अप्रैल को होगा। प्रदेश के सभी पोलिंग बूथ, वार्डों और पंचायतों में मन की बात सुनने की व्यवस्था की जाएगी। प्रदेशवासी 30 अप्रैल को प्रात: 10.45 बजे से मन की बात कार्यक्रम से अवश्य जुड़ें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का रीवा में सुपारी से बनने वाले खिलौना भेंट कर स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश और प्रदेश बदल रहा है। विंध्य क्षेत्र में भी रोड कनेक्टिविटी और सिंचाई क्षेत्र के साथ ही सभी क्षेत्रों में विकास हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने किसान की आय दोगुनी करने का वचन दिया था। प्रदेश में गेहूँ, धान और सरसों का उपार्जन बढ़ा है। प्रधानमंत्री की मंशानुरूप किसानों की आय दोगुना करने का काम मध्यप्रदेश की धरती पर पूरा हुआ है। जल जीवन मिशन में ग्रामवासियों को घर में नल से जल उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में व्यापक स्तर पर गतिविधियाँ जारी हैं। विंध्य क्षेत्र को रेल कनेक्टिविटी के साथ नये एयरपोर्ट की सौगात भी मिल रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने धरती को बचाने और पर्यावरण-संरक्षण के लिए अपनी भावनाएँ व्यक्त की हैं। प्रदेशवासी पर्यावरण-संरक्षण और धरती की सेहत में सुधार के लिए संकल्पित हों। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेशवासियों को बिजली बचाने, पानी बचाने, पेड़ लगाने, प्राकृतिक खेती को अपनाने और स्वच्छता में योगदान देने का संकल्प दिलाया। केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री गिरिराज सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के कार्यक्रम में पधार कर प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ग्रामवासियों का उत्साह बढ़ाया है। यह इस बात का संकेत है कि प्रधानमंत्री श्री मोदी गाँव, गरीब और किसान से निकट से जुड़े हैं। उन्होंने पंचायती राज और ग्रामीण विकास की बेहतरी के लिए निरंतर प्रेरणा दी है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में कार्बन न्यूट्रल पंचायत, पानीयुक्त गाँव, ग्रीन पंचायत के माध्यम से प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित किया जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह ने मध्यप्रदेश में लागू की गई मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना और महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा संचालित गतिविधियों की सराहना की।

एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल का शुभारंभ

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर देश भर की पंचायतों के लिए एकीकृत ई-ग्राम स्वराज और जीईएम पोर्टल का लघु फिल्म के माध्यम से राष्ट्रीय शुभारंभ किया। इस एकीकृत पोर्टल से पंचायतें सामान और सेवाओं की खरीद और उनका भुगतान डिजिटल तरीके से कर सकेंगी।

"एकम समावेशी विकास" वेबसाइट और मोबाइल ऐप लांच

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने आजादी का अमृत महोत्सव अभियान के लिए समावेशी विकास थीम का भी शुभारंभ किया। लघु फिल्म से "एकम समावेशी विकास" वेबसाइट और मोबाइल एप को राष्ट्रीय स्तर पर लांच किया गया। सरकार की योजनाओं का पूर्ण लाभ सुनिश्चित करने की दिशा में लोगों की भागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री श्री मोदी ने "विकास की ओर साझे क़दम" अभियान का भी शुभांरभ किया। समावेशी विकास पर केन्द्रित इस अभियान में अंतिम छोर तक योजनाओं का लाभ पहुँचाने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश का 1 करोड़ 25 लाखवां स्वामित्व संपत्ति कार्ड सिंगरौली जिले के ग्राम गड़हरा की श्रीमती सीता साकेत तथा श्री सूरजलाल साकेत को प्रदान किया। इसमें गाँव की आबादी भूमि और घरों के सर्वे तथा मानचित्रण के बाद भूमि स्वामियों को उनकी संपत्ति का मालिकाना हक और अधिकार अभिलेख उपलब्ध कराए जाते हैं। योजना के क्रियान्वयन में मध्यप्रदेश, देश में प्रारंभ से ही अग्रणी है। "स्वामित्व- मेरी संपत्ति मेरा हक" पर लघु फिल्म का प्रदर्शन भी हुआ।

2300 करोड़ रूपये की विभिन्न रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने लगभग 2300 करोड़ रूपये की विभिन्न रेल परियोजनाओं का शिलान्यास और शुभारंभ भी किया। इनमें रीवा से इतवारी (नागपुर) व्हाया छिन्दवाड़ा, छिन्दवाड़ा से नैनपुर और नैनपुर से छिन्दवाड़ा चलने वाली ट्रेन का हरी झण्डी दिखाकर शुभारंभ किया। साथ ही ग्वालियर रेलवे स्टेशन के 535 करोड़ रूपए की लागत से पुनर्विकास कार्य का शिलान्यास किया।

जल जीवन मिशन की 7,853 करोड़ रुपये की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कार्यक्रम में जल जीवन मिशन की लगभग 7,853 करोड़ रुपये की 5 परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनमें रीवा जिले की 2319 करोड़ 45 लाख रूपये लागत की 1411 गाँव में पानी पहुँचाने वाली रीवा बाणसागर परियोजना, रुपये 2153 करोड़ 12 लाख लागत की रीवा और सतना जिले के 295 गाँव को लाभान्वित करने वाली सतना बाणसागर-2 परियोजना जल-प्रदाय योजना, रूपये 1641 करोड़ 52 लाख रूपये लागत की 677 गाँव में पीने का पानी पहुँचाने वाली सीधी बाणसागर समूह नल-जल योजना, रूपये 951 करोड़ 18 लाख रूपये लागत की रीवा जिले के 630 गाँव को लाभान्वित करने वाली टमस समूह नल-जल योजना और रूपये 788 करोड़ 63 लाख रूपये लागत की 323 गाँव को लाभान्वित करने वाली गुलाब सागर समूह जल-प्रदाय योजना शामिल है। इन योजनाओं से 4 हजार 36 गाँव के लगभग 9 लाख 48 हजार परिवार लाभान्वित होंगे।

"धरती कहे पुकार के" शीर्षक की सांस्कृतिक प्रस्तुति

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों और नवाचारों पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। प्रदर्शनी में प्रधानमंत्री आवास, स्वच्छ भारत मिशन, आजीविका मिशन, अमृत सरोवर, ग्रामीण पर्यटन को प्रोत्साहित करने के लिए होमस्टे, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर, जल जीवन मिशन, स्वामित्व योजना, रीवा अल्ट्रा मेगा सौर ऊर्जा परियोजना, बाणसागर परियोजना, व्हाइट टाइगर प्रोजेक्ट और कृषि के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों पर केंद्रित स्टाल थे। कार्यक्रम के आरंभ में "धरती कहे पुकार के" शीर्षक से सांस्कृतिक प्रस्तुति भी हुई। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में हुए राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस समारोह का साक्षी बनने के लिए देश की सभी ग्राम सभाएँ कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़ी। केन्द्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, केन्द्रीय पंचायती राज राज्य मंत्री श्री कपिल मोरेश्वर पाटील, केन्द्रीय जल-शक्ति एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री श्री प्रहलाद सिंह पटेल, विधानसभा अध्यक्ष श्री गिरीश गौतम, मध्यप्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री बिसाहूलाल सिंह, पंचायत एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री रामखेलावन पटेल, सांसद श्री वी.डी. शर्मा, श्री जनार्दन मिश्र, श्री गणेश सिंह, श्रीमती रीति पाठक, पूर्व मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला, विधायक, जन-प्रतिनिधि, केन्द्र, मध्यप्रदेश शासन और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। समारोह में पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधि, विभिन्न योजनाओं के हितग्राही और स्थानीय निवासी बड़ी संख्या में सम्मिलित हुए।

वसुधैव कुटुंबकम की भावना ही श्रेष्ठता और विश्व को एकजुट रखने की भावना के साथ सम्पन्न हुआ PRSI भोपाल का जनसम्पर्क दिवस कार्यक्रम
PRSI भोपाल का राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के उपलक्ष्य में विशेष व्याख्यान और सम्मान समारोह सम्पन्न,
जनसम्पर्क और संचार विशेषज्ञों का किया गया सम्मान

      
23 April 2023
भोपाल:राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के अवसर पर पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया भोपाल चैप्टर के तत्वावधान में रविवार को विशेष व्याख्यान एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जनसंपर्क के परिप्रेक्ष्य में जी-20 और भारतीय मूल्य विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन हुआ। जी-20 और भारतीय मूल्य विषय पर व्याख्यान देते हुए वरिष्ठ पत्रकार मुकेश भारद्वाज ने कहा कि हम मुश्किल दौर से गुजर रहे है इसमें शांत रहना ही बेहतर विकल्प प्रतीत होता है। इंसान पहचान के संकट में फंसा हुआ है। भारत में व्यक्ति आज भी धर्म, जाति और वर्ग व्यवस्था से जूझ रहा है। वहीं रंगकर्मी व लेखक ओम कटारे ने कहा कि थियेटर ऐसी विधा है जो लोगों और मूल्यों को जोड़ने का काम काम करती है।
इस दौरान अंतरराष्ट्रीय फिल्म समीक्षक अजीत राय ने कहा कि आज के समय में जितनी भी बौद्धिक विधाएं हैं उसमें वसुधैव कुटुंबकम का ही समावेश है। जो भी फ़िल्म निर्माणकर्ता सिनेमा बनाते हैं उसमें वसुधैव कुटुम्बकम का भाव रहता है परंतु राष्ट्र की सीमाओं से यह टकराती है। उन्होंने कहा कि इतिहास की किताब से सच हटा सकते है फिल्मों से नहीं। हिंदुस्तान में सिनेमा ही ऐसी कला है जिसमें मूल्यों की बात नज़र आती है। वहीं वरिष्ठ पत्रकार गिरिजा शंकर ने कहा कि किसी भी संगठन में वर्चस्व और सहयोग की भावना मूल में होती है जिसमें सहयोग हमेशा हावी रहता है इसी भावना से संगठन बनते और बढ़ते है। जी- 20 और भारतीय मूल्य की भी मूल अवधरणा भी यही है। इस अवसर पर पीआरएसआई भोपाल चैप्टर ने जी-20 और भारतीय मूल्य जनसम्पर्क के परिप्रेक्ष्य में जनसंपर्क स्मारिका का लोकार्पण किया। कार्यक्रम के दौरान जनसंपर्क एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले जनसंपर्क और संचार विशेषज्ञों का सम्मान भी किया गया। पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल के अध्यक्ष एवं नेशनल काउंसिल मेंबर श्री मनोज द्विवेदी ने स्वागत भाषण दिया। सचिव पंकज मिश्रा ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में कोषाध्यक्ष केके शुक्ला, पीईआरएसआई के नेशनल काउंसिल सदस्य, श्री विजय बोन्द्रीय, श्री प्रकाश साकल्ले, श्री अविनाश बाजपेयी, योगेश पटेल, दिनेश शुक्ल, श्री सुयश भट्ट, सहित भोपाल चेप्टर के सभी सदस्य उपस्थित रहे।

पीआरएसआई द्वारा लोक संपर्क सम्मान से सम्मानित पत्रकार :

जनसंपर्क एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए अपर संचालक (जनसंपर्क) श्री सुरेश चंद्र गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार श्री दिनेश गुप्ता, पत्रकार सुश्री श्रावणी सरकार एवं सुश्री श्रुति तोमर को लोकसम्पर्क सम्मान प्रदान किया गया।

सरकार तड़प-जिद-जुनून और जज्बे से दिन-रात जन-सेवा में जुटी : मुख्यमंत्री श्री चौहान
मुख्यमंत्री से देश भर से प्रदेश की यात्रा पर आए युवा प्रतिनिधि-मंडल ने की भेंट युवा प्रतिनिधि-मंडल ने योजनाओं और जन-कल्याण के कार्यों की सराहना की

23 April 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान से देश भर से प्रदेश की यात्रा पर आए युवा प्रतिनिधि-मंडल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जन-कल्याण और विकास के विभिन्न कार्य और गतिविधियाँ तेजी से हो रही हैं। सरकार तड़प, ज़िद, जुनून और जज्बे के साथ दिन-रात जनता की सेवा में लगी हुई है। राज्य सरकार की मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना महिला सशक्तिकरण का अभिनव प्रयास है। सुशासन की दृष्टि से भी कई प्रयोग किए जा रहे हैं। प्रदेश में शिकायतों के निवारण के लिए समाधान ऑनलाइन, सीएम हेल्प लाइन और जन-सुनवाई की व्यवस्था की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सड़क, बिजली, पानी, कृषि, शिक्षा, स्वच्छता और सुशासन के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन हुआ है। आज मध्यप्रदेश का बजट 3 लाख 14 हजार करोड़ रूपए हो गया है। प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रूपए से बढ़ कर अब एक लाख 40 हजार रूपए हो गई है। टेक्नॉलाजी का उपयोग करते हुए विभिन्न योजनाओं का लाभ लोगों तक पहुँचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि देश की जीडीपी में मध्यप्रदेश का 4.6 प्रतिशत योगदान है। प्रदेश में 68 हजार करोड़ रूपए के सिंचाई परियोजनाओं के कार्य चल रहे हैं। सीएम राइज स्कूलों को प्राइवेट स्कूलों से भी बेहतर बनाया जा रहा है। वेस्ट-टू-वेल्थ की अवधारणा को साकार करते हुए कचरे से बिजली बनाने का कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी है। जैविक खेती में मध्यप्रदेश नम्बर वन है। युवाओं के सर्वांगीण विकास के लिये प्रदेश में युवा नीति बनाई गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उज्जैन में श्रीमहाकाल महालोक बनाया गया है। ओंकारेश्वर में जगत गुरू आदि शंकराचार्य की प्रतिमा और अद्भुत लोक स्थापित होगा। युवा प्रतिनिधि-मंडल ने प्रदेश की विभिन्न योजनाओं, विकास कार्यों और अन्य विशेषताओं की सराहना की। प्रतिनिधि-मंडल में सर्वश्री रोहित चहाल, अभिनव प्रकाश सिंह, वैभव पवार, रंजीत सिंह चौहान सहित अन्य युवा शामिल थे।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने माँ पीताम्बरा प्राकट्य महोत्सव की तैयारियों का लिया जायजा
23 April 2023
भोपाल:माँ पीताम्बरा प्राकट्य महोत्सव की दतिया में भव्य तैयारियाँ हो रही हैं। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया में सोमवार 24 अप्रैल को होने वाले महोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया। डॉ. मिश्रा ने स्टेडियम ग्राउण्ड पहुँच कर प्राकट्य महोत्सव पर निकलने वाली माई की भव्य रथ-यात्रा की व्यवस्थाओं का अवलोकन किया।
गृह मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि माई के आशीर्वाद से दतिया में भव्य आयोजन होने जा रहा है। प्राकट्य महोत्सव पर निकलने वाली रथ-यात्रा में लाखों श्रद्धालु शामिल होंगे। दतियावासी सभी श्रद्धालुओं का स्वागत पलक-पावड़े बिछा कर करने के लिये आतुर हैं। डॉ. मिश्रा ने इस पुण्य अवसर पर दतिया पहुँचने वाले माई के भक्तों के लिये भंडारे में तैयार हो रहे मिष्ठान्न निर्माण में हाथ बँटाया।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग ने 16 करोड़ 31 लाख की लागत के विकास कार्यों का किया भूमि-पूजन
23 April 2023
भोपाल:चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने रविवार को नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड-75, 79, 38 एवं 76 में 16 करोड़ 31 लाख रूपये के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने क्षेत्रवासियों को विकास कार्यों की सौगात देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में केंद्र एवं राज्य सरकार द्वारा हर वर्ग के कल्याण के लिये कार्य किया जा रहा है। मंत्री श्री सारंग ने कहा कि देश एवं प्रदेश में डबल इंजन की सरकार से प्रदेश दोगुनी गति से विकास पथ पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने नरेला विधानसभा में किये जा रहे विकास कार्यों को इंगित करते हुए कहा कि क्षेत्र में करोड़ों की लागत के विकास कार्यों से नागरिकों की मूलभूत सुविधाओं में निरंतर विस्तार किया जा रहा है।

नरेला में विकास कार्य सतत जारी

मंत्री श्री सारंग ने कहा कि वर्ष 2008 के नरेला और आज के नरेला में अंतर स्पष्ट नज़र आता है। वर्तमान में नरेला विधानसभा की हर सड़क का उच्च गुणवत्ता के साथ निर्माण हो चुका है। नरेला का खुद का ड्रेनेज सिस्टम है। नालों का चेनलाइजेशन किया गया है। इससे अब नरेला क्षेत्र की बस्तियों में बरसात का पानी नहीं भरता है। उन्होंने कहा कि नरेला के समग्र विकास के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं। विकास एक निरंतर प्रक्रिया है, नागरिकों की आवश्यकतानुसार विभिन्न क्षेत्रों में सतत विकास कार्य जारी है।

रहवासियों ने जताया मंत्री श्री सारंग का आभार

करोड़ों के विकास कार्यों की सौगात के लिये रहवासियों ने मंत्री श्री सारंग का पुष्प-वर्षा एवं आतिशबाजी के साथ भव्य स्वागत किया। मुख्य कार्यक्रम स्थल तक विभिन्न स्थानों पर स्वागत मंच के माध्यम से मंत्री श्री सारंग का स्वागत किया गया। स्थानीय जन-प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में क्षेत्र के रहवासी उपस्थित रहे।

16 करोड़ 31 लाख रूपये से होंगे विकास कार्य

मंत्री श्री सारंग ने वार्ड-75 दुर्गा नगर में 13 करोड़ 85 लाख रूपये की लागत से नाली निर्माण कार्य, वार्ड-79 सुपर स्टेट, जनता नगर में एक करोड़ 97 लाख की लागत से नाली निर्माण, वार्ड-38 स्वदेश नगर में 30 लाख की लागत से डामरीकृत सड़क का निर्माण एवं वार्ड 76 प्रीमियर आर्चेड में सुख सागर से मित्तल कॉलेज रोड तक 19 लाख की लागत से डामरीकृत सड़क के निर्माण कार्य का भूमि-पूजन किया।

गुफा मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं के लिए बनेगा विशाल भवन : मुख्यमंत्री श्री चौहान
22 April 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गुफा मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशाल भवन का निर्माण किया जाएगा। प्रदेश में ब्राह्मण कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाएगी। भगवान परशुराम न्याय के देवता थे। उन्होंने आततायियों का नाश करने शस्त्र उठाए थे। उनकी प्रेरणा से मध्यप्रदेश की धरती पर गुण्डे, बदमाश और नक्सलियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश में कक्षा 8वीं के पाठ्यक्रम में भगवान परशुराम के जीवन-चरित्र को शामिल करने, संस्कृत और कर्मकांड का अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देने और पुजारियों को मानदेय देने की व्यवस्था की गई है। प्रदेश में आवश्यकता पड़ने पर संस्कृत शिक्षकों को नियुक्त करने का कार्य किया जाएगा। साथ ही मंदिरों की भूमि के संबंध में आवश्यक अधिकार भी रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज गुफा मंदिर परिसर भोपाल में बागेश्वर धाम के स्वामी श्री धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाराज जी के सानिध्य में भगवान श्री परशुराम जन्मोत्सव पर अक्षयोत्सव-2023 को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भगवान परशुराम की जन्म-स्थली जानापाव में श्रीपरशुराम लोक का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि धर्म और संस्कृति की रक्षा के कार्य में ब्राह्मणों ने विशेष योगदान दिया है। विभिन्न अवसरों पर आवश्यक कर्मकांड के लिए शिक्षित और दीक्षित ब्राम्हण अपने दायित्व पूरे करते हैं। प्रदेश में 3547 संस्कृत शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। शासकीय विद्यालयों में संस्कृत शिक्षकों की आवश्यकता को देखते हुए और भी नियुक्तियाँ की जाएंगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री महाराज द्वारा दिए गए सुझावों के अनुरूप राज्य सरकार आवश्यक कदम उठाएगी। जन्मोत्सव कार्यक्रम में गुफा मंदिर के महंत श्री रामप्रवेश दास, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, भोपाल के पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, श्री शशि भाई सेठ, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इसके पूर्व लालघाटी चौराहा स्थित दुर्गा मंदिर पहुँच कर अक्षय तृतीया पर पूजा अर्चना की। दुर्गा मंदिर से गुफा मंदिर परिसर तक शोभा यात्रा भी निकाली गई, जिसमें नागरिकों ने पुष्प-वर्षा कर मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत किया। शोभायात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भागीदारी की।
पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल
राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस पर 23 अप्रैल को पीआरएसआई भोपाल द्वारा विशेष व्याख्यान और सम्मान समारोह का आयोजन जनसंपर्क और संचार विशेषज्ञों का किया जाएगा सम्मान

22 April 2023
भोपाल:राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के अवसर पर पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया भोपाल द्वारा राजधानी भोपाल में विशेष व्याख्यान एवं सम्मान समारोह का आयोजन किया जाएगा । यह आयोजन होटल पलाश रेसीडेंसी, न्यू मार्केट, भोपाल में 23 अप्रैल 2023 दिन रविवार को प्रातः 11:00 बजे से किया जाएगा। इस अवसर पर जनसंपर्क के परिप्रेक्ष्य में जी-20 और भारतीय मूल्य विषय पर विशेष व्याख्यान और जनसंपर्क एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाले जनसंपर्क और संचार विशेषज्ञों का सम्मान किया जाएगा।
पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल के अध्यक्ष एवं नेशनल काउंसिल मेंबर श्री मनोज द्विवेदी ने बताया है कि राष्ट्रीय जनसंपर्क दिवस के अवसर पर होने वाले इस आयोजन में भोपाल से वरिष्ठ पत्रकार एवं राजनीतिक विश्लेषक श्री गिरिजा शंकर, नई दिल्ली से वरिष्ठ पत्रकार श्री मुकेश भारद्वाज, मुंबई से लेखक, रंगकर्मी एवं जनसंचार विशेषज्ञ श्री ओम कटारे तथा नई दिल्ली से अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समीक्षक श्री अजित राय अतिथि के रूप में शामिल रहेंगे एवं जनसंपर्क के परिप्रेक्ष्य में जी-20 और भारतीय मूल्य विषय पर अपने विचार व्यक्त करेंगे। इस अवसर पर पी आर एस आई भोपाल द्वारा जनसंपर्क स्मारिका का लोकार्पण किया जाएगा एवं जनसंपर्क एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य के लिए अपर संचालक (जनसंपर्क) श्री सुरेश चंद्र गुप्ता, वरिष्ठ पत्रकार श्री दिनेश गुप्ता, सुश्री श्रावणी सरकार एवं सुश्री श्रुति तोमर को लोकसंपर्क सम्मान प्रदान किया जाएगा।

प्रधानमंत्री 24 अप्रैल को मध्‍यप्रदेश में समावेशी विकास विषय के अंतर्गत 9 अभियानों का शुभारंभ करेंगे
22 April 2023
नई दिल्ली:प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी मध्‍यप्रदेश में राष्‍ट्रीय पंचायती राज्‍य दिवस के दौरान इस महीने की 24 तारीख को समावेशी विकास विषय के अंतर्गत 9 अभियानों का शुभारंभ करेंगे। वे इस अवसर पर समावेशी विकास के मोबाइल ऐप और वेबसाइट का भी शुभारंभ करेंगे। मोबाइल ऐप जन भागीदारी के कार्यक्रमों का लेखा जोखा सुनिश्‍चित करने के उद्देश्‍य से तैयार की गई है। वेबसाइट से समावेशी विकास अभियान के अंतर्गत विभिन्‍न गतिविधियों की वास्‍तविक प्रगति की जानकारी मिलेगी। वेबसाइट प्रौद्योगिकी उपकरण के जरिये अभियानों की प्रगति की रिपोर्ट तैयार करने और मूल्‍यांकन तथा निगरानी करने में सरकार को सक्षम भी बनाएगी।


सिविल सेवकों का जीवन सिर्फ अपने लिए नहीं, अपनों के लिए होता है : मुख्यमंत्री श्री चौहान
21 April 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सिविल सेवकों से कहा कि आपका जीवन सिर्फ अपने लिए नहीं अपनों के लिए होता है। जन-कल्याण सबसे बड़ी प्राथमिकता होती है। आम जनता से जुड़े छोटे-छोटे कार्य, वास्तव में बड़े-बड़े कार्य होते हैं। सिविल सेवक इन कार्यों को समय पर पूरा करवा लें, यही सुशासन है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज आर.सी.वी.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी, भोपाल के सभा कक्ष में सिविल सर्विस-डे के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारा मूल काम समाज सेवा है। हम जो भी कार्य करते हैं, आम नागरिकों के लिए ही होता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने टीम मध्यप्रदेश को सिविल सेवा दिवस की बधाई और शुभकामनाएँ दी। सिविल सेवा दिवस पर हुए इस विशेष कार्यक्रम के मुख्य अतिथि शिक्षाविद, लेखक इन्फोसिस के पूर्व सदस्य और वर्तमान में मणिपाल ग्लोबल एजुकेशनल के अध्यक्ष श्री मोहनदास पाई थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिविल सर्विस-डे का अर्थ यही है कि हम लोक सेवक हैं और देश की सेवा हमारा मुख्य उद्देश्य है। लोकतंत्र में जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा शासन होता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिविल सेवा दिवस 2023 की थीम "विकसित भारत, नागरिकों को सशक्त करना और अंतिम व्यक्ति तक पहुँचना है।" उन्होंने टीम मध्यप्रदेश को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें गर्व है कि सबने मिल कर मध्यप्रदेश को समृद्ध और विकसित बनाने में बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। टीम मध्यप्रदेश ने जुट कर कार्य किया है। मध्यप्रदेश में तेजी से सकारात्मक परिवर्तन आया है। सिंचाई की क्षमता को हमने आश्चर्यजनक रूप से साढ़े 7 लाख हेक्टयर से बढ़ा कर 45 लाख हेक्टेयर तक पहुँचा दिया है। इसे क्रास कर अब 65 लाख हेक्टेयर पर काम करेंगे। आज 4 लाख किलोमीटर सड़कें प्रदेश में बन चुकी हैं। किसी समय यह सिर्फ 71 हजार किलोमीटर हुआ करती थी और टूटी-फूटी हालत में होती थी। अब प्रदेश में शानदार सड़कें हैं। प्रदेश में ऊर्जा सहित विभिन्न क्षेत्रों में अद्भुत कार्य हुआ है। प्रदेश में अच्छे संसाधन हैं, इसलिए हम कार्य कर पा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में निर्माण विभाग भी सक्रिय रहे। मध्यप्रदेश की गिनती आज विकसित प्रांतों में है, मध्यप्रदेश बीमारू नहीं है। इसका श्रेय टीम मध्यप्रदेश के असाधारण परिश्रम को है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आम जन के बिना हमारा कार्य नहीं होता, हम हितग्राही तक पहुँच जाते हैं। प्रदेश में विकास यात्राएँ जन- कल्याण यात्राएँ बन गई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में अधो-संरचना की बात करें तो यह देखने को मिलता है कि काफी सकारात्मक परिवर्तन आया है। कृषि उत्पादन में कई गुना वृद्धि हुई है। अनाज के भंडार भरे हैं। प्रति व्यक्ति आय बड़ी है। देश की जीएसडीपी में मध्यप्रदेश का योगदान बढ़ा है। वर्ष 2005-06 में प्रदेश में का बजट आकार 25 हजार करोड़ होता था, वो बढ़ कर वर्ष 2012-13 में एक लाख करोड़, वर्ष 2020-21 में दो लाख करोड़ और इस बार 3 लाख करोड़ को पार कर गया है, यह आसान बात नहीं है। असाधारण उपलब्धि है। मध्यप्रदेश ने तुलनात्मक रूप से लम्बी छलांग लगाई है, जिसका श्रेय टीम मध्यप्रदेश को जाता है।

सुशासन से जनता और प्रशासन की दूरी हुई है समाप्त

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में जनता और प्रशासन के बीच की दूरी समाप्त की गई है, जो सुशासन के प्रयासों से संभव हुआ है। मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान से केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं से 83 लाख से अधिक हितग्राहियों को जोड़ने में सफलता मिली। हमारे कार्यक्रम जनता के कार्यक्रम बन गए। जनता की निर्णयों में भी भागीदारी हो गई है। आगामी 10 से 25 मई तक समस्याओं के निराकरण के लिए पुन: अभियान संचालित किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिविल सेवकों को यह चुनौती स्वीकार करना है कि नागरिकों को अपने कामों के लिए भटकना न पड़े। गाँव और शहरों के वार्डों में शिविरों के माध्यम से समस्याएँ हल की जाएँ। सीएम हेल्प लाइन सहित सुशासन की दिशा में अनेक उपायों को लागू किया गया। जन सुनवाई, वन-डे गर्वेनेंस और समाधान ऑनलाइन ऐसे ही उपाय हैं। इनको तकनीकी से जोड़ कर कार्यों के निपटारे के साथ सामने आने वाली विसंगतियों को भी दूर करने पर ध्यान देना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गीता के श्लोकों के माध्यम से सिविल सेवक की भूमिका कैसी हो, इसका विस्तारपूर्वक उल्लेख भी किया।

मध्यप्रदेश में सुशासन और अधिकारियों की श्रेष्ठ भूमिका

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में सुशासन के क्षेत्र में निरंतर कार्य हुआ है। बुरहानपुर में हर घर जल पहुँचाने और गति शक्ति प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन के कार्य हुए हैं। प्रदेश में अनेक नवाचार भी प्रशासनिक स्तर पर हुए हैं। अधिकांश सिविल सेवक श्रेष्ठ भूमिका का निर्वहन करते हुए सरकार की जन-कल्याणकारी नीतियों को जमीन पर उतारने का कार्य कुशलता से कर रहे हैं। प्रदेश के सिविल सेवक तेजी से क्रियान्वयन का गुण भी रखते हैं, मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनने के बाद दो माह में आवश्यक वातावरण निर्माण और एक करोड़ से अधिक पंजीयन इसका उदाहरण है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिविल सेवक एक लीडर भी हैं और उनका दायित्व सभी को सम दृष्टि से देख कर सबका उत्साह भी बढ़ाना है। व्यक्ति में अहंकार न हो। उत्साह में कमी न हो। धैर्य के साथ समस्याओं के समाधान का रास्ता निकाला जाए। मनोवृत्ति यह होना चाहिए कि किसी निराशा से घिरे व्यक्ति को भी उत्साहित कर दें। व्यक्ति जैसा सोचता है वैसा बन भी जाता है। सिविल सेवक सिर्फ अपने लिए कार्य नहीं करता बल्कि उसके कार्य से जनता और पूरा देश प्रभावित होता है। अप्रासंगिक कार्य को भी प्रासंगिक बनाने की कला होना चाहिए। एक व्यक्ति चाहे तो देश के प्रति विश्व की धारणा बदल सकता है। यह बात समस्त देशवासियों ने अनुभव की है। इसी तरह एक सिविल सेवक सही दिशा में कार्य कर विभाग को बदल सकता है। सिविल सेवक अधिकतम योगदान देने का प्रयास करें। इसलिए सिविल सेवाएँ सिर्फ व्यक्ति के लिए न होकर, राष्ट्र के लिए उपयोगी मानी गई हैं।

आनंद और प्रसन्नता के साथ करें कार्य

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने मनुष्य को अनंत शक्तियों का भंडार बताया है। किसी कार्य में पूरी तरह प्रयत्न करना आवश्यक है। यदि एक बार सफल नहीं हुए तो पुन: प्रयास करना ही चाहिए। समय का भी सद्पयोग करना चाहिए। एक-एक क्षण कीमती है। जब तक व्यक्ति का जीवन है, दूसरों की जिन्दगी को बेहतर बनाने के लिए हर पल का उपयोग किया जाए। प्राय: धन-दौलत से सुख प्राप्त नहीं होता। ईमानदारी पूर्वक कार्य करने से अच्छे परिणाम निकलते हैं। कोरोना काल में अधिकारियों ने जिस जज्बे से कार्य किया वो गर्व करने लायक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सिविल सेवकों से आहवान किया कि आनंद और प्रसन्नता से कार्य करें। परिवार में सभी सदस्यों का ध्यान रखते हुए मनोयोग पूर्वक अपने शासकीय दायित्वों को निभाना आसान होता है। ऐसा ही जीवन प्रासंगिक होता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के लक्ष्य के लिए हम तेजी से कार्य करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। इस कार्य को पूरी निष्ठा से पूर्ण करना है।

योजनाएँ जनता के सुझावों पर बनी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश की जनता भी विकास कार्यों में भागीदारी कर रही है। मध्यप्रदेश जन-अभियान परिषद हो या अन्य संगठन, सभी मिल कर योजनाओं के क्रियान्वयन में भागीदार हैं। मध्यप्रदेश में अनेक योजनाएँ आम जनता के सुझावों पर बनी हैं। प्रदेश में एक आदर्श कार्य-संस्कृति निर्मित हुई है। जिलों में जनता और कलेक्टर के बीच की दूरी खत्म हुई है।

अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं सिविल सेवक

मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस ने कहा कि सिविल सर्विसेज की लंबी परंपरा देश में रही है। विशेष परिस्थितियों और चुनौतीपूर्ण स्थितियों का हमारी प्रशासनिक व्यवस्था डट कर मुकाबला करती है। श्री बैंस ने कहा कि अपने लंबे कार्यकाल में उन्हें ऐसा अवसर याद नहीं आता जब हमें कोई विशेष दायित्व दिया गया हो और अपेक्षा पर खरे नहीं उतरे हों। मुख्य सचिव ने कहा कि ऐसी दक्ष टीम के साथ काम करने का सौभाग्य मिला है, इस बात का संतोष है और गर्व भी है। उन्होंने कहा कि चाहे कोरोना काल की बात हो या सिंहस्थ के आयोजन की बात हो या फिर माफिया के खिलाफ कार्रवाई का समय हो, अधो-संरचना का विकास हो या जनता की समस्याओं के निराकरण की व्यवस्था हो, मध्यप्रदेश में सभी प्रशासनिक आयामों पर अनेक उपलब्धियों का इतिहास रचा गया है। मुख्य सचिव ने कहा कि हम जो भी कार्य करते हैं उसका विश्लेषण भी किया जाता है। अनेक कमियाँ भी सामने आती हैं और बहुत सा अच्छा कार्य कमियों के आगे दब जाता है। अपने श्रेष्ठ कार्यों को प्रचारित करने और उनकी व्याख्या करने के प्रति भी हमें सजग रहना चाहिए।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान और अतिथियों ने दीप जला कर सिविल सर्विस-डे का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान का श्री अनिरुद्ध मुखर्जी ने स्वागत किया। मुख्य सचिव और अन्य अतिथियों का भी स्वागत पुष्प-गुच्छ से किया गया। पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर कुमार सक्सेना, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री विनोद कुमार सहित बड़ी संख्या में भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी, भारतीय पुलिस सेवा और वन सेवा के अधिकारी उपस्थित थे। कलेक्टर्स, कमिश्नर्स और मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी वर्चुअली जुड़े।

पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल
मुख्यमंत्री के साथ राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के मौके पर पी.आर.एस.आई. के सदस्यों ने किया पौधरोपण

21 April 2023
भोपाल:राष्ट्रीय जनसम्पर्क दिवस के मौके पर शुक्रवार को स्मार्ट सिटी पार्क में पब्लिक रिलेशन सोसाइटी ऑफ इंडिया, भोपाल चैप्टर के सदस्यों ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ स्मार्ट सिटी पार्क में नीम का पौधरोपण किया।
पी.आर.एस.आई. भोपाल, चैप्टर के अध्यक्ष श्री मनोज द्विवेदी ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को जनसम्पर्क दिवस की बधाई दी। इस मौके पर नेशनल कॉउंसिल सदस्य विजय बोन्दिया, उपाध्यक्ष अविनाश वाजपेयी, सचिव पंकज मिश्रा, संयुक्त सचिव योगेश पटेल, कोषाध्यक्ष के.के शुक्ला, कार्यकारी सदस्य प्रकाश साक्ल्ले, डॉ बबिता अग्रवाल, दिनेश शुक्ला, गीत धीर, इरफान हैदर सहित अन्य सदस्य भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री लाड़ली बहना सिर्फ योजना नहीं सामाजिक क्रांति है:मुख्यमंत्री श्री चौहान
20 April 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में बहनों की जिंदगी बदलने का महा अभियान चल रहा है। सरकार ने अब लाड़ली बहना योजना बनाई है, जिसमें गरीब और निम्न मध्यम वर्ग की महिलाओं को प्रति माह 1000 रूपये मिलेंगे। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना सिर्फ योजना नहीं एक सामाजिक क्रांति है। मेरी बहनों को अब अपनी छोटी-मोटी जरूरतें पूरी करने के लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना होगा। यह एक भाई का अपनी बहन के लिए उपहार है, जो उन्हें केवल रक्षाबंधन पर नहीं, पूरे वर्ष मिलता रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज सिवनी जिले के केवलारी में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना महासम्मेलन में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 129 करोड़ रूपये के विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास किया। साथ ही मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के पट्टे हितग्राहियों को वितरित किए। हितग्राहियों को अन्य योजनाओं में हितलाभ भी वितरित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए चल रहे अभियान में मेरी बहनों का अपार जन-समर्थन मिल रहा है। आज भी यहाँ टेंट छोटा पड़ गया है। मैं अपनी बहनों के प्यार, स्नेह और समर्थन के लिए दिल से आभारी हूँ। भाई-बहन का रिश्ता अद्भुत रिश्ता है। मैंने प्रण किया है कि मैं अपनी बहनों की आँखों में आँसू नहीं आने दूँगा। आज मैं मन की बात आपसे कहने आया हूँ, भाषण देने नहीं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्राचीन भारत में महिलाओं की बहुत इज्जत और सम्मान था। मध्य काल में इसमें कमी आई और बेटियों के साथ भेदभाव और अन्याय किया जाने लगा। मैं बचपन से बेटियों के प्रति भेदभाव देखता आया हूँ। तभी मैंने प्रण लिया था कि इस भेदभाव और अन्याय को समाप्त करूंगा। मैं इसे पूरा करने के लिए निरंतर कार्य कर रहा हूँ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सबसे पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई गई और बेटियों को उनके जन्म के समय 30 हजार रूपये का बचत-पत्र खरीद कर दिए जाने लगा। इसमें समय-समय पर उन्हें पढ़ाई के लिए राशि मिलती है और 21 वर्ष की आयु पूरी होने पर उन्हें एक लाख रूपये एकमुश्त मिलते हैं। आज मध्यप्रदेश में 44 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनों को राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के लिए मध्यप्रदेश में पंचायत और स्थानीय निर्वाचन में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इसके परिणामस्वरूप आज ग्राम पंचायतों से लेकर जिला पंचायतों तक मेरी बहनें सरकार चला रही हैं। जमीन, जायदाद बहनों के नाम से करने पर रजिस्ट्री शुल्क 1 प्रतिशत ही लिया जाता है। पुलिस और शिक्षकों की भर्ती में भी बेटियों को आरक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना में गरीब बहनों की शादी सरकार करवाती है। संबल योजना में भी बहनों को लाभ दिया जाता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना का लाभ 23 से 60 वर्ष तक की उन बहनों को मिलेगा, जिनके परिवार की सालाना आय ढाई लाख रूपये से कम हो, घर में 5 एकड़ से अधिक भूमि न हो और कोई 4 पहिया वाहन न हो। योजना के फॉर्म 30 अप्रैल तक भरे जा रहे हैं, मई माह में इनका परीक्षण होगा और आगामी 10 जून से पात्र बहनों के खाते में 1000 रूपये प्रतिमाह आने लगेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सिवनी क्षेत्र के लिए की गई लगभग सभी माँगों को पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिले के कुछ गाँव पीने के पानी पहुँचने से छूट गए हैं, उन सभी को जल जीवन मिशन में शामिल किया जाएगा। जिले के लाल माटी क्षेत्र में सिंचाई के पानी की व्यवस्था के लिए सर्वे कर समाधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम का शुभारंभ कन्या-पूजन, दीप प्रज्ज्वलन और जन-नायकों के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। केवलारी क्षेत्र की बहनों ने अपने भईया शिवराज को लिखी पाती और श्रीराम दरबार की प्रति-कृति भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलन में बड़ी संख्या में आयीं बहनों का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। केंद्रीय इस्पात एवं ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि देश के इतिहास में पहली बार किसी सरकार ने महिलाओं के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जैसी योजना संचालित की हैं। उन्होंने कहा कि लाड़ली बहना योजना निश्चित रूप से प्रदेश की महिलाओं की आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति को सशक्त करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी। विधायक श्री राकेश पाल ने बहुउद्देश्यीय परियोजना भीमगढ़ नहर की स्वीकृति मिलने पर मुख्यमंत्री श्री चौहान का धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि नहर का सीमेंटीकरण हो जाने से आखरी छोर तक के किसानों को समय पर सिंचाई के लिये पानी मिल सकेगा और पानी का अपव्यय भी कम होगा। कार्यक्रम में एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, जन-प्रतिनिधि, अधिकारी सहित बड़ी संख्या में बहने और नागरिक उपस्थित थे।
मंत्री डॉ. मिश्रा ने ग्राम बसई में किया सीएम राइज स्कूल का भूमि-पूजन
20 April 2023
भोपाल.गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने गुरूवार को दतिया के ग्राम बसई में 38 करोड़ 96 लाख रूपये लागत के सीएम राइज स्कूल का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि विकास की दौड़ में बसई पीछे नहीं रहेगा। मंत्री डॉ. मिश्रा ने कहा कि सीएम राइज स्कूल सभी सुविधाओं से पूर्ण रहेगा और यहाँ पढ़ाई की सुविधा भी उत्कृष्ट श्रेणी की होगी। बच्चों को लाने-ले जाने के लिये बस सुविधा उपलब्ध रहेगी। शिक्षा के हब के रूप में विकसित होते दतिया के विकास में बसई की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी। मंत्री डॉ. मिश्रा ने राज्य सरकार की जन-कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी नागरिकों को दी। उन्होंने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में किये जा रहे पंजीयन की भी जानकारी ली। डॉ. मिश्रा ने आश्वस्त किया कि सभी पात्र बहनों को योजना का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान की केन्द्रीय रेल मंत्री श्री वैष्णव से भेंट
इंदौर की रेल कनेक्टिविटी के संबंध में हुई चर्चा
इंदौर-बुधनी रेल परियोजना को शीघ्र पूरा करवाने और इंदौर-भोपाल मैट्रो के लिए विशेषज्ञ उपलब्ध कराने का अनुरोध

19 April 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से रेल भवन में भेंट कर प्रदेश से जुड़ी विभिन्न रेल परियोजनाओं संबंधी चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने केन्द्रीय रेल मंत्री से इंदौर-मनमाड और इंदौर-दाहोद रेलवे लिंक को शीघ्र पूरा करवाने का अनुरोध किया। साथ ही इन परियोजनाओं के लिए भूमि अधिग्रहण में राज्य सरकार की ओर से समुचित कार्यवाही का भी आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इन दोनों लिंक परियोजनाओं के पूर्ण होने से इंदौर, पीथमपुर और धार क्षेत्र के और अधिक औद्योगिकीकरण में मदद मिलेगी। उन्होंने वर्षों पुरानी इंदौर-बुधनी रेल परियोजना की मांग को जल्द पूरा करवाने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार का इस वर्ष सितम्बर माह से पहले इंदौर और भोपाल शहरों में मैट्रो चलाने का लक्ष्य है। इसके लिए विशेषज्ञों की आवश्यकता होगी। उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से इस संबंध में विशेषज्ञ मानव शक्ति उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।
समय पर कार्यवाही करना ही शांति की गारंटी: मुख्यमंत्री श्री चौहान
19 April 2023
भोपाल:मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि समय पर कड़ी कार्यवाही करना ही शांति की गारंटी है। पुलिस, निरंतर सजग और सक्रिय रहते हुए घटनाओं की संभावनाओं को निर्मूल करे। समाज का माहौल खराब करने वालों को किसी तरह की मोहलत नहीं दी जा सकती। माफिया चलाने की मानसिकता रखने वालों को ध्वस्त किया जाए। पुलिस, कानून-व्यवस्था के मामले में प्रदेश को देश में नंबर वन बनाने की क्षमता रखती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री निवास कार्यालय समत्व भवन में हुई बैठक में गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, पुलिस महानिदेशक श्री सुधीर सक्सेना और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। जिलों के पुलिस अधीक्षक बैठक से वर्चुअली जुड़े।

आतंकवाद, अतिवाद जैसी गतिविधियों को पनपने नहीं दिया जाएगा

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बालाघाट में नक्सलियों के विरूद्ध पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए कहा कि नक्सलियों के धन संग्रहण की व्यवस्था और सप्लाई चेन को तोड़ने के प्रयास निरंतर जारी रहें। उन्होंने बुरहानपुर में अतिक्रमण रोकने के लिए की गई कार्यवाही की भी सराहना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुँचाने तथा कानून-व्यवस्था से खिलवाड़ करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाए। मध्यप्रदेश शांति का टापू है, यहाँ आतंकवाद, अतिवाद जैसी गतिविधियों को किसी भी स्थिति में पनपने नहीं दिया जाएगा। इस संबंध में यदि किसी मदरसे में संदिग्ध गतिविधियाँ चलने की जानकारी प्राप्त होती है, तो तुरंत कार्यवाही की जाए। साथ ही प्रलोभन देकर धर्मांतरण की गतिविधियों पर भी पैनी नजर रखी जाए।

शराब ठेकेदार निर्धारित स्थान पर ही शराब बेचें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भू- माफिया, शराब माफिया, ड्रग्स आपरेटर, रेत माफिया के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाए। चिटफंड और मिलावट जैसी गतिविधियों से जन-सामान्य को हो रहे नुकसान के प्रति भी सचेत रहें तथा कार्यवाहियाँ जारी रखी जाए। निरंतर सक्रियता से इन कार्यों में लगे लोगों की गतिविधियों पर समय रहते नियंत्रण संभव होगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन द्वारा प्रदेश में शराब के सभी अहाते एक अप्रैल से बंद कर दिए गए हैं। यह सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी अहाता चालू न रहे और कहीं भी गुपचुप तरीके से शराब नहीं बिके। शराब के ठेकेदार निर्धारित स्थान पर ही शराब बेचें, अन्य स्थानों पर शराब की बिक्री न हो। ड्रग्स का धंधा कर युवा पीढ़ी को बरबाद करने में लगे लोगों को ध्वस्त किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जुआ- सट्टा, साइबर अपराध के प्रति जागरूक रहना और इनके विरूद्ध निरंतर कार्यवाही करना आवश्यक है।

सोशल मीडिया पर नजर रखना आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, कमजोर वर्गों और महिलाओं के विरूद्ध होने वाले अपराधों पर सख्त कार्यवाही की जाए। पेसा नियमों में गठित शांति और विवाद निवारण समितियों के सक्रिय संचालन में आवश्यक सहयोग प्रदान किया जाए। इस संबंध में जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक तथा डीएफओ की संयुक्त बैठक शीघ्र की जाएगी। राज्य सरकार पेसा नियमों का धरातल पर सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया पर नजर रखना आवश्यक है। सामाजिक-धार्मिक सौहार्द्र और राजनैतिक प्रतिद्वंदिता को प्रभावित करने वालों पर कार्यवाही की जाए।

कमिश्नर सिस्टम से व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन का आभास कराना पुलिस का दायित्व

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुलिस थानों की कार्य-प्रणाली को बेहतर बनाने के लिए ग्रेडिंग की व्यवस्था स्थापित की जाए। मध्यप्रदेश पुलिस, टीम के रूप में कार्य रही है और टीम की प्रतिष्ठा बढ़ाने के लिए हम संयुक्त रूप से हर संभव प्रयास करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भोपाल और इंदौर में लागू पुलिस कमिश्नर प्रणाली की प्रासंगिकता सिद्ध करना और जन-सामान्य को पुलिस व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन का आभास कराना पुलिस का दायित्व भी है और चुनौती भी।

त्यौहारों पर आवश्यक सतर्कता बनाए रखें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह द्वारा पुलिस व्यवस्था के संबंध में दिए गए निर्देशों की भी प्रदेश के संबंध में शीघ्र ही समीक्षा की जाएगी। एक पखवाड़े के बाद पुन: पुलिस अधिकारियों के साथ संवाद किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आगामी त्यौहारों में आवश्यक सतर्कता बनाए रखने के निर्देश दिए।

यंग इंडियंस-वायईए शिखर सम्मेलन 20 अप्रैल को
18 April 2023
भोपाल/व्यापार:कान्फेडरेशन ऑफ़ इंडियन इंडस्ट्रीज की इकाई यंग इंडियंस जी20 यंग एंट्रेप्रेन्योर्स अलायन्स (वायईए) द्वारा आयोजित शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. खेलकूद एवं युवा मामले मंत्रालय के सहयोग से आयोजित यह सम्मेलन 20 अप्रैल को रायसेन रोड स्थित एल एन सी टी समूह के सभागार में आयोजित होगा. महापौर श्रीमती मालती राय इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि एवं वक्ता होंगी. डिप्टी कलेक्टर, भोपाल निधि चौकसे; यंग इंडियंस, भोपाल चैप्टर के अध्यक्ष शिवेंद्र अग्रवाल; उपाध्यक्षा पूजाश्री चौकसे; नेशनल युवा उपाध्यक्ष अनुज गर्ग; पूर्व अध्यक्षा अंजलि गोयल; तथा भारतीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भक्ति शर्मा; एवं मेग्ना पेरीटस लॉ फर्म के मैनेजिंग डायरेक्टर शांतनु सक्सेना इस दौरान आयोजित पैनल डिस्कशन में अपने विचार व्यक्त करेंगे. यंग इंडियंस, भोपाल चैप्टर के अध्यक्ष शिवेंद्र अग्रवाल ने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि इस सम्मेलन का विषय 'यंग इंडियन अचीवर्स और शहरी एवं ग्रामीण शासकीय संस्थानों के प्रमुखों के बीच संवाद' रखा गया है. उन्होंने यह भी बताया कि G20 YEA युवा उद्यमिता को आर्थिक नवीनीकरण, रोजगार सृजन, नवाचार और सामाजिक परिवर्तन के एक शक्तिशाली चालक के रूप में बढ़ावा देना चाहता है। प्रत्येक वर्ष, G20 YEA दुनिया के सैकड़ों शीर्ष युवा उद्यमियों को वैश्विक परिवर्तन को उत्प्रेरित करने के लिए अग्रणी व्यापार और राजनीतिक नेताओं के साथ अपने विचारों को साझा करने के लिए एक साथ लाता है।
श्री बाथम ने म.प्र. मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया
18 April 2023
भोपाल.गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में श्री सीताराम बाथम ने मध्यप्रदेश मछुआ कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण किया। डॉ. मिश्रा ने श्री बाथम को नवीन जिम्मेदारी मिलने पर बधाई और शुभकामनाएँ दी। राज्य शासन द्वारा श्री बाथम को राज्य केबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया गया है। पदभार ग्रहण कार्यक्रम में इंदौर विधायक श्री रमेश मेंदोला और अन्य जन-प्रतिनिधिय उपस्थित थे।
विकास कार्यों की श्रृंखला निरंतर जारी रहेगी - ऊर्जा मंत्री श्री तोमर
18 April 2023
भोपाल.ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर के वार्ड-5 में 82 लाख रूपये से अधिक की सड़कों के निर्माण कार्य का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि उपनगर ग्वालियर में चरणबद्ध विकास कार्य कराये जा रहे हैं। विकास कार्यो की श्रंखला निरंतर जारी रहेगी। ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने कहा कि क्षेत्र में सड़क, सीवर, विद्युत के साथ ही शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं। प्रत्येक वार्ड में संजीवनी क्लीनिक खोली जा रही हैं, जहाँ प्राथमिक उपचार नि:शुल्क मिल रहा है। साथ ही 2 सीएम राइज स्कूल बनने जा रहे हैं। जहाँ बच्चों को प्राइवेट स्कूल से बेहतर सुविधाएँ एवं शिक्षा मिलेगी। मंत्री श्री तोमर ने कहा कि बहोड़ापुर और सागरतल चौराहा के साथ सागरताल का सौंदर्यीकरण कर पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। साथ ही एसडीएम कार्यालय का भव्य भवन भी सागरताल के नजदीक बन रहा है।
मध्यप्रदेश की धरती पर तेलुगु भाई-बहनों का हमेशा स्वागत है: मुख्यमंत्री श्री चौहान
17 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भारत की अतिथि देवो भव की परंपरा रही है। मध्यप्रदेश की धरती पर तेलुगु भाई-बहनों का हमेशा स्वागत है। सांस्कृतिक रूप से भारत सदैव एक था, एक है और एक रहेगा। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली और शक्तिशाली भारत का निर्माण हो रहा है। मध्यप्रदेश की विकास दर निरंतर आगे बढ़ रही है। कृषि के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान मुख्यमंत्री निवास पर "एक भारत-श्रेष्ठ भारत" योजना में समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को साझा करने की पहल तेलुगु संगमम् कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री श्री शिवप्रकाश, तेलुगु संगमम् के संस्थापक श्री पी. मुरलीधर राव, सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह, सासंद श्री वी.डी. शर्मा, संगठन महामंत्री श्री हितानंद शर्मा, श्री आईवायआर कृष्णाराव, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग सहित तेलुगु भाषी भाई-बहन और अन्य नागरिक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश की साढ़े आठ करोड़ जनता की ओर से मैं "एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजना" में भारत दर्शन यात्रा में पधारे तेलुगु भाई-बहनों का स्वागत करता हूँ। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश और तेलंगाना राज्य में कई समानताएँ हैं। मध्यप्रदेश हीरों की खान है। यहाँ सतपुड़ा, पेंच, कान्हा जैसे कई टाइगर रिजर्व हैं। प्रदेश सड़क, बिजली, सिंचाई सहित अनेक क्षेत्रों में लगातार आगे बढ़ रहा है। यह आपका अपना ही प्रदेश है, अपने आप को कभी अलग नहीं समझना। आत्मीयता और स्नेह से मध्यप्रदेश की धरती पर हमेशा पधारें।
राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री श्री शिवप्रकाश ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजनांतर्गत तेलुगु संगमम् का अभिनव प्रयास किया है। तेलंगाना और मध्यप्रदेश की संस्कृति की अनुभुति इस कार्यक्रम से हो रही है। वास्तव में हमारी संस्कृति एक ही है। हमारी अध्यात्मिक परंपरा हम सबको जोड़ती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया में श्रेष्ठ बन रहा है।
तेलुगु संगमम् के संस्थापक श्री पी. मुरलीधर राव ने कहा कि तेलुगु भाई-बहन एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजनांतर्गत भारत दर्शन के लिए निकले हैं। आज तीसरे दिन भोपाल में पहुँचे हैं। यहाँ आकर ऐसा लगता है कि हम अपने घर में ही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की एक भारत-श्रेष्ठ भारत योजना की पहल सराहनीय है। हम सब एक हैं।
श्री आई.वाय.आर. कृष्णाराव ने कहा कि सांस्कृतिक एकता भारत की पहचान है। भारत ने अपनी सांस्कृतिक एकता की विदेशों में भी अमिट छाप छोड़ी है। मध्यप्रदेश शासन ने सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उज्जैन में श्री महाकाल लोक का निर्माण कराया है।
सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक भारत-श्रेष्ठ भारत की पहल की है। हम गौरवान्वित हैं कि प्रदेश में तेलुगु भाषी भाई-बहन भारत दर्शन यात्रा में भोपाल पधारे हैं। मैं आप सभी का हृदय से स्वागत करता हूँ।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुष्प-वर्षा कर तेलुगु भाषी भाई-बहन का स्वागत किया। कार्यक्रम में 30 कलाकारों के दल द्वारा तेलुगु नृत्य एवं गायन की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी गई। अतिथियों का स्मृति-चिन्ह और स्टॉल भेंट कर तेलंगाना और मध्यप्रदेश राज्य की कला-संस्कृति अनुसार अभिनंदन किया गया।

प्रदेश से 200 टन महुआ 110 रूपये प्रति किलो की दर से लंदन होगा निर्यात
16 April 2023
भोपाल.वन विभाग के सहयोग से मध्यप्रदेश राज्य लघु वनोपज सहकारी संघ की प्रतिबद्धता और अथक प्रयासों से प्रदेश से 200 टन महुआ 110 रूपये प्रति किलो के भाव से लंदन निर्यात किए जाने का अनुबंध हुआ है। यह अनुबंध पिछले साल के अंत में 9वें अंतर्राष्ट्रीय वन मेला में लंदन की M/S O- Forest की भारतीय इकाई मधुवन्या के साथ हुआ।
राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक श्री पुष्कर सिंह ने बताया कि महुआ से पृथक से तीन गुना मुनाफा प्राप्त होगा। अनुबंधित महुआ की आपूर्ति वर्ष 2023 में की जाएगी। इसके लिए उमरिया, अलीराजपुर, नर्मदापुरम, सीहोर, सीधी और खण्डवा जिला यूनियन के साथ एग्रीमेंट साइन किए जा रहे है। नर्मदापुरम के सहेली वन धन विकास केन्द्र द्वारा पिछले वर्ष 18 क्विंटल खाद्य ग्रेड महुआ लंदन निर्यात किया जा चुका है। उल्लेखनीय है कि वनमंडल में महुआ का न्यूनतम समर्थन मूल्य 35 रूपये प्रति किलो है। लघु वनोपज की इस अद्भुत पहल से 35 रूपये प्रति किलो का महुआ 110 रूपये प्रति किलो की दर से निर्यात किया जाएगा।

खाद्य ग्रेड महुआ नेट के माध्यम से संग्रहीत

लघु वनोपज संघ द्वारा खाद्य ग्रेड महुआ को नेट के माध्यम से संग्रहीत कराया जाएगा। इसके लिए संग्राहकों को प्रक्रिया का प्रशिक्षण भी दिया गया है। संग्राहकों को नेट वितरण जिला यूनियन से होगा। इस विधि से संग्रहीत महुआ का फूल मिट्टी और खरवतवार रहित होते है। इससे गुणवत्ता पूर्ण महुआ संग्रहण करने से बाजार में उनकी खासी कीमत प्राप्त होती है।

“अंबेडकर महाकुंभ” की तैयारियां अंतिम चरणों में, पीएम मोदी और सीएम शिवराज के लिए सिंधिया ने कही बड़ी बात
15 April 2023
भोपाल.भारतीय संविधान और आधुनिक भारत के निर्माता बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में 16 अप्रैल को ग्वालियर व्यापार मेला परिसर स्थित मैदान में “अंबेडकर महाकुंभ” का आयोजन किया जा रहा है। कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह चंदेल वरिष्ठ अधिकारियों के साथ भ्रमण कर तैयारियों का जायजा ले रहे हैं और तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया विशेष रूप से मौजूद रहेंगे।

कलेक्टर, एसपी ने किया कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण

कलेक्टर श्री सिंह ने कार्यक्रम स्थल पर हर सेक्टर में पेयजल के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को दिए। साथ ही कहा कि बैठक व्यवस्था ऐसी हो जिससे संभाग भर से आने वाले नागरिक एवं जनप्रतिनिधिगण सुगमता से निर्धारित सेक्टर में पहुँच सकें।

पार्किंग व्यवस्था को लेकर दी सख्त हिदायत

कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक ने बेहतर से बेहतर पार्किंग व्यवस्था बनाने पर जोर देते हुए कहा कि पार्किंग और यातायात व्यवस्था ऐसी हो, जिससे कार्यक्रम में भाग लेने आ रहे सभी नागरिक और जनप्रतिनिधिगणों को पार्किंग स्थल से कम से कम दूरी तय करनी पड़े। साथ ही यातायात भी बाधित न हो। उन्होंने कहा हर जिले से आने वाले वाहनों पर पार्किंग के हिसाब से अलग-अलग रंग के बैनर व पोस्टर लगाए जाएं, जिससे वाहन अपने निर्धारित पार्किंग स्थल पर पहुँच सकें। साथ ही यातायात व्यवस्था भी सुदृढ़ बनी रहे।

अंबेडकर के जीवन चरित्र और विकास योजनाओं पर केन्द्रित प्रदर्शनी लगेगी

कार्यक्रम स्थल पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन चरित्र और विकास योजनाओं पर केन्द्रित प्रदर्शनी भी लगाई जायेगी। साथ ही अतिविशिष्ट एवं विशिष्ट अतिथियों द्वारा विभिन्न योजनाओं के तहत हितलाभ वितरित किए जायेंगे। बाबा साहब डॉ. अंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ा रहे प्रबुद्धजनों सहित संतजनों का सम्मान भी किया जायेगा।

दो दिवसीय प्रवास पर ग्वालियर पहुंचे सिंधिया

अंबेडकर महाकुंभ की तैयारियों के बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज दो दिवसीय दौरे पर ग्वालियर पहुँचे, एयरपोर्ट पर ग्वालियर के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट और भाजपा नेताओं ने सिंधिया की अगवानी की , सिंधिया यहीं से भिंड के कार्यक्रमों में शामिल होने निकल गए।

सिंधिया ने अंबेडकर महाकुंभ को बताया अहम् कार्यक्रम

एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए सिंधिया ने कहा कि आज हम ऊर्जा के क्षेत्र में भिंड के लिए 70 करोड़ रुपये की योजना की शुरुआत करने जा रहे हैं। ग्वालियर में कल रविवार 16 अप्रैल को होने वाले अंबेडकर महाकुंभ की चर्चा करते हुए सिंधिया ने इसे बहुत अहम् कार्यक्रम बताया।

पीएम मोदी और सीएम शिवराज के कुछ ये बोले सिंधिया

सिंधिया ने कहा कि दलित और अनुसूचित जाति समाज, दलित, शोषित, पीड़ित समाज की प्रगति की सोच और विचारधारा के साथ पीएम मोदी के नेतृत्व में पिछले 9 वर्षों में नया सूर्योदय हुआ है , स्वराज का जो सपना बाबा साहब का था उसे किस तरीके से पूरा करना है उसे पीएम मोदी और सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पूरा किया है।

विपक्ष के आरोपों का दिया करारा जवाब

कांग्रेस नेता बीवी श्रीनिवास द्वारा उन्हें गजनी कहे जाने वाले बयान पर टिप्पणी करने से इंकार करते हुए सिंधिया ने कहा कि मैं किसी की टिप्पणी पर टिप्पणी नहीं करता, मेरी सोच है कि जो लोग भारत की विचारधारा पुरानी संस्कृति, हर समाज और हर व्यक्ति के मान सम्मान को ठेस पहुंचाते हैं ऐसे लोगों को जनता के सामने लाना और बेनकाब करना मैं अपना दायित्व समझता हूँ ।

डॉ. अम्बेडकर की जन्म-स्थली महू में बनेगी धर्मशाला :मुख्यमंत्री श्री चौहान
14 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर के जीवन से जुड़े पंच तीर्थों, उनकी जन्म-भूमि महू, शिक्षा-भूमि लंदन, दीक्षा-भूमि नागपुर, महापरिनिर्वाण-भूमि दिल्ली तथा चैत्य भूमि मुंबई को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना से जोड़ा जा रहा है। बाबा साहेब डॉ. अंबेडकर की जन्म-भूमि महू आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए महू में सर्व सुविधा युक्त धर्मशाला का निर्माण किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान श्यामला हिल्स स्थित उद्यान में पौध-रोपण के बाद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संविधान निर्माता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर को उनकी जयंती पर नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन द्वारा महू में डॉ. अंबेडकर का स्मारक निर्मित कराया गया है। महू में धर्मशाला निर्माण की मांग लम्बे समय से थी। बाबा साहब के अनुयाई बड़ी संख्या में महू पहुँचते हैं। यहाँ उनके रूकने की कोई व्यवस्था नहीं थी। राज्य शासन भूमि की व्यवस्था के लिए प्रयासरत थी। अब सेना से साढ़े तीन एकड़ भूमि के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्राप्त हो गया है। यह भूमि डॉ. बाबा साहब मेमोरियल समिति को लीज पर देकर श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए धर्मशाला तथा अन्य आवश्यक व्यवस्थाएँ की जाएगी।

डॉ. अंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को जारी हुई अधिसूचना

उल्लेखनीय है कि राज्य शासन द्वारा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के पंचतीर्थों को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल करने संबंधी अधिसूचना जारी कर दी गई है। धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग द्वारा 14 अप्रैल को जारी अधिसूचना से अम्बेडकर जन्मस्थली महू, शिक्षा-भूमि लंदन में 10 किंग हेनरीज रोड स्थित स्मारक, दीक्षा-भूमि-डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर ग्रंथालय एवं शोध केन्द्र नागपुर, महापरिनिर्माण भूमि- डॉ. अंबेडकर राष्ट्रीय स्मारक नई दिल्ली, चैत्य-भूमि डॉ. अम्बेडकर स्मारक मुम्बई को मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना नियम 2012 में जोड़ा गया है। अधिसूचना में संत रविदास मंदिर वाराणसी को भी तीर्थ-दर्शन योजना में शामिल किया गया है।

मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में अब वायुयान से भी यात्रा करेंगे श्रद्धालु
13 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई घोषणा के अनुसार प्रदेश के श्रद्धालु अब मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में विभिन्न तीर्थ-स्थलों की यात्राएँ वायुयान से भी कर सकेंगे। इस संबंध में राज्य शासन द्वारा आदेश जारी कर दिया गया है। अपर मुख्य सचिव धार्मिक न्यास और धर्मस्व डॉ. राजेश राजौरा ने बताया है कि आगामी 21 मई से 19 जुलाई तक योजना में 25 जिलों के तीर्थ-यात्री वायुयान से यात्रा करेंगे। एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया है कि मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में प्रदेश के श्रद्धालु प्रयागराज, शिरडी, मथुरा-वृंदावन और गंगासागर की यात्राएँ वायुयान से करेंगे। तीर्थ-यात्राओं के लिये कार्यक्रम घोषित कर दिया गया है। इस संबंध में जिला कलेक्टर्स को निर्देश जारी कर दिये गये हैं। उन्होंने बताया है कि तीर्थ-यात्री नियमित विमान सेवा से तीर्थ-यात्रा करेंगे। प्रत्येक वायुयान में 33 सीट उपलब्ध रहेंगी। प्रत्येक जिले से 32 तीर्थ-यात्री एवं एक अनुरक्षक (एस्कार्ट) के रूप में शासकीय अधिकारी जायेंगे। योजना का क्रियान्वयन इण्डियन रेलवे केटरिंग एण्ड टूरिज्म कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरटीसी) द्वारा किया जा रहा है। इसलिये आईआरटीसी द्वारा नियत एक टूर मैनेजर भी तीर्थ-यात्रियों के साथ यात्रा करेगा। एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया कि तीर्थ-दर्शन यात्रा के लिये तीर्थ-यात्रियों की आयु 65 वर्ष से अधिक होनी चाहिये और वे आयकर दाता नहीं होना चाहिये। जिले के लिये निर्धारित सीटों से अधिक आवेदन प्राप्त होने की स्थिति में लॉटरी से चयन किया जायेगा। अधिक जानकारी के लिये धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व संचालनालय के दूरभाष नम्बर 0755-2767116 तथा ई-मेल dndvmp@gmail.com, dharmasva.mantralaya@gmail.com पर सम्पर्क किया जा सकता है। एसीएस डॉ. राजौरा ने बताया है कि 21 मई को भोपाल से प्रयागराज, 23 मई को आगर-मालवा से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 25 मई को बैतूल से वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 26 मई को देवास से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 3 जून को खण्डवा से गंगासागर वाया इंदौर एयरपोर्ट, 4 जून को हरदा से प्रयागराज वाया भोपाल एयरपोर्ट, 6 जून को मंदसौर से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 8 जून को नर्मदापुरम से मथुरा-वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 9 जून को नीमच से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 15 जून को बड़वानी से गंगासागर वाया इंदौर एयरपोर्ट, 16 जून को इंदौर से गंगासागर, 18 जून को दमोह से प्रयागराज वाया भोपाल एयरपोर्ट, 19 जून को बुरहानपुर से गंगासागर वाया इंदौर एयरपोर्ट, 19 जून को ही रतलाम से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 20 जून को शाजापुर से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 22 जून को सागर से मथुरा-वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 23 जून को खरगौन से गंगासागर वाया इंदौर एयरपोर्ट, 23 जून को ही उज्जैन से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 2 जुलाई को विदिशा से प्रयागराज वाया भोपाल एयरपोर्ट, 3 जुलाई को अलीराजपुर से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 4 जुलाई को राजगढ़ से मथुरा-वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 6 जुलाई को सीहोर से मथुरा-वृंदावन वाया भोपाल एयरपोर्ट, 7 जुलाई को धार से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट, 16 जुलाई को रायसेन से प्रयागराज वाया भोपाल एयरपोर्ट और 19 जुलाई को झाबुआ से शिरडी वाया इंदौर एयरपोर्ट से तीर्थ-यात्री दर्शन के लिये रवाना होंगे। गंगासागर जाने वाले सभी तीर्थ-यात्री वाया कोलकाता एयरपोर्ट पहुँचेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान यूनेस्को की उप क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस का करेंगे शुभारंभ
13 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन), पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार, भारतीय पुरातत्व संरक्षण और पर्यटन विभाग मध्यप्रदेश शासन द्वारा संयुक्त रूप से भोपाल में विश्व विरासत पर उप-क्षेत्रीय सम्मेलन (सब-रीजनल कॉन्फ्रेंस) का 17 अप्रैल को शुभारंभ करेंगे। दो दिवसीय उप क्षेत्रीय कॉन्फ्रेंस में यूनेस्को, नई दिल्ली के ऑफिस-इन-चार्ज श्री हिचकील देलमिनी और पर्यटन, संस्कृति, धर्मस्व एवं धार्मिक न्यास मंत्री सुश्री उषा ठाकुर भी शामिल होंगी। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति एवं प्रबंध संचालक टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि 17 अप्रैल से शुरू हो रहे दो दिवसीय सम्मेलन के लिए भोपाल पहुँच रहे 16 अप्रैल को यूनेस्को के विश्व धरोहर साँची का भ्रमण करेंगे। 17 एवं 18 अप्रैल को कई सत्र आयोजित किये जाएंगे। भारत सहित भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका एवं देश के विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि विश्व विरासत स्थलों के संरक्षण के क्षेत्र में उपलब्धियों, चुनौतियों एवं आगामी रणनीति जैसे विषयों पर विचार-विमर्श करेंगे। प्रमुख सचिव श्री शुक्ला ने बताया कि कॉन्फ्रेंस में अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय स्तर पर विश्व धरोहरों के संरक्षण की दिशा में पिछले 50 वर्षों की उपलब्धियों और अगले 50 वर्षों के संबंध में मंथन होगा। जिसका केंद्र विश्व विरासत और सतत् विकास, विश्व विरासत और सतत पर्यटन, विश्व विरासत और वैश्विक रणनीति, ऐतिहासिक शहरी परिदृश्य जैसे विषय होंगे। सम्मेलन सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा और स्थायी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए एक एकीकृत दृष्टिकोण पर मंथन होगा। भारत, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका और देश के विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधि जिनमें सभी राज्यों के संस्कृति और पर्यटन के प्रमुख सचिव, पर्यटन मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय के प्रतिनिधि, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के प्रतिनिधि, राष्ट्रीय एवं अन्तर्राष्ट्रीय सिविल सोसायटी, गैर सरकारी संगठन, देश की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए कार्यरत सीएसआर फाउंडेशन, शिक्षण संस्थान एवं शासकीय संगठन आदि कॉन्फ्रेंस में भाग लेंगे। उल्लेखनीय है कि नवंबर 2022 में यूनेस्‍को वर्ल्ड हेरिटेज कन्वेंशन की 50वीं वर्षगाँठ मनाई गई है। गत 50 वर्षो में सांस्‍कृतिक विरासत का अर्थ ‘’स्‍मारक केन्द्रित’’ से परिवर्तित होकर “लोक केंद्रित” (People Centric) एवं “समग्र दृष्टिकोण” (Holistic approach) पर केन्द्रित हो चुका है। ऐतिहासिक नगर, औद्योगिक विरासत, ऐतिहासिक मार्ग, ऐतिहासिक परिदृश्‍य इत्यादि नए आयाम जुड़ चुके हैं। उक्‍त तथ्यों को दृष्टिगत रखते हुए इस कॉन्‍फ्रेस की उपयोगिता विशिष्‍ट है। मध्‍यप्रदेश ने यूनेस्‍को के साथ मिलकर इस दिशा में अनेक प्रयास किये हैं जिनमें HUL (ग्‍वालियर एवं ओरछा) प्रोजेक्‍ट, 4 ऐतिहासिक/पर्यटन स्‍थलों का यूनेस्‍को विश्‍व धरोहरों की संभावित सूची में चयन आदि मुख्‍य है।
HUL प्रोजेक्ट हेतु यूनेस्को ने साउथ एशिया देशों में प्रथम बार ग्वालियर एवं ओरछा का चयन कर अनुशंसा की गई।

कॉन्फ्रेंस की रूपरेखा

16 अप्रैल
यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल साँची का भ्रमण
17 अप्रैल
विश्व विरासत कन्वेंशन के 50 साल पूर्ण होने पर सत्र
पिछले 50 वर्षों में उपलब्धियां और भविष्य के लिए चुनौतियों पर भारत, भूटान, बांग्लादेश, नेपाल, मालदीव, श्रीलंका का प्रस्तुतिकरण
सिविल सोसायटी और संस्थानों द्वारा वार्ता/प्रस्तुतियां
स्थानीय समुदाय के लिए विश्व विरासत और सतत विकास पर सत्र
विश्व विरासत और सतत पर्यटन पर सत्र
यूनेस्को क्रिएटिव सिटीज नेटवर्क पर एक विशेष सत्र
जनजातीय संग्रहालय और राज्य संग्रहालय का भ्रमण
18 अप्रैल
विश्व विरासत और सांस्कृतिक लैंडस्केप पर सत्र
ऐतिहासिक शहर और ऐतिहासिक शहरी लैंडस्केप पर सत्र
ग्वालियर और ओरछा पर यूनेस्को ऐतिहासिक शहरी लैंडस्केप पायलट प्रोजेक्ट पर सत्र
विश्व विरासत और जलवायु परिवर्तन और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत पर सत्र
विश्व धरोहर के बारे में वह सब कुछ जो आप जानना चाहते हैं- समूह वार्ता।
आगामी 50 वर्षों की योजना पर उच्च स्तरीय वार्ता/पैनल चर्चा
एमपीटी बोट क्लब भ्रमण एवं क्रूज राइड।

राज्यपाल श्री पटेल ने रेडक्रॉस के चलित स्वास्थ्य सेवा वाहन का किया शुभारंभ
13 April 2023
भोपाल.राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल ने भारतीय रेडक्रास सोसायटी के चलित चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा वाहन का शुभारंभ झंडी दिखाकर आज राजभवन में किया। उन्होंने चलित वाहन का निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं की समीक्षा की। वाहन का विधिवत पूजन-अर्चन कर लोकार्पित किया। उल्लेखनीय है कि रेडक्रॉस म.प्र. राज्य शाखा द्वारा डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती के अवसर पर स्वास्थ्य सेवा वाहन का संचालन भोपाल में किया जा रहा है। रेडक्रास राज्य शाखा के चेयरमेन डॉ. गगन कोल्हे ने बताया कि चलित स्वास्थ्य सेवा वाहन के उपयोग से भोपाल महानगर के दूरस्थ अंचल की बस्तियों में नियमित स्वास्थ्य शिविर लगाये जायेंगे। सेवा वाहन द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण के साथ संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों के लिये जन-जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा। वाहन से स्वास्थ्य सुरक्षा हेतु आवश्यक सामग्री का भी वितरण किया जायेगा। जनरल सेक्रेटरी रेडक्रॉस श्री प्रदीप त्रिपाठी, प्रबंध समिति सदस्य डॉ. संजीव गुलाटी, श्री लक्ष्मेन्द्र माहेश्वरी सहित अन्य उपस्थित थे।
मंत्रि-परिषद ने लिया म.प्र. राज्य मिलेट मिशन योजना लागू करने का निर्णय
12 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज शिक्षकों के हित में महत्वपूर्ण फैसला लेते हुए घोषणा की कि पूर्व सरकार ने शिक्षकों को पूर्ण वेतन देने के लिए कई साल प्रतीक्षा करने का आदेश निकाला था, जो गलत था। इसे बदल कर नए सिरे से लागू किया जाएगा। अब शिक्षकों को दूसरे वर्ष में ही वेतन की 100 प्रतिशत राशि प्राप्त होने लगेगी। प्रथम वर्ष 70 प्रतिशत राशि के बाद 100 प्रतिशत प्राप्त करने के लिए लंबे समय तक इंतजार करना होता था। अब यह प्रक्रिया एक वर्ष में पूर्ण हो जाएगी। इसके लिए शिक्षकों को 4 वर्ष की प्रतीक्षा नहीं करनी होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास में नव-नियुक्त शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

22 हजार शिक्षकों की निुयक्ति मौन साधना : प्रधानमंत्री श्री मोदी

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम के लिए भेजे गए अपने वीडियो संदेश में कहा कि नई शिक्षा नीति भारतीय मूल्यों के संवर्धन पर जोर देती है। मध्यप्रदेश में व्यापक तौर पर शिक्षकों की भर्ती की गई है। इस साल 22 हजार शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इन सभी शिक्षकों को बधाई देते हुए कहा कि यह महत्वपूर्ण बात है कि इन शिक्षकों में से लगभग आधे शिक्षक जनजातीय बहुल इलाकों के विद्यालयों में नियुक्त किए गए हैं। इनकी नियुक्ति से सर्वाधिक लाभ ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को मिलेगा। हमारी भावी पीढ़ी को लाभ मिलेगा। मध्यप्रदेश सरकार ने इस वर्ष एक लाख से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती का लक्ष्य रखा है, जो प्रसन्नता का विषय है। इस साल के अंत तक 60 हजार शिक्षकों की नियुक्ति का लक्ष्य है। इन्हीं प्रयासों का परिणाम है कि मध्यप्रदेश शिक्षा सर्वे में देश में 17 वें स्थान से छलांग लगा कर 5 वें स्थान पर आ गया है। शिक्षा की गुणवत्ता की दृष्टि से मध्यप्रदेश की यह बड़ी उपलब्धि है। मध्यप्रदेश ने बिना शोर मचाए यह उपलब्धि हासिल की। इस तरह का कार्य करने के लिए समर्पण की आवश्यकता होती है। इसके बिना यह संभव नहीं होता। एक तरह से यह मौन साधना का भाव है। शिक्षा के प्रति भक्ति भाव से यह संभव होता है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों, सभी शिक्षकों और मध्यप्रदेश सरकार को इस मौन साधना के लिए बहुत-बहुत बधाई दी। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्ष के जीवन को देखिए तो आप पाएंगे कि जिन लोगों ने आपके जीवन में सबसे ज्यादा प्रभाव डाला, आपकी माता जी और आपके शिक्षक जरूर होंगे। इसी तरह आपको भी अपने विद्यार्थियों के दिल में जगह बनानी है। आपकी शिक्षा देश का वर्तमान ही नहीं भविष्य भी सँवारे। आपकी दी गई शिक्षा समाज में भी परिवर्तन लाये। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मध्यप्रदेश सरकार को बड़ी संख्या में शिक्षकों की नियुक्ति के कार्य के लिए पुन: बधाई देते हुए इस कार्य को अनूठी पहल बताया। उन्होंने विद्यार्थियों को शिक्षा देने में शिक्षकों के अहम योगदान का उल्लेख करते हुए शिक्षकों से आह्वान किया कि वे भले शिक्षा दें पर अपने अंदर के विद्यार्थी को न मरने दें।

कई क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर

प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आजादी के अमृत काल में देश में बड़े लक्ष्यों और नए संकल्पों को सामने रख कर कार्य किया जा रहा है। आज हर क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर बनाए जा रहे हैं। अलग-अलग क्षेत्रों में आज जिस तेज गति से अधो-संरचना निर्माण की रफ्तार है, उससे भी रोजगार की नई संभावनाएँ बन रही हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि देश में अनेक स्थानों से वंदे भारत ट्रेन प्रारंभ की गई हैं। इनके प्रारंभ होने से कारोबारियों और आम लोगों को सुविधा हुई है। साथ ही पर्यटन विकास को बढ़ावा मिल रहा है। वन स्टेशन वन प्रोडक्ट और एक जिला-एक उत्पाद जैसी योजनाओं से भी स्थानीय उत्पाद दूर-दूर तक पहुँच रहे हैं। मुद्रा योजना से भी उन लोगों को बड़ी मदद मिली है जो आर्थिक रूप से बहुत कमजोर थे। सरकार ने नीतिगत स्तर पर जो परिवर्तन किए हैं उसने भारत के स्टार्टअप के क्षेत्र में भी रोजगार के अनेक अवसर बनाए हैं। रोजगार और स्व-रोजगार को बढ़ावा देने के लिए सरकार का कौशल विकास पर भी विशेष जोर है। प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में युवाओं को ट्रेनिंग देने के लिए देश में कौशल विकास केंद्र खोले गए हैं। इस वर्ष के बजट में 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। इनमें युवाओं को न्यू एज टेक्नालॉजी द्वारा ट्रेनिंग दी जाएगी। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के जरिए छोटे कारीगरों को ट्रेनिंग देने के साथ एमएसएमई से भी जोड़ने की पहल की गई।

शिक्षकों पर भावी पीढ़ी के निर्माण का दायित्व : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज का दिन अविस्मरणीय है। शिक्षक का सही नाम गुरू होता है। यहाँ मौजूद सभी शिक्षक गुरू हैं। गुरू वशिष्ठ और गुरू द्रोणाचार्य से लेकर अनेक ख्यातिनाम गुरू हुए। यदि कोई नौकरी के भाव से शिक्षक बनता है तो वह रोजगार की दृष्टि से महत्वपूर्ण है जो आवश्यक भी है, लेकिन गुरू का कार्य प्रोफेशन से आगे मिशन भाव से कार्य करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी विजनरी लीडर हैं। उनके दृढ़-संकल्प से एक सर्व सम्मत शिक्षा नीति-2020 भारत में आई है। इसके अंतर्गत ही शिक्षा व्यवस्थाएँ की जा रही हैं। मध्यप्रदेश का स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग नवीन शिक्षा नीति अच्छी तरह लागू करने के लिए बधाई का पात्र है। मध्यप्रदेश राष्ट्रीय सर्वे में 17वें नंबर से 5वें नंबर तक आया है। यह दोनों विभागों के परिश्रम का परिणाम है। शिक्षकों पर भावी पीढ़ी के निर्माण का दायित्व है। इस वर्ष 22 हजार से अधिक शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। इन सभी का स्वागत है और यह भी अपेक्षा है कि नव नियुक्त शिक्षक भावी पीढ़ी के निर्माण का दायित्व निभायें। शिक्षक होना सिर्फ एक नौकरी नहीं समाज को बनाने का भी कार्य है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शिक्षकों से कहा कि यदि आपको बच्चों को सकारात्मक दिशा में बदलना है तो पहले स्वयं को बदलना होगा। मुख्यमंत्री ने एक मंदिर निर्माण में लगे तीन व्यक्तियों के अलग-अलग दृष्टिकोण का उदाहरण देते हुए कहा कि सबसे अच्छा दृष्टिकोण यह है कि यह सोच कर कार्य किया जाए कि इस कार्य का हमें शुभ अवसर या सुअवसर मिला है। मैं बेहतर से बेहतर योगदान दूँगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बच्चे मिट्टी के लौंदे होते हैं, उन्हें शिक्षक जैसा चाहे बना सकते हैं। स्वयं के लिए गुरू बनने का संकल्प लेंगे तो बच्चों को बनाने, मध्यप्रदेश को बनाने और भारत को बनाने में सबसे बड़ा योगदान देंगे। आप नया मध्य प्रदेश और नया भारत गढ़ सकते हैं। आचरण से ही हम सिखा सकते हैं सिर्फ भाषण से नहीं। चरित्रवान बच्चों के निर्माण से भारत बन कर खड़ा हो जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्वामी विवेकानंद के उस कथन का उल्लेख किया कि शिक्षा मनुष्य को मनुष्य बनाती है। शंकराचार्य जी ने भी शिक्षा को इस लोक और परलोक में भी सही दिशा देने में उपयोगी बताया था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शिक्षा के तीन प्रमुख उद्देश्य हैं- विद्यार्थियों को ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार देना।

ऐसे बच्चे तैयार करें जो जमाना बदल दें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं शिक्षक की भूमिका में रहे हैं। प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर आज कल लाड़ली बहना योजना का पाठ पढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में दर्शन शास्त्र में एमए के बाद वे अल्प समय के लिए शिक्षण कार्य से भी जुड़े रहे। इसके पहले बाल्य काल में जैत ग्राम में उन्होंने रामायण की चौपाइयों की व्याख्या और अर्थ बताने का कार्य करते हुए एक वक्ता की पहचान बनाई थी। यह ग्राम के विद्यालय में गुरू से प्राप्त मार्गदर्शन का ही परिणाम था। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश गान का निर्माण करने का भी उल्लेख किया जो सभी नागरिकों के लिए प्रेरक है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षक का कार्यकाल औसत रूप से 30 साल माने तो हमें विचार करना चाहिए कि बेहतर गुरू बन कर ऐसे बच्चे तैयार करें जो जमाना बदल दें। शिक्षकों की भूमिका सार्थक होती है तो समाज भी शिक्षकों का आदर करता है और उनके चरण धोकर पीता है।

भैरूंदा के शिक्षकों के योगदान का उल्लेख, ग्राम के शिक्षक को भी याद किया

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भैरूंदा (नसरुल्लागंज) के शिक्षकों ने अपनी स्वयं की राशि से कक्षाओं को स्मार्ट क्लास बनाकर बच्चों को सहयोग दिया। यह शिक्षकों के सामाजिक योगदान का अनूठा उदाहरण है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने प्रायमरी के शिक्षक श्री रतन चंद जैन द्वारा दिए गए मार्गदर्शन का भी विशेष उल्लेख किया। नव नियुक्त शिक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम का मुख्यमंत्री श्री चौहान और अन्य अतिथियों ने शुभारंभ किया। मध्यप्रदेश गान के साथ कार्यक्रम शुरू हुआ। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न जिलों में पदस्थ किए गए कुछ शिक्षकों को प्रतीक स्वरूप नियुक्ति बधाई पत्र सौंपे। इन शिक्षकों में सुश्री शेफाली गुर्जर जिला सीहोर, श्री शुभम गुप्ता जिला नर्मदापुरम, श्री हुकुम चंद राठौर जिला राजगढ़, श्री राजेश घोटे जिला बैतूल, सुश्री ममता गोयल जिला देवास और श्री आनंद मीना जिला देवास शामिल हैं। राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल और स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार वर्चुअल जुड़े। जनजातीय कार्य मंत्री सुश्री मीना सिंह ने प्रारंभिक संबोधन दिया। कार्यक्रम में योग आयोग के अध्यक्ष श्री वेद प्रकाश शर्मा, पाठ्य-पुस्तक निगम के अध्यक्ष श्री शैलेंद्र बरूआ, महर्षि पतंजलि संस्थान के अध्यक्ष श्री भरत दास बैरागी, योग संस्था की अध्यक्ष सुश्री पुष्पांजलि शर्मा, प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा श्रीमती रश्मि अरूण शमी, प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य श्रीमती पल्लवी जैन गोविल, आयुक्त लोक शिक्षण श्रीमती अनुभा श्रीवास्तव और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मंत्रि-परिषद ने लिया म.प्र. राज्य मिलेट मिशन योजना लागू करने का निर्णय
11 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में मध्यप्रदेश राज्य मिलेट मिशन योजना लागू करने का निर्णय लिया। योजना का क्रियान्वयन संचालक, किसान-कल्याण तथा कृषि विकास के माध्यम से सभी जिलों में किया जायेगा। योजना की अवधि 2 वर्ष (2023-24 एवं वर्ष 2024-25) की होगी। इन 2 वर्षों में योजना में 23 करोड़ 25 लाख रूपए व्यय किए जाएंगे। किसानों को मोटे अनाज के उन्नत प्रमाणित बीज सहकारी/शासकीय संस्थाओं से 80 प्रतिशत अनुदान पर प्रदान किए जाएंगे। योजना की मॉनिटरिंग के लिए कृषि उत्पादन आयुक्त की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय समिति गठित की जाएगी।
मिलेट मिशन योजना की गतिविधियों का बड़े पैमाने पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा। मिलेट फसलों के उत्पादन, प्र-संस्करण एवं विपणन को बढ़ावा देने के लिए किसानों के प्रशिक्षण कार्यक्रम एवं राज्य के बाहर अध्ययन भ्रमण होंगे। मिलेट को बढ़ावा देने के लिए जिला एवं राज्य स्तर पर मेले, कार्यशाला, सेमीनार, फूड फेस्टिवल, रोड-शो किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि मिलेट अनाज की फसलें कभी प्रदेश की खान-पान की संस्कृति के केंद्र में थी। वर्तमान में इन फसलों के पोषक महत्व को दृष्टिगत रखते हुए इन्हें बढ़ावा दिया जाना आवश्यक है। इन फसलों की खेती प्रायः कम उपजाऊ क्षेत्रों में की जाती है। वर्तमान में उपभोक्ताओं में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ने से मिलेट फसलों की माँग बढ़ रही है। कोदो, कुटकी, रागी, सांवा जैसी फसलें स्वास्थ्य की दृष्टि से अत्यंत लाभदायक हैं। इन मिलेट फसलों के महत्व के दृष्टिगत इनको पोषक अनाज का दर्जा दिया गया है। इन फसलों के अनाज आयरन, कैल्शियम, फाइबर आदि से भरपूर होते हैं। साथ ही इनमें वसा का प्रतिशत भी कम होता है, जिससे हृदय रोगी एवं डायबिटीज रोगियों के द्वारा इनका उपयोग सुरक्षित पाया गया है। इसलिए किसानों के बीच मिलेट फसलों की खेती को प्रोत्साहित करने एवं मिलेट फसलों से तैयार व्यंजनों का प्रचार-प्रसार किया जाना आवश्यक है। मध्यप्रदेश में कोदो-कुटकी, ज्वार एवं रागी के क्षेत्र विस्तार, उत्पादकता एवं उत्पादन वृद्धि की पर्याप्त संभावनाएँ हैं। साथ ही मिलेट फसलों के बढ़ते बाजार के दृष्टिगत मूल्य संवर्धन (Value Addition) की संभावना भी काफी अधिक है। प्रदेश में शासकीय कार्यक्रमों में जहाँ भोजन की व्यवस्था की जाती है, एक व्यंजन मोटे अनाज का भी रखा जायेगा। छात्रावास एवं मध्यान्ह भोजन में सप्ताह में एक दिन मोटे अनाज का उपयोग हो, इसकी व्यवस्था की जायेगी।

गेहूँ निर्यात पर मंडी शुल्क प्रतिपूर्ति संबंधी संशोधन की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने गेहूँ निर्यात पर मंडी शुल्क प्रतिपूर्ति संबंधी विभागीय अधिसूचना 7 अप्रैल 2022 में संशोधन की स्वीकृति दी। संशोधन अनुसार प्रदेश के किसी भी कृषि उपज मंडी क्षेत्र में निर्यात के उद्देश्य से क्रय की गई अधिसूचित कृषि उपज "गेहूँ" पर मंडी फीस की प्रतिपूर्ति का लाभ प्रदान करने पर विचार किया जायेगा। मंडी फीस की प्रतिपूर्ति, अधिसूचित कृषि उपज "गेहूँ" की भुगतान पत्रक से क्रय की गई मात्रा पर प्राप्त होगी। देश के अन्य राज्यों से व्यापारियों द्वारा वाणिज्यिक प्रयोजन के अनुक्रम में क्रय एवं विक्रय की गई अधिसूचित कृषि जिन्स पर मंडी फीस की प्रतिपूर्ति नहीं की जायेगी। मंडी फीस की प्रतिपूर्ति के लिए आवेदन प्रस्तुत किया जाना अनिवार्य होगा। मंडी शुल्क प्रतिपूर्ति की राशि का वहन मंडी बोर्ड के बजट प्रावधान के कृषि उपज निर्यात प्रोत्साहन मद से किया जावेगा।

ट्रांसजेण्डर को पिछड़ा वर्ग की सूची में शामिल करने की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने ट्रांसजेण्डर को मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग की सूची के क्रमांक 93 के बाद क्रमांक 94 में सम्मिलित किये जाने की स्वीकृति प्रदान की।

उज्जैन में डुंगरिया सूक्ष्म सिंचाई परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति

मंत्रि-परिषद द्वारा डुंगरिया सूक्ष्म सिंचाई परियोजना लागत राशि 104 करोड़ 74 लाख रूपये, सैंच्य क्षेत्र 3 हजार हेक्टेयर की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से उज्जैन के महिदपुर विकासखण्ड के 8 ग्रामों को सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।

टिकटोली डिस्ट्रीब्यूटरी परियोजना की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति

मंत्रि-परिषद द्वारा टिकटोली डिस्ट्रीब्यूटरी (हरसी उच्च स्तरीय मुख्य नहर से पोषित) परियोजना लागत 44 करोड़ 90 लाख रूपये, सैंच्य क्षेत्र 3 हजार 700 हेक्टेयर की पुनरीक्षित प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से ग्वालियर जिले के 27 ग्रामों के कृषकों को सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।

अन्य निर्णय

मंत्रि-परिषद ने भारत सरकार की प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान में (PM-AASHA) प्राइस सपोर्ट स्कीम (PSS) एवं मूल्य स्थिरीकरण कोष (PSF) में ग्रीष्मकालीन वर्ष 2021-22 (विपणन वर्ष 2022-23) में मूंग एवं उड़द का पंजीकृत कृषकों से उपार्जन, राज्य उपार्जन एजेंसी म.प्र. राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित द्वारा किए जाने का निर्णय लिया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रेहटी के गौरव दिवस पर दी अनेक सौगातें
लाड़ली बहना योजना बहनों के सशक्तिकरण को बढ़ायेगी
रेहटी नगर के विकास के लिये मुख्यमंत्री ने की अनेक घोषणाएँ

10 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना दुनिया की अपने तरह की अकेली योजना है जो महिलाओ को सशक्त बनाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी के सहयोग की उम्मीद के साथ रेहटी में नर्मदा नदी से पेयजल के लिए 15 करोड़ रूपये की योजना को स्वीकृत करने की घोषणा की। उन्होंने रेहटी कॉलेज में पीजी की एम.ए., एम.एससी, एम.कॉम की कक्षाएँ इसी सत्र से प्रारंभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने रेहटी में इंडोर स्टेडियम के साथ जिम की स्थापना करने और मालीबाया तक के मार्ग को फोर लेन लाइन बनाने की घोषणा भी की। मुख्यमंत्री श्री चौहान सोमवार को रेहटी के गौरव दिवस पर दशहरा मैदान में विशाल जन-समुदाय को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री ने गीत गाकर जताया बहनों से स्नेह संबंध


मुख्यमंत्री श्री चौहान लाड़ली बहना योजना की अवधारणा बताते हुए भावुक हो गए और उन्होंने अपने स्नेह तथा संबंधों को "फूलों का तारो का, सबका कहना है, लाखों हजारों में मेरी बहना है" गाकर व्यक्त किया। बहनों ने भी मुख्यमंत्री के स्वर में स्वर मिला कर संबंधों की प्रगाड़ता व्यक्त की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिलाओं और बेटियों के सशक्तिकरण के बनाई गई मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, स्थानीय निर्वाचन में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण, शिक्षक भर्ती में 50 और पुलिस में 30 फीसदी आरक्षण का उल्लेख करते हुए कहा कि लाड़ली बहना योजना बहनों के आत्म-सम्मान की योजना है। उन्होंने कहा कि यह योजना परिवार में प्रेम बढ़ाने, आर्थिक रूप से सशक्तिकरण के साथ जीवन में बदलाव लाएगी। उन्होंने कहा कि ये सामाजिक क्रांति है जो मध्यप्रदेश की धरती से शुरू हुई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने महिला सशक्तिकरण के लिए चलाई गई योजनाओं के सकारात्मक परिणामों का उल्लेख करते हुए कहा कि आज बिटियाँ बोझ नहीं लखपति हो रही है और लिंगानुपात में भी सुधार हुआ है। उन्होंने रेहटी के नागरिकों के द्वारा किए गए भावपूर्ण स्वागत के लिए धन्यवाद व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे जनता का विश्वास हमेशा बनायें रखेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बना कर मेरी जिंदगी सफल और मुख्यमंत्री बनना सार्थक हुआ है। मैं बचपन से ही बेटी और बहनों के प्रति संवेदनशील रहा हूँ। बेटियों के प्रति अन्याय को रोकने के लिये मैंने पहले लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई, जिसके सफल क्रियान्वयन ने प्रदेश में बेटी को अभिशाप से वरदान बना दिया। अब मेरे दिल से उपजी यह योजना मेरी बहनों को आत्म-निर्भर बनाने के साथ उन्हें सामाजिक रूप से भी सशक्त करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब मिल कर प्रदेश में नया जमाना लेकर आए, जहाँ सब सुखी हों, किसी की आँख में आँसू न हो। सबके चेहरों पर खुशी और मुस्कुराहट हो। भैया-बहन एक साथ मिल कर चलें और प्रदेश का विकास करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रेहटी के गौरव दिवस पर अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों की सौगात दी। साथ ही विभिन्न जन-कल्याणकारी योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किये। सांसद श्री रमाकांत भार्गव ने रेहटी सहित बुधनी और सीहोर के विकास के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। गौरव दिवस कार्यक्रम में प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, इछावर तथा सीहोर के विधायक सहित जन-प्रतिनिधि, अधिकारी और बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं नागरिक उपस्थित रहे।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सारंग होंगे अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष
9 April 2023
भोपाल.चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष का दायित्व संभालेंगे। रविवार को प्रयागराज में 2 दिवसीय अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सर्वसम्मति से मंत्री श्री सारंग को यह जिम्मेदारी सौंपी गई। मंत्री श्री सारंग को सभी समाज बंधुओं द्वारा शॉल-श्रीफल, अंगवस्त्र एवं पुष्पहार पहना कर सम्मानित किया।
मंत्री श्री सारंग ने अखिल भारतीय कायस्थ महासभा द्वारा सौंपी गई जिम्मेदारी के लिये सभी का आभार माना। उन्होंने कहा कि हमें समाज के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए वर्तमान को सहेजना होगा। कायस्थ समाज अपनी विद्वता से मानव समाज का मस्तिष्क माना जाता है। हमें संस्था को पाँच (स) संगठन, संपर्क, समन्वय, सद्भाव और सेवा से मजबूत बनाना होगा।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी जितेंद्र नाथ सिंह, उत्तरप्रदेश सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. अनील कुमार सक्सेना, पूर्व कैबिनेट मंत्री (उ.प्र. सरकार) एवं विधायक शहर पश्चिमी प्रयागराज श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, विधायक- वाराणसी केन्ट (उ.प्र.) श्री सौरभ श्रीवास्तव, विधायक-रामपुर (उ.प्र.) श्री आकाश सक्सेना, एमएलसी (उ.प्र. विधानसभा) डॉ. के.पी. श्रीवास्तव, एमएलसी (उ.प्र. विधानसभा) श्री आशुतोष सिन्हा, श्री अजय श्रीवास्तव नीलू सहित कार्यकारिणी के सदस्य एवं कायस्थ समाज के गणमान्य जन उपस्थित रहे।

डॉ. यशपाल सिंह शिक्षा के क्षेत्र में योगदान के लिए सम्मानित
8 April 2023
भोपाल.जनजातीय कार्य विभाग द्वारा संचालित बावड़िया कला स्थित एकलव्य आदर्श आवासीय (गुरुकुलम्) विद्यालय के प्राचार्य डॉ. यशपाल सिंह को केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा सम्मानित किया गया है।
डॉ. सिंह को शिक्षा के क्षेत्र में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं और जनजातीय विद्यार्थियों के समग्र विकास में योगदान के लिए नेशनल एजुकेशन सोसायटी फॉर ट्राइबल स्टूडेंट्स (नेस्ट) द्वारा सम्मानित किया गया है। नेस्ट के कमिश्नर श्री असित गोपाल ने नेस्ट के 5वें स्थापना दिवस पर नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फॉर आर्ट्स में हुए समारोह में डॉ. सिंह को सम्मान-पत्र, 25 हजार रूपए सम्मान राशि और शॉल-श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया।
प्रमुख सचिव जनजातीय कार्य डॉ. पल्लवी जैन गोविल एवं आयुक्त श्री संजीव सिंह ने डॉ. यशपाल सिंह को बधाई दी। गौरतलब है कि डॉ. सिंह इससे पहले मंत्रालय द्वारा मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम नई दिल्ली में 'आदि महोत्सव' में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। वे गणित को विद्यार्थियों के लिए रुचिकर और सरल बनाने के विषय पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति में प्रेजेंटेशन भी दे चुके हैं। डॉ. सिंह की लिखी 'ट्रिकी मैथमेटिक्स' किताब के तीन अंक प्रकाशित हो चुके हैं।

पुराने कुएँ-बावड़ियों का जीर्णोद्धार कर जल-स्रोतों के रूप में उपयोग किया जाएगा : मुख्यमंत्री श्री चौहान
7 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सुरक्षा की सभी व्यवस्थाएँ करते हुए पुराने कुएँ-बावड़ियों का जीर्णोद्धार कर, उनका जल-स्रोतों के रूप में उपयोग किया जाएगा। इन्दौर में विगत दिनों हुई हृदय विदारक घटना के बाद प्रदेश में कुएँ-बावड़ियों को चिन्हित कर उन्हें सुरक्षित बनाने के हर संभव उपाय करने के निर्देश दिए गए थे। इनको चिन्हित करने का कार्य जारी है। उन्हें भरने के बजाए, जल-स्रोतों के रूप में उपयोग करने के उद्देश्य से उन्हें सुरक्षित बनाते हुए जीर्णोद्धार करने से कुएँ-बावड़ियाँ समाज के लिए उपयोगी होंगी। इन्दौर में सामंजस्य और सद्भाव के साथ फिर से मंदिर स्थापित किया जाएगा, जिससे श्रद्धालु फिर से पूजा-अर्चना कर सकें। मुख्यमंत्री श्री चौहान श्यामला हिल्स उद्यान में पौध-रोपण कर मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे।
कौशलेंद्र विक्रम सिंह IAS- संघ कार्य के लिए भोपाल की कलेक्टरी छोड़ी, पहले लक्ष्य पूरा करेंगे
6 April 2023
भोपाल.पिछले दिनों मध्यप्रदेश में भारतीय प्रशासनिक सेवा के कुछ अधिकारियों के ट्रांसफर हुए। सबसे ज्यादा चर्चा श्री अविनाश लवानिया की होनी चाहिए थी परंतु श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह सुर्खियों में आ गए हैं। सरकार ने उन्हें मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल का कलेक्टर बनाया था परंतु उन्होंने कलेक्टर का पद छोड़कर पर्यटन विकास निगम के प्रबंध संचालक का पद ग्रहण किया। अब कहा जा रहा है कि संघ कार्य के लिए श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने भोपाल के कलेक्टर का पद छोड़ दिया। पहले लक्ष्य पूरा करेंगे और उसके बाद किसी विकल्प पर विचार करेंगे।

कौशलेंद्र विक्रम सिंह IAS- कलेक्टर पद छोड़कर रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं

श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह की भोपाल के कलेक्टर के पद पर नियुक्ति के तत्काल बाद पदस्थापना में परिवर्तन की खबर, स्वाभाविक रूप से सुर्खियों में आ गई थी। राजनीति और प्रशासनिक मामलों में रुचि रखने वाले सभी लोग इसका कारण जानना चाहते थे, क्योंकि भोपाल का कलेक्टर एक पावरफुल पोस्टिंग होती है। खबर मिली है कि मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम के एमडी का पद श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने स्वयं चुना है, क्योंकि इस पद पर रहते हुए वह एक महत्वपूर्ण काम करना चाहते हैं।
मध्य प्रदेश के ओमकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की विशाल मूर्ति की स्थापित किया जाना है। दावा किया जा रहा है कि यह दुनिया की सबसे बड़ी प्रतिमा होगी। स्वाभाविक रूप से एक महत्वपूर्ण काम है और काफी जिम्मेदारी भरा है। इस काम में संघ की विशेष रूचि है। एक छोटी सी गलती भी भारी पड़ सकती है इसलिए यह काम जिम्मेदार हाथों में दिए जाने का आग्रह मुख्यमंत्री से किया गया था।
मध्यप्रदेश के नाम इसी रिकॉर्ड को बनाने के लिए श्री कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने अपनी पदस्थापना में परिवर्तन करवा लिया है।

प्रदेश का विकास और जनता का कल्याण ही मेरी जिंदगी का मकसद : मुख्यमंत्री श्री चौहान
5 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश का विकास और जनता का कल्याण ही मेरी जिंदगी का मकसद है। इसे पूरा करने के लिए मुझे आप सभी का सहयोग चाहिए। प्रदेश में बहन-बेटियों की जिंदगी सँवारने के लिए सामाजिक क्रांति चल रही है। यदि बहने सुखी हैं तो मेरी जिंदगी सफल है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज शहडोल जिले के ब्यौहारी में लाड़ली बहना सम्मेलन में शामिल हुए। उन्होंने तेंदूपत्ता संग्राहकों को 51 करोड़ के बोनस का वितरण भी किया। बहनों ने अपने लाड़ले भैया शिवराज को राखी बांधी, उनके लिए गीत गाया, अभिनंदन-पत्र का वाचन किया और धन्यवाद ज्ञापित किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 327 करोड़ 51 लाख रूपये की लागत वाली भन्नी वृहद सिंचाई परियोजना का शिलान्यास किया। उन्होंने जिला प्रशासन की पुस्तक "सफल-सबल शहडोल" का विमोचन भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहानने ब्यौहारी को मिनी स्मार्ट सिटी बनाने, रिंग रोड औरपुल निर्माण सिहत बाण सागर में इसी सत्र से कॉलेज खोलने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना एक सामाजिक क्रांति है। यह बहनों की जिंदगी में सम्मान लाएगी और उनका आत्म-विश्वास बढ़ेगा। काफी सोच-विचार के बाद यह योजना बनाई गई है। इसमें बहनों के खाते में हर माह 1000 रूपये दिए जाएंगे। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय ढाई लाख से कम हो, भूमि 5 एकड़ से कम हो और चार पहिया वाहन न हो, की 23 से 60 वर्ष तक की बहनों को इस योजना का लाभ मिलेगा। योजना के लिए हर वार्ड और गाँव में शिविर लगाए जाकर फार्म भरे जाएंगे। फार्म भरने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल है। यदि इसके बाद भी नाम छूट गए तो उन्हें भी जोड़ा जाएगा। हर पात्र बहन को योजना का लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना में बहनों का केवाईसी कराना आवश्यक है। इसके लिए सरकार प्रति केवाईसी 15 रूपये केवाईसी करने वालों को देगी। केवाईसी राशन की दुकान, कॉमन सर्विस सेंटर और एमपी ऑनलाइन पर करवाया जा सकता है। इसके लिए यदि बहन को दूसरे गाँव जाना पड़े, तो उसके लिए गाड़ी की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी बहन किसी भी व्यक्ति को एक भी रुपया न दे। यदि कोई मांग करता है तो सीधे 181 पर शिकायत करें, उस व्यक्ति को जेल भेजा जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मैंने बचपन से देखा कि बेटियों के प्रति पूरा न्याय नहीं होता था। उन्हें घर, परिवार और समाज में बेटों के बराबर सम्मान नहीं मिलता था। तब मैंने मन में ठान लिया था कि मैं बेटियों के सम्मान के लिए निरंतर संघर्ष करूँगा। मैंने मुख्यमंत्री बनते ही लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। इसके बाद मुख्यमंत्री कन्या विवाह /निकाह, गाँव की बेटी और प्रतिभा किरण जैसी अनेक योजनाओं से बहन-बेटियों के कल्याण के कार्य होते चले गए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में पंचायतों और नगरीय निकाय में बहनों को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है। इससे वे राजनीतिक क्षेत्र में भी सशक्त हो रही है। पुलिस की भर्ती में बहनों को 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जाता है। प्रदेश में नशे पर नैतिक अंकुश लगाया गया है। शराब के अहाते बंद कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पेसा नियम के लागू हो जाने के बाद जनजातीय क्षेत्रों में जनजातीय भाई-बहनों को जल, जंगल और जमीन के अधिकार मिले हैं। अब तेंदूपत्ता संग्राहक स्वयं तेंदूपत्ता तोड़ कर बेच सकते हैं। अपने क्षेत्र की पत्थर और गिट्टी की खदानों को संचालित कर सकते हैं। छोटे-मोटे झगड़े गाँव की शांति और विवाद निराकरण समिति ही निपटा देती है। अब आपकी जमीन कोई नहीं हड़प सकता।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पिछली सरकार ने कर्जा माफी की घोषणा पूरी नहीं की, जिससे लाखों किसान डिफॉल्टर हो गए। हमारी सरकार उन सब किसानों के ब्याज की राशि भरवा कर उन्हें जीरो प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण दे रही है। किसानों के ऊँचे-नीचे खेतों में भी पाइप लाईन बिछा कर पानी पहुँचाया जा रहा है। निजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा देने के लिए सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं, जो सभी सुविधाओं लाइब्रेरी, प्रयोगशाला, खेल मैदान आदि से युक्त हैं। प्रत्येक सीएम राइज स्कूल लगभग 35 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है और 25 किलोमीटर दूर तक के विद्यार्थियों को लाने के लिए बसों की व्यवस्था की जा रही है।
वन मंत्री कुंवर डॉ. विजय शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश का सर्वांगीण विकास हो रहा है। प्रदेश में बच्चे के जन्म से लेकर अंतिम संस्कार तक की योजनाएँ संचालित जा रही हैं। हाल ही में प्रदेश में शुरू की गई लाड़ली बहना योजना का लाभ लगभग सभी तेंदूपत्ता संग्राहक बहनों को मिलेगा।
केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि लाड़ली बहना जैसी योजनाओं से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नया इतिहास रचा है। प्रदेश के जनजातीय विकासखंडों में पेसा नियम का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। इन सभी अनूठी पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान बधाई के पात्र हैं। सांसद श्रीमती रीति पाठक और विधायक श्री शरद कोल ने भी संबोधित किया।
जनजाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री श्री राम खेलावन पटेल सहित जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं नागरिक मौजूद रहे।

प्रदेश में 730 पी.एम. श्री स्कूलों की स्थापना का अनुसमर्थन
4 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में मंत्रि-परिषद की बैठक हुई। मंत्रि-परिषद ने प्रदेश में 730 पी.एम. श्री स्कूलों की स्थापना का अनुसमर्थन किया। प्रदेश के प्रत्येक विकासखंड में अधिकतम 02 स्कूल (313 विकासखण्डों में 626) और 52 जिलों के नगरीय निकायों में 104 स्कूल, इस तरह अधिकतम 730 स्कूलों को पी.एम. श्री स्कूल के रूप चिन्हित किया जाएगा। चिन्हित स्कूलों में से एक प्रारंभिक शिक्षा (कक्षा पहली से आठवीं) एवं एक विद्यालय उच्चतर माध्यमिक शिक्षा के लिये संचालित होगा। पी.एम. श्री स्कूल की लागत 60:40 के अनुपात में केन्द्र और राज्य द्वारा वहन की जाएगी। सभी 730 पी.एम. श्री स्कूलों पर प्रतिवर्ष 277 करोड़ 40 लाख रूपए का व्यय भार आयेगा, जिसमें से राज्यांश 110 करोड़ 96 लाख रूपए प्रतिवर्ष होगा। यह परियोजना 5 वर्ष की है और इस अवधि में 554 करोड़ 80 लाख रूपए का व्यय भार राज्य सरकार पर आएगा। योजना के 5 वर्ष बाद इसका संचालन पूरी तरह राज्य सरकार द्वारा किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि पी.एम. श्री स्कूल में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों के समग्र रूप से अनुपालन के साथ शिक्षा की गुणवत्ता, समानता एवं शिक्षा सुविधा की पहुँच का समावेश किया जायेगा। ये स्कूल अन्य विद्यालयों के लिये उदाहरण के रूप में प्रस्तुत होंगे।
मंत्रि-परिषद् द्वारा सीहोर जिले के बुधनी में 100 एम.बी.बी.एस. सीट प्रवेश क्षमता का नवीन चिकित्सा महाविद्यालय तथा 500 बिस्तर सम्बद्ध अस्पताल स्थापित किये जाने के साथ नर्सिंग पाठ्यक्रमों के लिये 60 सीट प्रवेश क्षमता का नर्सिंग महाविद्यालय और पेरामेडिकल पाठ्यक्रमों के लिये 60 सीट प्रवेश क्षमता का महाविद्यालय स्थापित किये जाने के लिये 714 करोड़ 91 लाख रूपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। होशंगाबाद, इटारसी, पिपरिया, बैतूल एवं आसपास के क्षेत्रों की भोपाल, जबलपुर तथा छिंदवाड़ा में स्थित चिकित्सा महाविद्यालयों से दूरी अत्यधिक होने से क्षेत्र की जनता को चिकित्सा सुविधाएँ सुलभता से प्राप्त होंगी।

समर्थन मूल्य विकेन्द्रीकृत योजना में नि:शुल्क शासकीय प्रत्याभूति राशि 29 हजार 400 करोड़ रूपये की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद् ने प्रदेश में समर्थन मूल्य विकेन्द्रीकृत योजना अंतर्गत खाद्यान्न के उपार्जन सार्वजनिक वितरण प्रणाली और अन्य शासकीय योजनाओं के संचालन एवं डेफिसिट पूर्ति के लिये एक अप्रैल 2023 से 31 मार्च 2024 तक की अवधि के लिये नि:शुल्क शासकीय प्रत्याभूति राशि 29 हजार 400 करोड़ रूपये की स्वीकृति दी। शासकीय प्रत्याभूति से उपलब्ध राशि के अलावा शेष राशि की वित्त व्यवस्था ज्यादा ब्याज दर वाली खाद्यान्न साख सीमा से की जायेगी। निःशुल्क शासकीय प्रत्याभूति में से मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन एवं मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ के मध्य समय-समय पर पुर्नआवंटन का अधिकार खादय विभाग को दिया गया है।

शासकीय हेलीकाप्टर बेल-430 के स्पेयर्स एवं स्पेयर इंजिन का विक्रय

मंत्रि-परिषद् द्वारा शासकीय हेलीकाप्टर बेल-430 के स्पेयर्स एवं स्पेयर इंजिन के विक्रय के लिये जारी निविदा में राशि 2 करोड़ 36 लाख रूपये, जो कि निर्धारित ऑफसेट मूल्य राशि 2 करोड़ 24 लाख रूपये से अधिक का प्रस्ताव देने वाली संस्था को विक्रय करने का निर्णय लिया गया।

अन्य निर्णय

मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश फिल्म पर्यटन नीति-2020 में संशोधन के लिए विभागीय प्रस्ताव का अनुमोदन करते हुए नीति की कंडिका-10 की उप कंडिका 10.1.3 के द्वितीय तारांकित के निर्णय के लिये साधिकार समिति को अधिकृत किया।
मंत्रि-परिषद ने एकात्म शिक्षण समिति भैंसोदा तहसील नलखेड़ा, जिला आगर मालवा एवं भारतीय किसान संघ, मालवा प्रांत तहसील मल्हारगंज जिला इंदौर को निर्धारित शर्तों एवं राशि जमा करने पर भू-आवंटन की स्वीकृति दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वायदा निभाया : नसरूल्लागंज का नाम हुआ भैरूंदा
2 April 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आज नसरूल्लागंज का नाम बदल कर भैरूंदा कर दिया गया है। उन्होंने पुराने नाम को ऐतिहासिक अन्याय बताते हुए कहा कि नाम परिवर्तन से हमारा वैभव फिर लौटा है। उन्होंने नगर के ऐतिहासिक बदलाव के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री श्री अमित शाह का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रविवार को विशाल जन-समूह के बीच नसरूल्लागंज का नामकरण भैरूंदा करने का उदघोष नगर के गौरव दिवस पर किया। उन्होंने सिंगल क्लिक से नसरुल्लागंज का नाम बदलकर भेरूंदा करने के साथ ही गजट नोटिफिकेशन सांसद श्री रमाकांत भार्गव और अध्यक्ष नगर परिषद श्री मारुति शिशिर को सौंपा। नागरिकों ने वर्षों पुरानी मांग पूर्ण होने और फिर से वैभव लौटाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार माना। हजारों की संख्या में उपस्थित नागरिकों का उत्साह देखते ही बनता था। इस अवसर पर आतिशबाजी भी की गई।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गौरव दिवस पर नगर को 80 करोड़ 94 लाख से अधिक राशि के अनेक निर्माण एवं विकास कार्यों की सौगात दी। इन कार्यों में 76 करोड़ 25 लाख 51 हजार रूपए की लागत के 16 निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन तथा 4 करोड़ 68 लाख 50 हजार रूपए के दो निर्माण कार्यों का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भैरूंदा नगर के विकास के लिये 100 करोड़ रूपये देने की घोषणा भी की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज पूरे क्षेत्र में सिंचाई, सड़क, बिजली, शिक्षा आदि के अनगिनत कार्य हुए है। भैरूंदा से अब 350 करोड़ रूपये की लागत से नेशनल हाइ-वे बनाया जायेगा, जो खातेगांव, बडनगर और इटारसी को भी जोड़ेगा। उन्होंने भैरूंदा के दो दर्जन से अधिक गाँव को सीप अंबर लिफ्ट एरिगेशन योजना से जोड़ने की घोषणा की। साथ ही करीब एक दर्जन गाँव में बेराज निर्माण की मंजूरी भी दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहना योजना को अपने कार्यकाल की सर्वाधिक अच्छी योजना निरूपित करते हुए कहा कि यह योजना गरीब परिवार में खुशहाली के साथ ही बहनों के सशक्तिकरण, मान-सम्मान बढ़ाने और आत्म-निर्भर बनाने की योजना है। उन्होंने सभी पात्र बहिनों से शिविर में बिना कुछ दिए आवेदन करने का आहवान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सी.एम. राइज स्कूल गाँव के गरीब परिवार के बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा का माध्यम बनेंगे। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटियों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार उठा रही है। प्रदेश में अब मेडिकल और इंजीनियरिंग की शिक्षा अब हिंदी भाषी बच्चे भी कर सकेंगे और अपना भविष्य सवांर सकेंगे। उन्होंने भैरूंदा में स्किल पार्क बनाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियों में भर्ती, स्व-रोजगार योजनाओं से रोजगार देने के साथ ही अब मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना भी जून से लागू की जायेगी। योजना में काम सीख रहे युवाओं को 8 हजार रूपए भी मिलेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में शराब को हतोत्साहित करने के लिये सभी अहाते बंद कर दिये गये हैं। इस दिशा में समाज को भी सकारात्मक रूख अपनाना होगा। सांसद श्री रमाकांत भार्गव ने भैरूंदा का वैभव लौटाने के लिये मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। गौरव दिवस पर 40 से अधिक विभागीय गतिविधियों एवं उपलब्धियों पर प्रदर्शनी लगाई गई। मुख्यमंत्री ने नगर की विभूतियों को सम्मानित भी किया। कार्यक्रम में स्थानीय जन-प्रतिनिधि, विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।

पीएम मोदी ने वंदे भारत ट्रेन को दिखाई हरी झंडी, भोपाल से नई दिल्ली के लिए रवाना
1 April 2023
भोपाल.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन पर भोपाल से दिल्ली के लिए देश की 11वीं वंदे भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। यह मध्यप्रदेश में पहली वंदे भारत ट्रेन है। पीएम मोदी सुबह करीब साढ़े नौ बजे एयरफोर्स के विशेष विमान से भोपाल पहुंचे। स्टेट हैंगर पर राज्यपाल एवं सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनकी अगवानी की।

पीएम मोदी जी बोले...


हमारे देश में कुछ लोग है, जो साल 2014 के बाद से ही यह ठान कर बैठे हैं। उन्होंने अपना संकल्प घोषित किया है कि हम मोदी की छवि को धूमिल करके रहेंगे। इसके लिए इन लोगों ने भांति-भांति के लोगों को सुपारी दे रखी है और खुद भी मोर्चा संभाले हुए हैं।
इनका साथ देने के लिए कुछ लोग देश के भीतर हैं, कुछ देश के बाहर बैठकर भी काम कर रहे हैं। ये लोग किसी तरफ मोदी की छवि को धूमिल करने का प्रयास कर रहे हैं। लेकिन आज आदिवासी, पिछले, आम जनता हर भारतीय मोदी का सुरक्षा कवच बना हुआ है। इसलिए यह लोग बौखला गए है। नए-नए पैतरे अपना रहे हैं।
साल 2014 में उन्होंने मोदी की छवि धूमिल करने का संकल्प लिया। अब संकल्प लिया है कि मोदी तेरी कब्र खुदेगी। इनकी साजिश के बीच आपको और देश वालों को राष्ट्र निर्माण पर ध्यान देना है।
यह नई वंदे भारत ट्रेन इसी संकल्प का हिस्सा है। एक बार फिर मध्यप्रदेश, भोपाल की जनता को आधुनिक ट्रेन के लिए बहुत-बहुत बधाई।

पीएम मोदी जी बोले...


बच्चों से बात की। उनके अंदर इस ट्रेन को लेकर उमंग देखने योग्य थी। जब यह कार्यक्रम तय हुआ, तो मुझे बताया गया कि एक तारीख को कार्यक्रम है। मैंने कहा कि 1 अप्रैल को क्यों रखे हो? जब अखबार में खबर आएगी कि मोदी जी एक अप्रैल को हरी झंडी दिखाने वाले हैं, तो हमारे कांग्रेस के साथी जरूर बयान देंगे कि मोदी अप्रैल फूल बनाएगा।
पहले देश के एक ही परिवार को देश का प्रथम परिवार मानती रही। देश के गरीब, मध्यम वर्गीय परिवार को तो उन्होंने अपने हाल पर ही छोड़ दिया था। इनकी आशाएं, अपेक्षाएं, इन्हें पूछने वाला कोई नहीं था। आजादी के बाद भारत को बहुत बड़ा रेलवे नेटवर्क बना बनाया मिला था। तब की सरकारें चाहती थी, तो बहुत तेजी से रेलवे को आधुनिक बना सकती थीं। लेकिन, राजनीतिक स्वार्थ के लिए रेलवे के विकास को बलि चढ़ा दिया।
आजादी के इतने दशक बाद भी नॉर्थ ईस्ट के राज्य ट्रेन से नहीं जुड़े थे। 2014 में जब आपने मुझे सेवा का अवसर दिया, तो मैंने तय किया कि अब ऐसा नहीं होगा। रेलवे का कायाकल्प होकर रहेगा। 9 साल में हमारा निरंतर प्रयास रहा है कि भारतीय रेल दुनिया का श्रेष्ठ रेल नेटवर्क कैसे बने। 2014 से पहले भारतीय रेल को लेकर क्या खबरें आती थीं, आप जानते हैं।

पीएम मोदी आज भोपाल दौरे पर हैं। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश की पहली और देश की 11वीं वंदेभारत ट्रेन की सौगात दी। पीएम ने भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। इस दौरान मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगू भाई पटेल मौजूद रहे। ये ट्रेन भोपाल से दिल्ली के बीच चलेगी। ये ट्रेन हफ्ते में 6 दिन चलेगी शनिवार को ट्रेन नहीं चलेगी।
पीएम मोदी ने कहा, रेलवे के इतिहास में बहुत कम हुआ होगा कि एक ही स्टेशन पर किसी प्रधानमंत्री का दोबारा आना हुआ होगा। लेकिन आधुनिक भारत में नई व्यवस्थाएं बन रही हैं। नई परंपराएं बन रही हैं। आज का कार्यक्रम इसका ही उत्तम उदाहरण है। अभी यहां मैंने जो यात्री के रूप में स्कूल के बच्चे जा रहे थे, उनके साथ संवाद किया। उनके भीतर ट्रेन को लेकर जो उमंग और उत्साह था, वह देखने लायक थी। एक तरह से वंदे भारत ट्रेन उमंग का प्रतीक है। मुझे बताया गया कि 1 अप्रैल को कार्यक्रम है। मैंने कहा क्यों रख रहे हो। कांग्रेस के लोग कहेंगे कि मोदी एक अप्रैल को अप्रैल फूल करेंगे।

एडमिरल हरि कुमार कोरोना पॉजिटिव

पीएम मोदी आज भोपाल में आयोजित संयुक्त कमांडर सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। सम्मेलन में शामिल होने वाले सभी लोगों का कोरोना टेस्ट कराया गया था। नौसेना प्रमुख एडमिरल हरि कुमार का कोविड टेस्ट पॉजिटिव आया है, जिसके चलते वह कमांडर्स कॉन्फ्रेंस बीच में छोड़कर स्पेशल प्लेन से दिल्ली लौट गए।

प्लेटफॉर्म नंबर एक पीएम मोदी के लिए रिजर्व

रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर एक के एंट्री गेट को पीएम मोदी के लिए रिजर्व किया गया है। इस गेट से VIP को एंट्री दी जाएगी। जबकि वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा करने वाले स्टूडेंट, समन्वयक, रेलवे कर्मियों को दोपहर 12 बजे से प्लेटफॉर्म क्रमांक पांच से प्रवेश करेंगे। इसके लिए यहां स्पेशल पाथ-वे कॉरिडोर बनाया गया है। आम यात्रियों की स्टेशन में एंट्री प्लेटफार्म नंबर पांच की ओर से ही होगी।

कांग्रेस नेत्री के घर पहुंची पुलिस

प्रधानमंत्री के भोपाल दौरे के समय कांग्रेस नेत्री पर कार्रवाई देखने को मिली। मध्यप्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग की उपाध्यक्ष संगीता शर्मा के घर पर पुलिस पहुंची। पुलिस ने संगीता को निगरानी में रखा है। बताया जा रहा है कि खुफिया विभाग से पुलिस को इनपुट मिला था कि पीएम का कारकेड जब रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से बरकतुल्लाह विश्वविद्यालय की तरफ जाएगा, तब संगीता शर्मा समर्थकों के साथ नारेबाजी कर अशांति फैला सकती हैं। हालांकि, उनके खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।

संयुक्त कमांडर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रवाना हुए पीएम

भोपाल जिला प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने राजधानी भोपाल के लाल परेड मैदान स्थित हेलीपेड पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का स्वागत किया। यहां से पीएम मोदी हेलीकॉप्टर से कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में आयोजित संयुक्त कमांडर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए रवाना हुए। यह सम्मेलन तैयार, पुनरुथान, प्रासंगिक थीम पर आयोजित किया गया है।

सीएम ने हाथ जोड़कर स्वागत किया


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल पहुंच गए हैं। स्टेट हैंगर पर सीएम शिवराज ने उनका हाथ जोड़कर अभिनंदन किया। पीएम के आने से पहले सीएम ने कहा कि 'प्रधानमंत्री जी का आगमन प्रदेश के सौभाग्य के सूर्योदय के सामान है'।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मृतकों के परिजन से मिल कर ढाँढस बंधाया और शोक संवेदना व्यक्त की
31 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इन्दौर में हुई घटना की मजिस्ट्रियल जाँच के निर्देश दिए गए हैं। यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। जाँच के आधार पर जिम्मेदारी तय कर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि हमारी प्राथमिकता रेस्क्यू ऑपरेशन पूर्ण करने की है। शेष प्रभावितों को ढूंढने के प्रयास जारी हैं। राज्य सरकार द्वारा घायलों का नि:शुल्क उपचार कराया जा रहा है। पीड़ित परिवारों की सहायता में किसी भी तरह की कसर नहीं रखी जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दुर्घटना में मृत व्यक्तियों के परिजन से चर्चा की तथा ढाँढस बंधाया। उन्होंने कहा कि दुख की इस घड़ी में राज्य शासन पूरी तरह से उनके साथ है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान शुक्रवार की सुबह अल्प प्रवास पर इन्दौर पहुँचे थे। उन्होंने अस्पताल पहुँच कर घायलों के स्वास्थ्य की जानकारी ली और घटना स्थल पहुँच कर स्थिति का मुआयना भी लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मैं स्वयं भी रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन टीम और प्रशासन के संपर्क में रहा। घायलों का अस्पताल में बेहतर इलाज किया जा रहा है। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों की सहायता में कोई कसर नहीं छो़ड़ेगी। पुलिस ने प्रकरण भी पंजीबद्ध कर लिया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूरे प्रदेश में जहाँ भी ऐसे ढँके हुए कुएँ और बावड़ियाँ हैं, उनकी जाँच कराने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। खुले रह गए बोरवेल की जाँच के भी निर्देश दिए गए हैं। बोरवेल खुले होने पर संबंधितों पर कार्यवाही की जाएगी। गृह मंत्री एवं इंदौर जिले के प्रभारी डॉ. नरोत्तम मिश्रा, जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, इन्दौर महापौर श्री पुष्यमित्र भार्गव सहित अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

2610 करोड़ की लागत से होगा विद्युत पारेषण और वितरण प्रणाली का सुदृढ़ीकरण
31 March 2023
भोपाल.ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने बताया है कि मंत्रि-परिषद द्वारा विद्युत कंपनियों की 2610 करोड़ रूपए लागत की विभिन्न पूँजीगत योजनाओं को स्वीकृत किया गया है। इसमें पारेषण प्रणाली सुदृढ़ीकरण योजना के लिए 2077 करोड़ रूपए, उप पारेषण एवं वितरण प्रणाली सुदृढ़ीकरण योजना के लिए 533 करोड़ रूपए के कार्य शामिल हैं।
पारेषण प्रणाली सुदृढ़ीकरण योजना में 4 नवीन अति उच्च दाब उपकेंद्र की स्थापना, 6212 एमव्हीए अति उच्चदाब उप केंद्र क्षमता वृद्धि और 1438 सर्किट किलोमीटर अति उच्चदाब लाइनों का निर्माण सम्मिलित है।
उप पारेषण एवं वितरण प्रणाली सुदृढीकरण योजना में 33/11 के.वी. के 1832 उप केंद्रों का उन्नयन, 4 नवीन 33/11 केवी उप केंद्रों की स्थापना, 988 किलोमीटर उच्च दाब लाइनों का निर्माण, 115 किलोमीटर निम्नदाब लाइनों का निर्माण, 71 अतिरिक्त पॉवर ट्रांसफार्मर की स्थापना, 71 पॉवर ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि, 2290 नवीन वितरण ट्रांसफार्मर की स्थापना और 1570 वितरण ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि के कार्य शामिल हैं। इनमें 440 करोड़ रूपए का व्यय आएगा।
इन योजनाओं के लिए वित्तीय संस्थाओं से 1662 करोड़ रूपए ऋण लिया जाएगा और राज्य शासन द्वारा बजट से 948 करोड़ रूपये उपलब्ध कराये जायेंगे । योजनाओं के क्रियान्वयन के बाद उपभोक्ताओं को और अधिक गुणवत्तापूर्ण बिजली प्रदाय की जा सकेगी।

प्रधानमंत्री की अगवानी एवं विदाई के लिये मिनिस्टर-इन-वेटिंग नामित
31 March 2023
भोपाल.प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के एक अप्रैल को भोपाल आगमन एवं विदाई के लिये मंत्रीगण को "मिनिस्टर-इन-वेटिंग'' नामित किया गया है। गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को भोपाल एयरपोर्ट, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह को हेलीपेड लाल परेड ग्राउण्ड और हेलीपेड बरकतउल्ला विश्वविद्यालय तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन के लिये "मिनिस्टर-इन-वेटिंग'' नामित किया गया है।
भारत की सेना विश्व की सबसे अधिक सक्षम सेनाओं में से एक: मुख्यमंत्री श्री चौहान
29 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नवरात्रि का पावन पर्व शक्ति की उपासना का पर्व है। मध्यप्रदेश और भोपाल का सौभाग्य है कि नवरात्रि में फौजी मेला और शस्त्र प्रदर्शनी से हमें शक्ति की आराधना का अवसर प्राप्त हुआ है। मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी तथा केन्द्र सरकार द्वारा भोपाल में फौजी मेला आयोजित करने के लिए आभारी हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत वर्ष का हजारों साल लम्बा ज्ञात इतिहास रहा है। हमारा शौर्य और वीरता भी हजारों वर्षों से स्थापित है। भारत के विचार, संस्कार, संस्कृति ने विश्व को दिशा दिखाई है। यदि हम शक्तिहीन हैं तो कोई हमारी बात नहीं सुनता है। भारत की सेना विश्व की सबसे अधिक सक्षम सेनाओं में से एक है। हमारे जवान कठिनतम परिस्थितियों में रह कर माँ भारती की रक्षा कर रहे हैं। सेना के त्याग, तपस्या के परिणामस्वरूप ही हम उत्सव और त्यौहार मना पाते हैं। मैं अपनी अद्भुत सेना के शौर्य, साहस और वीरता को प्रणाम करता हूँ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान भोपाल के मोतीलाल विज्ञान महाविद्यालय के मैदान में फौजी मेला और शस्त्र प्रदर्शनी का शुभारंभ कर संबोधित कर रहे थे। कमांडिंग इन चीफ नॉर्दन आर्मी कमांड लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और तीनों सेनाओं के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फीता काट कर तथा गुब्बारे छोड़ कर फौजी मेले का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान को फौजी मेला-2023 का स्मृति-चिन्ह भेंट किया गया।

आजादी के बाद शहीद हुए 30 हजार जवानों की स्मृति में बनाया है भोपाल का शौर्य स्मारक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सौभाग्य का विषय है कि तीनों सेनाओं की कमांडर कॉफ्रेंस 30 मार्च से 1 अप्रैल तक भोपाल में होने जा रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी, केन्द्रीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के वरिष्ठतम अधिकारी इसमें शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि हमारी सेना धर्म की जय के लिए समर्पित है। प्रधानमंत्री श्री मोदी का स्पष्ट संदेश है कि हम अपनी तरफ से किसी को छेड़ेंगे नहीं, अगर किसी ने हमें छेड़ा तो उसे छोड़ेंगे नहीं। पाकिस्तान ने सन् 1965 और 1971 में जुर्रत की तो हमारी सेनाओं ने उन्हें सबक सिखाया। कारगिल युद्ध और सर्जिकल स्ट्राइक में भी हमारे सैनिकों ने दुश्मन के इरादे नेस्तनाबूद किए। भारतीय सेना ने चीन को भी यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत किसी से कम नहीं है। आजादी के बाद भी 30 हजार जवानों ने शहादत दी है। उनकी स्मृति में हमने भोपाल में शौर्य स्मारक बनाया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में भारत हथियारों के मामले में आत्म-निर्भर हो रहा है। फौजी मेले में भी अनेक ऐसे हथियार हैं, जो स्वदेश में ही निर्मित हुए हैं।

मध्यप्रदेश सरकार शहीदों के सम्मान के लिए समर्पित

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारे सैनिकों ने सर्वोच्च बलिदान देकर देश की रक्षा की है। केवल युद्ध ही नहीं आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुँचाने में भी हमारी सेना संवेदनशीलता के साथ सक्रिय रही है। तुर्की में आई आपदा में सबसे पहले भारतीय सेना ने ही पहुँचकर राहत कार्य आरंभ किए थे। भारतीय सेना पर हमें गर्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार शहीदों के सम्मान के लिए समर्पित है। राज्य सरकार सर्वोच्च बलिदान की स्थिति में शहीद के परिवार को श्रद्धा और सम्मान स्वरूप एक करोड़ रूपए उपलब्ध कराती है। परिजन को शासकीय सेवा में स्थान देने के साथ शहीद की स्मृति में प्रतिमा या स्मारक भी स्थापित किया जाता है।

300 मीटर दूरी तक मार करने वाली एम- 4 गन से साधा निशाना

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने फौजी मेले में प्रदर्शित थल, वायु और जल सेना के अस्त्र-शस्त्र तथा उपकरणों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने 300 मीटर दूरी तक मार करने वाली एम-4 गन से निशाना साधा। साथ ही लेजर टारगेट डेसिंगनेटर, फगोट लांचर, वर्चुअल रियालटी सेट पर नेवी की गतिविधियों का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सियाचिन सर्वाइवल गियर, लाइट स्ट्राइक रायफल, कम्यूनिकेशन रोवर, अर्जुन युद्धक टैंक, वायु सेना के विमान संचालन की कार्य-प्रणाली को भी देखा और तकनीक के संबंध में जानकारी प्राप्त की।

अमरकंटक ताप विद्युत गृह चचाई के विस्तार के लिये 4665.87 करोड़ रूपये स्वीकृत
28 March 2023
भोपाल.कृषि यंत्रीकरण क्षेत्र में "कौशल विकास योजना" को स्वीकृति तीन नवीन तहसीलों के सृजन की स्वीकृति मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में मंत्रि-परिषद के निर्णय
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में 3 जिलों में 3 नवीन तहसीलों के सृजन का निर्णय लेते हुए उनके कुशल संचालन के लिये पदों की स्वीकृति दी गई। खण्डवा जिले में नवीन तहसील छैगांव माखन, सिंगरौली जिले में नवीन तहसील बरगवां और आगर-मालवा जिले में नवीन तहसील सोयतकला के सृजन की स्वीकृति दी गई।
जिला खंडवा में नवीन तहसील छैगांव माखन में वर्तमान तहसील खंडवा के राजस्व निरीक्षक मंडल चिचगोहन के पटवारी हल्का क्रमांक 1 से 20 तक एवं राजस्व निरीक्षक मंडल छैगांव माखन के पटवारी हल्का क्रमांक 21 से 40 तक कुल 40 पटवारी हल्के तथा वर्तमान पंधाना तहसील के राजस्व निरीक्षक मंडल (डूल्हार) के पटवारी हल्का क्रमांक 01 से 19 तक कुल 19 पटवारी हल्के इस प्रकार कुल 59 हल्के समाविष्ट होंगे। जिला खण्डवा में तहसील छैगांव माखन के सृजन उपरांत शेष तहसील खण्डवा में राजस्व निरीक्षक मंडल जावर के हल्का क्रमांक 41 से 63 तक राजस्व निरीक्षक मंडल खंडवा 1 के हल्का क्रमांक 64 से 78, 84 से 90 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल खण्डवा 2 के हल्का क्रमांक 91 से 94, 96 से 104 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल सिंगोट के हल्का क्रमांक 105 से 125 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल पिपलोद हल्का क्रमांक 126 से 148 तक, इस प्रकार कुल 108 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। जिला खंडवा में नवीन तहसील छैगांव माखन के कुशल संचालन के लिये तहसीलदार का एक, नायब तहसीलदार का एक, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3 सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 3, जमादार/दफतरी/बस्तावरदार का एक, वाहन चालक का एक और भृत्य के 5 इस प्रकार कुल 17 पद स्वीकृत किये गए।
जिला सिंगरौली में नवीन तहसील बरगवां में तहसील देवसर के राजस्व निरीक्षक मंडल देवसर गिर्द के पटवारी हल्का नंबर 32 व 33 एवं राजस्व निरीक्षक मंडल बरगवां के पटवारी हल्का नंबर 34 से 52 तक, तहसील सरई के राजस्व निरीक्षक मंडल खनुआनया के पटवारी हल्का नंबर 44 से 46 एवं 52 व 53 तक, तहसील सिंगरौली के राजस्व निरीक्षक मंडल परसौना के पटवारी हल्का नंबर 1 से 3 तक, इस प्रकार कुल 29 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। तहसील बरगवां के गठन के बाद शेष तहसील देवसर में तहसील देवसर के राजस्व निरीक्षक मंडल सरोंधा के पटवारी हल्का नम्बर 1 से 15 तक एवं राजस्व निरीक्षक मंडल देवसर जिले के पटवारी हल्का नंबर 16 से 31 तक, इस प्रकार कुल 31 पटवारी हल्के समाविष्ट होगें तथा तहसील सरई में राजस्व निरीक्षक मंडल निवास के पटवारी हल्का नंबर 01 से 21, राजस्व निरीक्षक मंडल सरई के पटवारी हल्का नं. 22 से 43 एवं राजस्व निरीक्षक मंडल खनुआयना के पटवारी हल्का नं. 47 से 51 व 54 से 62 इस प्रकार कुल 57 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन तहसील बरगवां में समाविष्ट किये जाने के लिए प्रस्तावित हल्कों के अपवर्जन करने के बाद तहसील सिंगरौली में तहसील सिंगरौली के राजस्व निरीक्षक मंडल परसौना के पटवारी हल्का नंबर 4 से 13 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल खुटार के पटवारी हल्का 14 से 22 एवं 45 से 48 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल के पटवारी हल्के 42 एवं 44 एवं 49 से 59 तक, इस प्रकार कुल 36 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे। नवीन तहसील बरगवां के कुशल संचालन के लिए तहसीलदार का एक, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 4 सहायक ग्रेड-3. (प्रवाचक) के 2, जमादार / दफतरी /बस्तावरदार का एक, वाहन चालक का एक और भृत्य के 4 इस प्रकार कुल 14 पद स्वीकृत किये गये।
जिला आगर-मालवा में नवीन तहसील सोयतकला में तहसील सुसनेर के राजस्व निरीक्षक मंडल सोयतकला के पटवारी हल्का नम्बर 1 से 24 तक, कुल 24 पटवारी हल्के समाविष्ट होंगे, जिसके बाद मूल तहसील सुसनेर में राजस्व निरीक्षक मंडल श्यामपुर के पटवारी हल्का नम्बर 25 से 35 तक, राजस्व निरीक्षक मंडल सुसनेर के पटवारी हल्का नम्बर 36 से 49 तक और राजस्व निरीक्षक मंडल मोड़ी के पटवारी हल्का नम्बर 50 से 59 तक, इस प्रकार कुल 35 पटवारी हल्के शेष रहेंगे। नवीन तहसील सोयतकला के कुशल संचालन के लिये तहसीलदार का एक, सहायक ग्रेड-2 के 2, सहायक ग्रेड-3 के 3, सहायक ग्रेड-3 (प्रवाचक) के 2, जमादार/दफतरी/बस्तावरदार का एक, वाहन चालक का एक और भृत्य के 4 इस प्रकार कुल 14 पद स्वीकृत किये गए।

4 हजार 600 करोड़ रूपये से अधिक ताप विद्युत गृह के लिये अनुमोदित

मंत्रि-परिषद् द्वारा मध्यप्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड की पूँजीगत योजना अमरकंटक ताप विद्युत गृह, चचाई में विस्तार इकाई 1x660 मेगावाट क्षमता की नवीन सुपर क्रिटिकल ताप विदयुत इकाई लागत 4665 करोड़ 87 लाख रूपये की स्थापना का अनुमोदन किया। इकाई का क्रियान्वयन म.प्र. पॉवर जनरेटिंग कंपनी लिमिटेड एवं कोल इंडिया लिमिटेड की सहायक कंपनी एस.ई.सी.एल. के मध्य गठित संयुक्त उपक्रम द्वारा किया जाएगा। परियोजना के वित्तीय पोषण के लिये 70 प्रतिशत ऋण वित्तीय संस्थाओं द्वारा 15 प्रतिशत अंशपूँजी एस.ई.सी.एल. के द्वारा तथा शेष 15 प्रतिशत अंशपूँजी राज्य शासन द्वारा बजट से म.प्र. पावर जनरेटिंग कंपनी को वर्ष 2022-23 से वर्ष 2028-29 के मध्य उपलब्ध करायी जाएगी। इस इकाई का निर्माण राज्य की भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं को दृष्टिगत रख किया जा रहा है। इकाई से वर्ष 2027-28 में वाणिज्यिक उत्पादन प्रारंभ किए जाने की योजना है।

कृषि यंत्रीकरण क्षेत्र में "कौशल विकास योजना" को स्वीकृति

मंत्रि-परिषद द्वारा कृषि यंत्रीकरण क्षेत्र में "कौशल विकास योजना" को स्वीकृति प्रदान की गई। योजना में कृषि यंत्रीकरण के क्षेत्र में स्थापित हो रहे ड्रोन स्कूल में 10 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके अतिरिक्त 3 वर्ष में 6 हजार युवाओं को वृहद कृषि यंत्रों को चलाने के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिससे उन्हें स्व-रोजगार स्थापित करने में सहायता मिलेगी। इसके लिये 22 करोड़ 73 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की गई है। इसका उद्देश्य प्रदेश में कृषि यंत्रीकरण को बढ़ावा देना है।

चेंटीखेड़ा वृहद सिंचाई परियोजना के लिये 539 करोड़ रूपये स्वीकृत

मंत्रि-परिषद द्वारा श्योपुर जिले की चेंटीखेड़ा वृहद सिंचाई परियोजना लागत राशि 539 करोड़ रूपये सैच्य क्षेत्र 15 हजार 300 हेक्टेयर की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की गई। परियोजना से सूक्ष्म सिंचाई पद्धति से विजयपुर विकासखण्ड के 16 ग्रामों का 11 हजार 118 हेक्टेयर क्षेत्र तथा सबलगढ़ विकासखण्ड के 16 ग्रामों की 4 हजार 112 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा का लाभ प्राप्त होगा।

पन्ना में नवीन कृषि महाविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति

मंत्रि-परिषद ने जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के अंतर्गत जिला पन्ना में नवीन कृषि महाविद्यालय की स्थापना की स्वीकृति दी। इसकी स्थापना के लिये 3 वर्षों के लिये अनावर्ती व्यय 51 करोड़ 90 लाख 35 हजार रूपये तथा आवृर्ती व्यय 31 करोड़ 20 लाख 80 हजार रूपये की राशि स्वीकृत की गई।

अन्य निर्णय

मंत्रि-परिषद् द्वारा वित्तीय वर्ष 2022-23 में मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी लिमिटेड जबलपुर और तीनों विद्युत वितरण कंपनियों की परियोजनाओं की कुल लागत 2610 करोड़ 46 लाख रूपये, इसमें वित्तीय संस्थाओं/कंपनी अंश 1661 करोड़ 80 लाख रूपये तथा राज्य शासन द्वारा प्रदान की जाने वाली राशि 948 करोड़ 66 लाख रूपये का अनुमोदन दिया।

भोपाल से नई दिल्‍ली के बीच चलेगी वंदेभारत एक्‍सप्रेस, ट्रेन पहुंची, शताब्‍दी के मुकाबले बचाएगी इतना समय
27 March 2023
भोपाल. सेमी बुलेट ट्रेन यानी वंदेभारत लोगों को खूब पसंद आ रही है. यही वजह है कि देश के अलग अलग हिस्‍सों से वंदेभारत ट्रेन का संचालन किया जा रहा है. रेलवे मंत्रालय कुछ और शहरों से वंदेभारत ट्रेन चलाने की तैयारी कर रहा है. उनमें से एक भोपाल से नई दिल्‍ली है. संभावना है कि अगले माह से इस रूट पर भी वंदेभारत का संचालन शुरू हो जाएगा, जो मध्‍य प्रदेश की पहली वंदेभारत होगी.
वंदेभारत एक्‍सप्रेस का रैक भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर पहुंच गया है. जो रानी कमलापति (आरकेएमपी) से शुरू होकर नई दिल्ली तक चलेगी. रेलवे मंत्रालय के अनुसार ट्रेन 694 किलोमीटर का सफर 7.45 घंटे में तय करेगी. वहीं, वापसी में पांच मिनट का अधिक समय लगेगा. यानी वापसी में ट्रेन 7.50 घंटे का समय लेगी. संभावना व्‍यक्‍त की जा रही है कि अप्रैल के पहले सप्‍ताह में इस ट्रेन को प्रधानमंत्री झंडी दिखाएंगे.

मोदी जी ने विकासवाद को आगे बढ़ाया : जेपी नड्डा
26 March 2023
भोपाल. भारत अब लेने वाला नहीं, देने वाला देश है प्रबुद्धजन समागम में राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कांग्रेस ने हमेशा जनता को गुमराह करने की कोशिश की
कुछ समय से राजनैतिक दलों का डिस्कोर्स बदला है। पहले राजनैतिक दल लोक लुभावने वादे कर भूल जाते थे। वादाखिलाफी करना नेतृत्व और पार्टियों का कल्चर था। लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आने के बाद भारत का राजनैतिक कल्चर बदला है। संस्कृति और राजनैतिक डिस्कोर्स बदला है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के कारण विकास की राजनीति आगे बढी है। पहले भाई भतीजावाद, परिवारवाद और जातिवाद का कल्चर था। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने विकासवाद को आगे बढाया। जिसका मंत्र सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। प्रधानमंत्री जी ने सबको साथ लेकर एक दिशा में चलने का काम किया है। यह बात भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा ने रविवार को कुशाभाऊ कन्वेंशन सेंटर में आयोजित प्रबुद्धजन समागम को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आप लोग समाज को प्रभावित करते है। आपके सपोर्ट से भारतीय जनता पार्टी को ताकत मिलती है। समागम को मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान और प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने भी संबोधित किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष के संबोधन के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष ने अंगवस्त्र पहनाकर पुष्पगुच्छ और मां सरस्वती का स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया।

मोदी जी ने मजबूती के साथ फैसलें लिए

राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी कोरोना महामारी के दौरान कठोर निर्णय लेते हुए देश की गरीब-वंचित जनता को एक बहुत बड़ा इकोनॉमिक पैकेज दिया। इस पैकेज के तहत 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि एमएसएमई सेक्टर को दिया गया। साथ ही, 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि कृषि आधारभूत संरचना के विकास के लिए दिया गया। उस दौरान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने नीतिगत योजना बनाकर रेहड़ी-सब्जी वालों को आर्थिक सहयोग प्रदान किया। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से देश की 80 करोड़ गरीब जनता को प्रति माह मुफ्त पांच किलो चावल, पांच किलो गेहूं और एक किलो दाल उपलब्ध कराये गए ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए। इसका परिणाम यह रहा कि आईएमएफ की रिर्पोट के अनुसार भारत में अति गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों की संख्या एक प्रतिशत से भी कम हो गयी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्र के विकास के लिए मजबूती के साथ कड़े फैसले लिए, जिसके सुखद परिणाम भी हम सबके सामने है।

पिछले नौ सालों में बदलाव आया

राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा ने कहा कि देश में टिटनेस की दवा आने में 20 साल, स्माल पॉक्स की दवा आने में 25 साल, पल्स पोलियो को राष्ट्रीय कार्यक्रम बनाने में 28 साल, टीबी की दवा आने में 30 साल और जापानी इंस्फेलाइटीस की दवा आने में 100 साल लग गए। लेकिन देश में कोरोना महामारी का संकेत जनवरी 2020 में दिखा और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने अप्रैल 2020 में एक टास्क फोर्स गठित कर दिया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में नौ महीने के भीतर भारत में कोरोना निरोधक दो-दो स्वदेशी वैक्सीन विकसित हुए। वैक्सीन मैत्री के तहत 100 देशों को भारतीय वैक्सीन पहुंचाई गयी, जिसमें 48 देशों को मुफ्त वैक्सीन दिया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पिछले नौ सालों में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव यह आया है कि भारत अब लेने वाला नहीं, बल्कि देने वाला देश बन गया है। श्री नड्डा ने कहा कि कोविड-19 निरोधक वैक्सीन का टीकाकरण जहाँ अमेरिका में 76 प्रतिशत और यूरोप में 67 प्रतिशत ही रहा वहीं भारत में यह टीकाकरण शत प्रतिशत रहा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी जी ने देश की 130 करोड़ जनता को मुफ्त 220 करोड़ डोज देकर सुरक्षा कवच प्रदान किया। लेकिन ऐसे विकट समय में कांग्रेस के नेताओं ने वैक्सीन को लेकर जनता को गुमराह करने का काम किया।

भारत पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बना

राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री नड्डा ने कहा कि कहा कि ब्रिटेन ने भारत पर दो सौ सालों तक राज किया, लेकिन आज भारत ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन गया है। कार उत्पादन में जापान को पछाड़कर भारत अब तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। 2014 में भारत में उपयोग होने वाले मोबाइल का 92 प्रतिशत चीन से आता था। आज भारत में उपयोग होने वाले 97 प्रतिशत मोबाईल देश में ही निर्मित हो रहे हैं । नए एप्पल पर मेड इन इंडिया लिखा जा रहा है। स्टील उत्पादन में भारत अब चौथे स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच गया है। फार्मास्युटिकल में भारत दुनिया की फार्मेसी बन गया है क्योंकि दो सौ देशों को सबसे सस्ती और कारगर दवा आपूर्ति कर रहा है। भारत से इलेक्ट्रॉनिक्स निर्यात 70 हजार करोड़ रुपये तक पहुँच गया है। 2014 में भारत एक लाख करोड़ रुपये का इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं का उत्पादन करता था, आज भारत 6 लाख करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं का उत्पादन कर रहा है। 2014 से पूर्व, देश में 800 करोड़ रुपये का खिलौना उत्पादन होता था, लेकिन आज 2,600 करोड़ रुपये का खिलौना उत्पादन हो रहा है। भारत अब खिलौने का आयात करने की जगह निर्यात कर रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने लोकल फॉर वोकल के माध्यम से भी खिलौना उत्पादन को प्रोत्साहित किया गया है।

भाजपा की सरकार प्रो-एक्टिव एवं प्रो-रिस्पौंसिबल सरकार है

श्री नड्डा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार का विज़न अन्त्योदय है। सरकार की सभी नीतियां और योजनायें मजदूरों, गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों को ध्यान में रखकर बनायी जाती हैं। प्रदेश में शिवराज जी के नेतृत्व में सरकार केन्द्र के विजन को आगे बढ़ाने का काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार प्रदेश में विकास के नए आयाम लिख रही है। उन्होंने कहा कि अमृतकाल के बजट में मध्यप्रदेश को सौगात मिली है। रेलवे बजट में मध्यप्रदेश के 33 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। वहीं एकलव्य विद्यालयों का लाभ भी मध्यप्रदेश को मिलेगा। उन्होंने कहा कि आम बजट में अगर कोई राज्य अव्वल आता तो वह मध्यप्रदेश है। मध्यप्रदेश सरकार ने 1 लाख 24 हजार युवाओं के लिए सरकारी नौकरियां निकाली है, जिसके लिए बधाई की पात्र है। प्रदेश की यूथ पॉलिसी, स्टार्टअप पॉलिसी भी आ चुकी है। गेहूं उत्पादन में मध्यप्रदेश अव्वल है। वहीं लाडली लक्ष्मी बहना योजना के माध्यम से बहनों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक प्रो-एक्टिव एवं प्रो-रिस्पौंसिबल सरकार है।

आत्मनिर्भर भारत के लिए हमने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोड मैप बनाया : शिवराज सिंह

प्रबुद्धजन समागम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश तेजी से आगे बढ़ रहा है। एक समय मध्यप्रदेश की जीएसडीपी का आकार 70 हजार करोड रूपए़ था, जो आज बढ़कर 13 लाख करोड़ रूपए हो गया है। कभी मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय 11 हजार रूपए थी जो आज 1 लाख 40 हजार रूपए हो गई है। पहले देश की जीएसडीपी में मध्यप्रदेश का योगदान 3 प्रतिशत से भी कम था, आज 4.6 प्रतिशत से अधिक हो गया है। इस वर्ष हमने 3 लाख 14 हजार करोड़ का बजट दिया है। पिछले वर्ष हमने 48 हजार करोड़ रूपए का कैपिटल एक्सपेंडीचर रखा था, इस वर्ष हम इंफ्रा पर 56 हजार करोड़ रूपए खर्च कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने आत्मनिर्भर भारत का मंत्र दिया। हमने आत्मनिर्भर भारत के लिए आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप बनाया। मध्यप्रदेश में चारों तरफ हाई-वे, एक्सप्रेस-वे के जाल बिछ रहे हैं। 4 लाख किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण हुआ है। भोपाल-इंदौर में मेट्रो लाइन का काम चल रहा है। उज्जैन में हम रोप-वे बना रहे हैं। आधुनिक तकनीक का उपयोग कर हम मध्यप्रदेश को प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।

भाजपा को हमेशा आपका आशीर्वाद मिला और आगे भी मिलेगा

प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने प्रबुद्धजन समागम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रबुद्धजनों ने भारतीय जनता पार्टी को नई दिशा और सहयोग करने का काम हमेशा किया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी मन की बात कार्यक्रम में समाज के ऐसे लोगों को सामने लाते है जो पर्दे के पीछे रहकर समाज के लिए काम कर रहे है। ऐसे लोगों के सहयोग से आज समाज को नई दिशा मिली है। उन्होंने कहा कि सरकार और संगठन को आपका आशीर्वाद मिला है और आगे भी मिलता रहेगा। आपके सुझावों के साथ भारतीय जनता पार्टी संवाद करते हुए आगे बढेगी।
प्रबुद्धजन समागम में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री श्री शिवप्रकाश जी, प्रदेश प्रभारी श्री मुरलीधर राव, वरिष्ठ नेता डॉ. सत्यनारायण जटिया, केन्द्रीय मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर, श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, श्री प्रह्लाद सिंह पटेल, श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री राकेश सिंह मंचासीन थे। कार्यक्रम का संचालन प्रदेश मंत्री श्री राहुल कोठारी एवं आभार कौशल विकास बोर्ड के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र शर्मा ने माना। कार्यक्रम में अलग अलग समाजों के प्रमुख एवं रिटायर्ड सैन्य अधिकारी, डॉक्टर, वकील, शिक्षाविद, कला जगत के गणमान्यजन मौजूद थे।

15 अगस्त तक एक लाख से अधिक शासकीय भर्तियाँ होंगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान
24 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में हर युवा को उसकी योग्यता के अनुरूप रोजगार दिलाया जाएगा। सरकारी भर्ती, स्व-रोजगार और लर्न एंड अर्न योजना से हर युवा को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना से युवाओं को विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण के साथ ही 8 हजार रूपये प्रतिमाह मानदेय भी दिया जाएगा। आगामी 15 अगस्त तक 1 लाख सरकारी पदों पर भर्ती की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में युवाओं को रोजगार के लिए 1 लाख से 50 लाख तक ऋण और अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। आज प्रदेश के हर जिले में रोजगार दिवस मन रहा है और युवकों को स्व-रोजगार के लिए ऋण वितरण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज नीमच में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने 2 लाख 31 हजार 760 युवाओं को विभिन्न स्व-रोजगार योजना में 2779 करोड़ रूपये का ऋण वितरित किया। मुख्यमंत्री ने विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। इसमें नीमच के नवीन मेडिकल कॉलेज तथा गांधी सागर-2 समूह पेयजल प्रदाय परियोजना का शिलान्यास और नवीन मंडी परिसर डूंगलावदा चंगेरा का लोकार्पण शामिल है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में स्व-रोजगार के लिए ऋण प्राप्त करने वाले युवा उद्यमी श्री फारूख खान मुरैना, श्री रोहित बैतूल, श्री विवेक सोनी गुना और श्री जितेंद्र मिश्रा सतना से वर्चुअली संवाद कर रोजगार स्थापना संबंधी जानकारी ली और शुभकामनाएँ भी दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हर बहन, बेटी और माता में मुझे देवी का स्वरूप दिखाई देता है। हमारी संस्कृति कहती है कि जहाँ नारियों की पूजा होती है वही देवताओं का निवास होता है। मध्यप्रदेश में नारियों का सम्मान सर्वोच्च है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भादवा माता मंदिर का विकास और कॉरिडोर निर्माण किए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में नारियों से भेदभाव होता था। पहले 1000 बेटों पर 900 बालिकाएँ पैदा होती थी। मैंने संकल्प लिया कि मध्यप्रदेश की धरती पर बेटियों के प्रति भेदभाव को समाप्त किया जाएगा और उन्हें वरदान बनाया जाएगा। प्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना चालू की गई। आज प्रदेश में 44 लाख 50 हजार लाड़ली लक्ष्मी हैं। प्रति 1000 बेटों पर 956 बेटियाँ पैदा हो रही है। इस दिशा में मैं तब तक प्रयास करता रहूँगा, जब तक 1000 बेटों पर 1000 बेटियाँ पैदा नहीं होती। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में शुरू की गई लाड़ली बहना योजना बहनों की जिंदगी और परिवार की स्थिति बदलने की योजना है। योजना के फार्म 25 मार्च से भरने प्रारंभ हो जाएंगे। इसके लिए हर गाँव और वार्ड में शिविर लगेंगे। योजना के लिए ईकेवाईसी कॉमन सर्विस सेंटर, राशन की दुकान और एमपी ऑनलाइन किओस्क पर भरे जाएंगे। बहनों को इसके लिए कोई शुल्क नहीं देना। इसका शुल्क 15 प्रति आवेदन सरकार द्वारा भरा जाएगा। यदि कोई पैसा मांगे तो 181 पर शिकायत करना। संबंधित के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आगामी 10 जून से बहनों के खाते में राशि आने लगेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नशा सामाजिक बुराई है, इसे दूर किया जाना चाहिए। सरकार ने निर्णय लिया है कि आगामी 1 अप्रैल से प्रदेश में सभी शराब के अहाते बंद कर दिए जाएंगे। सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीना प्रतिबंधित रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हाल ही में ओलावृष्टि से हुए नुकसान की समुचित भरपाई सरकार द्वारा की जाएगी। जिन किसानों की फसलों को 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान हुआ है उन्हें 32 हजार रूपए प्रति हेक्टर के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। फसल बीमा का लाभ भी मिलेगा। सरकार डिफाल्टर किसानों के ब्याज की राशि स्वयं भरेगी और उन्हें जीरो प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए बजट में 2500 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। फसल ऋण चुकाने की तिथि 31 मार्च को आगे बढ़ाया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार द्वारा क्षेत्र के लिए 17 सौ करोड़ रूपए की योजना स्वीकृत की गई है, जिससे घर-घर नल के द्वारा जल पहुँचाया जाएगा। आज नीमच क्षेत्र के लिए करोड़ों के विकास कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया गया है। उन्होंने कहा कि नीमच मेडिकल कॉलेज का नाम वीरेंद्र कुमार सकलेचा मेडिकल कॉलेज होगा। इसी प्रकार मंदसौर मेडिकल कॉलेज का नाम श्री सुंदरलाल पटवा मेडिकल कॉलेज और रतलाम मेडिकल कॉलेज का नाम डॉक्टर लक्ष्मी नारायण पांडे मेडिकल कॉलेज होगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया। एमएसएमई मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा, सांसद श्री सुधीर गुप्ता, विधायक श्री दिलीप सिंह परिहार और श्री अनिरुद्ध माधव मारू ने भी संबोधन दिया। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सुश्री उषा ठाकुर, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।

युवाओं के सहयोग से एक नया और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश गढ़ेंगे: मुख्यमंत्री श्री चौहान
23 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जैसे चिड़िया अपने बच्चों को घोंसलों में नहीं रखती, उन्हें उड़ना सिखाती है, वैसे ही हम हमारे युवाओं को बेरोजगारी भत्ता न देकर विभिन्न कौशल सीखने और अपने आप को रोजगार के लिए तैयार करने के अवसर प्रदान करेंगे। मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना का क्रियान्वयन एक जुलाई से आरंभ होगा। इसमें प्रदेश के युवा, श्रेष्ठतम प्रतिष्ठानों से जुड़ कर कौशल सीखेंगे, वे लर्न भी करेंगे और अर्न भी करेंगे। ऐसे युवाओं को हर माह कम से कम 8 हजार रूपए दिए जाएंगे। प्रतिष्ठान अपनी ओर से अलग से भी राशि देंगे। युवाओं के सहयोग से ही नए और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश का निर्माण होगा। युवा अपने सपने साकार कर सकें और सफलता की ऊँची उड़ान उड़ सकें, इसके लिए राज्य शासन हर संभव व्यवस्था करने और आवश्यक सहयोग उपलब्ध कराने के लिए तत्पर है। इसी कड़ी में आज राज्य की युवा नीति लांच की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान शहीद भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव के शहादत दिवस पर राजधानी भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में यूथ महापंचायत को संबोधित कर रहे थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने यूथ महापंचायत में आये युवाओं का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवा पोर्टल का शुभारंभ किया और राज्य युवा नीति की पुस्तिका का अनावरण कर युवा नीति लांच की। मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री जन-कल्याण शिक्षा प्रोत्साहन योजना के 20 हजार 937 युवा हितग्राहियों के खातों में 17 करोड़ 94 लाख रूपए, मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना में देश-प्रदेश के संस्थानों में अध्ययनरत 3 हजार 182 विद्यार्थियों की शिक्षा के लिए 175 करोड़, 36 वें नेशनल गेम्स में प्रदेश के लिए 66 पदक अर्जित करने वाले 132 खिलाड़ियों को 4 करोड़ 38 लाख 80 हजार की पुरस्कार राशि और गाँव की बेटी योजना में 25 हजार 800 बेटियों के खातों में 12 करोड़ 90 लाख रूपये की राशि अंतरित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य युवा पुरस्कार विजेता युवाओं को पुरस्कृत किया। साथ ही प्रदेश में विद्यमान प्रतिष्ठित औद्योगिक इकाइयों में अप्रेंटिसशिप के लिए युवाओं को अनुबंध-पत्र भी प्रदान किए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं को युवा नीति के उद्देश्य तथा मुख्य बिन्दुओं की जानकारी भी दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अमर शहीद भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू के बलिदान दिवस पर उनका स्मरण करते हुए कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के संघर्ष और कुर्बानी से ही देश को स्वतंत्रता प्राप्त हुई। युवा पीढ़ी उनके त्याग, तपस्या और बलिदान से जुड़ी रहे, इसी उद्देश्य से यूथ महापंचायत का आयोजन अमर शहीदों के बलिदान दिवस पर किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वैभवशाली, गौरवशाली, शक्तिशाली, सम्पन्न और समृद्ध भारत का निर्माण हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल से आजादी के ज्ञात-अज्ञात और गुमनाम नायकों के संघर्ष और बलिदान से देश परिचित हुआ है। इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की प्रतिमा स्थापित की गई है। मध्यप्रदेश में भी जनजातीय क्रांतिकारियों की प्रतिमाएँ तथा स्मारक निर्मित किए गए हैं। देश के युवाओं के लिए स्वामी विवेकानंद प्रेरणा के मुख्य स्रोत हैं। स्वामी जी का मानना था कि कोई भी काम ऐसा नहीं है, जो हम नहीं कर सकते। युवा अपने को दीन-हीन न समझें। प्रधानमंत्री श्री मोदी के अनुसार यह अमृत काल की अमृत पीढ़ी है। आप अपने माता-पिता के साथ राष्ट्र और प्रदेश की भी संतानें हैं। राज्य सरकार युवाओं के सर्वांगीण विकास और उज्ज्वल भविष्य के लिए कृत-संकल्पित है।

मुख्यमंत्री की युवा कल्याण के लिए घोषणाएँ

  • प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के एमबीबीएस और बीडीएस में प्रवेश के लिए अलग से मेरिट लिस्ट बनाई जाएगी। इसके लिए कॉलेजों में 5 प्रतिशत सीट्स रिजर्व रहेगी।
  • प्रदेश में राज्य स्तरीय युवा आयोग का पुनर्गठन 5 अप्रैल तक किया जाएगा।
  • अगले वर्ष से युवा बजट बनाया जाएगा। यह मॉनिटरिंग की जाएगी कि युवा-कल्याण पर कितनी राशि किन-किन योजनाओं में आवंटित की गई एवं उन पर कितना कार्य किया गया है।
  • प्रतिवर्ष खेलो एमपी यूथ गेम्स का आयोजन किया जाएगा। अगले वित्तीय वर्ष से खेलों एवं खेल अधो-संरचना पर लगभग 750 करोड़ रूपये का निवेश करने का निर्णय लिया गया है। स्कूलों में खेल की शिक्षा अनिवार्य की जाएगी और योग को प्रोत्साहित किया जाएगा। हर गाँव में खेल मैदान बनाया जाएगा।
  • भोपाल में ग्लोबल स्किल पार्क इस वर्ष आरंभ हो जायेगा। ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा में नए ग्लोबल स्किल पार्क बनाए जाएंगे।
  • मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में मुख्यमंत्री युवा कौशल कमाई योजना लागू करने की घोषणा की। योजना में युवाओं को लर्न एंड अर्न का अवसर रहेगा। बजट में इसके लिए 1000 करोड़ का प्रावधान किया गया है। योजना में एक जून से रजिस्ट्रेशन प्रारंभ होगा। विशेष रूप से विकसित पोर्टल पर आवेदन किया जाएगा। योजना में उद्योग, सर्विस सेक्टर, चार्टर्ड अकाउंटेंट, ट्रेड, इंडस्ट्री 4.0 से जुड़ी तकनीकों जैसे सेक्टर्स में युवाओं की ट्रेनिंग के लिए योग्य प्रतिष्ठानों को जोड़ा गया है। युवाओं को हर माह कम से कम से 8 हजार रूपये की राशि दी जाएगी।
  • राज्य में इनक्यूबेटर सीट्स को 10 गुना बढ़ाया जाएगा। राज्य के शासकीय एवं निजी इंजीनियरिंग कॉलेजों में 10 से अधिक इंक्यूबेटर स्थापित कर छात्र, मेंटर, स्टार्टअप, नवाचार एवं इकोसिस्टम आधारित विकास किया जाएगा।
  • युवाओं को जर्मन एवं जापानी भाषा सीखने के लिए बेसिक एवं एडवांस कोर्स उपलब्ध करवाएंगे।
  • एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज को पारम्परिक रोज़गार तक सीमित न रख कर गिग वर्क्स का प्लेटफार्म बनाया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक कुशल युवाओं को अनुभव एवं रोजगार के अवसर दिए जा सकें|
  • स्टार्ट-अप पॉलिसी से विश्वविद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों को व्यवसाय शुरू करने के लिए प्रेरित करने प्रदेश में 100 करोड़ रूपये की लागत से स्टूडेंट इनोवेशन फंड बनाया जाएगा।
  • प्रदेश में जिला स्तर पर विवेकानंद युवा संसाधन केंद्र स्थापित किए जाएंगे, जिनमें केरियर गाइडेंस , कॉउंसिलिंग, मेंटेरिंग, लाइब्रेरी सहित विभिन्न योजनाओं का लाभ उपलब्ध कराने में सहायता की व्यवस्था होगी।
  • परंपरागत एवं जनजातीय लोक कला को बढ़ावा देने के लिए युवाओं को फैलोशिप प्रदान की जाएगी।
  • प्रदेश की सभी शासकीय पदों पर भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने के लिए वन टाइम परीक्षा शुल्क एवं रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की जा रही है। इसमें वर्ष में मात्र एक बार प्रतिभागी को रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
  • केन्द्रीय परीक्षाओं की लिखित परीक्षा में उतीर्ण और साक्षात्कार के लिए दिल्ली आमंत्रित युवाओं को नई दिल्ली स्थित मध्यप्रदेश भवन में प्राथमिकता से नि:शुल्क आवास सुविधा दी जायेगी।
  • माँ तुझे प्रणाम योजना की तर्ज पर प्रदेश से चयनित युवाओं को अपने प्रदेश तथा संस्कृति को जानने के लिए युवा अनुभव यात्राएँ शुरू की जायेंगी।

पर्यावरण अनुकूल जीवन-शैली अपनाना जरूरी

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी युवाओं को अनुकूल पर्यावरण के लिए जीवन-शैली अपनाने के लिए निरंतर प्रेरित कर रहे हैं। पर्यावरण-संरक्षण और धरती को अगली पीढ़ी के लिए सुरक्षित छोड़ने में युवाओं को भी अपनी ओर से योगदान करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अपने स्वयं के प्रतिदिन पौधा लगाने के संकल्प का उल्लेख करते हुए युवाओं को समाज हित में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को पानी, बिजली की बचत, ऊर्जा-संरक्षण के लिए व्यक्तिगत स्तर पर कार्य करना आवश्यक है।

युवा, स्वास्थ्य एवं मानसिक स्वास्थ्य के प्रति सजग रहे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि युवाओं को अपने स्वास्थ्य और मानसिक स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए। मोबाइल सहित अन्य डिजिटल संसाधनों के अत्यधिक उपयोग से नई चुनौतियाँ सामने आ रही हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवाओं को नशीले पदार्थों के उपयोग के खतरों के प्रति सचेत करते हुए कहा कि राज्य में एक अप्रैल से शराब दुकानों के पास बने अहाते बंद किए जा रहे हैं। पार्क, सड़क तथा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीने वालों को दण्डित किया जाएगा। नशे के अवैध व्यापार में लगे व्यक्तियों पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।

यंग अचीवर्स ने साझा किए अपने अनुभव

यूथ महापंचायत में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त मध्यप्रदेश के युवा अचीवर्स ने भी अपने अनुभव साझा किए। उद्यमी तथा चाय सुट्टा बार के संस्थापक श्री अनुभव दुबे ने कहा कि "हम गोरो को फ्रेंचाइजी बेचेंगे और कुल्हड़ में दी चाय से हर व्यक्ति हमारे देश और प्रदेश की मिट्टी को चूमेगा"। इसी सोच से आरंभ किया गया "चाय सुट्टा बार" आज वैश्विक ब्रांड बन गया है। श्री दुबे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान की सोच और कर्म में युवा का जोश झलकता है।
प्रसिद्ध संगीतकार और गीतकार श्री मेघदीप बोस ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा प्रदेश में कला- संस्कृति को दिए गए प्रोत्साहन तथा प्रदेश में संगीत पर केन्द्रित प्रतिष्ठित कार्यक्रमों से ही उन्हें संगीत के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा और अवसर मिले। श्री बोस ने प्रदेश की सड़कों की स्थिति में गत वर्षों में हुए सुधार की भी सराहना की। ओलिंपियन श्री विवेक सागर प्रसाद ने कहा कि खेल के क्षेत्र में आगे बढ़ना सरल नहीं है। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश में खेल गतिविधियों को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। प्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की खेल अधोसरंचना तथा प्रशिक्षकों का मार्गदर्शन उपलब्ध है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राज्य युवा पुरस्कार विजेताओं श्री अंकित लखेरा, श्री शुभम चौहान, सुश्री सायना कुरैशी, सुश्री साक्षी भारद्वाज, कुमारी मुस्कान अहिरवार और श्री श्रुति तिवारी को पुरस्कार प्रदान किए।
विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के युवा हितग्राही, अलग-अलग क्षेत्रों के यंग अचीवर्स, विद्यार्थी और यंग प्रोफेशनल्स सहित बड़ी संख्या में छात्र शामिल हुए। महापंचायत में भोपाल, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, विदिशा, इंदौर, उज्जैन, देवास, आगर मालवा, शाजापुरप्रदेश के अन्य सभी जिलों से युवा वर्चुअली जुडे़।

राज्य सरकार की 03 साल की प्रमुख उपलब्धियां - एक नजर में
22 March 2023
भोपाल.

विकास यात्रा

  • विकास यात्रा बनींलोगों की जिंदगी बदलने का महायज्ञ ।

  • 5 फरवरी 2023 को संत रविदास जयंती के अवसर से प्रारम्भ होकर 7 मार्च 2023 तक प्रदेश के सभी 230 विधानसभा क्षेत्रों में निकाली गईं 230 विकास यात्राएं।

  • विकास यात्राओं में लहराई 'विकास पताका' और आकर्षण का केन्द्र बने 'विकास रथ'।

  • कुल लोकार्पण- लगभग 3800 करोड़ रुपए (राशि)

  • कुल लोकार्पण- 40 हजार 700 से अधिक (कार्य)

  • कुल भूमि-पूजन- लगभग6541करोड़ रुपये (राशि)

  • कुल भूमि-पूजन- 30 हजार 700 से अधिक (कार्य)

  • कुल आवेदन- 9 लाख 92 हजार से अधिक प्राप्त, 8 लाख 70 हजार से अधिक स्वीकृत

  • शासकीय संस्थाओं का भ्रमण- 33,658

  • सामाजिक जागरूकता/ सांस्कृतिक कार्यक्रम- 26,935

  • कुल कवर्ड ग्राम- 52 हजार 245

  • कुल कवर्ड शहरी वार्ड- 7,675

प्रवासी भारतीय दिवस

  • 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के आयोजन का सौभाग्य मिला मध्यप्रदेश को।

  • 3 दिन के लिए पूरी दुनिया का घर बना इंदौर।

  • 70 से अधिक देशों से आए 3500 से अधिक डेलीगेट्स।

  • हमने दिल के और घरों के द्वार खोले प्रवासी भारतीयों के स्वागत में।

  • नमो ग्लोबल गार्डन में 66 से अधिक देशों के प्रवासियों ने रोपे पौधे।

  • फ्रेंड्स ऑफ एमपी के 200 से अधिक सदस्यों के साथ हुआ संवाद।

  • मध्यप्रदेश में निवेश के इच्छुक प्रवासी प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री जी ने की 16 वन-टू-वन मीटिंग्स।

  • उद्घाटन समारोह को माननीय प्रधानमंत्री जी और समापन समारोह को 3 राष्ट्रपति महोदय ने किया सुशोभित।

  • मध्यप्रदेश की ब्रांड इमेज पहुंची अब पूरी दुनिया तक।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट

  • प्रवासी भारतीय दिवस की निरंतरता में आयोजित हुई दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट।

  • 'फ्यूचर रेडी मध्यप्रदेश' की थीम पर हुआ पूरा आयोजन।

  • 84 देशों के डेलीगेट्स ने लिया भाग। 10 पार्टनर कंट्रीज थी हमारी।

  • 447 इंटरनेशनल बिजनेस डेलीगेट्स, 401 इंटरनेशनल बायर-सेलर सहित 5 हजार से अधिक डेलीगेट्स हुए शामिल।

  • मध्यप्रदेश के एग्जीबिशन को देखा 7 हजार से अधिक डेलीगेट्स ने।

  • जी-20 के सभी देश शामिल हुए समिट में।

  • 2600 से ज्यादा बी-टू-बी और 200 से ज्यादा बी-टू-जी मीटिंग हुई।

  • 5 हजार से अधिक व्यापारी प्रतिनिधियों ने भाग लिया। अलग-अलग 20 क्षेत्रों के हुए सेक्टोरल सेशन्स।

  • रिकॉर्ड 15 लाख 42 हजार 514 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव हुए प्राप्त। इनसे 29 लाख से अधिक रोजगार के अवसर होंगे सृजित।

जी-20 बैठकों का आयोजन

  • माननीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत को मिला है जी-20 समूह की अध्यक्षता का अवसर।

  • वसुधैव कुटुम्बकम 'वन अर्थ-वन फैमिली-वन फ्यूचर' है जी-20 की थीम।

  • मध्यप्रदेश में 13 जनवरी से लेकर 20 सितंबर 2023 के मध्य भोपाल, इंदौर और खजुराहो में आयोजित हो रहीं कुल 8 बैठकें।

  • देश-विदेश के डेलीगेट्स एवं विषय विशेषज्ञ कर रहे सुशासन, संस्कृति, कृषि, पर्यावरण जैसे विषयों पर गहन चिंतन-मंथन।

  • अब तक 3 बैठकों का हुआ सफल आयोजन ।

  • इन बैठकों के आयोजन से विश्वभर में हो रही प्रदेश की छवि उज्ज्वल।

खेलो इंडिया यूथ गेम्स - 2022

  • खेलो इंडिया यूथ गेम्स की मेजबानी ने मध्यप्रदेश के वातावरण को बनाया खेलमय ।

  • 30 जनवरी से 11 फरवरी 2023 तक आयोजित हुए खेलो इंडिया यूथ गेम्स।

  • प्रदेश के 8 शहरों और दिल्ली को मिलाकर कुल 9 शहरों में हुआ 27 खेलों का आयोजन।

  • देशभर के 6 हजार से अधिक खिलाड़ियों ने लिया भाग।
  • खेलो इंडिया गेम्स में 39 स्वर्ण पदक प्राप्त कर मध्यप्रदेश रहा तीसरे स्थान पर।

  • गेम्स में 40 प्रतिशत भागीदारी रही बेटियों की। अनेक पारंपरिक खेलों को भी मिला मंच।

  • खेलो इंडिया गेम्स के थीम सॉन्ग 'हिन्दुस्तान का दिल धड़का दो' ने बनाई सबके दिलों में जगह।

  • खिलाड़ियों ने दिखाया जोश, जिद और जुनून। टूटे अनेक रिकॉर्ड।

  • मध्यप्रदेश सरकार खेलों के लोकव्यापीकरण और खेल संस्कृति के विकास में नहीं छोड़ेगी कोई कसर।

सरकारी पदों पर रिकॉर्ड भर्तियां- सरकार का विशेष अभियान

  • 1 साल में 1 लाख 26 हजार से अधिक सरकारी पदों पर भर्ती का लक्ष्य।

  • लगभग 99 हजार पदों पर भर्ती की कार्रवाई प्रारम्भ।

  • पटवारी के 7 हजार, शिक्षक के 15 हजार 700, उपयंत्री के 2600, पैरा मेडिकल स्टाफ के 6500, फॉरेस्ट गार्ड, जेल वार्डन के 2200, सहायक ग्रेड स्टेनो के 2700 और पुलिस कॉन्स्टेबल के 7500 पदों पर भर्ती की जा चुकी है।

  • इतने बड़े पैमाने पर एकसाथ सरकारी भर्ती मध्यप्रदेश के इतिहास में पहली बार।

  • बैकलॉग के पद भी इसी अभियान में भरने का लक्ष्य।

  • सरकारी भर्तियों में मिला ट्रांसजेंडर्स को पुरुष और महिलाओं के साथ बराबरी का हक।

मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान

  • हितग्राहीमूलक योजनाओं में 100 प्रतिशत सेचुरेशन लाना हमारा लक्ष्य।

  • माननीय प्रधानमंत्री जी के जन्मदिवस 17 सितंबर से 31 अक्टूबर 2022 तक चलाया गया मुख्यमंत्री जन-सेवा अभियान।

  • 38 हितग्राही मूलक योजनाओं में हर पात्र किंतु वंचित हितग्राहियों को लाभ देने का लक्ष्य।

  • कुल 28 हजार 600 से अधिक शिविरों का ग्राम पंचायत और शहरी वार्ड स्तर पर आयोजन।

  • लगभग 83 लाखसे अधिक नए हितग्राही जुड़े, जिन्हें हितलाभ वितरण का कार्य जारी।

जनभागीदारी - मध्यप्रदेश बना मॉडल राज्य

  • उर्जा संरक्षण को प्रोत्साहित करने के लिए प्रारंभ हुआ ऊर्जा साक्षरता अभियान ।जुड़े 12 लाख से अधिक नागरिक।

  • ग्राम गौरव दिवस/ नगर गौरव दिवस का आयोजन।

  • पर्यावरण संरक्षण के लिए अंकुर कार्यक्रम।

  • आंगनवाड़ियों के कायाकल्प के लिए एडॉप्ट एन आंगनवाड़ी अभियान। 37 करोड़ रु से अधिक की राशि और सामग्री एकत्र

  • क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप द्वारा कोरोना प्रबंधन।

  • 02 अक्तूबर 2022 से शुरू हुआ प्रदेशव्यापीनशामुक्ति अभियान।

  • योग से निरोग कार्यक्रम

  • बेटी बचाओ, नशामुक्त समाज बनाओ, ऊर्जा बचाओ, पानी बचाओ, पेड़ लगाओ, स्वच्छता लाओ के कार्यों में जनता की सक्रीय भागीदारी

  • पेड़ लगाना अब जन-आंदोलन बन गया है।5 जून 2021 को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रारम्भ हुआ अंकुरअभियान। अब तक 16 लाख से अधिक नागरिकों ने 38 लाख 65 हजार से अधिक पौधों का रोपण किया है। इसके अलावा समय-समय पर आयोजित विशेष वृक्षारोपण अभियान में भी 30 लाख से अधिक पौधे रोपे गए हैं।

  • मुख्यमंत्री जी ने लिया प्रतिदिन पेड़ लगाने का पवित्र संकल्प । 19 फरवरी 2021 से 18 मार्च 2023 तक रोपे 2200 से अधिक पौधे।

  • प्रतिष्ठित सामाजिक एवं आध्यात्मिक संगठनों की क्षमताओं का उपयोग कर जन-कल्याण में भागीदारी- गौअभयारण्य, मध्यान्ह भोजन , वृक्षारोपण , आंगनवाडी सुदृढीकरण , मानव कल्याण के प्रकल्प इनके माध्यम से प्रारंभ ।

देश में हम बने नंबर वन

  • देश के कुल गेहूं निर्यात में 46% की भागीदारी के साथ मध्यप्रदेश बना देश का नंबर वन राज्य। रिकॉर्ड 21 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं का निर्यात।

  • वर्ष 2020-21 में गेहूं उपार्जन में हम रहे देश में नंबर वन।

  • एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड में 4 हजार करोड़ से अधिक के प्रकरण स्वीकृत कर मध्यप्रदेश देश में पहले स्थान पर।

  • पीएम स्वनिधि योजना के प्रथम चरण के क्रियान्वयन में प्रदेश का प्रथम स्थान ।

  • आयुष्मान कार्ड संख्या के आधार पर मध्यप्रदेश का देश में है पहला स्थान ।

  • प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना में सड़कों की गुणवत्ता में देश में प्रथम ।

नये संस्थान


राज्य सांख्यकी आयोग (मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य है, जहां ऐसा आयोग गठित हुआहै )
मध्यप्रदेश योग आयोग का गठन
मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग कल्याण आयोग का गठन
मध्यप्रदेश सामान्य वर्ग कल्याण आयोग का पुनर्गठन
मध्यप्रदेश विश्वकर्मा कल्याण बोर्ड का गठन
मध्यप्रदेशरजक कल्याण बोर्ड का गठन
मध्यप्रदेशराज्‍य औषधीय पादप बोर्ड का गठन ।

मध्यप्रदेश प्रवासी श्रमिक कल्याणआयोग का गठन ।
खनिज अभियांत्रिकी संस्थान , सिंगरौली की स्थापना ।

नयी नीतियां / नयी योजनायें


युवा नीति – 2023
स्टार्ट अप नीति 2022
विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं नवाचार नीति – 2022
राज्य की पोषण नीति एवं पोषण रणनीति

एथेनॉल एवं बॉयोफ्यूल नीति
मध्‍यप्रदेश फिल्‍म पर्यटन नीति – 2020
मुख्यमंत्री बालिका ई- स्कूटी योजना ( कक्षा 12 में मेरिट में आने वाली सरकारी स्कूल की मेधावी बेटियों के लिए )
एक लाख युवाओं को नि:शुल्क टेक्निकल प्रशिक्षण देने के लिए नयीमुख्यमंत्री कौशल अप्रेंटिसशिप योजना।
परंपरागत फसलों के स्थान पर लाभकारी फसलोंके उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए फसल विविधीकरण योजना लागू।
नरवई जलाने की प्रथा को हतोत्साहित करने के लिए‘फसल अवशेष प्रबंधन योजना’ लागू। नरवई से भूसा तैयार करने की मशीन के लिए किसानों को मिल रहा अनुदान।
प्राथमिक प्रसंस्करण को प्रोत्साहित करने के लिए एक विशेष प्रोत्साहन योजना लागू। इसके अंतर्गत मशीन क्रय पर अनुदान देते हुए ग्रामीण युवाओं को कस्टम हायरिंग केंद्र की स्थापना के लिए दी जा रही सहायता।
प्रदाय केन्द्र से उचित मूल्य की दुकानों तक राशन सामग्री के परिवहन का कार्य करने का अवसर प्रदेश के युवाओं को देने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत योजना लागू।
20 जनजातीय बाहुल्य जिलों मेंमुख्‍यमंत्री राशन आपके ग्राम योजना का क्रियान्‍वयन प्रारंभ।
औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती के लिए देवारण्‍य योजना लागू।
सिकलसेल एनिमीयाबीमारी से बचाव के लिए जनजातीय बाहुल्य वाले 89 विकासखण्डों में हीमोग्‍लोबिनोपैथी मिशन लागू।
पिछड़ा वर्ग के युवक-युवतियों को विदेश में रोजगार उपलब्ध कराने की नयीयोजना प्रारम्भ।
लाडलियों को कॉलेज की पढाई में सहयोग हेतु बनी मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना । दो किश्तों में 25 हजार रु की प्रतिपूर्ति ।
ऐसी आबकारी नीति बनाई गयी है, जो शराब पीने को हतोत्साहित करती है। नई नीति में अहाते हुए प्रतिबंधित। शैक्षणिक संस्थान के 100 मीटर तक नहीं खुलेंगी शराब दुकानें। प्रदेश में शराब की कोई नई दुकान नहीं खोली जाएगी। धार्मिक स्थलों के आस-पास से शराब की दुकानें हटाई जाएंगी। पहली बार शराब पीकर वाहन चलाते हुए पकड़े जाने पर 6 माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस कैंसल कर दिया जाएगा, दूसरी बार पकड़े जाने पर 2 वर्ष के लिए और तीसरी बार पकड़े जाने पर आजीवन वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
श्रम कानूनों में क्रन्तिकारी सुधार – श्रमिकों के स्वास्थ्य और उनके हितों को ध्यान में रखकर लागू किये गए ये सुधार।

कमजोर वर्गों के लिए स्व- रोजगार योजनायें – प्रदेश के इतिहास में पहली बार


टंट्या मामा आर्थिक कल्याण योजना।
भगवान बिरसा मुंडा स्व-रोजगार योजना।
संत रविदास स्व-रोजगार योजना।
डॉक्टर भीमराव अंबेडकर आर्थिक कल्याण योजना।
मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति- जनजाति विशेष परियोजना वित्त पोषण योजना।
सावित्री बाई फुले स्व-सहायता समूह योजना।
पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए उद्यम योजना
पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग के लिए स्व-रोजगार योजना।
मुख्यमंत्री विमुक्त, घुमंतू एवं अर्ध घुमंतू स्व-रोजगार योजना।

माफिया, गुंडे, बदमाशों और आतंक पर शिकंजा


सरकार ने डकैत समस्या को जड़ से मिटाया और सभी बड़े लिस्टेड गैंग का खात्मा कर दिया।
पिछले 32 सालों में पहली बार एक ही वर्ष (2022) में 1 करोड़ 14 लाख रुपए के इनामी 6 नक्सली मार गिराए गए।
भू-माफिया, चिटफंड माफिया, शराब माफिया, रेत माफिया, राशन माफिया, मिलावट माफिया आदि सभी प्रकार के माफिया और दबंगों को कुचलने की कार्रवाई।
माताओं, बहनों, बेटियों की तरफ जिसने भी आंख उठाकर देखी, उनके घरों पर बुलडोजर चलाए गए।
करीब 23 हजार एकड़ भूमि भू-माफियाओं से मुक्त कराई गई। इस भूमि की वैल्यू लगभग 15 हजार करोड़ रुपए से अधिक है।
पत्थरबाजी से सरकारी संपत्ति को नुकसान की वसूली के लिए बनाया कानून।
जोर-जबरदस्ती, बहला-फुलसलाकर विवाह और धर्म परिवर्तन रोकने के लिए धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम लागू।

अर्थव्यवस्था


भारत के सकल घरेलू उत्पाद में मध्यप्रदेश का योगदान 3.6% से बढ़कर 4.8% हुआ।
वर्ष 2021 – 22 में प्रचलित दरों पर प्रदेश की विकास दर देश में सबसे अधिक 19. 74% रही।
विगत 02 वित्तीय वर्ष में रिकॉर्ड 75 हजार करोड़ रुपए से अधिक का पूंजीगत व्यय।

अधोसंरचना विकास( बिजली, सड़क, पानी)


हमारी सकलऊर्जा क्षमता बढ़कर हुई 28 हजार मेगावॉट से भी अधिक।
रीवा में प्रारंभ हुआ 750 मेगावॉट का एशिया का सबसे बड़ा सोलर प्लांट।
ओंकारेश्‍वर में बन रहा विश्‍व का सबसे बड़ा 600 मेगावाट फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्‍लांट। प्रथम चरण कीकार्यवाही प्रारंभ ।
विगत 2 वित्तीय वर्षों में लगभग 12 हजार करोड़ रुपए का व्यय कर 8 हजार किलोमीटर से अधिक लंबाई की सड़कों का निर्माण, उन्नयन एवं नवीनीकरण तथा 69 पुलों का निर्माण किया गया है।
प्रदेश में राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत 27 हजार करोड़ रुपए से अधिक के सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। विगत 3 वर्षों में राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना अंतर्गत 17 हजार 500 करोड़ रुपए से अधिक के मार्गों की स्वीकृति प्रदान की गई है।
भारत की पहली एक्वाडक्ट टनल तथा भारत की सबसे चौड़ी और मध्यप्रदेश की सबसे लंबी टनल ‘रीवा-सीधी 6 लेन टनल’जनता को की गई समर्पित।
299 किलोमीटर लंबाई के अटल प्रगति पथ, 900 किलोमीटर लंबाई के नर्मदा प्रगति पथ और676 किलोमीटर लंबाई का विंध्य एक्सप्रेस-वे केनिर्माण के लिए कार्यवाही प्रारंभ ।
प्रदेश के 14 लोकेशन्स पर बनेंगे रोप-वे।उज्जैन रेलव स्टेशन से लेकर श्री महाकाल महालोक तक रोप-वे निर्माण हेतु 209 करोड़ रुपए की परियोजना भारत सरकार से स्वीकृत।
भोपाल और इंदौर के बीच बनेगा अंतरराष्ट्रीय स्तर का ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और मेगा निवेश क्षेत्र। कुल 25 हजार एकड़ से अधिक की भूमि चिन्हित। इससे 6 लाख नवीन रोजगार का सृजन संभावित।
पिछले 3 साल में 6 लाख हेक्टेयर से अधिक की नई सिंचाई क्षमता विकसित। कुल सिंचाई क्षमता 45 लाख हेक्टेयर तक पहुंची ।
जल जीवन मिशन में अब तक 58 हजार 800 करोड़ रुपए की लागत की नल-जल योजनाएं स्वीकृत। लगभग 57 लाख (48%)ग्रामीण परिवारों के घरों में नल से जल पहुँचाया जा चुका है। 7 हजार से अधिक ग्राम हुए शत-प्रतिशत कवर।
प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में निर्धारित लक्ष्य 3 हजार 900 से कहीं अधिक 5 हजार 372 अमृत सरोवरों का निर्माण कार्य प्रारम्भ कर दिया है। इनमें से 450 करोड़ रुपए की लागत के 2 हजार 648 अमृत सरोवर निर्मित हो चुके हैं, जिसके फलस्वरूप 3 करोड़ घनमीटर की जल भराव क्षमता विकसित हो गई है।
भारत सरकार से रुपए 44 हजार 600 करोड़ से अधिक लागत की केन-बेतवा लिंक परियोजना को मिली स्वीकृति।

किसान कल्याण


पिछले 3 साल में 2 लाख 25 हजार करोड़ रुपए से अधिक की राशि के हितलाभ किसानों के खाते में अंतरित किए हैं।
पिछले 2 साल में 32 हजार करोड़ रुपए से अधिक के कृषि ऋण दिए शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के 4 हजार रुपए मिलाकर किसानों को 10 हजार रुपए सालाना की मदद।
सरकार ने 17 हजार करोड़ रुपए से अधिक का बीमा दावा भुगतान किया।
परंपरागत फसलों के स्थान पर लाभकारी फसलों के उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए फसल विविधीकरण योजना लागू।
1 लाख 86 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में प्राकृतिक खेती हेतु 60 हजार से अधिक किसानों ने कराया पंजीयन। किसानों को देसी गाय के लालन-पालन के लिए सरकार देरही 900 रुपए प्रतिमाह का अनुदान।
जनहानि, पशुहानिपर राहत की दरें लगातार बढ़ाई गईं। 2003 में जनहानि पर आरबीसी में सहायता मिलती थी केवल 50 हजार रूपए, इसे बढ़ाकर 4 लाख रूपए किया। पशुहानि पर मिलते थे केवल 625 रूपए, इसे बढ़ाकर 16 से 30 हजार रूपए किया।

गरीब कल्याण


मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना तथा मुख्यमंत्री नगरीय भू-अधिकार योजना के माध्यम से एक नई सामाजिक क्रांति प्रारम्भ। भू-खंड विहीन परिवारों को अब तक 40 हजार से अधिक पट्टे वितरित।
प्रधानमंत्री आवास योजना से साकार हो रहा अपने घर का सपना। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र मिलाकर 55 लाख से अधिक स्वीकृत आवासों के विरुद्ध लगभग 41 लाख आवासों का निर्माण पूर्ण।
पीएम स्वनिधि योजना एवं मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता योजना के माध्यम से 10 लाख से अधिक छोटे व्यवसायियों को दिलाया गया ब्याज मुक्त ऋण।
संबल योजना के अंतर्गत लगभग 4 लाख हितग्राहियों को वितरित किए गए हैं 3 हजार 700 करोड़ रुपए से अधिक के हितलाभ। संबल-2 में जुड़े 13 लाख से अधिक पात्र हितग्राही।
स्वामित्व योजना के अंतर्गत अब तक 9 लाख 37 हजार से अधिक भू-अधिकार पत्र वितरित।
मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में अब तक लगभग 8 लाख वरिष्ठ नागरिकों ने की तीर्थ-यात्रा। हवाई जहाज से तीर्थ यात्रा भी होगी प्रारंभ । दिव्यांगों के लिए भी शुरू की जा रही है तीर्थ-दर्शन योजना।
प्रदेश के 3 करोड़ 54 लाख से अधिक हितग्राहियों के बने आयुष्मान कार्ड। 25 लाख से अधिक मरीजों का हुआ नि:शुल्क इलाज।
दीनदयाल रसोई केन्द्रों 56 से बढाकर किये 145 ।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना मेंलगभग 82 लाख महिलाओं को नि:शुल्क गैस कनेक्शन।
मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह, कल्याणी विवाह, नि:शक्तजन विवाह योजनाओं में 1300 करोड़ से अधिक के व्यय से 5 लाख 75 हजार से अधिक बेटियां लाभान्वित। प्रति कन्या देय सहायता राशि 51 हजार रुपए को बढ़ाकर 55 हजार रुपए किया गया है। अब विवाह सामग्री नहीं , बेटियों को चैक सेराशि देने का निर्णय ।
मुख्यमंत्री बाल आशीर्वाद योजना एवं मुख्यमंत्री कोविड बाल सेवा योजना के अंतर्गत दी जा रही 4 हजार 700 से अधिक बच्चों को सहायता।
मध्यप्रदेश के 413 नगरीय निकायों में पुरानी अवैध कॉलोनियों को नाम मात्र के शुल्क के साथ वैध एवं नियमित किए जाने की कार्यवाही प्रारम्भ।
भू-माफिया से मुक्त कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए बन रही हैं सुराज कॉलोनियां।
बच्चों, महिलाओं, विकलांगजनों, निराश्रितों तथा वरिष्ठ नागरिकों आदि के कल्याण के लिए प्रतिष्ठित सामाजिक संस्थाओं का सहयोग प्राप्त किया जायेगा। राज्य सरकार राजी करेगी 1 हजार करोड़ के सोशल इम्पेक्ट बॉन्ड्स।

कमजोर वर्ग कल्याण


पेसा नियम-2022 - सामाजिक समरसता के साथ जनजातियों के सशक्‍तीकरण की एक नई सामाजिक क्रांति की शुरूआत। जल, जंगल, जमीन, महिला सशक्‍तीकरण, परंपराओं और संस्‍कृति का संरक्षण तथा श्रम जैसे विषयों पर मिले ग्राम सभाओं को अधिकार।
भगवान बिरसामुण्‍डा, शंकरशाह, रघुनाथशाह और टंट्या मामा जैसे जनजातीय जननायकों की प्रतिमाएं लगवाई और स्‍मारक बनवाए गए।
प्रदेश के 827 वन ग्रामों को राजस्व ग्रामों में परिवर्तित किया जा रहा है। अब तक 450 से अधिक ग्रामों में कार्यवाही पूर्ण।
वर्ष 2007 में तेंदूपत्ता संग्रहण दर जहां रुपए 450/- प्रति मानक बोरा थी, वहीं वर्ष 2022 में रुपए 3000/- प्रति मानक बोरा तक बढ़ा दी गई है।
भोपाल स्थित हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम रानी कमलापति के नाम पर और पातालपानी रेलवे स्टेशन का नामकरण जननायक टंट्या भील स्टेशन किया गया।
बैगा, सहरिया, भारिया परिवारों के लिए आहार अनुदान योजना बनी वरदान- 285 करोड़ प्रतिवर्ष की सहायता मिल रही महिलाओं को।
आकांक्षा योजना के अंतर्गतदी जा रहीNEET, CLAT, JEE प्रवेश परीक्षाओं की कोचिंग। प्रतिवर्ष 800 से अधिक विद्यार्थी लाभान्वित।
भगवान बिरसा मुण्डा एवं राजा हृदयशाह के नाम पर किया गया है मेडिकल कॉलेजों का नामकरण। इसी प्रकार राजा शंकर शाह के नाम पर किया गया छिंदवाडा विश्वविद्यालय ।
विगत 3 वर्षों में अनुसूचित जाति के 1 करोड़ 42 लाख से अधिक हितग्राहियों को 24 हजार 600 करोड़ रुपए से अधिक के हितलाभ वितरित।
पिछड़ा वर्ग आरक्षण के साथ स्थानीय निकाय निर्वाचन कराने में सरकार सफल रही।
प्रतिवर्ष 31 अगस्त को मनाया जा रहा विमुक्त जाति दिवस।
वनाधिकार कानून के अंतर्गत 35 हजार से अधिक निरस्त दावे मान्य।
साहूकारी अधिनियम में क्रांतिकारी संशोधन। 15% से अधिक ब्याज नहीं ले सकते साहूकार।
सागर में 100 करोड़ रुपये की लागत से संत रविदास जी का भव्य स्मारक बनाने का निर्णय ।
जनजातीय योजनाओं के प्रभावशाली क्रियान्वयन के लिए राजभवन में पहली बार स्थापित हुआ जनजातीय प्रकोष्ठ।
विमुक्त, घुमन्तु, अर्ध घुमन्तु समुदायों की संस्कृति, ज्ञान, कला और परंपराओं को संरक्षित रखने के उद्देश्य से इंदौर में एक विशिष्ट संग्रहालय बनाने का निर्णय ।

महिला सशक्तिकरण


44 लाख 50 हजार से अधिक हुआ लाडली लक्ष्मी परिवार
हर साल 2 मई को प्रदेश में मनाया जा रहा है लाड़ली लक्ष्‍मी उत्‍सव।
जिला स्‍तर से पंचायतें घोषित हो रहीं लाड़ली लक्ष्‍मी पंचायतें।
प्रदेश के हर जिले में लाड़ली लक्ष्‍मी पथ, लाड़ली लक्ष्‍मी वाटिका और लाड़ली लक्ष्‍मी पार्क।
कन्या पूजन से सरकारी कार्यक्रमों की शुरुआत।
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत बन रहे आवास के दस्तावेज परिवार के महिला एवं पुरूष दोनों के नाम पर। चाबी भी संयुक्त रूप से दी जा रही है ।
जमीन या मकान की रजिस्ट्रीमहिला के नाम पर करने पर पंजीयन शुल्क 3% से घटाकर 1 % कियागया। महिलाओं के पक्ष में रजिस्ट्री में हुई 25 % की वृद्धि ।
महिला अपराधों की रोकथाम के लिए प्रदेश में 950 महिला ऊर्जा डेस्क स्थापित। हर जिले में एक महिला थाने की स्थापना।
महिला स्व- सहायता समूह बने जन- आन्दोलन। 47 लाख से अधिक महिलाएं जुडी । 5 हजार करोड़ रु से अधिक का क्रेडिट लिंकेज दिया गया ।
समर्थन मूल्य पर फसल खरीदी, यूनिफॉर्म निर्माण, जल कर वसूली, फ्लाई ऐश ईंट निर्माण, सेंट्रिंग, कोदो-कुटकी के बिस्किट निर्माण, बिजली बिल वसूली, मास्क-सैनिटाइजर निर्माण जैसे हर काम में संलग्न है समूह ।7 पोषण आहार संयंत्रों का सञ्चालन अब महिला समूहों के हाथ में । हर जिले में बने दीदी कैफे ।
महिला स्व-सहायता समूहों को 3 लाख रुपए तक के बैंक ऋण पर 2% का अतिरिक्त ब्याज अनुदान।
महिलाओं के लिए पृथक से इंडस्ट्रियल क्लस्टर बनाया जा रहा है। 100 करोड़ रु का नारी सम्मान कोष बनाया गया है ।
संविदाकर्मी महिलाओं को भी अब 180 दिन का प्रसूती अवकाश मिल रहा है।
शासकीय सेवाओं में पदस्थ बहनों को वर्ष भर में7 दिवसों का अतिरिक्त आकस्मिक अवकाश, जिसे वे अपनी आवश्यकता अनुरूप उपयोग कर सकेंगी।
वर्ष 2023-24 के बजट में महिला सशक्तिकरण के लिए रिकॉर्ड 1 लाख 2 हजार 976 करोड़ रुपए का प्रावधान।
चाइल्ड बजटिंग शुरू करने वाला मध्यप्रदेश, देश का पहला राज्य।
कुपोषण दूर करने के लिए मुख्यमंत्री बाल आरोग्य संवर्धन कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। पिछले ढाई वर्ष में लगभग 6 लाख बच्चे पोषण के सामान्य स्तर पर आए।

मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना- बहनों का सम्मान बढ़ाने का महायज्ञM


23 से 60 वर्ष आयुवर्ग की बहनों को इस योजना में मिलेंगे प्रतिमाह 1 हजार रुपए।
विवाहित महिलाओं के साथ-साथ कल्याणी, तलाकशुदा एवं परित्यक्ता बहनों को भी मिलेगा योजना का लाभ।
इस राशि का उपयोग बहनें स्वयं और परिवार की छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा करने के लिए कर सकेंगी।
10 जून से होगा योजना का लाभ मिलना प्रारंभ ।

शिक्षा


नेशनल अचीवमेंट सर्वे में मध्यप्रदेश 17वें स्थान से बड़ी छलांग लगाकर 5वें स्थान पर पहुंचा।
सीएम राइज स्कूल परियोजना का क्रियान्वयन प्रारंभ। 370 विद्यालय प्रारम्भ हुए। 6300 करोड़ रुपए से बनाए जा रहे सर्वसुविधायुक्त। वर्ष 2023-24 में खोलेंगे 150 से अधिक नये सीएम राइज स्कूल।
मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना- 3 लाख 44 हजार से अधिक विद्यार्थियों की 1021 करोड़ रुपए से अधिक की फीस प्रतिपूर्ति।
नए 24 आईटीआई प्रारंभ। आईटीआई संस्थाओं में समय की मांग के अनुसार ट्रेड शामिल।
सुपर 100 योजना अंतर्गत 600 से अधिक विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग।
संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल पार्क का संचालन होगा इस वर्ष से प्रारंभ। प्रतिवर्ष 6 हजार युवा बनेंगे हुनरमंद।
इस सत्र से 6 इंजीनियरिंग, 6 पॉलिटेक्नीक कॉलेजों और भोपाल के गांधी मेडिकल कॉलेज में में हिन्दी भाषा में पढ़ाई प्रारंभ। पूरे देश में अपने किस्म की ऐतिहासिक पहल।
मेडिकल और इंजीनियरिंग की चयन परीक्षा में सरकारी स्कूलों के बच्चों का प्रतिशत बढ़ाने के लिए बनेगी अलग से मेरिट लिस्ट, होंगी 5 % सीटें आरक्षित ।

स्वास्थ्य


कोरोना के खिलाफ जनता के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी और विजयी हुए।लगभग 99 % वैक्सीन डोज कवरेज ।
10 हजार से अधिक हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरऔर362 आयुष हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर प्रारम्भ।
मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान योजना बनी गरीबों की संजीवनी। इस योजना में वर्ष 2003 में मात्र 3 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष की सहायता दी जाती थी, जो आज 200 करोड़ रुपए प्रतिवर्ष हो गई है।
चिकित्सालयों में 132 प्रकार की जांचें और 530 प्रकार की औषधियांनि:शुल्क। सी. टी. स्कैन की सुविधा पीपीपी मोड पर प्रारम्भ।
19 नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की स्वीकृति जारी। इससे 4 हजार से अधिक एमबीबीएस की नई सीटें उपलब्ध होंगी। श्योपुर, भिंड, बालाघाट , धार में भी खुलेंगे मेडिकल कॉलेज ।
पिछले तीन वर्षों में 861 स्वास्थ्य संस्थाओं का उन्नयन/ विकास। 646 स्वास्थ्य संस्थाओं का निर्माण कार्य पूर्ण।
अस्पतालों के लिए प्रारम्भ किया गया सम्पूर्ण कायाकल्प अभियान। लगभग 150 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा स्वास्थ्य संस्थाओं का सुदृढ़ीकरण।

निवेश और रोजगार


देश में न्यूनतम बेरोजगारी दर वाले राज्यों में से एक है मध्यप्रदेश। (फरवरी 2023- मात्र 2%)
22 MSME क्लस्टर्स और 14 नए औद्योगिक क्षेत्र हो रहे विकसित। इसके अलावा EV पार्क, फार्मा पार्क, टेक्सटाइल पार्क, गारमेंट यूनिट्स के लिए प्लग एंड प्ले जोन तथा सेमीकंडक्टर पार्क तैयार हो रहे हैं।
‘स्टार्ट योर बिजनेस इन 30 डेज’ कार्यक्रम शुरू किया गया। 8 विभागों की 44 सेवाएं 30 दिन के भीतर प्रदाय की जा रही हैं। इनमें से 35 सेवाएं डीम्ड एम्प्रूवल की श्रेणी में।
900 से अधिक अनुपयोगी तथा अप्रचलित कानूनों को किया गया निरसित।
स्वामी विवेकानंद जी की जयंती से रोजगार दिवस का प्रतिमाह आयोजन प्रारंभ।हर माह औसतन तीन लाख रोजगार के नए अवसर सृजित किए जा रहे हैं।
नवंबर 2021 से अब तक विभिन्न स्व-रोजगार योजनाओं के अंतर्गत 46 लाख 58 हजार से अधिक स्व-रोजगार के नये अवसर सृजित किए गए। लगभग 31 हजार करोड़ रुपए की ऋण सहायता स्वीकृत की जा चुकी है।

चीफ मिनिस्टर्स यंग प्रोफेशनल्स फॉर डेवलपमेंट प्रोग्राम प्रारम्भ। हर जिले में सी.एम. फेलो की नियुक्ति।
मुख्यमंत्री युवा इंटर्नशिप योजना के माध्यम से प्रदेश में 4 हजार 600 से अधिक युवा इंटर्न को बनाया मुख्यमंत्री जनसेवा मित्र।
मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के माध्यम से इस सत्र में लगभग 23 हजार छात्र-छात्राएं ले रहे सामाजिक उत्थान के लिए सामाजिक नेतृत्वकर्ता बनने का प्रशिक्षण।
जिला, ब्लॉक एवं ग्राम पंचायत स्तर पर लगभग 5 हजार 300 पेसा समन्वयक नियुक्त।
स्टार्ट-अप नीति आने के बाद प्रदेश में 800 नए स्टार्ट-अप और 18 नए इन्क्यूबेटर स्थापित।
इंदौर के सुपर कॉरिडोर में 22 एकड़ जमीन पर बनेगा 35 मंजिला स्टार्ट-अप पार्क बनाने का निर्णय । 20 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार।
इंदौर-पीथमपुर इकोनॉमिक कॉरिडोरएवं मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक पार्क का विकास।
विक्रमपुरी उज्जैन में तेजी से मेडिकल डिवाइस पार्क में यूनिट्स लगना प्रारम्भ।

सुशासन


लोक सेवा गारंटी कानून लागू कर 600 से अधिक सेवाएं समयसीमा में प्रदान करने की गारंटी। अब तक लगभग 9 करोड़ आवेदन प्राप्त, जिसमें से 8 करोड़ 90 लाख से अधिक आवेदन निराकृत। 408 लोक सेवाएं की गईं पूरी तरह से ऑनलाइन।
सीएम हेल्प लाइन के जरिए मुख्यमंत्री तक जनता की सीधी पहुँच। अब तक 2 करोड़ 10लाख से अधिक शिकायतें आईं, जिनमें से 2 करोड़ 6 लाख से अधिक का निराकरण।
केंद्र और राज्य सरकार की 137 योजनाओं में से 31 हजार करोड़ रुपए का डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर।
सायबर तहसील की क्रांतिकारी अवधारणा लागू। राजस्व प्रकरणों के निराकरण की प्रक्रिया फेसलेस और पारदर्शी बनी। अब तक 5हजारसे अधिक प्रकरणों का निराकरण।
आपात स्थिति में लोगों को त्वरित पुलिस सहायता उपलब्ध कराने की डायल 100 योजना का सफल क्रियान्वयन। अब तक 1 करोड़ 50 लाख से अधिक लोग लाभान्वित।
राष्ट्रीय गुड गर्वनेंस इंडेक्स में जिला स्तर पर लोकसेवा प्रदाय के लिए मध्यप्रदेश देश में प्रथम स्थान पर।
मऊगंज को मध्यप्रदेश का 53वां जिला बनाने का निर्णय । 4 तहसीलें- मऊगंज, हनुमना, नई गढ़ी और देवतालाब होंगी शामिल।
विधायकों की स्वेच्छानुदान निधि 25 लाख रु सेबढ़ाकर 75 लाख रु की गयी ।
सीएम जन सेवा योजना में मोबाइल के माध्यम से प्रदान की जाने वाली सेवाओं का विस्तार- आय, मूल निवासी नि:शुल्‍क, खसरा-खतौनी, नक्‍शा की प्रमाणित प्रति एवं भू-अधिकार पुस्तिका मात्र 10 रुपए प्रति 181 पर कॉल के माध्‍यम से प्रदान की जा रही है।
5G क्रांति- श्री महाकाल महालोक से 5G की मध्यप्रदेश में हुई शुरुआत। इंदौर और भोपाल में भी 5G सेवाएं प्रारम्भ। तेजी से होगा अन्‍य शहरों में भी विस्‍तार।
मध्यप्रदेश के मूल निवासियों द्वारा अर्जित की जाने वाली असाधारण उपलब्धियों के लिए स्थापित किया गया मध्यप्रदेश गौरव सम्मान। शासकीय सेवकों के द्वारा किए जाने वाले नवाचारी कार्यों एवं शासकीय योजनाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रारंभ हुए मुख्यमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार नए स्वरूप में।

मध्यप्रदेश का सांस्कृतिक अभ्युदय


माननीय प्रधानमंत्री जी के कर कमलों से 11 अक्टूबर 2022 को ‘श्री महाकाल महालोक’ का शिवार्पण।महाकाल महालोक के द्वितीय चरण का कार्य प्रारंभ। तेजी से करेंगे पूरा।
ओरछा में बनेगा भव्य राम राजा लोक, चित्रकूट में दिव्य वनवासी रामलोक और सलकनपुर में श्री-देवी महालोक के निर्माण का निर्णय ।
अमर शहीदों एवं जनजातीय जननायकों- रानी कमलापति, राजा शंकरशाह-रघुनाथ शाह, चंद्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल, टंट्या भील आदि की स्मृतियों को अक्षुण्ण रखने के लिए बनाए गए हैं भव्य स्मारक।
मध्यप्रदेश की धरती के ऐसे वीर सैनिक, जो सीमाओं पर देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्योछावर करते हैं, उनके परिजनों को 1 करोड़ रुपए की सम्मान निधि, सरकारी नौकरी और आवासीय भू-खंड।
महाशिवरात्रि के अवसर पर उज्जैन में 'शिव ज्योति अपर्णम्-2023' का भव्य आयोजन। बाबा महाकाल की पावन धरा पर 18 लाख 82 हजार से अधिक दीपों को प्रज्ज्वलित कर बना विश्व रिकॉर्ड।
इस्लाम नगर का 308 साल पुराना गौरव लौटा। अब इसका नाम पुन: जगदीशपुर हुआ।
ओंकारेश्वर में आदि गुरु शंकराचार्य की 108 फीट ऊंची बहु धातु की भव्य प्रतिमा एवं अद्वैत धाम, अद्वैत वन, अद्वैत वेदांत संग्रहालय एवं संस्थान का निर्माण कार्य लगभग 2200 करोड़ रुपए की लागत से किया जा रहा है।
जनजातीय परंपरा के अभिन्न उत्सव "भगोरिया" को राजकीय पर्व के रूप में मनाने और प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर के रूप में पहचान बनाने का निर्णय।
वर्ष 2021 की तुलना में 2022 में धार्मिक पर्यटक स्थलों में पर्यटकों की संख्या में 122% तथा अन्य पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या में 58% की वृद्धि हुई।
लाइफ साइंसेस आधारित अर्थ-व्‍यवस्‍था को प्रोत्‍साहन देने के लिए 5 करोड़ रुपए का प्रावधान।

जैव विविधता


मध्यप्रदेश घड़ियाल, गिद्ध, टाइगर और लेपर्ड के साथ अब चीता स्टेट भी बन गया है।
सितंबर 2022 में 70 साल बाद नामीबिया से कूनो-पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में चीतों की पुनर्स्थापना। फरवरी 2023 में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 और चीते। बनाए गए 450 चीता मित्र।
माननीय प्रधानमंत्री जी से प्रेरणा लेकर माधव राष्ट्रीय उद्यान शिवपुरी में छोड़े गए 3 बाघ। बनाए गए बाघ मित्र।

अन्यमहत्वपूर्ण उपलब्धियां


नई दिल्ली में आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रख कर 150 करोड़ की लागत से निर्मित किया गया मध्यप्रदेश भवन।
मध्यप्रदेश के चिनौर धान को मिला जीआई टैग।
ग्रीन एनर्जी, ग्रीन बाण्ड और ग्रीन फायनेंसिंग की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है मध्यप्रदेश। ट्री एंबुलेंस जैसे नवाचार हो रहे।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में इंदौर लगातार छठी बार देश का नंबर वन शहर।
मध्यप्रदेश स्वच्छता में देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य घोषित।
इंदौर और भोपाल में मेट्रो रेल के प्रथम ट्रैक का इस वर्ष होगा शुभारंभ। मिशन मोड में चल रहा काम ।

लंदन में खालिस्तानयों की शर्मनाक हरकत के खिलाफ भोपाल के सिख समाज में आक्रोश
21 March 2023
भोपाल.लंदन में खालिस्तानयों की शर्मनाक हरकत के खिलाफ भोपाल के सिख समाज में आक्रोश, रोशनपुरा चौराहा पर किया प्रदर्शन
बड़ी संख्या में सिख समाज ने इकट्ठा होकर शांति का संदेश दिया की हमारे राष्ट्रीय ध्वज का अपमान होता है तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।

“भारत हमारा स्वाभिमान है
तिरंगा हमारी शान है

भारत के सिखों ने भोपाल में ब्रिटिश हाई कमीशन के बाहर हाथ में तिरंगा लेकर प्रदर्शन करके विदेशों में बैठे भारत-विरोधियों को करारा जवाब दिया है। हम तिरंगे का अपमान किसी क़ीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे।
ज्ञानी दिलीप सिंह ने कहा जो असामाजिक तत्व तिरंगे के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं वो किसी भी तरह से सिख भावनाओं के प्रतीक नहीं है।लंदन हाई कमिशन के बाहर हुई घटना की हम सब कड़े शब्दों में निंदा कर रहे हैं।
सिख समाज सेवी जीपी सिंह ने कहा सिख समुदाय के लोगों ने विदेशों में जाकर अपने अच्छे कामों से देश को गौरवान्वित किया है पर कुछ ऐसे लोग भी हैं जो भारत-विरोधी एजेंसियों के इशारों पर काम करते हुये ऐसी हरकतें करते हैं जिससे भारत में बैठे सिखों को दुख भी होता है और अफ़सोस भी।
सिख समाज सेवी नेहा बग्गा ने कहा भारत के सिख प्रधानमंत्री का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने छोटे साहिबजादों को भी याद किया और उनकी याद में राष्ट्रीय दिवस घोषित किया। सिखों को नरेंद्र मोदी जी ने बहुत प्यार और मान सम्मान दिया है
मुझे खेद है कि भारत विरोधी एजेंसियों के इशारों पर काम करने वाले चंद सिख पूर सिख पूरी कौम को बदनाम कर रहे हैं। इस समय ज़रूरत है कि विदेशों में बैठे सिख इन असामाजिक तत्वों के ख़िलाफ़ खुलकर सामने आएँ और इनका विरोध करें।

महिला सशक्तिकरण के लिए प्रदेश में हो रही है सामाजिक क्रांति : मुख्यमंत्री श्री चौहान
20 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए सामाजिक क्रांति हो रही है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, स्थानीय निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस भर्ती में आरक्षण, आजीविका मिशन और संबल जैसी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। अब लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है, जिनसे न केवल महिलाओं का समग्र विकास होगा, अपितु समाज में उनका मान-सम्मान और आत्म-विश्वास भी बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज बालाघाट जिले के लांजी में लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बहनों को विभिन्न योजनाओं में हितलाभ वितरित किये। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन किया और पुष्प-वर्षा कर बहनों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री को बहनों ने राखी भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में दीदी कैफे संचालित करने वाली बहन अंजली चौरे को 10 लाख रूपए का चेक सौंपा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरी जिंदगी का उद्देश्य बहनों का कल्याण है। बहनों के होठों पर हँसी हो, तो भाई की जिंदगी सफल है। मध्यप्रदेश में नारियों का सम्मान सर्वोच्च है। बहनें किसी भी प्रकार का अन्याय सहन न करें, तुम्हारा भाई हमेशा तुम्हारे साथ है। बहन-बेटियों की शादी की चिंता न करें, शिवराज मामा उनकी शादी कराएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले मैं और मेरी पत्नी मिल कर गरीब बेटियों की शादी करवाते थे। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मैंने सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू की। पिछली सरकार ने इस योजना का लाभ किसी को नहीं दिया। अब हमने निर्णय लिया है कि इस योजना में 50 हजार की राशि का चेक बेटियों को और 6 हजार रूपये आयोजक संस्था को दिये जायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बेटियों को अभिशाप के स्थान पर वरदान बनाया गया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटी के जन्म लेते ही उसके नाम पर 30 हजार रूपये जमा करवा दिए जाते हैं, जिससे समय-समय पर उसे पढ़ाई आदि के लिए राशि मिलती रहे। आज मध्यप्रदेश में 44 लाख 50 हजार लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ हैं। बेटियों की पढ़ाई और उच्च शिक्षा की फीस भी मामा भरवाता है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज पंचायतों में बड़ी संख्या में बहनें प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनका राजनीतिक सशक्तिकरण हुआ है। मध्यप्रदेश में पंचायतों में 50 प्रतिशत सीटें बहनों के लिए आरक्षित की गई हैं। पुलिस की भर्ती में भी बहनों को आरक्षण दिया जा रहा है। ग्रामीण और शहरी आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं के स्व-सहायता समूह बनाए जाकर उन्हें विभिन्न गतिविधियों के लिए वित्तीय और अन्य सहायता प्रदान की जाती है। इससे उनका आर्थिक, सामाजिक सशक्तिकरण हो रहा है। साथ ही उनके आत्म-विश्वास में वृद्धि हो रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बार जब मुख्यमंत्री बना, तब से ही उनके मन में निरंतर यह विचार आ रहा था कि वह बहनों को क्या उपहार दें। मैंने सोचा कि एक बार नहीं प्रतिमाह बहनों को उपहार दिया जाए। गत 28 जनवरी को सुबह 4 बजे मेरे मन में लाड़ली बहना योजना की संकल्पना आई और मैंने निर्णय लिया कि हर माह गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय बहनों के खाते में 1000 रूपये डालूंगा। लाड़ली बहना योजना का लाभ उन सब बहनों को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख रूपये से कम है। बहनों को इसके लिए कोई आय प्रमाण-पत्र नहीं देना होगा। बस एक फॉर्म भरना होगा, जिसे हमारे कर्मचारी आपके गाँव, मोहल्ले में आकर भरवा लेंगे। साथ ही वे आपका ई-केवाईसी भी करवायेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 25 मार्च से लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भरना प्रारंभ होगा, जो 30 अप्रैल तक चलेगा। आगामी 10 जून से बहनों के खाते में पैसे आना प्रारंभ हो जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि योजना का लाभ लेने के लिए बहनों को किसी को भी कोई राशि देने की आवश्यकता नहीं है। ई-केवाईसी के लिए प्रत्येक प्रकरण में सरकार 15 रूपये केवाईसी करने वाली संस्था को देगी। यदि कोई भी व्यक्ति बहनों से कोई राशि की मांग करें तो उसकी शिकायत तुरंत 181 पर करें, उस व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना के क्रियान्व्यन में महिलाएँ “लाड़ली बहना सेना” में शामिल होकर अपनी भागीदारी निभाये। मुख्यमंत्री ने घरेलू हिंसा, सामाजिक कुरीतियों एवं अन्याय के खिलाफ आवाज उठाने का आहवान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आगामी 1 अप्रैल से प्रदेश में सभी शराब के अहाते बंद कर दिए जाएंगे।
मुख्यामंत्री श्री चौहान ने पूर्व विधायक श्री रमेश भटेरे की मांग पर पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से चर्चा कर लांजी के कोटेश्वर मंदिर के जीर्णोद्धार की बात कही। उन्होंने खराडी़ एवं बाघ सिंचाई परियोजना की नहरों के कार्य और नगर परिषद लांजी के विकास के लिये आवश्यक राशि स्वीकृत करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विकास प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
अध्यक्ष पिछड़ा वर्ग आयोग श्री गौरी शंकर बिसेन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश का चहुँमुखी विकास हुआ है। समाज के प्रत्येक वर्ग के उत्थान के लिए प्रदेश में कार्य हुआ है। उन्होंने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना जैसी अभिनव योजना के क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री श्री चौहान का आभार माना।
आयुष एवं जल संसाधन राज्य मंत्री श्री राम किशोर 'नानो' कावरे, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष श्री प्रदीप जायसवाल, पूर्व विधायक श्री रमेश भटेरे सहित जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं नागरिक उपस्थित रहे।

सरल है मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में आवेदन की प्रक्रिया-मुख्यमंत्री श्री चौहान
19 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना, बहनों के सशक्तिकरण के लिए बनाई गई है। सशक्तिकरण में सबसे अधिक जरूरी आर्थिक सशक्तिकरण है। बहनों के पास पैसा हो, तो उनमें आत्म-विश्वास भी होता है और स्वाभिमान का भाव भी जागृत होता है। इसलिए हमने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में हर पात्र बहन के खाते में हर महीने 1000 रूपए डालने का निर्णय लिया है। योजना में वे बहने पात्र होंगी, जिनकी आयु 23 से 60 वर्ष के बीच हो, विवाहित हो, परिवार की आय ढाई लाख रूपए वार्षिक से कम हो और ऐसे परिवार जिनके पास 5 एकड़ से कम जमीन हो। परिवार का मतलब पति, पत्नी और उनके बच्चे हैं। ऐसी पात्र बहनों के खाते में हर महीने एक हजार रूपए आएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सोशल और इलेक्ट्रानिक मीडिया पर जारी संदेश में यह बात कही।

बहनों को लोक सेवा केन्द्र या अन्य कहीं जाने की जरूरत नहीं


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरी बहनों को कोई दिक्कत न हो, यह मेरा कर्त्तव्य है। इसलिए योजना में आवेदन प्रक्रिया को बहुत सरल बनाया गया है। योजना के फॉर्म आपके गाँव और शहर के वार्डों में भरवाए जाएंगे। बहनों को लोक सेवा केंद्र या कही और जाने की जरूरत नहीं है। सभी गाँव में हमारे कर्मचारी आएंगे और फॉर्म भरवाएंगे। इसके लिए 25 मार्च से शिविर लगना शुरू होंगे। जब तक सभी बहनों के आवेदन नहीं भर जाते तब तक शिविर लगेंगे।

समग्र आई.डी. और आधार नंबर है तो कोई दिक्कत नहीं होगी


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आवेदन में अपना नाम, पति का नाम, मोबाइल नंबर आदि दर्ज कराने के अलावा तीन जरूरी जानकारी बहनों के पास होनी चाहिए। पहला- आपकी या आपके परिवार की समग्र आईडी, दूसरा- आपका आधार नंबर और तीसरा- समग्र में दर्ज आपका मोबाइल नंबर। यह जानकारी यदि बहनों के पास है तो उनको कोई दिक्कत नहीं होगी। आवेदन भरा जाएगा और उसके बाद ई-केवाईसी करवाई जाएगी। इसके लिए बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। गाँव और शहर के वार्ड में ही ई-केवाईसी प्रक्रिया पूर्ण की जायेगी। जहाँ कनेक्टिविटी नहीं है, वहाँ दूसरे गाँव या कॉमन सर्विस सेंटर में बहनों को ले जाने की आवश्यकता पड़ती है तो उनके लिए वाहन की व्यवस्था शासन द्वारा की जाएगी।

यदि कोई पैसा मांगता है तो सीएम हेल्पलाइन 181 नंबर पर करें शिकायत


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ई-केवाईसी के लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा। शासन द्वारा एक ई-केवाईसी के लिए 15 रूपए का भुगतान संबंधित कॉमन सर्विस सेंटर्स को किया जाएगा। यदि किसी बहन से कोई ई-केवाईसी के लिए पैसा मांगता है तो सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर फोन कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। ऐसे लोगों को जेल भिजवाया जाएगा। बहनों को एक भी पैसा देने की जरूरत नहीं है। यदि मेरी बहनों को परेशानी होती है, तो मेरे भाई होने का मतलब ही क्या है। इसलिए निश्चिंत रहिए-परेशान मत होइए। अपने गाँव, शहर में ही रहें। हमारी टीम आपसे संपर्क करेगी, शिविर में लाएगी और सारी औपचारिकता पूरी करवाएगी। ई-केवाईसी इसलिए कराई जा रही है, जिससे बहनों के खाते में ही पैसा जाए। बहने निश्चिंत रहें, उनकी सारी चिंताएँ हमारी हैं।

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 5 लाख से ज्यादा हितग्राही लाभान्वित
17 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का मध्यप्रदेश के धार जिले में पीएम मित्र" मेगा एकीकृत टेक्सटाइल पार्क स्थापित करने के लिये अभिनंदन किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह निर्णय टेक्सटाईल सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देने और रोजगार के अनेक अवसर सृजित करने में मददगार साबित होगा।

पीएम मित्र पार्क स्थापित करने में कई राज्यों ने रूचि दिखाई और अपना प्रस्ताव कपड़ा मंत्रालय को दिया था। एक साल के लंबे मूल्यांकन, चर्चा और सूचना साझा करने के बाद 17 मार्च 2023 को चयनित राज्यों की सूची की घोषणा की गई है। पीएम मित्र पार्क स्थापित करने के लिए चयनित 7 राज्यों में मध्यप्रदेश भी शामिल है। पीएम मित्र साइटों का चयन केन्द्र सरकार द्वारा एक चुनौती पद्धति के माध्यम से किया गया था।

पीएम मित्र पार्क योजना


केन्द्रीय कपड़ा मंत्रालय ने 7 मेगा इंटीग्रेटेड टेक्सटाईल रीजन एंड अपैरल (पीएम मित्र) पार्क स्थापित करने के लिए 4,445 करोड़ रूपये की पीएम मित्र पार्क योजना शुरू की थी। योजना का उद्देश्य कपड़ा उद्योग की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला के लिए एकीकृत बड़े पैमाने पर और आधुनिक औद्योगिक बुनियादी सुविधाओं का विकास करना है। यह योजना प्रधानमंत्री के 5-एफ विजन - फार्म से फाइबर, फाइबर से फैक्ट्री, फैक्ट्री से फैशन और फैशन से फॉरेन तक से प्रेरित है। यह एक 'आत्म-निर्भर भारत' के निर्माण की दृष्टि को पूरा करने और भारत को वैश्विक वस्त्र मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करने की आकांक्षा रखता है।

मध्यप्रदेश सरकार विश्व स्तरीय औद्योगिक बुनियादी ढाँचे के साथ 1,000 एकड़ से अधिक भूमि पार्सल में एकीकृत बड़े पैमाने पर कपड़ा और परिधान पार्क स्थापित करने की इच्छुक है, जो अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी को आकर्षित करेगी। साथ ही कपड़ा क्षेत्र में एफडीआई और स्थानीय निवेश को बढ़ावा देगी।
पार्क को आंतरिक सड़कों, बिजली वितरण बुनियादी ढाँचे, जल और अपशिष्ट जल उपचार संयंत्रों, प्लग एंड प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास, फैक्ट्री साइट्स, ऊष्मायन केंद्र इत्यादि जैसी सभी बुनियादी आधारभूत सुविधाओं के साथ विकसित करने की योजना है। पार्क में सहायक सुविधाएँ भी शामिल होंगी, जिसमें एक सामान्य प्र-संस्करण इकाई, सामान्य प्रवाह उपचार संयंत्र (सीईटीपी), श्रमिकों के छात्रावास और आवास (विशेष रूप से महिला श्रमिकों के लिए), स्वास्थ्य सुविधा, प्रशिक्षण और कौशल विकास, भंडारण, रसद आदि हैं।
एक ही स्थान पर एकीकृत कपड़ा मूल्य श्रृंखला के साथ प्रस्तावित पार्क उद्योग की रसद लागत को कम करेगा और राज्य में कपड़ा और परिधान उद्योग की संपूर्ण मूल्य श्रृंखला की प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार करेगा। इस पार्क से रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा, जिससे एक लाख प्रत्यक्ष और 2 लाख अप्रत्यक्ष लोगों को रोजगार मिल सकेगा। केन्द्र सरकार 2 चरणों में 500 करोड़ रूपये (300 करोड़ + 200 करोड़ रुपये) के 'विकास पूँजी समर्थन' (डीसीएस) के रूप में प्रस्तावित पार्क की स्थापना का समर्थन करेगी।
प्रस्तावित पीएम मित्र पार्क में शीघ्र स्थापित होने वाली निर्माण इकाइयों को प्रोत्साहन देने के लिये 'प्रतिस्पर्धी प्रोत्साहन सहायता' (सीआईएस) में प्रति पार्क 300 करोड़ रूपये देने का प्रावधान किया गया है। पार्क में स्थापित इकाई को कुल बिक्री टर्नओवर का 3 प्रतिशत तक प्रोत्साहन प्रदान किया जाएगा। इसका लाभ निर्धारित शर्तों के साथ "पहले आओ-पहले पाओ" के आधार पर उपलब्ध होगा।
मध्यप्रदेश में कपड़ा और परिधान क्षेत्र के लिए पारिस्थितिकी-तंत्र अच्छी तरह से विकसित है। राज्य में कच्चे माल (जैसे-कपास, रेशम और मानव निर्मित फाइबर) की उपलब्धता और एक प्रगतिशील कपड़ा नीति ढाँचा है। राज्य ने देश भर से इस क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित किया है। मध्यप्रदेश कपास का उत्पादन करता है, इसमें कपास को सूत में बदलने के लिए ओटाई और कताई इकाइयाँ भी हैं, जिन्हें कपड़े में परिवर्तित किया जाता है। वर्तमान में राज्य में परिधान इकाइयाँ भी हैं। राज्य की इकाइयाँ कपास, सूत और वस्त्र निर्यात करती हैं। इस प्रकार मध्यप्रदेश प्रधानमंत्री श्री मोदी के 5-एफ विजन को पूरा करता है। पीएम मित्र पार्क मध्यप्रदेश में कपड़ा और परिधान उद्योग के विकास को और मजबूत करेगा, जिससे यहाँ के लोगों को रोजगार और समृद्धि मिलेगी।
कपड़ा क्षेत्र के लिए केन्द्र सरकार की प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) योजना में मध्यप्रदेश को सर्वाधिक 3,513 करोड़ रूपये का निवेश प्राप्त हुआ है। पीएम मित्र पार्क योजना 'मेक इन इंडिया' और 'मेक फॉर द वर्ल्ड' के दृष्टिकोण को पूरा करने का एक उत्कृष्ट अवसर प्रदान करेगी।

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 5 लाख से ज्यादा हितग्राही लाभान्वित
16 March 2023
भोपाल.राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल 17 मार्च को शाम 4 बजे प्रदेश में आयुर्वेद के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं एवं व्यक्तियों को प. उद्धवदास मेहता आयुर्वेद सेवा पुरस्कार से पुरस्कृत करेंगे। कार्यक्रम में आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री रामकिशोर कावरे उपस्थित रहेंगे।

पुरस्कार समारोह पं. खुशीलाल शर्मा शासकीय स्वशासी आयुर्वेद संस्थान भोपाल में होगा। इसमें वर्ष 2017 से वर्ष 2021 तक की अवधि में पुरस्कार के लिये चयनित 5 व्यक्ति एवं संस्थाओं को सम्मान स्वरूप प्रशस्ति-पत्र और एक लाख रूपये की राशि प्रदान की जायेगी।

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 5 लाख से ज्यादा हितग्राही लाभान्वित
15 March 2023
भोपाल.सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल ने बताया कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में अब तक 5 लाख 33 हजार से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया। राज्य सरकार द्वारा इस पर 1283 करोड़ रुपये खर्च किये गये। मुख्यमंत्री निकाह योजना में 55 हजार हितग्राहियों को लाभ मिला है।

श्री पटेल ने यह जानकारी आज सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग की परामर्शदात्री समिति की बैठक में दी। समिति सदस्य विधायक श्री सीताराम, श्री विजय राघवेन्द्र सिंह, सुश्री चन्द्रभागा किराड़े और विभागीय आयुक्त श्री ई. रमेश कुमार उपस्थित थे।

मंत्री श्री पटेल ने ग्रामीण क्षेत्रों में जनपद स्तर पर शिविर लगाकर अधिक से अधिक दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरित करने के निर्देश दिये। बैठक में दिव्यांगजनों की पेंशन राशि बढ़ाने पर भी चर्चा की गई। बताया गया कि सभी दिव्यांगजनों को यूपीआईडी कार्ड दिए जा रहे है। इसी तरह ट्रांसजेंडर्स को 611 पहचान प्रमाण-पत्र दिये गये हैं।

स्व.पुष्पेन्द्र पाल सिंह निष्काम कर्मयोगी और अहंकारशून्य व्यक्ति थे : मुख्यमंत्री श्री चौहान
14 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि स्व. श्री पुष्पेन्द्र पाल सिंह निष्काम कर्मयोगी और अहंकारशून्य व्यक्ति थे। मुख्यमंत्री ने उनके नाम से पत्रकारिता क्षेत्र में पुरस्कार देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि माखनलाल चतुर्वेदी एवं संचार विश्वविद्यालय में एक कक्ष स्व. पुष्पेन्द्र पाल सिंह के नाम पर किया जायेगा। कक्ष में उनके लेखों का संग्रह भी होगा। साथ ही उनकी स्मृति में व्याख्यान माला भी होगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. पुष्पेन्द्र पाल सिंह सामान्य सीट पर बैठक कर ही विद्यार्थियों से बात करते थे। वे सदैव उत्साह से भरे रहते थे और सचमुच में भगवान कृष्ण के सात्विक कार्यकर्ता थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय में स्व. सिंह (पीपी सर) की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. सिंह के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, विधायक, पत्रकार सहित बड़ी संख्या में स्व. पी.पी. सर के शिष्य उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्व. सिंह विद्यार्थियों की समस्याओं का समाधान और मदद करते थे। उनके मन में सहयोग का भाव रहता था। वे हम सबको रूला कर चले गए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उनकी कई यादें हमारे जहन में हैं।

श्रद्धांजलि सभा में स्व. श्री पुष्पेन्द्र पाल सिंह के जीवन-दर्शन पर केन्द्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन और कॉफी टेबिल बुक का विमोचन भी हुआ।

प्रदेश में चल रहा है जनता की तकदीर और प्रदेश की तस्वीर बदलने का महा अभियान : मुख्यमंत्री श्री चौहान
13 March 2023
भोपाल. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि यदि सरकार की नीयत और नीति दोनों ठीक हो तो तस्वीर और तकदीर बदलती है। प्रदेश में जनता की तकदीर और प्रदेश तस्वीर बदलने का महाअभियान चल रहा है। मेरी जिंदगी का मकसद है, आपकी जिंदगी में खुशहाली लाना और इसके लिये मैं निरंतर कार्य कर रहा हूँ। यदि आपकी जिंदगी खुशहाल होती है, तो मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थकता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज सीहोर जिले के शाहगंज नगर के गौरव दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने नगर की प्रतिभाओं को सम्मानित किया। साथ ही विभिन्न योजनाओं के हितलाभ और स्वीकृति-पत्र हितग्राहियों को वितरित किये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार के साथ समाज के सहयोग से शाहगंज आज प्रदेश के अन्य शहरों के लिये प्रेरणा बन गया है। शाहगंज स्वच्छता में छोटे शहरों में नंबर एक है। यहाँ शासन की सभी योजनाएँ व्यवस्थित रूप से लागू हुई हैं। गौरव दिवस का आयोजन भी व्यवस्थित ढंग से किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बहनों का सम्मान सर्वोच्च प्राथमिकता है। लाडली बहना योजना महिला सशक्तिकरण की सबसे बड़ी योजना है। आगामी 25 मार्च से इस योजना के फार्म भरवाए जाएंगे और 10 जून को बहनों के खातों में पैसा आ जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 56 हजार गरीब बेटियों की शादी सरकार द्वारा करवाई गई है और 44 लाख 40 हजार बेटियों को लाडली लक्ष्मी योजना का लाभ मिल रहा है। प्रदेश में बहनों के प्रति दुराचार करने वालों के विरुद्ध फाँसी की सजा का प्रावधान किया गया है। प्रसूति सहायता योजना में जन्म से पहले 4 हजार और जन्म के बाद 12 हजार रूपये की सहायता दी जाती है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेधावी विद्यार्थी योजना में उच्च शिक्षा की फीस भी सरकार भरवा रही है। प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी अब हिंदी में शुरू हो गई है विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मामा कोचिंग क्लास चलाई जा रही है। प्रदेश में 1 लाख 24 हजार सरकारी पदों पर भर्ती की कार्रवाई चल रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नई आबकारी नीति में 1 अप्रैल से सभी शराब के अहाते बंद कर दिए जाएंगे। शराब पीकर गाड़ी चलाने पर चालक का लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पुरानी सरकार ने किसानों से कर्ज माफी के झूठे वादे कर उन्हें डिफॉल्टर बना दिया था। हमारी सरकार किसानों का ब्याज मुक्त करेगी और उन्हें जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण दिलवाएगी। शाहगंज क्षेत्र में आज स्वामित्व योजना के पट्टे वितरित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री आवास योजना के पट्टों का भी शीघ्र वितरण होगा। क्षेत्र के जो 13 गाँव नर्मदा पाइप लाइन से छूट गए हैं, उनके लिए 55 करोड़ रूपये की नई योजना बनाई जा रही है, जिससे 3400 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी। कोई खेत सूखा नहीं रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शाहगंज क्षेत्र में नवीन नगर परिषद कार्यालय और कायाकल्प अभियान के अंतर्गत वार्डों में सीसी रोड निर्माण की घोषणा भी की।
जिले के प्रभारी और लोक स्वास्थ्य एवं कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को जननायक बताते हुए कहा कि अब वे लाडले मामा से लाडले भाई भी बन गये हैं। मंत्री डॉ. चौधरी ने मुख्यमंत्री का कल्याणकारी योजनाओं के लिए आभार माना। सांसद श्री रमाकांत भार्गव ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को प्रदेश के साथ ही शाहगंज के विकास का शिल्पी निरूपित करते हुए उन्हें शाहगंज का गौरव बताया। श्री भार्गव ने बुदनी विधानसभा क्षेत्र में हुए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि शाहगंज कस्बा आज नगर बना है। उन्होंने प्रदेश की जनता के कल्याण के लिए जारी योजनाओं के लिए भी मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। गौरव दिवस समारोह में विख्यात गायिका सुश्री कविता पौडवाल ने भजनों और देश-भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। गौरव दिवस कार्यक्रम में विधायक, जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान का नगरवासियों ने किया आत्मीय स्वागत



मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शाहगंज के गौरव दिवस पर नगर के मुख्य मार्गों पर रोड-शो कर नगरवासियों का अभिवादन किया। मुख्यमंत्री का नागरिकों ने पुष्प-वर्षा कर और फूल मालाओं से स्वागत और अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने सभी शहरवासियों को गौरव दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। नगर के सभी सामाजिक, संस्कृतिक, धार्मिक, व्यापारिक संस्थाओं के साथ सभी वर्गों के नागरिक, बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों ने मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया। बेटियाँ भी अपने प्रिय मामा को अपने बीच पाकर खुश नजर आयीं।

श्रद्धेय स्व. अटल जी की प्रतिमा का किया अनावरण



मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शाहगंज के गौरव दिवस पर 55 लाख 61 हजार रूपए की लागत से निर्मित श्रद्धेय स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण किया। साथ ही उन्होंने 2 करोड़ 93 लाख रूपए की लागत से बनी आधुनिक जिम और 130 फिट ऊँचे राष्ट्रीय ध्वज स्तंभ एवं ध्वज का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 7 करोड़ 59 लाख रूपए के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और 38 करोड़ 81 लाख रूपए के निर्माण कार्यों का शिलान्यास भी किया।

बीमा कराने वाला देश का पहला शत-प्रतिशत नगर बना शाहगंज



कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शाहगंज के गौरव दिवस पर सभी नागरिकों को सुरक्षा बीमा कराने के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि शाहगंज के सभी नगरवासियों ने प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा करा कर शाहगंज नगर को देश का पहला नगर बना दिया। उल्लेखनीय है कि विकास यात्रा के दौरान कलेक्टर श्री प्रवीण सिंह की पहल पर सुरक्षित सीहोर अभियान के तहत सभी पात्र नागरिकों का प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा कराने का अभियान चलाया गया। सुरक्षित सीहोर अभियान में शाहगंज नगर के सभी पात्र नागरिकों का प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा कराया गया है।

श्योपुर की धरती पर बरस रहा है विकास का रंग : मुख्यमंत्री श्री चौहान
12 March 2023
भोपाल. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि श्योपुर बदल रहा है, यहाँ विकास की गंगा बह रही है। केंद्र और राज्य सरकार द्वारा विकास और जन-कल्याण के लिए अनेक योजनाएँ संचालित हैं। सरकार, जन-प्रतिनिधि, प्रशासन और श्योपुरवासी मिल कर संकल्प लें कि प्रगति और विकास की इस दौड़ में पूरी प्रतिबद्धता के साथ हर संभव सहयोग करेंगे। साथ ही श्योपुर में शासकीय योजनाओं का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारी सरकार गरीब-कल्याण और विकास को समर्पित है। रंगपंचमी पर श्योपुर की धरती पर विकास का रंग बरस रहा है। चीतों के आगमन, राष्ट्रीय राजमार्ग, ब्रॉडगेज रेल के बाद श्योपुर में मेडिकल कॉलेज की सौगात विकास का नया इतिहास रच रही है। श्योपुर जैसे पिछड़े जिलों की प्रगति के लिए राशि की कभी कमी नहीं आने दी जाएगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज श्योपुर में 768 करोड़ रूपये के मेडिकल कॉलेज भवन, मूंझरी वृहद सिंचाई परियोजना, प्रेमसर-रिनीखेड़ा मुढला मार्ग और सीएम राइज शासकीय मॉडल उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन के शिलान्यास और 245 करोड़ 41 लाख रूपये के विकास कार्यों के लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने 167 करोड़ 58 लाख रूपये की लागत वाली चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना का लोकार्पण भी किया। इस दौरान प्रदेश में लाड़ली बहना योजना को लागू करने के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान को श्योपुर की बहनों ने 51 फीट लंबी राखी भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बड़ौदा में कॉलेज खोलने की घोषणा भी की।

प्रधानमंत्री श्री मोदी की दूरदृष्टिता से ही श्योपुर को मिले चीते



मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी युग पुरूष हैं। देश को भाग्य से ही इस प्रकार की दूरदृष्टि वाले व्यक्तित्व का नेतृत्व प्राप्त होता है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की पहल पर श्योपुर में चीतों का आगमन हुआ है। इससे श्योपुर में रोजगार के अवसरों की संभावना बढ़ी हैं। स्व-सहायता समूह की महिलाएँ भी अपने गाँव में होम-स्टे संचालित करने के लिए प्रेरित हो रही हैं। केन्द्र और राज्य सरकार गरीब की जिंदगी बदलने के लिए प्रतिबद्ध है। इसी सोच के परिणामस्वरूप लाड़ली बहना योजना लागू की गई है।

बहनों के जीवन को सुखद, सरल और आत्म-सम्मान से परिपूर्ण करेगी लाड़ली बहना योजना



मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा है कि बहने सशक्त होंगी तो परिवार और समाज सशक्त होगा। बहनों के जीवन को सरल, सुखद बनाना ही हमारा ध्येय है। बहने अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए हर महीने बहनों को 1000 रूपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था लाड़ली बहना योजना में की गई है। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय ढाई लाख रूपए से कम है, जिनके पास 5 एकड़ से कम भूमि है, ऐसे परिवार की बहने योजना के लिए पात्र होंगी। योजना में 25 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन करना है। आवेदन करने के लिए आय प्रमाण-पत्र और मूल निवासी प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। स्वयं घोषित आय को ही मान्य किया जाएगा। मई माह में आवेदनों की जाँच होगी और 10 जून को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। हर महीने बहनों के खाते में 1000 हजार रूपए डाले जाएंगे। योजना में आवेदन करने के लिए बहनों को कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर गाँव और वार्ड में शिविर लगाए जाएंगे। आवेदन भरने में मदद करने लिए शासकीय कर्मचारी और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी। बहने योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी बिचौलिए और दलाल के झाँसे में न आएँ। कोई भी कठिनाई होने पर फोन नम्बर 181 पर सूचना दी जाए। गड़बड़ी और बेइमानी करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से बहनों के साथ पूरे परिवार का कल्याण होगा। बहने इस राशि को परिवार के पोषण, शिक्षण और स्वास्थ्य पर खर्च करेंगी। बहनों के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान के लिए यह योजना शुरू की गई है।

युवाओं को कौशल एप्रेन्टिसशिप योजना में मिलेंगे सीखने के साथ कमाने के अवसर



मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहनों का हित देखते हुए ही एक अप्रैल से शराब दुकानों से लगे अहाते बंद किए जा रहे हैं। राज्य सरकार ने गरीब आवासहीन परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के लिए बजट में 8 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया है। साथ ही डिफाल्टर किसानों के कर्जों का ब्याज भरने के लिए भी बजट में विशेष व्यवस्था की गई है। रोजगार के लिए एक लाख 24 हजार शासकीय पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में एक लाख युवाओं को विभिन्न उद्यमों से जोड़ा जा रहा है। साथ ही युवाओं को सीखने के साथ कमाने का अवसर उपलब्ध कराने मुख्यमंत्री कौशल एप्रेन्टिसशिप योजना शुरू की जा रही है, जिसमें युवाओं को विभिन्न कौशल सीखने के लिए कारखानों और संस्थाओं से जोड़ा जाएगा। चयनित युवाओं को एक लाख रूपए उपलब्ध कराए जाएंगे।

श्योपुर के लिए वरदान सिद्ध होंगी सिंचाई परियोजनाएँ



मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कूनो नदी पर 6 बाँध का निर्माण कर 4 जिलों को सिंचित करने की व्यवस्था के लिए जल्द निर्देश जारी किए जाएंगे। साथ ही चंबल सूक्ष्म सिंचाई योजना में सिंचाई सुविधा से छूटे गाँवों को शामिल करने का प्रयास किया जाएगा। चंबल सूक्ष्म सिंचाई योजना का लोकार्पण तथा मूंझरी बाँध का निर्माण श्योपुर के लिए वरदान सिद्ध होगा।

केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि श्योपुर के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। श्योपुर दूरस्थ एवं पिछड़ा जिला है, लेकिन मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में सडकें, विद्युतीकरण, सिंचाई, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र का विस्तार हुआ है। श्योपुर जिला अब अग्रणी जिले के रूप में पहचाना जाने लगा है। उन्होंने कहा कि श्योपुर में मेडिकल कॉलेज होगा, यह किसी ने सोचा भी नहीं था। आज मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कॉलेज भवन की आधारशिला रखी है। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को श्योपुर मेडिकल कॉलेज के लिए 258 करोड़ रूपये की राशि प्रदान करने के लिये धन्यवाद दिया। श्री तोमर ने कहा कि श्योपुर में अब विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी नही रहेगी। लोगों को उपचार के लिए ग्वालियर, कोटा, सवाई माधोपुर, जयपुर और बांरा जाने की जरूरत नहीं होगी। श्योपुर अब डॉक्टर बनने की फैक्ट्ररी बन जायेगा। यहाँ से डॉक्टरी पढ़ कर निकलने वाले चिकित्सक देश में अपनी सेवाएँ प्रदान करेंगे।

केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर ने मूंझरी डेम के लिये मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस डेम को 2017 में ही स्वीकृति दे दी थी और इसका टेण्डर भी हो गया था। उन्होंने कहा कि 167 करोड़ 50 लाख रूपये की लागत की चंबल सूक्ष्म सिंचाई परियोजना से 12 हजार हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी। कूनों नदी पर बनने वाले डेम की श्रंखला में श्रीमंत माधवराव सिंधिया वृहद सिंचाई परियोजना पर भी कार्य किया जायेगा। इस परियोजना से श्योपुर, ग्वालियर, मुरैना, भिण्ड, गुना सहित अन्य जिले लाभान्वित होंगे।

केन्द्रीय नागरिक उड्डयन एवं इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में जन-जन में विकास और विश्वास की अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने कहा कि रंगपंचमी का दिन श्योपुर के लिए अविस्मरणीय है। आज जिले के विकास के लिये एक हजार करोड़ रूपये से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन हुआ है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज अन्नदाताओं को सिंचाई के क्षेत्र में 2 बड़ी सौगातें दी हैं। एक का लोकार्पण तो दूसरे का भूमि-पूजन हुआ है, इससे क्षेत्र की तकदीर और तस्वीर बदल जायेगी। केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने श्योपुर के विकास और अपने जुड़ाव का उल्लेख करते हुए कहा कि श्रीमंत माधो महाराज ने आवदा डेम के साथ ही 100 वर्ष पहले नैरोगेज ट्रेन की सुविधा श्योपुर को दी थी। वर्तमान में आवश्यकता और अपेक्षाएँ बदलने पर केन्द्रीय मंत्री श्री तोमर के साथ संयुक्त प्रयासों से इस क्षेत्र को ब्राडगेज रेल से जोड़ा जा रहा है। प्रथम चरण में ब्राडग्रेज रेल परियोजना में ग्वालियर से श्योपुर को और दूसरे चरण में श्योपुर से कोटा को जोड़ा जायेगा। प्रथम चरण का कार्य प्रगति पर है।

खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि वर्ष 2003 में श्योपुर जिले के हालात कैसे थे, उस स्थिति से हम सब अवगत है। श्योपुर की पहचान कूनों पालपुर, वीरपुर के जंगलों से होती थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं केन्द्रीय मंत्रियों के नेतृत्व में अब श्योपुर, देश में ही नही, विदेश में भी पहचान बना रहा है। जिले में सिंचाई के क्षेत्र में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल हो रही हैं। मेडिकल कॉलेज से श्योपुर को एक नई दिशा मिलेगी। कूनों अभयारण्य में चीतों को बसाने की योजना ने देश-विदेश में श्योपुर को पहचान दिलाई है। यह परियोजना पर्यावरण संतुलन के क्षेत्र में भी उपयोगी है।

मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सिंचाई में आयी क्रांति: मंत्री श्री सिलावट



जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में सिंचाई के क्षेत्र में क्रांति आयी है। राज्य सरकार कृषि को लाभ का धंधा बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। आज चंबल सूक्ष्म सिंचाई योजना के लोकार्पण और मूंझरी बाँध के भूमि-पूजन से क्षेत्र के 86 गाँव को लाभ मिलेगा। सिंचाई परियोजनाओं से 119 गाँव में पेयजल व्यवस्था भी होगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्योपुर को दिलाई अंतर्राष्ट्रीय पहचान: राज्य मंत्री श्री कुशवाह



उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के प्रयासों से श्योपुर को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली है। चीतों का सफल पुनर्स्थापन राज्य सरकार की महत्वपूर्ण उपलब्धि है। प्रदेशवासियों की परिवार की तरह चिंता करने वाले मुख्यमंत्री श्री चौहान श्योपुर के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। श्योपुर को मेडिकल कॉलेज की सौगात उनकी इस प्रतिबद्धता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम का शुभारंभ दीप जला कर और कन्या-पूजन कर किया। साथ ही विभिन्न योजनाओं में हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किये। लोक निर्माण राज्य मंत्री श्री सुरेश धाकड़, विधायकगण सहित बड़ी संख्या में महिलाएँ एवं नागरिक मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान और केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने ग्वालियर छत्री परिसर में
10 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को ग्वालियर में छत्री परिसर पहुँच कर पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. माधवराव सिंधिया की प्रतिमा एवं चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने परिसर में राजमाता स्व. विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा पर भी पुष्पांजलि अर्पित की। मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने धर्मगुरूओं का पुष्पाहार एवं शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मान किया।

केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की धर्मपत्नी श्रीमती प्रियदर्शिनी राजे सिंधिया, सुपुत्री श्रीमती चित्रांग्दा राजे एवं सुपुत्र श्री महाआर्यमन सिंधिया ने भी में स्व. माधवराव सिंधिया एवं अपनी दादी राजमाता स्व. विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया।

हरियाणा के पूर्व राज्यपाल प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, जिले के प्रभारी एवं जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट सहित मंत्रीगण सर्वश्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, गोविंद सिंह राजपूत, महेन्द्र सिंह सिसौदिया, प्रद्युम्न सिंह तोमर, भारत सिंह कुशवाह, सुरेश धाकड़, ओपीएस भदौरिया सहित सांसद, विधायक, जन-प्रतिनिधि और नागरिक पुष्पांजलि अर्पित करने पहुँचे।

जयंती कार्यक्रम में भजन-कीर्तन की संगीतमय प्रस्तुति देने वाले कलाकरों को भी सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान एवं केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने श्रद्धांजलि कार्यक्रम में मौजूद जन-प्रतिनिधियों एवं गणमान्य नागरिकों से भेंट भी की।

ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे 7 दिन में पूरा करें : मुख्यमंत्री श्री चौहान
9 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि ओलावृष्टि से नुकसान का सर्वे 7 दिन में पूरा करें और 10 दिन के भीतर राहत राशि बाँटना शुरू की जाए। फसल क्षति सर्वे का कार्य पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से किया जाये। फसल बीमा योजना का लाभ दिलाने की पूरी कार्यवाही गंभीरता से हो। खरीफ फसलों के लिए खाद का अग्रिम भंडारण करें। किसानों को समर्थन मूल्य पर गेहूँ विक्रय में असुविधा नहीं होना चाहिए। साथ ही भुगतान समय पर सुनिश्चित हो। ग्रीष्मकाल में पेयजल की व्यवस्था बेहतर एवं सुचारू बनी रहे। प्रतिदिन जल प्रदाय हो, जहाँ पेयजल परिवहन की व्यवस्था करना है, उसकी भी तैयारी अग्रिम रूप से कर लें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज देर रात निवास कार्यालय में विकास यात्रा के फीडबैक संबंधी बैठक को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। मंत्रीगण, विधायक, जन-प्रतिनिधि और जिलों के प्रशासनिक अधिकारी वर्चुअली जुड़े।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विकास यात्राएँ व्यवस्थित और अभूतपूर्व तरीके से हुई हैं। यात्राओं में सरकार के साथ समाज भी जुड़ा। सभी 230 विधानसभाओं में यात्राएँ हुई। सभी ओर यात्रा की प्रशंसा हुई है। कलेक्टर्स ने कई नवाचार किए हैं। यात्रा का स्वरूप अद्भुत था। मुख्यमंत्री ने यात्रा की सफलता के लिए सभी को बधाई दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यात्रा का फॉलोअप हो। इस दौरान जो कमी मिली हो उसे पूरा किया जाये। शेष रहे कार्यों को भी पूरा करें। यात्रा तभी परफेक्ट होगी जब जीरो डिफेक्ट होगा। यात्रा की रिपोर्ट भेजी जाए, जिससे कमियों को पूरा किया जा सके।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना अत्यंत महत्वपूर्ण है, जो बहनों की जिंदगी बदलने में मील का पत्थर साबित होगी। बहने योजना के लाभ से वंचित नहीं रहें। प्राण-प्रण से योजना का लाभ दिलवाने में जुट जाएँ। गाँव और वार्ड में पहुँचकर बहनों के आवेदन भरवाए जाएँ। बहनों को कोई असुविधा नहीं होना चाहिए।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बार गेहूँ उत्पादन अच्छा होने की संभावना है। किसानों के हित में समर्थन मूल्य पर गेहूँ के उपार्जन की व्यवस्थाएँ अच्छी हों। उपार्जन व्यवस्था का व्यापक प्रचार-प्रसार भी करें।

मुख्यमंत्री निवास में बिखरे होली के रंग
8 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री निवास पर आज होली पर्व पर उल्लास के रंग बिखरे। अनेक नागरिक, कार्यकर्ता और मीडिया प्रतिनिधियों ने भी भागीदारी की। इस मौके पर होली के अनेक गीत प्रस्तुत किए गए। ढोल की थाप पर नृत्य प्रस्तुत करने के लिए सभी उत्साहित थे। प्राकृतिक रंग और गुलाल का प्रयोग किया गया। बृज की पारंपरिक फूलों की होली भी खेली गई। कार्यक्रम शालीनता पूर्वक संपन्न हुआ। मथुरा-वृंदावन (उत्तरप्रदेश) की सांस्कृतिक मंडली ने गीत और नृत्य प्रस्तुत किए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि होली उमंग, उल्लास, आनंद और मस्ती का पर्व है। हम चाहते हैं कि खुशियों के रंग प्रत्येक नागरिक की जिंदगी में बिखरे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के संकल्प के अनुसार हम प्रदेश और देश के विकास के लिए मिल कर कार्य करें। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना लागू होने से पात्र बहनों को हर महीने एक हजार रुपये की राशि प्राप्त होगी। इस वर्ष होली पर ही योजना ने बहनों को दीपावली का अहसास भी करवा दिया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के प्रथम सेवक होने के नाते उनका संकल्प है कि प्रदेश के प्रत्येक नागरिक के जीवन में खुशियों के रंग शामिल हों।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने समस्त उपस्थित नागरिकों को होली पर्व की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस मौके पर रंग गुलाल लगाकर सभी ने पर्व का उल्लास और आनंद मनाया।
सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा, श्री हितानंद शर्मा, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, किसान संगठन के श्री दर्शन सिंह, विधायक सर्वश्री रामपाल सिंह, रामेश्वर शर्मा, पी.सी. शर्मा, पूर्व महापौर श्री आलोक शर्मा, श्री सुमित पचौरी सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी और बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान की धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, पुत्र श्री कार्तिकेय सिंह और श्री कुणाल सिंह भी कार्यक्रम में उपस्थित थे।
होली मिलन कार्यक्रम में जो गीत प्रस्तुत हुए उनमें - आज ब्रज में होली रे रसिया..., रंग बरसे भीगे चुनरवाली...., आज न छोड़ेंगे, बस हम जोली, खेलेंगे हम होली..., होली खेले रघुविरा अवध में..... शामिल हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भी आंचलिक लोकगीत "मोरी बहू हिरानी है, ए भैया मिले तो बता दईयो...." गाया। इस गीत में सभी ने सुर मिलाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अन्य गीतों पर हारमोनियम बजाकर संगत दी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री पुष्पेन्द्र पाल सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया
7 March 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश माध्यम के महाप्रबंधक श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह के निधन पर दुख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ट्वीट कर कहा कि- श्री सिंह अपने कार्यों और विचारों से हमारे हृदय में बने रहेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह अपने आप में पत्रकारिता के संस्थान थे। उन्होंने पत्रकारिता के अनेक विद्यार्थी गढ़े। विद्यार्थियों के बीच वे ''पीपी सर'' के नाम से लोकप्रिय थे। श्री पुष्पेंद्र पाल सिंह का असमय जाना किसी क्षति से कम नहीं है। उन्होंने जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से श्री पुष्पेन्द्र पाल सिंह को अपने श्री चरणों में स्थान देने और परिजन को यह गहन दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।

शोकाकुल परिजन को दी सांत्वना


मुख्यमंत्री श्री चौहान ने गुलमोहर कॉलोनी पहुँच कर श्री पुष्पेन्द्र पाल सिंह की पार्थिव देह पर पुष्प-चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर स्व. श्री सिंह के परिजन को सांत्वना दी और ढाँढस बँधाया।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिलाई नशा मुक्ति की शपथ
6 मार्च 2023
भोपाल.मनावर के नजदीक ग्राम बालीपुर धाम के माँ अम्बिका आश्रम में आज ब्रह्मलीन संत श्री गजानन्द महाराज के जन्मोत्सव के दौरान अनुयाइयों ने इतिहास रच दिया। समूचे विश्व में एक साथ नशा छोड़ने की शपथ इतने सारे व्यक्तियों ने कभी नहीं ली। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वृहद नशामुक्ति शपथ दिलाई। ज़िला प्रशासन और बालीपुर धाम को वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के श्री भरत शर्मा और हिमांशु तिवारी ने प्रमाण-पत्र सौंपा।
इसके पहले मुख्यमंत्री श्री चौहान सपत्निक अम्बिका धाम में श्री श्री 1008 गजानन जी महाराज के 103वें जन्मोत्सव पर भक्त के रूप में दर्शन करने पहुँचे और पूजन-अर्चन कर पौधा-रोपण भी किया। उन्होंने संत श्री योगेश महाराज का अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बालीपुर धाम अद्भुत स्थल है, यहाँ आकर मैं धन्य हो गया हूँ। गुरूदेव ने यहाँ से प्रदेश के लाखों लोगों को सद्बुद्धि दी हैं और सम्मान से रहना सिखाया है। यह एक ऊर्जा सिद्ध क्षेत्र है। बालीपुर धाम में जो नशा मुक्ति का अभियान चल रहा है उसके लिए मैं पूरी तरह समर्पित हूँ। आज गुरू भक्तों का यह कार्य अद्भुत हैं। इस अभियान को बढ़ाने के लिए हम अपना पूरा योगदान देंगे। शराब की दुकानों के अहाते को 1 अप्रैल से बंद किया जाएगा। नशा, बुद्धि, स्वास्थ्य, परिवार और पैसे को बिगाड़ता है, नशा नाश की जड़ है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा की बहनें अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए हर महीने बहनों को एक-एक हजार रूपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था लाड़ली बहना योजना के रूप में की गई है। जिन परिवारों की वार्षिक आय ढाई लाख रूपए से कम है, जिनके पास 5 एकड़ से कम भूमि है और जिन परिवारों में कोई आयकरदाता नहीं हो, ऐसे परिवारों की 23 से 60 आयु वर्ग की बहनें योजना के लिए पात्र हैं। बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से उनके साथ पूरे परिवार का भी कल्याण होगा। योजना के लिए 25 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन भरे जाएंगे। मई माह में आवेदनों की जाँच होगी और 10 जून को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। जिन बहनों के बैंक खाते नहीं हैं, उनके खाते खुलवाने में भी मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आवेदन के लिए समग्र आईडी और आधार नम्बर आवश्यक है। मूल निवासी और आय प्रमाण-पत्र आदि की आवश्यकता नहीं है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाडली लक्ष्मी योजना ने जब से मूर्तरूप लिया। तब से बेटियों के लखपति होने के साथ ही बेटियों को पढ़ाई में मदद के लिए किताबें, यूनिफार्म, साइकिल आदि की व्यवस्था की गई है। मजदूर बहन, बेटा-बेटी के जन्म के बाद आराम कर सके, इसके लिए संबल योजना में जन्म से पहले 4 हजार और जन्म के बाद 12 हजार रूपए देने की व्यवस्था की गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने माईक्रो इरीगेशन सिंचाई परियोजना में मनावर मरियापुरा, सोल्यापुरा तालाब, गुलाटी को भी जोड़ने, जल जीवन मिशन में विकासखण्ड कुक्षी, निसरपुर एवं डही की नर्मदा नदी आधारित 105 ग्रामों की रेट्रोफिटिंग समूह नल-जल प्रदाय योजना की माँग पर परीक्षण कराने की बात कही। इसी तरह जल जीवन मिशन अंतर्गत जिले के फ्लोराईड प्रभावित क्षेत्र के विकासखण्ड गंधवानी, मनावर, सरदारपुर, धरमपुरी, उमरबन, नालछा, तिरला के 233 ग्रामों में 06 समूह जल-प्रदाय योजनाओं की माँग पर परीक्षण की बात कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 78 हजार 961 लाख रूपये की लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण भी किया।
धार जिले में प्रधानमंत्री आवास योजना के एक लाख आवास पूर्ण होने पर हितग्राहियों की ओर से मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद पत्र सौंपा गया। साथ ही मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ कर 84 हजार 879 दीदियों ने अपनी वार्षिक आमदनी एक लाख रूपये से ज्यादा कर लखपति क्लब में शामिल होने पर मुख्यमंत्री श्री चौहान को धन्यवाद ज्ञापित किया।
औद्योगिक नीति निवेश एवं प्रोत्साहन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा जिले के प्रभारी मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, पशुपालन एवं सामाजिक न्याय मंत्री श्री प्रेमसिंह पटेल, सांसद श्री छतर सिंह दरबार, श्री गजेन्द्र सिंह, डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी सहित जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

प्रदेश भर में मना मुख्यमंत्री का जन्मदिन,पौधे लगाकर कार्यकर्ताओं ने की दीर्घायु जीवन की कामना
5 मार्च 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान का जन्मदिन रविवार को प्रदेश भर में मनाया गया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने अपने लोकप्रिय मुख्यमंत्री के जन्मदिन पर पौधे लगाकर उनके दीर्घायु जीवन की कामना की। भारतीय जनता पार्टी, प्रदेश कार्यालय में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने पार्टी के राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री श्री शिवप्रकाश जी, प्रदेश प्रभारी श्री मुरलीधर राव, प्रदेश सह प्रभारी डॉ. रामशंकर कठेरिया, प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा, प्रदेश संगठन महामंत्री श्री हितानंद जी एवं मध्यप्रदेश शासन के मंत्री, वरिष्ठ नेता, पार्टी पदाधिकारियों सहित कार्यकर्ताओं के साथ पौधा लगाया।
सागर जिले के अटल पार्क में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान का जन्मदिन वृक्षारोपण कर मनाया गया। इस अवसर पर सांसद श्री राजबहादुर सिंह, विधायक श्री शैलेंद्र जैन, महापौर श्रीमती संगीता सुशील तिवारी, नगर निगम अध्यक्ष श्री वृंदावन अहिरवार, श्रीमती संध्या भार्गव, पार्षद श्री रामू अहिरवार, श्रीमती रानी अहिरवार सहित कायकर्ताओं ने वृक्षारोपण किया। नगर पालिका परिषद मकरोनिया के शिव वाटिका मे विधायक श्री प्रदीप लारिया, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष श्री मिहिलाल अहिरवार, मंडल अध्यक्ष कपिल कुशवाहा सहित कार्यकर्ताओं ने पौधरोपण किया।
ग्वालियर जिले के श्याम लाल पांडवीय महाविद्यालय के पास लाल टिपारा मुरार पार्क में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन्म दिवस के अवसर पर पौधों का रोपण किया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्री अभय चौधरी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री जयप्रकाश राजोरिया, बीज विकास निगम के अध्यक्ष श्री मुन्नालाल गोयल प्रदेश सह मीडिया प्रभारी श्री जवाहर प्रजापति, पूर्व विधायक श्री रामबरन सिंह गुर्जर, श्री अशोक शर्मा, शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक डॉ नितेश शर्मा, श्री जितेंद्र सिंह गुर्जर, श्री धर्मेंद्र राणा, श्रीमती नीलिमा शिंदे सहित जिला पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल थे।
जबलपुर जिले के रानीताल सहित 16 मंडलो में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन्मदिवस के अवसर पर पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्री प्रभात साहू, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री अखिलेश जैन, श्री अभिलाष पांडे, महामंत्री श्री रत्नेश सोनकर, श्री रजनीश यादव सहित जिला पदाधिकारी उपस्थित थे। सीहोरा शासकीय अस्पताल में जिला अध्यक्ष श्री रानू तिवारी ने पौधारोपण किया। इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष श्री अभिषेक परोआ, जिला उपाध्यक्ष श्री पुष्पराजसिंह बघेल, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य श्री राजा मोर सहित पदाधिकारी व कार्यकर्ता उपस्थित थे। शहडोल में पांडव नगर स्थित तालाब पर मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के जन्मदिन के अवसर पर जिला अध्यक्ष श्री कमल प्रताप सिंह, विधायक श्री जयसिंह मरावी सहित पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने पौधारोपण किया।
इंदौर के भाजपा कार्यालय के सामने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का जन्मदिन पौधारोपण कर मनाया गया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष श्री गौरव रणदिवे, आईडीए अध्यक्ष श्री जयपाल सिंह चावड़ा, नगर महामंत्री श्री संदीप दुबे, नगर उपाध्यक्ष श्री एकलव्य सिंह गौड, युवा मोर्चा नगर अध्यक्ष श्री सौगात मिश्रा, श्री दिनेश वर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
उज्जैन में आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन्मदिन के अवसर पर जिला अध्यक्ष श्री विवेक जोशी ने माँ बगलामुखी धाम पर वृक्षारोपण किया। पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा जन्मदिन सेवा दिवस के रूप में मनाया गया। कार्यक्रम में पार्टी के प्रदेश सह कोषाध्यक्ष श्री अनिल जैन कालुहेड़ा, सत्यनारायण खोईवाल, दिनेश विश्वकर्मा, किसान मोर्चा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य श्री मान सिंह चौधरी, श्री धर्मेंद्रसिंह भदौरिया, नगर उपाध्यक्ष श्री मोहन जायसवाल, मंडल अध्यक्ष श्री जितेंद्र कुमावत सहित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
नर्मदापुरम में आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन्मदिन के अवसर पर जिला कार्यालय में जिला महामंत्री श्री प्रशन्ना हर्णे ने पौधारोपण किया। इस अवसर पर श्री मुकेश मैना, कार्यालय मंत्री श्री हंस राय सहित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।
सतना जिला अस्पताल में मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन्मदिन के अवसर पर वृहद वृक्षारोपण किया गया। इस अवसर पर सांसद श्री गणेश सिंह, पार्टी जिला अध्यक्ष श्री सतीश शर्मा सहित के ज़िले एवं सतना नगर के पदाधिकारी कार्यकर्ता उपस्थित थे।
मंडला पार्टी कार्यालय परिसर पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के जन्मदिवस के अवसर पर पौधारोपण किया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष श्री भीष्म द्विवेदी, पूर्व विधायक श्री पंडित सिंह धुर्वे, जिला महामंत्री श्री उमेश ठाकुर, श्री नीरज मरकाम, श्रीभगवती श्रीधर, सुश्री शशि पटेल, श्री सुधीर कसार एवं मण्डल अध्यक्ष उपस्थित थे।

बहनों का सम्मान बढ़ाने का महायज्ञ है, लाड़ली बहना योजना : मुख्यमंत्री श्री चौहान
5 मार्च 2023
भोपाल.योजना में 23 से 60 आयु वर्ग की बहनों को प्रति माह एक हजार रूपए दिए जाएंगे 25 मार्च से आवेदन भरना शुरू होंगे, 10 जून को पहली किस्त बहनों के खातों में जमा की जाएगी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया योजना का शुभारंभ योजना के लोगो, ब्रोशर और लघु फिल्म का भी हुआ विमोचन
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना मेरे दिल से निकली योजना है। बहने सशक्त होंगी तो परिवार, समाज, प्रदेश और देश सशक्त होगा। बहनों के जीवन को सरल, सुखद बनाना ही मेरे जीवन का ध्येय है। बहने अपनी छोटी-मोटी जरूरतों और पैसों की आवश्यकता के लिए परेशान न हो, इसलिए हर महीने बहनों को एक-एक हजार रूपए उपलब्ध कराने की व्यवस्था योजना में की गई है। जिन परिवारों की वार्षिक आय ढाई लाख रूपए से कम है, जिनके पास 5 एकड़ से कम भूमि है और जिन परिवारों में कोई आयकर दाता नहीं हो, ऐसे परिवारों की 23 से 60 आयु वर्ग की बहनें योजना के लिए पात्र हैं। योजना में परिवार का अर्थ है, पति, पत्नी और बच्चे। बहनों को यह राशि उपलब्ध कराने से बहनों के साथ पूरे परिवार का भी कल्याण होगा। योजना के लिए 25 मार्च से 30 अप्रैल तक आवेदन भरे जाएंगे। मई माह में आवेदनों की जाँच होगी और 10 जून को पहली किस्त बहनों के बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी। जिन बहनों के बैंक खाते नहीं हैं, उनके खाते खुलवाने में भी मदद की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान भोपाल के जम्बूरी मैदान में विशाल सम्मेलन में योजना का शुभारंभ कर रहे थे। कार्यक्रम से प्रदेश के सभी गाँव तथा वार्ड वर्चुअली जुड़े।
हमारे देश में माँ, बहन, बेटी का हमेशा सम्मान रहा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि योजना के क्रियान्वयन में महिलाओं को कोई दिक्कत न आए, इसके लिए राज्य शासन द्वारा विशेष व्यवस्था की गई है। हमारे देश में माँ बहन, बेटी का हमेशा सम्मान रहा है। बेटियों और बहनों को हमारे यहाँ दुर्गा, लक्ष्मी और सरस्वती माना जाता है। देवता और भगवान के नाम लेने में भी, पहले लक्ष्मी जी और सीता जी का नाम लिया जाता है अर्थात महिला सर्वप्रथम है। कालांतर में परिस्थतियाँ बदली और महिलाएँ भेदभाव का शिकार हो गई।
बहन-बेटियों के लिए योजनाओं के सफल क्रियान्वयन से मेरा मुख्यमंत्री बनना हुआ सार्थक
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बहन-बेटियों के साथ भेदभाव को देखकर मुझे बचपन से ही वेदना होती थी। सार्वजनिक जीवन में सक्रियता के साथ ही मेरा यह प्रयास रहा कि बेटी को बोझ नहीं वरदान समझा जाए। परिणामस्वरूप विधायक बनते ही साथियों के सहयोग से बेटियों का विवाह कराना शुरू किया और मुख्यमंत्री बनते ही सबसे पहले कन्या विवाह योजना बना कर उसका क्रियान्वयन सुनिश्चित किया। मेरा प्रण था कि मध्यप्रदेश की धरती पर जो बेटी पैदा हो वह लखपति हो। इस प्रण से लाड़ली लक्ष्मी योजना ने मूर्त रूप लिया। इसके बाद बेटियों को पढ़ाई में मदद के लिए किताबें, यूनिफार्म, साइकिल आदि की व्यवस्था की गई। मजदूर बहन, बेटा- बेटी के जन्म के बाद आराम कर सके, इसके लिए संबल योजना में जन्म से पहले 4 हजार और जन्म के बाद 12 हजार रुपए देने की व्यवस्था की गई। बहनों के लिए गाँव की बेटी, प्रतिभा किरण और प्रसूति सहायता योजना बनाई गई। बहन-बेटियों को प्रगति के समान अवसर उपलब्ध कराना मेरा सपना था। इन योजनाओं के सफल क्रियान्वय से मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हुआ।
मुख्यमंत्री ने बहनों का सम्मान कर किया कार्यक्रम का शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना के शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल होने आई बहनों का पुष्प-वर्षा कर स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन और बहनों का सम्मान करते हुए दीप जला कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में सभी कार्यक्रमों का शुभारंभ कन्या-पूजन के साथ किया जाता है। मैं अपनी बहनों में देवी दुर्गा, सरस्वती और लक्ष्मी का रूप देखता हूँ। आज के कार्यक्रम का शुभारंभ बहनों के सम्मान से किया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शाल तथा पोषण दलिया भेंट कर महिलाओं का सम्मान किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान का बहनों ने तिलक, श्रीफल, शाल, आरती, मिठाई और पुष्प-गुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री के सम्मान में अभिनंदन-पत्र का वाचन भी किया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भरवाया योजना का आवेदन और दी पावती
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने रिमोट का बटन दबा कर योजना के लोगो, थीम साँग और ब्रोशर का विमोचन किया। उन्होंने योजना की आवेदन प्रक्रिया पर निर्मित लघु फिल्म भी लाँच की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बहनों को योजना में आवेदन की प्रक्रिया की जानकारी देने के उद्देश्य से बहन कविता का आवेदन स्वयं भरवाया और उन्हें पावती भी दी। इस प्रक्रिया में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि आवेदन के लिए समग्र आईडी नम्बर और आधार नम्बर आवश्यक है। मूल निवासी और आय प्रमाण-पत्र आदि की आवश्यकता नहीं है। श्रीमती मनीषा रैकवार ने लाड़ली बहना योजना के संबंध में अपने विचार रखे। योजना पर नृत्य नाटिका भी प्रस्तुत की गई।
आवेदन के लिए हर गाँव और वार्ड में लगेंगे शिविर
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना, बहनों का सम्मान बढ़ाने का महायज्ञ है। बहनों को योजना में आवेदन करने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। हर गाँव और हर वार्ड में शिविर लगाए जाएंगे और आवेदन भरने में मदद करने के लिए कर्मचारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के वार्डों में शिविरों की जानकारी पहले से दी जाएगी। बहनें योजना का लाभ लेने के लिए किसी भी बिचौलिए और दलाल के झाँसे में न आएँ। कोई भी कठिनाई होने पर फोन नम्बर 181 पर सूचना दी जाए।
बहनों की सुरक्षा के लिए बनाई जाएगी "लाड़ली बहना सेना"
मुख्यमत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार बहन-बेटियों की सुरक्षा, मान-सम्मान और उन्हें प्रगति के सभी अवसर उपलब्ध कराने दृढ़ प्रतिज्ञ है। बहन-बेटियों को पेरशान करने वालों पर कठोर कार्यवाही की जा रही है। इसी क्रम में शराब की दुकान के पास के अहाते बंद किए गए हैं। महिला सशक्तिकरण की ओर अगला कदम बढ़ाते हुए बहन-बेटियों की सुरक्षा के लिए "लाड़ली बहना सेना" भी बनाई जाएगी। बारहवीं कक्षा में शासकीय शाला में प्रथम आने वाली बेटी को ई-स्कूटी उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी बहन-बेटियों को प्रगति और विकास की प्रक्रिया में सक्रियता से सहभागी होने का संकल्प दिलाया।
जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, वित्त, मंत्री श्री जगदीश देवड़ा, खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह, जनजातीय कार्य और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह, किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री कमल पटेल, राजस्व एवं परिवहन मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया, ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सकलेचा, पर्यटन, संस्कृति एवं अध्यात्म मंत्री सुश्री ऊषा ठाकुर, सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया और उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव, भोपाल सांसद सुश्री प्रज्ञा ठाकुर, खजुराहो सांसद श्री वी.डी. शर्मा, महापौर श्रीमती मालती राय, विधायकगण और जन-प्रतिनिधि सहित बड़ी संख्या में महिलाएँ उपस्थित थे।

समाज के हर वर्ग के कल्याण को ध्यान में रखने वाला है बजट - मुख्यमंत्री श्री चौहान
1 मार्च 2023
भोपाल.सही मायने में सर्वसमावेशी-सर्वस्पर्शी और जनता का बजट मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बजट पर रखे अपने विचार
भोपाल, 1 मार्च 2023. मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश का वित्तीय वर्ष 2023-24 का बजट समाज के हर वर्ग के कल्याण का बजट है। गरीब-कल्याण हमारा संकल्प है। माँ, बहन और बेटी के उत्थान के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। किसानों की आय बढ़ाना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इन सब बिन्दुओं का ध्यान इस बजट में रखा गया है। यह सर्वसमावेशी और सर्वस्पर्शी बजट, सही मायने में जनता का बजट है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के आत्म-निर्भर भारत के निर्माण के संकल्प की पूर्ति के लिए आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में यह बजट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और प्रधानमंत्री के सपनों के अनुरूप एक वैभवशाली, गौरवशाली, सम्पन्न, समृद्ध और शक्तिशाली भारत के निर्माण में मध्यप्रदेश अपना अमूल्य योगदान देगा। ये अमृत काल में विकास और समृद्धि के अमृत की वर्षा का बजट है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वित्त मंत्री श्री जगदीश देवड़ा और उनकी टीम को इस अद्भुत और अकल्पनीय बजट के लिए बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान प्रदेश का बजट प्रस्तुत होने के बाद विधानसभा परिसर में मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा कर रहे थे।
महिला-कल्याण की दिशा में ऐतिहासिक कदम है बजट
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संतुलित बजट में अधो-संरचना के लिए 56 हजार 256 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है, जो पिछले बजट से 15 प्रतिशत अधिक है। साथ ही जन-कल्याण तथा महिलाओं की बेहतरी पर केन्द्रित प्रावधान भी बजट में निहित हैं। माँ-बहन, बेटी की बेहतरी के लिए एक लाख 02 हजार 976 करोड़ रूपए का प्रावधान महिला-कल्याण की दिशा में यह ऐतिहासिक कदम है। लाड़ली लक्ष्मी, कन्या विवाह निकाह, प्रसूति सहायता, गाँव की बेटी योजना और महिला स्व-सहायता समूहों को बैंक से ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था के साथ ऋण का ब्याज भरने के लिए भी प्रावधान किया गया है।
ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा में बड़े स्किल सेंटर्स युवाओं के कौशल उन्नयन में सहायक होंगे
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बजट में मुख्यमंत्री कौशल एप्रेंटिसशिप योजना के लिए 1000 करोड़ रूपए के प्रावधान से एक लाख युवाओं को लाभ मिलेगा। रोजगार के लिए एक लाख से अधिक पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है। साथ ही स्व-रोजगार की मुख्यमंत्री युवा उद्यम क्रांति योजना में पर्याप्त प्रावधान किया गया है। युवाओं के कौशल उन्नयन के लिए भोपाल में संत रविदास ग्लोबल स्किल पार्क बनाया जा रहा है। ग्वालियर, जबलपुर, सागर और रीवा में भी बड़े स्किल सेंटर्स स्थापित किए जाएंगे। प्रदेश में मुख्यमंत्री बालिका स्कूटी योजना आरंभ की जा रही है। शासकीय शाला में 12वीं कक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली बालिका को राज्य सरकार की ओर से ई-स्कूटी प्रदान की जाएगी।
बजट से खेती को लाभ का धंधा बनाने में मिलेगी मदद
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किसानों और कृषि के लिए 53 हजार 964 करोड़ रूपए का प्रावधान बजट में किया गया है। डिफॉल्टर किसानों का सहकारी समितियों का ब्याज राज्य शासन द्वारा भरने के लिए ढाई हजार करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की ओर से किसानों को 6 हजार तथा राज्य शासन की ओर से 4 हजार रूपए का अनुदान उपलब्ध कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री किसान-कल्याण योजना में 3 हजार 200 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। जीरो प्रतिशत ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराने के लिए अलग प्रावधान किया गया है। फसल बीमा योजना के लिए 2 हजार करोड़, बिजली बिलों पर सब्सिडी के लिए 13 हजार करोड़ तथा किसानों के लिए संचालित अन्य सभी योजनाओं में पर्याप्त प्रावधान किया गया है। इससे खेती को लाभ का धंधा बनाने में मदद मिलेगी।
अनुसूचित जनजाति, पिछड़ा वर्ग, घुमंतु, विमुक्त, अर्द्धघुमंतु समुदायों के लिए विशेष प्रावधान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जनजातीय कल्याण के लिए 36 हजार 950 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है, जो पिछले साल से 37 प्रतिशत अधिक है। इसमें सिकल सेल मिशन के लिए 50 करोड़ रूपए का प्रावधान भी किया गया है। अनुसूचित जनजाति के लिए भी 26 हजार 87 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। पिछड़ा वर्ग, घुमंतु, विमुक्त, अर्द्धघुमंतु समुदाय के लिए बजट में विशेष रूप से प्रावधान किया गया है।
शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए बजट में विशेष व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शिक्षा पर 38 हजार 375 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है, जो पिछले साल से 5 हजार 532 करोड़ रूपए अधिक है। उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा के लिए सीएम राइज स्कूलों के लिए प्रावधान और पीएमश्री योजना के राज्यांश के लिए 277 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इससे शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने में मदद मिलेगी।
खेल का बजट तीन गुना बढ़ाया
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के खिलाड़ी खेल मैदान में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। खेलो इंडिया यूथ गेम्स में मध्यप्रदेश देश में तीसरे नंबर पर रहा है। खेल बजट तीन गुना बढ़ा कर, जिसमें 738 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया।
नए मेडिकल कॉलेज भवनों के लिए पर्याप्त राशि की व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में और बेहतर सुविधाओं के लिए 16 हजार 55 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। इसमें से आयुष्मान भारत के लिए 953 करोड़ रूपए और नए मेडिकल कॉलेज भवनों के निर्माण के लिए भी पर्याप्त राशि दी गई है।
सड़क, सिंचाई और बिजली के लिए विशेष व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सड़कों के लिए 10 हजार 182 करोड़ रूपए का प्रावधान किया है, जिसमें पुलों के निर्माण और संधारण की राशि भी शामिल हैं। सिंचाई क्षमता हमें 65 लाख हेक्टेयर तक ले जानी है, इसके लिए 11 हजार 49 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। बिजली की अधो-संरचना को ठीक करने के लिए 18 हजार 302 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है।
हर गरीब को पक्की छत उपलब्ध करा कर उसका घर का सपना पूरा करना हमारा उद्देश्य
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बजट में गाँवों के विकास, ग्रामोदय और नगरोदय के लिए पर्याप्त प्रावधान किया गया है। ग्रामीण विकास के लिए 24 हजार 443 करोड़ रूपए और प्रधानमंत्री आवास के लिए 08 हजार करोड़ रूपए का प्रावधान है। हमारा उद्देश्य हर गरीब को पक्की छत उपलब्ध करा कर उसके घर के सपने को पूरा करना है। नगरों के लिए 14 हजार 882 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। ग्रामीण अधो-संरचना के लिए 3 हजार 83 करोड़ रूपए का प्रावधान है।
राज्य शासन की अभिनव पहल सिद्ध होंगे सोशल इम्पेक्ट बॉण्ड
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन ने अभिनव पहल करते हुए सोशल इम्पेक्ट बॉण्ड जारी करने का निर्णय लिया है। महिलाएँ, बहने, बच्चे, वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांगजन, निराश्रित और कल्याणी बहनों के लिए संस्थागत व्यवस्था बनाई जाएगी। इनके लिए रोजगार के अवसर सृजित करने की व्यवस्था के साथ महिला प्रशिक्षण केन्द्रों, नशामुक्ति केन्द्रों, मानसिक दिव्यांगजन कल्याण, पुनर्वास केन्द्रों की स्थापना की जाएगी। इस दिशा में सामाजिक महत्व के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत प्रतिष्ठित सामाजिक संगठनों के साथ मिल कर कार्य करने के लिए लगभग 1000 करोड़ रूपए के सोशल इम्पेक्ट बॉण्ड जारी किए जाएंगे। इसके लिए 100 करोड़ रूपए आउटकम फंड निर्मित किया गया है।
अधो-संरचना और जन-कल्याण के साथ ही जीवन मूल्यों, परम्पराओं,
संस्कृति के संरक्षण और प्रोत्साहन में सहायक होगा यह बजट
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अधो-संरचना और जन-कल्याण के साथ ही जीवन मूल्यों, परम्पराओं, संस्कृति को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। इस क्रम में सागर में संत रविदास जी का स्मारक, ओरछा में श्री रामराजा लोक, चित्रकूट में दिव्य वनवासी रामलोक और सलकनपुर में देवी महालोक जैसी परियोजनाओं के लिए भी लगभग 358 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। भारत भवन में कला ग्राम, रामपायली में डॉ. हेडगेवार का संग्रहालय, ग्वालियर में हिन्दी भवन तथा पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्मारक का प्रावधान ‍किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि तीर्थ-यात्रा अब वायुयान से भी होगी। इसके लिए आवश्यक प्रावधान किया गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थ-व्यवस्था बनाने के संकल्प की पूर्ति के लिए मध्यप्रदेश को 550 बिलियन डॉलर की अर्थ-व्यवस्था बनाने में इस बजट का महत्वपूर्ण योगदान होगा।

चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने करोंद मंडी आरओबी निर्माण की धीमी गति को लेकर जताई नाराजगी
21 February 2023
भोपाल.शिफ्टिंग में देरी को लेकर मंत्री श्री सारंग ने अधिकारियों को दी सख्त हिदायत आरओबी के निर्माण से हर दिन 5 लाख लोगों का आवागमन होगा सुगम- मंत्री श्री सारंग
भोपाल, 21 फरवरी 2023. चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग मंगलवार को विकास यात्रा के दौरान करोंद मंडी आरओबी का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने आरओबी निर्माण की धीमी गति को लेकर संबंधित अधिकारियों के समक्ष नाराजगी जाहिर की। मंत्री श्री सारंग ने अधिकारियों को 10 दिनों के भीतर शिफ्टिंग का कार्य पूरा करने के निर्देश दिये। मीडिया से बात करते हुए श्री सारंग ने कहा कि करोंद क्षेत्र से पूराने भोपाल के बीच आवागमन को सुगम बनाने के लिये आरओबी का निर्माण किया जा रहा है। हाईटैंशन लाईन की शिफ्टिंग और अतिक्रमण के कारण निर्माण कार्य में विलंब हो रहा था। इसको लेकर संबंधित अधिकारियों को अतिशीघ्र कार्य प्रारंभ करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने बताया कि इस फ्लाईओवर के निर्माण से प्रतिदिन 5 लाख आबादी को आवागनम में सुगमता होगी। नरेला विधानसभा में यह आरओबी विकास का बड़ा मॉडल है, जिससे क्षेत्र की जनता को बेहद लाभ मिलेगा।
हर दिन 5 लाख लोगों को मिलेगा लाभ
मंत्री श्री सारंग ने बताया कि रेलवे क्रॉसिंग से करोंद की ओर कृषि उपज मंडी और दूसरी ओर आरिफ नगर और डीआईजी बंगला क्षेत्र स्थित है। रेलवे क्रासिंग के चलते यहां वाहनों की आवाजाही में दिक्कत होती थी। आरओबी के निर्माण से लोगों को रेलवे क्रॉसिंग पर बार-बार लगने वाले ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। करोंद क्षेत्र के आसपास हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, गैस राहत कॉलोनी, नवीन नगर, बैरसिया रोड, आरिफ नगर, डीआईजी बंगला, जेपी नगर, चौकसे नगर, कैंची छोला, काजी कैंप सहित आसपास के इलाकों से प्रतिदिन आने-जाने वाले लगभग 5 लाख लोगों को इस आरओबी से लाभ मिलेगा।
मंत्री श्री सारंग के नेतृत्व में नरेला विधानसभा के वार्ड 78 और 58 में विकास यात्रा को मिला जनता का अपार समर्थन दोनों ही वार्डों में जनता ने किया विकास यात्रा का जोरदार स्वागत
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग के नेतृत्व में विकास यात्रा नरेला विधानसभा अंतर्गत वार्ड 78 और 58 में पहुंची। यहां मंत्री श्री सारंग ने कार्यक्रम की शुरूआत में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान अंतर्गत केंद्र एवं राज्य सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित हितग्राहियों में हितलाभ प्रमाण पत्र वितरित किये। दोनों ही वार्डों में जनता में बेहद उत्साह देखने को मिला। क्षेत्र के रहवासियों ने ढोल नगाड़ों के साथ मंत्री श्री सारंग पर पुष्पवर्षा कर जोरदार स्वागत किया। यात्रा के दौरान मंत्री श्री सारंग प्रशासनिक अमले के साथ दोनों वार्डों में पैदल चलकर घर-घर पहुंचे और उनकी समस्याओं का तत्काल निराकरण भी किया।
हर मुश्किल वक्त में जनता के साथ खड़ी सरकार- मंत्री श्री सारंग
मंत्री श्री सारंग ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में देश-प्रदेश में जनकल्याण के लिये शासन की ओर से कई जनहितैषी योजनाएं संचालित की जा रही है। कोरोना काल में जब गरीब परिवारों पर आजीविका का संकट मंडराने लगा था तो प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेतृत्व में निःशुल्क राशन उपलब्ध करवाने की योजना प्रारंभ की गई। जो अभी तक जारी है। वहीं संबल योजना का उदाहरण देते हुए श्री सारंग ने कहा कि संबल गरीब परिवारों को नया जीवन देने वाली योजना है। जन्म से पहले से लेकर जिंदगी के बाद तक इस योजना का गरीब परिवारों को लाभ मिलेगा।
वार्ड 78 और 58 में जनता की मांग पर मंत्री सारंग ने की बड़ी घोषणा
मंत्री श्री सारंग वार्ड 78 और 58 में पैदल चलकर घर-घर पहुंचे। यहां उन्होंने जनता की समस्याओं को सुना और उनके तत्काल निराकरण भी किया। वार्ड 78 विश्वकर्मा नगर में विकास यात्रा के दौरान रहवासियों ने सीवेज की समस्या मंत्री श्री सारंग के समक्ष रखी। जिसपर मंत्री श्री सारंग ने करोड़ों की लागत से सम्पूर्ण वार्ड में सड़कों और नाले-नालियों के निर्माण की घोषणा की।
मंत्री श्री सारंग ने वार्ड 78 में 80 फ़ीट रोड शिव मन्दिर से विश्वकर्मा नगर होते हुए हाउसिंग बोर्ड मेन रोड तक की सीसी सड़क का प्रसून पार्क के पास संजीवनी क्लीनिक का निर्माण, पारस नगर में माता मंदिर का जीर्णोद्धार, सहित सम्पूर्ण वार्ड 78 में नाले-नालियों के निर्माण की घोषणा की।
वहीं वार्ड 58 में गौतम नगर गौतम नगर शिव मंदिर का जीर्णोद्धार, गौतम नगर मार्केट का सौंदर्यीकरण, रचना नगर में स्थित काली मंदिर की बाउंड्री वाल निर्माण, सर्जना सोसाइटी में सामुदायिक भवन निर्माण की घोषणा मंत्री श्री सारंग ने की।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने 'मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना' के लाभार्थियों को वितरित किए तीर्थ यात्रा के टिकट जगन्नाथ पुरी के दर्शन करेंगे नरेला विधानसभा के तीर्थयात्री
चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास कैलाश सारंग ने मंगलवार को मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन अंतर्गत नरेला विधानसभा क्षेत्र के तीर्थयात्रियों को जगन्नाथपुरी तीर्थ यात्रा के लिये टिकट का वितरण किया। इस दौरान यात्रा पर जाने वाले लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान एवं मंत्री श्री सारंग का आभार व्यक्त किया। सभी तीर्थयात्री 23 फरवरी 2023 को रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से स्पेशल ट्रेन से जगन्नाथपुरी तीर्थ यात्रा के लिये रवाना होंगे।
इस अवसर पर मंत्री श्री सारंग ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के अंतर्गत नरेला विधानसभा के 60+ वर्ष आयु के वृद्धजन जगन्नाथपुरी में दर्शन लाभ लेंगे। यात्रा के दौरान समस्त व्यवस्थाएं शासन की ओर से निःशुल्क की जाएंगी। उन्होंने बताया कि यात्रियों को भोजन, नाश्ता, चाय, रुकने की व्यवस्था, तीर्थ दर्शन तक बसों से जाने, वापस ट्रेन में लाने की व्यवस्था की जाएगी। गाइड की व्यवस्था आइआरसीटीसी मुफ्त में करेगा। तीर्थ यात्रियों को तुलसी माला और स्मृति चिह्न दिए जाएंगे।

भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बागेश्वर
18 February 2023
भोपाल.भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के साथ महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बागेश्वर धाम, गढ़ा में आयोजित कन्या विवाह महामहोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर बालाजी सरकार के दर्शन एवं पूज्य संतों से आशीर्वाद लिया। बागेश्वर धाम सरकार पूज्य पंडित श्री धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री जी द्वारा आयोजित निर्धन कन्याओं का विवाह समारोह में नव विवाहित दंपत्तियों को सफल एवं सुखी जीवन की शुभकामनाएँ दी।

महाशिवरात्रि पर्व पर क्राईसेस मेनेजमेंट की पुख्ता व्यवस्थाएँ करें: मुख्यमंत्री श्री चौहान
16 February 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि महाशिवरात्रि पर्व पर क्राईसेस मेनेजमेंट की पुख्ता व्यवस्थाएँ की जाना सुनिश्चित करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास कार्यालय समत्व भवन से वीडियो कॉफ्रेंसिंग से ओंकारेश्वर में झूला पुल का तार टूटने की घटना की जानकारी लेने के दौरान अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व को ध्यान में रखते हुए प्रदेश में कहीं भी कोई अप्रिय घटना न घटे, इसके लिए पहले से ही सभी व्यवस्थाएँ पूरी कर ली जाएँ। उन्होंने ओंकारेश्वर में झूला पुल का तार टूट कर नर्मदा नदी में गिरने की घटना के संबंध में जिला अधिकारियों को सुरक्षा के आवश्यक प्रबंध करने के निर्देश दिए।
उल्लेखनीय है कि यह घटना आज प्रात: घटित हुई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जबलपुर और रीवा प्रवास पर रहते हुए भी घटना की जानकारी मिलने पर अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दौरे से लौटते ही इस संबंध में बैठक बुला कर विस्तृत विवरण प्राप्त किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महाशिवरात्रि पर्व पर प्रदेश में जगह-जगह मेले और उत्सवों का आयोजन किया जाता है। इसमें लाखों श्रद्धालु मेले, उत्सव और मंदिरों में दर्शन करने के लिए पहुँचते हैं। उन्होंने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा को भीड़ नियंत्रित करने की पुख्ता तैयारियाँ पहले से करने के निर्देश दिए। वीडियो कॉफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी और विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री अंशुमन सिंह भी उपस्थित थे।

जिनका विकास से कोई वास्ता नहीं वह विकास यात्रा पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहे : विष्णुदत्त शर्मा
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा भाजपा सरकार विकास यात्रा के माध्यम से हर गरीब के जीवन को बदलने का काम कर रही
छतरपुर जिले की बड़ा मलहरा और राजनगर विधानसभा की विकास यात्रा में शामिल हुए प्रदेश अध्यक्ष

16 February 2023
भोपाल. मध्यप्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब प्रदेशवासियों को सड़क, पानी और बिजली जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से जूझना पड़ता था। कांग्रेस सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर था और विकास दूर तक दिखाई नहीं देता था। जिस कांग्रेस का विकास से कोई नाता नहीं है, उसके झूठे और कपटी नेता आज भाजपा सरकार की विकास यात्रा पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहे हैं। जनता ऐसे नेताओं को जरूर जवाब देगी। यह बात भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने बुधवार को छतरपुर जिले की बड़ा मलहरा और राजनगर विधानसभा की विकास यात्राओं को संबोधित करते हुए कही। प्रदेश अध्यक्ष ने विकास यात्रा के दौरान विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ वितरित किए और विकास कार्यो का लोकार्पण भी किया। विकास और प्रत्येक व्यक्ति का कल्याण ही भाजपा सरकार का संकल्प
प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा बड़ा मलहरा विधानसभा क्षेत्र के मुंगवारी गांव में विकास यात्रा में शामिल हुए। विकास यात्रा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश की भाजपा सरकार विभिन्न जनहितकारी योजनाओं के माध्यम से हर वर्ग के उत्थान के लिए प्रतिबद्ध है। समाज के प्रत्येक व्यक्ति का विकास और कल्याण ही भाजपा सरकार का संकल्प है। भाजपा सरकार विकास यात्रा के माध्यम से हर गरीब के जीवन को बदलने का काम कर रही है। इस यात्रा का उद्देश्य जन-जन से संवाद और हितग्राहियों को जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ उपलब्ध सुनिश्चित कराना है।
भाजपा सरकार की नीतियों और योजनाओं से सकारात्मक परिवर्तन आया श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि प्रदेश में 15 महीने कमलनाथ सरकार रही, जिसने मध्यप्रदेश को बदहाली प्रदेश बना दिया था। हर मोर्चे पर कमलनाथ सरकार विफल रही। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आयी तो सरकार की नीतियों और योजनाओं का ही प्रभाव है कि समाज में कई कुरीतियों को समाप्त कर सकारात्मक परिवर्तन आया। लाड़ली लक्ष्मी योजना, गाँव की बेटी योजना, कन्या विवाह योजना समेत कई योजनाओं से बेटियाँ अब बोझ नहीं बल्कि हमारी ताकत बन रही है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार लगातार काम कर रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाडली बहना योजना की घोषणा की है। जिसकी शुरूआत 8 मार्च अंर्तराष्ट्रीय महिला दिवस से होगी। इस योजना के तहत गरीब परिवारों की बहनों को 1 हजार रूपए उनके खाते में दिए जायेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में भाजपा की डबल इंजन की सरकार द्वारा प्रदेश के नागरिकों की मूलभूत आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ ही अब उन्हें सशक्त, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने के लिए बड़े कदम उठाये जा रहे हैं।
खजुराहो लोकसभा ऐतिहासिक बनेगी, इसे मिलकर हम आगे ले जायेंगे श्री विष्णुदत्त शर्मा राजनगर विधानसभा के ग्राम रनगुंवा, पथरगंवा एवं इमलिया में विकास यात्रा में सम्मिलित हुए। श्री शर्मा ने विकास यात्रा को संबोधित करते हुए कहा कि खजुराहो लोकसभा के विकास के लिए भारतीय जनता पार्टी का संपूर्ण नेतृत्व लगा हुआ है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बुंदेलखण्ड के विकास के लिए कई सौगातें प्रदान की है। इस क्षेत्र के खेल प्रतिभाओं को सुविधाएं मिले और वे आगे बढ़े, इसके लिए खेल मैदान और खेल गतिविधियों का सेंटर बनाने की स्वीकृति केन्द्र ने दी है। खजुराहो के युवाओं के सपने उड़ान भरे इसके लिए जल्द ही यहां पायलट ट्रेनिंग सेंटर की शुरूआत होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी कहते हैं कि जनता ने हमें अपार विश्वास दिया है। हमारा भी कर्त्तव्य है कि हम जनता की चिंता करें। उन्होंने सेवा का जो मंत्र दिया है, उसे अपनाते हुए मिलकर खजुराहो लोकसभा को विकास के पथ पर आगे ले जाने काम करेंगे। उन्होंने कहा कि हम सभी के प्रयासों से खजुराहो लोकसभा ऐतिहासिक लोकसभा बनेगी। बड़ा मलहरा की विकास यात्रा मगवारी गुलगंज चौका ढड़ारी एवं छतरपुर शहर में पह…

समाज में बहनों का सम्मान बढ़ायेगी लाड़ली बहना योजना: मुख्यमंत्री श्री चौहान
16 February 2023
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जिस समाज में बहन-बेटियों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति अच्छी हो वही समाज तेजी से तरक्की कर सकता है। हमारे वेद और पुराणों में भी कहा गया है कि ईश्वर वहीं वास करते हैं जहाँ बहन-बेटियों को इज्जत एवं सम्मान दिया जाता हो और उनकी पूजा की जाती हो। समाज में बहनों का सम्मान बढ़ाने के लिये प्रदेश में लाड़ली बहना योजना शुरू की जा रही है। इस योजना में गरीब और निम्न मध्यम वर्ग की महिलाओं के खाते में हर माह एक हजार रूपये राज्य सरकार जमा करेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान जबलपुर में बड़ा पत्थर रांझी स्थित सरस्वती मंदिर परिसर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्व. श्री ईश्वरदास रोहाणी सेवा समिति के श्रीमद् शिव महापुराण कथा कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भगवान भोलेनाथ की महिमा का उल्लेख करते हुए कहा कि भगवान शिव ही थे जिन्होंने सृष्टि को बचाने के लिये समुद्र मंथन से निकले विष का पान किया। उन्होंने कहा कि भगवान भोले शंकर अदभुत है। उनके भक्तों में देवता और दैत्य दोनों शामिल हैं। भगवान शिव ने सभी को प्यार और स्नेह दिया तथा जियो और जीने दो का संदेश दुनिया को दिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भगवान शंकर का ही आशीर्वाद है कि उन्होंने अपना जीवन बहनों, भांजे- भांजियों और प्यारी जनता के कल्याण के लिये समर्पित कर दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समय था जब बेटियों को बोझ समझा जाता था। बेटियों की तुलना में बेटे ज्यादा पैदा हो रहे थे। लाड़ली लक्ष्मी योजना शुरू होने के बाद अब स्थिति में काफी बदलाव आया है। समाज में बेटे और बेटियों के बीच भेद खत्म हो रहा है। आज बेटियाँ पैदा होते ही लखपति बन रही हैं। प्रदेश में लगभग 44 लाख बेटियाँ हैं जो लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ लेकर लखपति बन चुकी हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना से बेटियों की स्थिति बेहतर होने के बाद उनके मन में अपनी बहनों के लिये भी कुछ करने का विचार आया और उन्होंने मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना शुरू करने का निर्णय लिया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना में गरीब और निम्न मध्यम वर्ग की बहनों के बैंक खाते में वर्ष में एक बार नहीं बल्कि हर माह एक-एक हजार रूपये उनकी सरकार देगी। उन्होंने कहा कि यदि किसी परिवार में दो बहुयें हैं, तो दोनों के खाते में एक-एक हजार रूपये प्रतिमाह डाले जायेंगे। यदि सास माँ को पेंशन मिलती है तो उस राशि को मिलाकर हर माह एक हजार रूपये उनके खाते में भी लाड़ली बहना योजना में दिए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने भगवान भोले शंकर से प्रदेश के भांजे-भांजियों, बहनों और भाईयों के कल्याण की प्रार्थना की।

जीवन बचाने जरूरी है प्रधानमंत्री श्री मोदी का लॉकडाउन का आव्हान : मुख्यमंत्री श्री चौहान
24 March 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा संपूर्ण देश को कोरोना से बचाने के लिये 21 दिनों तक लॉकडाउन करने फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा है कि यह कठिन समय सभी नागरिकों के लिये तपस्या और साधना का समय है। उन्होंने आज यहां मीडिया से चर्चा में कहा कि मध्यप्रदेश सरकार अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोडेगी। सर्वाधिक जरूरी है कि कोरोना संक्रमण को फैलाने से रोकने वाली चैन को सब मिलकर तोड़ डालें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार ने फैसला किया है कि मध्यप्रदेश की विधान सभा में लेखानुदान के लिये कोई सत्र नहीं होगा। सरकार अध्यादेश लाकर चार महीने के लिये धन की व्यवस्था कर लेगी। श्री चौहान ने सभी विधायकों और जन-प्रतिनिधियों से अपील की है कि जो जहां हैं, वहीं रहें। अपने आपको घर में बंद रखें। फोन जैसे साधनों का उपयोग करके अपने क्षेत्र की जनता को शिक्षित करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सब मिलकर प्रधानमंत्री के आव्हान पर अपने आपको समर्पित कर दें ताकि हम और हमारा प्रदेश बच सके। उन्होंने कहा कि कहा कि जहां जरूरी होगा, वहां सख्ती बरती जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर हम फैसले का उल्लंघन करते हैं, तो खुद के जीवन को संकट में नहीं डाल रहे हैं बल्कि अपने पूरे परिवार के जीवन को संकट में डाल देंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी नागरिक को अपने परिवार की जिंदगी को खतरे में डालने का अधिकार नहीं है।

आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी : मुख्यमंत्री श्री चौहान
24 March 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस के संक्रमण से देश को बचाने के लिये प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के 21 दिन के देशव्यापी लॉकडाउन (तालाबंदी) के आव्हान पर नागरिकों से सहयोग की अपील की है।
श्री चौहान ने नागरिकों से कहा है कि इन 21 दिनों में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने की जवाबदारी सरकार की है। रोजमर्रा की जरूरी चीजें दूध, फल, सब्जी, किराना, दवाइयाँ आदि की दुकानें यथावत खुलेंगी तथा सभी आवश्यक वस्तुएँ उपलब्ध कराई जायेंगी।
श्री चौहान ने महामारी की विभीषिका को देखते हुए नागरिकों से कहा है कि बिलकुल भी परेशान नहीं हों।

मुख्यमंत्री श्री चौहान द्वारा जन-सहयोग में एक माह का वेतन देने की घोषणा
24 March 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना वायरस के संकट से निपटने के लिये एक माह का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है। उन्होंने विधायकों से भी अपील की है कि आप भी इसमें सहभागी बनें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान कहा है कि मध्यप्रदेश विधानसभा में 27 मार्च को लेखानुदान नहीं होगा। ऑडिनेंस लाकर धन की व्यवस्था की जायेगी। उन्होंने कहा है कि अभी लड़ाई सिर्फ कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने की है। श्री चौहान ने विधायकों से कहा है कि आप अपने घरों में रहकर कार्यकर्ताओं से बात करते रहिये और नागरिकों को शिक्षित करते रहिये, तभी हम इस महामारी को परास्त कर सकेंगे।

एचईजी कंपनी ने मुख्यमंत्री सहायता कोष में भेंट किये एक करोड
24 March 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये जन-सहयोग की अपील का व्यापक असर हुआ है। आज यहाँ मंत्रालय में एचईजी कंपनी भोपाल की ओर से मुख्यमंत्री को कोरोना वायरस से निपटने में आवश्यक एहतियाती उपाय करने के लिये एक करोड़ रूपये का चैक मुख्यमंत्री सहायता कोष के लिये भेंट किया गया।
इस अवसर पर एचईजी कंपनी की ओर से कंपनी के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री मनीष गुलाटी और श्री मानव संसाधन प्रमुख श्री के.एन. माथुर उपस्थित थे।

राज्यपाल श्री टंडन ने श्री चौहान को दिलायी मुख्यमंत्री पद की शपथ
23 March 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने श्री शिवराज सिंह चौहान को प्रदेश के 19वें मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव श्री एम.गोपाल रेड्डी ने किया।
शपथ ग्रहण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ एवं सुश्री उमा भारती, भारतीय जनता पार्टी के विधायक एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।


नोवल कोरोना वायरस पर प्रतिदिन जारी होगा बुलेटिन
23 March 2020
भोपाल.मुख्य सचिव श्री एम.गोपाल रेड्डी ने कहा है कि नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के उपायों की तथ्यपरक जानकारी जनसामान्य को उपलब्ध कराई जाये। उन्होंने प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण को प्रतिदिन अद्यतन स्थिति पर बुलेटिन जारी करने के निर्देश दिये हैं। यह बुलेटिन सोशल मीडिया तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया पर जारी किया जायेगा। मुख्य सचिव मंत्रालय में कोरोना वायरस संक्रमण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। मुख्य सचिव ने जागरूकता के लिये सूचना, शिक्षा और संचार गतिविधियों का व्यापक अभियान चलाने की आवश्यकता बताई। बैठक में संक्रमण परीक्षण सुविधा, दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की उपलब्धता, अत्यावश्यक सेवाओं की स्थिति, खाद्य सामग्री की आपूर्ति तथा श्रमिक वर्ग के लिये की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई।
बैठक में अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री के.के.सिंह, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव वाणिज्यिक कर श्री आई.सी.पी.केशरी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री संजय शुक्ला, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की कोरोना वायरस से बचाव की तैयारियों की समीक्षा
23 March 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद राजभवन से सीधे मंत्रालय पहुंचे और कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए किए जा रहे बचाव और उपचार के उपायों की विस्तार से समीक्षा की।
मुख्यमंत्री ने जबलपुर और भोपाल में कोरोना वायरस के प्रभाव को गंभीरता से लेते हुए पूरी तरह लॉकडाउन करने के निर्देश दिए। इस दौरान सिर्फ अत्यावश्यक वस्तुएं और सेवाएं ही उपलब्ध रहेंगी। इन जिलों के शहरी क्षेत्र में पूरी तरह कर्फ्यू की स्थिति रहेगी। उन्होंने कहा कि यह कड़ा कदम लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की दृष्टि से उठाना जरूरी है।
मुख्यमंत्री ने पूरी तरह लॉकडाउन की स्थिति में दूध, किराना, सब्जी और दवाई जैसे अत्यावश्यक सामानों की सप्लाय चैन को और ज्यादा सक्षम बनाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि लोगों के सहयोग से हम कोरोना को निष्प्रभावी करके ही दम लेंगे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना प्रभावित जिलों की स्थिति की रोजाना समीक्षा होगी। अभी तक प्रदेश में 39 जिलों में लॉकडाउन की स्थिति है।
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए घरों से न निकले । इसके बारे में जानकारी लेने के लिए टोल फ्री नम्बर 104 और 181 का भी उपयोग कर सकते है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पूरी तरह से लॉकडाउन को प्रभावी तरीके से लागू करें। उन्होंने सभी कलेक्टरों को भी निर्देश दिए कि वे अपने-अपने जिलों में सतर्कता बरतें और लोगों को एक जगह जमा नहीं होने दें। कोरोना वायरस को रोकने का सबसे अच्छा तरीका है कि इसके फैलाव की चैन को खत्म करें। यह तभी संभव है कि लोग आपस में न मिले और सभी जिलों में तैयारी रखें ।
श्री शिवराज सिंह चौहान के कहा कि लॉकडाउन की स्थिति में प्रोसेस इंडस्ट्री को चालू रखें ताकि कोरोना वायरस के फैलाव के लिए जरूरी उपकरण जैसे मास्क, सेनेटाइजर की कमी न पड़े। उन्होंने संक्रमण की संभावना वाले क्षेत्रों के लिए बनायी गयी रिस्पाँस टीम को सतर्क रहने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने सभी जिला अस्पतालों में संक्रमण से संभावित व्यक्तियों को अलग रखने के लिए पर्याप्त बिस्तरों की व्यवस्था करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि अगले तीन माह की तैयारियाँ रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य प्रदेशों की स्थिति का संज्ञान लेते हुए प्रदेश में कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए हर जरूरी उपाय करें जो संभव हो। जरूरी उपकरणों की आवश्यकता का अनुमान लगाकर अभी से आदेश प्रेषित करें। इस संबंध में भारत सरकार से भी सहायता का आग्रह किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में उपलब्ध पाँच प्रयोगशालाओं की संख्या को बढ़ाकर सागर और ग्वालियर में नई प्रयोगशालाएँ स्थापित करें और इन प्रयोगशालाओं को 24 घण्टे खुला रखें। फिलहाल एम्स भोपाल, आईसीएमआर जबलपुर, डीआरडीओ ग्वालियर, एमवाय हॉस्पिटल इंदौर, गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में प्रयोगशाला है। निजी अस्पतालों में जितना भी मेडिकल स्टाफ है उसको करोना वायरस के फैलाव को रोकने के लिए तैनात करें। उन्होंने विदेशों से आ रही उड़ानों पर विशेष नजर रखें और धार्मिक और पर्यटन स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों में आए पर्यटकों की विशेष जाँच करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पैरामेडिकल स्टाफ की मॉकड्रील कराएं ताकि वे संभावित प्रकरणों पर तत्परता के साथ नियंत्रण रख सके। मुख्यमंत्री ने सभी अस्पतालों पर एहतियात के तौर पर सूक्ष्म माइक्रो प्लान तैयार रखने के निर्देश देते हुए कहा कि इनमें बिस्तरों की पर्याप्त संख्या सुनिश्चित रखे। उन्होंने सभी जिला कलेक्टरों को भी निर्देश दिए कि भारत सरकार द्वारा दी गई सलाह का कड़ाई से पालन करवाएं।
बैठक में मुख्य सचिव श्री एम. गोपाल रेड्डी और सभी विभागों प्रमुख सचिव उपस्थित थे।

नोवल कोरोना वायरस संबंधी जिज्ञासाओं का समयबद्ध समाधान करेगी
23 March 2020
भोपाल.प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिये एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली (Integrated Communication and control system) स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल ने इस संबंध में सभी संभागायुक्त, कलेक्टर तथा जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को निर्देश जारी किये हैं।
एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली में आमजनता को इस बीमारी के संबंध में जानकारी दी जायेगी। साथ ही लोगों की जिज्ञासाओं और समस्याओं का समयबद्ध समाधान भी किया जायेगा। प्रणाली के अंतर्गत सूचानाओं के त्वरित आदान-प्रदान, विभिन्न एजेन्सियों के मध्य आपसी समन्वय, आम नागरिकों से संवाद और वर्तमान परिस्थितियों पर प्रभावी नियंत्रण के प्रयास किये जाएंगे।
एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली का उद्देश्य : कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिये शक्तिशाली सामुदायिक निगरानी तंत्र की स्थापना, कोरोना संक्रमित/संदिग्ध मरीजों एवं उनके संपर्क में आये व्यक्तियों की शीघ्र पहचान और उन्हें समुदाय में आगे संक्रमण फैलाने से रोकने के लिये त्वरित कार्यवाही करना, कोरोना संक्रमित संदिग्ध व्यक्तियों को जांच एवं उपचार की संस्थागत व्यवस्था उपलब्ध कराना, कोरोना के विषय में नागरिकों के भ्रम तथा संशय दूर करके उन्हें सही एवं अद्यतन जानकारी प्रदान करना एवं सामाजिक जागरूकता लाना और आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर नागरिकों को कोरोना के संबंध में विशेषज्ञ सलाह, परीक्षण आदि की सुविधाएँ उपलब्ध कराना है, ताकि वायरस का संक्रमण न्यूनतम क्षेत्र में सीमित कर उसे समाप्त किया जा सके।
नोडल अधिकारी : राज्य स्तर पर इस प्रणाली के संचालन के लिय श्री बी. चंद्रशेखर कार्यपालक निदेशक, राज्य लोक सेवा अभिकरण तथा श्री नन्दकुमारम प्रबंध संचालक, म.प्र. इलेक्ट्रॉनिक्स विकास निगम एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मैप आईटी, भोपाल रहेंगे। जिला स्तर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत पदेन नोडल अधिकारी होंगे। प्रदेश के भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर नगरों में आयुक्त, नगर पालिक निगम पदेन नोडल अधिकारी होंगे।
हेल्पलाइन नम्बर्स : प्रशासनिक कार्य सुविधा की दृष्टि से तथा त्वरित कार्यवाही की अपेक्षा से अस्थायी रूप से आगामी आदेश तक सी.एम. हेल्पलाइन 181 तथा स्वास्थ्य हेल्पलाइन 104 को कोरोना संक्रमण बचाव कार्य के लिये एकीकृत कर प्रयोग किया जायेगा। इसके लिये यह सुनिश्चित किया गया है कि आम नागरिक 181 अथवा 104 दोनों में से किसी भी नम्बर पर कॉल कर सकते है। यह कॉल सुविधा पूर्णत: नि:शुल्क होगी। यह कॉल सेंटर 24×7 कार्य करेंगे।
एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली पर आने वाले कॉल्स को पांच वर्गों में विभाजित किया गया है। ए. श्रेणी के कॉल्स की श्रेणी में कोरोना वायरस संक्रमण के विषय में सामान्य जिज्ञासाओं एवं जानकारी प्राप्त करने के लिये आने वाले कॉल्स सम्मिलित किये जायेंगे। इसके अंतर्गत निकट उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी, शासन द्वारा जारी आदेशों एवं निर्देशों के संबंध में जानकारी, सहायता की आवश्यकता होने पर किन अधिकारियों/विशेषज्ञों से सम्पर्क किया जाना होगा। इस संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिये आने वाले कॉल्स सम्मिलित होंगे। प्रणाली के माध्यम से कोरोना के संबंध में जानकारी प्राप्त करने के लिये आने वाले ऐसे सभी कॉल्स की प्रकृति को ड्रापडाउन मेनू के माध्यम से वर्गीकृत किया जायेगा। इसके लिये पूर्व से प्रशिक्षित कॉल अटेण्डर्स द्वारा कॉलर को आवश्यक जानकारियां प्रदान की जाएगी।
बी. श्रेणी के कॉल्स श्रेणी में वे कॉल्स सम्मिलित होंगे, जो उनके आस पड़ोस में रहने वाले अथवा उन्हें किसी कारणवश कोरोना संक्रमण से संदिग्ध प्रतीत होने वाले व्यक्तियों की जानकारी विभाग को देना चाहेंगे। ऐसे प्रकरणों में यदि कॉलर द्वारा कोरोना संदिग्ध व्यक्ति का संपर्क नम्बर बता दिया जाता है, तो कॉल सेंटर तत्काल उस संदिग्ध व्यक्ति से दूरभाष पर संपर्क करेगा और तत्काल ऐसे कॉल्स को सी श्रेणी में अंतरित कर देगा। यदि संदिग्ध व्यक्ति का कोई दूरभाष नम्बर प्राप्त नही होता है, तो ऐसी स्थिति में कॉल सेंटर द्वारा तत्काल इसकी सूचना यथा स्थिति स्थानीय प्रशासनिक मोबाइल यूनिट अथवा मेडिकल मोबाइल यूनिट को दी जायेगी। प्रशासनिक मोबाइल यूनिट वो मोबाइल यूनिट होगी, जिसमें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी संयुक्त रूप से निरंतर पेट्रोलिंग करेंगे तथा सुनिश्चित करेंगे कि प्रत्येक संदिग्ध रोगी की पहचान कर उसके संबंध में जांच एवं इलाज की यथा स्थिति होम क्वेरेन्टाइन अथवा अन्य आवश्यक प्रोटोकॉल के अनुसार कार्यवाही हो। मेडिकल मोबाइल यूनिट में पैरामेडिकल तथा कम्यूनिटी हेल्थ वर्कर्स की टीम बनाकर उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में कर्तव्यस्थ किया जायेगा। यदि कॉलर की सूचना प्रारंभिक जांच के बाद सही पाई जाती है, तो ऐसी स्थिति में तत्काल त्वरित प्रतिक्रिया दल (रैपिड रिस्पॉन्स टीम) को सूचना दी जायेगी। इस दल द्वारा संदिग्ध रोगी की स्क्रीनिंग के पश्चात यथा स्थिति होम क्वेरेन्टाइन/संस्थागत क्वेरेन्टाइन/आईसोलेशन वार्ड में शिफ्टिंग की कार्यवाही की जायेगी।
सी.श्रेणी की कॉल्स की श्रेणी में दो प्रकार के कॉल्स हो सकते है। प्रथम वे जिनमें किसी संदिग्ध मरीज के परिजन कॉल करके लक्षणों के बारे में बताते है और द्वितीय ऐसे कॉल्स जिनमें स्वयं संदिग्ध मरीज कॉल कर अपनी स्थिति में जानकारी देता है। इस श्रेणी के कॉल्स की गंभीरता को दृष्टिगत रखते हुए कॉल को तत्काल विशेषज्ञ डॉक्टर की टीम को फॉरवर्ड किया जाएगा। डॉक्टर द्वारा ऐसे मरीज/ परिजनों को तत्काल विशेषज्ञ सलाह दी जायेगी, ताकि संदिग्ध मरीजों की टेली काउंसलिंग विशेषज्ञ डॉक्टर्स द्वारा की जा सके। काउंसलिंग करते समय डॉक्टर्स के द्वारा संदिग्ध मरीज की पूर्व यात्राओं का एवं उसके संपर्क में आये व्यक्तियों के विषय में जानकारी प्राप्त की जायेगी। मरीज से विस्तृत काउंसलिंग के आधार पर डॉक्टर्स उक्त केस को कोरोना लक्षण वाला संदिग्ध प्रकरण पाया जाने पर तत्काल उसे संबंधित त्वरित प्रतिक्रिया दल (रेपिड रिस्पॉन्स टीम) अथवा निकटतम स्वास्थ्य केन्द्र/अस्पताल को रिफर करेंगे।
डी. श्रेणी की कॉल्स की श्रेणी में वे कॉल्स सम्मिलित होंगी, जिनमें कॉलर्स वे व्यक्ति होंगे, जो वर्तमान में होम क्वेरेन्टाइन अवधि में है अथवा क्वेरेन्टाइन अवधि पूरी कर चुके है और अपनी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति के बारे में अवगत कराना चाहते हैं। इस श्रेणी में वे आउटगोइंग कॉल्स भी सम्मिलित होंगी, जो होम क्वेरेन्टाइन में रखे गये व्यक्तियों से फॉलोअप प्रोटोकॉल के तहत आवश्यक जानकारी लेंगी। इसमें होम क्वेरेन्टाइन अवधि में संदिग्ध व्यक्ति में कोरोना के लक्षण पाये जाने पर प्रक्रिया का अनुसरण किया जायेगा। ई. श्रेणी की कॉल्स की श्रेणी में वे सभी कॉल्स शामिल होंगी, जिन्हे अन्य किसी श्रेणी में वर्गीकृत नहीं किया गया है।
प्रणाली को प्रभावी बनाने की रणनीति
राज्य एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली को सफलतापूर्वक संचालित करने के लिये सर्वप्रथम त्रुटि रहित एवं अद्यतन डेटाबेस की आवश्यकता होगी। अत: इस प्रणाली के जिला मॉड्यूल में सभी जिलों को प्रशासनिक मोबाइल यूनिटस, मेडिकल मोबाइल यूनिटस तथा रैपिड रिस्पॉन्स टीम के सदस्यों की जानकारी मय फोन नम्बर तत्काल अपलोड करनी होंगी। समस्त नोडल अधिकारी सुनिश्चित करेंगे कि निर्धारित जानकारी तत्काल अपलोड कर दी जाए तथा उक्त जानकारी को निरंतर अद्यतन एवं शुद्ध बनाये रखा जाए। इसी प्रकार, जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य, अस्पतालों, स्वास्थ्य केन्द्रों, डॉक्टर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ का डेटाबेस भी अद्यतन कर अपलोड किया जाए। इस प्रणाली के अंतर्गत कोरोना संक्रमण से बचाव के कार्य में तैनात विभिन्न विभागों के अधिकारियों की जानकारी मय दूरभाष नम्बर भी अपलोड की जाए। ताकि अंतर-विभागीय समन्वय सुगमतापूर्वक हो सके।
प्रत्येक जिले में राज्य एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली की भांति जिला एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली की स्थापना की जाएगी। प्रदेश के जिन 7 जिलों में स्मार्ट सिटी परियोजना संचालित है, उन जिलों में स्मार्ट सिटी के एकीकृत कंट्रोल एवं कमाण्ड सेंटर को ही अस्थायी रूप से कोरोना के लिये जिला एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली के रूप में उपयोग किया जाएगा। शेष जिलों में नगर निगम अथवा जिला स्तर पर उपलब्ध अन्य समरूप प्रणाली जैसे - आर.सी.बी.सी. आई.टी. प्रशिक्षण केन्द्र आदि का उपयोग कर संचार एवं नियंत्रण प्रणाली स्थापित की जाएगी। कॉल सेंटर में इनकमिंग एवं आउटगोईंग, दोनों प्रकार के कॉल्स की सुविधा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जिले के ई- दक्ष कॉल सेंटर का प्रभावी उपयोग किया जाएगा।
जिला एकीकृत संचार एवं नियंत्रण प्रणाली में स्थानी संसाधनों का उपयोग कर दूरभाष, मोबाइल, इंटरनेट, आर्टिफिशियल इन्टेलिजेन्स, सुरक्षित एवं प्रमाणित ऐप्स, वीडियो कॉलिंग आदि स्थानीय रूप से उपलब्ध आधुनिक संचार साधनों का प्रभावी उपयोग किया जाएगा। इस कार्य में जिला ई-गवर्नेन्स मैनेजर्स तथा एन.आई.सी. के विशेषज्ञ अधिकारियों का उपयोग किया जाएगा। प्रणाली के जिला स्तर पर बेहतर प्रबंधन के लिये नोडल अधिकारी की सहायता के लिये योग्य अधिकारियों को सहयोगी अधिकारी के रूप में तैनात किया जाएगा। इस प्रणाली में आवश्यक स्थानीय तौर पर उपलब्ध अन्य विभागों के योग्य मानव संसाधन को कर्तव्यस्थ किया जाएगा। त्वरित संपर्क, त्वरित संवाद, त्वरित सलाह, त्वरित प्रतिक्रिया एवं त्वरित कार्यवाही ही इस प्रणाली की सफलता का मुख्य आधार है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि इस प्रणाली में किसी भी स्तर पर प्रतिक्रिया देने अथवा कार्यवाही करने में किसी भी प्रकार का विलम्ब नहीं हों।
सम्पूर्ण प्रक्रिया में प्रणाली के अंतर्गत यदि कोई व्यक्ति कोरोना पॉजेटिव पाया जाने की स्थिति निर्मित होती है तो ऐसे प्रकरण में उस व्यक्ति के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग संबंधी सम्पूर्ण कार्यवाही केन्द्रीयकृत रूप से मॉनिटर की जायेगी। जिला नोडल अधिकारी ऐसे प्रकरणों में व्यक्तिगत रूप से समीक्षा करेंगे। प्रणाली के माध्यम से आने वाले कॉल्स की प्रकृति के अनुरूप प्रतिदिन डेटा विश्लेषण किया जायेगा। इसके लिये राज्य स्तर पर स्वास्थ्य विभाग एवं लोक सेवा प्रबंधन विभाग के विशेषज्ञ डेटा विश्लेषक कार्य करेंगे। प्रतिदिन आने वाले कॉल्स का एक संक्षिप्त डेशबोर्ड तैयार कर सर्वसंबंधितों को नियमित रूप से दिन में दो बार भेजा जायेगा।

राज्यपाल श्री टंडन ने देशवासियों के साथ एक जुटता दिखाई
22 March 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने देशवासियों के साथ कंधे से कंधा मिलाते हुए कोरोना वायरस के वैश्विक संकट के समय अत्यावश्यक सेवाएं देने वाले लोगों के प्रति धन्यवाद आभार ज्ञापित किया। देशवासियों के साथ एक जुटता का प्रदर्शन किया। उन्होने राजभवन के मुख्य द्वार पर शंख और घंटी बजाकर उनके प्रति आभार ज्ञापन किया। इस अवसर पर राज्यपाल से लेकर राजभवन के सफाई कर्मी सहित विभिन्न कर्मचारियों ने भी शंख, घंटा, झांझ, मंजीरा, घंटी, बिगुल, थाली और ताली बजाकर समवेत ध्वनि का संचार वातावरण में किया।
राज्यपाल श्री टंडन ने पिछले 2 महीनों से अस्पतालों में,एयरपोर्ट्स पर,दिन रात काम में जुटे हुए लाखों लोगों जिनमें डॉक्टर ,नर्स ,हॉस्पिटल का स्टाफ ,सफाई करने वाले भाई-बहन ,एयरलाइंस के कर्मचारी , सरकारी कर्मचारी , पुलिसकर्मी ,मीडिया कर्मी ,रेलवे-बस-ऑटो रिक्शा की सुविधा से जुड़े लोग ,होम डिलिवरी करने वाले लाखों लोग,अपनी परवाह किये बिना, दूसरों की सेवा में लगे हुए हैं। वर्तमान परिस्थितियों यह सेवाएं सामान्य नहीं मानी जा सकती क्योंकि खुद इनके भी संक्रमित होने का पूरा खतरा है। बावजूद इसके ये लोग अपना कर्तव्य निभा रहे हैं, दूसरों की सेवा कर रहे हैं। ये राष्ट्र-रक्षक की तरह कोरोना महामारी और हमारे बीच में खड़े हैं। देश इनका कृतज्ञ है।
राज्यपाल श्री टंडन ने ऐसे सभी लोगों को धन्यवाद अर्पित करने के लिए राजभवन के मुख्य द्वार से पर खड़े होकर ,5 मिनट तक ऐसे लोगों का आभार व्यक्त किया । उनका हौसला बढ़ाया।

कोरोना के प्रकोप से नागरिकों को बचाने सर्तकता बरतने के निर्देश
22 March 2020
भोपाल.कार्यवाहक मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक से चर्चा कर उन्हें निर्देशित किया कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए प्रदेश में पर्याप्त सतर्कता रखी जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि प्रदेश में आवश्यकता अनुसार तब तक सभी व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करते हुए कंप्लीट शटडाउन रखा जाए जब तक स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में नहीं आ जाती है। उन्होंने आम जनता से भी आह्वान किया कि वे स्वेच्छा से अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद करके अपने घरों में रहें, सामाजिक समारोहों का आयोजन न करें तथा यात्राएँ न करें ताकि कोरोना वायरस की महामारी को प्रदेश में फैलने से रोका जा सके।


भोपाल और जबलपुर जिले में गरीब वर्ग को एक माह का राशन निशुल्क देने के निर्देश
22 March 2020
भोपाल.कोरोना वायरस से निपटने भोपाल-जबलपुर जिले में गरीब वर्ग को एक माह का राशन निशुल्क प्रदान किया जाएगा। यह राशन उचित मूल्य दुकानों से दिया जाएगा।कार्यवाहक मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज यह निर्देश जारी किए हैं।
प्रदेश में नागरिकों को कोरोना के प्रकोप से राहत देने की मंशा से अनेक उपाय किए जा रहे हैं। इन उपायों में शहरों में शटडाउन किया जाना भी शामिल है। शटडाउन की स्थिति में गरीबों को राहत देने के लिए यह निर्णय लिया गया है।


चिकित्‍सालयों के सेनिटेशन का कार्य नियमित रूप से हो : राज्यपाल श्री टंडन
21 March 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि चिकित्सालय रोग की नर्सरी नहीं बनने चाहिए। यह सुनिश्चित किया जाये कि मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में सेनिटेशन कार्य नियमित रूप से हो। उन्होंने कहा कि रोग की उत्पत्ति की संभावनाओं को समाप्त करने के लिए रणनीति बना कर कार्य किया जाये। स्वास्थ्‍य कार्यकर्ताओं के माध्यम से रोग प्रतिरोधक आयुष औषधियों का वितरण कराया जाये। साथ ही बड़े स्तर पर चेक प्वाइंट भी बनाये जाये। अन्य स्थानों से आने वाले व्यक्तियों के स्‍वास्‍थ्‍य परीक्षण की व्यवस्था हो जिससे वे जाँच उपरान्त ही घर जाये। रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन आदि स्थानों पर भी चलित परीक्षण केन्द्रों की व्यवस्था की जाये।
राज्यपाल श्री टंडन आज राजभवन में कोरोना के संबंध में उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। बैठक में मुख्य सचिव श्री एम. गोपाल रेड्डी, पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन, प्रमुख सचिव चिकित्सा श्री संजय कुमार शुक्ल, प्रमुख सचिव खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति श्री शिव शेखर शुक्ला, सचिव जनसंपर्क श्री पी नरहरि एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि कोरोना से डरने की नहीं लड़ने की जरूरत है आवश्यक है कि नागरिकों को रोग से बचाव के उपायों की जानकारी दी जाये। लोगों को आत्म-नियंत्रण के लिये प्रेरित किया जाये। यह सुनिश्चित किया जाये कि जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति की श्रंखला बाधित न हो। दैनिक आवश्यकताओं की सामग्री की आपूर्ति और शीघ्र नष्ट होने वाले उत्पादों की पूर्ति की समुचित व्यवस्था की जाये। प्रशासन नियमित रूप में मॉनिटरिंग करें कि वस्तुओं की अनावश्यक जमाखोरी नहीं हो। कृत्रिम अभाव और मूल्य वृद्धि नहीं हो और ऐसा करने वालों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जाये।
राज्यपाल कहा कि निजी चिकित्सालयों को भी जाँच केन्द्रों के रूप में चिन्हित किया जाये। आवश्यकता अनुसार जाँच की सुविधाएँ विकसित की जाये। श्री टंडन ने कहा कि आम जन को मास्क एवं अन्य बचाव सामग्रियों के संबंध में जागृत किया जाये। मास्क के सेनेटाइजेशन के बारे में भी प्रामाणिक जानकारी का प्रसार किया जाये। चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ द्वारा उपयोग किये जा रहे एप्रेन, मास्क, ग्लब्स इत्यादि का समुचित तरीके से विनिष्टिकरण हो। श्री टंडन ने कहा कि कोरोना का संकट बहुआयामी जिम्मेदारी है। इसके लिए बहुआयामी प्रयास भी आवश्यक है। वर्तमान में स्थिति नियंत्रण में है लेकिन जरा सी भी असावधानी गंभीर संकट खड़ा कर सकती है।
मुख्‍य सचिव श्री रेड्डी ने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए राज्‍य सरकार पूरी तत्‍परता, सजगता के साथ कार्य कर रही है। राज्‍य से जिला स्‍तर तक प्रभावी संवाद कायम किया गया है। केंद्र सरकार और चि‍कित्‍सा संस्‍थाओं के अद्यतन, निर्देशों का निरंतर पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। इसके लिए वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिग को माध्‍यम बनाया गया है। उन्‍होंने कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सामाजिक संपर्क में कमी करने, हाथों की सफाई, आदि अन्‍य जानकारियों का व्‍यापक स्‍तर पर मीडिया के विभिन्‍न माध्‍यमों से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। चिकित्‍सालयों में तैनात अन्‍य स्‍वास्‍थ्‍य कर्मियों को आवश्‍यक प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। सभी जिला चिकित्‍सालयों, मेडिकल कॉलेजों में आइसोलेशन वार्ड की व्‍यवस्‍था की गई है। रोस्‍टर के आधार पर कर्मचारियों की 50 प्रतिशत उपस्थिति की व्‍यवस्‍था की गई है। मेडिकल एवं पैरा मेडिकल स्‍टॉफ की पूर्ति के लिए सेवानिवृत्‍त कर्मचारियों की भी सेवाएँ ली जा रही हैं। धार्मिक पर्वों पर भीड़ नहीं हो इसके लिए धार्मिक नेताओ से संपर्क किया गया है।
बताया गया कि स्‍वास्थ्य विभाग द्वारा मेडिकल स्‍टाफ द्वारा उपयोग की जाने वाली सामग्री के विनिष्टिकरण की व्‍यवस्‍था की गई है, जिसमें पशु चिकित्‍सालयों के चिकित्‍सकों को भी जोड़ा गया है। सर्दी-जुकाम की दवा घर-घर वितरित कराई जा रही है। हेल्‍पलाईन को विस्‍तार दिया जा रहा है। आठ चिकित्‍सकों की टीम तैनात कर टेलीमेडिसिन द्वारा उपचार की व्‍यवस्‍था की गई है। किसी भी तरह के बुखार से पीड़ित रोगियों की संख्‍या की दैनिक आधार पर समीक्षा की जा रही है। आयुष अंतर्गत होम्योपैथी की 10 लाख रोग प्रतिरोधी औषधि भी वितरित की गई है। खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा बताया गया कि प्रदेश के 81 लाख परिवारों को पीडीएस का खाद्यान्‍न तीन माह के लिए अग्रिम उपलब्‍ध कराया गया है। बुजुर्ग के दुकान पर नहीं आने की समझाइश दी गई है। साथ ही उनके लिए पृथक से लाईन लगाने और लाईन में एक से दूसरे व्‍यक्ति के बीच एक मीटर की दूरी रखने के निर्देश दिये गये हैं। मास्‍क, सेनेटाईजर इत्‍यादि आवश्‍यक सामग्रियों की मात्रा एवं मूल्‍यों की दैनिक मॉनिटरिंग हो रही है। जिला प्रशासन द्वारा कुछ जिलों में जमाखोरों के विरूद्ध कार्यवाही की गई है। पुलिस महानिदेशक श्री जौहरी ने बताया कि स्‍वास्‍थ्‍य विभाग की एडवाइजरी का पुलिस द्वारा थाने स्‍तर तक प्रचार-प्रसार किया जा रहा है।

कोरोना वायरस संक्रमण के विरूद्ध अभियान में सभी धर्मगुरूओं से सहयोग की अपील
21 March 2020
भोपाल.मुख्य सचिव श्री एम.गोपाल रेड्डी ने कहा है कि नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये आवशयक उपाय अपनाने में लगातार सर्तकता बरतने की जरूरत है। जिन देशों में इसका संक्रमण अधिक फैला है, उससे सबक लेते हुए हम यह सुनिश्चित करें कि व्यक्तिगत रूप से हमसे अपनी सुरक्षा में कोई चूक ना हो। श्री रेड्डी मंत्रालय में आयोजित धर्म गुरूओं की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे।
मुख्य सचिव श्री रेड्डी ने सभी धर्मगुरूओं से कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के प्रयासों में विभिन्न समुदायों को व्यापक स्तर पर जोड़ने की अपील की। श्री रेड्डी ने कहा कि धर्म गुरूओं की समझाईश से यह सुनिश्चित हो सकेगा कि एक स्थान पर एक समय में अधिक भीड़ एकत्रित ना हो। धार्मिक समारोह, त्योहार,शादी-विवाह आदि के आयोजनों में भी सावधानी बरती जाये।
प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्रीमती पल्लवी जैन गोविल ने कोरोना वायरस संक्रमण रोकने की दिशा में प्रदेश में किये जा रहे प्रयासों तथा वर्तमान स्थिति की जानकारी दी। संभागायुक्त श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव ने भोपाल में कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिये किये जा रहे उपायों की जानकारी दी। कलेक्टर श्री तरूण पिथौडे ने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिये घर में रहना ही सबसे कारगर उपाय है। उन्होंने सभी धर्म गुरूओं से इस दिशा में प्रयास करने का अनुरोध किया।
बैठक में मंहत श्री अनिल आनंद, शहर काजी, नायब काजी, पीर साहब, फॉदर मार्या सुबेस्टाईन, श्री पूज्य भन्ते शाक्य पुत्र सागर, श्री कमल अजमेरा तथा श्री परमवीर सिंह ने उनके स्तर पर जारी प्रयासों की जानकारी देते हुए पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
पुलिस महानिदेशक श्री विवेक जौहरी, भोपाल संभागायुक्त श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव, उप पुलिस महानिरीक्षक श्री इरशाद वली बैठक में उपस्थित थे।

कमलनाथ के इस्तीफे पर शिवराज और सिंधिया ने कहा- सत्यमेव जयते!
20 March 2020
भोपाल.मध्य प्रदेश में सियासी ड्रामा का अंत हो गया हैं। कमलनाथ ने राज्यपाल को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया है। 15 महीने पुरानी कमलनाथ सरकार के जाने पर भाजपा नेताओं ने प्रतिक्रियाएं दी हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि मध्य प्रदेश में आज जनता की जीत हुई है। मेरा सदैव ये मानना रहा है कि राजनीति जनसेवा का माध्यम होना चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार इस रास्ते से भटक गई थी। सच्चाई की फिर विजय हुई है। सत्यमेव जयते! जीतू पटवारी ने कहा- सत्ता परिवर्तन में भाजपा ने महिलाओं का इस्तेमाल किया। शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर कहा- सत्यमेव जयते! मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा- जनता हार गई, भाजपा जीत गई।
कमलनाथ के इस्तीफा से पहले नेताओं के दावे....
दिग्विजय सिंह ने कहा कि 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद कमलनाथ सरकार के पास नंबर नहीं है। पैसे और सत्ता के बल पर बहुमत वाली सरकार को अल्पमत में लाया गया है। अब सरकार बचना मुश्किल है। सीएम हाउस जाते समय सिंह ने कहा- जो भी निर्णय होगा, वो विधायक दल की बैठक में होगा। मीडिया के सामने सारी बात रखी जाएगी।
पीसी शर्मा ने दावा किया कि हमारे पास 105 विधायक हैं। कुछ भाजपा विधायक हमारे संपर्क में हैं। हम फ्लोर टेस्ट में बहुमत साबित करेंगे। 10.30 बजे विधायक दल की बैठक है। पैसे और पावर की दम पर विधायकों को बंधक बनाने के घटनाक्रम को लेकर आज मुख्यमंत्री इसका खुलासा करेंगे। 100 हमारे हैं। 5 भाजपा विधायक संपर्क में हैं। ये सब फ्लोर पर पता चलेगा।
कमलनाथ ने कहा- सुप्रीम कोर्ट के आदेश का और इसके हर पहलू का हम अध्ययन करेंगे। विधि-विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे, सलाह लेंगे, फिर उसके आधार पर निर्णय लेंगे।
मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि हम हर हालत में फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार हैं। बहुमत साबित करके दिखाएंगे।
सज्जन सिंह वर्मा ने कहा- आखिरी बॉल पर छह रन चाहिए। कप्तान क्रीज पर डटे हुए हैं। पूरी टीम और प्रदेश की जनता को कप्तान कमलनाथ पर पूरा यक़ीन... ?सत्यमेव जयते?
कांतिलाल भूरिया ने कहा- सदन शुरू होने दीजिए। बड़े धमाके होने वाले हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा- हमारे पास बहुमत है। सरकार अल्पमत में है। सदन में सामने आ जाएगा।
नरोत्तम मिश्रा ने कहा- तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं। मैं कोई मास्टरमाइंड नहीं हूं। मेरा उनसे कहना है कि जो सच है उसे स्वीकार करो और अपने कर्मों पर विचार करो। ताज्जुब है कि वह अब भी नहीं मान रहे हैं कि उनके पास बहुमत नहीं है।
स्पीकर एनपी प्रजापति ने बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने में देरी पर सफाई दी। कहा- मैं विधायकों के सामने आने का इंतजार कर रहा है। दूसरी बार भेजा गया इस्तीफा कार्यालय में आया। कोई मेरे सामने नहीं आया। मैं लगातार भोपाल में रहा। खुद पर लगे आरोपों पर प्रजापति ने कहा- आरोप तो भगवान राम पर भी लगे थे।

राज्यपाल को मुख्यमंत्री ने सौंपा त्याग-पत्र
20 March 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन को मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज राजभवन पहुंचकर मुख्यमंत्री पद से अपना त्याग-पत्र सौंपा। राज्यपाल ने उनका त्याग-पत्र मंजूर कर उन्हें नये मुख्यमंत्री द्वारा कार्यभार ग्रहण करने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री बने रहने के लिए कहा है।



कोरोना से डरें नहीं बल्कि लड़ें : प्रधानमंत्री की सलाह का पालन करें - राज्यपाल
20 March 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देशवासियों को नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिये बताई गई सावधानियों का पालन करें। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासी प्रतिबद्ध होकर रविवार 22 मार्च, 2020 को जनता कर्फ्यू का पालन करें। श्री टंडन ने कहा कि नोवल कोरोना वैश्विक संकट है, इससे डरने और घबराने की जरूरत नहीं है। आवश्यकता सावधानियों का पालन करने की है। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के मंत्र 'हम स्वस्थ-जग स्वस्थ' का पालन करने के लिए संकल्पित हों।
जनता कर्फ्यू की अपील का पालन करने हों संकल्पित
राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि नोवल कोरोना से बचाव के प्रयासों में नागरिकों का सहयोग नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि कोरोना से बचाव के प्रयास, समय रहते सबसे पहले हमारे देश में प्रारम्भ कर दिए गए थे। इसलिए देश में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। उन्होंने नागरिकों से कहा कि प्रधानमंत्री द्वारा 'जनता कर्फ्यू' की अपील का पालन करने को नागरिक संकल्पित हों।
आश्वस्त रहें , नागरिक आपूर्तियाँ बनी रहेंगी
राज्यपाल ने कहा है कि आत्म-नियंत्रण, कोरोना संकट से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है। उन्होंने लोगों से कहा कि अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकलें। सामाजिक सामुदायिक सम्पर्क से बचें। उन्होंने नागरिकों को आश्वस्त किया कि नागरिक आपूर्तियाँ बनी रहेंगी। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग लोगों को घर से बाहर नहीं निकलना चाहिए। केन्द्र और राज्य सरकार के परामर्शों का अनुपालन किया जाना चाहिये। नियमित जाँच के लिए अस्पताल जाने से बचें, जिससे स्वास्थ्य कर्मियों पर दबाव कम हो।
राज्यपाल ने कहा कि रविवार 22 मार्च को सुबह 7 बजे से रात 9 बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करें। इस दौरान घर से बाहर नहीं निकलें। केवल आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोग ही घर से बाहर निकलें। जनता कर्फ्यू के दिन ठीक शाम 5 बजे घर से बाहर निकलकर 5 मिनट तक ताली बजाकर आभार व्यक्त करें। उन्होंने कहा कि नागरिक खुद स्वस्थ रहें और दूसरों को स्वस्थ रहने की प्रेरणा दें। कोरोना से डरे नहीं बल्कि लड़ें।

भाप्रसे के 4 अधिकारियों की नवीन पदस्थापना
19 March 2020
भोपाल.राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के 4 अधिकारियों की नवीन पदस्थापना की है। सामान्य प्रशासन द्वारा जारी आदेशानुसार अपर मुख्य सचिव श्री प्रभाँशु कमल को प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। श्री के.के.सिंह अपर मुख्य सचिव को कृषि उत्पादन आयुक्त तथा अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन विभाग(मानव अधिकार प्रकोष्ठ) तथा विधिक सतर्कता प्रकोष्ठ(अतिरिक्त प्रभार) तथा अपर मुख्य सचिव (समन्वय) मुख्य सचिव कार्यालय बनाया गया है।
श्री आई.सी.पी.केशरी अपर मुख्य सचिव को वाणिज्य कर एवं विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी-सह-आवासीय आयुक्त मध्यप्रदेश भवन नई दिल्ली तथा अपर मुख्य सचिव जल संसाधन विभाग(अतिरिक्त प्रभार) पदस्थ किया गया है। अपर मुख्य सचिव श्री विनोद कुमार को उपाध्यक्ष नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण, अपर मुख्य सचिव नर्मदा घाटी विकास विभाग, प्रबंध संचालक नर्मदा बेसिन प्रोजेक्ट कम्पनी लिमिटेड एवं वि.क.अ.-सह-सदस्य (पुनर्वास) नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण भोपाल तथा अपर मुख्य सचिव अनुसूचित जाति कल्याण विभाग का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
आयुक्त अनुसूचित कल्याण डॉ.मसूद अख्तर को वर्तमान कर्तव्यों के साथ प्रबंध सचालक मध्यप्रदेश अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम भोपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।

सड़क सुरक्षा नियमों का कड़ाई से पालन कराने के निर्देश
19 March 2020
भोपाल.सहायक पुलिस महानिरीक्षक श्री अमृत मीना की अध्यक्षता में पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में राज्य-स्तरीय सड़क सुरक्षा सेल की बैठक आयोजित की गई। श्री मीना ने कहा है कि सड़क सुरक्षा नियमों का वास्तविक रूप में कड़ाई से पालन कराने के प्रयास किये जाएं। उन्होंने नोडल अधिकारियों से कहा कि दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिये उनके नोडल विभागों द्वारा किये जा रहे प्रयासों की जानकारी उपलब्ध कराएं।
श्री अमृत मीना ने विभागों से कहा कि जिला स्तर से भी अद्यतन स्थिति की जानकारी हासिल की जाए। लीड एजेन्सी को लगातार अद्यतन जानकारी से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि जागरुकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम की भी जानकारी प्राप्त की जाए। श्री मीना ने कहा कि नोडल एजेन्सी विजन-2020 बनाकर प्रस्तुत करे। उन्होंने निर्देश दिये कि ट्रैक्टर-ट्रॉली में सवारी बैठाना दण्डनीय अपराध है, इस संबंध में जागरुकता के उद्देश्य से ग्रामीण क्षेत्रों में सूचक लगाए जाएं।
बैठक में लोक निर्माण विभाग-राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी श्री मिथलेश पाण्डेय के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, लोक शिक्षण, परिवहन, लोक निर्माण एनएच एवं बी एण्ड आर, आबकारी, जनसम्पर्क, मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण, सड़क विकास निगम और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के नोडल अधिकारी और लीड एजेन्सी से संबंधित सदस्य बैठक में उपस्थित थे।

इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन के लिए अलग बिजली कनेक्शन
19 March 2020
भोपाल.मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के कार्यक्षेत्र भोपाल, नर्मदापुरम्, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के समस्त 16 जिलों में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने वाले उपभोक्ताओं को अलग से नया बिजली कनेक्शन लेना होगा। गौरतलब है कि मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग द्वारा विद्युत वाहनों की चार्जिंग के लिए बिजली की दरें अलग से निर्धारित की गई हैं।



न्यायालयों में ऑडियो रिकार्डिंग सहित सी.सी.टी.व्ही. कैमरे लगाए जाएंगे
18 March 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के समस्त अधीनस्थ न्यायालयों में ऑडियो रिकार्डिंग सहित सी.सी.टी.वी.कैमरे लगाने के लिये 125 करोड़ 89 लाख रूपये की प्रशासकीय एवं वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गयी। इस परियोजना को तीन भागों में विभाजित कर प्रथम वर्ष 2020-21 के लिये 40 करोड़ रूपये, द्वितीय वर्ष 2021-22 के लिये 50 करोड़ रूपये तथा तृतीय वर्ष 2022-23 के लिये 35 करोड़ 89 लाख रूपये का आवंटन उपलब्ध कराया जायेगा।
मंत्रि-परिषद के निर्णय अनुसार परियोजना को मध्यप्रदेश के सम्पूर्ण न्यायालयों में लागू करने के पूर्व जिला जबलपुर के न्यायालयों (जिला एवं तहसील न्यायालयों) में सर्वप्रथम लागू किया जाकर प्रस्तावानुसार सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएंगे। यहां के सी.सी.टी.वी. संचालन की सफलता के बाद प्रदेश के अन्य जिलों के न्यायालयों में सी.सी.टी.वी. कैमरे लगाए जाएंगे।
तीन नये जिलों के गठन की सैद्धांतिक स्वीकृति
मंत्रि-परिषद द्वारा प्रदेश में तीन नये जिलों चाचोड़ा, मैहर और नागदा के गठन की सैद्धांतिक स्वीकृति दी गई।
स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन को 26000 करोड़ की नि:शुल्क शासकीय प्रत्याभूति स्वीकृत
मंत्रि-परिषद ने मध्यप्रदेश स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन को प्रदेश में विकेद्रीकृत उपार्जन योजनान्तर्गत खाद्यान्न आदि के उपार्जन, सार्वजनिक वितरण प्रणाली एवं अन्य शासकीय योजनाओं के संचालन, डेफिसिट पूर्ति और वर्तमान जारी वित्तीय व्यवस्था की निरंतरता के लिये राष्ट्रीकृत/शेडयूल्ड/जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक/नाबार्ड एवं सार्वजनिक वित्तीय संस्थाओं से धनराशि उधार लेने के लिये 26000 करोड़ रूपये की नि:शुल्क शासकीय प्रत्याभूति की स्वीकृति वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिये देने का निर्णय लिया है। साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि उपार्जन में अधिक राशि की आवश्यकता होने पर आरबीआई की फूड क्रेडिट लिमिट, जिसकी ब्याज दर कुछ अधिक है, प्राप्त की जा सकेगी।
मंत्रि-परिषद ने सरदार सरोवर परियोजना के संबंध में उच्चतम न्यायालय द्वारा दिये गये आदेश के परिपालन में उच्च न्यायालय से सेवा निवृत्त न्यायाधीश श्री शम्भू सिंह, श्री सैय्यद अली नकवी, श्री आई.एस.श्रीवास्तव, श्री एस.एल.जैन और श्री एस.एस.द्विवेदी की संविदा नियुक्ति अवधि में पूर्व निर्धारित शर्तो के अधीन 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक अथवा प्रकरण को निराकृत होने तक (जो भी पहले हो) वृद्धि करने का निर्णय लिया।
मंत्रि-परिषद द्वारा नर्मदा संकुल परियोजनाओं के शिकायत निवारण प्राधिकरण में भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री विनोद सेमवाल तथा श्री अरुण कोचर को सदस्य (प्रशासनिक) तथा श्री अब्दुल जब्बार खान सेवा निवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश को सदस्य (न्यायिक) के पद पर संविदा अवधि में 1 अप्रैल 2020 से 31 मार्च 2021 तक अथवा प्रकरणों का निराकरण होने तक (जो भी पहले हो) वृद्धि का निर्णय लिया गया। इसी प्रकार, भारतीय प्रशासनिक सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री चतुर्भुज सिंह की संविदा नियुक्ति अवधि में 31 दिसम्बर 2020 अथवा प्रकरणों का निराकरण होने तक (जो भी पहले हो) वृद्धि का निर्णय लिया गया। मंत्रि-परिषद द्वारा श्री तारकेश्वर सिंह सेवा निवृत्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश को शिकायत निवारण प्राधिकरण (नर्मदा संकुल परियोजनाएँ) में सदस्य (न्यायिक) के पद पर कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से एक वर्ष अथवा शिकायत निवारण प्राधिकरण के कार्यकाल तक, जो भी पहले हो, के लिये संविदा नियुक्ति प्रदान की गयी।

उच्च पदों पर क्रमोन्नति के लिये भर्ती नियमों में संशोधन करने के निर्देश
18 March 2020
भोपाल.सामान्य प्रशासन विभाग ने निर्देश जारी किये हैं कि जब तक उच्च न्यायालय में पदोन्नति का प्रकरण विचाराधीन है, तब तक राज्य प्रशासनिक सेवा, भारतीय प्रशासनिक सेवा और भारतीय पुलिस सेवा की तरह प्रदेश के शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को भी उच्च पदों पर दी जाने वाली क्रमोन्नति के लिये सभी विभाग अपने भर्ती नियमों में संशोधन करने की कार्यवाही करे। ज्ञातव्य है कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की अध्यक्षता में विगत 8 फरवरी 2020 को मंत्रियों, अधिकारियों और वरिष्ठ अधिवक्ताओं की सम्पन्न बैठक में यह निर्णय लिया गया था। सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह की पहल पर अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री के. के. सिंह ने इस बारे में सभी विभागों को आवश्यक कार्यवाही करने के लिये निर्देश जारी किये थे।

नगरीय निकाय चुनाव नहीं लड़ सकेंगे दोषसिद्ध/सजायाफ्ता अपराधी
18 March 2020
भोपाल.नगरीय निकाय चुनाव में दोषसिद्ध/सजायाफ्ता अपराधी चुनाव नहीं लड़ सकेंगे। इस संबंध में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम एवं मध्यप्रदेश नगरपालिका अधिनियम में प्रावधान किये गये हैं।
उप सचिव राज्य निर्वाचन आयोग श्री अरुण परमार ने जानकारी दी है कि भारतीय दण्ड संहिता के विभिन्न प्रावधानों के अधीन दण्डनीय किसी अपराध में दोषसिद्ध ठहराया गया हो, तो वह दण्डादेश भुगतने के बाद उसके छोड़े जाने से 6 वर्ष की अवधि तक नगरीय निकाय चुनाव नहीं लड़ सकता। मध्यप्रदेश नगरीय क्षेत्रों के भूमिहीन व्यक्ति के किन्हीं उपबंधों के या जमाखोरी अथवा मुनाफाखोरी के निवारण का अथवा खाद्य या औषधि के अपमिश्रण के निवारण का उपबंध करने वाली किसी विधि के किन्हीं उपबंधों के उल्लंघन के लिये सिद्धदोष ठहराया गया हो, तो वह दण्डादेश भुगतने के बाद उसके छोड़े जाने से 6 वर्ष की अवधि तक नगरीय निकाय चुनाव नहीं लड़ सकता। भ्रष्टाचार या राज्य के प्रति अभक्ति के कारण सरकार या किसी स्थानीय प्राधिकारी की सेवा से पदच्युति से 5 वर्ष तक चुनाव लड़ने की पात्रता नहीं रहेगी।

पीडीएस की राशन दुकानों को कोरोना वायरस से मुक्त रखने के दिशा-निर्देश जारी
18 March 2020
भोपाल.राज्य शासन ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली की राशन दुकानों पर उपभोक्ताओं को नोवल कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिये विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किये हैं। राशन विक्रेता के लिये मॉस्क और सेनेटाइजर का उपयोग आवश्यक कर दिया गया है।
संचालक खाद्य-नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण श्री अविनाश लवानिया द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अन्तर्गत राशन दुकानों के विक्रेताओं से कहा गया है कि दुकान नियमित रूप से खोलें और पात्र परिवारों को सतत रूप से राशन का वितरण करें। दुकान पर अधिक उपभोक्ता एक साथ एकत्रित न हों तथा वे एक-दूसरे से आवश्यक दूरी पर रहें। राशन वितरण करते समय हितग्राहियों के मध्य न्यूनतम 3 मीटर की दूरी रखी जाए। यथासंभव यह कोशिश की जाए कि वृद्ध एवं बीमार उपभोक्ताओं को राशन प्राप्त करने दुकान पर न आना पड़े। यदि फिर भी ऐसे हितग्राही दुकान पर आते हैं, तो उनकी लाइन अलग से लगवाई जाए और उन्हें प्राथमिकता के आधार पर राशन वितरण किया जाए।
बायोमेट्रिक मशीन के स्केनर को सेनेटाइजर से साफ करने के निर्देश
राशन दुकानों के विक्रेताओं से कहा गया है कि बायोमेट्रिक सत्यापन के आधार पर प्रत्येक उपभोक्ता को राशन वितरण के बाद मशीन के स्केनर को सेनेटाईजर से साफ कराया जाए। इसके लिये दुकान पर पर्याप्त मात्रा में सेनेटाईजर रखा जाए। जिन उपभोक्ताओं को बायोमेट्रिक सत्यापन में कठिनाई होती है, उन्हें आगामी माह में भी राशन प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करें। निर्देश जारी किये गये हैं कि पीडीएस की प्रत्येक दुकान पर विक्रेता और सहयोगी भी राशन वितरण करते समय मास्क का उपयोग अवश्य करें और अपने हाथों को भी बार-बार सेनेटाईजर से साफ करें।

जनसम्पर्क मंत्री ने नव-नियुक्त मुख्य सचिव को दी शुभकामनाएँ
17 March 2020
भोपाल.जनसम्पर्क एवं विधि-विधायी कार्य मंत्री श्री पी.सी शर्मा ने प्रदेश के नव-नियुक्त मुख्य सचिव श्री एम. गोपाल रेड्डी को पुष्पगुच्छ भेंटकर नये दायित्व के लिये शुभकामनाएँ दी। श्री रेड्डी ने आज ही कार्यभार ग्रहण किया है।



पुरानी जेल परिसर और भेल दशहरा मैदान अस्थायी जेल घोषित
17 March 2020
भोपाल.राज्य शासन ने भोपाल स्थित पुरानी जेल परिसर एवं भेल दशहरा मैदान को विधानसभा सत्र के मद्देनजर 13 अप्रैल 2020 तक अस्थायी जेल घोषित किया है। इस संबंध में जेल विभाग ने अधिसूचना जारी कर दी है।


सरकारी विभागों को अजजा के बैकलॉग पदों की जानकारी देने के निर्देश
17 March 2020
भोपाल.मध्यप्रदेश अनुसूचित-जनजाति आयोग के नव-नियुक्त अध्यक्ष, धार के पूर्व सांसद श्री गजेन्द्र सिंह राजूखेड़ी ने आज आयोग में पदभार ग्रहण किया। उन्होंने कहा कि वे संवैधानिक व्यवस्थाओं के अंतर्गत प्रदेश में अनुसूचित-जनजाति वर्ग के हितों के लिये समर्पण की भावना से काम करेंगे। श्री राजूखेड़ी ने आयोग के सचिव को निर्देश दिये कि सभी शासकीय विभागों में अनुसूचित-जनजाति वर्ग के लिये आरक्षित बैकलॉग के रिक्त पदों की जानकारी शीघ्र बुलवाएं।


श्री एम. गोपाल रेड्डी मुख्य सचिव नियुक्त
16 March 2020
भोपाल.राज्य शासन ने श्री एम. गोपाल रेड्डी को मुख्य सचिव नियुक्त किया है। उन्होंने आज मुख्य सचिव पद का कार्यभार ग्रहण किया। भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1985 बैच के श्री रेड्डी का जन्म 1960 में हुआ। संयुक्त आंध्र प्रदेश और वर्तमान में तेलंगाना के मूल निवासी श्री रेड्डी ने मेकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक. किया। उन्होंने सहायक कलेक्टर सागर के रूप में 1986 में अपने कैरियर की शुरूआत की। उन्होंने प्रशासक, नगर निगम जबलपुर, कलेक्टर छिन्दवाड़ा, खरगोन तथा इंदौर का दायित्व सम्हाला। श्री रेड्डी ने 1995 से 1996 तक संचालक, जनसम्पर्क रहने के अलावा आयुक्त, नगरीय प्रशासन एवं विकास, आयुक्त उद्योग के रूप में भी अपनी सेवाएँ दीं। भारत सरकार में संयुक्त सचिव, गृह और अतिरिक्त सचिव, गृह के दायित्व का भी निर्वहन किया। वर्तमान में श्री रेड्डी अपर मुख्य सचिव, जल-संसाधन के पद पर कार्यरत थे।

अभय तिवारी बने मध्यप्रदेश युवा आयोग के अध्यक्ष
16 March 2020
भोपाल.राज्य शासन द्वारा श्री अभय तिवारी को मध्यप्रदेश युवा आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से दो वर्ष अथवा आगामी आदेश, जो भी पहले हो, के लिये की गई है।



डॉ. आनंद अहिरवार द्वारा कार्यभार ग्रहण
16 March 2020
भोपाल.मध्यप्रदेश राज्य अनुसूचित-जाति आयोग के नव-नियुक्त अध्यक्ष, सागर के पूर्व सांसद डॉ. आनंद अहिरवार ने आज पदभार ग्रहण किया। आयोग के नव-नियुक्त सदस्य, होशंगाबाद के श्री प्रदीप अहिरवार और छिन्दवाड़ा के श्री गुरुचरण खरे ने भी पदभार ग्रहण किया।
पदभार ग्रहण करने के बाद अध्यक्ष डॉ. आनंद अहिरवार ने कहा कि आयोग की व्यवस्थाओं के अंतर्गत वे प्रदेश में अनुसूचित-जाति वर्ग के कल्याण के लिये पूरी निष्ठा एवं समर्पण के साथ कार्य करेंगे।


राज्यपाल श्री टंडन से मिले विधानसभा के प्रमुख सचिव
15 March 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन से आज राजभवन में विधानसभा के प्रमुख सचिव श्री ए.पी. सिंह ने भेंट की। उन्होंने राज्यपाल को विधानसभा सत्र संबंधी व्यवस्थाओं की जानकारी दी। इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव श्री मनोहर दुबे उपस्थित थे।




कोरोना वायरस महामारी घोषित ; राज्य मंत्रि-परिषद की बैठक में हुई विस्तृत चर्चा
15 March 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की अध्यक्षता में आज मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये विभिन्न उपायों पर विचार-विमर्श किया गया। बताया गया कि प्रदेश में नोवल कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिये महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं।
बैठक में बताया गया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन राज्य सरकारों से लगातार इस वायरस के प्रसार को रोकने के लिये सक्रिय कदम उठाने का आग्रह कर रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। भारत सरकार द्वारा गठित उच्च-स्तरीय ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स (GOM) द्वारा भी स्थिति की सूक्ष्मता से समीक्षा की जा रही है। इस वायरस से अत्याधिक प्रभावित देशों से आने वाले सभी भारतीय व्यक्तियों के लिये क्वारेंटाईन सेन्टर्स (quarantine Centres) तैयार किये गये हैं। सभी विदेशी यात्रियों के वीजा रदद् करने के कठोर उपाय किये गये हैं।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने संसद में सामूहिक समारोहों और अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी है। सामूहिक स्तर पर समारोहों की अनुमति देने के लिये भी दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। कोरोना से बचाव के बारे में राज्यों को प्रचार माध्यमों द्वारा लोगों को जागरूक करने की सलाह दी गई है।
बैठक में बताया गया कि उच्चतम न्यायालय द्वारा नोवल कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिये केवल अर्जेंट मेटर्स की सुनवाई करने का निर्णय लिया गया है। भारत सरकार द्वारा इस दिशा में देशवासियों को जागरूक करने के लिये मोबाईल-फोन तथा टेलीफोन की कॉलर ट्यून में कोरोना से बचाव के संबंध में जानकारी दी जा रही है।
मंत्रि-परिषद की बैठक में बताया गया कि महाराष्ट्र में राज्य सरकार ने नोवल कोरोना वायरस के प्रसार की स्थिति को रोकने के लिये विधानसभा सत्र स्थगित करने का निर्णयलिया है। अन्य सभी राज्य भी इस वायरस का प्रसार रोकने के लिये आवश्यक उपाय कर रहे हैं। ओडीसा के मुख्यमंत्री द्वारा इसके लिये 200 करोड़ के पैकेज की घोषणा की गई है। जानकारी दी गई कि दिल्ली सरकार द्वारा विगत 12 मार्च से सभी स्कूलों, कॉलेजों, सिनेमाघरों को बन्द करने का आदेश दिया गया है।
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सार्वजनिक पुस्तकालयों, वॉटर पार्क, जिम तथा स्वीमिंग पूल्स को आगामी आदेश तक बन्द रखे जाने के आदेश जारी किये गये हैं। साथ ही छत्तीसगढ़ में आँगनवाड़ियों और मिनी आँगनवाड़ी केन्द्रों को बन्द किये जाने के आदेश प्रसारित किये गये हैं।
मध्यप्रदेश में कोरोना से बचाव के लिये उठाये गये कदम
बैठक में जानकारी दी गयी कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा भी नोवल कोरोना वायरस का प्रसार रोकने के लिये सभी संभव प्रयास किये जा रहे हैं। सभी स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल, मेरिज हॉल, सार्वजनिक पुस्तकालय, वॉटर पार्क, जिम, स्वीमिंग-पूल, आँगनवाड़ी आदि को आगामी आदेश तक बंद करने का निर्णय लिया गया है। कार्यालयों में कर्मचारियों की बायोमेट्रिक उपस्थिति की व्यवस्था को बंद किया गया है। सांस्कृतिक समारोह, सार्वजनिक समारोह, आधिकारिक यात्राओं और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को स्थगित किया गया है। विकासखण्ड स्तर तक शांति समितियों की बैठक आयोजित कर स्थानीय जन-प्रतिनिधियों और धर्म गुरूओं के माध्यम से नोवल कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिये लोगों को जागरूक करने को कहा जा रहा है। धार्मिक प्रमुखों से कम से कम धार्मिक समारोह करने का आग्रह किया जाये। इसके साथ ही, 20 से अधिक लोगों की सभाओं को रोकने के लिये कानूनी उपाय किए जाएँ। विशेष तैयारियों और आपदा की स्थिति से निपटने के लिये अतिरिक्त वित्तीय प्रावधान किये जाएँ।
मंत्रि-परिषद की बैठक में नोवल कोरोना वायरस का प्रसार प्रदेश, देश और विश्व स्तर पर रोकने के लिये किये गये उपायों को ध्यान में रखकर विधानसभा के बजट सत्र के दौरान विधानसभा सदस्यों और अन्य लोगों की राजधानी भोपाल में बहुत अधिक यात्रा की संभावनाओं पर भी विचार-विमर्श किया गया।

शासकीय सेवकों के महंगाई भत्ते में 5 प्रतिशत की वृद्धि
15 March 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की अध्यक्षता में मंत्रालय में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में शासकीय सेवकों को देय महंगाई भत्ते में 5 प्रतिशत वृद्धि का निर्णय लिया गया। बैठक में शासकीय सेवकों/पेंशनरों/शिक्षक संवर्ग/ पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के पंचायत सचिवों तथा स्थायी कर्मियों को देय महंगाई भत्ता/महंगाई राहत की दर में एक जुलाई 2019 ( भुगतान माह जुलाई 2019 का वेतन/पेंशन माह अगस्त 2019 में देय) से सातवें वेतनमान में 5 प्रतिशत की वृद्धि अर्थात 12 प्रतिशत को बढ़ाकर 17 प्रतिशत तथा छठवें वेतनमान में 10 प्रतिशत की वृद्धि अर्थात 154 प्रतिशत को बढ़ाकर 164 प्रतिशत करने का मंत्रि-परिषद ने अनुमोदन किया। महंगाई भत्ता/महंगाई राहत की बढ़ी हुई राशि का भुगतान मार्च 2020 के वेतन/पेंशन (माह अप्रैल 2020 में देय) से किया जाएगा । एक जुलाई 2019 से 29 फरवरी 2020 की अवधि के एरियर की राशि के भुगतान के लिए पृथक से आदेश जारी किए जायेंगे। लोक सेवा आयोग में 2 सदस्य नियुक्त
मंत्रि-परिषद ने श्री रामू टेकाम तथा श्री राशिद सुहैल सिद्दीकी को मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग का सदस्य नियुक्त करने का अनुमोदन किया। बैठक में मध्यप्रदेश रेत (खनन,परिवहन,भण्डारण एवं व्यापार) नियम 2019 में संशोधन के लिये 7 फरवरी 2020 को मध्यप्रदेश राजपत्र (असाधारण) में जारी अधिसूचना को भी अनुमोदित किया गया।
नोवल कोरोना वायरस का प्रसार रोकने पर हुई चर्चा
राज्य में नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) के प्रसार को रोकने के लिये जारी दिशा-निर्देशों पर भी मंत्रि-परिषद में चर्चा हुई । बैठक में जानकारी दी गई कि भारत सरकार द्वारा उच्च स्तरीय ग्रुप ऑफ मिनिस्टर का गठन किया गया है, जो स्थिति की सूक्ष्मता से समीक्षा कर रहा है । केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा संसद में सामूहिक समारोहों और अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी गई है । सामूहिक स्तर पर समारोहों की अनुमति नहीं देने के लिये भी निर्देशित किया गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन लगातार राज्य सरकारों से नोवल कोरोना वायरस (COVID-19) के प्रसार को रोकने के लिये सक्रिय कदम उठाने का आग्रह कर रहा है । मध्यप्रदेश सरकार भी इस दिशा में आवश्यक कदम उठा रही है ।
राज्य में स्कूल, कॉलेज, आँगनवाड़ी, सार्वजनिक पुस्तकालय, वाटर पार्क, जिम, स्वीमिंग पूल, सिनेमा हॉल और मैरिज हॉल को आगामी आदेश तक बंद रखने, आधिकारिक यात्रा, प्रशिक्षणों तथा सार्वजनिक समारोहों को स्थगित रखने और 20 से अधिक लोगों की सभाओं के आयोजन को रोकने के लिये कानूनी उपाय किये जा रहे हैं ।

आंगनबाड़ी एवं मिनी आंगनवाड़ी केंद्र 31 मार्च तक बंद
14 March 2020
भोपाल.राज्य शासन द्वारा नोबल कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर प्रदेश के सभी आंगनवाड़ी केंद्र और मिनी आंगनवाड़ी केंद्रों को 31 मार्च तक तत्काल प्रभाव से बंद रखने का निर्णय लिया गया है। साथ ही, आंगन कार्यक्रम/ डे-केयर सेंटर का क्रियान्वयन भी स्थगित कर दिया गया है।
आयुक्त महिला-बाल विकास श्री नरेश पाल कुमार ने सभी जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर इस संबंध में निर्देश जारी किये हैं। जिलों को निर्देशित किया गया है कि वर्तमान में शालाओं का संचालन स्थगित होने के कारण सांझा चूल्हा कार्यक्रम में आंगनबाड़ी केंद्रों में नाश्ता और भोजन प्रदाय प्रभावित होने से आंगनवाड़ी केंद्र में दर्ज 3 से 6 वर्ष के बच्चों को भी अन्य हितग्राहियों के साथ टेक होम राशन प्रदाय किया जाना सुनिश्चित किया जाए।

शांति समितियों की बैठकों में दी जाए कोरोना वायरस की रोकथाम के उपायों की जानकारी
14 March 2020
भोपाल.नोवल कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये जिला एवं विकासखंड स्तर पर शांति समितियों की बैठक करने के निर्देश दिये गये हैं। संचालक राज्य स्वास्थ्य सूचना शिक्षा संचार ब्यूरो श्रीमती सपना लोवंशी ने बताया कि शांति समिति की बैठकों में क्षेत्र के सभी प्रभावी व्यक्तियों एवं धर्मगुरूओं को आमंत्रित कर कोरोना वायरस के लक्षण, बचाव एवं क्या करें तथा क्या न करें आदि की विस्तृत जानकारी देने को कहा गया है।


राग अमीर समारोह स्थगित
14 March 2020
भोपाल.राज्य शासन के निर्देशानुसार कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए 15 से 17 मार्च 2020 तक इन्दौर में होने वाले राग अमीर समारोह को स्थगित कर दिया गया है। उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत कला अकादमी, संस्कृति विभाग के इस समारोह के साथ ही मध्यप्रदेश राज्य रुपंकर कला प्रदर्शनी को भी स्थगित किया गया है। समारोह और प्रदर्शनी की आगामी तिथि तय होते ही सूचित किया जाएगा।


ऋषि नगर में 600 झुग्गीवासियों के लिये बनेंगे पक्के आवास
12 March 2020
भोपाल.राज्यसभा सदस्य एवं पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने भोपाल में चार इमली क्षेत्र के ऋषि नगर में 600 झुग्गीवासी परिवारों के लिये करीब 35 करोड़ की आवास योजना का भूमि-पूजन किया। इस अवसर पर शहर के 5 और 6 नंबर मार्केट के आस-पास पक्के नाला निर्माण कार्य का भी भूमि-पूजन किया गया। इस अवसर पर जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा और नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह उपस्थित थे।
श्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि भोपाल को झुग्गी मुक्त शहर बनाया जायेगा। झुग्गीवासियों को राज्य सरकार द्वारा पक्के आवास बनाकर उपलब्ध कराने का कार्य प्राथमिकता से पूर्ण किया जा रहा है। मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने इस अवसर पर भोपाल सहित प्रदेश के अन्य नगरों में राज्य सरकार द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों की जानकारी दी।
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने लोगों को भोपाल में कराये जा रहे विकास के कार्यों की जानकारी दी। कार्यक्रम में स्थानीय पार्षद, अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

ई.व्ही.एम. से होंगे नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनाव
12 March 2020
भोपाल.मध्यप्रेदश राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बसंत प्रताप सिंह ने नगरीय निकायों और पंचायतों की फोटोयुक्त मतदाता सूची के पुनरीक्षण कार्य के पर्यवेक्षण के लिये नियुक्त प्रेक्षकों की कार्यशाला में कहा कि आगामी नगरीय निकाय एवं पंचायतों के आम-चुनाव ई.व्ही.एम. से ही कराये जायेंगे। उन्होंने कहा कि त्रुटि रहित मतदाता सूची बनाना आयोग का पहला उद्देश्य है। श्री सिंह ने कहा कि मतदाता का नाम एक ही स्थान पर होना चाहिये।
श्री बसंत प्रताप सिंह ने कहा कि पर्यवेक्षक यह देखें की मतदाता सूची में दावे-आपत्तियों के लिये समुचित व्यवस्था की गई है कि नहीं। दावे-आपत्ति केन्द्र में बैनर लगवायें। दावे-आपत्ति केन्द्र नियमित रूप से खुलें। उन्होंने बताया कि वार्डों के परिसीमन के आधार पर प्रारूप मतदाता सूची बनाई गई है।
आयोग की उप सचिव श्रीमती अजीजा सरशार ज़फर ने कहा कि कंट्रोल टेबल का वेरीफिकेशन ठीक ढंग से होना चाहिये। उन्होंने पिछले आम-चुनाव के दौरान बनाई गई मतदाता सूची में आयी त्रुटियों की ओर प्रेक्षकों का ध्यान आकृष्ट किया। श्रीमती ज़फर ने कहा कि इस तरह की त्रुटियों की पुनरावृत्ति नहीं होना चाहिये। प्रेक्षक 16 से 20 मार्च और 29 अप्रैल से 4 मई तक जिलों में रहेंगे।
अवर सचिव श्री प्रदीप शुक्ला ने नगरीय निकायों की फोटोयुक्त मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आयोग द्वारा मतदान केन्द्रों के युक्तियुक्तकरण के निर्देश भी दिये गये हैं। श्री शुक्ला ने बताया कि नगरीय निकायों में 244 और पंचायत चुनावों के लिये 534 अतिरिक्त मतदान केन्द्र बनाये जा सकते हैं। उन्होंने बताया कि नगरीय क्षेत्र में मतदाता संख्या 1000 से 1200 और ग्रामीण क्षेत्र में 500 से 700 पर मतदान केन्द्र बनाने का प्रावधान है। श्री शुक्ला ने बताया कि मतदाता सूची से संबंधित जानकारी के लिये आयोग और एम.पी.एस.ई.डी.सी. में कंट्रोल रूम बनाये गये हैं।
एम.पी.एस.ई.डी.सी. के प्रबंधक श्री राजेश दिघे ने मतदाता सूची पुनरीक्षण प्रक्रिया के तकनीकी पहलुओं की जानकारी दी। कार्यशाला में आयोग के सचिव श्री दुर्ग विजय सिंह, ओ.एस.डी. श्रीमती सुनीता त्रिपाठी, उप सचिव श्री अरूण परमार, उप सचिव डॉ. सुतेश शाक्या एवं प्रेक्षक उपस्थित थे।

बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम करेगा जन सुनवाई
12 March 2020
भोपाल.बिजली उपभोक्ता शिकायत निवारण फोरम की जनसुनवाई का कार्यक्रम घोषित किया गया है। फोरम 19 मार्च को ग्वालियर, 21 एवं 24 मार्च को भोपाल और 23 मार्च को मंडीदीप में विद्युत उपभोक्ताओं की शिकायतों को सुनेगा। ओल्ड पॉवर हाउस, चांदबड़, भोपाल में 12 से 5 बजे तक, संचारण संधारण संभाग मंडीदीप में 12 से 4 बजे तक एवं न्यू वेलफेयर सेन्टर, रोशनी घर, ग्वालियर में 10:30 से 03:30 बजे तक उपभोक्ता शिकायत निवारण शिविर लगाये जाएंगे।


मध्यप्रदेश में संसाधनों और बेहतर नीतियों के कारण निवेशक उद्योग लगाने के लिए उत्सुक
28 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि मध्यप्रदेश में उपलब्ध संसाधनों और सरकार की बेहतर नीतियों से प्रोत्साहित होकर निवेशक प्रदेश में उद्योग लगाने के लिये उत्सुक हैं। श्री नाथ आज इंदौर में नई निवेश नीति के परिणाम स्वरूप स्थापित आशा कॉन्फेक्शनरी का अवलोकन कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता और उद्यमियों के सहयोग से प्रदेश में औद्योगिक क्रांति लाएँगे। उन्होने कहा कि सौभाग्य की बात है कि हमारे प्रदेश में वन, खनिज और मानव संसाधन पर्याप्त हैं। प्रदेश में सांस्कृतिक विविधता है। यह पाँच राज्यों से घिरा हुआ है, जिसके कारण यहाँ पर मानव संसाधन और तकनीकी विशेषज्ञों की कमी नहीं है। किसी भी उद्योग की स्थापना केलिये अनूकूल वातावरण प्रदेश में है, इससे देश के उद्योगपतियों की प्रदेश के प्रति दिलचस्पी बढ़ी है।
श्री नाथ ने कहा कि उद्योग के लिये जमीन, कच्चा माल, उद्यमी और पूँजी के अलावा इच्छाशक्ति की सख्त जरूरत होती है। इच्छाशक्ति से ही कोई भी व्यक्ति सफलता के शिखर पर पहुँच सकता है। इंदौर और पीथमपुर में उद्यमियों ने रोजगार, वाणिज्य और उद्योग की दिशा में उल्लेखनीय कार्य किया है। उद्योग लगाना तो आसान है, मगर यातायात और विपणन उद्योगों के लिये सबसे बड़ी चुनौती है। सरकार इसके समाधान के लिये प्रयासरत है।
मुख्यमंत्री ने आशा कॉन्फेक्शनरी का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि यहाँ पर अत्याधुनिक मशीनें लगायी गई हैं। श्री नाथ ने कॉन्फेंशनरी की सफलता के लिये श्रीमती आशा दरयानी को शुभकामना दी। उन्होने कहा कि आशा हैं संस्था बेरोजगार नौजवानों को उद्योग लगाने के लिये प्रेरित, प्रशिक्षित और मार्गर्शन देंगी।
कार्यक्रम में गृह मंत्री श्री बाला बच्चन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी, विधायक, उद्योगपति एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

मंत्री श्री पांसे ने किया ताप्ति महोत्सव का शुभारंभ
28 February 2020
भोपाल.लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने मुलताई में ताप्ति महोत्सव का शुभारंभ करते हुए कहा कि महोत्सव से सांस्कृतिक विकास को नई दिशा मिलेगी। उन्होंने कहा कि मुलताई को सांस्कृतिक गतिविधियों का केन्द्र बनाया जायेगा।
ताप्ति महोत्सव के पहले दिन की शुरूवात जोधपुर के श्री अप्पानाथ द्वारा मांगणियार गायन से हुई। इसके बाद कालबेलिया नृत्य, नागपुर की सुश्री ऋतु भावे द्वारा लावणी नृत्य, देवास के श्री दयाराम सरोलिया द्वारा कबीर गायन प्रस्तुत किया गया। रीवा के श्री शशिकुमार पाण्डेय द्वारा बघेली लोक गायन और उज्जैन के श्री विशाल कुशवाहा एवं इनके दल द्वारा भक्ति संगीत की प्रस्तुति दी गई।
इस अवसर पर विधायक श्री धरम सिंह सिरसाम, ताप्ति न्यास के अध्यक्ष श्री डी.एस. राय सहित अन्य जन-प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

पाँच परियोजना अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस
28 February 2020
भोपाल.प्रदेश के 5 जिला शहरी विकास अधिकरणों के परियोजना अधिकारियों को कारण बताओं नोटिस जारी किया गया है। आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री पी. नरहरि ने इन अधिकारियों को संबंधित जिले में शासन द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति और समीक्षा बैठक में अनुपस्थित रहने पर यह नोटिस जारी किया है।
आयुक्त श्री नरहरि ने परियोजना अधिकारी जिला शहरी विकास अधिकरण शाजापुर श्री भूपेन्द्र तिवारी, खरगोन की सुश्री आशा भण्डारी, रतलाम की श्रीमती लक्ष्मी बागड़, बड़वानी के श्री कुशल सिंह डोडवे और मुरैना के परियोजना अधिकारी श्री एल.के. पाण्डेय को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह में स्पष्टिकरण मांगा है। समय पर जवाब नहीं मिलने पर एक पक्षीय कार्यवाही की जायेगी।

केन्द्र ग्रामीण विकास की लंबित राशि 3435 करोड़ शीघ्र प्रदान करे : मंत्री श्री पटेल
27 February 2020
भोपाल.पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने नई दिल्ली में केन्द्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर से भेंट कर ग्रामीण विकास योजनाओं की लंबित राशि 3435 करोड़ रुपये शीघ्र प्रदान किये जाने की माँग की है। श्री पटेल नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान की राष्ट्रीय संचालन समिति की बैठक में सम्मिलित होने गये हैं।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि केन्द्र सरकार मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना मद में प्रदेश के हिस्से की लंबित राशि शीघ्र जारी करें ताकि योजनाओं को समय-सीमा में पूर्ण कर आमजन को लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार के उदासीन रवैये के कारण मनरेगा जैसी महत्वाकांक्षी योजना में मजदूरी मद में 250 करोड़ रुपये और सामग्री मद में 550 करोड़ रुपये के भुगतान लंबित हो गये हैं। इसका विपरीत प्रभाव योजना के क्रियान्वयन पर पड़ रहा है। उन्होंने मनरेगा मद में तत्काल एक हजार करोड़ रुपये की राशि आवंटित किये जाने का अनुरोध केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री से किया है। श्री पटेल ने कहा कि वर्ष 2016-17 और 2017-18 में अन्य योजनाओं में प्राप्त 225 करोड़ रुपये, राशि का उपयोग मनरेगा में किया गया है। इसकी प्रतिपूर्ति भी केन्द्र सरकार को करना है।
श्री पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मध्यप्रदेश में वर्ष 2019-20 के आवंटित लक्ष्य के विरुद्ध एक लाख 80 हजार आवासों का निर्माण कराया जा चुका है। इसके लिये 2210 करोड़ रुपये की द्वितीय किश्त भी शीघ्र जारी की जाये ताकि राज्य सरकार जरूरतमंदों को आवास मुहैया करा सके। मंत्री श्री पटेल ने कहा कि आवास प्लस एप की सूची में छूट गये लोगों को योजना से जोड़े जाने की आवश्यकता है। उन्होंने योजना मद में प्रशासकीय मद राशि भी 2 प्रतिशत से बढ़ाकर 4 प्रतिशत करने की माँग की है।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत ग्रामों का चयन वर्ष 2001 की जनगणना के आधार पर किया जा रहा है। इसमें संशोधन कर वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर ग्रामों का चयन किया जाना चाहिये। उन्होंने कहा कि इस संशोधन से प्रदेश के 1036 ग्रामों को प्रधानमंत्री सड़कों से जोड़ा जा सकेगा। श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना तृतीय फेज के तहत 4500 किलोमीटर सड़कों की स्वीकृति मध्यप्रदेश के लिये प्रदान की जानी है। यह स्वीकृति योजना के प्रथम वर्ष 2020-21 में ही दी जाये।
मंत्री श्री पटेल ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत एनआरईटीपी के अंतर्गत मण्डला और डिण्डोरी जिले का प्रस्ताव तथा छिंदवाड़ा जिले में मक्का और ज्वार, मुरैना और श्योपुर जिलों में पृथक् वेल्यू चेन का प्रस्ताव भी केन्द्र सरकार स्तर पर लंबित है। इन प्रोजेक्ट्स की स्वीकृति शीघ्र प्रदान की जाये।

स्मार्ट सिटी में जितने पेड़ कटेंगे, जियोटेगिंग के साथ उसके चार गुना लगाए जाएंगे
27 February 2020
भोपाल.स्मार्ट सिटी भोपाल में जितने पेड़ काटे जाएंगे, उसके चार गुना पौधे स्मार्ट सिटी एरिया में ही लगाए जाएंगे। प्रत्येक पौधे की जियोटेगिंग की जाएगी जिससे उनकी ग्रोथ की सतत् मॉनिटरिंग हो सकेगी। स्मार्ट सिटी एरिया के पास ही स्मार्ट रोड़ के किनारे 10,000 पौधे लगाने के साथ ही उनके पेड़ बनने तक उनकी सुरक्षा की जाएगी। पौधा-रोपण आम और नीम जैसी प्रजातियों के पौधों का किया जाएगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह द्वारा स्मार्ट सिटी भोपाल के कार्यों की समीक्षा के दौरान यह जानकारी दी गई।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि स्मार्ट सिटी में ग्रीन एरिया किसी भी कीमत पर कम नहीं होना चाहिए। उन्होंने स्मार्ट सिटी का पूरा मास्टर प्लान देखा और मास्टर प्लान में निर्धारित कार्यों की अलग-अलग चर्चा की।
किसी का रोजगार नहीं होगा प्रभावित
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने कहा कि रंगमहल के सामने 45 फीट रोड़ के निर्माण में ऐसी प्लानिंग करें कि किसी का भी रोजगार प्रभावित नहीं हो। लीज पर ली गई दुकानों को हाट बाजार में स्थान दिया जाएगा। स्मार्ट सिटी एरिया में आने वाले धार्मिक स्थलों को कोई भी क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी। डायरेक्टर एसपीए श्री एन. श्रीधरन ने लैंड़ स्केपिंग सहित अन्य बिन्दुओं के बारे में सुझाव दिए।
बैठक में रेरा के अध्यक्ष श्री एंटोनी डिसा, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री संजय दुबे, आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री पी. नरहरि, कलेक्टर श्री तरूण पिथोड़े, नगर निगम आयुक्त श्री विजय दत्ता और स्मार्ट सिटी के सीईओ श्री दीपक सिंह ने महत्वपूर्ण सुझाव दिए।

मध्यप्रदेश बनेगा देश का हार्टिकल्चर कैपिटल - मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
27 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि राज्य सरकार ने मध्यप्रदेश को देश का हार्टिकल्चर कैपिटल बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी किसानों की समृद्धि के द्वार खोलने वाला क्षेत्र है। यही कृषि का भविष्य भी है। श्री कमल नाथ ने कहा कि नाबार्ड को हार्टिकल्चर के क्षेत्र में ऋण देने का अनुमान 6 प्रतिशत से बढ़ाकर कम से कम 15 प्रतिशत रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बड़ी मात्रा में अनुपयोगी पड़ी राजस्व भूमि का उपयोग उद्यानिकी क्षेत्र के विस्तार में किया जा सकता है। मुख्यमंत्री मंत्रालय में नाबार्ड द्वारा आयोजित राज्य ऋण संगोष्ठी 2020-21 में स्टेट फोकस पेपर का विमोचन कर रहे थे। नाबार्ड ने प्रदेश के लिये 1,98, 786 करोड रूपये के ऋण का आकलन किया है। यह पिछले साल से 13 प्रतिशत ज्यादा है।
कृषि में भी नई सोच से काम करने की आवश्यकता
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कृषि क्षेत्र में भी नई दृष्टि और नई सोच के साथ काम करने की आवश्यकता है। पूरा दृश्य बदल रहा है। पहले छोटे दानों जैसे कोदो-कुटकी, ज्वार-बाजरा पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता था। आज इन फसलों की प्राथमिकता है। पहले यह गरीबों की खाद्य सामग्री मानी जाती थी। अब ये फसलें पोषक तत्वों के कारण सर्वाधिक उपयोगी साबित हो रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाबार्ड के पास वर्षों का संचित अनुभव और बौद्धिक क्षमता है । इसका उपयोग भविष्य में निर्मित होने वाले परिदृश्य में ज्यादा कारगर होगा। उन्होने कहा कि नाबार्ड को न सिर्फ वर्तमान बल्कि 2024-25 की योजना भी अभी से तैयार करना पड़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जो स्थितियाँ हैं, वो पाँच साल बाद बदल जाएंगी। आज तय किए गए लक्ष्य आसानी से पूरे हो जाएंगे लेकिन भविष्य की दृष्टि से नए लक्ष्यों की चुनौती को भी स्वीकार करना होगा। उन्होने कहा कि नाबार्ड ने मध्यप्रदेश और देश के कृषि अधोसंरचना निर्माण में अभूतपूर्व योगदान दिया है। नाबार्ड ने जो ज्ञान अर्जित किया है, उसका उपयोग हमें भविष्य में अपनी सोच को विस्तार देने में करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश के लिए जो प्लान बनाये हैं, वे देश के लिए भी उपयोगी होंगे।
कृषि को बनाना होगा आधुनिक
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती युवाओं की बेरोजगारी है क्योंकि वे शहरों और गांवों के बीच भटक रहे हैं। उनहोने कहा कि युवाओं को नई तकनीक और तकनीकी कौशल से जोड़ना होगा। प्रदेश की कृषि को आधुनिक बनाना होगा।
कृषि क्षेत्र के उभरते बाजार पर पैनी नजर
मुख्यमंत्री ने कहा कि नाबार्ड को अब फसलों के निर्यात पर भी ध्यान देना होगा। कृषि क्षेत्र के भीतर उभरते बाजार पर भी पैनी नजर रखना होगी। उन्होंने कहा कि नाबार्ड अपनी विशेषता को सामान्य रूप से किए जाने वाले कार्यों में उपयोग न करें बल्कि खेती की नई तकनीकों पर ध्यान दे। वेयर हाऊस निर्माण और उपार्जन की अधोसंचानाओं के निर्माण पर भी ध्यान दे। इसके अलावा, यह भी विचार करे कि कौन सी उपयोगी अधोसंरचनाएं बन सकती हैं और बनना चाहिए । उन्होंने कहा कि एक-दो दशक पहले नाबार्ड की भूमिका सिर्फ रि-फाईनेंसिंग तक सीमित थी। आज इसे अपनी भूमिका को भी विस्तार देने की आवश्यकता है।
नाबार्ड ने मध्यप्रदेश में वर्ष 2020-21 के लिए 1,98,786 करोड़ रूपए की ऋण की संभावना का आकलन किया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 13 प्रतिशत ज्यादा है। पिछले साल यह राशि 1,74, 970 करोड़ थी। इस ऋण अनुमान में फसलीय ऋण पर 1,03,005 करोड़ रूपए और टर्म लोन पर 44,982 करोड़ रूपए ऋण अनुमान है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमियों के लिए लगभग 32,001 करोड़ और प्राथमिकता क्षेत्र जैसे निर्यात ऋण, शिक्षा, आवास, नवकरणीय ऊर्जा और अन्य सामाजिक बुनियादी ढ़ाँचे पर 18,797 करोड़ रूपए ऋण देने का अनुमान है।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री एस के बंसल ने विभिन्न क्षेत्रों में विकास की संभावना पर प्रकाश डालते हुए बैंकों से महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आह्वान किया। उन्होंने प्रदेश के 100% किसानों तक केसीसी कवरेज बढ़ाने, ग्रामीण बुनियादी ढांचे में निवेश और कृषि उत्पादक समूहों के वित्त पोषण के प्रयास करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने ग्रामीण आधारभूत संरचना विकास निधि (आरआईडीएफ) और दीर्घकालिक संचय निधि ( एलटीआईफ) के तहत राज्य सरकार को दिए गए रु 26000 करोड़ के ऋण और इससे होने वाले लाभ की भी चर्चा की। प्रदेश के 21 जिलों में स्व- सहायता समूहों के लिये ई-शक्ति परियोजना की जानकारी देते हुए बताया कि इससे प्रदेश के 25000 समूहों के लगभग ढाई लाख परिवारों को लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले किसान उत्पादक संगठनों को सम्मानित किया। इस अवसर पर राज्य शासन और नाबार्ड के वरिष्ठ अधिकारी एवं लीड बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

लोगों को देख अपनत्व जताते हैं बाघ शावक
27 February 2020
भोपाल.बाँधवगढ़ टाईगर रिजर्व से कल दोपहर रवाना हुआ बाघ शावकों का जोड़ा रात 1 बजे के करीब सकुशल वन विहार पहुँच गया। यहाँ इन्हें क्वारेंटाइन में रखा गया है। सुबह जब संचालक श्रीमती कमलिका मोहंता और सहायक संचालक श्री ए.के. जैन बाघ शावकों को देखने पहुँचे, तो वे अपनत्व से जमीन पर लोट लगाने लगे। बाघ शावक कुछ ही घंटों में अपने केयर टेकर के भी काफी करीब हो गए हैं। वे केयर टेकर पर लगातार नजर रखते हैं और उसके निर्देशों का पालन भी करते हैं। मामूली थकान के चिन्ह के अलावा दोनों बाघ नये माहौल में काफी सहज नजर आ रहे हैं। आज उन्होंने अपना सामान्य भोजन किया।
श्रीमती कमलिका मोहंता ने बताया कि दो साल तीन माह की उम्र वाले दोनों शावक एक ही माँ की संतान हैं। दोनों का रूप-रंग भी आश्चर्यजनक ढंग से एक समान है। दोनों ही अतिसुन्दर हैं। बाघिन अपेक्षाकृत थोड़ी छोटी है। इन्हें वर्ष 2017 में बाँधवगढ़ टाइगर रिजर्व प्रबंधन ने शिकार के पास पाया था। प्रबंधन ने दोनों शावकों की दो दिन तक निगरानी की लेकिन इनकी माँ इन्हें लेने नहीं आई। बाँधवगढ़ प्रबंधन द्वारा इन्हें बाड़े में लाकर दूध पिलाकर जीवित रखा। धीरे-धीरे इन्हें कीमा, कटा हुआ मुर्गा, बकरे का माँस, जीवित पाड़ा, जीवित चीतल आदि दिये गये। इन्होंने बाड़े में खुद शिकार कर खाना भी सीखा। एक वर्ष 4 माह की उम्र में इन्हें बहेरहा स्थित बाड़े में शिफ्ट किया गया।
शावकों को वन में छोड़ने के पहले विशेषज्ञ दल ने उनके व्यवहार का परीक्षण किया। मनुष्यों द्वारा पाल-पोसकर बड़े किये गये ये शावक मनुष्य की उपस्थिति के आदी हो चुके थे और बाड़े के समीप पहुँचे किसी भी व्यक्ति के करीब आने का प्रयास करते थे। विशेषज्ञ दल ने शावकों के वयस्क हो जाने पर उन्हें वन विहार भेजने की अनुशंसा की, जिसके आधार पर उन्हें आज वन विहार के लिये रवाना किया गया।

मुख्यमंत्री द्वारा पत्रकार श्री अरविंद शर्मा के निधन पर शोक व्यक्त
27 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने वरिष्ठ पत्रकार श्री अरविंद शर्मा के निधन पर गहन दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री अरविंद शर्मा ने लम्बे समय तक पत्रकारिता के क्षेत्र में रिपोर्टिंग के उच्च मानदंडों को अपनाया।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों, मित्रों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

मुख्यमंत्री द्वारा पत्रकार श्री चौबे के निधन पर शोक
27 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने दिव्य एक्सप्रेस के संपादक श्री अभय शंकर चौबे के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्गीय श्री चौबे ने छिंदवाड़ा जिले में पत्रकारिता के मूल्य स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों एवं मित्रों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति देने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

युवा पीढ़ी की बौद्धिक क्षमता का समाज और देश हित में उपयोग जरूरी
26 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि युवा पीढ़ी की बौद्धिक क्षमता का उपयोग समाज और देश हित में करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति ही इस देश को सुरक्षित रखने और समृद्ध बनाने में सक्षम है। श्री कमल नाथ मध्यप्रदेश कुर्मी क्षत्रीय समाज के 20वें अखिल भारतीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के युवाओं के पास ज्ञान है। समय रहते हमें इस ज्ञान संपदा का रचनात्मक उपयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि समाज के बुजुर्गों का दायित्व है कि वे भावी पीढ़ी को सामाजिक मूल्यों से जोड़ें। भारत की सभ्यता, संस्कृति और अनेकता को आज की पीढ़ी अपनाए, यह हमारा दायित्व है।
सोवियत संघ बिखर गया क्योंकि एकजुटता की संस्कृति नहीं थी
मुख्यमंत्री ने विश्व की महाशक्ति सोवियत संघ के बिखरने का उदाहरण देते हुए कहा कि वहाँ एकजुटता की संस्कृति नहीं थी। सोवियत संघ के सरकार, समरसता और एक दूसरे के प्रति आदर-सम्मान की भावना नहीं होने के कारण ही टुकड़े-टुकड़े हो गए। उन्होंने कहा कि विश्व में ऐसा कोई देश भारत जैसा नहीं है, जिसकी इतनी भाषा, जाति, धर्म के साथ रहन-सहन, खान-पान के तरीके इतने अलग हों। इसके बावजूद हम सदियों से एकजुट होकर एक झंडे के नीचे खड़े हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी अनेकता में एकता को ताज्जुब की दृष्टि से पूरी दुनिया देखती है, हमारी यह शक्ति बनी रहे। यह हम सभी का दायित्व है।
घोषणा नहीं करूंगा, काम करके दिखाऊंगा
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि पिछले 15 सालों में निरर्थक घोषणाओं से जनता का पेट भर गया है। घोषणाओं पर से जनता का विश्वास कम हुआ है। उन्होंने कहा कि इसलिए मैंने तय किया है कि मैं घोषणा नहीं करुंगा, काम करके दिखाऊंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुफ्त की तालियों के बजाए जनता की अपेक्षाएं पूरी होने पर ही जनता की तालियाँ मुझे अच्छी लगेंगी।
जींस-टी-शर्ट वाले किसानों का वक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि धोती-पाजामा वाले किसानों के बाद अब कृषि क्षेत्र में नई पीढ़ी आई है । उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य है कि कृषि क्षेत्र में नई नीतियों से नई क्रांति लाएं, जिससे इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं बढ़ें और जींस टी-शर्ट वाले युवा खेती से जुड़ें।
कुर्मी क्षत्रीय जागरुक समाज
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुर्मी क्षत्रीय समाज एक जागरूक समाज है। इस समाज का देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने बताया कि कुर्मी क्षत्रीय समाज से मेरा व्यक्तिगत संबंध रहा है। यह समाज आगे बढ़े, इसके लिए सदैव मेरा सहयोग रहेगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का कुर्मी समाज से विशेष लगाव है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जिस गति और नई सोच के साथ काम कर रहे हैं, उससे निश्चित ही हमारा प्रदेश और हर गाँव खुशहाल बनेगा।
मुख्यमंत्री का सम्मेलन में कुर्मी समाज ने गजमाला, शाल-श्रीफल और ताम्रपत्र भेंटकर सम्मान किया। मध्यांचल प्रोफेशनल युनिवर्सिटी की चांसलर श्रीमती प्रीति पटेल ने आभार माना। अखिल भारतीय क्षत्रीय कुर्मि समाज के अध्यक्ष श्री एन.पी. पटेल, महामंत्री श्री वी.एस. निरंजन, पूर्व सांसद श्री रामकृष्ण कुसमारिया सहित समाज के गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में युवक-युवती सम्मेलन में उपस्थित थे।

आदिवासी नायक टंट्या भील के नाम से जानी जाएगी डही माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना
26 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने धार जिले के विकासखण्ड डही में 1085 करोड़ 20 लाख रुपये लागत की माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना का शिलान्यास करते हुए कहा कि यह योजना आदिवासी समाज के नायक टंट्या भील के नाम से जानी जाएगी। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज सहज, सरल और मेहनतकश है। इस समाज को वर्षों तक छला गया है किन्तु अब ऐसा नहीं होगा। श्री कमल नाथ ने कहा कि आदिवासी समाज के साथ मिलकर हम सब प्रदेश में विकास का नया अध्याय लिखेंगे।
समग्र नीतियों से प्रदेश की दशा बदलेगी
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि हम विरासत में मिली प्रदेश की बिगड़ी अर्थ-व्यवस्था को सुव्यवस्था में बदलने के लिये कृत-संकल्पित हैं। हम ऐसी नीति बना रहे हैं, जिससे किसानों की दशा सुधरे। किसानों की पिछले कई वर्षों में खत्म हो चुकी क्रय-शक्ति को पुनर्जीवित करने के लिये प्रयास शुरू कर दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की समग्र नीतियों से प्रदेश की दशा बदलेगी। श्री कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी कृषि पर आधारित है। इसलिये राज्य सरकार 'जय किसान फसल ऋण माफी'' जैसी योजनाओं के जरिये किसानों की दशा को सुधारने का हरसंभव प्रयास कर रही है।
सबसे बड़ी चुनौती नौजवानों का भविष्य उज्जवल बनाना
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का नौजवान ज्ञानवान है। उसके पास इंटरनेट जैसी आधुनिकतम सुविधाएँ हैं लेकिन रोजगार नहीं है। उन्होंने कहा कि हमें नौजवानों की इस पीड़ा को पहचानना होगा, उनके हाथों को काम देना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती नौजवानों का उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करना है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार नौजवानों को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिये कृत-संकल्पित होकर कार्य कर रही है। प्रदेश में रोजगार के अवसर बढ़ाने के लिये सभी तरह के प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नौजवान देश का भविष्य हैं, इसलिये हम इनके भविष्य को बर्बाद नहीं होने देंगे।
कमल नाथ जी का आदिवासी समाज के प्रति विशेष लगाव
पर्यटन एवं नर्मदा घाटी विकास मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का आदिवासी समाज के प्रति विशेष लगाव है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने मुझे नर्मदा घाटी विकास विभाग का दायित्व सौंपते समय साफ-साफ कहा था कि नर्मदा मैया का जल सबसे पहले आदिवासी अंचल में पहुँचना चाहिये। श्री बघेल ने कहा कि डही माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना से आज यह संभव होना सुनिश्चित हुआ है। कार्यक्रम को धार जिले की प्रभारी चिकित्सा शिक्षा, आयुष और संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में डही माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना के साथ लगभग एक करोड़ 33 लाख रुपये लागत के क्षेत्रीय विकास के कार्यों की भी आधार-शिला रखी। इस अवसर पर विधायक श्री पांचीलाल मेढ़ा, श्री प्रताप ग्रेवाल, श्री बालमुकुंद गौतम, श्री महेश पटेल, श्री मुकेश पटेल, सुश्री कलावती भूरिया,
श्री हीरालाल अलावा, अन्य जन-प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।

मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह द्वारा दमोह में 38 करोड़ के कार्यों का भूमि-पूजन
26 February 2020
भोपाल.नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने दमोह में 5 करोड़ की सड़कों, 60 लाख के रैन-बसेरों, 78 लाख के फुटेरा तालाब लेक-व्यू रोड, 31 करोड़ 22 लाख की आवास योजना में स्वीकृत बीएलसी भवन और 98 लाख की लागत के विधायक निधि से स्वीकृत कुल 38 करोड़ के कार्यों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने बस-स्टैण्ड के सौंदर्यीकरण के लिये 6 करोड़ 50 लाख रुपये स्वीकृत करने की भी घोषणा की। श्री सिंह ने दमोह नगर के 800 आवासहीन परिवारों को आवासीय पट्टे दिये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने आवास योजना में निर्मित 41 ईडब्ल्यूएस भवनों का आवंटन एवं 20 हितग्राहियों को हित-लाभ भी वितरित किये।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना के दूसरे चरण में जल्द ही दमोह तहसील के 3500 किसानों को 20 करोड़ के ऋण माफी प्रमाण-पत्र दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि आगामी 5 साल में हर पंचायत में एक गौ-शाला होगी। श्री सिंह ने दमोह में 25 करोड़ की लागत से चल रहे नल-जल योजना का कार्य 30 जून तक पूरा करने के निर्देश दिये।
सामाजिक सुरक्षा पेंशन होगी एक हजार
मंत्री श्री सिंह ने बताया कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन एक हजार रुपये की जायेगी। श्री सिंह ने कहा कि शहरी क्षेत्रों में आवासहीनों को आवासीय पट्टे देने के बाद उन्हें घर बनाने के लिये ढाई लाख रुपये भी दिये जायेंगे। उन्होंने कहा कि आवासीय योजना में एक हजार परिवारों को गृह-प्रवेश करवाया जा रहा है। मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना में प्रत्येक वार्ड से चार युवाओं को रोजगार दिलाया जायेगा। राष्ट्रीय आजीविका मिशन में महिला स्व-सहायता समूहों का गठन करवाया जा रहा है। विधायक श्री राहुल सिंह एवं अन्य जन-प्रतिनिधियों ने भी विचार व्यक्त किये।

दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में 6.65 करोड़ से पांच एकड़ में बनेगा वृद्धाश्रम
26 February 2020
भोपाल.भोपाल नगर की लिंक रोड नंबर तीन पर स्थित पत्रकार कालोनी के सामने पांच एकड जमीन पर छह करोड 65 लाख 53 हजार रुपए की लागत से 100 सीटर वृद्धाश्रम बनेगा। दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में बनने वाले वृद्धाश्रम प्रोजेक्ट के संबंध में जनसम्‍पर्क, विधि एवं विधायी कार्य मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने आज मंत्रालय में सामाजिक न्याय विभाग और निर्माण एजेन्‍सी पीआईयू (लोक निर्माण विभाग) के अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद अंतिम रूप दिया। निर्माण एंजेसी द्वारा वृद्धाश्रम भवन और इसमें दी जाने वाली सुविधाओं के संबंध में प्रेजेन्टेशन दिया गया।
बताया गया कि वृद्धाश्रम में मेडिटेशन सेंटर, फिजियोथेरेपी सेंटर, मल्टी परपज हॉल, गार्डन सहित अन्य सुविधाएं रहेंगी। मंत्री श्री शर्मा ने नगर के बीचो-बीच बनने वाले वृद्धाश्रम का निर्माण कार्य जल्द शुरू करने के निर्देश दिये। उन्होंने निर्माण कार्य को मई, 2021 के पहले पूरा करने को कहा।

राज्यपाल के समक्ष आरजीपीवी और रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय का एमओयू
25 February 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन के समक्ष राजभवन में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल और रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर के मध्य इंटीग्रेटेड यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट सिस्टम का एमओयू साइन किया गया।
राज्यपाल श्री टंडन द्वारा विश्वविद्यालयों के कार्यों और संसाधनों के पारस्परिक उपयोग के लिए डिजिटलाइजेशन कार्य पर विशेष बल दिया जा रहा है। प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों द्वारा कंसोटियम का निर्माण किया गया है, जिसके तहत विश्वविद्यालय एक दूसरे की आवश्यकताओं और जरूरतों में सहयोग और समन्वय कर रहे हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय जबलपुर के कुलपति श्री के.डी. मिश्रा और राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल के कुलपति श्री सुनील कुमार मध्य यूनिवर्सिटी इंटीग्रेटेड मैनेजमेंट सिस्टम पर एमओयू साइन किया गया।
एमओयू के मुताबिक रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय की सभी सूचनाएं एक ही पोर्टल पर उपलब्ध हो जाएंगी। सारा डाटा आसानी से छात्रों, शोधार्थियों और शिक्षकों के लिए उपलब्ध होगा। परीक्षा प्रणाली का ऑनलाइन प्रभावी संचालन हो सकेगा। राजीव गांधी विश्वविद्यालय द्वारा समस्त डिजिटलाईजेशन का कार्य किये जाने से कार्य की लागत में भी कमी हुई है। इससे विश्वविद्यालय पर आर्थिक भार भी कम होगा।

आगर-मालवा में लगेगी संतरा आधारित फूड प्रोसेसिंग यूनिट : प्रभारी मंत्री श्री सिंह
25 February 2020
भोपाल.मध्यप्रदेश शासन के नगरीय विकास एवं आवास विभाग मंत्री तथा आगर जिले के प्रभारी मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह और किसान कल्याण एवं कृषि विभाग, उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग मंत्री श्री सचिन सुभाष यादव ने नई कृषि उपज मंडी में एक करोड़ 13 लाख 21 हजार रुपए की लागत से निर्मित होने वाले हम्माल तुलावटी कक्ष एवं परिसर में सीमेंट कांक्रीट कार्य का भूमिपूजन किया गया। मंत्री द्वय ने मंडी समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में तुलावटी, हम्माल संघ एवं व्यापारी संघ की मांगों एवं समस्याओं से अवगत होकर उनका शीघ्र निराकरण करवाने हेतु आश्वासन भी दिया।
प्रभारी मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अल्प समय में कृषकों के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लेकर उन्हें कर्ज से मुक्ति दिलाई है। अति-वृष्टि में मुआवजा प्रदाय कर कृषकों को फसल नुकसानी की भरपाई कर उन्हें आर्थिक रूप से कमजोर नहीं होने दिया है। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के नेतृत्व में प्रदेश के कृषकों के हित में और भी कई निर्णय लिए जाएंगे। प्रभारी मंत्री ने कहा कि मंडियों में व्यापारियों को अच्छा वातावरण देंगे, उनकी समस्याओं को प्राथमिकता से निराकरण किया जाएगा।
प्रभारी मंत्री श्री सिंह ने कहा कि आगर-मालवा संतरे की फसल के लिए जाना जाता है। जिले में फ्रूड प्रोसेसिंग यूनिट लगाई जाएगी। जिससे संतरे की फसल का उचित दाम किसानों को मिल सके। साथ ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी निर्मित हों।
कार्यक्रम को कृषि मंत्री श्री यादव ने सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार मंडियों में किसानों को फसल बेचने की प्रक्रिया को सरल बनाने की ओर कदम उठा रही है। किसानों को सभी सुविधा मंडी परिसरों में मुहैया करवाई जाएगी। मंडियों को ई-तकनीकी से जोड़ा जाएगा, जिससे किसानों को अपनी फसलों को अच्छा दाम मिले। मंडी प्रांगण में ही किसान अपनी फसल का भण्डारण कर सकें, ऐसी व्यवस्था की जाएगी। प्रदेश में क्षेत्रों की प्रमुख फसलों को चिन्हांकित कर कार्य योजना बनाई जा रही है। फसलों के आधार पर जिलों की ब्रांडिंग की जाकर एक अलग पहचान दी जाएगी। संतरा फसल के लिए एक अच्छी कार्ययोजना तैयार कर प्रदेश में अलग पहचान दिलवाई जाएगी।

मुख्यमंत्री द्वारा यूनिफाईड ड्रायविंग लायसेंस एवं पंजीयन कार्ड लोकार्पित
25 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने मंत्रालय में यूनिफाईड ड्रायविंग लायसेंस एवं पंजीयन कार्ड का लोकार्पण किया। मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जिसने यूनिफाईड ड्रायविंग लायसेंस एवं पंजीयन कार्ड एक साथ लोकार्पित किया है। इसके पूर्व उत्तर प्रदेश राज्य ने सिर्फ यूनिफाईड ड्रायविंग लायसेंस जारी किया है। इस मौके पर परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने परिवहन विभाग को मध्यप्रदेश को देश में यूनिफाईड पंजीयन कार्ड बनाने में पहला और ड्रायविंग लायसेंस में दूसरा राज्य बनाने के लिए बधाई दी। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर यूनिफाईड कार्ड के प्रथम 6 उपभोक्ताओं को टोकन के रूप में कार्ड वितरित किए।
कार्ड की मुख्य विशेषता
यूनिफाईड ड्रायविंग लायसेंस एवं पंजीयन कार्ड में नई जानकारियाँ संकलित की गई हैं। पूरे देश में यह कार्ड एक समान और एक रंग का है। पहाड़ी और खतरनाक क्षेत्रों में ड्रायविंग करने की क्षमता का भी इसमें उल्लेख होगा। विशिष्ट सीरियल नंबर होने के साथ ही इसमें आकस्मिक इमरजेंसी नंबर होगा। साथ ही बैज नंबर भी अंकित होगा। नए कार्ड के दोनों तरफ जानकारी अंकित होने के साथ ही ऑर्गन डोनर, क्यूआर कोर्ड और अमान्य वाहन पंजीयन नंबर की भी जानकारी होगी।
इस अवसर पर प्रमुख सचिव गृह एवं परिवहन श्री एस.एन. मिश्रा, आयुक्त परिवहन श्री मधु कुमार एवं परिवहन विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने 808वें उर्स के लिये रवाना की चादर
25 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने 808वें उर्स के मुबारक मौके पर अजमेर शरीफ के लिए चादर रवाना की। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की तरफ से पूर्व चेयरमेन अजमेर दरगाह कमेटी श्री शेख अलीम इस चादर को लेकर अजमेर शरीफ जाएंगे। अजमेर शरीफ में प्रदेश के नागरिकों के सुख, समृद्धि और विकास की दुआ की जाएगी।
इस अवसर पर चेयरमेन केएमसी फाउंडेशन हाजी इसरार अहमद जबलपुर, शहर काजी इंदौर डॉ. इशरत अली, नेता प्रतिपक्ष इंदौर सुश्री फौजिया शेख अलीम, पर्यवेक्षक कांग्रेस पार्षद दल श्री रफीक खान एवं पार्षदगण उपस्थित थे।

जरूरतमंदों की मदद कर हम अपने धर्मों का पालन करते हैं
25 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि मानव सेवा सबसे बड़ा धर्म है। इसके जरिए हम जरूरतमंद लोगों की मदद करके अपने धर्म और धर्म द्वारा दिए गए संदेश का पालन करते हैं। मुख्यमंत्री आज ताजुल मसाजिद के समीप मध्यप्रदेश मसाजिद कमेटी के नए भवन का लोकार्पण कर रहे थे। श्री कमल नाथ ने इस मौके पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री आरिफ अकील द्वारा इमाम के मानदेय को 2200 से बढ़ाकर 5000 एवं मोईज्जनों के मानदेय को 1900 से बढा़कर 4500 रूपये करने के प्रस्ताव पर सहमति प्रदान की।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि हमारा देश और हमारी संस्कृति इसलिए महान है क्योंकि इसमें एक-दूसरे के प्रति आदर और सम्मान की भावना के साथ ही एकजुट होकर रहने की विशेषता है। श्री कमल नाथ ने कहा कि हमारी यह अनेकता में एकता की संस्कृति आज तक इसलिए अक्षुण्ण है क्योंकि पुरानी पीढ़ी के लोगों ने इसे न केवल निभाया बल्कि सुरक्षित रखने के लिए समर्पित भी रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हम अपने देश की महान संस्कृति के मूल, सभ्यता और विविधता को युवा पीढ़ी तक पहुंचाएँ और वे इसे आत्मसात करें, जिससे हमारा देश सदैव सुरक्षित और एकजुट रह सके। श्री कमल नाथ ने कहा कि बुजुर्गों का यह दायित्व है कि वे भावी पीढ़ी को सही दिशा और दृष्टि प्रदान करें।
भोपाल जिले के प्रभारी सहकारिता मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि मसाजिद कमेटी सेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय संस्था है, जो समाज के गरीब वर्गों को मदद और संबल प्रदान करती है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री आरिफ अकील ने कहा कि मसाजिद कमेटी का नए भवन बनने से लोगों की मदद करने के काम को व्यवस्थित किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मसाजिद कमेटी द्वारा जरूरतमंद बालिकाओं को दी जाने वाली छात्रवृत्ति का वितरण किया।

आदिवासी क्षेत्रों में पलायन रोकने और रोजगार देने बनेगी सुनियोजित योजना
24 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि आदिवासी क्षेत्रों में विकास का नया इतिहास बनाया जाएगा। आदिवासी क्षेत्रों से पलायन को रोकने, रोजगार देने और स्थानीय उपज का उचित दाम दिलाने के लिए सुनियोजित योजनाएं बनेंगी। श्री कमल नाथ आदिवासी बाहुल्य डिण्डौरी जिले में माता शबरी जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह एवं आदिवासी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि आदिवासी इलाकों के विकास के लिए जो योजनाएं बनी थीं और वर्षों से धूल खा रहीं हैं, ऐसी योजनाओं को लागू कर आदिवासी भाईयों तक उनका लाभ पहुँचाया जाएगा। श्री कमल नाथ ने यह बात बरगी बाँध निर्माण के समय डिण्डौरी जिले को भी नर्मदा नदी का लाभ देने की योजना के संदर्भ में कही। यह योजना दस हजार करोड़ लागत की है। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश की शान आदिवासी समाज का सर्वांगीण विकास हो। उन्हें काम की तलाश में बाहर ना जाने पड़े। घर में, गाँव में ही, उनके पास रोजगार हो, सरकार इसके लिए प्रयासरत है।
मानवता और सरलता की प्रतिमूर्ति है माता शबरी
मुख्यमंत्री ने कहा कि माता शबरी मानवता और सरलता की प्रतिमूर्ति हैं। यही कारण है कि उनके प्रति आदिवासी समाज में अगाध श्रृद्धा और आस्था है। उन्होंने कहा कि यह सबसे पवित्र दिन है, जब आदिवासी युवा संकल्प लें कि वे आदिवासी संस्कृति और सभ्यता को अपनाएंगे और अपने गौरवशाली इतिहास को सदैव अक्षुण्ण बनाए रखेंगे। उन्होंने कहा कि अलग-अलग जाति होने के बाद भी आदिवासी समाज में जो एकजुटता है, वह उनकी संस्कृति और संस्कार की ही शक्ति है, जिसे बुजुर्गों ने अपनाया और सुरक्षित रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज विकास प्रक्रिया में सहभागी बना है। आवश्यकता इस बात कि है कि अपने अधिकार और हक के लिए आदिवासी वर्ग एवं उनके प्रतिनिधि अपनी आवाज को बुलंद करें और समाज की मुख्यधारा से जुड़ें।
रोजगार और कृषि क्षेत्र में नई नीतियाँ लागू
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में युवाओं को, जिन पर मध्यप्रदेश और देश के निर्माण की जिम्मेदारी है, उनके भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए निवेश का एक नया माहौल बनाया गया है। कृषि क्षेत्र में किसान कर्ज मुक्त होकर अपनी उपज का सही दाम प्राप्त करें, इसके लिए नई नीतियाँ लागू की जा रही हैं। जय किसान फसल ऋण माफी योजना में 22 लाख किसानों का ऋण माफ किया गया है।
बदहाल प्रदेश के हालात बदलने बताई नियत और नीति
श्री कमल नाथ ने कहा कि पिछले साढ़े ग्यारह माह में नई सरकार ने विरासत में मिले खाली खजाने और बदहाल व्यवस्था को सुधारने में अपनी साफ नियत और नीति बताई है। उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में उत्पन्न चुनौतियों का सामना करते हुए नई सोच और दृष्टिकोण के साथ काम किया जा रहा है। देश में किसान आत्महत्या में नंबर-वन मध्यप्रदेश के किसानों को राहत पहुँचाई गई है। बेरोजगारी में नंबर-वन प्रदेश के युवाओं को बेरोजगारी के अंधकार से निकालने के नए निवेश को प्रोत्साहित किया जा रहा है। श्री कमल नाथ ने कहा कि हर चुनौती का हम पूरी ताकत से मुकाबला कर रहे हैं। इस संकल्प के साथ कि आने वाले दिनों में प्रदेश के विकास का एक नया नक्शा बनाएंगे।
घोषणाओं पर नहीं, काम होने पर विश्वास करें
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मैं घोषणाएं करने पर विश्वास नहीं करता। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार के तत्कालीन मुख्यमंत्री ने 21 हजार घोषणाएं की थीं। उनका परिणाम क्या हुआ, इसे पूरा प्रदेश जानता है। उन्होंने कहा कि आम जनता भी घोषणाओं होने पर ताली न बजाए। जब उनके सामने काम पूरा हो जाए, उन्हें महसूस हो कि उनका विकास हो रहा है, रोजगार मिल रहा है, तब वे ताली बजाएं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार कहने नहीं काम करने पर विश्वास करती है।
सच्चाई का साथ देते रहें, निराश नहीं होंगे
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मंडला और डिंडौरी के आदिवासी भाईयों ने सदैव सच्चाई का साथ दिया है। उन्होंने जो विश्वास और शक्ति दी है, उसके बल पर हम कभी भी इस क्षेत्र के लोगों को निराश नहीं होने देंगे। श्री कमल नाथ ने कहा कि डिण्डोरी और मंडला का एक नया इतिहास विकास के नक्शे पर अंकित हो, इसके लिए सरकार वचनवद्ध है।
डिण्डोरी जिले के प्रभारी वित्त मंत्री श्री तरुण भनोत ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के नेतृत्व में प्रदेश में वित्तीय संकट के बावजूद भी देश की सबसे बड़ी किसानों की फसल ऋण माफी योजना को लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के आर्थिक हालत चुनौतिपूर्ण है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2003 में मध्यप्रदेश पर 23 हजार करोड़ रुपये का ऋण था। जब नई सरकार ने कार्यभार संभाला, तब प्रदेश पर 1 लाख 80 हजार करोड़ का ऋण है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर आदिवासी क्षेत्रों में, विशेषकर मंडला और डिण्डोरी में कोदो और कुटकी फसल को सरकारी स्तर पर खरीदने के लिए योजना बनाई जा रही है। इसी तरह, डिण्डोरी जिले के लोगों को नर्मदा जल उपलब्ध कराने के लिए 40 साल पहले बनी योजना को शुरु करने की पहल की गई है, जिसकी लागत 10 हजार करोड़ रुपये है।
आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ हमेशा से आदिवासियों के हितों के लिए चिंतित रहते हैं। अपने मुख्यमंत्री के अल्प कार्यकाल में ही आदिवासियों के लिए मुख्यमंत्री मदद योजना, मृत्यु और जन्म होने पर सामाजिक कार्यों के लिए नि:शुक्ल खाद्यान एवं विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति में वृद्धि करने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं।
अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने एक साल में शासन प्रशासन को लोगों के घर तक पहुँचाने के लिए 'आपकी सरकार-आपके द्वार' योजना शुरु की। कन्यादान और निकाह योजना में न केवल अनुदान राशि 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार की बल्कि यह राशि गरीब कन्याओं को मिलना सुनिश्चित हो, इसके लिए सीधे उनके खाते में राशि पहुंचाने की व्यवस्था की। हमारा प्रयास है कि प्रदेश के लोगों को शुद्ध खाद्य पदार्थ मिले। नकली दवाईयाँ मिलना बंद हों और प्रदेश की जनता माफिया से मुक्त हो। इसके लिए निरंतर अभियान चलाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने खाए शबरी के बेर
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को समारोह में प्रगतिशील कौल महासभा के अध्यक्ष, श्री माखन लाल सरैया ने शबरी के बेर खिलाए। प्रारंभ में मुख्यमंत्री का आदिवासी परंपरा के साथ स्वागत किया गया। आदिवासी समाज ने मुख्यमंत्री को जैकेट पहनाकर परंपरागत तरीके से अभिनंदन किया।
मुख्यमंत्री ने आजीविका मिशन के तहत आदिवासी महिला स्व-सहायता समूह द्वारा निर्मित कोदो-कुटकी उत्पाद का लोकार्पण किया। उन्होंने मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना एवं अन्य हितग्राही योजनाओं के हितलाभ वितरित किए। जय किसान फसल ऋण माफी योजना के द्वितीय चरण में शामिल किसानों को कर्ज माफी के प्रमाण-पत्र वितरित किए। डिंडोरी में फसल ऋण माफी योजना के प्रथम तथा द्वितीय चरण में किसानों के 38 करोड़ 19 लाख रुपए के फसल ऋण माफ किये गये हैं। मुख्यमंत्री ने समारोह में लगभग 35 करोड़ रूपये लागत के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन भी किया।
इस मौके पर विधायक, प्रगतिशील कौल महासभा डिंडौरी के अध्यक्ष श्री माखनलाल सरैया, श्री विश्वनाथ कौल, सुश्री कौशल्या गौटिया एवं बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोग उपस्थित थे।

हर नगरीय निकाय में हो हेरिटेज सेल - श्री आर. परशुराम
24 February 2020
भोपाल.हर नगरीय निकाय में एक हेरिटेज सेल होना चाहिये, जो नगर की धरोहरों, प्राकृतिक संरचनाओं और विरासत के संरक्षण और संवर्धन के लिये कार्य करे। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के महानिदेशक श्री आर. परशुराम ने संस्थान और इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एण्ड कल्चरल हेरिटेज (इंटेक) नई दिल्ली के साथ एमओयू के दौरान यह बात कही। एमओयू में मध्यप्रदेश की हेरिटेज पॉलिसी, प्राचीन धरोहरों का डॉक्यूमेंटेशन, केपासिटी बिल्डिंग, प्रशिक्षण और कल्चर-21 का एजेंडा बनाने सहित अनेक बिन्दुओं पर कार्य करने के लिये समझौता किया गया है।
श्री परशुराम ने कहा कि सरकार द्वारा जारी विजन डॉक्यूमेंट में चंदेरी, भोपाल और माण्डू जैसे शहरों के विकास को प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि पहले चरण में कुछ शहरों में ही काम शुरू करना चाहिये। श्री परशुराम ने कहा कि प्राकृतिक विरासत और प्राचीन धरोहरों का संरक्षण चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसके लिये वैज्ञानिक तरीकों का उपयोग कर तेजी से कार्य करने की जरूरत है।
इन्टेक के प्रिंसिपल डायरेक्टर श्री नवीन पिपलानी ने कहा कि भोपाल में हेरिटेज विकास संबंधित ट्रेनिंग के लिये एकेडमी खोलने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि गौहर महल सहित अन्य क्षेत्रों के हेरिटेज के संरक्षण कार्य कर चुके हैं। संस्थान के प्रमुख सलाहकार श्री मदनमोहन उपाध्याय ने कहा कि यह एमओयू प्रदेश की प्राचीन धरोहरों और संरचनाओं के संरक्षण के लिये मील का पत्थर साबित होगा। इस दौरान संस्थान के प्रमुख सलाहकार श्री मंगेश त्यागी एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

मंत्री श्री सचिन यादव द्वारा दिल्ली में स्वराज अर्वाड्स कार्यक्रम का शुभारंभ
24 February 2020
भोपाल.किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री सचिन यादव ने दिल्ली में आयोजित एग्रीकल्चर कॉनक्लेव एंड स्वराज अर्वाड्स कार्यक्रम का शुभारंभ किया। श्री यादव ने कहा कि जैविक खेती में किसानों की सभी समस्याओं का समाधान है। इससे जहाँ एक ओर कम लागत में उच्च गुणवत्तायुक्त उत्पाद मिलते हैं, वहीं दूसरी ओर किसान को पशुओं के माध्यम से अतिरिक्त आमदनी भी होती है। श्री यादव ने कहा कि किसानों को खेती के साथ पशुपालन, मुर्गीपालन तथा मछलीपालन की ओर भी ध्यान देना चाहिये।
कार्यक्रम में हरियाणा के कृषि मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल, स्वराज के सीईओ श्री हरीश चव्हाण, इजराइल के काउंसलर श्री डेन एल्फ तथा आउटलुक के संपादक श्री हरवीर सिंह मौजूद थे।

जनसम्पर्क की सूची के समाचार पत्रों के सत्यापन और पुनरीक्षण की कार्यवाही शीघ्र पूरी होगी
24 February 2020
भोपाल.जनसम्पर्क विभाग की नियमित विज्ञापन सूची में शामिल समाचार-पत्रों की प्रसार संख्या के सत्यापन और वार्षिक पुनरीक्षण की कार्यवाही अधिकतम 15 दिन में पूरी कर ली जायेगी।
नियमित विज्ञापन सूची के 200 समाचार-पत्रों को प्रसार संख्या के सत्यापन आदि की कार्यवाही पूर्ण होंने के बाद पात्र पाया गया हैं। इन समाचार पत्रों को नियमानुसार विज्ञापन जारी किये जा रहे हैं। शेष समाचार पत्रों के प्रसार संख्या के सत्यापन और वार्षिक पुनरीक्षण की कार्यवाही आगामी 15 दिन पूरी कर ली जाएगी।
ज्ञातव्य है कि राज्य शासन के निर्देशानुसार समाचार-पत्रों की नियमितता एवं प्रसार संख्या के परीक्षण की कार्यवाही जिला-स्तर पर प्रारंभ की गई थी। पत्रकार संगठनों की माँग पर यह व्यवस्था राज्य-स्तर पर संचालनालय में प्रारंभ की गई है।
दैनिक समाचार-पत्रों के जिन प्रकाशकों/सम्पादकों ने अभी तक वार्षिक पुनरीक्षण संबंधी प्रपत्र की पूर्ति नहीं की है, वे संबंधित जिला जनसम्पर्क कार्यालय के अलावा जनसम्पर्क संचालनालय, भोपाल के संबंधित प्रकोष्ठ में भी कार्यालयीन दिवस एवं कार्यालयीन समय में वार्षिक पुनरीक्षण संबंधी प्रपत्र सीधे जमा करा सकते हैं।

ऊर्जा मंत्री द्वारा 10 करोड़ की 2 सड़कों का भूमि-पूजन
23 February 2020
भोपाल.ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने राजगढ़ जिले के खिलचीपुर में 10 करोड़ 83 लाख रुपये लागत के 2 सड़क मार्गों का भूमि-पूजन किया। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में आवश्यकतानुसार सड़कें बनाई जाएंगी। कोई भी गांव सड़क-विहीन नहीं रहेगा।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि खिलचीपुर क्षेत्र के सभी ग्रामों को सड़कों से जोड़ा जाएगा। उन्होंने पीपलदी-भोजपुर मार्ग तथा गोरियाखेड़ी-सेमरीकला सड़क मार्ग का भूमि-पूजन किया। इस सड़क के बन जाने से ग्रामीणों की पुरानी मांग पूरी हुई है। ऊर्जा मंत्री ने लोगों को प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद राजगढ़ जिले में कराये गये विकास कार्यों के बारे में विस्तार से बताया।

मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह और श्री सचिन यादव द्वारा फ़सल ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरित
23 February 2020
भोपाल.किसान कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री श्री सचिन सुभाष यादव और नगरीय विकास एवं आवास विभाग मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने आगर-मालवा जिले की बड़ौद तहसील में जय किसान ऋण माफी योजनान्तर्गत किसानों को फसल ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरित किये। मंत्रीद्वय ने किसानों को शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी।
योजना के द्वितीय चरण में आगर-मालवा जिले में 2690 पात्र किसानों के 18 करोड़ 36 लाख रुपए के ऋण माफ किये गये हैं।

एनसीईआरटी पाठ्यक्रम चरणबद्ध तरीके से लागू किया जायेगा - मंत्री डॉ. चौधरी
23 February 2020
भोपाल.स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा है कि शासकीय स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को चरणबद्ध तरीके से लागू किया जायेगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 5वीं एवं 8वीं कक्षा की परीक्षाएँ बोर्ड की तर्ज पर शुरू कर दी गई हैं। कॉपी-चैकिंग, निरंतर निरीक्षण, अभिभावक संवाद जैसे नवाचारों से स्कूली शिक्षा में काफी अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। डॉ. चौधरी नरसिंहपुर जिले के ग्राम बनवारी में एक करोड़ 75 लाख रुपये की लागत से नव-निर्मित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय का लोकार्पण कर विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि अच्छी शिक्षा व्यवस्था से ही नई पीढ़ी और प्रदेश का विकास सुनिश्चित होगा। इसलिये शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है और उन्हें विभिन्न सुविधाएँ भी प्रदान की जा रही हैं। डॉ. चौधरी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश, देश में मिसाल बने। उन्होंने शिक्षकों का आव्हान किया कि बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिये अपने दायित्वों का ईमानदारी और लगन के साथ निर्वहन करें।
स्कूल शिक्षा मंत्री ने बताया कि ग्राम साईखेड़ा में उत्कृष्ट विद्यालय के लिये 100 बिस्तरीय छात्रावास स्वीकृत किया गया है। इसमें 3 करोड़ 85 लाख रुपये लागत से बालक छात्रवास और 3 करोड़ 86 लाख रुपये लागत से बालिका छात्रावास का निर्माण कराया जायेगा। उन्होंने कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया और खेल मैदान का भूमि-पूजन भी किया।
लोकार्पण समारोह को पूर्व सांसद श्री रामेश्वर नीखरा, विधायक श्रीमती सुनीता पटेल तथा श्री संजय शर्मा, पूर्व विधायक श्री दीनदयाल ढिमोले और जिला सहकारी बैंक के प्रशासक श्री मैथिलीशरण तिवारी ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर पूर्व विधायक श्री सुरेश राय, जिला पंचायत सदस्य श्री प्रदीप पटेल और अन्य जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

बिगड़े वनों को हरा-भरा बनाना सबसे बड़ी चुनौती - मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
22 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि वन सम्पदा, मध्यप्रदेश की सबसे बड़ी सम्पदा है। मध्यप्रदेश को अपनी वन सम्पदा पर गर्व है। इसे संरक्षित और सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी वनों से जुडे लोगों और वन विभाग के प्रत्येक सदस्य की है। श्री कमल नाथ ने कहा कि वन से जुड़े लोगों और राज्य के हित के बीच तनाव और टकराहट से बचते हुए वन संरक्षण को आगे जारी रखना होगा। मुख्यमंत्री आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में वानिकी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
श्री कमल नाथ ने कहा कि बिगड़े वनों को हरा-भरा बनाना,आज सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि वनों का भारतीय संस्कृति से गहरा जुड़ाव है। वनों से सभी प्राणियों का भविष्य जुड़ा है। इसलिये वनों को संरक्षित और सुरक्षित रखते हुए इनका बेहतर उपयोग सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।
वन संरक्षण अधिनियम के उद्देश्यों को आत्मसात करें वनकर्मी
मुख्यमंत्री ने कहा कि वन अधिकारियों और मैदानी अधिकारियों के सक्रिय सहयोग से ही वन संरक्षण संभव है। उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी वन संरक्षण अधिनियम के उद्देश्यों को आत्मसात करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 1980 में वन संरक्षण अधिनियम बना था, तब की परिस्थितियों और वर्तमान परिस्थितियों में जमीन-आसमान का अंतर है। उन्होंने कहा कि तब लोगों की अपेक्षाएं और आशाएं कम थीं। राष्ट्रीय उद्यान बनाना आसान था।
मध्यप्रदेश की जैव विविधता अत्यंत समृद्ध
श्री कमल नाथ ने कहा‍ कि अब प्राथमिकताएं बदल रही हैं। उन्होंने बांस और छोटे अनाज का उदाहरण देते हुए बताया कि अब ये आर्थिक महत्व की फसल बन रही है। इसके लिये वन विभाग को सहयोगी की भूमिका निभानी होगी। बिगड़े वन क्षेत्रों में सुधार लाने के सभी उपाय अपनाने होंगे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की जैव विविधता अत्यंत समृद्ध है। इस पर कई अनुसंधान भी हो रहे हैं। अब दुनिया तेजी से रसायन आधारित फार्मास्युटिकल दवाओं से रसायन-मुक्त फार्मास्युटिकल दवा निर्माण की तरफ बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि वनोपज भविष्य के लिए महत्वपूर्ण सम्पदा है। वन विभाग को इन सब आधारों पर अपनी सोच-समझ बढ़ाते हुए आगे बढ़ना होगा। श्री कमल नाथ ने कहा कि वन विभाग को अब एक दिशा में काम न करते हुए समान उद्देश्य के लिए बहुआयामी रणनीति अपनाना चाहिये।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को वानिकी सम्मेलन में रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने वनांचल संदेश, कैम्पिंग डेस्टिनेशन और वाईल्डलाईफ डेस्टिनेशन पुस्तकों का विमोचन किया। वन मंत्री श्री उमंग सिंघार ने मुख्यमंत्री को स्मृति-चिन्ह भेंट किया।
वन मंत्री श्री उमंग सिंघार ने संयुक्त वन प्रबंधन समितियों की भूमिका और वन संरक्षण की दिशा में किए जा रहे कार्यों की चर्चा की। इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक डॉ. यू. प्रकाशम ने वानिकी सम्मेलन के उद्देश्यों और प्रदेश में वनों की स्थिति की जानकारी दी। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव वन श्री ए.पी. श्रीवास्तव और वरिष्ठ वन अधिकारी उपस्थित थे।

बैतूल जिले में 78 हजार से अधिक किसान लाभान्वित
22 February 2020
भोपाल.लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने बताया है कि जय किसान फसल ऋण माफी योजना से बैतूल जिले में 78 हजार से भी अधिक पात्र किसानों के 264 करोड़ रुपये से अधिक राशि के फसल ऋण माफ किये गये हैं। योजना के प्रथम चरण में 65 हजार 947 किसानों के 183 करोड़ तथा द्वितीय चरण में 12 हजार 212 किसानों के 81 करोड़ रुपये से अधिक राशि के फसल ऋण माफ किये गये हैं। उन्होंने कहा कि द्वितीय चरण के अंतर्गत किसानों को ऋण माफी प्रमाण-पत्र और सम्मान-पत्र प्रदान करने की कार्यवाही जारी है। श्री पांसे मुलताई तहसील के मालेगाँव में किसानों को ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री पांसे ने कार्यक्रम में लगभग 30 लाख रुपये लागत के स्लेब कल्वर्ट, पुलिया, चौपाल, मोटर-पम्प सहित पेयजल पाइप लाइन विस्तार कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने नया सवेरा योजना के 16 हितग्राहियों को 40 लाख रुपये की अनुग्रह राशि स्वीकृत करने के प्रमाण-पत्र भी दिये।
कार्यक्रम में स्थानीय जन-प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।

विद्युत वितरण व्यवस्था में सुधार के लिए कठोर परिश्रम करें अधिकारी
22 February 2020
भोपाल.मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री मनीष सिंह ने कहा है कि बिजली वितरण व्यवस्था में सुधार की असीम संभावनाएं हैं। उपभोक्ताओं के विश्वास में वृद्धि तथा बेहतर सेवाएं देकर व्यवस्था में वांछित सुधार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अधिकारी-कर्मचारी कठोर परिश्रम करें। सुबह साढ़े आठ बजे से देर शाम तक उपभोक्ता सेवा के लिए समय देना होगा। श्री मनीष सिंह ग्वालियर रीजन में विद्युत आपूर्ति, उपभोक्ता सुविधाओं का विस्तार और राजस्व संग्रह की समीक्षा कर रहे थे।
प्रबंध संचालक ने निर्देश दिये कि फीडर राजस्व प्रबंधन को मजबूत बनाएं। लाइन स्टाफ से निरंतर संवाद रखें। उन्होंने कहा कि राजस्व संग्रण एवं वसूली के लिए जन-प्रतिनिधियों एवं समाज के ओपिनियन लीडर्स से सतत संपर्क रखें। श्री सिंह ने कहा कि उपभोक्ताओं से अच्छा व्यवहार करें। उन्होने निर्देशित किया कि राजस्व वसूली के लिए पीडीसी कनेक्शन से वसूली में भू-राजस्व संहिता के अंतर्गत कार्यवाही की जाए।
श्री मनीष सिंह ने कहा कि राजस्व वसूली के लिए वितरण केन्द्रवार उत्कृष्ट कार्य करने वाले लाइन स्टाफ को पुरस्कृत किया जाए। यदि कोई आउटसोर्स कार्मिक अच्छा कार्य कर रहा है, तो उसे भी सराहना पत्र दिया जाये।
प्रबंध संचालक ने सिटी सेंटर ग्वालियर का निरीक्षण करते हुए उपभोक्ता सुविधाओं के विस्तार एवं राजस्व वसूली के लिए सघन कार्यवाही के निर्देश दिए। इस अवसर पर श्री सिंह ने लाइन स्टाफ से उनकी समस्याओं पर चर्चा की और उन्हें सुरक्षा जोन बनाकर लाइनों का कार्य करने तथा सुरक्षा उपकरणों का उपयोग अनिवार्य रूप से करने के लिए निर्देशित किया। प्रबंध संचालक ने लाइन स्टाफ को राजस्व वसूली के टिप्स भी दिये।

भाप्रसे अधिकारियों की नवीन पद-स्थापना
22 February 2020
भोपाल.
क्र. अधिकारियों का नाम एवं वर्तमान पदस्थापना नवीन पदस्थापना
1. श्री संजय कुमार शुक्ला(1994) प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश जल निगम तथा प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, जनसम्पर्क विभाग एवं प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश माध्यम (अतिरिक्त प्रभार) प्रमुख सचिव, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश जल निगम
2. श्रीमती दीपाली रस्तोगी(1994) प्रमुख सचिव, जनजातीय कार्य विभाग तथा वि.क.अ.-सह-आयुक्त, जनजातीय कार्य विकास तथा प्रमुख सचिव, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग (अतिरिक्त प्रभार) प्रमुख सचिव, जनजातीय कार्य एवं तकनीकी शिक्षा,कौशल विकास एवं रोजगार विभाग तथा वि.क.अ.-सह-आयुक्त, जनजातीय कार्य विकास
3. श्री शिव शेखर शुक्ला (1994) प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा विभाग प्रमुख सचिव खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण
4. श्री डी.पी.आहूजा(1996) वि.क.अ.-सह-आयुक्त,उच्च शिक्षा प्रमुख सचिव, पशुपालन
5. श्री उमाकांत उमराव (1996) वि.क.अ.-सह-अपर विकास आयुक्त एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, मध्यप्रदेश ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण तथा पदेन प्रमुख सचिव, मध्यप्रदेश शासन, प्रचायत एवं ग्रामीण विकास प्रमुख सचिव, सहकारिता एवं उद्यानिकी तथा खाद्य प्रसंस्करण
6. श्री सुखवीर सिंह (1997) (पदस्थापना के लिए प्रतीक्षारत) आयुक्त-सह-संचालक, संस्थागत वित्त एवं सचिव, वित्त विभाग
7. श्री पी. नरहरि (2001) आयुक्त, नगरीय प्रशासन एवं विकास, तथा पदेन सचिव, नगरीय विकास एवं आवास विभाग तथा आयुक्त, जनसम्पर्क, मध्यप्रदेश (अतिरिक्त प्रभार) आयुक्त, नगरीय प्रशासन एवं विकास, मध्यप्रदेश तथा पदेन सचिव, मध्यप्रदेश शासन, नगरीय विकास एवं आवास विभाग एवं सचिव, मध्यप्रदेश शासन, जनसम्पर्क विभाग तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश माध्यम
8. श्री मुकेश कुमार शुक्ला (2003) संचालक, आर.सी.वी.पी. नरोन्हा प्रशासन एवं प्रबंधकीय अकादमी, भोपाल आयुक्त, उच्च शिक्षा, मध्यप्रदेश, भोपाल

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने महाशिवरात्रि पर पातालेश्वर धाम में किया अभिषेक
21 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर शुक्रवार को छिंदवाड़ा में भगवान शंकर के मंदिर पातालेश्वर धाम में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। श्री कमल नाथ विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के पहले पातालेश्वर धाम मंदिर पहुंचे और भगवान शिव का अभिषेक किया। इस मौके पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे और सांसद श्री नकुल नाथ उपस्थित थे।


मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने सुनीं आमजनों की समस्याएँ
21 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने छिन्दवाड़ा स्थित निवास पर आमजनों से मिलकर उनकी समस्याएँ सुनी और निराकरण के लिये आश्वस्त भी किया। सांसद श्री नकुल नाथ और जिले के प्रभारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे इस मौके पर उपस्थित थे।
छात्राओं ने मुख्यमंत्री के साथ ली सेल्फी
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ गुरूवार को जब छिंदवाड़ा स्थित राजमाता सिंधिया स्नातकोत्तर कन्या महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन में पहुँचे, तो छात्राएँ उनसे मिलने के लिये उत्साहित दिखीं। मुख्यमंत्री छात्राओं से मिले और बातचीत की। छात्राओं ने मुख्यमंत्री के साथ सेल्फी ली।

चिकित्सक और चिकित्साकर्मी अपनी सोच और रवैये में परिवर्तन लाएं : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
21 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि चिकित्सक और चिकित्सा सेवा से जुड़े कर्मचारी अपनी सोच और रवैये में परिवर्तन लायें, जिससे चिकित्सा की नई तकनीकों और संसाधनों का मानव हित में बेहतर उपयोग किया जा सके। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवा को व्यवसाय नहीं बल्कि समाज सेवा की भावना से किया जाना चाहिए। श्री कमल नाथ छिन्दवाड़ा में जिला चिकित्सालय परिसर में 42 करोड़ 36 लाख रूपये लागत के विभिन्न स्वास्थ्य केन्द्रों और अस्पतालों के स्टॉफ क्वाटर्स के 80 निर्माण कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण कर चिकित्साकर्मियों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि छिन्दवाड़ा जिला यहाँ मेडिकल कॉलेज की स्थापना के बाद मेडिकल हब बन चुका है। इसका सीधा लाभ अब छिन्दवाड़ा नहीं बल्कि सिवनी, बालाघाट, बैतूल और नरसिंहपुर जिले के नागरिकों को भी मिल रहा है। उन्होंने बताया कि अब इन जिलों के नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं के लिये अन्य महानगरों की ओर नहीं जाना पड़ता।
सांसद श्री नकुल नाथ ने इस अवसर पर कहा कि मुख्यमंत्री ने आज छिन्दवाड़ा जिले में विकासखण्ड एवं ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं का विस्तार किया है। इससे जरूरतमंदों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मिल सकेंगी, छोटी-मोटी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिये जिला मुख्यालय और महानगर की ओर नहीं जाना पड़ेगा।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसी राम सिलावट ने कहा कि छिन्दवाड़ा मॉडल की तर्ज पर सम्पूर्ण मध्यप्रदेश विकास की दिशा में आगे बढ़ रहा है। स्वास्थ्य एवं अन्य आवश्यक जन-सुविधाओं का ग्रामीण अंचल तक विस्तार किया जा रहा है। इससे निश्चित ही आम आदमी को राहत मिलेगी। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों और मेडिकल स्टॉफ की कमी को दूर किया जा रहा है।
इस अवसर पर जिले के प्रभारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे, पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना, मध्यप्रदेश बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष श्री गंगाप्रसाद तिवारी, राज्य कृषि सलाहकार परिषद के सदस्य श्री विश्वनाथ ओकटे और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्रीमती पल्ल्वी जैन गोविल उपस्थित थे।
पातालेश्वर धाम में पूजा-अर्चना
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ महा शिवरात्रि के पावन अवसर पर छिन्दवाड़ा में पातालेश्वर धाम पहुँचे और पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-समृद्धि की कामना की। सांसद श्री नकुल नाथ, जिले के प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे आदि मुख्यमंत्री के साथ रहे।

निजी क्षेत्र के सहयोग से लिखेंगे पर्यटन विकास की नई इबारत : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
21 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने छिन्दवाड़ा जिले के सुप्रसिद्ध पर्यटन स्थल पातालकोट के समीप तामिया में सेरेन्डिटीपिटी लेक्स एंड रिसॉर्ट का शुभारंभ करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में निजी क्षेत्र के सहयोग से पर्यटन विकास की नई इबारत लिखेंगे। उन्होंने कहा कि पर्यटन के क्षेत्र में निवेशकों को प्रोत्साहित किया जायेगा।
श्री कमल नाथ ने कहा कि तामिया में रिसॉर्ट खुलने से प्रदेश और देश के अन्य इलाकों लोग भी यहाँ की विशेषता के बारे में जान सकेंगे। उन्होंने कहा कि पहले मध्यप्रदेश के लोग, मध्यप्रदेश को अच्छे से जानेंगे, तभी पूरा देश मध्यप्रदेश को जान पायेगा। श्री कमल नाथ ने कहा कि आज विंध्य का व्यक्ति तामिया के बारे में नहीं जानता। निमाड़ और मालवा के लोग विंध्य को नहीं जानते। इसलिए जरूरी है कि प्रदेश के विभिन्न अंचलों में इस तरह की पर्यटन गतिविधियों का विकास हो, एक अंचल के लोग दूसरे अंचल के बारे में जाने। मुख्यमंत्री ने कहा कि रिसॉर्ट के शुरू होने से इस अंचल के लोगों की संस्कृति का विकास होगा और स्थानीय लोगों के उत्पादों को व्यापक बाजार मिल सकेगा। इससे तामिया क्षेत्र की तस्वीर बदलेगी।
तामिया में मंत्रि-परिषद की बैठक
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि शीघ्र ही तामिया में मंत्रि-परिषद की बैठक आयोजित होगी। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लघु उद्यमियों को प्रोत्साहित किया जायेगा। रिसॉर्ट की तरह ही अन्य आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ाने के लिये राज्य सरकार अन्य उपक्रमों को भी प्रोत्साहित करेगी।
शुभारंभ कार्यक्रम के प्रारंभ में रिसॉर्ट के संचालक डॉ. बाबुलकर ने प्रकल्प की जानकारी दी। कार्यक्रम में सांसद श्री नकुल नाथ, जिले के प्रभारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसी राम सिलावट और विधायक श्री सुनील उइके, श्री सुजीत चौधरी तथा अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

मंत्री श्री शर्मा ने शिवालयों में किया जलाभिषेक
21 February 2020
भोपाल.जनसम्पर्क एवं आध्यात्म मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर सपत्निक शिवालयों में शिव का अभिषेक किया और प्रदेश की समृद्धि तथा खुशहाली की प्रार्थना की। श्री शर्मा नगर के विभिन्न क्षेत्रों में शिवभक्तों के साथ शिव बारात और अन्य कार्यक्रम में शामिल हुए।
पूजा-अर्चना कर खींचा शिवजी का रथ
मंत्री श्री शर्मा ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर प्राचीन बड़ वाले महादेव मंदिर में पूजा-अर्चना कर भगवान शिव का रथ खींचा। श्री शर्मा नेहरू नगर, कोटरा, भीम नगर, बाढ़गंगा, सूरज नगर, नया बसेरा, कोटरा सुल्तानाबाद, सरस्वती नगर और अवधपुरी में शिव बारात में शामिल हुए।
पशुपतिनाथ मंदिर में पूजा अर्चना
मंत्री श्री शर्मा ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर गोविंदपुरा में नेपाली समाज के पशुपतिनाथ मंदिर, विट्ठन मार्केट स्थित शिव मंदिर, मालवीय समाज द्वारा बाणगंगा शिव मंदिर, वटेश्वर मंदिर आराधना नगर वार्ड 46 एवं 39 में मंदिरों में भगवान शिव का अभिषेक किया और पूजा-अर्चना की। नेपाली समाज के शिव भक्तों ने बम-बल भोले के जयकारे लगाए। श्री शर्मा ने विभिन्न मंदिरों में भंडारों में भक्तों के साथ प्रसादी ग्रहण की।
वर-वधु को आशीर्वाद
मंत्री श्री शर्मा महाशिवरात्रि पर गायत्री मंदिर के पास आयोजित विवाह-सम्मेलन में शामिल हुए। मंत्री श्री शर्मा ने वर-वधु को गृहस्थ जीवन में प्रवेश करने पर बधाई दी।

सामाजिक मूल्यों की रक्षा का दायित्व निभाएं बेटियां : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
20 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने छिंदवाड़ा में राजमाता सिंधिया स्नातकोत्तर महाविद्यालय के वार्षिक स्नेह सम्मेलन में कहा कि मध्यप्रदेश के विकास की जवाबदारी मेरी है। उन्होंने बेटियों का आव्हान किया कि सामाजिक मूल्यों की रक्षा का दायित्व निभाएं। आने वाली पीढ़ी को भी सामाजिक मूल्यों से जोड़ने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि भारत वर्ष की जोड़ने की संस्कृति और पारिवारिक मूल्यों का सम्मान की सबसे बड़ी शक्ति है। इस संस्कृति को अगली पीढ़ी तक पहुँचाना बेटियों की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि जब इस महाविद्यालय की स्थापना हुई, उस समय मैं युवा सांसद था, ज्यादा अनुभव नहीं था लेकिन एक सपना था कि छिंदवाड़ा जिले की प्रदेश में अपनी एक अलग पहचान हो। उन्होंने बताया कि आज से कई वर्षों पहले तक छिंदवाड़ा बिल्कुल अलग था, यहां सड़कें नहीं थी, ब्राडगेज रेल लाईन नहीं थी, पातालकोट के लोग केवल आम की गुठली के आटे और पत्तियों की सब्जी से अपना पेट भरते थे। छिंदवाड़ा में कॉलेज और स्किल सेंटर नहीं थे, ईलाज के लिये कोई बेहतर संस्थान नहीं था, कृषि क्षेत्र में गरीबी थी। बच्चों की मुस्कान तो तब भी प्यारी थी लेकिन उसमें कहीं न कहीं एक निराशा छुपी थी। उन्होंने कहा कि मैने उस निराशा को दूर कर आने वाली पीढ़ी के लिये एक नया छिंदवाड़ा बनाने का संकल्प लिया और उसी दिशा में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहा हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैने घोषणाएं नहीं की लेकिन काम किया है। श्री कमल नाथ ने कहा कि आज छिंदवाड़ा जिले का विकास किसी से छुपा नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं छिंदवाड़ा को हार्टिकल्चर हब बनाना चाहता हूँ। आवागमन के संसाधन बढ़ाना भी मेरा लक्ष्य है। सांसद श्री नकुल नाथ ने कहा कि मेरा सपना था कि छिंदवाड़ा ऐजुकेशन हब बने। उन्होंने कहा कि हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। छिंदवाड़ा यूनिवर्सिटी का नाम यूनिवर्सिटी ग्रांट कमिशन में शामिल हो गया है। श्री नकुल नाथ ने छिंदवाड़ा जिले में विभिन्न क्षेत्रों में आए बदलाव और विकास कार्यों का जिक्र करते हुए कहा कि हमारा प्रयास है कि जिले के सभी कॉलेजों में पुलिस चौकियां हों।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर लिंगुआ टेस्ट में स्टेट टॉपर रही शासकीय स्व-शासीय पीजी कॉलेज की छात्रा कुमारी प्रेरणा डहरिया और विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाली छात्राओं को सम्मानित किया। कार्यक्रम में राज्य अधिवक्ता संघ के पूर्वाध्यक्ष श्री गंगा प्रसाद तिवारी, पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना, राज्य कृषि सलाहकार परिषद के सदस्य श्री विश्वनाथ ओक्टे और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

अब विकास की ओर बढ़ने का समय है : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
20 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज होटल द करन में भारिया समाज को संबोधित करते हुये कहा कि समाज के उन्नति के लिये प्रयत्नशील रहें। उन्होंने समाज के सभी जन-प्रतिनिधियों से कहा कि वे 10 दिन के अंदर अलग-अलग गांवों की समस्याओं की सूची बनाएं ताकि उनका निराकरण कर भारिया जनजाति का विकास किया जा सके। मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि आज के बच्चे समझदार है। पातालकोट में पहले के लोगों ने अनेक समस्याओं से जूझते हुये अपना जीवन गुजारा और अपने गांवों की रक्षा की। अब अभावग्रस्त परिस्थितियों से उबर कर विकास की ओर बढ़ने का समय है।
कार्यक्रम के पूर्व भारिया जनजाति समाज की संयोजक श्रीमती इंदिरा भारती और अन्य वरिष्ठ नागरिकों ने भारिया जनजाति की समस्या व उनके उत्थान के बारे में बताया और कहा कि भारिया जनजाति के विकास में मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का अहम् योगदान रहा है। भारिया समाज के कार्यक्रम के दौरान जिले के सांसद श्री नकुल नाथ, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे, म.प्र.बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष श्री गंगाप्रसाद तिवारी सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

युवा पीढ़ी कुरीतियों को समाप्त कर भारतीय संस्कारों को आत्मसात करे
20 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने युवा पीढ़ी से कहा है कि सामाजिक कुरीतियों को समाप्त कर भारतीय मूल्यों और संस्कारों को आत्मसात करें। हमारे देश के अस्तित्व के लिए यह जरूरी है। श्री कमल नाथ आज छिंदवाड़ा में सभी धर्मों और दिव्यांगजनों के सामूहिक विवाह सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। सम्मेलन में एक साथ 3 हजार 353 जोड़ों का विवाह होने से यह सम्मेलन गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल किया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सम्मेलन भारत की विविध संस्कृति का प्रतीक है। यहाँ हिन्दू, मुस्लिम, बौद्ध परंपरओं के साथ ही दिव्यांगजन भी परिणय सूत्र में बंधने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही संस्कृति हमारी सबसे बड़ी शक्ति है, जो भारत को पूरे विश्व में महान राष्ट्र बनाती है। उन्होंने कहा कि विभिन्न धर्मों, जातियों, भाषाओं के साथ भाईचारे की भावना से एकजुट रहने की हमारी यह विशेषता अक्षुण्ण बनी रहे, यह दायित्व युवा पीढ़ी का है।
श्री कमल नाथ ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश को देश का अग्रणी राज्य बनाने की एक बड़ी चुनौती हमारे सामने है। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गुणवत्ता जरूरी है। इसके बगैर हमारे प्रदेश के युवाओं का भविष्य बेहतर नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में भी सुधार की आवश्यकता है। इन दोनों क्षेत्रों में हम उत्कृष्टता के साथ आगे बढ़ें। इसमें युवा वर्ग को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ बनाने के लिए राज्य सरकार ने ऋण माफी सहित महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। जब तक किसानों की क्रय शक्ति नहीं बढ़ेगी, तब तक प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था मजबूत नहीं हो सकेगी। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि किसानों को उनकी उपज का सही दाम मिले, जिससे उनकी क्रय शक्ति बढ़े। इसके लिए हम कृषि क्षेत्र में नई क्रांति लाने का प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता को राहत देने के लिए वचन-पत्र के मुताबिक सरकार ने काम शुरू किया है। बिजली बिल को आधा करने के साथ ही आम उपभोक्ताओं को राहत देने की शुरूआत की गई है।
प्रदेश में आदर्श बना छिंदवाड़ा का विकास
छिंदवाड़ा की विकास यात्रा का उल्लेख कहते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके विकास का श्रेय जिले की जनता को जाता है, जिन्होंने पिछले 40 साल में सदैव सच्चाई का साथ देते हुए मुझे अपना जनप्रतिनिधि बनाया। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में छिंदवाड़ा का विकास आदर्श बन गया है। मेडिकल कॉलेज, सिंचाई सुविधाएँ, विश्वविद्यालय और रोजगार के लिए कौशल विकास केन्द्रों ने इस जिले की तस्वीर बदल दी है। यहाँ के लोगों का भविष्य सुरक्षित है। अब इन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में छिंदवाड़ा से बाहर नहीं जाना पड़ेगा बल्कि बाहर के लोग सुविधा का फायदा उठाने यहाँ आएँगे। उन्होंने कहा कि छिंदवाड़ा जिला व्यापार- व्यवसाय में भी अग्रणी बने, इसके लिए रेल्वे सुविधाओं का विकास किया गया है, जिससे जिले के साथ-साथ आस-पास के क्षेत्रों में भी समृद्धि आयी है।
प्रभारी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने कहा कि पिछले एक वर्ष में सरकार ने सर्वांगीण विकास की नई रणनीति पर काम शुरू किया है, जिससे सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है। सामाजिक न्याय मंत्री श्री लखन घनघोरिया ने कहा कि एक वर्ष में प्रदेश विकास के क्षेत्र में देश का एक मॉडल राज्य बनने के मार्ग पर आगे बढ़ रहा है।
सांसद श्री नकुल नाथ ने कहा कि राज्य सरकार वचन-पत्र के वादों को एक-एक करके पूरा कर रही है। सामाजिक योजनाओं के जरिए गरीबों और दिव्यांगों को आर्थिक रूप से मदद दी जा रही है। उन्होंने बताया कि दिव्यांग जोड़ों को 2 लाख रुपए की सहायता एवं कन्यादान योजना में विवाह होने पर 51 हजार रुपए की राशि दी जा रही है।
मुख्यमंत्री को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाण-पत्र भेंट
छिंदवाड़ा में हुए सामूहिक विवाह सम्मेलन में तीन हजार 353 विवाह हुए। इनमें विभिन्न धर्मों के साथ ही 114 दिव्यांग जोड़े भी विवाह के बंधन सूत्र में बंधे। यह प्रदेश में अब तक सबसे बड़ा सामूहिक विवाह सम्मेलन था। इसके पूर्व सिंगरौली में 2,290 युवक-युवतियों का सामूहिक विवाह सम्मेलन में विवाह हुआ था। इस उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया। इसका प्रमाण-पत्र साउथ एशिया के हेड श्री आलोक कुमार ने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को भेंट किया।
मुख्यमंत्री ने पुष्प वर्षा से किया नव-दंपतियों का स्वागत
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ एवं सांसद श्री नकुल नाथ ने सामूहिक विवाह सम्मेलन में नव-दंपतियों के बीच पहुँचकर पुष्प वर्षा से उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने वर-वधू को उनके उज्ज्वल और मंगलमयी भविष्य की शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री द्वारा वॉल्वो बसों का लोकार्पण
20 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने छिंदवाड़ा में राजीव गांधी बस स्टेण्ड पर 9 करोड़ रूपये लागत की 6 वॉल्वो बसों को लोकार्पण किया। ये बसें प्रतिदिन छिंदवाड़ा से भोपाल, इंदौर और जबलपुर के लिये प्रस्थान करेंगी। उन्होंने एक फायर ब्रिगेड का भी लोकार्पण किया। साथ ही ग्राम पंचायत बोरगाँव के लिये एक एम्बुलेंस और एक कचरा गाड़ी की चाबी प्रदान की।


मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने दी महाशिवरात्रि की बधाई
20 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं।
मुख्यमंत्री ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि शिवरात्रि भारत की आध्यात्मिक संस्कृति का पर्व है। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर सभी देवों के आराध्य हैं। वे सृजन के देव है।
श्री कमल नाथ ने कहा कि महाशिवरात्रि सर्वाधिक महत्व का धार्मिक अवसर है, जब सभी समुदाय शिव भक्ति में रम जाते हैं। यह अवसर भक्तों को समर्पण भाव के साथ रचनात्मक काम करने की प्रेरणा देता है।

हर पंचायत मुख्यालय में खुलेंगी गौ-शालाएं : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
20 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि गौ-वंश के संरक्षण के साथ ही गौ-शालाएं ग्रामीण क्षेत्रों में आय वृद्धि का साधन बनें, सरकार इस लक्ष्य के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में हर पंचायत मुख्यालय में गौ-शालाओं का निर्माण किया जा रहा है। सरकार बनते ही हमने वचन-पत्र के इस वादे को पूरा किया है। श्री कमल नाथ आज छिंदवाड़ा जिले के ग्राम उमरहर में 30 लाख रुपये लागत की आदर्श गौ-शाला का लोकार्पण कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गौ-संरक्षण के प्रति सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि गौ-मूत्र और गोबर से जैविक खेती को बढ़ावा देने के साथ ही इनके विभिन्न उत्पादों के विपणन को भी प्रोत्साहित किया जाएगा। इससे गौ-पालन से जुड़े लोगों की आय में वृद्धि होगी। उन्होंने बताया कि वचन-पत्र के वादे के मुताबिक सरकार क्रमबद्ध तरीके से पूरे प्रदेश में गौ-शालाओं का निर्माण करा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि छिंदवाड़ा जिले में 31 गौ-शालाएं बनाई जाएंगी।
प्रदेश के विकास का आधार है छिन्दवाड़ा मॉडल
श्री कमल नाथ ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के विकास के लिए एक नए नजरिए और दृष्टिकोण के साथ काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विकास का आधार छिंदवाड़ा मॉडल को बनाया गया है। इस तर्ज पर सभी क्षेत्रों में विकास की पहल की गई है। रोजगार के लिए निवेश का एक नया माहौल बनाया गया है, जिसके परिणाम मिलने शुरु हो गए हैं। इसके लिए उद्योग स्थापना से जुड़ी प्रक्रियाओं को सुगम और सरल बनाया गया है। निवेशकों का इससे मध्यप्रदेश में विश्वास बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि युवाओं को रोजगार और स्व-रोजगार से जोड़ने के लिए शिक्षा के स्तर में व्यापक सुधार के प्रयास किये जा रहे हैं। साथ ही, किसानों और आम जनता की जरूरतों से जुड़ी योजनाएं बनायी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि घोषणाएं न करके यह सरकार जमीनी-स्तर पर काम करके जनता का विश्वास प्राप्त करना चाहती है।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने कहा कि सरकार आम जनता की आस्था को ध्यान में रखकर काम कर रही है। एक साल के कार्यकाल में वचन-पत्र के 365 बिन्दुओं को पूरा किया गया है। किसानों की ऋण माफी, बिजली बिल में राहत, दोगुनी पेंशन राशि के साथ ही कन्यादान योजना की राशि भी बढ़ाकर 51 हजार रुपये की गई है।
सांसद श्री नकुल नाथ ने कहा कि गौ सेवा हमारी परंपरा ही नहीं बल्कि कर्तव्य भी है। राज्य सरकार तेजी के साथ गौ-शालाओं का निर्माण करा रही है। गौ-वंश संरक्षण एवं संवर्धन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इससे हमारे प्रदेश का हर ग्राम मथुरा, वृंदावन वन जाएगा।
कार्यक्रम को सामाजिक न्याय, नि:शक्तजन कल्याण और अनुसूचित जाति कल्याण मंत्री श्री लखन घनघोरिया एवं पूर्व मंत्री श्री दीपक सक्सेना ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर ड्रोन के माध्यम से कीटनाशक छिड़काव की आधुनिक पद्धति का प्रदर्शन देखा। उन्होंने कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य करने के लिए संगम-स्व-सहायता समूह को 2.50 लाख रुपये और अहिल्या स्व-सहायता समूह को एक लाख रुपये प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही, श्री राहुल विश्वकर्मा को मुख्यमंत्री स्व-रोजगार योजना का स्वीकृति पत्र प्रदान किया।

भविष्य की पुलिस हथियारों के बजाए प्रौद्योगिकी से सुसज्जित होगी
19 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रौद्योगिकी के अधिकाधिक उपयोग से भविष्य की पुलिस फोर्स हथियारों के बजाए प्रौद्योगिकी उपकरण से सुसज्जित होगी। इसलिए अभी से पुलिस को नई-नई प्रौद्योगिकी से परिचित होना होगा और उन्हें अपनाना सीखना होगा। राज्य सरकार पुलिस बल को इस दिशा में आगे बढ़ने के लिए हरसंभव सहायता उपलब्ध कराएगी। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में मध्यप्रदेश की पुलिस प्रौद्योगिकी के उपयोग की दृष्टि से इतनी दक्ष होगी कि अन्य प्रदेशों के लिए आदर्श होगी।
आर्थिक अपराधों की प्रवृत्ति और प्रकृति को भी पहचाने पुलिस
मुख्यमंत्री ने मिंटो हाल में आई. पी. एस. आफिसर्स कानक्लेव 2020 को संबोधित करते हुए कहा कि आर्थिक विकास बढ़ने के साथ ही भिन्न-भिन्न आर्थिक अपराध भी सामने आ रहे हैं। पुलिस को आर्थिक अपराधों की प्रवृत्ति और प्रकृति से परिचित होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण परिणाम के लिये शासन-प्रशासन के सभी अंगों में समरसता जरूरी है।
सामाजिक-आर्थिक विषमताओं के कारण पुलिस के सामने चुनौतियाँ
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत एक विशिष्ट देश है । मध्यप्रदेश स्वयं में विशिष्टि प्रदेश है। यह विविधताओं से भरा-पूरा प्रदेश है। विविधताओं और भिन्नताओं के बावजूद एक बने रहना इसकी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश न सिर्फ सबसे बड़ा वन प्रदेश है बल्कि सबसे बड़ी जनजातीय संख्या वाला प्रदेश भी है। इसलिए सामाजिक-आर्थिक विषमताओं और विभिन्नताओं को देखते हुए मध्यप्रदेश में पुलिस के सामने भी कई चुनौतियाँ हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया तेजी से बदल रही है। तकनीकी और प्रौद्योगिकी के कारण सामाजिक व्यवहार और नजरिये में भी बदलाव आ रहा है। इस बदलाव को पुलिस बल को पहचानना होगा।
प्रशासन का चेहरा होती है पुलिस
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस प्रशासन का चेहरा होती है। पुलिस समाज को संदेश देने का काम करती है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश के लिए अच्छी बात यह है कि यहाँ अपनी धरती पर जन्मा और पनपा आतंकवाद नहीं है। भारतीय समाज की इसमें बड़ी भूमिका है क्योंकि सहिष्णुता के कारण भारतीय समाज में सबको को साथ लेकर चलने की अदभुत क्षमता है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को इन बदलावों को समझने और इनके अनुसार रणनीति बनाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की सोच में अलगाव या बंटवारे के विचार की कोई जगह नहीं है। बंटवारे का मतलब है विनाश।
पुलिस महानिदेशक श्री वी.के. सिंह ने कहा कि बदलते हुए वैश्विक परिदृश्य और सामाजिक-आर्थिक ताने-बाने में आ रहे परिवर्तनों को देखते हुए पुलिस की चुनौतीपूर्ण भूमिका को समझने और पूरी दक्षता के साथ इसे स्वीकारने तथा निभाने के तौर-तरीकों पर विचार करने की जरूरत है । उन्होने पुलिस बल के लिये आवास सुविधाओं के विस्तार और साप्ताहिक अवकाश जैसे निर्णय लेने के लिये मुख्यमंत्री का आभार जताया। आईपीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री विजय यादव ने कॉन्क्लेव के उद्देश्य की विस्तार से चर्चा की।
पुलिस महानिदेशक श्री वी.के. सिंह, आईपीएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं विशेष पुलिस निदेशक श्री विजय यादव ने आईपीएस ऑफिसर्स की ओर से मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया।

छत्रपति शिवाजी के आदर्श युवा पीढ़ी के लिये प्रेरणास्पद - मंत्री श्री पांसे
19 February 2020
भोपाल.लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने कहा कि छत्रपति शिवाजी के उच्च आदर्श युवा पीढ़ी के लिये प्रेरणास्पद हैं। मातृभूमि की रक्षा के लिये शिवाजी ने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। श्री पांसे बैतूल में शिवाजी जयंती पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री पांसे ने कहा कि शिवाजी ने विपरीत परिस्थितियों में भी कभी हार नहीं मानी और अपनी वीरता से आक्रांताओं के दाँत खट्टे कर दिये थे। उन्होंने बताया कि शिवाजी ने राज्य के संचालन के लिये श्रेष्ठ और जन-हितैषी नीति भी लागू की थी। श्री पांसे ने युवाओं का आव्हान किया कि वे शिवाजी के जीवन और आदर्शों से प्रेरणा लेकर देश की बेहतरी के लिये पूरी प्रतिबद्धता से योगदान दें।
मंत्री श्री सुखदेव पांसे शिवाजी जयंती पर बैतूल नगर के मुख्य मार्गों से निकाली गई रैली में शामिल हुए और शिवाजी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। श्री पांसे ने इस मौके पर नवारी गृह उद्योग का शुभारंभ किया।

खरगौन में नवगृह मेले में पहुँचे अभिनेता गोविन्दा
19 February 2020
भोपाल.संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने खरगोन में नवग्रह मेले में फिल्म अभिनेता गोविन्दा का पुष्प-गुच्छों से स्वागत किया। श्री गोविन्दा मध्यप्रदेश में स्वच्छता और विकास के क्षेत्र में हुए कार्यों से काफी प्रभावित हुए।
अभिनेता श्री गोविन्दा ने मेले में भक्ति गीतों सहित अन्य गीत और नृत्य अपने विशेष अंदाज में प्रस्तुत किये। इस अवसर पर जन-प्रतिनिधि और आमजन बड़ी संख्या में उपस्थित थे।


पारम्परिक बजट निर्माण प्रक्रिया से हटकर नवाचारी विचारों पर काम करें :मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
18 February 2020
भोपाल.पूर्ववर्ती योजना आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष श्री एम.एस. अहलूवालिया ने राज्यों की बढ़ती वित्त जरूरतों और वित्तीय सीमाओं को देखते हुए वित्तीय जिम्मेदारी और बजट प्रबंधन कानून को नये संदर्भों में दोबारा लिखने की जरूरत बताई है। उन्होंने कहा कि सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण आर्थिक अधोसंरचना परियोजनाओं में बजट की कमी को दूर करने के लिये निजी - सार्वजनिक भागीदारी का कानून बनाने पर भी विचार करना चाहिए। वे आज यहाँ स्थानीय मिंटो हाल में 'परियोजनाओं के लिये वैकल्पिक वित्त व्यवस्था' विषय पर वित्त विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि पूरे विश्व का आर्थिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। इसलिए वित्तीय संस्थाओं और वित्त की व्यवस्था करने वाली सरकारों को भी अपनी सोच में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में महत्वाकांक्षी युवाओं का बड़ा समुदाय रहता है और उसकी महत्वाकांक्षाएँ पूरी करने के लिए ज्यादा बजट संसाधनों की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बदले हुए और लगातार बदल रहे भारत और भारतीय राज्यों के लिए वित्तीय व्यवस्थाएँ करना चुनौतीपूर्ण होता जा रहा है। इसलिए बैंकों, राज्य सरकारों और निजी क्षेत्रों को परिवर्तन के साथ स्वयं को बदलने की और परिवर्तनों को अपनाने की आवश्यकता है। इसलिए पारम्परिक बजट निर्माण की प्रक्रिया से अलग हटकर वैकल्पिक व्यवस्थाओं और नवाचारी विचारों पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रोजगार पैदा करने वाली आर्थिक गतिविधियों पर लगातार ध्यान देना जरूरी हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश जैसे राज्य में प्राकृतिक संसाधनों की कमी नहीं है लेकिन उनके आधार पर आर्थिक गतिविधियों का विस्तार करने के प्रयासों में कमी दिखती है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश की कृषि को अत्याधुनिक बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं ताकि कृषि से संबंधित अन्य आर्थिक गतिविधियों में विस्तार हो। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश कृषि उत्पादन में आगे है लेकिन इन उत्पादों के लिए बाजार तक पहुँच बनाने में कई बाधाएँ हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कई देशों की बजट व्यवस्थाएँ वित्तीय जवाबदारी एवं बजट प्रबंधन जैसे कानूनों के बिना भी अच्छी स्थिति में है। उन्होंने कहा कि इस बार के केन्द्रीय बजट में मध्यप्रदेश के हिस्से की 14 हजार करोड़ रूपए की राशि की कमी है। उन्होंने बजट संसाधनों के प्रबंधन के लिए नई दृष्टि और नई सोच के साथ आगे बढ़ने और शासन में सुधार लाने पर जोर दिया।
श्री अहलूवालिया ने कहा कि परियोजनाएँ बनाना, उनके लिये बजट प्रावधान करना और समय रहते उन्हें उपलब्ध संसाधनों में पूरा करना पूरे विश्व में एक मान्य प्रक्रिया है। यह भी तथ्य है कि सरकारों के वित्तीय संसाधन सीमित हैं लेकिन परियोजनाएँ महत्वाकांक्षी हैं। सरकारों के पास सिर्फ आर्थिक अधोसंरचना परियोजनाओं के अलावा भी सामाजिक जिम्मेदारियों के कई काम और प्राथमिकताएँ होती हैं। दोनों काम एक साथ पूरा होने में कई चुनौतियाँ सामने आती हैं। फलस्वरूप योजनाओं और परियोजनाओं की गति धीमी होकर वे पिछड़ने लगती है। उन्होंने कहा कि सिर्फ बजट संसाधनों पर निर्भर रहने की परंपरा से हटकर सोचने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में निजी क्षेत्र की ओर देखना पड़ता है। निजी क्षेत्र किसी भी प्रकार का खतरा उठाने से बचता है जबकि सरकार हानि-लाभ से परे जन-कल्याण के उद्देश्य के लिए समर्पित होती है। दोनों क्षेत्रों की अपनी सीमाएँ हैं। इसलिए दोनों क्षेत्रों के परस्पर सहयोग से काम करने के लिए एक उचित कानून की जरूरत नजर आती है। इस स्थिति से निपटने में वित्तीय जिम्मेदारी और बजट प्रबंधन कानून पूरी तरह से मददगार साबित नहीं हो पा रहा है।
श्री अहलूवालिया ने कहा कि बड़ी आर्थिक अधोसंरचनात्मक परियोजनाओं के लिए वित्त का प्रबंधन करने की बजाए राज्य की ओर से गारंटी उपलब्ध कराने की व्यवस्था पर भी विचार किया जाना चाहिए। सरकार को परियोजनाओं के लिए वित्तीय खतरा उठाने के प्रबंधन में सहयोगी मित्र की भूमिका निभाने पर ध्यान देना होगा। उदाहरण के लिए जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों से निपटने के लिए जो आर्थिक महत्व की अधोसंरचनात्मक परियोजना प्रस्तावित हो, उनमें गारंटी प्राथमिकता के साथ दी जाना चाहिए। इनमें सिंचाई और जल संरचना निर्माण जैसी परियोजनाएँ शामिल हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के वन संसाधनों की सघनता को देखते हुए इसके आधार पर बजट संसाधन जुटाने के नवाचारी विचार पर भी ध्यान दिया जा सकता है। क्षेत्र विशेष की समर्पित अधोसंरचना परियोजनाओं के लिए भी यह प्रक्रिया अपनाई जा सकती है।
वित्त मंत्री श्री तरूण भनोत ने स्वागत भाषण दिया। मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने कहा कि बजट निर्माण संबंधी नवाचारी व्यवस्थाएँ करने में मध्यप्रदेश आगे रहा है। इसके पहले बी.ओ.टी. व्यवस्था के माध्यम से सड़कों का निर्माण, रोगी कल्याण समितियों के माध्यम से अस्पताल प्रबंधन में बजट जुटाने जैसे नवाचारी उपाय इसका उदाहरण है।
कार्यशाला में बैंकों, कार्पोरेट सेक्टर के बजट विशेषज्ञों, बजट निर्माण में विशेष योग्यता रखने वाले विद्वानों और विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। इससे पहले मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने श्री अहलूवालिया को स्मृति-चिन्ह भेंट किया।

ग्रामीण विकास में थर्ड एम्पायर की भूमिका निभाएँ युवा : मंत्री श्री मरकाम
18 February 2020
भोपाल.आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने अपने प्रभार के जिला शहडोल में ग्राम पंचायत भठिया में युवा संवाद कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने ग्रामीण विकास में युवाओं की सहभागिता की आवश्यकता बताते हुए कहा कि जमीनी स्तर पर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में युवाओं की भूमिका थर्ड एम्पायर की होनी चाहिए। श्री मरकाम ने कहा कि सरकारी योजनाओं का प्रभावी और परिणाममूलक क्रियान्वयन तभी होगा, जब युवा शासकीय योजनाओं के प्रति जागरूक होंगे। उन्होने कहा कि जल और पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में भी युवाओं को आगे आकर काम करना चाहिए।
प्रभारी मंत्री श्री मरकाम ने कहा कि युवा विकास में सहभागी बनें तथा विश्वास के साथ प्रदेश को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि शहडोल जिले के हर गांव में दस युवाओं की समिति बनेगी। यह समिति गाँव में निर्माण कार्यों, पेंशन योजनाओं, स्वास्थ्य सेवाओं, ग्रामीण विकास विभाग द्वारा संचालित कल्याणकारी योजनाओं एवं अन्य योजनाओं की मॉनिटरिंग करेगी। श्री मरकाम ने जिला स्तर पर नोड़ल अधिकारी भी नियुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने युवाओं से नशे की लत से दूर रहने की अपील करते हुए कहा कि बुराईयों से दूर रहें। अपनी ऊर्जा का उपयोग सकारात्मक कार्यों में करें।
युवा संवाद कार्यक्रम में ग्राम पंचायत अखेटपुर की युवा सरपंच श्रीमती रामबती पटेल और स्थानीय जन-प्रतिनिधियों ने भी अपने विचार रखें।

नई टेक्सटाईल नीति बनाने के लिए सुझाव देने राज्य-स्तरीय समिति गठित
18 February 2020
भोपाल.राज्य शासन ने नई टेक्सटाईल नीति बनाने के सुझाव देने के लिये मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य-स्तरीय समिति का गठन किया है। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेशानुसार नई नीति में टेक्सटाईल मंत्रालय, भारत सरकार की विभिन्न एकीकृत विकास योजनाओं एवं कार्यक्रमों को प्रदेश में लागू कर टेक्सटाईल के क्षेत्र में युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने एवं कपास उत्पादन, स्पीनिंग-विविंग और गारमेंट मेन्यूफेक्चरिंग उद्योग का आधुनिकीकरण तथा टेक्सटाईल उत्पादों का निर्यात संवर्धन आदि इस नीति का उद्देश्य होगा।
समिति में अपर मुख्य सचिव वित्त, अपर मुख्य सचिव ऊर्जा, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, प्रमुख सचिव किसान कल्याण तथा कृषि विकास, प्रमुख सचिव सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यम, प्रमुख सचिव कुटीर एवं ग्रामोद्योग, अध्यक्ष म.प्र.टेक्सटाईल मिल्स एसोसिएशन, उपाध्यक्ष म.प्र. टेक्सटाईल मिल्स, अध्यक्ष मध्यांचल कॉटन जिनर एवं ट्रेडर एसोसिएशन, अध्यक्ष रेडीमेट गार्मेट एसोसिएशन जबलपुर सदस्य होंगे । समिति के प्रबंध संचालक एमपीआईडीसी सदस्य सचिव होंगे । समिति अपना प्रतिवेदन एक माह में देगी । इन सदस्यों के अतिरिक्त अन्य बिन्दु विचाराधीन होने की स्थिति में विषय विशेषज्ञों को समिति में आमंत्रित किया जा सकेगा ।
नवीन टेक्सटाईल नीति तैयार करने के परिप्रेक्ष्य में समिति मध्यप्रदेश की उद्योग संवर्धन नीति 2014 अन्तर्गत टेक्सटाईल सेक्टर के लिये प्रावधानित विशिष्ट सुविधाओं की अन्य प्रदेशों की टेक्सटाईल नीतियों से तुलना , भारत सरकार टेक्सटाईल मंत्रालय की विभिन्न योजनाओं का लाभ प्रदेश में दिलाने, टेक्सटाईल्स सेक्टर के लिये विशिष्ट अधोसंरचना विकसित करने के सुझाव देने के साथ ही टेक्सटाईल्स क्षेत्र के स्टेक-होल्डर्स से चर्चा करेगी ।

मंत्री श्री पटवारी द्वारा कॉलेज भवन आलमपुर का लोकार्पण
17 February 2020
भोपाल.उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी और सामान्य प्रशासन मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने भिण्ड जिले में 6 करोड़ 50 लाख रूपये लागत के शासकीय स्नातक महाविद्यालय, आलमपुर का लोकार्पण किया। श्री पटवारी ने इस मौके पर महाविद्यालयीन विद्यार्थियों के साथ सीधा संवाद किया।
मंत्री श्री पटवारी ने कहा कि व्यक्ति, समाज, प्रदेश एवं देश के विकास के लिये शिक्षा अति-आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य प्रदेश में उच्च शिक्षा के स्तर को बेहतर बनाना है। श्री पटवारी ने विद्यार्थियों से संवाद कर उनकी समस्याएँ सुनी और सुझाव भी माँगे। उन्होंने कहा कि कॉलेज में जल्द ही नियमित प्रोफेसरों की व्यवस्था की जायेगी।
लोकार्पण कार्यक्रम को मंत्री डॉ. गोविंद सिंह और विधायक श्री घनश्याम सिंह तथा श्री कुणाल चौधरी ने भी विचार व्यक्त किये।
लहार में युवा संवाद
मंत्री श्री पटवारी और श्री सिंह ने इण्डोर स्टेडियम, लहार का अवलोकन किया। श्री पटवारी ने लहार महाविद्यालय के विद्यार्थियों से युवा संवाद कार्यक्रम में कई विषयों पर चर्चा की। उन्होंने स्टेडियम को व्यवस्थित करने के निर्देश दिये।
मंत्री ने खेला व्हाली-बॉल
खेल एवं युवा कल्याण मंत्री श्री जीतू पटवारी ने लहार में अखिल भारतीय व्हाली-बॉल टूर्नामेंट के समापन अवसर पर खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त किया और उनके साथ व्हाली-बॉल भी खेला। उन्होंने कहा कि सरकार ने खेलों की प्रोत्साहन राशि में वृद्धि की है। उन्होंने लहार में खेल संबंधी सुविधाएँ उपलब्ध कराने की बात कही।

प्रदेश में युवाओं के बेहतर भविष्य के लिये किये जा रहे हैं प्रभावी प्रयास
17 February 2020
भोपाल.आदिम-जाति कल्याण मंत्री एवं शहडोल जिले के प्रभारी मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने कहा है कि प्रदेश में युवाओं के बेहतर भविष्य के लिये राज्य सरकार द्वारा प्रभावी प्रयास किये जा रहे हैं। सरकारी स्कूलों एवं कॉलेजों में अधोसंरचना के विकास पर विशेष ध्यान दिया गया है। मंत्री श्री मरकाम आज शहडोल जिले के ग्राम छतवई में एक करोड़ 43 लाख रुपये लागत के नव-निर्मित हायर सेकेण्डरी स्कूल भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर विधायक श्री जयसिंह मरावी भी मौजूद थे।
मंत्री श्री मरकाम ने कहा कि नये शाला भवन बनने से आदिवासी अंचल के विद्यार्थियों का भविष्य उज्जवल होगा। उन्होंने शिक्षकों से छात्रों का उज्जवल भविष्य गढ़ने के लिये गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का आग्रह किया। मंत्री श्री मरकाम ने शिक्षकों से छात्र-छात्राओं को शिक्षा के साथ-साथ नैतिक शिक्षा दिये जाने पर भी जोर दिया।

प्रदेश की बेटियाँ पढ़ेंगी और आगे बढ़ेंगी - मंत्री श्रीमती इमरती देवी
17 February 2020
भोपाल.महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि प्रदेश की बेटियाँ पढ़ेंगी और प्रगति की दिशा में आगे बढ़ेंगी। राज्य सरकार इस दिशा में सतत रूप से प्रयासरत है।
मंत्री श्रीमती इमरती देवी आज खजुराहो में समृद्धि परियोजना के अंतर्गत एक्सपोजर राज्य-स्तरीय कार्यशाला में बोल रही थीं। यूएनएफटीए के सहयोग से आयोजित इस कार्यशाला में महिला-बाल विकास मंत्री ने कहा कि सतत प्रयासों से बेटियों की तरक्की को लेकर परिवार और समाज की सोच में सकारात्मक बदलाव आया है। बेटियों ने हर क्षेत्र में लम्बी छलांग लगाई है और उपलब्धियों के शिखरों का स्पर्श किया है। उन्होंने कहा कि बेटियों की शिक्षा को लेकर सरकार गंभीर है क्योंकि शिक्षित माँ से ही परिवार शिक्षित बनता है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों और मैदानी कर्मचारियों से अपेक्षा की कि वे पूरे दायित्व-बोध के साथ अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करेंगे। मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने किशोरी बालिकाओं में लीडरशिप और स्किल डेव्हलपमेंट के लिये चलाये जा रहे कार्यक्रमों की महत्ता को रेखांकित करते हुए इस दिशा में यूएनएफपीए के प्रयासों की सराहना की।
विभाग के आयुक्त श्री नरेश पाल ने बताया कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को आगामी 8 मार्च को विश्व महिला दिवस के अवसर पर सम्मानित किया जायेगा। उन्होंने विभाग में ग्रेडिंग सिस्टम लागू होने की जानकारी दी।
इस अवसर पर महिला-बाल विकास मंत्री ने समृद्धि (सेग) मोबाइल एप का लोकार्पण किया, जिसके जरिए विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन की बेहतर मॉनीटरिंग सुनिश्चित की जा सकेगी।

मंत्री श्री शर्मा ने गुफा मंदिर में ली बैठक
17 February 2020
भोपाल.जनसम्पर्क एवं अध्यात्म मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने गुफा मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व की तैयारियों के सम्बन्ध में बैठक ली। महंत श्री चंद्रमा दास त्यागी ,पूर्व नगर निगम सभापति श्री कैलाश मिश्रा और सम्बन्धित विभागों के अधिकारी बैठक में मौजूद थे।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि गुफा मंदिर में महाशिवरात्रि पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। उन्हें दर्शन, पूजा और प्रार्थना में असुविधा नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रख कर व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जायें। मंदिर परिसर में पर्याप्त साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, पेयजल और सुरक्षा व्यवस्था रहे।

खैर की अवैध कटाई-परिवहन करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह सरगना गिरफ्तार
17 February 2020
भोपाल.राज्य स्तरीय टाईगर स्ट्राइक फोर्स (एस.टी.एस.एफ.) इन्दौर-भोपाल ने राजस्थान के दल के साथ संयुक्त कार्यवाही करते हुए कोटा-झालावाड़ मार्ग से मध्यप्रदेश के जंगलों से खैर लकड़ी की अवैध कटाई और परिवहन करने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह के सरगना मोहम्मद इकबाल और शहजाद अली को गिरफ्तार किया है। हरियाणा के ग्राम सतपुतिया निवासी मोहम्मद इकबाल और गुजरात के ग्राम कठोस निवासी शहजाद अली को पूछताछ के लिए इन्दौर एस.टी.एस.एफ. कार्यालय लाया गया है। आरोपियों ने राजस्थान, मध्यप्रदेश, चिपलूण महाराष्ट्र, बुलन्दशहर उत्तरप्रदेश, अनूपशहर, सांपला गुरूग्राम (हरियाणा), मेवात झज्जर की फैक्ट्री में कत्थे के लिये खैर लकड़ी का बेचा जाना कुबूल किया है। कार्यवाही में अब तक 06 ट्रक, 03 मिनी ट्रक और 02 कार से लगभग 164 मीट्रिक टन खैर लकड़ी की जप्ती की जा चुकी है।
प्रदेश के कुछ जिलों में पिछले दिनों में विनिर्दिष्ट वनोपज खैर की अवैध कटाई परिवहन और व्यापार की जानकारी वन विभाग को मिली थी। राज्य स्तरीय टाइगर स्ट्राइक फोर्स भोपाल, इन्दौर और सीहोर वन मंडल के संयुक्त दल ने 21 जनवरी 2020 को खिवनी अभ्यारण्य में 17 टन खैर की अवैध कटाई और परिवहन करते हुए ट्रक के साथ दो आरोपियों भूपेन्द्र सिंह और राजवीर सिंह को ट्रक के साथ गिरफ्तार किया था। दिल्ली निवासी इन आरोपियों के विरूद्ध जैव-विविधता अधिनियम के तहत वन अपराध प्रकरण दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई। गिरफ्तार आरोपियों ने कुबूला कि खैर वनोपज खिवनी अभयारण्य से काटकर हरियाणा की कत्था फैक्ट्री भेजी जा रही थी। आरोपियों की निशानदेही पर कत्था फैक्ट्री मुर्थल हरियाणा में वन विभाग हरियाणा और एस.टी.एस.एफ. भोपाल-इन्दौर ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए कत्था फैक्ट्री के मैनेजर रामवीर सिंह को फैक्ट्री में रखे 17 टन अवैध खैर वनोपज के साथ गिरफ्तार कर लिया।
उल्लेखनीय है कि पिछले 10-15 सालों से गुटखा और पान में सिन्थेटिक कत्थे का प्रयोग होने लगा था। इससे केन्सर के मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर देश में वापस खैर वनोपज की मांग बढ़ने लगी है। मध्यप्रदेश की एस.टी.एस.एफ.टीम ने छापे के दौरान पाया कि कत्था बनाने वाली फैक्ट्रियों में देश के अन्य राज्यों से भी अवैध रूप से खैर वनोपज को ट्रकों में लाया गया था। अब तक 32 प्रकरण पंजीबद्ध कर 26 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास भी जारी है।

ओरछा : समृद्ध पुरातत्व और पर्यटन का संगम - डॉ. ओ.पी. मिश्रा
17 February 2020
भोपाल.ओरछा राम राजा मंदिर के नाम से प्रसिद्ध है। यह शहर बेतवा नदी के किनारे पर बसा है। बेतवा नदी के दोनों किनारों के पुरातत्त्वीय सर्वेक्षण से पता चलता है कि यह क्षेत्र प्रागैतिहासिक काल से लगातार पुष्पित एवं पल्ल्वित होता रहा है। ओरछा का क्षेत्र बुन्देलखण्ड में आता है। पूर्व में किए गए सर्वेक्षण से क्षेत्र में कई ताम्राश्म काल के प्राचीन स्थल, तत्कालीन विद्वानों द्वारा खोजे गए। इस काल के बाद इस क्षेत्र में पूर्व ऐतिहासिक काल के ब्राह्मी लिपि के अभिलेख, मौर्य काल, शुंग कालीन, गुप्त, प्रतिहार, परमार, चन्देल राजाओं का क्रमबद्ध रूप से इतिहास हमें देखने को मिलता है। इन शासकों द्वारा बनाये गए मंदिर, मूर्तियाँ एवं आवासीय अवशेष ओरछा, गढ़कुण्डार और टीकमगढ़ आदि के आसपास के गाँवों में देखने को मिलते हैं। बुन्देलखण्ड में 9 वीं शताब्दी के बाद चन्देल शासकों का शासन था, जिनके अवशेष यहाँ के मंदिर, प्राचीन महत्व एवं बावड़ी आदि के रूप में हमें ओरछा के पास के मोहनगढ़ और गढ़कुण्डार किले के आस-पास देखने को मिलते हैं।
चन्द्रबरदाई, जो पृथ्वीराज रासो के दरबार में कवि थे, ने लिखा है कि 12वीं शताब्दी में ओरछा, चन्देल शासकों के पास था। परमर्दिदेव के बाद गढ़कुण्डार किले पर खंगार वंश के राजाओं का शासन हुआ और खूब सिंह खंगार ने अपने को स्वतंत्र शासक के रूप में घोषित किया। सोहनपाल बुन्देला ने अंतिम गढ़कुण्डार शासक हरमत सिंह को 1257 ई. में परास्त कर अपनी बुन्देला सत्ता स्थापित की। जिन शासक ने इस क्षेत्र में शासन किया उनमें सोहनपाल, सहजेन्द्र, पृथ्वीराज, राम सिंह, रामचन्द्र, मेदिनी पाल, अर्जन देव, मलखन सिंह, रूद्रप्रताप आदि महत्वपूर्ण थे।
रूद्रप्रताप ने बुन्देलों की राजधानी गढ़कुण्डार से ओरछा 1531 ई. में स्थानांतरित की। ओरछा के बुन्देला शासकों के पूर्व भी यहाँ बसाहट के अवशेष थे। बुन्देला शासकों ने मात्र उनका पुनर्निर्माण भी किया। इनमें चार दीवारी और प्रवेश द्वार मुख्य थे। बेतवा नदी के किनारे रूद्रप्रताप एवं भारती चन्द्र ने चार दीवारी के भीतर ओरछा किले का निर्माण कराया। ओरछा के बुन्देला शासकों में प्रमुख रूप से भारतीय चन्द्र, मधुकर शाह, राम शाह, वीर सिंह बुन्देला आदि उल्लेखनीय हैं। इनमें वीर सिंह बुन्देला द्वारा ओरछा में काफी निर्माण कार्य किया गया। इन्हीं के समय बुन्देली स्थापत्य तथा इण्डो-पर्सियन स्थापत्य कला का प्रचलन प्रारम्भ हुआ। यहाँ के किले, गढ़िया, महल, मंदिर, बावड़ी इत्यादि एवं बुन्देली कलम की भित्ति चित्र, चित्रकला का प्रतिनिधित्व करते हैं। बाद में बुन्देला शासकों ने अपनी राजधानी टीहरी यानी टीकमगढ़ बना ली। आस-पास के क्षेत्र, जिनमें टीकमगढ़, मोहनगढ़, लिघोरा, दिघौरा, आस्टोन, खरगापुर, बलदेवगढ़ आदि शामिल है, में विरासत भवनों का निर्माण किया।
राम राजा की नगरी ओरछा
ओरछा को हम अयोध्या के राजा भगवान राम की नगरी के रूप में जानते हैं। जब रानी गणेश कुवंरी अयोध्या से राम राजा को लेकर ओरछा आई तो भगवान राम के दिए गए तीन वचनों में से एक के अनुसार जिस एक जगह रानी कुंवरी द्वारा राम भगवान रखे गए वहीं वे विराजमान हो गए और आज तक वहीं प्रतिष्ठित हैं। वही स्थान आज राम राजा मंदिर के नाम से विख्यात है। यहाँ पर देश-विदेश के श्रद्धालुओं/पर्यटकों के अतिरिक्त स्थानीय, क्षेत्रीय लोग लाखों की संख्या में राम राजा के दर्शन करते हैं। विशेष रूप से तीज-त्यौहारों के अवसरों, रामनवमी, जन्मोत्सव आदि पर्वों पर काफी संख्या में लोग आते हैं और बेतवा नदी में स्नान कर राम राजा की पूजा-अर्चना करते हैं।
यदि हम राम राजा के साथ ओरछा के 52 राज्य पुरातत्वीय संरक्षित स्मारकों के बारे में भी जानना चाहें तो उनमें भी कई स्थापत्य ऐसे हैं जिनको देख कर ऐसा लगता है कि हम बुन्देल नगरी में हैं। ओरछा में राजा महल, जहाँगीर महल, राय प्रवीण महल है, तो वहीं मंदिरों में चतुर्भुज मंदिर एवं लक्ष्मी मंदिर भी अपनी स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है।
राजा महलः- राजा महल के निर्माण की नींव राजा रूद्र प्रताप ने सन् 1531 में रखी थी, किन्तु इसका निर्माण कार्य उनके ज्येष्ठ पुत्र भारतीय चन्द्र ने पूर्ण किया। इसके बाद उनके भाई एवं उत्तराधिकारी मधुकर शाह द्वारा कुछ परिवर्तन व परिवर्द्धन कर इसे अंतिम रूप प्रदान किया गया। यह महल दो भागों में विभाजित है। आवास कक्षों के अतिरिक्त दीवान-ए-खास एवं दीवान-ए-आम इस महल के प्रमुख भाग हैं। इनमें सुन्दर भित्ति चित्रों का आलेखन है। इन चित्रों की विषय-वस्तु मुख्यतः श्रीमद् भगवत गीता के आधार पर कृष्ण लीला एवं रामायण की कथा है। इसके अतरिक्त पौराणिक राग-रागिनियों के चित्र भी चित्रित हैं।
जहांगीर महल : इस महल का निर्माण वीर सिंह देव द्वारा मुगल सम्राट जहांगीर के सम्मान में करवाया गया। प्रथम चरण का निर्माण सन् 1606 ई. में मुगल सम्राट जहांगीर के ओरछा आने के पहले पूर्ण हो चुका था। द्वितीय तल के आठ वर्गाकार कक्ष एवं उनके ऊपर गुम्बद और छतरियों का निर्माण सन् 1618 ई. में हुआ। वर्गाकार योजना के इस महल के प्रत्येक कोने पर बुर्ज बने हैं, जिनके ऊपर हाथियों की संरचना है, हिंडोला, तोरण द्वार, लटकती हुई पद्म पंखुड़ीनुमा संरचना राजपूत शैली के स्थापत्य के नमूने हैं। द्वितीय तल के गुम्बदों एवं छतरियों की अलंकृत अष्टकोणीय एवं पद्म संरचना बुन्देली स्थापत्य के प्राथमिक उदाहरण हैं। महल के कक्षों का आंतरिक एवं बाह्य अंतःकरण तथा चित्रण हिन्दू-मुस्लिम स्थापत्य का श्रेष्ठ मिश्रण प्रदर्शित करता है।
रायप्रवीण महल : इस महल का निर्माण ओरछा के महाराजा राम शाह के अनुज एवं कार्यवाहक शासक इन्द्रजीत सिंह ने अपनी प्रेयसी राय प्रवीण के लिए कराया था। इस अद्वितीय भवन का दो चरण में निर्माण हुआ। प्रथम चरण में भूतल पर दोहरे विशाल दालान एवं दोनों ओर वर्गाकार कक्ष एवं प्रथम तल पर मेहराबदार द्वार युक्त बरामदा एवं कक्षों की संरचना है। यह भाग वास्तुगत विषेषताओं के आधार पर 16 वीं शती के अंतिम दशक का प्रतीत होता है, जबकि महल का आगे का बरामदा एवं पूर्वी संरचना 17वीं शती की है। इसी समय सुन्दर उद्यान एवं आनंद मण्डल बारादरी का निर्माण हुआ, जिसके उत्तरी झरोखे में रायप्रवीण कविता लिखा करती थी।
महल के शीर्ष भाग की संरचना बाह्य अलंकरण एवं भित्ति चित्र बुन्देली शैली के हैं। राय प्रवीण, राजा इन्द्रजीत सिंह की रंगशाला की प्रधान नर्तकी एवं महाकवि केशव दास की शिष्या थी। महाकवि केशवदास ने अपने ''कवि प्रिया'' ग्रंथ में राय प्रवीण के सौंदर्य की प्रशंसा की है।
चतुर्भुज मंदिरः- चतुर्भुज मंदिर ऐतिहासिक एवं पुरातत्वीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है। इस मंदिर का निर्माण महाराज मधुकर शाह द्वारा सन् 1574 ई. में प्रारंभ कराया गया था। महारानी गणेश कुवंरी इस मंदिर में भगवान राम की मूर्ति स्थापित करना चाहती थी किन्तु बुन्देलखण्ड के पश्चिमी भाग पर मुगलों के आक्रमण के समय हुए युद्ध में सन् 1578 ई. में राजकुमार होरल देव के मारे जाने के कारण मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण नहीं हो सका। ऐसी परिस्थिति में महारानी ने भगवान राम की मूर्ति स्वयं के महल में स्थापित की। महाराजा वीर सिंह बुन्देला द्वारा द्वितीय चरण में इस मंदिर का निर्माण कार्य पूर्ण कराया गया। यह मंदिर ऊँचे अधिष्ठान पर स्थित है। इसकी योजना में गर्भगृह, अंतराल, अर्द्धमण्डप एवं मण्डप है। गर्भगृह के ऊपर नागर शैली का शिखर है। चारों कोनों पर लघु कक्षों की संरचना है। मण्डप के ऊपर का निर्माण कार्य ईंट और चूने से किया गया था। यह मंदिर बुन्देला स्थापत्य का महत्वपूर्ण उदाहरण है।
लक्ष्मी मंदिरः- लक्ष्मी मंदिर का निर्माण राजा वीरसिंह देव द्वारा सन् 1622 ई. में करवाया गया और परिवर्द्धन राजा पृथ्वी सिंह द्वारा सन् 1743 ई. में करवाया गया। मंदिर एक वर्गाकार प्रांगण में आयताकार योजना में निर्मित है। इसके सभी कोनों पर बहुकोणीय तारांकित बुर्ज बने हुए हैं, जिसमें से एक प्रवेश द्वार बनाया गया है। ईंटों से निर्मित स्मारक एक गढ़ी जैसा प्रतीत होता है और इसका शिखर इसे मंदिर का रूप प्रदान करता है। मंदिर एवं चारों ओर के गलियारों की भित्तियों एवं वितानों पर सुन्दर चित्र बने हैं। इन चित्रों में रामायण, श्रीमद् भगवत गीता के कथानकों के दृश्य हैं। इन चित्रों की शैली 17वीं से 19वीं शती में विकसित बुन्देली शैली है।
इन प्रमुख स्मारकों के अतिरिक्त ओरछा के अन्य महत्वपूर्ण स्मारकों में बेतवा नदी के पास बनी छतरियाँ अपनी स्थापत्य कला के लिए महत्वपूर्ण है। इनमें मधुकर शाह, भारती चन्द, वीर सिंह, सुजान सिंह आदि शासकों की छतरियाँ प्रमुख हैं।
यदि हम स्थानीय किवदंतियों की बात करें तो सबसे पहले राम राजा अयोध्या से ओरछा कैसे आए, सभी को मालूम है कि किस प्रकार रानी महल में उनकी प्रतिष्ठा हुई। दूसरी राय प्रवीण का मुगल दरबार में दिल्ली जाना और स्थिति स्पष्ट करने पर संगीतज्ञ राय प्रणीण का ससम्मान वापस ओरछा आना। तीसरी महत्वपूर्ण बात एक महिला का जो दूसरे धर्म की थी उसका राजा के बेटे से प्रेम और उसी के आधार पर चतुर्भज मंदिर की सुरक्षा की कहानी प्रसिद्ध है। इसी प्रकार लाला हरदौल की कहानी भी क्षेत्र में प्रसिद्ध है। इन और इन जैसी कई किवदंतियों के बगैर बुंदेलखण्ड की कहानी पूर्ण नहीं होती।
बुंदेली कलम
ओरछा में राजा महल, लक्ष्मी मंदिर आदि में बनाये गए भित्ति चित्र बुन्देली कलम के नाम से जाने जाते हैं। इनमें अधिकतर रामायण, कृष्ण लीला और नायक-नायिकाओं आदि के चित्र हैं। इनको बनाने की विधि अत्यंत उन्नत किस्म की थी। प्रारम्भ में चूना सुरखी, बालू एवं जूट की प्रथम सतह बनाई जाती है। जिस पर पुनः चूना एवं शंख पाउडर की परत चढ़ाई जाती थी। समतल एवं चिकनी सतह हेतु कौड़ी और अगेट पत्थर से इसकी सतह की घिसाई की जाती थी। इन्हें सिलेटी बाह्य रेखाकंन एवं वैविध्य रंग द्वारा सँवारा गया है। ये चित्र मुगल शैली के चित्रों की तुलना में कमतर है, लेकिन इनकी ऊर्जा, ऊष्मा एवं विषयगत जुड़ाव बुन्देली कलम को अनूठा बनाता है।
ओरछा के राय प्रवीण बाग एवं फूलबाग को पुनर्जीवित करने की योजना बनाई गई है। ओरछा की सांस्कृतिक धरोहर, महल एवं भवनों की स्थापत्य शैली एवं बुन्देली कलम की दृष्टि से इसे यूनेस्को (UNESCO) ने टेंटेटिव लिस्ट (Tentative List) में नामित किया है। उम्मीद है कि यह शीघ्र ही विश्व धरोहर स्मारक समूह में अंकित हो जायेगा। ऐसा होने पर यह बुन्देलखण्ड का दूसरा विश्व धरोहर स्मारक समूह बनेगा।

बेहतर पुलिसिंग कर प्रदेश की तरक्की में सहभागी बनें पुलिस अधिकारी : मंत्री श्री बच्चन
15 February 2020
भोपाल.मध्यप्रदेश पुलिस अकादमी, भौंरी के परेड मैदान में पुलिस के 41वें बैच के उप-पुलिस अधीक्षकों का भव्य दीक्षांत समारोह। स्वाभिमान से ऊँचा मस्तक, अनुशासित कदम, अदम्य साहस से भरा सीना और देशभक्ति के जज्बे के साथ जब आर्कषक दीक्षांत परेड आगे बढ़ी, तो सभी रोमांचित हो गए। गृह मंत्री श्री बाला बच्चन ने दीक्षांत परेड की सलामी ली और परेड का निरीक्षण किया। पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह की मौजूदगी में परिवीक्षाधीन 37 उप-पुलिस अधीक्षक विधिवत रूप से मध्यप्रदेश पुलिस की मुख्य धारा में शामिल हो गए। इनमें 17 महिला उप पुलिस अधीक्षक शामिल हैं।
गृह मंत्री श्री बाला बच्चन ने कहा कि दीक्षांत परेड में अधिकारियों के जोश और जज्बे को देखकर हमें भरोसा हो गया है कि जनता को बेहतर सेवाएँ देने में सफल होंगे। उन्होंने अधिकारियों का आह्वान किया कि बेहतर पुलिसिंग कर मध्यप्रदेश पुलिस का नाम रोशन करें। साथ ही, मध्यप्रदेश की तरक्की में सहभागी बनें।
दीक्षांत परेड का नेतृत्व उप-पुलिस अधीक्षक सुश्री भावना दांगी ने किया। परेड टू आई सी की भूमिका श्री गौरव पाटिल ने निभाई। मध्यप्रदेश पुलिस प्रशिक्षण अकादमी भोपाल में एक वर्ष के कठिन प्रशिक्षण में तपकर निकले कुल 37 उप-पुलिस अधीक्षकों ने दीक्षांत परेड में हिस्सा लिया। सभी उप-पुलिस अधीक्षक दीक्षांत परेड के बाद राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को साक्षी मानकर देश भक्ति एवं राष्ट्र सेवा की शपथ लेकर मध्यप्रदेश पुलिस का हिस्सा बन गए। अकादमी के पुलिस अधीक्षक श्री संजय सिंह ने प्रशिक्षुओं को शपथ दिलाई।
समारोह में प्रशिक्षण में उत्कृष्ट रहे प्रशिक्षु पुलिस अधिकारियों को शील्ड और प्रशस्ति-पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। केन्द्रीय गृह मंत्री के पदक से सम्मानित पुलिस अधिकारियों को भी सम्मान पदक सौंपे गये।

फल-सब्जियों के निर्यात को बढ़ावा देने इंदौर-भोपाल में बनेगा पेरिशेबल कमोडिटी हब
14 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने प्रदेश में खाद्य प्र-संस्करण क्षेत्र को प्रोत्साहित करने के लिए आज नई दिल्ली में इंडस्ट्रीयल राउंड टेबल कान्फ्रेंस के दूसरे सत्र में जानकारी देते हुए बताया कि इंदौर और भोपाल में फल और सब्जियों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए पेरिशेबल कमोडिटी हब की स्थापना की जाएगी। इसी तरह, कृषि विपणन के क्षेत्र में हुए बदलावों के अनुरूप मण्डी अधिनियम में भी संशोधन किए जाएंगे।
कान्फ्रेंस में खाद्य प्र-संस्करण क्षेत्र से जुड़े प्रमुख उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री से चर्चा में उनकी उद्योग अनुकूल और सेक्टर वाइज नीतियों के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए मध्यप्रदेश में निवेश के प्रति गहरी दिलचस्पी दिखायी। अडानी ग्रुप, पेप्सिको और कोका कोला कंपनी ने प्रदेश में निवेश की घोषणाएँ भी की।
मध्यप्रदेश को बनाया जाएगा देश की उद्यानिकी राजधानी
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश को देश की उद्यानिकी राजधानी बनाना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि यही एक मात्र एक ऐसा क्षेत्र है, जिसके जरिए हम अपनी अर्थ-व्यवस्था को मजबूत बना सकते हैं। किसानों की आय को दोगुना कर सकते है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए हम प्रदेश में एक अलग नीति बनाने जा रहे हैं, जो उद्यानिकी फसलों के साथ-साथ इस क्षेत्र से जुडे़ निवेश को प्रदेश में प्रोत्साहित करेगी। उन्होंने उद्योगपतियों से कहा कि वे मध्यप्रदेश को उद्यानिकी राजधानी बनाने में सहयोग करें। उन्होंने उद्योगपतियों को आमंत्रित करते हुए कहा कि प्रदेश में निवेश के लिए बने अनुकूल वातावरण का लाभ उठाते हुए रोजगार और विकास के क्षेत्र में सहयोग करें।
अडानी ग्रुप आटा, चावल, पेप्सिको आलू और कोका कोला संतरे-आम निर्माण इकाई में करेंगे निवेश
अडानी विल्मर अपने फार्चून आटे के व्यापार में प्रदेश में बड़ा निवेश करेगा। उन्होंने विदिशा में सोयाबड़ी और बासमती चावल प्र-संस्करण में निवेश करने की जानकारी दी।
पेप्सिको ने मध्यप्रदेश से हर वर्ष 110 करोड़ मूल्य के आलू की खरीदी को भविष्य में दोगुना करने को कहा। आलू से जुड़े उत्पादों की इकाई भी पेप्सिको प्रदेश में स्थापित करेगी।
कोका कोला कंपनी ने संतरा और आम का ताजा रस बनाने की निर्माण इकाई स्थापित करने और इसमें निवेश के प्रति सहमति व्यक्त की।
कान्फ्रेंस में मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने राज्य सरकार द्वारा निवेशकों को दी जाने वाली रियायतों का प्रस्तुतिकरण करते हुए बताया कि राज्य सरकार ने उद्योग के विभिन्न सेक्टरों के लिए अलग-अलग नीतियाँ बनायी हैं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश पहला राज्य है, जिसके पास कर से जुड़ी नीति है। श्री मोहंती ने बताया कि 400 हेक्टेयर क्षेत्र भूमि पूलिंग नीति बनाने वाला भी मध्यप्रदेश पहला राज्य है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश के पास पावर सेक्टर के लिए रूफ टॉप सोलर पॉलिसी है। प्रमुख सचिव उद्योग डॉ. राजेश राजौरा ने भी उद्योग से जुड़ी जानकारियाँ दी।
एक दिवसीय गोलमेज कान्फ्रेंस में कपड़ा और परिधान क्षेत्र से लगभग 65 उद्योगपति तथा खाद्य प्र-संस्करण क्षेत्र से जुड़े लगभग 50 से ज्यादा उद्योगपतियों ने मुख्यमंत्री के साथ संवाद किया। इनमें प्रमुख कंपनियाँ ट्राइडेंट, गोकल दास एक्सपोर्ट, मयूर यूनिकोटर्स, प्रतिभा सिनटेक्स, रेमण्ड, पर्ल फैशन, काजो तथा खाद्य प्र-संस्करण से जुड़े उद्योग अडानी, पेप्सी, कोका कोला, हल्दी राम, आईटीसी, यूनीलिवर, कारगिल इंडिया, फरेरो, ब्लू स्टार एवं डेन्टॉस शामिल हैं।

समुदाय आधारित पोषण प्रबंधन लागू करने वाला पहला राज्य मध्यप्रदेश
14 February 2020
भोपाल.मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है, जहाँ अति-गंभीर कुपोषित बच्चों के लिये समुदाय आधारित पोषण प्रबंधन (सी-सेम) को अभियान के स्वरूप में प्रारंभ किया गया है। अभियान दो चरणों में क्रियान्वित किया जायेगा। पहले चरण में प्रदेश के 97 हजार 135 ऑगनवाड़ी केन्द्रों में 20 फरवरी तक अति गंभीर कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन की कार्यवाही जारी है। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने विभागीय कार्य-योजना-2020 की जानकारी देते हुए बताया कि दूसरे चरण में केन्द्र आधारित पाँच दिवसीय स्वास्थ्य परीक्षण और निर्धारित मेडिसिन प्रदाय किया जायेगा। इसमें 12 सप्ताह तक पोषण, अवलोकन और परामर्श तथा ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता और पोषण दिवसों पर मासिक स्वास्थ्य और पोषण की जाँच की जायेगी।
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने बताया कि 10 से 15 प्रतिशत अति गंभीर कुपोषित बच्चों को चिकित्सकीय जटिलताओं के कारण उपचार की आवश्यकता पड़ती है। 85 से 90 प्रतिशत अति गंभीर कुपोषित बच्चे, जिन्हें चिकित्सकीय जटिलता नहीं होती है, उनका समुदाय स्तर पर बेहतर पोषण प्रबंधन किया जायेगा। उन्होंने बताया कि सीमेस एप द्वारा प्रबंधन की निगरानी एवं पर्यवेक्षण किया जा रहा है। श्रीमती इमरती देवी ने बताया कि इस अभियान से लगभग 80 लाख बच्चों का शारीरिक माप कर उनके पोषण स्तर का निर्धारण किया जा सकेगा। साथ ही, लगभग 80 से 85 प्रतिशत बच्चों का समुदाय स्तर पर पोषण प्रबंधन भी किया जायेगा।
पोषण जागरुकता स्टॉल
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने बताया कि आदिवासी क्षेत्रों में पोषण जागरुकता के लिए हाट-बाजारों में पोषण जागरूकता स्टॉल लगाया जायेगा। उन्होंने बताया कि आदिवासी क्षेत्रों में प्रति सप्ताह 963 और एक वर्ष में 50 हजार 76 पोषण जागरूकता स्टॉल लगाये जाने का लक्ष्य है। इसके अलावा, जन-समुदाय और घुमन्तू समुदाय आदि के साथ पोषण-संवाद भी किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आदिवासी क्षेत्रों के साप्ताहिक हाट बाजारों में पोषण जागरूकता स्टॉल के माध्यम से बच्चों को पोषण बास्केट का वितरण किया जायेगा।
सामुदायिक पोषण रसोई
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने जानकारी दी कि स्थानीय स्तर पर उपलब्ध एवं उपयोग किए जाने वाले अनाज, फल तथा सब्जियों से स्वादिष्ट एवं पौष्टिक भोजन तैयार करने के प्रति जागरूकता लाने के लिए सामुदायिक पोषण रसोई कार्यक्रम शुरू किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 8 से 31 मार्च तक स्थानीय स्तर पर उपलब्ध एवं उपयोग किये जाने वाले अनाज,फल तथा सब्जियों की सामुदायिक पोषण रसोई प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी।
शुरू होंगे नए बाल शिक्षा केन्द्र
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने बताया कि 28 फरवरी 2020 को 800 नवीन बाल शिक्षा केन्द्रों की शुरूआत की जायेगी। उन्होंने बताया कि 3 से 6 वर्ष तक की आयु के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शाला पूर्व शिक्षा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पहले चरण में 313 ऑगनवाड़ी केन्द्रों को बाल शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित किया गया था।
खिलौना-पुस्तक बैंक
आँगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों के खेलने और पढ़ने के लिये प्रोत्साहित करने की दृष्टि से खिलौना-पुस्तक बैंक की स्थापना की जा रही है। समुदाय द्वारा अपने बच्चों के नाम पर आँगनवाड़ी केन्द्रों को उपयोगी खिलौने एवं पुस्तकें दान की जायेंगी। मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने बताया कि समुदाय का आँगनवाड़ी केन्द्रों के साथ भावनात्मक जुड़ाव स्थापित करने के लिए इस योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया।
समधारा 2020
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने बताया कि प्रदेश में 18 साल से कम उम्र के बच्चों की देखभाल, सुरक्षा तथा संरक्षण के लिए प्रदेश में समेकित बाल संरक्षण योजना चलाई जा रही है। इस योजना में 29 शासकीय और 83 अशासकीय संस्थाओं के माध्यम से 18 वर्ष तक के 3 हजार बच्चों का संरक्षण किया जा रहा है। इनमें 14 से 18 वर्ष के एक हजार बच्चे हैं। समधारा 2020 योजना ऐसे बच्चों को उनकी रूचि अनुसार शिक्षा एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाते हुए समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का प्रयास है।
उड़ान 2020
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने जानकारी दी कि उड़ान 2020 में बाल भवन में शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को एक-साथ सीखने का मौका दिया जायेगा। इससे बच्चों में नैतिक मूल्य एवं मानवीयता का भाव जागृत होगा और परस्पर मेल-जोल से वे अपने आप को एकाकी नहीं समझेंगे।

युवाओं को रोजगार दिलाने कलेक्टर कार्यालय में हेल्प-डेस्क बनाने के निर्देश
14 February 2020
भोपाल.आदिम-जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने अपने प्रभार के उमरिया जिले में युवाओं को रोजगार दिलाने के लिये कलेक्टर कार्यालय में हेल्प-डेस्क बनाने के निर्देश दिये हैं। श्री मरकाम गुरूवार को उमरिया के रणविजय प्रताप सिंह महाविद्यालय में युवाओं से सीधा संवाद कर रहे थे।
मंत्री श्री मरकाम ने ग्रामीण अर्थ-व्यवस्था में मनरेगा की महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए कहा कि प्रत्येक जॉब-कार्डधारी व्यक्ति को एक साल में कम से कम 100 दिन का रोजगार अवश्य मिलना चाहिये। उन्होंने ग्रामीण विकास में युवा शक्ति के योगदान को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक गाँव से ऐसे 10 युवा, जो मंत्री टीम से जुड़कर गांव के लिए काम करना चाहते हों, ग्राम पंचायत के माध्यम से अपना पंजीयन करा सकते हैं। प्रभारी मंत्री ने युवाओं को हर तरह से नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई।
बालिका छात्रावास का वार्षिक कार्यक्रम
जिले के प्रभारी मंत्री श्री मरकाम ग्राम तामन्नारा में बालिका छात्रावास के वार्षिक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने छात्राओं से कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों और खेल-कूद की गतिविधियों से अपने व्यक्तित्व में निखार लाएं।

विश्व में पहली बार मध्यप्रदेश में हुई पैंगोलिन की रेडियो टेगिंग
14 February 2020
भोपाल.मध्यप्रदेश ने अति लुप्तप्राय प्रजाति में शामिल भारतीय पैंगोलिन के संरक्षण के लिए विशेष पहल की है। वन विभाग और वाईल्ड लाईफ कंजर्वेशन ट्रस्ट ने भारतीय पैंगोलिन की पारिस्थितिकी को समझने और उसके प्रभावी संरक्षण के लिए संयुक्त परियोजना शुरू की है। इस परियोजना में कुछ पैंगोलिन की रेडियो टेंगिग कर उनके क्रिया-कलापों, आवास स्थलों, दिनचर्या आदि का गहन अघ्ययन किया जा रहा है। दो भारतीय पैंगोलिन का जंगल में सफल पुर्नवास किया गया है। रेडियो टेगिंग की मदद से इन लुप्तप्राय प्रजाति के पैंगोलिन की टेलिमेट्री के माध्यम से सतत निगरानी की जा रही हैं। इस प्रयोग से पैंगोलिन के संरक्षण और आबादी बढ़ाने में मदद मिलेगी। पूरे विश्व में चिंताजनक रूप से पैंगोलिन की संख्या में 50 से 80 प्रतिशत की कमी आई है।
एस.टी.एस.एफ. द्वारा शिकार और तस्करी का खुलासा
मध्यप्रदेश की पहचान हमेशा से ही वन्य-जीव प्रबंधन में अनूठे और नये प्रयासों के लिए रही है। वन्य-प्राणी सुरक्षा के लिए प्रदेश में गठित विशिष्ट इकाई एस.टी.एस.एफ ने सभी वन्य-प्राणी विशेषकर पैंगोलिन के अवैध शिकार और व्यापार को नियंत्रित करने के कारगर प्रयास किये हैं। एस.टी.एस.एफ. ने पिछले कुछ सालों में 11 से अधिक राज्यों में पैंगोलिन के शिकार और तस्करी में शामिल गुटों का सफलता पूर्वक खुलासा किया है।
चीन और दक्षिण एशियाई देशों में कवच और मांस की भारी मांग
पैंगोलिन विश्व में सर्वाधिक तस्करी की जाने वाली प्रजाति है। सामान्यत: परतदार चींटी खोर के नाम से जाना जाने वाले ऐसे दंतहीन प्राणी हैं, जो वन्य-प्राणी जगत में अद्वितीय होने के साथ लाखों वर्षों के विकास का परिणाम हैं। पैंगोलिन अपने बचाव के रूप में इस परतदार कवच का उपयोग करता है। यही सुरक्षा कवच आज उसकी विलुप्ति का कारण बन गया है। परम्परागत चीनी दवाईयों में इनके कवच की भारी मांग इनके शिकार का मुख्य कारण है। चीन और दक्षिण एशियाई देशों में इनके कवच और मांस की भारी मांग है। इससे वैश्विक रूप से पैंगोलिन प्रजाति की संख्या में तीव्र कमी आई है।
पैंगोलिन की 8 प्रजातियों मे से 2 भारत में
पैंगोलिन की आठ प्रजातियों में से एक भारतीय एवं चीनी पैंगोलिन भारत में पाए जाते हैं। चीनी पैंगोलिन उत्तर पूर्वी भारत और भारतीय पैंगोलिन अत्यधिक शुष्क क्षेत्र, हिमालय ओर उत्तर पूर्वी भारत के अलावा सम्पूर्ण भारत में पाया जाता है। भारतीय पैंगोलिन भारत के अलावा श्रीलंका, बाँग्लादेश और पाकिस्तान में भी पाया जाता है। दोनों प्रजातियों को वन्य-जीव (संरक्षण)अधिनियम की अनुसूची- एक में संरक्षण प्राप्त है।
निशाचर प्रजाति होने के कारण भारतीय पैंगोलिन के व्यवहार और पारिस्थितिकी के बारे में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। लुप्तप्राय प्रजातियों की प्रभावशील संरक्षण योजना और विकास के लिए उनकी पारिस्थितिकी जानना अति महत्वपूर्ण है। मध्यप्रदेश में वन विभाग और वाइल्ड लाईफ कंजर्वेशन ट्रस्ट रेस्क्यू किये गये पैंगोलिन में से 6 की रेडियो टेगिंग कर अध्ययन करेगा। इससे लुप्तप्राय प्रजाति की जनसंख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।
विश्व पैंगोलिन दिवस फरवरी माह के तीसरे शनिवार में मनाया जाता है। इस अंतर्राष्ट्रीय प्रयास से पैंगोलिन प्रजाति के बारे में जागरूकता बढ़ती है और विभिन्न स्टाक होल्डरों को एकत्र कर संरक्षण प्रयासों को गति दी जाती है।

राज्यों के रेरा के अखिल भारतीय फोरम की वेबसाइट बनेगी
14 February 2020
भोपाल.देश के राज्यों के रेरा के अखिल भारतीय फोरम की उपयोगी जानकारी देने वाली वेबसाइट बनेगी। रेरा अध्यक्ष तथा देश के राज्यों के रेरा के अखिल भारतीय फोरम की वेबसाइट उप समिति के समन्वयक श्री अन्टोनी डिसा की अध्यक्षता में भोपाल में रेरा प्राधिकारियों की नवगठित राष्ट्रीय समिति की उप समिति की बैठक में यह निर्णय हुआ। वेबसाइट में सभी प्रदेशों के रेरा प्राधिकरणों की जानकारी उपलब्ध रहेगी। बैठक में समिति के सदस्य महाराष्ट्र रेरा अध्यक्ष श्री गौतम चटर्जी तथा राजस्थान रेरा अध्यक्ष श्री एन.सी. गोयल विशेष रूप से मौजूद थे।
बैठक में तय किया गया कि एफोरेरा की वेबसाइट्स पर बुनियादी बिन्दुओं तथा मापदण्डों को ध्यान में रखते हुए जानकारी प्रदर्शित होना चाहिए। वेबसाइट में राज्य-स्तर के रेरा प्राधिकरणों के कार्य-परिणामों को भी दर्शाना चाहिए। वेबसाइट में महत्वपूर्ण एवं उपयोगी जानकारी के प्रदर्शन का प्रावधान किया जाये, जिससे इच्छुक नागरिक किसी भी राज्य की रेरा प्राधिकरण साइट पर सीधे जा सकें।
बैठक में की गई चर्चा के आधार पर मध्यप्रदेश रेरा के अध्यक्ष श्री अन्टोनी डिसा अखिल भारतीय फोरम की माह मार्च में दिल्ली में आयोजित होने वाली बैठक में प्रस्तावित वेबसाइट का प्रस्तुतिकरण करेंगे।
वेबसाइट की रूपरेखा तय करने तथा इसे देश के समस्त रेरा के वेबसाइट्स से लिंक करने के तौर-तरीके पर विचार करने के लिये समिति की पहली बैठक भोपाल में आयोजित की गई। बैठक में मैपआईटी द्वारा तैयार किये गये मसौदे के प्रारूप को प्रस्तुत किया गया।
प्रबंध संचालक मैपआईटी श्री नंद कुमारम ने मैपआईटी द्वारा तैयार की गई, एफोरेरा वेबसाइट का प्रस्तुतिकरण दिया।
अखिल भारतीय फोरम ने मध्यप्रदेश के आईटी सॉफ्टवेयर की गुणवत्ता तथा बेहतर स्वरूप के मद्देनजर मैपआईटी को अखिल भारतीय फोरम की वेबसाइट तैयार करने की जिम्मेदारी सौंपने का निर्णय लिया। उल्लेखनीय है कि भू-सम्पदा (विनियमन और विकास) एक्ट 2017 के लागू होने के बाद से अभी तक 26 राज्यों में रेरा प्राधिकरणों द्वारा किये जाने वाले नवाचारों और अनुभवों से मिली सीखों का पारस्परिक आदान-प्रदान तथा उनसे लाभान्वित होने के लिये राष्ट्रीय स्तर पर एफोरेरा संस्था का 2019 में दिल्ली में गठन किया गया था, जिससे रेरा एक्ट से आवंटी को आधिकारिक तौर पर आसानी से लाभ दिया जा सके तथा रियल स्टेट को प्रोत्साहित भी किया जा सके।
बैठक में सचिव रेरा श्री चन्द्रशेखर वालिंबे, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी श्री अभय वेडेकर सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

जनसम्पर्क मंत्री द्वारा "महिलाओं के लिये ई-रिक्शा" का शुभारम्भ
13 February 2020
भोपाल.जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने गांधी भवन में अशासकीय स्वैच्छिक संगठनों के कार्यक्रम में महिलाओं के लिये ई-रिक्शा संचालन व्यवस्था का शुभारम्भ किया। श्री शर्मा ने महिलाओं को आत्म-निर्भर और पुरुषों के बराबर सशक्त बनाने के लिए संचालित अभियान की सराहना की। उन्होंने कहा कि ई-रिक्शा संचालन से महिलाएँ सशक्त बनेंगी। दिए।


सरकार की नीयत साफ, बिजली का बिल हाफ, किसानों का कर्जा माफ
13 February 2020
भोपाल.'आपकी सरकार-आपके द्वार'' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने वचन-पत्र में किये लगभग 50 फीसदी वायदों को एक साल में पूरा किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के नेतृत्व में सरकार ने बिजली का बिल हाफ और किसानों का कर्जा माफ करके अपने वचन को एक वर्ष के भीतर ही पूरा किया है।
मंत्री श्री सिंह ने कटनी में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 19 लाख किसानों के बिजली के बिल आधे माफ कर दिये गये तथा ढाई लाख किसानों के अस्थाई कनेक्शन के शुल्क की दरें भी आधी की गई हैं। श्री सिंह ने बताया कि कटनी जिले के कुल 2 लाख 39 हजार घरेलू बिजली उपभोक्ताओं में से एक लाख 84 हजार 685 उपभोक्ताओं से इंदिरा गृह ज्योति योजना का लाभ देकर मासिक बिल केवल 100 रुपये लिया जा रहा है।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि 'जय किसान फसल ऋण माफी'' योजना के प्रथम चरण में 59 हजार से 2 लाख रुपये तक के ऋण 31 मार्च, 2020 के पहले तक माफ कर दिये जायेंगे। श्री सिंह ने बताया कि सरकार ने पेंशन हितग्राहियों की पेंशन राशि 300 रुपये से बढ़ाकर 600 रुपये तक कर दी है, जिसे एक अप्रैल से सरकार अपने वचन-पत्र के मुताबिक 1000 रुपये करेगी। उन्होंने कहा कि बहोरीबंद में सिंचाई के लिये विद्युत का शेड्यूल 6 से 4 घंटे तक का तय किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बहोरीबंद में 132 के.व्ही. विद्युत स्टेशन के लिये भूमि उपलब्ध कराने और नहरों के कार्य को शीघ्र पूर्ण किया जायेगा।
तेवरी में आयोजित विकासखण्ड स्तरीय 'आपकी सरकार-आपके द्वार'' कार्यक्रम में मंत्री श्री सिंह द्वारा लगभग 6 करोड़ की लागत के 13 कार्यों का भूमि-पूजन और 13 कार्यों का लोकार्पण किया गया। श्री सिंह ने इनमें से लगभग 28 लाख की 11 गौ-शालाएँ एवं लगभग 8 लाख के आँगनवाड़ी भवन स्लीमनाबाद का लोकार्पण किया।

मंत्री श्री बघेल ने अलीराजपुर में ली जिला योजना समिति की बैठक
13 February 2020
भोपाल.पर्यटन एवं नर्मदा घाटी विकास मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल ने अपने प्रभार के जिला अलीराजपुर में जिला योजना समिति की बैठक ली। विधायक श्री मुकेश पटेल और सुश्री कलावती भूरिया तथा जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता चौहान बैठक में शामिल हुईं।
मंत्री श्री बघेल ने विभागवार निर्माण एवं विकास कार्यों तथा योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने विद्युत वितरण कम्पनी को निर्देश दिये कि ट्रांसफार्मर खराबी की सूचना मिलने पर सुधार कार्य तत्काल कराया जाये। कम्पनी की सेक्टरवार बैठकों में समिति के सदस्यों और जन-प्रतिनिधियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया जाये। श्री बघेल ने धार्मिक पर्वों के अवसर पर बेहतर कानून-व्यवस्था बनाये रखने के निर्देश दिये।

मंत्री श्री आरिफ अकील द्वारा ग्रामीण अंचल में जन-सुविधाओं का लोकार्पण
13 February 2020
भोपाल.पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री आरिफ अकील ने सीहोर जिले में आष्टा तहसील के ग्रामीण अंचल का दौरा किया। उन्होंने ग्राम खाड़ीहाट में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के नव-निर्मित भवन, ग्राम लसूड़ियाखास में नल-जल योजना, सामुदायिक भवन और उप स्वास्थ्य केन्द्र भवन का लोकार्पण किया। श्री अकील ने ग्रामीणों को राज्य सरकार के निर्णयों और जन-हितैषी योजनाओं की जानकारी दी। साथ ही, ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही निराकरण भी सुनिश्चित किया।


मंत्री श्री शर्मा द्वारा भोपाल रेलवे स्टेशन पर दुर्घटना-स्थल का निरीक्षण
13 February 2020
भोपाल.जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने भोपाल रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज से प्लेटफार्म 2 एवं 3 को जोड़ने वाले रैम्प (फ्लेट ब्रिज) के एक हिस्से के टूटने से हुई दुर्घटना का आज सुबह स्थल निरीक्षण किया। श्री शर्मा ने दुर्घटना में घायलों का निःशुल्क उपचार कराने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के निर्देश पर गंभीर घायलों को 50-50 हजार और सामान्य घायलों को 10-10 हजार रुपए की सहायता प्रदान करने की घोषणा की।
मंत्री श्री शर्मा हमीदिया अस्पताल पहुँचकर वहाँ इलाज के लिये भर्ती दुर्घटना में घायल लोगों से मिले। उन्होंने घायलों के स्वास्थ्य लाभ की जानकारी प्राप्त की। श्री शर्मा ने चिकित्सकों और प्रशासनिक अधिकारियों को सभी घायलों के लिये बेहतर उपचार व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
मंत्री श्री शर्मा ने संभागायुक्त श्रीमती कल्पना श्रीवास्तव को घटना स्थल से ही फोन पर घटना की जाँच कराने के निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि प्रदेश के ऐसे सभी रेलवे ओवरब्रिज के निरीक्षण, परीक्षण, मरम्मत और रख-रखाव की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए रेल मंत्रालय से आग्रह करेंगे।

ओरछा में गांधी जी के अस्थि विसर्जन स्थल कंचना घाट पर बनेगा भव्य स्मारक
12 February 2020
भोपाल.वाणिज्यिक कर मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जयंती वर्ष पर ओरछा में गांधी जी के अस्थि विसर्जन स्थल कंचना घाट पर आयोजित गांधी स्मृति-2020 कार्यक्रम में शामिल हुए। श्री राठौर ने कहा कि कंचना घाट में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वें जयंती पर भव्य स्मारक का निर्माण कराया जायेगा। अगले वर्ष से भव्य स्मारक में ही गांधी स्मृति के आयोजन होंगे।
निवाड़ी में डॉ. अम्बेडकर मंगल भवन का लोकार्पण
मंत्री श्री राठौर ने निवाड़ी जिला मुख्यालय पर लगभग 60 लाख रूपये लागत के नव-निर्मित डॉ. अम्बेडकर मंगल भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि ओरछा के साथ-साथ पृथ्वीपुर और निवाड़ी का समग्र विकास सुनिश्चित किया जायेगा। श्री राठौर ने स्थानीय नगर परिषद को मंगल भवन परिसर में बाउण्ड्रीवॉल निर्माण और पेविंग ब्लाक्स लगाने के निर्देश दिये।
ग्राम नैगुवां में शासकीय हाईस्कूल भवन का लोकार्पण
मंत्री श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर ने निवाड़ी जिले के ग्राम नैगुवां में एक करोड़ रूपये लागत के नव-निर्मित शासकीय हाईस्कूल भवन का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार नई पीढ़ी को तकनीकी शिक्षा से जोड़कर आत्मनिर्भर बनाने के लिये कृत-संकल्पित होकर कार्य कर रही है। इसके अलावा, प्रदेश में बेटियों को शिक्षित करने के साथ-साथ आत्मरक्षा के लिये स्कूलों में ट्रेनिंग देने की व्यवस्था भी लागू की गई है।

राघौगढ़ में 1221 किसानों के 9 करोड़ के फसल ऋण माफ
12 February 2020
भोपाल.जय किसान फसल ऋण माफी योजना में गुना जिले की राघौगढ़ तहसील में आयोजित कार्यक्रम में 1221 किसानों के 9 करोड़ 7 लाख रूपये के ऋण माफ किये गये। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने किसानों को ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरित किये।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि प्रथम चरण में किसानों के 50 हजार रुपये तक के ऋण माफ किये गये थे। इसमें गुना जिले के 17 हजार 698 पात्र किसानों के 95 करोड़ 24 लाख रुपये के ऋण माफ किये जा चुके हैं। इनमें से राघौगढ़ तहसील के 1623 कृषकों के 6 करोड़ 25 लाख रुपये के ऋण माफ किये गये थे। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में गुना जिले के 9 हजार 249 पात्र किसानों के 69 करोड़ रुपये के ऋण माफ किये जा रहे हैं। इनमें से राघौगढ़ तहसील के 1221 किसानों के 9 करोड़ 7 लाख रुपये के ऋण माफ किये गये हैं। द्वितीय चरण में 50 हजार से एक लाख तक के कृषि ऋण माफ किये जा रहे हैं।
ऐसा लगा जैसे मेरा कर्ज माफ हुआ
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि तृतीय चरण में एक लाख से दो लाख तक के फसल ऋण माफ किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि लाभान्वित किसानों के चेहरे पर खुशी देखकर ऐसा लग रहा है कि जैसे मेरा कर्ज माफ हो रहा है। श्री सिंह ने कहा कि अन्नदाता की आर्थिक सुदृढ़ता के लिये हरसंभव कदम उठाये जा रहे हैं। कार्यक्रम में स्थानीय जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।

रेशम उत्पादक किसानों और बुनकरों की बेहतरी के लिये स्थापित होंगे आधुनिक उपकरण
12 February 2020
भोपाल.कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री हर्ष यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न सिल्क फेडरेशन के संचालक-मण्डल की बैठक में निर्णय लिया गया कि रेशम उत्पादक किसानों और बुनकरों की बेहतरी के लिये आधुनिक उपकरण स्थापित किये जायेंगे। प्रथम चरण में एक मल्टी एण्ड रिलिंग मशीन स्थापित की जायेगी। आयुक्त रेशम श्री कवीन्द्र कियावत बैठक में शामिल थे।
मंत्री श्री यादव ने कहा कि रेशम विभाग द्वारा ककून विक्रय के साथ स्वयं धागाकरण के कार्य को भी प्रोत्साहित किया जाये, जिससे अधिक से अधिक बुनकरों को रोजगार प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि रेशम संचालनालय और सिल्क फेडरेशन की गतिविधियाँ रेशम उत्पादक किसानों और बुनकरों के हितों को ध्यान में रखकर संचालित की जायें।
श्री यादव ने कहा कि गतिविधियों के संचालन में अच्छे परिणाम देने वाले शासकीय सेवक पुरस्कृत किये जायेंगे। साथ ही, जिम्मेदारियों को निभाने में लापरवाही बरतने वाले शासकीय कर्मियों को दण्डित भी किया जायेगा।
रेशम उत्पादन में दूसरे स्थान पर मध्यप्रदेश
संचालक-मण्डल की बैठक में बताया गया कि देश में रेशम उत्पादन के क्षेत्र में कर्नाटक के बाद मध्यप्रदेश एकमात्र दूसरा राज्य है। यहाँ रेशम वस्त्रों की बुनाई और आकल्पन के काम में सहकारी संस्थाओं को भी शामिल किया जा रहा है। बताया गया कि प्रदेश में आधुनिक संसाधनों के साथ रीलिंग सेंटर प्रारंभ किये जा रहे हैं। इन सेंटर्स को अधिक मात्रा में धागा तैयार करने के लिये भी प्रेरित किया जा रहा है।
बैठक में बताया गया कि सिल्क फेडरेशन ने वर्ष 2018-19 में 1.44 करोड़ रुपये मूल्य के ककून का विक्रय किया जबकि वर्ष 2019-20 में गत जनवरी माह तक 6 करोड़ रुपये मूल्य के ककून का विक्रय किया गया।
गौहर महल में यथावत रहेगा आउटलेट
संचालक-मण्डल की बैठक में बताया गया कि भोपाल के गौहर महल स्थित सिल्क फेडरेशन के शो-रूम को अन्यत्र शिफ्ट नहीं किया जाएगा। यह शो-रूम यथावत संचालित होता रहेगा। गौहर महल में पूर्व के वर्षों में लगभग 40 दिन प्रदर्शनी और मेले आयोजित किये जाते थे। अब इनकी संख्या बढ़ाकर 200 के आसपास कर दी गई है। पुराने और नये भोपाल के मध्य में स्थित होने की वजह से यहाँ नागरिकों को आने-जाने में हो रही सुविधा को देखते हुए आउटलेट पूर्व की तरह संचालित करने का निर्णय लिया गया है।
संजीवनी परिसर में शो-रूम 'प्राकृत'' का शुभारंभ
कुटीर एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री हर्ष यादव ने तुलसी नगर के संजीवनी परिसर में सिल्क फेडरेशन के नये शो-रूम 'प्राकृत'' का शुभारंभ किया। उन्होंने शो-रूम का निरीक्षण करते हुए आशा व्यक्त की कि महत्वपूर्ण लोकेशन के कारण शो-रूम लोगों को आकर्षित करने में सफल होगा।

जीवन में सफलता के लिए ईमानदारी और निष्ठा जरूरी : राज्यपाल श्री टंडन
11 February 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने मानसरोवर दंत चिकित्सा महाविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओं से कहा कि ज्ञान का सेवा भाव से उपयोग करें। ईमानदारी और निष्ठा के साथ किए गये प्रयासों को ही सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि उपाधि प्राप्त करना एक पड़ाव है। यहाँ से समाज एवं राष्ट्र की सेवा के नए रास्ते खुलते हैं।
राज्यपाल ने विद्यार्थियों से कहा कि परिवार और समाज ने आपको योग्य बनाने के लिये जो किया है, उसे अब आपको प्रतिबद्धता और दक्षता के साथ परिवार और समाज को लौटाना है। उन्होंने कहा कि देश और प्रदेश में महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़ी है। अब शैक्षणिक गुणवत्ता का स्तर बढ़ाने की दिशा में सार्थक प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज हमारे पास धन की कमी नहीं है। आवश्यकता व्यवस्थाओं का सुचारू रूप से संचालन करने की है। राज्यपाल ने मातृ भाषा में शिक्षा देने के प्रयासों पर भी बल दिया।
दीक्षांत समारोह में चिकित्सा, शिक्षा, आयुष और संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने कहा कि इस समारोह में 37 छात्राओं और 20 छात्रों को स्नातक एवं स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त हुई है। इससे स्पष्ट है कि लड़कियों का शिक्षा के क्षेत्र में प्रतिशत बढ़ा है। उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने उपाधियाँ प्राप्त विद्यार्थियों से कहा कि समाज की सेवा का संकल्प ले।
इस अवसर पर राज्यपाल ने मुम्बई के लीलावती हास्पिटल के डॉ. संजीव खन्ना को उत्कृष्ट सेवाओं के लिये सम्मानित किया। समारोह को मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. टी.एन. दुबे ने भी सम्बोधित किया।

युवाओं को विश्व-स्तरीय निजी सुरक्षा ट्रेनिंग देने स्थापित होंगे सेंटर ऑफ एक्सीलेंस संस्थान
11 February 2020
भोपाल.युवाओं को निजी सुरक्षा की विश्वस्तरीय ट्रेनिंग देने के लिए प्रदेश में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस संस्थान स्थापित किए जायेंगे। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की मंत्रालय में गृह एवं पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों एवं निजी सुरक्षा के सर्वोच्च संगठन सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश और दुनिया में निजी सुरक्षा की माँग बढ़ी है। यह आज रोजगार के सेक्टर में सबसे प्रमुख केन्द्रों में से एक है। इसमें रोजगार की व्यापक संभावनाएँ है। उन्होने कहा कि अगर हमारे प्रदेश के युवाओं को निजी सुरक्षा से जुड़ी विभिन्न विधाओं का उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाए, तो हम उन्हें बेहतर रोजगार उपलब्ध करवा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के बेहतर सुरक्षा प्रशिक्षण संस्थान और सुरक्षा एजेंसियों का अध्ययन कर प्रदेश में ऐसा ट्रेनिंग सेंटर स्थापित किया जाए, जिसमें हमारे युवाओं को विश्व-स्तरीय प्रशिक्षण मिल सके। उन्होंने इसके लिए शीघ्र ही एक कार्य-योजना बनाने के निर्देश दिये। श्री कमल नाथ ने बताया कि वर्तमान में देश में 22 हजार सुरक्षा एजेंसियाँ हैं, जिनमें लगभग 80 हजार लोग नौकरी करते हैं।
मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती, प्रमुख सचिव गृह श्री एस.एन. मिश्रा, प्रमुख सचिव कौशल विकास श्रीमती दीपाली रस्तोगी, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक श्रीमती प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक निजी सुरक्षा एजेंसी श्री मनीष शंकर शर्मा, सेंट्रल एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट सिक्योरिटी इंडस्ट्री के अध्यक्ष श्री विक्रम सिंह, जी4 सुरक्षा एजेंसी के एमडी श्री राजीव शर्मा, चेकमेट के एमडी श्री विक्रम मर्हुकर, श्री राज शेखर एवं सुश्री मीशा डांगे बैठक में उपस्थित थे।

मेरा स्वप्न है कि हर व्यक्ति को घर पर मिले शुद्ध जल : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
11 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि आने वाले समय में पानी की उपलब्धता समाज और सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है। सब मिलकर ही इसका मुकाबला कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि मेरा स्वप्न है कि हर व्यक्ति को शुद्ध जल उसके घर पर मिले। यह स्वप्न सबका हो, तो जरूर इसमें सफल होंगे। श्री कमल नाथ मिंटो हाल में जलाधिकार कानून को लेकर मध्यप्रदेश सरकार और जल-जन जोड़ो आंदोलन द्वारा संयुक्त रूप रूप से आयोजित राष्ट्रीय जल सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
सम्मेलन में 25 राज्य के जल और पर्यावरण से जुड़े समाजसेवी और विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। अधिवेशन में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित "राइट टू वाटर" विषय पर विचार- विमर्श होगा।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि हमारी सोच के अभाव और लापरवाही के कारण जल संकट बढ़ रहा है, जो आगे चलकर और भी गंभीर होने वाला है। श्री कमल नाथ ने कहा कि 1982 में हुए पृथ्वी सम्मेलन में मैंने इस मुद्दे को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर उठाया था कि पर्यावरण और जंगल तभी तक सुरक्षित और जीवित हैं, जब तक हमारे पास पानी है। इसलिए पानी बचाने और जल स्त्रोतों को संरक्षित करने का काम सबसे पहले करना होगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि आज हमारे 65 बाँध और 165 रिजर्व वायर सूखे की चपट में हैं। स्थानीय निकाय नागरिकों को 2 से 4 दिन में पानी उपलब्ध करवा पा रहे हैं। भविष्य में यह संकट गहराएगा। इसकी चिंता हमें आज से करना होगी। उन्होंने कहा कि हमारे पर्यावरणविद और जल संरक्षण के क्षेत्र में समर्पित भाव से काम करने वाले स्वयंसेवियों को इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने मिलकर इसकी आज से चिंता नहीं की, तो आने वाली पीढ़ी हमें माफ नहीं करेगी।
श्री कमल नाथ ने कहा कि राइट टू वाटर कानून लाने का हमारा मकसद है कि पानी को बचाने के प्रति लोगों में जागरूकता है आए और वे सरकार के साथ जल संरक्षण के लिए सहभागी बनें। उन्होंने कहा कि जल संरक्षण के क्षेत्र में काम करने वाले लोगों से मेरी अपेक्षा है कि वे इस कानून को व्यवहारिक और प्रभावी बनाने के लिये अपने महत्वपूर्ण सुझाव दें। भविष्य में भी लोगों की पानी की जरूरत पूरी होती रहे, इस पर विचार कर ऐसे उपाय सुझाएं, जिस पर बेहतर ढंग से अमल हो सके। श्री कमल नाथ ने कहा कि आज जल संरक्षण और भू-जल स्तर में वृद्धि करने की कई नई तकनीक आ गई हैं। इन आधुनिक तकनीकों को भी हम जाने और इनका उपयोग जल को बचाने से लेकर उसे आम आदमी तक पहुँचाने के लिए करें।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नेतृत्व में यह सरकार लोगों को पर्याप्त पानी, पहुँच में पानी और पीने योग्य पानी का कानूनी अधिकार देने जा रही है। ऐसा अधिकार देने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य होगा।
श्री पांसे ने कहा कि वर्षा की एक - एक बूंद को सहेजने से लेकर उसे घर तक पहुँचाने के प्रत्येक पहलू का समावेश जल अधिकार कानून में रहेगा। पानी की रिसायक्लिंग, वाटर रिचार्जिंग, उसका वितरण एवं उपयोग भी इस कानून के दायरे में आयेगा। उन्होने बताया कि वर्तमान में प्रदेश की 72 प्रतिशत आबादी, 55000 गाँवों की 01 लाख 28 हजार बसाहटों में निवास करती है। गाँवों की 98 प्रतिशत पेयजल व्यवस्था भू-जल पर आधारित है। इसीलिये गिरता हुआ भू-जल स्तर प्रतिवर्ष जल संकट को बढ़ा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप आने वाले पाँच सालों में हम प्रदेश के प्रत्येक घर में नल के माध्यम से प्रतिशत 55 लीटर प्रति व्यक्ति शुद्ध एवं स्वच्छ जल पहुँचाएंगे। श्री पांसे ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आज राइट टू वाटर विषय पर हो रहे मंथन से निश्चित ही बेहतर निष्कर्ष निकलेंगे।
जल पुरुष मेगसेसे पुरस्कार प्राप्त प्रो. राजेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को बधाई दी कि उन्होंने जल अधिकार कानून बनाने की पहल कर पूरे देश को यह सोचने पर मजबूर किया है कि वे जल संरक्षण और इसके बेहतर उपयोग के लिए काम करे। सभी राज्य सरकारों को मध्यप्रदेश की इस पहल का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जलाधिकार कानून बनाने की पहल करके मुख्यमंत्री ने समाज में विश्वास पैदाकर उनके अंदर मालिकाना हक का भाव जाग्रत किया है कि जल संसाधन हमारा है और हमारे लिए है। यह एक अवसर है जब हम सब मिलकर जल का उपयोग अनुशासित होकर करें।
इस मौके पर मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री संजय शुक्ला एवं देश भर से आए जल एवं पर्यावरण विशेषज्ञ उपस्थित थे।

सभी सस्पेंड डॉक्टर्स को वापस ड्यूटी पर ले-स्वास्थ्य मंत्री
11 February 2020
भोपाल.लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुये निर्देश दिये कि विगत 6 माह में निलंबित किये गये सभी डॉक्टर्स को बहाल करें ओर जनता की सेवा में लगाये। विभाग में डॉक्टर्स की भर्ती प्रक्रिया को तेज करें और 1700 से अधिक पदों के लिये डॉक्टर्स की भर्ती के लिये विज्ञापन जारी करें।
स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान मंत्री ने शिशु और मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के लिये प्रदेश में क्षेत्र ओर जिला आधार पर कार्य-योजना बनाने के निर्देश भी दिये साथ ही विभाग की 365 दिन की कार्य योजना 10 दिन में बनाकर प्रस्तुत करने को कहा है। बैठक में स्वास्थ्य आयुक्त श्री प्रतीक हजेला, संचालक छवि भारद्वाज, विजय कुमार और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि सभी अधिकारी स्वास्थ्य सेवाओं को ओर बेहतर बनाने के लिये शासकीय अस्पतालों का सप्ताह में एक बार अवश्य निरीक्षण करें। प्रदेश के सभी जिला, सिविल, प्राथमिक अस्पतालों की व्यवस्था संबंधी रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिये गये।
स्वास्थ्य मंत्री ने निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिये निरन्तर ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करते रहें। दूसरे विभाग के मंत्रियों और विधायकों के पत्रों पर त्वरित कार्यवाही करें। सिविल अस्पतालों के उन्नयन के लिये जो प्रस्ताव प्रक्रिया में हैं, उन पर भी कार्रवाई रिपोर्ट प्रस्तुत करें।
बैठक में आयुक्त स्वास्थ्य श्री हजेला ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में स्वास्थ्य विभाग 5 हजार से अधिक नर्सों की भर्ती करेगा, जिनमें से 2500 पद संविदा से भरे जायेंगे। पिछले वर्ष 1 हजार से अधिक नर्सों की भर्ती की गई थी। इस वर्ष 722 मेडिकल ऑफीसर, 900 से अधिक विशेषज्ञ डॉक्टर्स की भर्ती की जायेगी, साथ ही 620 लैब टेक्नीशियन, 4 हजार सी.एच.ओ. पदों पर भर्ती प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी।
इस वर्ष स्वास्थ्य विभाग ने 157 लोगों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की है, शेष 43 लोगों को अगले वित्त वर्ष में पद रिक्त होने पर नियुक्ति दी जाएगी।

प्रदेश को मिलावटखोरी से मुक्त कराने तक जारी रहेगा "शुद्ध के लिये युद्ध" अभियान
10 February 2020
भोपाल.लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसी सिलावट ने कहा है कि प्रदेश को मिलावटखोरी से पूरी तरह मुक्त कराने तक 'शुद्ध के लिये युद्ध' अभियान जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि मिलावटखोरों को कतई बख्शा नहीं जायेगा। श्री सिलावट अभियान के अंतर्गत आयोजित राज्य-स्तरीय सम्मान एवं पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा, महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी, खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल और स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी समारोह में शामिल हुए। समारोह के प्रारम्भ में आयुक्त खाद्य एवं औषधि कार्यालय में प्रदेश की पहली माइक्रो बायोलॉजी लैब का लोकार्पण किया गया।
मिलावटखोरी मानवता के लिये घातक
जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि मिलावटखोरी मानवता के लिये घातक है। इसे हर स्तर पर रोकना होगा। उन्होने प्रदेशवासियों का आव्हान किया कि 'शुद्ध के लिये युद्ध' अभियान को सफल बनाने में राज्य सरकार को सहयोग प्रदान करें।
परम्परागत तरीके अपनाकर मिलावटी चीजो से बचें
महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने कहा कि भोजन सहित अन्य खाद्य सामग्री के मामले में परम्परागत तरीके अपनाकर मिलावटी चीजों के दुष्‍प्रभावों से आसानी बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि भोजन-सामग्री की आवश्यक वस्तुएँ घर में तैयार करने की आदत को प्रोत्साहित कर मिलावटखोरी से निजात पायी जा सकती है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि खाद्य पदार्थो में शुद्धता के मामले में समझौता न करें।
अभियान को सफल बनाने सभी वर्गों की भागीदारी जरूरी
खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल ने कहा कि 'शुद्ध के लिये युद्ध' अभियान तभी पूरी तरह सफल हो सकेगा, जब समाज के सभी वर्ग इसमें अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ियों को स्वस्थ जीवन प्रदान करने के लिये शुद्धता को अपनाना होगा।
बच्चों में जागरूकता से सफल होगा अभियान
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने कहा कि स्कूली बच्चों में शुद्धता के प्रति जागरूकता पैदा कर अभियान की सफलता सुनिश्चित की जा सकती है। बच्चों में यह जागरूकता निबंध, भाषण, नाटक जैसी प्रतियोगिताएँ आयोजित कर पैदा की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि बच्चे सही मायने में अभियान की सफलता के लिये ब्राँड एम्बेसेडर साबित होंगे।
समारोह में 'शुद्ध के लिये युद्ध' अभियान के अंतर्गत आयोजित भाषण प्रतियो‍गिता में कु. माही शर्मा इंदौर को प्रथम पुरस्कार 51 हजार रुपये, हर्ष ताम्रकार छतरपुर को द्वितीय पुरस्कार 21 हजार और संकल्प जैन टीकमगढ़ को तृतीय पुरस्कार 11 हजार रूपये प्रदान किया गया। नाटक प्रतियोगिता में जबलपुर को प्रथम, रीवा को द्वितीय और होशंगाबाद को तृतीय पुरस्कार दिया गया। निबंध प्रतियोगिता में साँची सतना को प्रथम पुरस्कार, सुनील नरसिंहपुर को द्वितीय और नरेन्द्र पटेल छतरपुर को तृतीय पुरस्कार दिया गया। सभी श्रेणियों में 51 हजार, 21 और 11 हजार रूपये के पुरस्कार प्रदान किये गये। अभियान में विशेष कार्य करने वाले अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।

नगरीय निकायों के विकास कार्यों का एक महीने का रोडमैप बनाने के निर्देश
10 February 2020
भोपाल.नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने नगरीय निकायों के विकास कार्यों का एक महीने का रोडमैप बनाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि जिलावार स्वीकृत विकास कार्यों को समय-सीमा में शुरू कराया जाये। श्री सिंह विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री अधोसंरचना मद में प्राप्त प्रस्तावों पर उपलब्ध वित्तीय संसाधनों के अनुसार जल्द स्वीकृति आदेश जारी करें। उन्होंने वर्ल्ड बैंक, एडीबी, केएफडब्ल्यू पोषित योजनाओं के कार्य जल्द शुरू कराने के निर्देश दिये। श्री सिंह ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन में डम्पिंग ग्राउण्ड और कम्पोस्ट यूनिट के लिये राशि आवंटित करें।
सामूहिक गृह प्रवेश करवायें
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री आवास योजना में जिन हितग्राहियों के घर बन गये हैं, उनका सामूहिक गृह-प्रवेश करवायें तथा जिलेवार इसकी सूची अद्यतन करें। श्री सिंह ने कहा कि शहरी सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत बनाये गये एप में आ रही कठिनाईयों को तुरंत दूर करें। उन्होंने शहरी आजीविका मिशन में और अधिक स्व-सहायता समूह बनवाने के निर्देश दिये।
वाटर ऑडिट जल्द शुरू करवायें
मंत्री श्री सिंह ने वाटर ऑडिट के कार्यो मे देरी पर अप्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि जल का अधिकार अधिनियम में सभी नगरों में प्रतिदिन नल के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। श्री सिंह ने कहा कि इस लक्ष्य को पूरा करने के लिये वाटर ऑडिट जल्द शुरू करवायें। बैठक में बताया गया कि वॉटर ऑडिट के टेंडर हो गये है।
बैठक में प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री संजय दुबे, आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री पी. नरहरि, संचालक ग्राम एवं नगर निवेश श्री स्वतंत्र सिंह, उप सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री मनीष सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

ऊर्जा विभाग की सेवाओं से 98 प्रतिशत उपभोक्ता संतुष्ट : मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह
10 February 2020
भोपाल.ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह ने बताया है कि गत जनवरी माह से तीनों विद्युत वितरण कम्पनियों द्वारा कुल 50 हजार 413 उपभोक्तओं से फीडबैक प्राप्त कर संतुष्टि जाँच की गई है। कुल संतुष्ट उपभोक्ताओं का प्रतिशत लगभग 98 रहा है। उन्होंने तीनों विद्युत वितरण कम्पनियों के अधिकारी-कर्मचारियों को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।
श्री सिंह ने बताया कि फीडबैक कॉल के दौरान 49 हजार 353 उपभोक्ता ऊर्जा विभाग की सेवाओं से संतुष्ट मिले। प्रदेश की तीन विद्युत वितरण कम्पनियों के कॉल सेन्टर में उपभोक्तओं की शिकायतों के निराकरण की संतुष्टि जाँच के लिये कंपनी प्रतिदिन 500 उपभोक्ताओं से फीडबैक प्राप्त कर रही है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में संतुष्ट उपभोक्ताओं का प्रतिशत लगभग 97.5, मध्यक्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी में संतुष्ट उपभोक्तओं का प्रतिशत 92 और पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कम्पनी में संतुष्ट उपभोक्ताओं का प्रतिशत 99.5 रहा है। ज्ञात हो कि दिसम्बर माह में हुए फीडबैक कॉल में उपभोक्ताओं की संतुष्टि का प्रतिशत 96 रहा था। ऊर्जा विभाग निरंतर अपनी सेवाओं में वृद्धि कर उपभोक्ता संतुष्टि के प्रतिशत में बढ़ोतरी कर रहा है।

वर्ष 2007 से 2016 तक के नगरीय निकायों के दैनिक वेतनभोगी होंगे नियमित
10 February 2020
भोपाल.नगरीय निकायों के वर्ष 2007 से 2016 तक के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों एवं सफाई कर्मचारियों को नियमित किया जाएगा। सामुदायिक संगठकों के नियमितिकरण का प्रस्ताव भी केबिनेट में रखा जाएगा। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने मध्यप्रदेश नगर निगम - नगर पालिका कर्मचारी संघ के स्नेह सम्मेलन में यह घोषणा की।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि इस संबंध में संघ के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा कर जल्द आदेश जारी करने की कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति की आयु बढ़ाने, राष्ट्रीय पेंशन स्कीम का लाभ, अवकाश 290 से बढ़ाकर 340 दिन करने, सेवा समाप्ति और ईपीएफ के संबंध में भी सकरात्मक निर्णय लिये जाएंगे।
श्री सिंह ने कहा कि नगरीय निकायों में नागरिकों की समस्या का समाधान सुनिश्चित करने के लिये मानव संसाधन जरूरी है। उन्होने कहा कि निकायो के सभी रिक्त पदों की पूर्ति की जाएगी। पदों की पूर्ति में दैनिक वेतनभोगियों को प्राथमिकता दी जाएगी। नगरीय निकायों के स्थापना व्यय बढ़ाने के संबंध में भी चर्चा की जाएगी।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि चुंगी क्षतिपूर्ति की राशि के विषय में वित्तीय विभाग से चर्चा हुई है। वर्ष 2020-21 के बजट में इसमें वृद्धि की जाएगी। उन्होंने कहा कि निकायों के कर्मचारियों की समस्याओं के निराकरण के लिये हमारे घर और कार्यालय के द्वार हमेशा खुले हैं। श्री सिंह ने कहा कि नगरीय निकायों के सभी कर्मचारी नागरिकों को बेहतर सुविधाएँ उपलब्ध करवाने के लिये पूरी तत्परता से कार्य करें।उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों को सम्मानित किया।
सम्मेलन में संघ के अध्यक्ष श्री सुरेन्द्र सिंह सोलंकी ने कर्मचारियों की समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान कर्मचारी संघठनों के पदाधिकारियों ने विचार व्यक्त किये।

पशु पालन मंत्री श्री यादव ने भांडेर में किया नवीन गौशाला का लोकार्पण
10 February 2020
भोपाल.पशु पालन, मत्स्य विकास एवं मछुआ कल्याण मंत्री श्री लाखन सिंह यादव ने दतिया जिले के भांडेर में नव-निर्मित गौशाला का लोकार्पण किया। उन्होंने गौशाला परिसर में पौधरोपण भी किया।
मंत्री श्री यादव ने कहा कि गौशाला के निर्माण का उद्देश्य जहां एक ओर गौवंश को आश्रय स्थल उपलब्ध कराना है, वहीं दूसरी ओर निराश्रित गौवंश के कारण सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं को रोकना भी है। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि अगले दो वर्षो में कोई भी निराश्रित गौवंश सड़कों पर नजर नहीं आयेगा।
मंत्री श्री यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने एक वर्ष में लगभग एक हजार गौशालाओं के निर्माण के अपने लक्ष्य को लगभग पूर्ण कर लिया है। अधिकतर गौशालाओं का लोकार्पण भी हो चुका है। शेष गौशालाओं का निर्माण पूर्णता की ओर है। उन्होंने बताया कि द्वितीय चरण में शेष दो हजार गौशालाओं के निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जायेगा।

युवा सोच, आशाओं और अपेक्षाओं की धुरी बनें नेहरु युवा केन्द्र
7 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि युवा सोच, उनकी आशाओं और अपेक्षाओं की धुरी नेहरु युवा केन्द्र बनें। उन्होने कहा कि पहले युवा खेत में काम करता था, आज का युवा शिक्षित है। हमें इन परिवर्तनों को पहचान कर 2020 का नेहरु युवा केन्द्र बनाने की दिशा में काम करना है। श्री कमल नाथ ने कहा कि इसके लिए युवा केन्द्र एक कार्य-योजना तैयार करे, जिसे राज्य शासन के सहयोग से पूरे प्रदेश में प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जा सके। मुख्यमंत्री मंत्रालय में नेहरु युवा केन्द्र संगठन की राज्य-स्तरीय युवा कार्यक्रम सलाहकार समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे। मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती बैठक में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि 1972 में जब नेहरु युवा केन्द्र का गठन किया गया था, तब हमारा लक्ष्य युवा शक्ति को संविधान, देश निर्माण, संस्कृति, सभ्यता और सामाजिक मूल्यों से जोड़कर रचनात्मक दिशा देना था। श्री कमल नाथ ने कहा कि आज आवश्यकता है कि हमें इसमें कितनी सफलता मिली, हम इसका मूल्यांकन करें। उन्होंने कहा कि आज हमें इन लक्ष्यों के साथ ही युवाओं की सोच में आए बदलावों के अनुसार केन्द्र के आधारभूत ढांचे और उसकी कार्य प्रक्रिया निर्धारित करना होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज जो चुनौतियाँ हैं, उनका मुकाबला युवा करें। गांधी जी के आदर्शों और उनके सिद्धांतों के साथ भारत भूमि की अनेकता की महानता को पहचानें, उन्हें सुरक्षित रखने में योगदान दें, ऐसी सोच हमें युवाओं के अंदर विकसित करना होगी। उन्होने कहा कि बहुलतावादी संस्कृति, धर्म, आपसी प्रेम, सद्भाव के साथ हमारे सामाजिक मूल्य बने रहें, यह नेहरु युवा केन्द्र का प्रथम दायित्व है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुरानी लीक पर चलकर केन्द्र सिर्फ संग्रहालय बनकर न रहें बल्कि युवाओं को उर्जित करें कि वे अपनी शक्ति का देश के भविष्य को सुरक्षित रखने में उपयोग करें।
श्री कमल नाथ ने कहा कि नेहरु युवा केन्द्र से मेरा गहरा जुड़ाव है। मैं चाहता हूँ कि यह युवाओं का प्रतिनिधि संगठन बने और इसकी भूमिका प्रभावी हो। उन्होंने कहा कि संगठन केन्द्र की गतिविधियों के साथ ही राज्य शासन के खेलकूद, युवा कल्याण तथा संबंधित विभागों के साथ समन्वय की कार्य-योजना बनाए।
मुख्यमंत्री ने नेहरु युवा केन्द्र द्वारा संचालित विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले युवाओं और संगठन को पुरुस्कृत किया। राज्य स्तरीय युवा मंडल का एक लाख का पुरस्कार ग्राम बहुती जिला रीवा को, स्वच्छता अभियान में सुश्री मंजु राठौर अनूपपुर को 50 हजार का प्रथम, रामवन रामायणी मंडल बैतूल को 30 हजार का द्वितीय तथा सुश्री खुशबू नारायणी शहडोल को 20 हजार रूपये का तृतीय पुरस्कार प्रदान किया। मुख्यमंत्री को इस मौके पर शाल-श्रीफल और अभिनंदन पत्र भेंटकर सम्मानित किया गया और केन्द्र का युवा गीत भी भेंट किया गया।
इस मौके पर नेहरु युवा केन्द्र संगठन मध्यप्रदेश के निदेशक श्री दिनेश राय ने केन्द्र की गतिविधियों और कार्यक्रमों की जानकारी दी। खेलकूद विभाग के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।

कृषि सलाहकार परिषद परिणाम देने वाली संस्था बने : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
7 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि किसानों की आय में वृद्धि हो, उनकी क्रय शक्ति बढ़े और कृषि क्षेत्र मजबूत हो। इस दिशा में कृषि सलाहकार परिषद परिणाम देने वाली संस्था बने। उन्होंने कहा कि मेरा लक्ष्य है कि मध्यप्रदेश हार्टीकल्चर की राजधानी बने। इससे किसानों की आर्थिक स्थिति और प्रदेश की अर्थ-व्यवस्था मजबूत होगी। श्री कमल नाथ मंत्रालय में कृषि सलाहकार परिषद की गठन होने के बाद आयोजित पहली बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि सलाहकार परिषद की बैठक में सिर्फ चर्चा न हो। इसके निष्कर्ष भी निकलें और उनका क्रियान्वयन किसानों की बेहतरी में हो। इस लक्ष्य के साथ काम करने की आवश्यकता है। श्री कमल नाथ ने परिषद के सदस्यों से कहा कि वे अगली बैठक के पहले मुझे और परिषद के सचिव सलाहकार को अपने सुझाव दें, जिससे उनका अध्ययन हो सके और अगली बैठक में उन पर चर्चा के साथ निर्णय हो।
श्री कमल नाथ ने कहा कि हमारी अर्थ-व्यवस्था कृषि आधारित है। प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी खेती-किसानी से जुड़ी है। जब तक किसानों के पास क्रय शक्ति नहीं होगी, तब तक हम आर्थिक गतिविधियों का विस्तार नहीं कर पाएंगे। छोटे-मोटे व्यापार, व्यवसाय पनपें, इसके लिए किसानों का आर्थिक रूप से सुदृढ़ होना जरूरी है। मुख्यमंत्री ने हार्टीकल्चर क्षेत्र को बढ़ावा देने पर बल देते हुए कहा कि इसके लिए जरूरी है कि किसानों को विश्वास हो कि उनके द्वारा उत्पादित फसलों को खरीदा जाएगा। उन्होंने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसके जरिए हम किसानों की आय में वृद्धि कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस संबंध में उनकी देश के बड़े उद्योगों से भी निरंतर चर्चा हो रही है। प्रदेश में अगर खाद्य प्रसंस्करण ईकाईयों का विस्तार होता है, तो निश्चित ही हमारा प्रदेश हार्टीकल्चर के क्षेत्र में उन्नत प्रदेश के रूप में स्थापित हो सकेगा।
मुख्यमंत्री ने अपेक्षा की कि कृषि सलाहकार परिषद किसानों से प्राप्त फीडबैक के आधार पर उनकी जरूरतों और तंत्र के बीच में समन्वयक की भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्पादन की कमी के बाद उत्पादन की अधिकता आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। किसानों के लिए अधिक उत्पादन लाभप्रद कैसे बने, इस पर भी गंभीरता के साथ व्यवाहारिक उपाय करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि परिषद के सभी सदस्य कृषि क्षेत्र में वर्तमान और भविष्य की चुनौतियों को पहचानें और उसके आधार पर एक ऐसी रणनीति तैयार हो, जिससे हम खेती-किसानी को लाभ का क्षेत्र बना सकें। उन्होंने कहा कि परिषद एक जवाबदेह मंच बने, ऐसी मेरी मंशा है।
परिषद के गठन और लक्ष्य की सराहना
कृषि सलाहकार परिषद के अशासकीय सदस्यों ने परिषद के गठन और इसके लक्ष्यों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। किसान नेता श्री शिवकुमार शर्मा 'कक्का जी' ने हार्टीकल्चर प्रदेश बनाने की सोच को एक श्रेष्ठ विचार बताया। उन्होंने कहा कि किसानों को खुशहाल बनाने का यह एक मात्र विकल्प है। उन्होंने कुछ माह में ही किसानों के नामांकन, सीमांकन, नामांतरण आदि के 2 लाख प्रकरण का निराकरण करने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया। उन्होंने शेष प्रकरणों में भी तत्परता के साथ कार्यवाही करने की अपेक्षा की। किसान नेता श्री दिनेश गुर्जर, श्री केदार सिरोही, श्री उमराव सिंह गुर्जर, श्री ब्रजबिहारी पटेल और श्री विश्वनाथ ओकटे ने भी विचार व्यक्त किए। संचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास श्री संजीव सिंह ने परिषद के उद्देश्य और लक्ष्यों की जानकारी दी।
बैठक में मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्री प्रभांशु कमल, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं प्रक्षेत्र वानिकी श्री इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव किसान कल्याण एवं कृषि विकास तथा सदस्य सचिव श्री अजीत केसरी, राजमाता विजयाराजे सिंधिया के वाइसचांसलर श्री एस.आर. राव सहित संबंधित वरिष्ठ अधिकारी एवं सदस्य उपस्थित थे।

ऑनलाईन भरे जायेंगे तहसीलदार, नायब तहसीलदार के गोपनीय प्रतिवेदन
7 February 2020
भोपाल.राजस्व मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने एनआईसी द्वारा निर्मित स्पैरो एप का शुभारंभ करते हुए बताया कि प्रदेश के तहसीलदार और नायब तहसीलदार के गोपनीय प्रतिवेदन अब ऑनलाईन भरे जायेंगे। यह व्यवस्था वर्ष 2019-20 की अवधि के प्रतिवेदन से लागू होगी। इस व्यवस्था से लगभग 900 अधिकारी लाभांवित होंगे। उन्होंने बताया कि वर्तमान में केवल भारतीय प्रशासनिक सेवा और डिप्टी कलेक्टर संवर्ग के अधिकारियों के गोपनीय प्रतिवेदन ही ऑनलाईन भरे जाते हैं।
राजस्व मंत्री ने बताया कि अभी तक तहसीलदार और नायब तहसीलदार के गोपनीय प्रतिवेदन मैन्युअली भरे जाने से समय पर प्राप्त नहीं हो पाते थे। इस कारण इन अधिकारियों की पदोन्नति एवं क्रमोन्नति आदि में काफी विलम्ब होता था। उन्होंने कहा कि अब इन अधिकारियों के गोपनीय प्रतिवेदन मैन्युअली भरे जाने की व्यवस्था को पूरी तरह समाप्त किया जा रहा है।
राजस्व मंत्री ने बताया कि ई-फाइलिंग सिस्टम के लिए एन.आई.सी. द्वारा तैयार पोर्टल यू.आर.एल. www.mpsparrow.gov.in के माध्यम से प्रतिवेदन भरे जायेंगे। गोपनीय प्रतिवेदन के प्रारूप एवं चैनल में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। इसके तहत केवल आवेदक द्वारा स्व-मूल्यांकन फाइल करने, प्रतिवेदक अधिकारी एवं समीक्षक अधिकारी तथा उसके बाद स्वीकारकर्ता अधिकारी के मतांकन की व्यवस्था ऑन लाईन रहेगी। ई-फाइलिंग प्रक्रिया के संबंध में इस संवर्ग के अधिकारियों का प्रशिक्षण शीघ्र ही आयोजित किया जायेगा।
मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने बताया कि प्रत्येक स्तर पर निर्धारित समय-सीमा के भीतर स्व-मूल्यांकन, मतांकन, समीक्षा आदि अनिवार्य रूप से मतांकित कर दिये जायें। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018-19 एवं 19-20 के लिए स्व-मूल्यांकन की प्रस्तुति 30 अप्रैल, प्रतिवेदक अधिकारी के मतांकन की अवधि 15 मई 2020, समीक्षक अधिकारी के मतांकन की अवधि 31 मई एवं स्वीकारकर्ता प्राधिकारी के मतांकन की अवधि 15 जून 2020 तक की जा सकेगी।

गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं के वंचित पात्र सदस्यों को भूखण्ड दिलाने के निर्देश
7 February 2020
भोपाल.सहकारिता मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने भूमाफिया के खिलाफ कार्यवाही में ढिलाई बरतने की शिकायतों पर नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने सहकारिता विभाग एवं सहकारी बैंकों के अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि आगामी एक माह में सभी कार्यवाही पूर्ण करते हुए शिकायतकर्ता पात्र व्यक्तियों को गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं से प्लाट आवंटित करवाए जाएं। प्लाट आवंटन के प्रपत्र उन्हें समारोहपूर्वक सौंपे जायेंगे। डॉ. गोविन्द सिंह उज्जैन में सहकारिता विभाग एवं सहकारी बैंकों के अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री डॉ. सिंह ने सहकारिता अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे अपनी और विभाग की छवि सुधारें। उन्होंने कहा कि सहकारिता आन्दोलन किसानों के हित में है। श्री सिंह ने कहा कि केरल जैसे प्रदेशों में सहकारी सोसायटियाँ ऋण देने के अलावा भी अनेक सामाजिक कार्य कर रही हैं। इस दिशा में हमें भी सोचना चाहिये। उन्होंने इन्दौर एवं उज्जैन संभाग के सहकारी बैंकों के काम-काज एवं लाभ-हानि की समीक्षा की। बैठक में आयुक्त सहकारिता एवं पंजीयक सहकारी संस्थाएं श्री एम.के. अग्रवाल, प्रबंध संचालक अपेक्स बैंक के श्री प्रदीप नीखरा, अपर पंजीयक श्री आरसी घिया, सहकारिता विभाग के सभी जिलों के उपायुक्त एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मौजूद थे।
जांच में ढिलाई हुई, तो अनिवार्य सेवानिवृत्ति
मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने समीक्षा के दौरान कहा कि उन गृह निर्माण संस्थाओं के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये, जिन्होंने अब तक सदस्यों को भूखण्ड नहीं दिये हैं और नये सदस्य बनाकर उनको भूखण्ड आवंटित कर दिये हैं। डॉ. सिंह ने अधिकारियों से कहा कि यदि उन्होंने गृह निर्माण सहकारी संस्थाओं के विरूद्ध जांच में ढिलाई बरती, तो अनिवार्य सेवा निवृत्ति के प्रकरण तैयार किये जायेंगे। उन्होंने उज्जैन शहर के लिये संयुक्त आयुक्त उपायुक्त, उज्जैन विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं ऑडिट आफिसर की एक समिति बनाने के निर्देश दिये हैं। यह समिति आगामी 15 दिनों में सभी शिकायतों की जांच कर पात्र व्यक्तियों को भूखण्ड दिलवाने की कार्यवाही करेगी।
खरीफ ऋण चुकाने की अन्तिम तिथि 28 मार्च
मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह ने खरीफ ऋण की वसूली में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कि खरीफ ऋण की वसूली की अन्तिम तिथि 28 मार्च है। यदि किसान इस तिथि तक ऋण नहीं चुकायेंगे, तो उन्हें बैंक के नियम अनुसार जीरो प्रतिशत ब्याज दर का लाभ नहीं मिलेगा। सहकारिता आयुक्त श्री एम.के. अग्रवाल ने सभी बैंकों से कहा कि निर्धारित लक्ष्य अनुसार रिकवरी करें तथा फायनेंस भी करें।
इन्कम टैक्स/जीएसटी रिटर्न के लिये नोडल आफिसर
सहकारिता मंत्री ने इन्कम टैक्स एवं जीएसटी रिटर्न के लिये बैंक की सभी ब्रांच में नोडल आफिसर नियुक्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि यदि अधिकारी-कर्मचारी की गलती से बैंक को इन्कम टैक्स अथवा जीएसटी की पैनल्टी लगती है, तो सम्बन्धित अधिकारी-कर्मचारी से इसकी वसूली की जाये। सहकारिता मंत्री ने कहा कि एक माह में कम से कम 10 दिन संयुक्त आयुक्त एवं उपायुक्त बैंकों के काम-काज की समीक्षा करें। उन्होंने कहा कि उपायुक्त सहकारिता की यह जिम्मेदारी है कि जिले में सहकारी बैंक का ठीक तरीके से संचालन हो।
किसानों के खाते में समय पर जमा हो ऋण माफी की राशि
‘जय किसान फसल ऋण माफी योजना की समीक्षा करते हुए मंत्री डॉ. गोविंद सिंह ने निर्देश दिये कि किसानों के खाते में ऋण माफी की राशि समय पर जमा हो, यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि एक लाख रूपये से अधिक ऋण माफी की राशि फरवरी माह में ही किसानों के खाते में जमा होना है, इसका विशेष ध्यान रखा जाये।

मध्यप्रदेश सरकार जन-जन की सरकार : मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह
7 February 2020
भोपाल.नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने तहसील राघौगढ़ की ग्राम पंचायत देहरी में आयोजित 'आपकी सरकार-आपके द्वार' शिविर में कहा कि मध्यप्रदेश सरकार, जन-जन की सरकार है, जो आपके द्वार तक पहुँचकर समस्याओं का निराकरण कर रही है। शिविर में 130 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 95 समस्याओं का निराकरण मौके पर ही किया गया। शेष समस्याओं के निराकरण के लिये 7 दिन की समय-सीमा निर्धारित की गई।
12 फरवरी को ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरण
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि किसानों की फसल ऋण माफी का द्वितीय चरण प्रारंभ हो गया है। इसमें 50 हजार से लेकर एक लाख रूपये तक के फसल ऋण माफ किये जायेंगे। श्री सिंह ने कहा कि 12 फरवरी को राघौगढ़ में किसान सम्मेलन में ऋण माफी प्रमाण-पत्र वितरित किये जायेंगे। श्री सिंह ने ग्राम पंचायत बालाभेंट में नजूल की भूमि से अतिक्रमण हटाकर आधुनिक गौ-शाला बनवाने के निर्देश दिये।
श्री सिंह ने बताया कि गोपीकृष्ण सागर बाँध से 100 ग्रामों को पेयजल उपलब्ध करवाने के लिये डीपीआर तैयार कराई जायेगी। उन्होंने सभी आवेदकों की समस्याएँ सुनी और यथासंभव मौके पर ही निराकरण भी किया। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।
क्रिकेट मैच का शुभारंभ
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री सिंह ने राघौगढ़ मे स्वर्गीय आशादेवी की पुण्य-स्मृति में क्रिकेट टूर्नामेंट के अंतिम मैच का बल्लेबाजी कर शुभारंभ किया। उन्होंने स्वयं कमेन्ट्री कर खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन किया। श्री सिंह ने खिलाड़ियों से परिचय भी प्राप्त किया।

अब 12 महीने 365 दिन हो सकेगा सीमांकन, आबादी क्षेत्रों का होगा ड्रोन (हवाई) सर्वे
6 February 2020
भोपाल.राजस्व मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत की अध्यक्षता में भारत सरकार के सर्वे ऑफ इण्डिया एवं राजस्व विभाग के बीच आबादी क्षेत्र सर्वे एवं सीमांकन कन्टीन्यूसली ऑपरेटिंग रिफिरेंस स्टेशन (कोर्स) पद्धति लागू करने हेतु एमओयू साईन किये गये।
राजस्व मंत्री श्री राजपूत ने बताया कि वर्तमान में खड़ी फसल होने पर, बरसात के समय चाँदा पत्थर नहीं मिलने एवं कुशल चैनमेनों के अभाव के कारण सीमांकन में काफी असुविधा होती थी। साल के तीन महीने ही सीमांकन हो पाता था। इसलिए राजस्व विभाग अत्याधुनिक कोर्स पद्धति की शुरूआत करने जा रहा है। इसके लिए आज भारत सरकार के सर्वे ऑफ इण्डिया के साथ एमओयू साईन किया गया। उन्होंने बताया कि कोर्स के पायलेट प्रोजेक्ट की शुरूआत छिन्दवाड़ा जिले से की जायेगी।
राजस्व मंत्री ने बताया कि आबादी क्षेत्रों के नक्शे नहीं होने से सीमांकन विवाद शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हो जाया करते थे। अब आबादी भूमि का ड्रोन पद्धति से सीमांकन किया जायेगा। इससे आबादी क्षेत्रों के भी नक्शे तैयार हो सकेंगे। पूरे प्रदेश के 55000 गांवों के आबादी सर्वे का काम होगा।
बैठक में सर्वे ऑफ इण्डिया के अधिकारी द्वारा योजना का बिन्दुवार प्रस्तुतिकरण किया गया। एमओयू के समय प्रमुख सचिव राजस्व श्री मनीष रस्तोगी, आयुक्त, भू-अभिलेख श्री ज्ञानेश्वर पाटिल, प्रमुख राजस्व आयुक्त सुश्री रश्मि एवं सर्वे ऑफ इण्डिया भारत सरकार के अधिकारी उपस्थित थे।

निर्बाधा अभियान में दिव्यांग एंव वृद्धजन के लिये गाईडलाइन अनुसार कार्यवाही के निर्देश
6 February 2020
भोपाल.आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास श्री पी. नरहरि ने सभी नगर निगम आयुक्त और मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को निर्बाधा अभियान के अंतर्गत दिव्यांग एवं वृद्धजन के लिये बाधा रहित वातावरण उपलब्ध कराने के संबंध में निर्धारित गाइडलाइन के अनुसार कार्यवाही के निर्देश दिए हैं। उन्होंने दिव्यांग जनों और वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा के लिए नगरीय निकायों के भवनों, स्कूलों, कम्युनिटी हॉल, पार्क, सार्वजनिक शौचालय आदि स्थानों पर रैम्प, रेलिंग बनवाने के निर्देश दिए हैं।
निर्बाधा अभियान के अंतर्गत जारी गाइडलाइन के अनुसार कार्यालय भवन के मुख्य प्रवेश द्वार की सीढ़ियों और न्यूनतम 1.20 मीटर चौड़ाई के रैम्प के दोनों और तीन फीट ऊँची रैलिंग होना चाहिए। कार्यालय भवन के शौचालयों में दिव्यांगजनों के उपयोग के लिये अलग व्यवस्था होना चाहिए। वाशवेशिन की ऊँचाई 750 से 850 मिलीमीटर होना चाहिए। पीने के पानी के लिये टोटी की ऊँचाई 815 मिलीमीटर से अधिक न हो। दिव्यांगजनों की सुगमता के लिये संकेतक लगाये जायें।
बहुमंजिला कार्यालय में लिफ्ट का न्यूनतम आकार 2×2.1 मीटर या 1.50×1.50 मीटर होना चाहिए। कार्यालय भवन के आंतरिक कॉरिडोर की न्यूनतम चौड़ाई डेढ़ मीटर और कॉरिडोर टेक्टाइल टाइल्स लगाना चाहिए। सीढ़ियों की अधिकतम ऊँचाई 15 सेमी रहे।

राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान की खोई हुई गरिमा लौटाई
6 February 2020
भोपाल.संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने आज इंदौर में पार्श्व गायिका सुश्री सुमन कल्याणपुर और संगीत निर्देशक श्री कुलदीप सिंह को प्रतिष्ठित राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान से अलंकृत किया। उन्होंने दोनों सम्मानित विभूतियों की उपस्थिति में इंदौर में आयोजित राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान समारोह का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। मंत्री डॉ. साधौ ने कहा कि इस सम्मान को पूरी गरिमा देते हुए फिर से पुरानी परंपराएं शुरू की गई हैं। उन्होंने कहा कि भारत रत्न पार्श्व गायिका लता मंगेशकर की जन्म-स्थली इंदौर है इस कारण इस समारोह का विशेष महत्व है। राज्य सरकार ने पुरानी खोई परम्पराओं को वापस लाकर इस प्रतिष्ठित राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान समारोह को नई ऊंचाई देकर गरिमा लौटाई है।
संस्कृति, चिकित्सा शिक्षा और आयुष मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ ने पार्श्व गायिका सुश्री सुमन कल्याणपुर एंव संगीत निर्देशक श्री कुलदीप सिंह की प्रतिभा की सराहना की। राज्य स्तरीय सुगम संगीत स्पर्धा के प्रतिभागियों में काफी प्रसन्नता देखी गई। इन सभी को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि संस्कृति विभाग म.प्र. सरकार के प्रतिष्ठित राष्ट्रीय लता मंगेशकर सम्मान के लिए चयनित विभूतियों को इंदौर में अलंकृत करने की परंपरा रही है। मंत्री डॉ साधौ ने विधानसभा में भी बीते साल घोषणा की थी कि यह समारोह भव्य रूप में होगा। कुछ साल पहले एक छोटे से कक्ष में यह समारोह सिमट गया था।
संस्कृति मंत्री डॉ विजयलक्ष्मी साधौ ने पार्श्व गायिका सुश्री सुमन कल्याणपुर एंव संगीत निर्देशक श्री कुलदीप सिंह की प्रतिभा की सराहना की।इस अवसर पर लता मंगेशकर अलंकरण समारोह के तहत सात साल से अवरुद्ध राज्य स्तरीय सुगम संगीत स्पर्धा के प्रतिभागियों में काफी प्रसन्नता देखी गई। इन सभी को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया ।
यह अलंकरण समारोह किसी समय भव्य रूप में होता था।कुछ बरस उपेक्षित रहा,अब पुनः समारोह की गरिमा वापस स्थापित हो गई। दो दिवसीय स्पर्धा और सम्मान समारोह क्रमशः 5 और 6 फरवरी को इंदौर में आयोजित हुआ जो गत वर्षों से भव्य और गरिमामय रहा ।दर्शकों ने भी इसकी प्रशंसा की।प्रतिभागी गायक कलाकार भी काफी खुश थे।

गाँधी जी की शिक्षा को जीवन में उतारें विद्यार्थी - राज्यपाल श्री टंडन
5 February 2019
राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने पचमढ़ी में कहा कि गाँधी जी की अनमोल शिक्षा को अपने जीवन में उतारें और इसके लिये समाज में जागृति भी लाएं। श्री टंडन पचमढ़ी में शैक्षणिक भ्रमण के लिये आने वाले छात्र-छात्राओं के लिये निर्मित नवीनीकृत शयनागार का लोकार्पण कर रहे थे। उन्होंने डाइट और आदिवासी छात्रावास की छात्राओं को गाँधी जी की आत्मकथा 'सत्य के साथ मेरे प्रयोग'' भेंट की।
अंतर्राष्ट्रीय साहसिक कैम्प का शुभारंभ
राज्यपाल ने पचमढ़ी स्थित भारत स्काउट एवं गाइड संस्थान में 22वें अंतर्राष्ट्रीय साहसिक एवं द्वितीय सांसो एडवेंचर कैम्प का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने कहा कि 'वसुधैव कुटुंबकम' की भावना ही हमारी मूल संस्कृति एवं विचारधारा है। राज्यपाल ने युवाओं से कहा कि शिक्षित, अनुशासित और देशभक्त बनें। कला, शिक्षा, रक्षा एवं समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपना अमूल्य योगदान दें।
इस अवसर पर स्काउट-गाइड के सेक्रेटरी जनरल श्री पीजीआर सिंधिया, संचालक श्री आर.के. कौशिक और केन्या से आई प्रतिनिधि मिस फ्लोरेंस भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने सौंपे प्रदेश को मिले राष्ट्रीय पुरस्कार
5 February 2019
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने मंत्रालय में मंत्री-मंडल की बैठक के पूर्व मध्यप्रदेश को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिये विभिन्न श्रेणियों में मिले तीन राष्ट्रीय पुरस्कार सौंपे। श्री कमल नाथ ने इस उपलब्धि के लिये मंत्री श्रीमती इमरती देवी और विभागीय अधिकारियों- कर्मचारियों तथा मैदानी कार्यकर्ताओं को बधाई दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुपोषण एवं शिशु-मातृ मृत्यु दर को समाप्त करने के लिये प्रतिबद्धता के साथ काम करें।
मंत्री श्रीमती इमरती देवी ने मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को बताया कि मध्यप्रदेश को प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में उल्लेखनीय कार्य के लिये तीन श्रेणियों में राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किये गये हैं। योजना के क्रियान्वयन में उल्लेखनीय कार्य के लिये राज्य स्तरीय श्रेणी में मध्यप्रदेश को प्रथम पुरस्कार मिला है। जिला स्तरीय श्रेणी में प्रदेश के इंदौर जिले को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है। प्रधानमंत्री मातृ वंदना सप्ताह के क्रियान्वयन के लिये प्रदेश को देश में तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है। प्रदेश में यह सप्ताह 2 से 8 दिसम्बर 2019 तक मनाया गया था।
महिला-बाल विकास मंत्री ने बताया कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर बाल शिक्षा केन्द्र खोले जा रहे हैं, जिससे ज्यादा से ज्यादा कुपोषित बच्चे लाभांवित हो सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश से कुपोषण को समाप्त करना हमारा लक्ष्य है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 3 हजार से ज्यादा डे-केयर सेन्टर खोले जा रहे हैं। बच्चों को ज्यादा से ज्यादा पोषक आहार दिया जा रहा है। साथ ही, अभिभावकों को भी पोषण आहार से संबंधित जानकारी दी जा रही है। सभी जिलों, ब्लाक एवं गाँव में कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर योजना का अधिक से अधिक लाभ पहुँचाने का प्रयास किया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में प्रदेश में अब तक कुल 14 लाख 55 हजार 501 हितग्राहियों को पंजीकृत किया गया है। लगभग 13 लाख 40 हजार 224 हितग्राहियों को पहली किश्त, 12 लाख 60 हजार 304 हितग्राहियों को दूसरी और 8 लाख 80 हजार 517 हितग्राहियों को तीसरी किश्त का भुगतान किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार मुहैया कराना राज्य शासन की प्राथमिकता : मंत्री श्री पटेल
5 February 2019
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा है कि ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार मुहैया कराना राज्य शासन की प्राथमिकता है। इसके लिए मिशन का अमला अभियान चलाकर ग्रामीण महिलाओं को स्व-सहायता समूह के रूप में संगठित करें। श्री पटेल ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिये।
मंत्री श्री पटेल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्व-सहायता समूह रोजगार के सशक्त माध्यम हैं। आवश्यकता इन समूह में सदस्यों को कार्य-दक्षता प्रशिक्षण मुहैया कराने की है। उन्होंने कहा कि समूह द्वारा उत्पादित माल को बाजार उपलब्ध कराने के लिए मिशन प्रयास करें। श्री पटेल ने कहा कि मिशन से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्रों में जाएं, तो समूह सदस्यों के साथ अनिवार्य रूप से चर्चा करें तथा उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने सभी जिला इकाइयों को स्व-सहायता समूह गठन और बैंक संबद्धता के लक्ष्य निर्धारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जो जिले आवंटित लक्ष्य की पूर्ति नहीं कर पाएंगे, उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में अपर मुख्य सचिव ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव, मुख्य कार्यपालन अधिकारी राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन श्रीमती शिल्पा गुप्ता सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
गरीबों की मदद करना सामाजिक उत्तरदायित्व - राज्यपाल श्री टंडन
4 February 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने पचमढ़ी में नर्मदापुरम् संभाग के अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने कहा कि गरीबों को हरसंभव मदद उपलब्ध कराना सभी का सामाजिक उत्तरदायित्व है। राज्यपाल ने कहा कि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुँचाने के लिये शिविरों का आयोजन कर अधिकाधिक पात्र हितग्राहियों को लाभांन्वित किया जाए।
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत अभियान, उज्जवला योजना एवं शिक्षा और जनजाति विकास के कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जनजातियों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार की उत्तम व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि उनका उत्तरोत्तर विकास हो सके।
उन्होंने देशी नस्लों की गायों के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए आमजन को जागरूक करने की बात कही। राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि राजभवन में आने वाले टूरिस्ट बच्चों के लिए कम कीमत पर रहने की अच्छी व्यवस्था करें। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग की प्रगति की जानकारी दी गई।

देश को रचनात्मक सोच और अनुशासित युवा पीढ़ी की आवश्यकता
4 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि आज देश को रचनात्मक सोच और अनुशासित युवा पीढ़ी की आवश्यकता है, जो सेवा से जुड़े और पूरे देश को एकसूत्र में पिरोए। उन्होंने कहा कि एनसीसी एक ऐसा माध्यम है, जिसके जरिए हम देश के बेहतर भविष्य के लिए युवा शक्ति की ऊर्जा का उपयोग सही दिशा और दृष्टि के साथ कर सकते हैं। श्री कमल नाथ दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में प्रतिभागी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के एनसीसी के छात्र-छात्राओं के मुख्यमंत्री निवास में आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एनसीसी का लक्ष्य है कि हमारी युवा पीढ़ी सेवा से जुड़े और उसमें राष्ट्रभक्ति की भावना मजबूत हो। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा के साथ ही हमारा जनजीवन अनुशासित हो, यह शिक्षा हमें अपने स्कूली जीवन में एनसीसी के माध्यम से मिलती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सबसे बड़ी आवश्यकता इस बात की है कि हमारी युवा पीढ़ी देश की उस विशेषता को पहचाने, जिसके कारण पूरी दुनिया में हम महान हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश में विभिन्न जातियां, धर्म, भाषा और संस्कृति को जब विश्व एक झण्डे के नीचे एकजुटता के साथ खड़ा हुआ देखता है, तो उसे आश्चर्य होता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी संस्कृति दिलों को जोड़ती है, संबंध बनाती है, रिश्तों को मजबूत करती है। हमारे सामाजिक मूल्य से मिले संस्कार दूसरों को सम्मान देना सीखाते हैं और एक-दूसरे के प्रति आदर की भावना रखते हैं। उन्होंने एनसीसी में शामिल छात्र-छात्राओं से कहा कि वे अपने देश की बहुलतावादी महान संस्कृति को मजबूत और अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए संकल्पित हों।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर एरोमॉडलिंग, साफ-सफाई, शूटिंग आदि प्रतियोगिताओं में स्वर्ण, सिल्वर और कांस्य पदक जीतने वाले छात्र-छात्राओं तथा नई दिल्ली की गणतंत्र दिवस परेड में गॉड ऑफ ऑनर और राजपथ परेड में भाग लेने वाले मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के एनसीसी के छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को एनसीसी नेवल कैडेट्स द्वारा बनाई गई शिप, स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की गई। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ एनसीसी के अतिरिक्त महानिदेशक मेजर जनरल श्री संजय शर्मा द्वारा एनसीसी निदेशालय की गतिविधियों और उपलब्धियों की जानकारी दी गई।

ऋण माफी से किसान और सहकारी संस्थाएं दोनों मजबूत होंगी : मंत्री श्री शर्मा
4 February 2020
भोपाल.जनसंपर्क, विधि एवं अध्यात्म मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा है कि सरकार के द्वारा ऋण माफी से किसान तथा सहकारी संस्थाएँ दोनों मजबूत होंगी। सहकारी बैंकों की आर्थिक स्थित में भी सुधार होगा। मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने पदभार ग्रहण करने के 2 घंटे के भीतर प्रदेश के 55 लाख किसानों का फसल ऋण माफ करने के आदेश पर हस्ताक्षर किये। मंत्री श्री शर्मा आज रीवा में कृष्णा राजकपूर आडिटोरियम में आयोजित विशाल सहकारिता सम्मेलन के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे ।
मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि रीवा में स्व. श्रीयुत श्रीनिवास तिवारी ने सहकारिता से जन-जन को जोड़कर सशक्त सहकारिता का निर्माण किया। उन्होंने हर किसान को इससे जोड़ने का सफल प्रयास किया। श्री शर्मा ने कहा कि हमारी सरकार किसानों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास कर रही है। प्रदेश के किसान मजबूत और समृद्ध होंगे तो पूरा प्रदेश समृद्ध होगा। मंत्री श्री शर्मा ने सम्मेलन में पारित प्रस्ताव के बिन्दुओं पर कार्यवाही की जायेगी।
सम्मेलन में जनसंपर्क मंत्री ने कहा कि प्रदेश के कालेजों में 3 हजार पद मंजूर किये गये हैं। मुख्यमंत्री जी ने एक साल में आम जनता से किये गये 365 वचन पूरे किये हैं। मंत्री श्री शर्मा ने शीघ्र ही राम वन पथ गमन के निर्माण कार्य प्रारंभ होने तथा श्रीलंका में सीता माता के मंदिर निर्माण की बात कही। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव प्राप्त होने पर रीवा के चिरहुला मंदिर तथा लक्ष्मणबाग मंदिर परिसर के लिए राशि मंजूर कर दी जायेगी।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए सिद्धार्थ तिवारी ने सहकारिता के उद्देश्यों तथा रीवा में सहकारिता आंदोलन के संबंध में अपने विचार व्यक्त किये।

बंदियों के प्रशिक्षण के लिए 5 करोड़ का स्थाई फंड
4 February 2020
भोपाल.गृह एवं जेल मंत्री श्री बाला बच्चन ने जेलों में संचालित उद्योग, कौशल विकास एवं व्यावसायिक प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालन के लिये 5 करोड़ का स्थाई फंड बनाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने तकनीकी शिक्षा विभाग के समन्वय से बंदियों को वोकेशनल ट्रेनिंग उपलब्ध कराने को भी कहा। श्री बच्चन ने जेलों में प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए गठित 'मध्यप्रदेश कौशल विकास एवं व्यावसायिक बोर्ड' की प्रथम उच्च स्तरीय बैठक में यह जानकारी दी।
केन्द्रीय जेल बनेंगी विशेष उत्पादों का हब
जेल मंत्री श्री बच्चन ने केन्द्रीय जेल भोपाल, जबलपुर, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और सागर को विशेष उत्पादों के लिये हब के रूप में विकसित करने को कहा है। उन्होंने इन जेलों में उत्पादित सामग्री के विक्रय के लिये आउटलेट स्थापित करने पर बल दिया। बैठक में इन जेलों में उत्पादन एवं वित्तीय प्रबंधन के लिये योजना का अनुमोदन भी किया।
बैठक में प्रमुख सचिव जेल श्री एस.एन. मिश्रा, सचिव जेल श्री राजीव दुबे, महानिदेशक जेल श्री संजय चौधरी सहित उद्योग, श्रम एवं अन्य विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

अनुशासित सेवा भावी युवा राष्ट्र का गौरव: राज्यपाल श्री टंडन
3 February 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) और राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के सदस्य नये भारत के शिल्पकार हैं। ऐसे अनुशासित सेवा भावी युवा राष्ट्र का गौरव हैं। श्री टंडन गणतंत्र दिवस 2020 की परेड में शामिल एन.सी.सी. और एन.एस.एस. के केडिट्स के राजभवन में आयोजित स्वागत समारोह को संबोधित कर रहे थे।
एन.सी.सी. केडिट्स ने राज्यपाल को शिल्प मॉडल के स्मृति-चिन्ह भेंट किये। केडिट्स राजभवन के सांदीपनि सभागार में एन.सी.सी. और एन.एस.एस. के सदस्यों ने आकर्षक सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ दी। 'नमामि गंगे', बैले “हमें चले वसुंधरा सुधार दे” और 'मालवा का म्हारों' समूह नृत्य और सामूहिक गीत “ले तलवारें बढ़ा कदम” की प्रस्तुतियां आकर्षण का केन्द्र रहीं।
अतिरिक्त महानिदेशक एन.सी.सी. एम.पी.सी.जी. मेजर जनरल श्री संजय शर्मा ने बताया कि 408 कॉलेज और 821 स्कूलों में 1 लाख से अधिक युवा कैडेट हैं। इनमें 30 प्रतिशत बालिकाएँ है। उन्होंने बताया कि गणतंत्र दिवस कार्यक्रम में 121 कैडेटों ने भाग लिया, जिनमें 4 कैडेट ने गार्ड ऑफ ऑनर, 10 कैडेट ने राजपथ परेड, 2 कैडेट ने प्रेरणादायी उद्बोधन और एक कैडेट ने प्रधानमंत्री निवास के सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया। राष्ट्रीय सेवा योजना के राज्य प्रमुख श्री आर.के. विजय ने बताया कि प्रदेश में टेन-प्लस-टू और कॉलेजों में 153 हजार विद्यार्थी शामिल हैं।

भोपाल में 21 मार्च, इंदौर में 27 एवं 29 मार्च को होगा प्रतिष्ठित इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अकादमी अवार्ड - आईफा का आयोजन
3 February 2020
भोपाल.प्रतिष्ठित इंटरनेशनल इंडियन फिल्म अकादमी अवार्ड - आईफा का इक्कीसवाँ आयोजन पहली बार मुंबई के बाहर मध्यप्रदेश में आयोजित हो रहा है । आईफा अवॉर्ड का रंगारंग आयोजन एक दिन भोपाल और दो दिन इंदौर में होगा। आज यहाँ मिंटो हाल में मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की उपस्थिति में सुप्रसिद्ध फिल्म कलाकार श्री सलमान खान और सुश्री जैकलीन फर्नांडिस ने आयोजन के करटेन रेजर कार्यक्रम में आईफा अवार्ड के आयोजन तारीखों की घोषणा की। भोपाल के मिंटो हॉल में 21 मार्च को और इंदौर में 27 एवं 29 मार्च को इसका आयोजन होगा। संगीत, मनोरंजन और फिल्म निर्माण की विभिन्न विधाओं के समागम से जुडे़ आईफा अवार्ड के आयोजन को श्री सलमान खान के साथ श्री रितेश देशमुख, सुश्री जैकलिन और केटरिना कैफ होस्ट करेंगे।
आईफा अवॉर्ड आयोजन युवाओं को समर्पित मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आईफा अवॉर्ड मध्यप्रदेश आने की कहानी साझा करते हुए बताया कि अवॉर्ड के आयोजकों ने सही समय पर सही चुनाव किया है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बर्फ और समुद्र नहीं है लेकिन इससे बढ़कर यहाँ हेरिटेज, हरियाली, नेशनल पार्क और सबसे महत्वपूर्ण मध्यप्रदेश के शांतिप्रिय सरल और मेहनती लोग हैं। हमारा प्रदेश आदिवासी बहुल है, इनसे हमारे प्रदेश की पहचान है। इस आयोजन से उनका मान बढ़ा है। श्री कमल नाथ ने आईफा अवॉर्ड के आयोजन को युवाओं को समर्पित किया और पहला टिकट खरीदा। उन्होंने कहा कि आईफा का आयोजन एक आर्थिक गतिविधि है। मध्यप्रदेश की प्रोफाइल बदलना मुख्य उद्देश्य है। मध्यप्रदेश की तुलना सबसे उत्कृष्ट राज्यों और मध्यप्रदेश के शहरों की तुलना अन्य विकसित शहरों से की जानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने आयोजन की पृष्ठभूमि बताते हुए कहा कि करीब 15 साल पहले केन्द्रीय उद्योग मंत्री होने के नाते आईफा आयोजन से परिचय हुआ था जिसका परिणाम आज मिला। उन्होंने कहा कि भारत विविधता के लिए जाना जाता है और इस विविधता में भी सर्वाधिक विविधता मध्यप्रदेश में है। मुख्यमंत्री ने भोपाल में स्थित आदिवासी संग्रहालय का जिक्र करते हुए कहा कि भारत की विविधता के भीतर मध्यप्रदेश की विविधता विशाल और सुंदर स्वरूप में विद्यमान है। मध्यप्रदेश भाईचारा, एकता, हरियाली, राष्ट्रीय उद्यान, हेरिटेज की दृष्टि से किसी भी राज्य से कम नहीं है। आईफा अवार्ड के बाद अब फिल्म उद्योग मध्यप्रदेश की सही पहचान करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा मध्यप्रदेश में जंगल और हेरिटेज है। सबसे बड़ी बात मध्यप्रदेश के सीधे सरल और मेहनती लोग है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का यह प्रोफाइल है। यह युवाओं का प्रदेश है । युवाओं के पास प्रतिभा और आगे बढ़ने का जज्बा है। उन्हें अवसर की तलाश है। आगे बढ़ने के अवसर नया निवेश आने से मिलेंगे और निवेश विश्वास के साथ आएगा । उन्होंने मध्यप्रदेश को आईफा अवॉर्ड के आयोजन के चुनने के लिए आईफा आयोजकों का आभार व्यक्त किया । मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के प्रयासों से भोपाल और इंदौर सबसे साफ सुथरे शहरों में शुमार हुए हैं। आने वाले सालों में और भी स्थितियाँ सुधरेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री सलमान खान मूल रूप से मध्यप्रदेश वाले हैं लेकिन मुम्बई वाले बन गए हैं।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने श्री सलमान खान और सुश्री जैकलीन फर्नांडिस का स्वागत किया।
मुख्यमंत्री युवाओं की तरह काम करते हैं
सुप्रसिद्ध अभिनेता श्री सलमान खान ने मध्यप्रदेश और विशेष रूप से इंदौर से जुड़ी बचपन की यादों को ताजा किया । उन्होंने ऐसी स्मृतियाँ दोहराईं जिससे मध्यप्रदेश के लोग अनजान थे। उन्होंने चुटीले अंदाज में बताया कि वे मुंबई में गर्भ में आए और इंदौर की धरती पर जन्म लिया। उन्होंने यह भी कहा कि वे जो कुछ भी हैं मध्यप्रदेश में बचपन में मिली तालीम की बदौलत हैं। सलमान खान ने मध्यप्रदेश से अपने भावनात्मक रिश्तों का जिक्र करते हुए कहा कि छह पीढ़ियों से मध्यप्रदेश से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि उनके पिता इंदौर से मुम्बई चले गए थे और मुम्बई में नाम कमाने के बाद भी इंदौर से गहरे जुड़े रहे। श्री सलमान खान ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ को सबसे युवा मुख्यमंत्री कहना उचित होगा क्योंकि वे युवाओं की तरह काम करते हैं।
सुश्री जैकलिन फर्नांडिस ने आईफा अवार्ड से जुड़ी यादें ताजा करते हुए बताया कि वे कोलम्बों से आईफा अवार्ड से जुड़ी। उन्होंने कहा कि हिन्दी फिल्म उद्योग अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप का हो गया है।
आईफा अवार्ड मध्यप्रदेश में ही क्यों इसके तीन कारण : यह मुख्यमंत्री की सोच और सहयोग से संभव हुआ
आईफा अवार्ड करटेन रेजर कार्यक्रम में बताया गया कि मध्यप्रदेश का चुनाव इस अवार्ड कार्यक्रम करने के पीछे तीन कारण हैं। पहला श्रेष्ठतम आयोजन स्थल, दूसरा राज्य का सकारात्मक और सहयोगात्मक राजनैतिक नेतृत्व और तीसरा मध्यप्रदेश के सरल और शांतीपूर्ण लोग। देश में मध्यप्रदेश दूसरा राज्य है जहाँ आईफा आवार्ड का आयोजन हो रहा है। इसके पहले 2019 में मुम्बई में इसका आयोजन हुआ था। यह मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के सहयोग और उनकी सोच के चलते संभव हुआ है।
श्री सलमान खान और सुश्री जैकलिन फर्नांडिस ने मुख्यमंत्री को आईफा अवॉर्ड की ट्राफी की प्रतिकृति भेंट की। आईफा प्रतिभागी नेक्सा के श्री शशांक श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री को टिकट भेंट की। नेक्सा पिछले छह सालों से आईफा अवार्ड से जुड़ा है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने अभिनेता श्री सलमान खान के इंदौर में गुजरे बचपन की तस्वीरों का एलबम भेंट किया। श्री सलमान खान ने भावुक मन से एलबम ग्रहण किया। अभिनेत्री सुश्री जैकलिन फर्नांडिस को मुख्यमंत्री ने गोंड जन-जातीय द्वारा तैयार की गई गोंड कला शैली की पेंटिंग भेंट की। इस अवसर पर गोल्डन टिकट केम्पैन का भी शुभारंभ हुआ। इस मौके पर जेंडर समानता का अभियान शुरू किया गया।
पर्यटन मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल, छिंदवाड़ा सांसद श्री नकुल नाथ, मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती को आईफा ट्राफी की प्रतिकृति भेंट की गई। इस मौके पर जनसंपर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा, संस्कृति मंत्री डॉ. विजय लक्ष्मी साधौ, वित्त मंत्री श्री तरुण भनोत, ऊर्जा मंत्री श्री प्रियव्रत सिंह एवं बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव पर्यटन श्री फैज अहमद किदवई ने आभार व्यक्त किया।

सुरक्षित-हाईटेक पर्यटन के लिये प्रदेश के नाविकों का गोवा में प्रशिक्षण
3 February 2020
भोपाल.ईको पर्यटन बोर्ड द्वारा राष्ट्रीय वनोद्यान, टाइगर रिजर्व और अभयारण्यों में पर्यटकों को सुरक्षित, हाईटेक और सुप्रशिक्षित बोटिंग सुविधा उपलब्ध कराने के लिये गोवा के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटर स्पोर्ट्स में प्रदेश के नाविकों को ट्रेनिंग दी जा रही है। वन विभाग ने गत सप्ताह मुरैना चम्बल सफारी के 2 नाविकों सतीश बाबू और सियाराम कुशवाहा, बालाघाट जिले के गांगुलपारा जलाशय के सुरेन्द्र पाचे और खण्डवा जिले के बोरियामाल जलाशय के संतोष को लायसेंस रिवेलिडेशन (लायसेंस उन्नयनीकरण) के लिये गोवा के डोना पौला भेजा है। इन नाविकों को 2 वर्ष पूर्व पूर्ण प्रशिक्षण दिया जा चुका है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रदेश के नाविकों के अलावा, उत्तराखण्ड, तमिलनाडु, केरल और जम्मू-कश्मीर के नाविकों ने भी भाग लिया।
अब तक 30 नाविक प्रशिक्षित
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2017 से एनआईडब्ल्यूएस में शुरू हुए प्रशिक्षण कार्यक्रम में वन विभाग द्वारा लगातार अपने नाविकों को भेजकर आधुनिक तकनीक और सुरक्षात्मक उपायों से अद्यतन किया जा रहा है। अब तक प्रदेश के 30 नाविक प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं। दो वर्ष पूर्ण होने पर उन्हें दोबारा लायसेंस उन्नयनीकरण के लिये गोवा भेजा जाता है। व्यवहारिक प्रशिक्षण के साथ नाविकों की लिखित और मौखिक परीक्षा भी होती है। यह उच्च-स्तरीय प्रशिक्षण सेवानिवृत्त नेवी अधिकारियों द्वारा दिया जाता है।

नगरीय निकाय के हर वार्ड से 4 युवक, युवती को मिलेगा रोजगार
3 February 2020
भोपाल.नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने अनुपपुर जिले की नगर पालिका परिषद पसान में 32 करोड़ लागत की मुख्यमंत्री शहरी पेयजल योजना का भूमि-पूजन किया। श्री सिंह ने कहा कि इससे पसान नगर के 5600 परिवारों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री युवा स्वाभिमान योजना में जरूरी परिवर्तन किये जा रहे हैं। अब नगर पालिका के हर वार्ड के 4 युवक, युवती को अनिवार्य रूप से रोजगार दिया जाएगा।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि शहरी महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने के लिये महिलाओं के स्व-सहायता समूह गठित किये जाएंगे। इन्हें स्व-रोजगार के लिये प्रथम चरण में 10 हजार, समूह के अच्छा कार्य करने पर 50 हजार और लगातार उत्कृष्ट कार्य करने पर एक लाख रूपये दिए जाएंगे। श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास मिशन में गरीब आवासहीन परिवारों को आवासीय पट्टे उपलब्ध कराने के साथ ही भवन निर्माण के लिये 2 लाख 50 हजार रूपये भी दिये जाएंगे।
घोषणाएँ
मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने नगर पालिका पसान में 3 करोड़ की लागत से ऑडिटोरियम और 50 लाख की लागत से तालाब का सौन्दर्यीकरण करवाने तथा मंगल भवन के लिए जरूरी राशि उपलब्ध कराने की घोषणा की। इस दौरान विधायक श्री बिसाहूलाल सिंह एवं अन्य जन-प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।

मंत्री श्री शर्मा "एक शाम-वायलिन के साथ कार्यक्रम में शामिल हुए
2 February 2020
भोपाल.जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी शर्मा नगर निगम द्वारा आयोजित कार्यक्रम 'एक शाम-वायलिन के साथ'' में शामिल हुए। श्री शर्मा ने कहा कि भोपाल शहर को स्वच्छता में नंबर वन शहर बनाना है। इसके लिए हम सभी को एक साथ मिलकर काम करना होगा। 'एक शाम-वायलिन के साथ'' कार्यक्रम में जोहर अली द्वारा मनमोहक गीतों की प्रस्तुति दी गई। इन गीतों के माध्यम से भोपालवासियों को स्वच्छता के प्रति जागरूकता का संदेश दिया।
कार्यक्रम में महापौर भोपाल श्री आलोक शर्मा, पार्षद श्री योगेन्द्र सिंह चौहान, गणमान्य नागरिक और बड़ी संख्या में युवाजन शामिल हुए।

मुख्य सचिव श्री मोहंती ने ओरछा में की महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा
2 February 2020
भोपाल.मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने निवाड़ी जिले के ओरछा में 6 से 8 मार्च तक आयोजित होने वाले 'ओरछा महोत्सव-2020'' की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होने ओरछा के प्रमुख पर्यटन स्थलों रामराजा मंदिर, जहाँगीर महल, गंज मोहल्ला स्थित प्राचीन कल्प-वृक्ष, लक्ष्मी मंदिर, हेरिटेज होटल, शीश महल, हरदौल बैठका, छतरियों तथा तुंगारण अभ्यारण्य में तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिये कि प्रमुख स्थलों का सौंदर्यीकरण करायें। मुख्य सचिव ने कहा कि ओरछा महोत्सव के माध्यम से ओरछा को टूरिस्ट-फ्रेण्डली बनाकर देश के पर्यटन मानचित्र पर उभारने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महोत्सव की तैयारियों से जुड़े सभी अधिकारी एक टीम की तरह कार्य करें और ओरछा का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करें। उन्होने ओरछा के स्थानीय लोगों और दुकानदारों से भी महोत्सव की तैयारियों से जुड़े विषयों पर चर्चा की। मुख्य सचिव के भ्रमण के दौरान प्रमुख सचिव संस्कृति श्री पंकज राग, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री संजय दुबे, प्रमुख सचिव उद्योग, नीति एवं निवेश प्रोत्साहन डॉ. राजेश राजौरा, सचिव पर्यटन श्री फैज अहमद किदवई तथा संचालक जनसम्पर्क श्री ओ.पी. श्रीवास्तव भी साथ रहे। कमिश्नर सागर श्री आनंद कुमार शर्मा, आईजी श्री एस.के. सक्सेना, डीआईजी श्री अनिल माहेश्वरी, कलेक्टर निवाड़ी श्री अक्षय कुमार सिंह तथा पुलिस अधीक्षक श्री मुकेश कुमार श्रीवास्तव भी उपस्थित थे।
ओरछा को विश्व-स्तरीय पर्यटन स्थल बनाने की नजर से करें महोत्सव की तैयारी
2 February 2020
भोपाल.मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने ओरछा में अधिकारियों की बैठक में 'नमस्ते ओरछा' महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ओरछा को विश्व स्तरीय पर्यटन स्थल बनाने की नजर से महोत्सव की तैयारी करें। श्री मोहंती ने महोत्सव की तैयारियों के साथ ओरछा के विकास का मास्टर प्लान बनाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि पुरातत्व महत्व के भवनों की साफ-सफाई और साज-सज्जा के कार्यों को समय सीमा में पूरा करें। अतिक्रमण को सख्ती से हटाया जाए।
बैठक में कलेक्टर निवाड़ी श्री अक्षय कुमार सिंह ने पॉवर प्वाइंट प्रेजेन्टेशन के माध्यम से महोत्सव की तैयारियों और व्यव्स्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने आश्वस्त किया कि सभी तैयारियाँ समय सीमा में पूरी कर ली जाएंगी। श्री सिंह ने बताया कि पर्यटकों की सुविधा के लिये ओरछा नगर में स्ट्रीट लाईट, पार्किंग, साफ-सफाई की व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई जा रही है। नगर में नेटवर्क कव्हरेज के लिये रिलायंस जीयो कंपनी द्वारा स्मार्ट पोल्स लगाए जा रहे हैं। ओरछा नगर के आसपास की सड़कों का नवीनीकरण कराया जा रहा है।
बैठक में इस अवसर पर प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग श्री पंकज राग, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री संजय दुबे, प्रमुख सचिव उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग डॉ राजेश राजौरा, सचिव-आयुक्त मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम श्री फैज अहमद किदवई, संचालक जनसंपर्क श्री ओमप्रकाश श्रीवास्तव, सागर संभागायुक्त श्री आनंद कुमार शर्मा, आईजी श्री अनिल शर्मा, डीआईजी श्री अनिल माहेश्वरी एवं संबंधित अधिकारी तथा कलेक्टर श्री अक्षय कुमार सिंह, एसपी श्री मुकेश कुमार श्रीवास्तव सहित जिले के संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।


2 February 2020
भोपाल.
रेंज ऑफिसर्स को कठौतिया जंगल कैम्प में ईको-टूरिज्म प्रशिक्षणार्थियों
1 February 2020
भोपाल.प्रशासन अकादमी में 2014-15 बैच के प्रशिक्षणरत 51 युवा रेंज आफिसर्स को कठौतिया जंगल कैम्प में ईको-टूरिज्म का प्रशिक्षण दिया गया। अधिकारियों को प्रदेश में इको-टूरिज्म बढ़ाने के लिये आयोजित गतिविधियों, योजनाओं, जागरूकता कार्यक्रम, क्षमता निर्माण आदि की जानकारी दी गई। अधिकारियों ने प्रकृति भ्रमण के साथ स्थानीय वन समितियों के सदस्यों से बात की।
समितियों ने रेंज आफिसर्स को पर्यटकों को दी जानी वाली सुविधाएँ, खाना, भ्रमण आदि में उनकी भागीदारी की जानकारी दी। प्रशिक्षण का उद्देश्य रेंज आफिसर्स को इको-टूरिज्म कार्य में दक्ष बनाना है, ताकि मध्यप्रदेश के वनों में आने वाले पर्यटकों को कोई असुविधा न हो और वे वन और वन्य-प्राणियों का अधिकतम आनंद ले सकें।
कठौतिया जंगल कैम्प भोपाल से 25 किलोमीटर की दूरी पर है। पहाड़ियों से घिरी यह हरी-भरी खूबसूरत घाटी प्राचीन शैलचित्र, एडवेंचर स्पोटर्स, स्थानीय खाना, पक्षी और वन्य-प्राणी दर्शन, ट्रेकिंग आदि से पर्यटकों को पर्याप्त मनोरंजन और रोमांचकारी अनुभव देती है। कठौतिया गाँव में भील और भिलाला समुदाय के आदिवासी रहते हैं। ये अब खेती-बाड़ी से जुड़ने के साथ-साथ इको-टूरिज्म के माध्यम से भी रोजगार हासिल कर रहे हैं।

ग्रामीण अंचल में 1177 करोड़ से बनेगा सुपरकोरिडोर - मंत्री श्री पटेल
1 February 2020
भोपाल.पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल ने कहा है कि 1444 किलोमीटर ग्रामीण सड़कों का सुदृढ़ीकरण कर सुपर कॉरीडोर विकसित किया जायेगा। इसके लिये राज्य सरकार के प्रस्ताव पर भारत सरकार ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तृतीय चरण में 1177 करोड़ की राशि स्वीकृत की है। इस कार्य के लिये 60 प्रतिशत भारत सरकार देगी और 40 प्रतिशत राशि राज्य सरकार द्वारा व्यय की जाएगी।
मंत्री श्री पटेल ने बताया कि इस योजना में उन ग्रामीण सड़कों को शामिल किया जायेगा, जिस पर शैक्षणिक संस्थाएँ, स्वास्थ्य संस्थाएँ और कृषि उपज मंडियाँ स्थापित हैं। उन्होंने बताया कि सुपर कॉरीडोर का निर्माण आगामी 2 वर्षों में पूर्ण किया जायेगा। इसमें 108 ग्रामीण सड़कों और 27 पुलों का निर्माण किया जायेगा। श्री पटेल ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण योजना से सामान्य क्षेत्रों में 500 तक आबादी वाले ग्राम और अनुसूचित क्षेत्रों में 250 तक आबादी वाले गाँव डामरीकृत मार्गों से जोड़े जा चुके हैं।

` सुप्रसिद्ध अदाकारा वहीदा रहमान को किशोर कुमार सम्मान से अलंकृत करेंगी मंत्री डॉ. साधौ
1 February 2020
भोपाल.संस्कृति मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ 4 फरवरी को मुम्बई में सुप्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री वहीदा रहमान को उनके निवास पर मध्यप्रदेश सरकार के प्रतिष्ठित किशोर कुमार सम्मान 2018 से अलंकृत करेंगी। निर्णायक मंडल द्वारा वहीदा रहमान को यह सम्मान देने का निर्णय सर्वसम्मति लिया गया। वहीदा रहमान स्वास्थ्य संबंधी कारणों से गत अक्टूबर माह में खंडवा में पार्श्व गायक किशोर कुमार की जयंती पर हुए कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं हो सकी थीं।
संस्कृति मंत्री डॉ. साधौ मुम्बई में 4 फरवरी को दोपहर 3.30 बजे वहीदा रहमान को उनके बांद्रा (पश्चिम) स्थित निवास पर जाकर सम्मान स्वरूप दो लाख रुपये, शाल-श्रीफल और प्रशस्ति पट्टिका प्रदान करेंगी। इस अवसर पर प्रमुख सचिव श्री पंकज राग भी उपस्थित रहेंगे।

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ सामूहिक वंदेमातरम् गायन में शामिल हुए
1 February 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ आज माह के प्रथम दिन होने वाले 'वंदेमातरम् कार्यक्रम' में शामिल हुए। श्री कमल नाथ पूर्वांह 11 बजे मंत्रालय के समक्ष सरदार पटेल उद्यान पहुँचे। मुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ वंदेमातरम् का गायन किया।
इस मौके पर जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह, मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री के.के. सिंह एवं मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

रेत ठेकेदारों की समस्याओं का शीघ्र होगा निराकरण - मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल
1 February 2020
भोपाल.खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल ने खनिज अधिकारियों एवं रेत ठेकेदारों की संयुक्त बैठक में कहा कि खदान संचालन के लिए समस्त कार्रवाई शीघ्र पूरी करें। उन्होने कहा कि प्रदेश में रेत नियम-2019 के अन्तर्गत निविदा की कार्रवाई पूर्ण हो चुकी है। सभी ठेकेदार एलओआई संबंधी समस्त औपचारिकाएँ पूरी करें।
मंत्री श्री जायसवाल ने बताया कि वर्तमान में पंचायतों की खदानें नवीन ठेकेदारों के नाम जारी करने के लिये राज्य शासन द्वारा निर्देश जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि राज्य खनिज निगम के नाम पर उपलब्ध वैधानिक स्वीकृति की कार्यवाही पर्यावरण स्वीकृति कि लिए सिया में प्रचलन में है।
मंत्री श्री जायसवाल ने रेत ठेकेदारों से अपेक्षा की कि वे अपने जिले के ठेके के संचालन तथा वैधानिक अनुमतियाँ प्राप्त करने तथा अनुबंध आदि के संबंध में समस्त सुझाव लिखित में दें। उन्होने कहा कि यदि अत्यन्त आवश्यक हो, तो रेत का अवैध परिवहन रोकने के लिये जिला प्रशासन के सहयोग से ऐसे दो-तीन स्थानों पर नाके अवश्य स्थापित करें। श्री जायसवाल ने कहा कि खनिज ठेकेदारों की समस्याओं का शीघ्र निराकरण किया जाएगा।
प्रमुख सचिव श्री नीरज मंडलोई ने कहा कि सभी ठेकेदार एलओआई शीघ्र प्राप्त करें। राज्य खनिज निगम के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर श्री दिलीप कुमार ने बताया कि अभी तक 32 जिलों द्वारा उच्चतम बोली की राशि जमा की जा चुकी है। शेष होशंगाबाद, सीहोर, रायसेन, अशोकनगर, मंडला एवं डिण्डोरी जिलों द्वारा भी यह राशि जल्द ही जमा की जाएगी।

आदिवासी बाहुल्य बस्तियों में विकास कार्यों के लिये 17 करोड़ स्वीकृत
1 February 2020
भोपाल.प्रदेश के राजगढ़, अनूपपुर, खरगौन, सिवनी, श्योपुर, बड़वानी, दमोह, जबलपुर, डिण्डोरी और मंडला जिलों की आदिवासी बाहुल्य बस्तियों में सी.सी. रोड, पुलिया निर्माण आदि अधोसंरचना विकास के 26 निर्माण कार्यों के लिये आदिम जाति कल्याण विभाग ने 17 करोड़ 32 लाख रुपये स्वीकृत किये हैं। यह रा‍शि आदिवासी बस्ती विकास योजना के अन्तर्गत व्यय की जायेगी। योजना का मूल उद्देश्य आदिवासी बाहुल्य ग्रामों, बस्तियों और वार्डों में मूलभूत सुविधाएँ उपलब्ध कराना है।


दिल जोड़ने की संस्कृति को बनाएंगे समृद्ध :मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
31 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि दिल जोड़ने की संस्कृति को समृद्ध बनाने के साथ ही नई सोच और व्यवस्था में परिवर्तन करके हम मध्यप्रदेश को एक नई पहचान देंगे। आने वाले समय में हमारे प्रदेश की तुलना पिछड़े नहीं, देश के अग्रणी राज्यों के साथ होगी। श्री कमल नाथ अमरकंटक नर्मदा महोत्सव 2020 का शुभारंभ कर रहे थे। आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल, पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह इस मौके पर उपस्थित थे।
मध्यप्रदेश में समावेशित हैं विभिन्न संस्कृतियाँ
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश के हृदय प्रदेश, मध्यप्रदेश में विभिन्न संस्कृतियों का समावेश है। मालवा निमाड़, महाकौशल, विंध्य क्षेत्र की अलग-अलग संस्कृतियों में आपसी सद्भाव, भाईचारा और प्रेम की भावना मजबूत है। यही विशेषता हमारे देश की है। भारतीय संस्कृति एक ऐसी संस्कृति है, जो सबको समेट कर एक झण्डे के नीचे लाकर खड़ा करती है, यही भारत की महानता है, जिसे पूरा विश्व आश्चर्य की नजर से देखता है। हमें इसी दिल जोड़ने वाली संस्कृति को और अधिक मजबूत बनाना है। इसे कमजोर करने वाली ताकतों को नाकामयाब करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमरकंटक में पहली बार हो रहे नर्मदा महोत्सव को आगे भी निरंतर रखा जाएगा। इसे एक आदर्श पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे इस पूरे क्षेत्र के जनजीवन में बदलाव आए और इसके जरिए लोगों को रोजगार मिले।
साढ़े दस माह में काम करने की नियत और नीति का परिचय दिया
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा की 13 महीने पुरानी सरकार ने अपने मात्र साढ़े दस माह के कार्यकाल में अपनी नीति और नियत से बताया है कि हमारा लक्ष्य प्रदेश का संपूर्ण विकास करना है। हम एक ऐसा प्रदेश बनाना चाहते हैं, जहाँ हर वर्ग में खुशहाली हो। एक नई कार्य संस्कृति हो, शासन-प्रशासन की नई सोच हो और सरकार की योजनाओं का लाभ जरुरतमंदों को मिले, यही सुनिश्चित करें। इस दिशा में हमने व्यवस्था में बदलाव लाने के लिए बुनियादी फैसले लिये हैं।
पंद्रह साल में जितने उद्योग लगे नहीं, उससे ज्यादा बंद हो गए
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि आज हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि प्रदेश में निवेश आए, निवेश के लिए भरोसे का वातावरण बने। पिछले पन्द्रह सालों में भरोसे के अभाव में जितने उद्योग लगे नहीं, उससे अधिक बंद हो गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक वर्ष में प्रदेश में निवेश का एक नया वातावरण बना है। निवेश आने से हमारी आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ेंगी, इससे हम अपने नौजवानों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ उन्हें व्यवसाय का भी मौका दे सकेंगे। आज के युवाओं की सोच के अनुरुप उन्हें आगे बढ़ने के अवसर देने का प्रयास किया जा रहा है।
कर्जमाफी के साथ कृषि क्षेत्र में बदलाव की शुरुआत
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि कृषि क्षेत्र को उन्नत और खुशहाल बनाने के प्रयास हमने शुरु किये हैं। मुख्यमंत्री जय किसान फसल ऋण माफी योजना में 21 लाख किसानों की कर्ज माफी से हमने इसकी शुरुआत की है। हम उस परंपरा को बदल देंगे, जिसमें किसान का जन्म कर्ज में होता है और कर्ज के बोझ तले ही उसकी मृत्यु हो जाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि ऋण माफी योजना का द्वितीय चरण शुरु हो गया है। प्रदेश के सभी पात्र किसानों का 2 लाख रुपये तक का ऋण माफ हो, इसके लिए सरकार वचनबद्ध है।
निराश नहीं होने दूँगा
मुख्यमंत्री ने अमरकंटक सहित क्षेत्रीय विकास को लेकर विधायक श्री फुंदेलाल मार्को की 300 करोड़ की मांग का उल्लेख करते हुए कहा कि इस क्षेत्र के विकास के लिए कोई कसर बाकी नहीं रखी जाएगी। उन्होंने कहा कि मैं इतना ही कहूँगा कि यहाँ की जनता को निराश नहीं होने दूँगा।
मध्यप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कहा कि अमरकंटक नर्मदा महोत्सव की शुरुआत करके मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने सनातन धर्म की परंपरा का सम्मान किया है। उन्होंने आग्रह किया कि यहाँ पर वन्य प्राणियों के संरक्षण के साथ ही उनके लिये एक जू की स्थापना भी की जाए।
जिले के प्रभारी खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल ने पिछले एक साल में अनूपपुर में हुए विकास कार्यों की जानकारी देते हुए बताया कि यहाँ की आदिवासी संस्कृति और परंपरा को संरक्षित करने के साथ ही युवाओं को रोजगार देने के लिए उन्हें सक्षम बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। श्री जायसवाल ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया कि उनकी पहल पर पहली बार आयोजित अमरकटंक नर्मदा महोत्सव के लिए 1 करोड़ रुपये आवंटित किए गये हैं।
मुख्यमंत्री ने पूजे कन्याओं के पैर
नर्मदा महोत्सव में मुख्यमंत्री ने पाँच कन्याओं के पैर पूजे और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओं योजना में जिले की 100 बेटियों को पंद्रह सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर संतों का शाल-श्रीफल प्रदान कर सम्मान किया। मुख्यमंत्री को आदिवासी परंपरानुसार बैगा पगड़ी, गुदुम जाकेट और वीरनमाला पहनाकर स्वागत किया गया। उन्हें बीजापुरी काष्ठ शिल्प में निर्मित माँ नर्मदा मैया की मूर्ति एवं गौंड चित्र-कृतियाँ स्मृति चिन्ह के रूप में भेंट की गई। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर जनजातीय समूह द्वारा उत्पादित कोदो अनाज चावल, अमरकंटक उद्गम जल और संजीवनी गुलकाबिली अर्क का लोकार्पण किया।

6 भाप्रसे अधिकारी प्रमुख सचिव पद पर पदोन्नत
31 January 2020
भोपाल.राज्य शासन ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के 6 अधिकारियों श्री डी.पी. आहूजा, श्री नीतेश कुमार व्यास, श्री फैज अहमद किदवई, श्री अमित राठौर, श्री उमाकांत उमराव और श्रीमती करलिन खोंगवार देशमुख को प्रमुख सचिव के पद पर पदोन्नत किया है।
आयुक्त उच्च शिक्षा श्री डी.पी. आहूजा को विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी-सह आयुक्त उच्च शिक्षा, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश पावर मेनेजमेंट कंपनी लिमिटेड जबलपुर श्री व्यास को प्रबंध संचालक के साथ पदेन प्रमुख सचिव ऊर्जा विभाग, मुख्यमंत्री और पर्यटन विभाग के सचिव फैज अहमद किदवई को प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री और पर्यटन विभाग तथा विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी- सह आयुक्त, पर्यटन एवं प्रबंध संचालक पर्यटन विकास बोर्ड और प्रबंध संचालक पर्यटन विकास निगम और पंजीयन महानिरीक्षक एवं अधीक्षक मुद्रांक श्री राठौर को विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी- सह पंजीयन महानिरीक्षक एवं अधीक्षक मुद्रांक बनाया गया है। अपर विकास आयुक्त एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्रामीण सड़क विकास प्राधिकरण- सह अपर विकास आयुक्त विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी और पदेन प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास और आयुक्त गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल श्रीमती देशमुख विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी-सह-आयुक्त गृह निर्माण एवं अधोसंरचना विकास मण्डल होंगी।
अतिरिक्त प्रभार
नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन श्री रवीन्द्र सिंह को वर्तमान कर्त्तव्य के साथ आयुक्त खाद्य सुरक्षा का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। श्री सिंह द्वारा कार्यभार ग्रहण करने पर सचिव जेल और लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और आयुक्त खाद्य सुरक्षा केवल आयुक्त खाद्य सुरक्षा के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त होंगे। अपर मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोजगार गांरटी परिषद् डॉ. फटिंग राहुल हरिदास को वर्तमान कर्त्तव्यों के साथ अपर मुख्य कार्यपालन अधिकारी, राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है।
श्री दिनेश जैन को लोक सेवा आयोग का अतिरिक्त प्रभार
विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी मध्यप्रदेश लोक सेवा श्रीमती रेणु पंत को स्थानापन्न विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी मंत्रालय पदस्थ किया गया है। राज्य शासन ने श्रीमती पंत द्वारा विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी मंत्रालय का कार्यभार ग्रहण करने के दिनांक से मंत्रालय के असंवर्गीय पद को शासन के संवर्गीय पद के समकक्ष घोषित किया है। अपर कलेक्टर जिला इंदौर को वर्तमान दायित्वों के साथ सचिव मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग का प्रभार अतिरिक्त रूप से सौंपा गया है।

लोक अदालत में समझौते से निराकृत होंगे बिजली चोरी एवं अनियमितताओं के प्रकरण
31 January 2020
भोपाल.प्रदेश में 8 फरवरी को आयोजित की जा रही नेशनल लोक अदालत में बिजली चोरी एवं अनियमितताओं के प्रकरण समझौते के माध्यम से निराकृत किये जाएंगे। कंपनी द्वारा विद्युत उपभोक्ताओं एवं उपयोगकर्ताओं से अपील की गई है कि वे अप्रिय कानूनी कार्यवाही से बचने के लिए अदालत में समझौता करने के लिए संबंधित बिजली कार्यालय से संपर्क करें।
कंपनी ने निर्णय लिया है कि धारा 135 और 138 के न्यायालयों में लंबित प्रकरण और जो प्रकरण न्यायालय में दर्ज नहीं हो सके हैं तथा धारा 126 के अंतर्गत बनाये गये हैं, तथा ऐसे प्रकरण जिनमें उपभोक्ताओं द्वारा अपीलीय कमेटी के समक्ष आपत्ति/अपील प्रस्तुत नहीं की गई है, के प्रीलिटिगेशन के माध्यम से निराकरण के लिये निम्नदाब श्रेणी के समस्त घरेलू, समस्त कृषि, 5 किलोवॉट तक के गैर घरेलू एवं 10 अश्व शक्ति भार तक के औद्योगिक उपभोक्ताओं को छूट दी जाएगी।
प्रिलिटिगेशन स्तर
कंपनी द्वारा आंकलित सिविल दायित्व की राशि पर 40 प्रतिशत एवं आंकलित राशि के भुगतान में चूक किये जाने पर निर्धारण आदेश जारी होने की तिथि 30 दिवस की अवधि समाप्त होने के बाद छः माही चक्रवृद्धि दर अनुसार 16 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से लगने वाले ब्याज की राशि पर 100 प्रतिशत की छूट दी जाएगी।
न्यायालयीन लंबित प्रकरण
कंपनी द्वारा आंकलित सिविल दायित्व की राशि पर 25 प्रतिशत एवं आंकलित राशि के भुगतान में चूक किये जाने पर निर्धारण आदेश जारी होने की तिथि से 30 दिवस की अवधि समाप्त होने के बाद प्रत्येक छःमाही चक्रवृद्धि दर अनुसार 16 प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से लगने वाले ब्याज की राशि पर 100 प्रतिशत छूट दी जाएगी।
आवेदक को निर्धारित छूट के बाद शेष बिल आंकलित सिविल दायित्व एवं ब्याज की राशि का एकमुश्त भुगतान करना होगा।
उपभोक्ता/उपयोगकर्ता को विचाराधीन प्रकरण वाले परिसर एवं अन्य परिसरों पर उसके नाम पर किसी अन्य संयोजन/संयोजनों के विरूद्ध विद्युत देयकों की बकाया राशि का पूर्ण भुगतान भी करना होगा।
आवेदक के नाम पर कोई वैध कनेक्शन न होने की स्थिति में छूट का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक द्वारा वैध कनेक्शन प्राप्त करना एवं पूर्व में विच्छेदित कनेक्शनों के विरूद्ध बकाया राशि (यदि कोई हो) का पूर्ण भुगतान किया जाना अनिवार्य होगा।
नेशनल लोक अदालत में छूट आवेदक द्वारा विद्युत चोरी/अनाधिकृत उपयोग पहली बार किये जाने की स्थिति में ही दी जाएगी। विद्युत चोरी/अनाधिकृत उपयोग के प्रकरणों में पूर्व की लोक अदालत/अदालतों में छूट प्राप्त किये उपभोक्ता/उपयोगकर्ता छूट के पात्र नहीं होंगे।
सामान्य बिजली बिलों में जुड़ी बकाया राशि पर कोई छूट नहीं दी जाएगी। यह छूट मात्र नेशनल ‘‘लोक अदालत‘‘ 8 फरवरी 2020 को समझौते करने के लिये ही लागू रहेगी।

गाँधी जी के विचार सर्वकालिक प्रासंगिक: राज्यपाल श्री टंडन
30 January 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने कहा है कि आज गाँधी जी हमारे बीच सशरीर भले ही नहीं हों, परन्तु उनके विचार सदैव हमारा मार्गदर्शन करते रहेंगे। गाँधी जी ने मानवता का व्यवहारिक पक्ष अपने आचरण से स्थापित किया। उनकी मान्यता थी कि विभिन्नताएँ बाहरी तत्व हैं, मूलत: हम सब एक है। भेद-भाव करना अमानवीयता है। उनके इस चिंतन से समाज में बड़ा परिवर्तन आया। राज्यपाल श्री टंडन गाँधी जी की 72वीं पुण्य-तिथि पर गाँधी भवन में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा को सम्बोधित कर रहे थे। इस अवसर पर राज्यपाल ने गाँधी भवन न्यास द्वारा प्रकाशित गाँधी जी पर केन्द्रित कैलेन्डर का विमोचन किया।
राज्यपाल ने कहा कि बीते 150 वर्षों में कई लोग हुए, जिन्होंने देश और समाज के लिये बड़े-बड़े काम किये परन्तु गाँधी जी एक ऐसा व्यक्तित्व है, जिन्हें हम आज भी याद कर रहे है, उनकी धरोहरों को सम्हाल रहे हैं। राज्यपाल ने कहा कि हम अपने जीवन में शांति चाहते हैं। शांति गाँधी जी के विचारों पर चलने से ही प्राप्त होगी। उनके प्रिय भजन सुनते हुए हम अपने दुख-दर्द भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत से लोग ईश्वर को नहीं मानते, तो गाँधी को भी नहीं मानते होंगे परन्तु गाँधी जी हम सबके बीच सम्मानीय थे, हैं और सदैव रहेंगे।
गाँधी जी की पुण्य-तिथि पर आयोजित कार्यक्रम के प्रारंभ में राज्यपाल श्री टंडन ने गाँधी जी की प्रतिमा को सूत की माला पहनाई और उनकी समाधि पर पुष्पांजलि अर्पित की। गाँधी भवन के कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वधर्म प्रार्थना की गई। इसके बाद विक्रम हायर सेकेण्ड्री स्कूल, भेल के विद्यार्थियों द्वारा वैष्णव जन और राम धुन प्रस्तुत की गई। इस अवसर पर गाँधी भवन द्वारा 20 दिसम्बर 2019 को आयोजित जिला स्तरीय गाँधी ज्ञान प्रतियोगिता के विजेताओं को राज्यपाल ने गाँधी साहित्य, प्रशस्ति पत्र और स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम के अंत में सभा में दो मिनट का मौन रखकर गाँधी जी को श्रद्धांजलि दी गई। कार्यक्रम का संचालन गाँधी भवन के न्यासी श्री महेश सक्सेना ने।

युवा पीढ़ी गाँधी जी के विचारों को अपनाए : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
30 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने युवा पीढ़ी का आव्हान किया है कि वे गाँधी जी के विचारों और सोच को अपनाए। श्री कमल नाथ आज राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी की पुण्य-तिथि पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दे रहे थे।
श्री कमल नाथ ने पुरानी विधानसभा मिंटो हॉल स्थित महात्मा गाँधी के प्रतिमा स्थल पर उनका पुण्य स्मरण किया। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी गाँधी जी को जाने, यह देश और दुनिया के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है।
इस मौके पर जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी, पूर्व मंत्री श्री चंद्रप्रभाष शेखर और श्री राजीव सिंह, पूर्व महापौर श्री सुनील सूद, श्री जे.पी. धनौपिया, श्री रवि सक्सेना, श्रीमती अर्चना जायसवाल एवं श्रीमती आभा सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

ऐतिहासिक सप्रे संग्रहालय को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जाना चाहिये
30 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि सप्रे संग्रहालय वह ऐतिहासिक स्थान है, जिसने न केवल समाचार-पत्र जगत का इतिहास समेट रखा है बल्कि इसमें एक बेहतर पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित होने की सभी विशेषताएं मौजूद हैं। इसलिए इसे पर्यटन केन्द्र के रूप में भी विकसित किया जाना चाहिए। श्री कमल नाथ सुप्रसिद्ध राष्ट्रकवि स्वतंत्रता एवं संग्राम सेनानी पंडित माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा संपादित कर्मवीर पत्रिका के 100 वर्ष पूरे होने पर आयोजित संगोष्ठी के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कर्मवीर के सौ साल 'संदर्भ ग्रंथ' का लोकार्पण किया। प्रारंभ में मुख्यमंत्री ने पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्य-तिथि पर उनके चित्र पर मार्ल्यापण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
महात्मा गाँधी, एक विचारधारा है
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संयोग है कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी और राष्ट्र कवि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्य-तिथि एक ही दिन है। उन्होंने कहा कि महात्मा गाँधी एक विचारधारा है, जो पूरी दुनिया को एक बेहतर राष्ट्र बनने और अपने नागरिकों को सुख-शांति का जीवन उपलब्ध करवाने का मार्ग बताती है। उन्होंने कहा कि सत्य, अहिंसा के रास्ते से उन्होंने दुनिया की सबसे बड़ी साम्राज्यवादी ताकत को भारत छोड़ने पर मजबूर किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रकवि माखनलाल जी ने अपनी पैनी कलम और राष्ट्रीयता से ओतप्रोत कविताओं के माध्यम से स्वतंत्रता संग्राम में एक नया जोश पैदा किया। वे हमारे प्रदेश की शान और गौरव थे।
शांति के दूत
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि एक ओर जहाँ महात्मा गाँधी ने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया, वहीं दूसरी ओर डॉ. अम्बेडकर ने एक समतावादी संविधान की रचना कर दुनिया को रास्ता दिखाया। मुख्यमंत्री ने अपनी अफ्रीका यात्रा का स्मरण करते हुए बताया कि वहाँ के एक देश के राष्ट्रपति से जब वे मिलने पहुँचे, तो उनके कक्ष में महात्मा गाँधी और डॉ. भीमराव अम्बेडकर बाबा साहेब की तस्वीर मैंने देखी। मैंने सोचा कि यह शायद मेरे मिलने के अवसर पर लगाई गई है, पर ऐसा नहीं था। उन्होंने राजनयिक कारणों से देश और राष्ट्रपति का नाम का उल्लेख न करते हुए बताया कि राष्ट्रपति जी ने बताया कि भारत के संविधान निर्माण में जो समतावादी नजरिया अपनाया गया, वही हमारे देश के संविधान का प्रेरणा स्त्रोत है। गाँधी जी का उल्लेख करके राष्ट्रपति ने बताया कि हमारे देश ने हिंसा से मुक्ति और शांति की स्थापना के लिए गाँधी जी के अहिंसा के मार्ग को अपनाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज पूरे विश्व में जो चुनौतियाँ हैं, अशांति है, उसके लिए गाँधी मार्ग पर चलना सबसेबड़ी आवश्यकता है।
कुछ लोग चाहते है गाँधी जी को भूल जाएं
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि देश में कुछ ताकतें इस बात का प्रयास कर रही हैं कि लोग गाँधी जी और उनके विचारों को भूल जाएं। ऐसे प्रयास हमारी शांति और देश की एकता, अखंडता के लिए एक बड़ा खतरा है। इसका सभी लोगों को मिलकर मुकाबला करना है। ऐसे लोगों से सावधान रहना है और उनके कुत्सित प्रयासों को असफल करना है। यह हमारे देश के सुरक्षित भविष्य के लिए जरूरी है।
सप्रे संग्रहालय की उपलब्धियाँ विश्व स्तरीय
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने सप्रे संग्रहालय की उपलब्धियों को विश्व स्तरीय बताया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख सेनानी की भूमिका कर्मवीर पत्रिका ने निभाई। पंडित माखनलाल चतुर्वेदी द्वारा संपादित कर्मवीर के प्रकाशन को निरंतर रखने का जो बीड़ा सप्रे संग्रहालय के संस्थापक श्री विजयदत्त श्रीधर ने उठाया है, वह सराहनीय है। नई तकनीक से बिना जुड़े सप्रे संग्रहालय ने जिन ऐतिहासिक दस्तावेजों का संग्रह किया है, वह निश्चित ही भारतीय पत्रकारिता के क्षेत्र में बड़ा योगदान है। श्री कमल नाथ ने कहा कि संग्रहालय का हमारे तथा अन्य प्रदेशों के शोधार्थी विद्यार्थियों ने जो लाभ उठाया है वह एक बड़ी उपलब्धि है।
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि संप्रे संग्रहालय के जरिए भारतीय समाचार-पत्र जगत के इतिहास को संग्रहित करके सहजने का जो कार्य किया गया है, उससे यह संस्थान पूरी दुनिया का उत्कृष्टतम संस्थान बन गया है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक पत्रिका कर्मवीर के प्रकाशन को निरंतर रखने का प्रयास प्रशंसनीय है।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी ने पंडित माखनलाल चतुर्वेदी को प्रदेश का दैदिप्यमान नक्षत्र बताते हुए कहा कि महात्मा गांधी 1937 में जब बाबई यात्रा पहुँचे थे, तो उन्होंने कहा था कि मैं उनकी जन्मभूमि पर आकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ। उन्होंने कहा कि सप्रे संग्रहालय देश का अनूठा संग्रहालय है और हमें अपने प्रदेश की इस अमूल्य पूँजी को और अधिक विकसित करने के लिए मदद करना चाहिए।
सप्रे संग्राहलय के संस्थापक एवं कर्मवीर पत्रिका के प्रधान संपादक पद्मश्री श्री विजयदत्त श्रीधर ने कहा कि पंडित माखनलाल चतुर्वेदी एक महान संपादक, साहित्यकार और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने कहा कि श्रद्धेय माधवराव सप्रे जी ने उनकी प्रतिभा को पहचाना था। श्री श्रीधर ने सप्रे संग्रहालय की उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि इस संग्रहालय में 5 करोड़ पत्र-पत्रिकाओं का संग्रह है। दो हजार ग्रंथ के अलावा एक हजार पत्रिकाएं ऐसी हैं जो दुनिया किसी भी संग्रहालय में उपलब्ध नहीं है। उन्होंने बताया कि पिछले 37 साल में 1167 शोध छात्रों ने संग्रहालय का लाभ उठाया है। इसमें 1153 शोधार्थियों को डीलिट और पीएचडी के उपाधि प्राप्त हुई।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कर्मवीर के 100 वर्ष पूरे होने पर प्रकाशित विशेषांक का विमोचन किया। पंडित माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के छात्र श्री अभिराज सिंह राजपूत को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की जूनियर रिसर्च फैलोशिप की परीक्षा में देश में सर्वप्रथम स्थान प्राप्त करने पर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रिकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के कुलपति श्री दीपक तिवारी, बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के कुलपति और शिक्षा, पत्रकारिता तथा समाज से जुड़े प्रतिष्ठित नागरिक उपस्थित थे।

सेवा, साधना और समर्पण के कारण राम-भक्त हनुमान और गांधी जी आराध्य हैं
30 January 2020
भोपाल.गांधी जी और हनुमान जी अपनी सेवा, साधना और समर्पण भावना से लोगों के आराध्य हैं। सत्य, अहिंसा और राष्ट्रभक्ति इनके व्यक्तित्व और कृतित्व के आधार हैं। ये विचार मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज पुरानी विधानसभा परिसर मिंटो हाल में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य-तिथि पर महानिर्वाण हनुमान चालीसा के सवा करोड़ जप कार्यक्रम में व्यक्त किए। यह कार्यक्रम 'हमारे हनुमान' सांस्कृतिक मंच भोपाल द्वारा आयोजित किया गया था। जनसंपर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री कमलेश्वर पटेल भी इस मौके पर उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि राम-भक्त हनुमान का उनके जीवन में विशेष महत्व रहा है। गांधी जी मेरे सदैव आदर्श रहे हैं। श्री नाथ ने कहा कि मेरी आस्था के केन्द्र इन आराध्य पुरुषों ने मुझे हमेशा प्रेरणा प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांधी जी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान सत्य, अहिंसा और राष्ट्रभक्ति का जो नारा दिया था उसने उस समय के ब्रिटिश साम्राज्य को हिला दिया था। आज गांधी जी के इन्हीं विचारों की सबसे ज्यादा आवश्यकता है। गिरते हुए सामाजिक मूल्य हमारे सामने एक बड़ी चुनौती है। हमें इसका सामना राम-भक्त हनुमान जी एवं राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचारों और भावनाओं को आत्मसात कर करना है।
महानिर्वाण हनुमान चालीसा के सवा करोड़ जप समारोह के मुख्य वक्ता पंडित विजय शंकर मेहता ने 'महानिर्वाण - एक शाम राष्ट्रभक्त के नाम' विषय पर अपने व्याख्यान में कहा कि हनुमान जी और गांधी जी के मन, वचन, कर्म में साम्य है। पंडित मेहता जी ने कई प्रसंगों और कृतियों से भगवान हनुमान और गांधी जी के आचरण-व्यवहार का उल्लेख करते हुए कहा कि गांधी जी जहाँ मौलिक संस्कृति के प्रतीक थे वहीं हनुमान जी अवतार परंपरा के एक जीवित महापुरुष हैं। दोनों आज भी हमारे सामने उपस्थित हैं। दोनों का व्यक्तित्व इतना प्रभावशाली था कि अपने समय के सर्वशक्तिमान उनके आगे कांपते थे फिर वो चाहे रावण हो या फिर ब्रिटिश साम्राज्य।
पंडित विजयशंकर मेहता ने कहा कि भय-मुक्त भारत बनाना है, बांटने वाली ताकतों को नाकामयाब करना है तो गांधी जी और हनुमान जी को अपने अंदर आत्मसात करना होगा। उन्होंने कहा कि आज देश अज्ञात डर से भयभीत है। ऐसा इसलिए है क्योंकि सत्य, अहिंसा और राष्ट्रभक्ति के रास्ते से हम भटक गए हैं। पंडित मेहता जी ने कहा कि कि सोशल मीडिया में महापुरूषों के सम्बन्ध में अपमानजनक टिप्पणी से परहेज किया जाना चाहिए।
प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ, जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी एवं पूर्व मंत्री श्री चंद्रप्रभाष शेखर ने पंडित विजयशंकर मेहता का स्वागत किया। पंडित मेहता जी के साथ सवा सौ करोड़ हनुमान चालीसा का जप किया गया। इस कार्यक्रम को संस्कार टी.वी. पर 56 देशों में लाइव देखा गया। कार्यक्रम का संचालन श्री राजीव सिंह ने किया।

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने गांधी जी की पुण्य-तिथि पर दो मिनिट मौन रखकर दी श्रद्धांजलि
30 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य-तिथि पर दो मिनिट का मौन रखकर उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित की। श्री कमल नाथ पूर्वांह ठीक 11 बजे मंत्रालय के समक्ष सरदार पटेल उद्यान पहुँचे। मुख्यमंत्री और अधिकारियों-कर्मचारियों ने मौन धारण सूचक सायरन बजने पर दो मिनिट का मौन रखकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का पुण्य स्मरण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इस मौके पर जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सुरेश पचौरी, मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन श्री के.के. सिंह और वरिष्ठ अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

राज्यपाल श्री टण्डन के मुख्य आतिथ्य में बीटिंग द रिट्रीट समारोह सम्पन्न
29 January 2020
भोपाल.मधुर राग 'यमन' में भारतीय शास्त्रीय संगीत एवं पाश्चात्य संगीत के समिश्रण से मीठी-मीठी धुनों की बारिश। देश प्रेम की हिलोरें पैदा करतीं राष्ट्रभक्ति पूर्ण गीतों की रोमांचक धुनें। सुर-ताल के साथ कदम से कदम मिलाते पुलिस बैंड के जवान। मौका था राज्यपाल श्री लालजी टण्डन के मुख्य आतिथ्य में बुधवार की शाम मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित हुई ''बीटिंग द रिट्रीट'' सेरेमनी का। इसी के साथ इस साल के गणतंत्र दिवस समारोह का समापन हुआ। ''बीटिंग द रिट्रीट'' सेरेमनी की समापन बेला में सम्पूर्ण मोतीलाल नेहरू स्टेडियम सतरंगी रोशनी में सराबोर हो गया। इसी बीच बहुरंगी आतिशबाजी से जमीन से लेकर आसमान तक सुहाने रंग बिखर गये।
''बीटिंग द रिट्रीट'' का आयोजन अर्ध सैन्य बलों की एक सुदीर्घ प्राचीन परंपरा है। जब युद्ध के बाद सैन्य टुकड़ियां वापस अपने कैम्पों में आती थीं, तब युद्ध के तनाव को कम करने के लिए मनोरंजक बैण्ड वादन का कार्यक्रम रखा जाता था। भारत में इस कार्यक्रम के साथ ही गणतंत्र दिवस के कार्यक्रमों का औपचारिक समापन होता है।
मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम की शुरूआत राष्ट्रगान एवं राज्यपाल श्री लालजी टण्डन को सम्मान व्यक्त करने के साथ हुई। इसके बाद मध्यप्रदेश पुलिस के ब्रास बैंड व पाइप बैंड ने सामूहिक वादन की मनोहारी प्रस्तुति दीं। प्रस्तुतियों के बीच आकर्षक मार्च पास्ट ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। पुलिस ब्रास बैण्ड द्वारा भारतीय शास्त्रीय संगीत व पाश्चात्य क्लासिकल संगीत की मनोहारी धुनें निकाली गईं। इसी कड़ी में हिन्दी फिल्मों के गीतों की सुमधुर संगीतमय प्रस्तुति दी गईं। इसके बाद सभी बैण्ड द्वारा मार्चपास्ट करते हुए बैण्डवार सामूहिक प्रस्तुतियाँ दी गईं। उपनिरीक्षक श्री सुनील कटारे के नेतृत्व में पुलिस ब्रास बैण्ड की संगीतमयी प्रस्तुतियां हुईं। अंत में बैण्ड ने ''सारे जहां से अच्छा'' की धुन पर मार्चपास्ट किया। समापन राष्ट्रगान एवं आकर्षक आतिशबाजी के साथ हुआ।
मुख्य सचिव श्री एस आर मोहंती, पुलिस महानिदेशक श्री विजय कुमार सिंह, विशेष पुलिस महानिदेशक एस.ए.एफ. श्री विजय यादव, प्रमुख सचिव गृह श्री एस.एन. मिश्रा एवं विशेष पुलिस महानिदेशक चयन भर्ती श्री के.एन. तिवारी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी, सेवानिवृत्त वरिष्ठ पुलिस अधिकारी तथा बड़ी संख्या में शहर के नागरिकगण भव्य एवं आकर्षक ''बीटिंग द रिट्रीट'' सेरीमनी के साक्षी बने।
मनोहारी प्रस्तुतियों ने बांधा समा
''बीटिंग द रिट्रीट'' सेरेमनी पुलिस ब्रास बैंड द्वारा प्रस्तुत किये गये कंसर्ट में 60 जवानों ने हिस्सा लिया। इसी तरह डिसप्ले में 89, बिगुल वादन में 12 व पाइप बैंड की प्रस्तुति में 5 कलाकार जवान शामिल थे। आरंभ में क्विक मार्च की प्रस्तुति हुई। इसके बाद बैंड ने राग यमन में मधुर धुन निकाली। इसी कड़ी वाल्टज ओवर द वेव की प्रस्तुति हुई। फिर पुलिस ब्रास बैण्ड द्वारा हिन्दी व अंग्रेजी क्लासिकल धुनों के साथ-साथ नई एवं पुरानी हिन्दी फिल्मों के गानों की संगीतमय प्रस्तुति दी गई। जिनमें प्रसिद्ध हिन्दी फिल्म इतंकाम का नगमा ''आ जाने जा....'' तथा फ्यूजन वंदे मातरम शामिल है। मध्यातंर के बाद फन फेयर क्विक मार्च, स्लो मार्च, ड्रमर्स कॉल व ड्रम रोल की मनोहारी प्रस्तुतियाँ हुई।
देश में 'बीटिंग द रिट्रीट’’ कार्यक्रम आयोजित करने वाला मध्यप्रदेश एकमात्र राज्य है, जहाँ प्रतिवर्ष 29 जनवरी को पुलिस द्वारा राजधानी भोपाल में कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। राष्ट्रीय स्तर पर नई दिल्ली में रायसीना हिल्स के विजय चौक पर भारतीय थल सेना, वायु सेना और जल सेना के बैण्ड दलों द्वारा वादन एवं मार्चपास्ट की आकर्षक सामूहिक प्रस्तुतिमाननीय राष्ट्रपति के समक्ष की जाती है।

देश-दुनिया में शांति के लिए अहिंसा ही एक मात्र विकल्प : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
29 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा का जो मार्ग दिखाया है, वही एक मात्र विकल्प है, जो हमारे देश और दुनिया में शांति कायम कर सकता है। श्री कमल नाथ ने आज मुख्यमंत्री निवास पर 'गांधी संदेश पद यात्रा' पुस्तक का विमोचन कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि देश की वर्तमान और भावी पीढ़ी को गांधी जी के विचारों से अवगत कराना आज की सबसे बड़ी जरूरत है। विभिन्न संस्कृतियों, भाषाओं और धर्म पर आधारित हमारे देश की यह विशेषता बनी रहे, एक दूसरे के प्रति सम्मान का भाव रहे, इसके लिए हर भारतीय को प्रयास करना चाहिए। श्री कमल नाथ ने कहा हमारे देश का संविधान पूरी दुनिया में सबसे महान संविधान है। यह सर्व धर्म समभाव और समानता पर आधारित है। कई देशों ने हमारे संविधान को अपनाया है। यह संविधान अक्षुण्ण रहे, यह हम सभी का कर्तव्य है।
महात्मा गांधी के 150वीं जंयती वर्ष के अवसर पर 'गांधी संदेश पद यात्रा' जबलपुर से 25 दिसंबर को शुरू हुई। इसका समापन मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने 6 जनवरी को छिंदवाड़ा में किया। समापन अवसर पर हुए कार्यक्रम में 25 हजार स्कूली बच्चों ने महात्मा गांधी के प्रिय भजन 'वैष्णनव जन को तैने कहिए' को सामूहिक रूप से गाया, जो एक वर्ल्ड रिकॉर्ड बना है। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के साउथ एशिया हेड श्री आलोक कुमार ने मुख्यमंत्री को इस रिकॉर्ड का प्रमाण-पत्र प्रदान किया। श्री दुर्गेश पटेल के नेतृत्व में 70 पद यात्रियों ने गाँवों और स्कूलों में जाकर गांधी जी के संदेश को पहुँचाया। पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण भी किया।

शहीद दिवस 30 जनवरी को मंत्रालय में दो मिनिट का मौन
29 January 2020
भोपाल.शहीद दिवस 30 जनवरी को मंत्रालय के समक्ष सरदार पटेल पार्क में 2 मिनिट का मौन धारण किया जाएगा। सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा इस संबंध में जारी आदेश में बताया गया है कि सरदार पटेल पार्क में प्रात: 11 बजे महात्मा गाँधी के बलिदान दिवस और शहीदों की स्मृति में दो मिनिट का मौन धारण किया जाएगा।



मंत्री श्री पांसे द्वारा ग्रामीण अंचल में भूमि-पूजन और लोकार्पण
29 January 2020
भोपाल.लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्री सुखदेव पांसे ने बैतूल जिले में 19 लाख 30 हजार रुपये लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन और लोकार्पण किया। उन्होंने ग्राम भैसादण्ड में 9.30 लाख की लागत की सी.सी. रोड का भूमि-पूजन और 10 लाख के सामुदायिक भवन का लोकार्पण किया।
मंत्री श्री पांसे ने इस अवसर पर कहा कि प्रदेश सरकार ग्रामीणों के विकास के लिये मुस्तैदी के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने लोगों को सरकार की योजनाओं की जानकारी दी। इस मौके पर अन्य जन-प्रतिनिधि, जिलाधिकारी और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।

बच्चे पर्यावरण संरक्षण के सच्चे संवाहक, इन्हें जागरूक बनाना जरूरी
29 January 2020
भोपाल.स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी शासकीय एमएलबी हायर सेकेण्डरी स्कूल, बरखेड़ा में आयोजित 'एक पृथ्वी-पांडा फेस्ट-2020'' में शामिल हुए। डॉ. चौधरी ने कहा कि बच्चे पर्यावरण संरक्षण के सच्चे संवाहक हैं। इन्हें जागरूक बनाना जरूरी है। उन्होंने पांडा फेस्ट आयोजन की सराहना की।
मंत्री डॉ. चौधरी ने कहा कि मानव जीवन का अस्तित्व कायम रखने के लिये पर्यावरण का संरक्षण किया जाना बहुत जरूरी हो गया है। उन्होंने कहा कि जल, वायु और पेड़-पौधे ईश्वर प्रदत्त जीवनदायिनी बहुमूल्य प्राकृतिक सम्पदा हैं। इनका अंधाधुंध दोहन प्रकृति और जीवन, दोनों के लिये प्राणघातक हैं। इसे सख्ती से रोकना होगा।
प्रमुख सचिव श्रीमती रश्मि अरूण शमी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण और ईको सिस्टम के संतुलन के लिये बड़े पैमाने पर काम करने की आवश्यकता है। इसमें आम नागरिकों की भागीदारी बहुत जरूरी है। बच्चों को पर्यावरण संरक्षण यज्ञ से जोड़कर हम उनका भविष्य संवार सकते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों में पर्यावरण की रक्षा के लिये जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से वर्ल्ड वाइल्ड फेडरेशन द्वारा इस दिशा में किये जा रहे प्रयास से भविष्य में अच्छे परिणाम आयेंगे।
वर्ल्ड वाइल्ड फेडरेशन की डॉयरेक्टर श्रीमती संगीता सक्सेना ने बताया कि 'एक पृथ्वी-पांडा फेस्ट'' के माध्यम से पर्यावरण और वन्य-प्राणी सुरक्षा, जल-संरक्षण, ऊर्जा-संरक्षण, जैविक-खेती, जैव-विविधिता संरक्षण एवं पर्यावरण प्रदूषण से होने वाले खतरों से बचाने के लिये 5 विभिन्न कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं। इनमें बच्चों को जागरूक बनाना भी शामिल है, जिससे बच्चे खुद समाधान निकालकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कारगर प्रयास करें।
मंत्री डॉ. चौधरी ने फेस्ट में बच्चों को पुरस्कृत किया और उनके द्वारा बनाये गये मॉडल्स का निरीक्षण किया। फेस्ट-2020 में भोपाल एवं रायसेन जिले के 12 स्कूलों के बच्चों ने भाग लिया। इस मौके पर हाई स्कूल नांदौर जिला रायसेन के बच्चे राष्ट्रीय स्तर पर नई दिल्ली में होने वाले पांडा फेस्ट में मध्यप्रदेश का प्रतिनिधित्व करने के लिये चुने गये हैं।

मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह द्वारा 9 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण
28 January 2020
भोपाल.नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री जयवर्द्धन सिंह ने आगर-मालवा जिले की नगर परिषद कानड़ में 9 करोड़ 19 लाख 94 हजार की लागत के तीन निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया। उन्होंने कानड़ में 7 करोड़ 48 लाख के फिल्टर प्लांट, 82 लाख के नवीन बस स्टैण्ड और 88 लाख 87 हजार के सामुदायिक भवन और नगर सौंदर्यीकरण कार्यों का लोकार्पण किया।
जिला पंचायत भवन और जिम का लोकार्पण
मंत्री श्री सिंह ने आगर-मालवा में जिला पंचायत भवन, एक इंडोर मल्टी जिम और दो आउटडोर मल्टी जिम का लोकार्पण किया। श्री सिंह ने कार्यक्रम में लोगों को शासन की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। इस दौरान स्थानीय जन-प्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक भी उपस्थित थे।

गैस पीड़ितों को मिले बेहतर चिकित्सा सुविधा: मंत्री श्री आरिफ अकील
28 January 2020
भोपाल.भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुर्नवास मंत्री श्री आरिफ अकील ने गैस पीड़ितों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि यूनियन कार्बाइड के केमिकल हटाने और स्थान को विकसित करने के कार्य को गति दी जाएगी। मंत्री श्री अकील मंत्रालय में भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुर्नवास विभाग की समीक्षा कर रहे थे। प्रमुख सचिव श्रीमती पल्लवी जैन गोविल सहित विभागीय वरिष्ठ अधिकारी बैठक में उपस्थित थे।
मंत्री श्री अकील ने कहा कि गैस पीड़ितों के आर्थिक पुर्नवास के लिये कौशल उन्नयन का प्रस्ताव तैयार करें। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में रोगी कल्याण समिति बनायें। विभागीय अस्पताल में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिये रिटायर्ड चिकित्सकों को संविदा आधार पर पदस्थ करें। श्री अकील ने अस्पताल में कार्यरत चिकित्सकों को इन्सेंटिव देने के लिये प्रयास करने के निर्देश दिये।
मंत्री श्री आरिफ अकील ने कहा कि राज्य शासन का उद्देश्य है कि पीड़ित मरीजो का बेहतर ईलाज हो। उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि पीड़ितों को परेशानी में देखकर लगता है कि इनकी मदद होना चाहिए। उन्होंने अस्पतालों को अपग्रेड करने के प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। श्री अकील ने गैस पीड़ित वार्डो में संजीवनी क्लीनिक खुलवाने की व्यवस्था करने को भी कहा।

मिलावटखोरों के खिलाफ जारी रहेगा "शुद्ध के लिये युद्ध" अभियान
28 January 2020
भोपाल.आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने डिण्डौरी में चन्द्रविजय महाविद्यालय में शुद्ध के लिये युद्ध अभियान के अंतर्गत आयोजित जन-जागरूकता कार्यक्रम में बताया कि मिलावटखोरों के खिलाफ यह अभियान लगातार जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान में दवाओं, खाद-बीज, कीटनाशक और खाद्य पदार्थो के निर्माण एवं विक्रय में मिलावटखोरी को सख्ती से रोका जाएगा।
मंत्री श्री मरकाम ने कहा कि आम आदमी को भी मिलावटी सामग्रियों का उपयोग करने से बचना चाहिए। तब ही स्वस्थ्य समाज का निर्माण होगा। उन्होने कहा कि इसके लिये शहर-शहर, गाँव-गाँव जन-जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को जागरुक बनाना होगा। श्री मरकाम ने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिये समाज के सभी वर्ग सतर्क रहकर सरकार को सहयोग प्रदान करें।
नर्मदा तट पर 35 करोड़ से बनेगा घाट
आदिम जाति कल्याण मंत्री ने बताया कि डिण्डौरी में नर्मदा नदी के तट पर 35 करोड़ की लागत से श्रद्धालुओं के लिये सर्व-सुविधायुक्त घाट का निर्माण कराया जायेगा। स्थानीय युवक-युवतियों को कम्प्यूटर शिक्षा में दक्ष बनाने के लिये 5 करोड़ की लागत से कम्प्यूटर सेंटर का निर्माण कराया जा रहा है। उन्होंने बताया डिण्डौरी को औद्योगिक जिले के रूप में विकसित करने के प्रयास किये जा रहे है।

जिला खनिज निधि का बेहतर उपयोग करने बनाएं नई कार्य-योजना
27 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने मंत्रालय में खनिज विभाग की बैठक में कहा कि जिला खनिज निधि का बेहतर उपयोग करने के लिए नई कार्य-योजना बनाएं। खनिज साधन मंत्री श्री प्रदीप जायसवाल बैठक में उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि जिला खनिज निधि का उपयोग प्रभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता के आधार पर किया जाना चाहिए। अधोसंरचना के साथ संबंधित क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों के विकास पर भी निधि की राशि व्यय होना चाहिए। श्री कमल नाथ ने मध्यप्रदेश जिला खनिज प्रतिष्ठान नियम 2016 के नियमों में परिवर्तन करने को कहा, जिससे जिला खनिज निधि का अधिक से अधिक उपयोग हो सके।
बैठक में बताया गया कि मुख्य खनिजों से प्राप्त रॉयल्टी के अतिरिक्त 30 प्रतिशत राशि से जिला खनिज निधि स्थापित की गई है। यह निधि लीज होल्डरों द्वारा ली जाती है। इस राशि का प्रभावित क्षेत्रों में उपयोग करने के लिए प्राथमिकताएँ भी तय की गई हैं। इसमें से 60 प्रतिशत राशि पेयजल, स्वास्थ्य एवं शिक्षा पर तथा 40 प्रतिशत राशि अधोसंरचना पर खर्च होती है।
बैठक में मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री अनुराग जैन, अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री मनोज श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव खनिज श्री नीरज मण्डलोई, उप सचिव खनिज श्री राकेश श्रीवास्तव एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

श्रीलंका में भव्य सीता माता मंदिर का निर्माण होगा
27 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि श्रीलंका में भव्य सीता माता मंदिर का निर्माण किया जाएगा। निर्माण के संबंध में मध्यप्रदेश और श्रीलंका के अधिकारियों की एक समिति बनायी जाएगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये हैं कि मंदिर निर्माण और साँची में अंतर्राष्ट्रीय स्तर का बौद्ध संग्रहालय, अध्ययन एवं प्रशिक्षण केन्द्र बनाने के लिए शीघ्र ही योजना बनाएं और उसका क्रियान्वयन करें। श्री कमल नाथ आज मंत्रालय में जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा के नेतृत्व में पहुँचे महाबौद्धी सोसायटी के प्रतिनिधि-मंडल के साथ हुई बैठक में चर्चा कर रहे थे। बैठक में महाबौद्धी सोसायटी अध्यक्ष श्री बनागला उपतिसा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि श्रीलंका में सीता मंदिर के भव्य निर्माण के लिए शीघ्र ही एक समिति बनाएं, जिसमें मध्यप्रदेश एवं श्रीलंका सरकार के अधिकारियों के साथ महाबौद्धी सोसायटी के सदस्य भी शामिल हों। यह समिति मंदिर निर्माण के कार्यों पर सतत् निगरानी रखेगी, जिससे समय सीमा में मंदिर का निर्माण हो सके। उन्होंने कहा कि मंदिर के डिजाइन को अंतिम रूप दिया जाए और इसके लिये इसी वित्तीय वर्ष में आवश्यक धन राशि भी उपलब्ध करवाई जाए, जिससे मंदिर का निर्माण शीघ्र हो सके।
मुख्यमंत्री ने साँची में बौद्ध संग्रहालय, अध्ययन एवं प्रशिक्षण केन्द्र बनाने के लिए आवश्यक भूमि आवंटित करने के साथ ही यहाँ पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर का संस्थान बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि इसके लिए शीघ्र ही कार्य-योजना बनायी जाए। मुख्यमंत्री ने बताया कि महाबोद्धी सोसायटी के अध्यक्ष तथा जापान और अन्य देशों की कई कंपनियों और अन्य संस्थाओं ने साँची में विभिन्न संरचनाओं के निर्माण के लिए वित्तीय सहायता देने की पेशकश की है।
जनसम्पर्क मंत्री पी.सी. शर्मा ने हाल ही में श्रीलंका यात्रा के दौरान सीता मंदिर के निर्माण के संबंध में वहाँ की सरकार से हुई चर्चा की जानकारी दी। श्री शर्मा ने कहा कि अगर बेहतर वायु सेवाएँ उपलब्ध हों, तो श्रीलंका सहित बौद्ध धर्म को मानने वाले अन्य देशों में रह रहे श्रद्धालुओं को साँची आने में सुविधा होगी। इसी तरह, मध्यप्रदेश के लोगों को भी सीता मंदिर के दर्शन करने में आसानी होगी।
मुख्यमंत्री को इस मौके पर महाबौद्धी सोसायटी श्रीलंका के अध्यक्ष श्री बनागला उपतिसा ने बौद्ध की प्रतिमा, बौद्ध ग्रंथ एवं स्व-लिखित पुस्तक भेंट की। मंत्री श्री शर्मा ने भी श्रीलंका यात्रा के दौरान प्राप्त उपहार मुख्यमंत्री को भेंट किये।
इस मौके पर अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा अध्यात्म श्री मनोज श्रीवास्तव उपस्थित थे।

जनसम्पर्क मंत्री श्री शर्मा ने होशंगाबाद में किया ध्वजारोहण
27 January 2020
भोपाल.जनसम्पर्क, विधि-विधायी कार्य, विमानन एवं अध्यात्म मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को अपने प्रभार के जिला होशंगाबाद में ध्वजारोहण कर परेड की सलामी ली। श्री शर्मा ने कार्यक्रम में मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के संदेश का वाचन किया। कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को शाल एवं श्रीफल प्रदान कर सम्मानित किया गया।
समारोह में परेड दलों ने आकर्षक मार्चपास्ट किया। परेड दल में विशेष सशस्त्र बल 17वीं वाहनी, जिला पुलिस बल, जिला नगर सेना होमगार्ड, विभिन्न स्कूलों के सीनियर डिवीजन एनसीसी बॉयज एवं सीनियर डिवीजन एनसीसी गर्ल्स, शासकीय हायर सेकेण्ड्री गर्ल्स स्कूल, सेमेरिटन्स हायर सेकेण्ड्री स्कूल, शासकीय हायर सेकेण्ड्री स्कूल जुमेराती, शांति निकेतन हायर सेकेण्ड्री स्कूल, प्रेरणा हायर सेकेण्ड्री स्कूल, एक्सलेंट हायर सेंकेण्ड्री स्कूल नेवल एवं आर्मी, शासकीय एसएनजी हायर सकेण्ड्री स्कूल आर्मी, प्रेरणा हायर सेकेण्ड्री स्कूल रेडक्रास, शौर्य दल के प्लाटून शामिल थे।
समारोह में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अंतर्गत विभिन्न स्कूलों के छात्र-छात्राओं द्वारा आकर्षक प्रस्तुतियाँ दी गई। शासकीय विभागों द्वारा झांकियों का प्रदर्शन किया गया। पुलिस परेड़ ग्राउण्ड में विभिन्न विभागों ने योजनाओं और विकास से संबंधित झांकियों का प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सीताशरण शर्मा, जन-प्रतिनिधि श्री कपिल फौजदार, कमिश्नर नर्मदापुरम संभाग श्री रजनीश श्रीवास्तव, आईजी श्री आशुतोष राय, डीआईजी श्री रामाश्रय चौबे, कलेक्टर धनंजय सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री एम.एल. छारी सहित गणमान्य नागरिक, पत्रकार एवं अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।

धार में वकीलों द्वारा बनवाए गए एडवोकेट्स चेम्बर्स का उद्घाटन
27 January 2020
भोपाल.जनसम्पर्क एवं विधि-विधायी कार्य मंत्री श्री पी.सी. शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह ने धार जिला न्यायालय परिसर में लगभग एक करोड 50 लाख रूपए लागत के लायर्स चेम्बर का उद्घाटन किया। लायर्स चेम्बर का निर्माण एडवोकेट्स द्वारा निजी खर्चे से किया गया है। संभवतः समूचे प्रदेश में इस तरह की पहल करने वाली धार जिला बार एसोसिएशन पहली एसोसिएशन है।
पूर्व मुख्यमंत्री श्री सिंह ने कहा कि देश और प्रदेश में यह प्रयास होना चाहिए कि हम सब मिलकर भारतीय संविधान की सुरक्षा करते हुए उसकी मूल भावना का आदर करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कमल नाथ बधाई के पात्र हैं जिन्होंने स्कूलों में संविधान की प्रस्तावना के पठन -पाठन का निर्णय लिया है।
लायब्रेरी के लिए एक लाख देने की की घोषणा
मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि धार जिला तुलनात्मक रूप से पिछड़ा रहा है। इसलिये इस क्षेत्र को मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने बहुत-सी सौगातें दी हैं। उन्होंने अपेक्षा की कि बार एसोसिएशन गरीब व्यक्तियों की मदद के लिए सदैव आगे रहेगा। यह भवन पूरे मध्यप्रदेश के बार एसोसिएशन के लिए नजीर बनेगा। मंत्री श्री शर्मा ने वकीलों की लायब्रेरी के लिए एक लाख रूपए स्वीकृत करने की घोषणा की। कार्यक्रम को जिला न्यायाधीश श्री प्रदीप व्यास ने भी सम्बोधित किया।

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने इंदौर में किया ध्वजारोहण
26 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंदौर में आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण किया और परेड की सलामी ली। सम्पूर्ण गरिमा, हर्षोल्लास और उत्साह के साथ आयोजित समारोह में स्कूली बच्चों ने देशभक्ति से ओतप्रोत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इस अवसर पर विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा नयनाभिराम झांकियां भी निकाली गयी। समारोह में मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने प्रदेश की जनता को सम्बोधित किया।
17 प्लाटूनों ने प्रस्तुत की आकर्षक परेड
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने ध्वजारोहण के बाद खुली जीप में परेड का निरीक्षण किया और परेड कमाण्डरों से परिचय प्राप्त किया। परेड के दौरान सशस्त्र दलों द्वारा हर्ष फायर किये गये। समारोह में 17 दलों ने आकर्षक परेड प्रस्तुत की। इनमें एसटीएफ, आरएपीटीसी, फर्स्ट बटालियन, 15वी बटालियन, क्यूआरएफ, पुलिस बल पुरूष, पुलिस बल महिला, होमगार्ड, फायर ब्रिगेड, यातायात पुलिस, एनसीसी वन एमपी, एनसीसी एयर विंग, सीनियर गर्ल्स एनसीसी, जूनियर गर्ल्स एनसीसी, स्काउट गाइड गर्ल्स, स्काउट ब्वायज, एसपीसी आदि दल शामिल थे। बीएसएफ, फर्स्ट बटालियन और जिला पुलिस बल के बैण्ड की सुमधुर धुन पर कदम से कदम मिलाकर आकर्षक मार्चपास्ट किया गया। परेड का नेतृत्व आईपीएस अधिकारी श्री आदित्य मिश्रा ने किया। उनके सहयोगी डीएसपी श्री कमल सिंह चौहान थे।
देश भक्ति तथा संस्कृति पर आधारित कार्यक्रम
समारोह में विद्यार्थियों तथा नव-आरक्षकों द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी गई। इनमें अहिल्या आश्रम स्कूल और खालसा महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने रंगारंग लोकनृत्य प्रस्तुत किये। महेश दृष्टिहीन कल्याण संघ की बालिकाओं ने समूह गीत की प्रस्तुति दी। पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज के नव-आरक्षकों ने रिदमिक योगा और साइलेंट ड्रिल के कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कार्यक्रम में तीन हजार से अधिक बच्चों द्वारा सामूहिक व्यायाम, पीटी का प्रदर्शन किया गया। स्कूली बच्चों ने भारत माता की जय तथा गणतंत्र दिवस अमर रहे का जयघोष किया।
नयनाभिराम झांकियाँ
विभिन्न विभागों द्वारा बनायी गयी आकर्षक झांकियों का प्रदर्शन भी दर्शकों का मन मोह रहा था। कृषि विभाग द्वारा जय किसान फसल ऋण माफी योजना, उद्यानिकी विभाग द्वारा मुख्यमंत्री प्याज कृषक प्रोत्साहन योजना एवं जलशक्ति अभियान, शिक्षा विभाग द्वारा 100 कलाम योजना, आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा डॉ.अम्बेडकर एवं महात्मा गांधी के संदेश, स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयुष्मान भारत, जेल विभाग द्वारा योग और ध्यान, वन विभाग द्वारा हरित इंदौर, जिला पंचायत द्वारा गौशाला, राजस्व विभाग द्वारा शून्य शक्ति अभियान और आपकी सरकार आपके द्वार सहित उद्योग केन्द्र, महिला एवं बाल विकास विभाग, इंदौर विकास प्राधिकरण, एकेवीएन, नगर निगम, यातायात पुलिस तथा पर्यटन विभाग ने अपनी विभागीय योजनाओं और कार्यों पर आधारित झाँकिया निकाली। समारोह में विभिन्न विभागों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों को पुरस्कृत किया गया।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को शॉल-श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया। समारोह में विधायक श्री संजय शुक्ला, श्री विशाल पटेल तथा श्री महेन्द्र हार्डिया, सांसद श्री शंकर लालवानी, श्री नरेन्द्र सलूजा, श्रीमती शोभा ओझा, इंदौर दुग्ध संघ के अध्यक्ष श्री मोती सिंह पटेल, श्री विनय बाकलीवाल, श्री सदाशिव यादव सहित अन्य जन-प्रतिनिधि, संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी, आई.जी. श्री विवेक शर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारी, पत्रकार और बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद थे।
क्रांतिकारी शहीद टंट्या मामा जयंती समारोह
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने क्रांतिकारी शहीद टंट्या मामा के जयंती समारोह में कहा कि आदिवासियों का समग्र कल्याण राज्य सरकार की प्राथमिकता है। श्री कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश में आदिवासियों की शिक्षा, रोजगार तथा उन्हें आर्थिक रूप से आत्म-निर्भर बनाने के लिये संकल्पबद्ध होकर कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने आदिवासियों का आव्हान किया कि वे अपनी संस्कृति की रक्षा के लिये आगे आकर कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने शहीद टंट्या मामा की जयंती पर आदिवासी समुदाय को शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने कहा कि आदिवासी मध्यप्रदेश की पहचान हैं। इस पहचान को हर हाल में कायम रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि आदिवासी नौजवानों की शिक्षा, रोजगार पर विशेष ध्यान दिया जायेगा। उनका भविष्य संवारा जायेगा। युवाओं की नयी सोच और नये स्वप्न को साकार किया जायेगा। आदिवासियों को अपनी समस्याओं के निराकरण के लिये मुखर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आदिवासियों के कल्याण के क्षेत्र में प्रदेश में नया इतिहास बनाया जायेगा। उन्होंने कहा कि नयी पीढ़ी अपनी संस्कृति को जीवित रखे।
कार्यक्रम में आदिवासियों के जीवन के बारे में प्रकाशित रिपोर्ट, टंट्या मामा के जीवन से जुड़े पोस्टर, कैलेण्डर, पत्रिका आदि का विमोचन किया गया। सम्मेलन में पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री शरद पवार विशेष रूप से मौजूद थे। वन मंत्री श्री उमंग सिंघार, विधायक तथा पूर्व मंत्री श्री कांतिलाल भूरिया, विधायक श्री संजय शुक्ला तथा श्री विशाल पटेल, श्री नरेन्द्र सलूजा, श्री विनय बाकलीवाल, श्री सदाशिव यादव, श्रीमती अर्चना जायसवाल, श्री फूलभाई चौधरी, श्री सतीश पेद्राम भी मौजूद थे।

राजभवन में गणतंत्र दिवस पर हुआ स्वागत समारोह
26 January 2020
भोपाल.गणतंत्र दिवस के अवसर पर राजभवन में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में राज्यपाल श्री टंडन ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और शहीद परिजनों से मिलने के बाद सभी 52 जिलों से आए जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों से भेंट की। भेंट उपरांत अतिविशिष्ट अतिथियों के बीच पहुँचे।
राज्यपाल श्री टंडन ने स्वतंत्रता सेनानियों को शाल, श्रीफल, वस्त्र एवं फलों की टोकरी भेंट कर सम्मानित किया। राज्यपाल ने शहीद परिजनों को आमंत्रित कर उनका शाल, श्रीफल, वस्त्र और फलों की टोकरी भेंट कर सम्मान किया।
राज्यपाल श्री टंडन ने कार्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्रीमती एवं श्री मुख्तार खान, श्रीमती एवं श्री हबीब नज़र, श्रीमती एवं श्री अनिरूद्ध प्रसाद शास्त्री, श्रीमती एवं श्री नारायण प्रसाद, श्रीमती एवं श्री बी.एल. दिवाकर, श्रीमती एवं श्री देवीशरण, श्रीमती एवं श्री मोहम्मद जमीर, श्री एवं श्रीमती पार्वती देवी, श्रीमती एवं श्री लक्ष्मीकांत मिश्रा, श्रीमती नारायणी देवी, और श्रीमती चंद्रावती सिंह का सम्मान किया। राज्यपाल ने पहली बार भोपाल के निवासी पुलिस बल के शहीदों के परिजन को राजभवन में आमंत्रित कर उनका सम्मान किया। सम्मानित होने वालों में हवलदार स्वर्गीय हरीश चंद्र पाल की पत्नी श्रीमती लक्ष्मी पाल, डिप्टी कमांडेंट कोस्ट गार्ड स्वर्गीय मनोज कुमार सोनी की पत्नी श्रीमती अमृता सोनी और नायक स्वर्गीय दिनेश चंद्र की पत्नी श्रीमती गुनमाला देवी शामिल है।
स्वागत समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री श्री दिग्विजय सिंह, जनसम्पर्क मंत्री श्री पी सी शर्मा, मंत्री भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास एवं पिछड़ा वर्ग विभाग श्री आरिफ अकील पुलिस महानिदेशक श्री वी.के. सिंह, पूर्व मुख्य निर्वाचन आयुक्त श्री ओ.पी. रावत, न्यायधीश, निगम-मंडलों के अध्यक्ष, विश्वविद्यालयों के कुलपति, विभिन्न धर्मों के धर्मगुरू, राजनैतिक एवं सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि तथा सेना, पुलिस और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, पत्रकार और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

राजभवन में ध्वजारोहण और तैल चित्रों का अनावरण
26 January 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने गणतंत्र दिवस पर राजभवन में ध्वजारोहण किया। उन्होंने राजभवन कर्मियों को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ दीं और बच्चों को मिठाई बाँटी।
राज्यपाल श्री टंडन ने राजभवन में पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. शंकर दयाल शर्मा और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेई के चित्रों का अनावरण किया। श्री टंडन ने इस अवसर पर संविधान सभा के सदस्यों का पुण्य-स्मरण किया।

मुख्यमंत्री के गणतंत्र दिवस संदेश के प्रमुख बिन्दु
26 January 2020
भोपाल.जीएसटी के कारण भारत सरकार से पिछले एक साल में राज्य को मिलने वाली राशि में कमी।
गांधीजी की भावना के अनुरूप विजन-टू-डिलीवरी रोडमैप
एक साल में लगभग 20 लाख किसानों के ऋण माफ।
रुपये 2 लाख तक के कालातीत फसल ऋण और रुपये 50 हजार तक के चालू फसल ऋण माफ। दूसरा चरण शुरू। एक लाख तक के चालू फसल ऋण और रुपये 2 लाख तक के कालातीत फसल ऋण माफी के लिये बचे पात्र किसानों की ऋण माफी होगी।
भंडारण क्षमता को बढ़ाने के लिए एक नई योजना ‘भविष्य’।
नए उद्योगों में युवाओं के लिए 70 प्रतिशत रोजगार को अनिवार्य।
उद्योग चलाना आसान करने एक नया कानून। सभी तरह की अनुमतियाँ अधिकतम सात दिन में।
संभागीय मुख्यालयों में स्थित आईटीआई संस्थानों का मेगा आईटीआई में उन्नयन।
प्रत्येक गाँव में सड़क, बिजली और ब्राडबैंड यानि इंटरनेट सुविधा ।
40 लाख आवासहीन परिवार को आवास की व्यवस्था।
पानी के अधिकार को लेकर कानून बनाने का काम प्रारंभ।
गौशाला को चारा- भूसा के लिये रोजाना अनुदान तीन रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये प्रति गोवंश।
अनुसूचित जनजाति प्लान बनाने की प्रथा को केन्द्र ने खत्म कर दिया। भारत सरकार से चर्चा कर इसे पुन: लागू किया जाए।
स्कूलों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिये करीब 21 हजार शिक्षकों की भर्ती।
स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता के लिये शिक्षाविदों की परिषद का गठन।
कर्मचारियों की लंबित समस्याओं के हल के लिए कर्मचारी आयोग की स्थापना।
नागरिकों को घर पहुँच सरकारी सेवाएं देने की शुरूआत इंदौर शहर से।

प्रत्येक नागरिक द्वारा मताधिकार का प्रयोग करने से सशक्त होगा लोकतंत्र
25 January 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने 10वें राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर मिंटो हॉल में आयोजित राज्य-स्तरीय समारोह में कहा कि जब देश का प्रत्येक नागरिक निर्वाचन में अपने मताधिकार का प्रयोग करेगा, तब ही हमारा लोकतंत्र सशक्त होगा। उन्होंने कहा कि हमें गर्व होना चाहिये कि हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत के नागरिक हैं।
राज्यपाल श्री टंडन ने कहा कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन, मतदाताओं को जागरूक बनाने और नये मतदाताओं को मतदान का लोकतांत्रिक महत्व समझाने की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि भारतीय लोकतंत्र की मजबूती का सबसे बड़ा सबूत यह है कि दुनिया के कई देशों में लोकतंत्र खत्म हुआ, लेकिन हमारा लोकतंत्र अभी भी कायम है। दुनिया हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था का सम्मान करती है।
अपर मुख्य सचिव श्री एम. गोपाल रेड्डी ने समारोह में बताया कि पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में प्रदेश में मतदान के प्रतिशत में निरंतर वृद्धि हुई है। यह सब भारत निर्वाचन आयोग की सक्रियता से संभव हुआ है। उन्होंने बताया कि हर वर्ग और हर उम्र के मतदाताओं को मतदान-केन्द्र तक लाने और वापस ले जाने जैसी मूलभूत सुविधाओं से मतदाताओं में जागरूकता आई है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, मध्यप्रदेश श्री व्ही.एल. कांताराव ने इस मौके पर देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त का संदेश पढ़कर सुनाया। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बी.पी. सिंह, निर्वाचन आइकॉन श्री राजीव वर्मा, श्रीमती दिव्यंका त्रिपाठी दाहिया और सुश्री दिशा जैन समारोह में शामिल हुए।
युवा मतदाताओं को इपिक वितरण
राज्यपाल श्री टंडन ने समारोह में 10 युवा मतदाताओं को इपिक वितरण किया। इस मौके पर विद्यालयीन एवं महाविद्यालयीन स्लोगन, निबंध, चित्रकला और वाद-विवाद प्रतियोगिता के प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त 30 छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत कर प्रशस्ति-पत्र प्रदान किये गये। साथ ही, लोकसभा निर्वाचन-2019 में श्रेष्ठ कार्य करने वाले निर्वाचन अधिकारियों, नगर निगमों के आयुक्त, उप जिला निर्वाचन अधिकारियों, जिला पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को भी पुरस्कृत किया गया।
मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ
राज्यपाल श्री टंडन ने समारोह में उपस्थित मतदाताओं को प्रत्येक निर्वाचन में अपने मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ दिलाई। शपथ कुछ इस प्रकार थी- हम, भारत के नागरिक, लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते हैं कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादाओं को बनाये रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की प्रक्रिया को अक्षुण्ण रखते हुए निर्भीक होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचन में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।

मेरा स्वप्न है मध्यप्रदेश की तुलना देश के अग्रणी राज्यों से हो : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
25 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि मेरा स्वप्न है कि मध्यप्रदेश की तुलना देश के अग्रणी राज्यों से हो न कि पिछड़े और छोटे राज्यों से। उन्होंने कहा कि प्रगति के लिए जरूरी है कि तंत्र और गण अपनी सोच और नजरिए में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएं क्योंकि एकजुट होकर किए गए प्रयासों से ही बेहतर परिणाम हासिल होते हैं। श्री कमल नाथ आज दावोस में वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक में भाग लेकर इन्दौर पहुँचे, जहाँ उन्होंने चौबीस घंटे में पाँच सेवाओं के लिए 'द्वार प्रदाय सेवा' योजना का लोकार्पण किया। ऐसी योजना शुरु करने वाला मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश की पहचान बदलना हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है। उन्होंने दावोस की अपनी चार दिवसीय यात्रा का उल्लेख करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश किसानों की आत्महत्या, माफिया, बेरोजगारी के कारण जाना जाए, इस शर्मनाक हालात में बदलाव लाना होगा। श्री कमल नाथ ने कहा कि इसके लिए शासन और प्रशासन के साथ लोगों के दृष्टिकोण और कार्य- संस्कृति में आमूल-चूल परिवर्तन लाना होगा, जो आज के जमाने से तालमेल बना सके। उन्होंने कहा कि इन्दौर आज पूरे देश में स्वच्छता के मामले में अव्वल है, तो इसका श्रेय स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ यहाँ की जनता को भी जाता है। श्री कमल नाथ ने कहा कि आज जब मैं लोगों को इन्दौर में आमंत्रित करता हूँ, तो गर्व से कहता हूँ कि उस इन्दौर में आईये, जहाँ पूरे देश में सबसे ज्यादा साफ-सफाई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसा गर्व हमें पूरे प्रदेश को लेकर हो, इस दिशा में सरकार जनता के साथ मिलकर काम करना चाहती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए जरूरी है कि कृषि के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएं। यह ऐसा क्षेत्र है जिस पर हमारे प्रदेश की 70 प्रतिशत आबादी का भविष्य निर्भर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था तभी मजबूत होगी, जब हम किसानों की क्रय शक्ति को बढ़ाएंगे। यही क्रय शक्ति है, जो हमारे किरानों की दुकानों और छोटे व्यापार-व्यवसाय को आगे बढ़ाएगी। साथ ही रोजगार के व्यापक अवसर भी उपलब्ध होंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस सोच के साथ निवेश-मित्र राज्य बनाने और प्रदेश की जनता से जो शक्ति इस सरकार को मिली है, उसके बल पर हम मध्यप्रदेश का एक नया नक्शा बनाने का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं।
इन्दौर जिले के प्रभारी गृह एवं जेल मंत्री श्री बाला बच्चन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के नेतृत्व में सरकार प्रदेश की जनता के जीवन को आसान बनाने की दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सरकार लोक सेवा गारंटी योजना के तहत लोगों की जरूरतों के त्वरित निदान के लिए लोक सेवा केन्द्रों की संख्या 326 से बढ़ाकर 426 की गई है। इनके माध्यम से हम 464 सेवाएँ निरंतर 300 दिन प्रदेश की जनता को दे रहे हैं। श्री बच्चन ने कहा कि इन सेवा केन्द्रों में प्रति दिन 25 से 30 हजार आवेदन आते हैं, जिन्हें तत्काल संबंधित विभागों को निर्धारित अवधि में समाधान के लिए भेजा जाता है।
उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ एक भरोसेमंद व्यवस्था इस प्रदेश की जनता को दे रहे हैं। वे राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर निवेशकों का विश्वास कायम कर रहे हैं। श्री पटवारी ने कहा कि इन्दौर की जनता का वर्षों पुराना मेट्रो का सपना मात्र एक साल के अंदर मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने पूरा किया। शीघ्र ही अवैध कालोनियों को वैध बनाने और मिल मजदूरों के हितों के लिए एक नई सौगात मुख्यमंत्री देंगे।
द्वार प्रदाय सेवा योजना से पाँच सेवाएँ 24 घंटे में घर पर मिलेंगी
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने आज देश की पहली द्वार प्रदाय सेवा योजना की शुरुआत की। उन्होंने लेपटॉप पर डिस्पेच बटन दबाकर योजना का लोर्कापण किया। उन्होंने योजना के प्रथम लाभान्वित हितग्राहियों से संवाद भी किया। इस सेवा के जरिए प्रदेश के नागरिकों को आय प्रमाण-पत्र, मूल निवास प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र, मृत्यु प्रमाण-पत्र एवं खसरा-खातौनी की नकल 24 घंटे के अंदर उनके घर में प्राप्त होगी। इसके लिए नागरिकों को लोक सेवा केन्द्र अथवा उसके पोर्टल पर आवेदन देते समय उपलब्ध विकल्प को चुनकर आवेदन करना होगा। सेवाएँ लोक सेवा गारंटी एक्ट के तहत 'आपकी सरकार-आपके द्वार' योजना के अंतर्गत दी जाएंगी।
इन्दौर-311 एप का लोकार्पण
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने इस मौके पर इन्दौर नगर निगम द्वारा शुरु किए गए 'इन्दौर 311 एप' का लोकार्पण किया। इस एप को डाउनलोड करके नागरिक जन्म, मृत्यु एवं विवाह पंजीयन प्रमाण-पत्र प्राप्त कर सकेंगे। समारोह में स्थानीय जन-प्रतिनिधियों के साथ बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित थे।

भू-माफियाओं के साथ शिक्षा और नकली दवा बनाने और बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो
25 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने भू-माफिया के साथ शिक्षा और नकली दवा बनाने और बेचने वाले माफियाओं के खिलाफ भी अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में माफिया कोई भी हो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि माफियाओं के खिलाफ सिर्फ एफआईआर करने की औपचारिकता न हो बल्कि उन्हें दंड भी मिले यह सुनिश्चित किया जाए। हमारा लक्ष्य है प्रदेश की जनता को शांति के साथ शुद्धता भी उपलब्ध हो। श्री नाथ आज इन्दौर में वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में गृह मंत्री श्री बाला बच्चन, उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भू-माफियाओं के खिलाफ सरकार की सख्ती के बाद उन्हें शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी लोगों के जीवन से खिलवाड़ करने की शिकायतें मिली हैं। उन्होंने कहा कि सभी जिले ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करें। अपने लाभ के लिए किसी भी माफिया को हमारे प्रदेश की जनता से खिलवाड़ करने की इजाजत नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि ड्रग्स बेचने वालों से लेकर सप्लाई करने वालों तक की पूरी चेन को बेनकाब किया जाए। नकली गुटका बनाने वालों पर भी जिला प्रशासन कड़ी नजर रखे।
मुख्यमंत्री ने सभी प्रकार के माफियाओं के खिलाफ जिला प्रशासन से समन्वित रूप से अभियान चलाने को कहा है। उन्होंने कहा कि जमीनों, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में जहाँ भी माफियाओं के जानकारी मिले या आम जनता उनसे पीड़ित और परेशान हो वहाँ तत्काल कार्रवाई की जाए।

संविधान भारत की आत्मा, इसे शुद्ध रखें : मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
25 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने गणतंत्र दिवस पर नागरिकों को बधाई और शुभकामनाएँ दी हैं। श्री कमल नाथ ने शुभकामना संदेश में कहा कि राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस भारत के संविधान में आस्था व्यक्त करने का दिन है। उन्होंने कहा कि 1950 से लागू संविधान भारत के गण की आत्मा बन चुका है। आत्मा को शुद्ध रखना, सुरक्षित रखना और इसे बुराईयों से बचाना हर नागरिक का कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि अशुद्ध आत्मा के साथ शरीर दीर्घायु नहीं रह सकता। प्रगति और समृद्धि के लिए शरीर और आत्मा दोनों का स्वास्थ्य बेहतर होना जरूरी है। श्री कमल नाथ ने नागरिकों का आव्हान किया अपने संवैधानिक कर्तव्यों का पालन करते हुए गणतंत्र को और मजबूत बनाएं।

गृह मंत्री श्री बाला बच्चन ने दी प्रदेशवासियों को शुभकामनाएँ
25 January 2020
भोपाल.गृह एवं जेल मंत्री श्री बाला बच्चन ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ दी है। श्री बच्चन ने अपने शुभकामना संदेश में कहा कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाये रखने, सभी क्षेत्रों में माफिया का अन्त करने और नागरिकों की सुरक्षा के प्रति राज्य सरकार कृत-संकल्पित है। उन्होंने प्रदेश के विकास में सभी नागरिकों से सहयोग की अपील की है।


गणतंत्र दिवस पर रिहा होंगे प्रदेश की जेलों में निरुद्ध 186 बंदी - जेल मंत्री श्री बच्चन
25 January 2020
भोपाल.राज्य शासन द्वारा गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को प्रदेश की विभिन्न जेलों से आजीवन कारावास से दंडित 5 महिला बंदी सहित कुल 186 बंदी रिहा किए जाएंगे। गृह एवं जेल मंत्री श्री बाला बच्चन ने रिहा होने वाले बंदियों से कहा है कि वह रिहाई बाद अपराध की दुनिया से नाता तोड़कर अपने परिवार की खुशहाली के लिये काम करें।
बलात्कार और पॉक्सो प्रकरण के बंदियों को माफी नहीं
गणतंत्र दिवस पर रिहा किये जा रहे सभी बंदी हत्या के अपराध (भा.द.वि. की धारा-302) में दंडित हुए हैं। इन्होंने 14 वर्ष से लेकर 20 वर्ष तक की सजा भुगती है। इन बंदियों की शेष सजा राज्य शासन ने माफ कर दी है। बलात्कार और पॉक्सो प्रकरण में दंडित बंदियों को माफी नहीं दी गई है। रिहा किए जा रहे बंदियों को जेल में निरुद्ध रहते हुए टेलरिंग, कारपेन्ट्री, लोहारी, भवन मिस्त्री, भवन सामग्री निर्माण आदि का प्रशिक्षण दिया गया है, जिससे रिहा होने के बाद वे जीवकोपार्जन के साधन अर्जित कर सकें।
रिहा होने वाली बंदियों में केन्द्रीय जेल उज्जैन के 20, सतना के 13, ग्वालियर के 27, बड़वानी के 11, होशंगाबाद के 8, जबलपुर के 22, रीवा के 23, सागर के 17, नरसिंहपुर के 3, इंदौर के 23 और केन्द्रीय जेल भोपाल के 19 बंदी शामिल हैं।

संजीवनी जैसी स्वास्थ्य बीमा योजना के लिए मुख्यमंत्री का आभार
24 January 2020
भोपाल.शासकीय सेवा से सेवा-निवृत्त हुए अधिकारियों-कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना को संजीवनी के समान बताते हुए मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के प्रति आभार व्यक्त किया है। उनका कहना है कि सेवा-निवृत्त हुए शासकीय सेवकों की पेंशन का ज्यादातर पैसा स्वास्थ्य सेवाओं पर खर्च होता है। इस योजना से पेंशनधारी बड़े वर्ग को राहत मिलेगी।
श्री गणेश दत्त जोशी सेवा-निवृत्त सहायक सांख्यिकीय अधिकारी हैं। वे 2007 में सेवा-निवृत्त हुए और पेंशनर्स एसोसिएशन मध्यप्रदेश में वरिष्ठ प्रांन्तीय उपाध्यक्ष के रूप में काम कर कर रहे हैं। साथ ही वे मध्यप्रदेश शासन के पेंशनर्स कल्याण मंडल के सदस्य की भूमिका भी बखूबी निभा रहे हैं। श्री जोशी कहते है 'शासकीय सेवा का विराम हो सकता है लेकिन काम तो लगातार चलता रहता है। अच्छे कामों की श्रृंखला चलते रहना चाहिए। इसलिए वर्तमान में पेंशनर्स की समस्याओं का समाधान करने में अपना सहयोग देता हूँ।'
योजना का हर बिन्दु प्रभावी
श्री जोशी कहते है कि ''श्री कमल नाथ पहले मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने प्रदेश के सेवा-निवृत्त सेवकों के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा पर सम्पूर्णता में विचार कर मुख्यमंत्री कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना को ठोस रूप दिया। वृद्ध अवस्था में इलाज की सबसे ज्यादा जरुरत होती है । पहली नज़र में यह योजना सरल और आसानी से लागू होने योग्य दिखती है । इसका हर बिन्दु प्रभावित करता है।
श्री जोशी का कहना है कि ''पता चला है कि मुख्यमंत्री कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना एक अप्रैल 2020 से शुरू होना है। इसलिये सभी सेवारत एवं सेवा-निवृत सेवकों से 25 मार्च 2020 तक योजना में शामिल होने का विकल्प भरवाया जाना चाहिए ताकि समय पर उनके अंशदान की राशि काटी जा सके।'' उनका यह भी मानना है कि ''मध्यप्रदेश के बाहर जैसे तमिलनाडु, उत्तराखंड, झारखंड, उत्तरप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि में बस गए सेवा-निवृत शासकीय सेवकों को भी इस योजना में शामिल किया जाना चाहिए।'
श्री शंकरलाल सोनी नगर पालिका परिषद से वर्ष 2015 रिटायर हुए। वे संडे की पाठशाला चलाते हैं और गरीब बच्चों को पढ़ाते हैं। वे पर्यावरण के प्रति बेहद संवेदनशील हैं और इच्छुक लोगों को पर्यावरण शिक्षा देते हुए पौधा गमला निःशुल्क बांटते हैं। मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए श्री सोनी कहते है कि ''ऐसी ठोस योजना से हम जैसे हजारों परिवारों को लाभ होगा ।
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग छतरपुर में सिविल इंजीनियर पद से 2010 में सेवा-निवृत्त हुए श्री जी. एस. खरे पेशनर एशोसियेशन छतरपुर के उपाध्यक्ष हैं और समाज सेवा के कई कार्यों से जुड़े हैं। वे कहते है कि ''बीमा योजना पेंशनर के लिए एक बेहतर योजना है। यह योजना सरकार का स्वागत योग्य कदम है।' वर्ष 2018 में आर. आई. (राजस्व ) के पद से रिटायर हुए श्री शंकर शरण खरे कहते हैं कि ''बहुत दिनों बाद स्वास्थ्य की दृष्टि से बुढ़ापे की खबर सरकार ने ली है। इसके लिए मुख्यमंत्री की सोच की जितनी तारीफ़ करें, कम है।''
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग से 2015 में एस. डी. ओ. पद से रिटायर हुए श्री लखन सिंह पेशन संघ के कोषाध्यक्ष हैं। वे इस योजना से बेहद उत्साहित हैं और कहते हैं कि यह हमारे पेंशनधारी समाज के लिए संजीवनी का काम करेगी।
छोटे पद से रिटायर लोगों को बड़ा लाभ
वन विभाग छिन्दवाड़ा से असिस्टेंट ग्रेड 2 के पद से 2017 में सेवा-निवृत्त हुए श्री मजीद मोहम्मद का कहना है कि यह योजना आसानी से अमल में आने वाली है। इससे कई परिवारों को लाभ मिलेगा। सबसे अच्छी बात यह है कि छोटे पद से सेवा-निवृत्त कर्मचारियों के लिये यह योजना बहुत लाभदायी होगी।
लोक निर्माण विभाग से सेवा-निवृत्त हुए श्री जी.वी. नवघरे पेंशनर्स एसोसिएशन मध्यप्रदेश भोपाल की छिन्दवाड़ा शाखा के अध्यक्ष हैं। वे कहते हैं कि श्री कमल नाथ सबको साथ लेकर चलने वाले मुख्यमंत्री हैं। वे सिर्फ काम पसंद करते हैं और काम करने वालों को प्रोत्साहित करते हैं। यह योजना उनकी समावेशी सोच को दर्शाती है। इससे सेवा-निवृत्त हुए एक बड़े वर्ग को लाभ मिलेगा। इसे योजना को वे 'अत्यंत व्यावहारिक योजना' बताते हैं।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की पहल पर मुख्यमंत्री कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू करने का निर्णय लिया गया है। इससे लगभग 12 लाख 55 हजार अधिकारियों-कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। इसमें सभी नियमित शासकीय कर्मचारी, सभी संविदा कर्मचारी, शिक्षक संवर्ग, सेवा-निवृत्त कर्मचारी, नगर सैनिक, आकस्मिक निधि से वेतन पाने वाले पूर्ण कालिक कर्मचारियों और राज्य की स्वशासी संस्थाओं में कार्यरत कर्मचारी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री कर्मचारी स्वास्थ्य बीमा योजना में बाहय रोगी ओपीडी के रूप में प्रतिवर्ष 10 हजार रूपये तक का नि:शुल्क उपचार मिलेगा अथवा नि:शुल्क दवाएं मिलेंगी। सामान्य उपचारों के लिए प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष 5 लाख रूपये और गंभीर उपचारों के लिए 10 लाख रूपये तक की नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा मिलेगी।

मंत्री श्री राजपूत ने गणतंत्र दिवस पर दी शुभकामनाएँ
24 January 2020
भोपाल.परिवहन एवं राजस्व मंत्री श्री गोविन्द सिंह राजपूत ने प्रदेशवासियों को 71वें गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। श्री राजपूत ने शुभकामना संदेश में नागरिकों का आव्हान किया कि यातायात नियमों का पालन करने के लिये संकल्पित हों, जिससे दुर्घटना में कमी हो। 'सुरक्षित नागरिक-सुरक्षित देश'' के सिद्धांत को अपनायें। हेलमेट और सीट-बेल्ट लगायें।



मंत्री डॉ. गोविन्द सिंह और श्री कराड़ा ने दी गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएँ
24 January 2020
भोपाल.सहकारिता, सामान्य प्रशासन तथा संसदीय कार्य मंत्री डॉ.गोविन्द सिंह तथा जल संसाधन मंत्री श्री हुकुम सिंह कराड़ा ने प्रदेशवासियों को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ दी हैं। मंत्रीद्वय ने अपने शुभकामना संदेश में प्रदेशवासियों का आह्वान किया कि इस राष्ट्रीय पर्व पर सब अपने गणतंत्र को सशक्त बनाये रखने का संकल्प लें। साथ ही, देश एवं प्रदेश के विकास में अपनी सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें।



लोकसभा निर्वाचन 2019 में श्रेष्ठ कार्य करने वाले 16 अधिकारी होंगे पुरस्कृत
24 January 2020
भोपाल.दसवें राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को भोपाल में आयोजित किये जा रहे राज्य-स्तरीय समारोह में राज्यपाल द्वारा लोकसभा निर्वाचन 2019 में श्रेष्ठ कार्य करने वाले प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों को पुरस्कृत किया जाएगा। समारोह में प्रशासनिक अधिकारी वर्ग में श्री स्वरोचिस सोमवंशी तत्कालीन कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी उमरिया, डॉ. पंकज जैन तत्कालीन कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कटनी एवं श्री सौरभ कुमार सुमन तत्कालीन कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी टीकमगढ, श्री इक्छित गढ़पाले आयुक्त नगर निगम छिन्दवाड़ा, श्री दिलीप कापसे तत्कालीन उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्योपुर, श्री विनय कुमार धोका तत्कालीन उप जिला निर्वाचन अधिकारी नीमच, सुश्री ऋजु बाफना तत्कालीन उप जिला निर्वाचन अधिकारी सिंगरौली, श्री अनुराग सक्सेना तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी छिन्दवाडा, श्री एम.एल. त्यागी मुख्य कार्यपालन अधिकारी बैतूल एवं श्री सोमेश मिश्रा तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी रतलाम होंगे।
समारोह में पुलिस महकमे से श्री इरशाद वली उप पुलिस महानिरीक्षक शहर भोपाल, श्री विवेक अग्रवाल तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मंदसौर, श्री पंकज कुमावत तत्कालीन पुलिस अधीक्षक अशोकनगर तथा श्री मनोज खत्री उप पुलिस अधीक्षक जिला भोपाल, श्री लज्जा शंकर मिश्रा उप पुलिस अधीक्षक विशेष शाखा पुलिस मुख्यालय भोपाल एवं श्री विक्रम कनपुरिया सहायक सेनानी 13वीं वाहिनी ग्वालियर को पुरस्कृत किया जायेगा।
चयनित युवाओं को EPIC का वितरण
कार्यक्रम में राज्यपाल द्वारा 10 चयनित युवा मतदाताओं को EPIC वितरण किया जाएगा। नरेला, उत्तर, मध्य, एवं गोविन्दपुरा भोपाल की कु. चंचल मैथिल, श्री समर्थ श्रीवास्तव, श्री सक्षम सिंह चौहान, श्री अक्षत सक्सेना, कु. उत्तरा कुदेसिया, श्री वैभव जैन, श्री संस्कार कुमार, श्री शशांक परदेशी, श्री अहमद सईद खान एवं श्री आदित्य कुमार को ये इपिक दिये जाएंगे।

समारोहपूर्वक मनाया जाएगा 10वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस
24 January 2020
भोपाल.भारत निर्वाचन आयोग ने आयोग के स्थापना दिवस को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है इसी तारतम्य में आयोग के स्थापना दिवस 25 जनवरी को समारोहपूर्वक मनाया जाएगा। इस वर्ष राज्य स्तरीय समारोह भोपाल में राज्यपाल के मुख्य आतिथ्य में होगा। कार्यक्रम में राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री बी.पी.सिंह, अपर मुख्य सचिव श्री एम.गोपाल रेड्डी, तथा मतदाता जागरूकता के स्टेट आईकॉन श्री राजीव वर्मा, श्रीमती दिव्यंका त्रिपाठी दाहिया तथा सुश्री देशना जैन विशिष्ट अतिथि होंगे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री व्ही.एल.कांताराव ने बताया कि, राष्ट्रीय मतदाता दिवस को समारोहपूर्वक मनाने की शुरूआत 25 जनवरी 2011 से हुई थी। तब से प्रतिवर्ष यह आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष समारोह की थीम 'मजबूत लोकतंत्र के लिये चुनावी साक्षरता' विषय पर आधारित है। समारोह में राजनैतिक दल, मतदाता, विद्यार्थी और नागरिक की उपस्थिति रहेगी। श्री कान्ताराव ने बताया कि समारोह सुबह 11 बजे शुरू होगा। समारोह में मुख्य निर्वाचन आयुक्त भारत निर्वाचन आयोग के मतदाताओं के नाम संदेश का वाचन किया जायेगा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि द्वारा 10 चयनित युवा मतदाताओं को EPIC का वितरण, विद्यालय एवं महाविद्यालय में स्लोगन, निबंध, चित्रकला, वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को पुरस्कार एवं प्रशस्ति पत्र दिये जायेंगे।
कार्यक्रम में लोकसभा निर्वाचन 2019 में श्रेष्ठ कार्य करने वाले जिला निर्वाचन अधिकारियों, आयुक्त नगर निगम, उप जिला निर्वाचन अधिकारी तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत, पुलिस अधीक्षक एवं उप पुलिस अधीक्षक को भी पुरस्कृत किया जायेगा।
समारोह में राज्यपाल द्वारा मतदाताओं को लोकतंत्र में पूर्ण आस्था रखते हुए स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए निर्भीक होकर मताधिकार का प्रयोग करने की शपथ दिलाई जाएगी।
विद्यालयीन महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएँ होंगे पुरस्कृत
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के राज्य स्तरीय समारोह में राज्यपाल द्वारा विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में स्लोगन, निबंध, चित्रकला, वाद-विवाद प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले 30 छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया जाएगा।
महाविद्यालय के विद्यार्थियों में स्लोगन प्रतियोगिता में कु. दीक्षा पाण्डे रीवा, रक्षान्षु नामदेव नरसिंहपुर व पूनम उईके बालाघाट, निबंध प्रतियोगिता में कु. भावना ओझा ग्वालियर, कु. रिया कारा नीमच, कु.प्रतिभा पाटिल कटनी, चित्रकला में श्री दिलीप नामदेव दमोह, कु. अंजली अहिरवार सागर, कु.कृतिका यादव इन्दौर, वाद-विवाद प्रतियोगिता पक्ष में स्वाती बरदिया भोपाल, मनीष चतुर्वेदी इन्दौर, प्रयोग दुबे विदिशा, वाद-विवाद प्रतियोगिता विपक्ष मे शिवंम वर्मा भिण्ड, उमेश पंसारी सीहोर, माही शर्मा इन्दौर को पुरस्कृत किया जाएगा।
विद्यालय स्तर की स्लोगन प्रतियोगिता में रवि सिंह लौधी दमोह, अनिकेत पाल विदिशा, संदीप बामनिया उज्जैन, निबंध प्रतियोगिता में अचल साहू सीहोर, तुषार मीना विदिशा, सुमन चौधरी रायसेन, चित्रकला प्रतियोगिता में अमन साहू टीकमगढ, मुस्कान प्रजापति देवास, दिव्या नागपुर बालाघाट, वाद-विवाद प्रतियोगिता पक्ष में कु. आकांक्षा तिवारी सिवनी, कु.मुस्कान यादव होशंगाबाद, भूपेन्द्र वामटे बैतूल, वाद-विवाद प्रतियोगिता विपक्ष में अंबर शर्मा सीहोर, आयुष राठौर बैतूल एवं कु. सुषमा बिसेन सिवनी को पुरस्कृत किया जाएगा।

राष्ट्रपति ने प्रदेश की बालिकाओं को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया
23 January 2020
राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद ने प्रदेश की 2 बालिकाओं रिया जैन और सुदीप्ति हजेला को राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2020 से सम्मानित किया है।
भोपाल की रिया जैन को कला एवं संस्कृति के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया है। उन्होंने चित्रकला के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट प्रतिभा का पदर्शन किया है। इसी प्रकार खेलों के क्षेत्र में इंदौर की सुदीप्ति हजेला को कठिन अश्वारोहण खेल में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। वे अश्वारोहण की सबसे कठिन श्रेणी में महारत रखती हैं।
उल्लेखनीय है कि उक्त पुरस्कार विभिन्न क्षेत्रों में 5 से 18 वर्ष आयु के बच्चों को उनकी विशेष प्रतिभा के लिए प्रदान किये जाते हैं। पुरस्कार के रूप में विजेताओं को मैडल, प्रशस्ति-पत्र, एक लाख रूपये की धनराशि और प्रमाण-पत्र प्रदान किये जाते हैं।

डाटा सेंटर व्यवसाय में बनेगी मध्यप्रदेश की नई पहचान
23 January 2020
मध्यप्रदेश डाटा सेंटर व्यवसाय में अपनी नई पहचान बना सकता है। इसके लिए प्रदेश में अलग-अलग 9 स्थानों पर 690 एकड़ जमीन उपलब्ध है। इस क्षेत्र में आने वाली कंपनियों को सरकारी जमीन पर इकाइयाँ लगाने की लागत में 75 प्रतिशत तक की रियायत भी मिल सकेगी। इस क्षेत्र की संभावनाओं पर दावोस में वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक के तीसरे दिन मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ से आज अमेजन वेब सर्विस के वाइस प्रेसीडेंट श्री मेक्स पीटरसन ने विस्तारपूर्वक चर्चा की। मुख्यमंत्री को उन्होंने बताया कि फिलहाल नई दिल्ली, मुम्बई, हैदराबाद, बैंगलुरू, पुणे, चैन्नई मिलाकर 6 स्थानों पर कंपनी काम कर रही है। इसमें दिल्ली, मुम्बई और चैन्नई में डाटा सेंटर हैं। मध्यप्रदेश में भी कंपनी अपनी आमद दर्ज करना चाहती है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश में डाटा सेंटर व्यवसाय के लिए जरूरी जमीन, बिजली और श्रम आदि सभी परिस्थितियाँ मौजूद हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम के अध्यक्ष श्री बॉर्ज ब्रेंडे से और लुलु ग्रुप के मालिक मोहम्मद युनुस अली से मुलाकात की।

मंत्री श्री शर्मा द्वारा सुभाष जयंती पर माल्यार्पण
23 January 2020
जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सुभाष स्कूल के सामने उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किये l इस अवसर पर श्री कैलाश मिश्रा , श्री राजीव सिंह , महेश मालवीय , श्री आनंद तारण , श्रीमती आभा सिंह , श्री योगेंद्र सिंह चौहान , श्रीमती संतोष कसाना भी उपस्थित थे



वन मंत्री श्री सिंघार द्वारा "रन फॉर ग्रीनरी" के विजेता पुरस्कृत
23 January 2020
भोपाल.वन मंत्री श्री उमंग सिंघार ने धार जिला मुख्यालय के लालबाग परिसर में आयोजित 'रन फॉर ग्रीनरी' में भाग लेकर अपने जन्म-दिवस की शुरूआत की। रन में धार के शासकीय और निजी स्कूल कॉलेज के 500 छात्र-छात्राओं के साथ वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और भारतीय खेल प्राधिकरण के खिलाड़ी भी शामिल हुए।
मंत्री श्री सिंघार ने प्रतिभागियों को पर्यावरण पोषण, रक्षण के साथ पेड़ नहीं काटने की शपथ भी दिलाई। वन मंत्री ने रन में मौजूद बच्चों से प्रदेश के सामान्य ज्ञान, पर्यटन और वन एवं वन्य प्राणियों पर आधारित प्रश्न भी पूछे। श्री सिंघार ने विजेताओं को ट्रॉफी और पहले, दूसरे, तीसरे विजेता को क्रमश: 11 हजार, 6 हजार और 4 हजार रुपये का नगद पुरस्कार दिया।
वन मंत्री ने अनाथालय पहुँचकर बच्चों के साथ केक काटकर अपना जन्म-दिन मनाया। श्री सिंघार ने वृद्धाश्रम पहुँचकर बुजुगों का भी आशीर्वाद लिया। श्री सिंघार ने भारतीय खेल प्राधिकरण पहुँचकर खिलाड़ियों को दी जाने वाली सुविधाओं का जायजा लिया।

मंत्री श्री राजपूत दमोह में करेंगे ध्वजारोहण
23 January 2020
भोपाल.राज्य शासन ने गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ध्वजारोहण के लिये मंत्री-मंडल के सदस्यों को आवंटित जिलों में आंशिक संशोधन किया है। संशोधित आदेशानुसार राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत जिला दमोह में ध्वजारोहण करेंगे। टीकमगढ़ और झाबुआ जिले में जिला कलेक्टर ध्वजारोहण कर मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन करेंगे।



मंत्री श्री यादव द्वारा श्री अहिरवार के निधन पर शोक व्यक्त
23 January 2020
भोपाल.नवीन और नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हर्ष यादव ने सागर निवासी श्री धनप्रसाद अहिरवार के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। श्री यादव ने श्री अहिरवार के परिवार को स्वेच्छानुदान से 60 हजार रूपये सहायता राशि भी मंजूर की है। शासन की तरफ से पूर्व में पीड़ित परिवार को आर्थिक सहायता राशि दी गई है।
मंत्री श्री हर्ष यादव ने कहा कि श्री धनप्रसाद के साथ हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें सर्वोत्तम इलाज के लिए नई दिल्ली भी भिजवाया गया था। पीड़ित के इलाज के बेहतर प्रबंध किए गए थे। श्री यादव ने कहा कि राज्य शासन पीड़ित परिवार के साथ है।

आटोमोबाइल, कृषि एवं सिंचाई के क्षेत्र में निवेश पर चर्चा
22 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की दावोस में वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक के दौरान 21 जनवरी को महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर श्री पवन गोयनका से मध्यप्रदेश में ऑटोमोबाईल, कृषि उपकरण, सिंचाई और एग्रो केमिकल क्षेत्र में निवेश की संभावनाओं पर वन टू वन चर्चा हुई।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में लॉजिस्टिक हब संचालन एवं आईटी डिलेवरी सेंटर बनाने की संभावनाओं पर भी चर्चा की। इलेक्ट्रिक व्हीकल, पैसेंजर कार एवं कमर्शियल वाहनों की निर्माण इकाईयों में निवेश के बारे में भी बैठक के दौरान बातचीत की गई।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक के सिलसिले में चार दिवसीय दावोस यात्रा पर हैं। श्री कमल नाथ के साथ प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों का एक उच्च स्तरीय दल भी है।

एशियन डेव्हलपमेंट बैंक की टीम की सड़क सुरक्षा के नोडल अधिकारियों से चर्चा
22 January 2020
भोपाल.सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार, एशियन डेव्हलपमेंट बैंक के माध्यम से प्रदेश में शीघ्र ही सड़क सुरक्षा पर स्टेट सपोर्ट टू स्ट्रेन्दनिंग रोड सेफ्टी प्रोग्राम प्रारंभ करने जा रहा है। इस बारे में एशियन डेव्हलपमेंट बैंक की सलाहकार समिति के सदस्यों ने पुलिस प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान में रोड सेफ्टी सेल के नोडल अधिकारियों से चर्चा की।
टीम के सदस्यों में श्री पी.आर. देवराज, श्री गिरीश मिश्र और सुश्री सोनल शाह ने पी.डब्ल्यू.डी., नेशनल हाई-वे, एमपीआरडीसी, शिक्षा, परिवहन, स्वास्थ्य और नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। सदस्यों ने सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु दर को कम करने के लिये किये गये कारगर उपायों के बारे में जानकारी प्राप्त की।
बैठक में बताया गया कि पशुओं के कारण होने वाली सड़क दुघर्टनाओं को रोकने के लिये गाँवों में मार्ग-मित्र बनाये गये हैं। इनके माध्यम से पिछले एक साल में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने का प्रयास किया जा रहा है। मार्ग-मित्र को मोटीवेशन के तौर पर सम्मानित किया जाता है। प्रत्येक 500 तक की आबादी वाले गाँव में मार्ग-मित्र सड़क दुघर्टनाओं को रोकने के लिये प्रयासरत हैं। ग्रामीणों के व्यवहार में परिवर्तन लाने के लिये भी सड़क सुरक्षा कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित किये जा रहे हैं।
बताया गया कि एम्बुलेंस की उपलब्धता के लिये सभी एम्बुलेंसों का एक कामन प्लेटफार्म तैयार किया जा रहा है। नेशनल हाई-वे पर हर 50 किलोमीटर पर एम्बुलेंस उपलब्ध है। इस दिशा में स्वास्थ्य विभाग की 606 लाइफ स्पोर्ट 108-एम्बुलेंस भी कार्य कर रही हैं। प्रत्येक जिले में ट्रामा सेन्टर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से 44 जिलों में भवन निर्माण का कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसमें से 41 ट्रामा सेंटर शुरू हो चुके हैं।

शुद्ध के लिए युद्ध अभियान से स्वास्थ्य सेवाएं होंगी बेहतर-पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया
22 January 2020
भोपाल.प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान का शासकीय जे.पी. अस्पताल में राज्य-स्तरीय शुभारंभ हुआ। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, श्रम मंत्री श्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, राजस्व और परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी,खाद्य-नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, जनसम्पर्क मंत्री श्री पी. सी. शर्मा और पूर्व मंत्री श्री रामनिवास रावत शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और श्री सुरेश पचोरी ने बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में चलाया जा रहा शुद्ध के लिय युद्ध अभियान अन्य राज्यों के लिये मिसाल है। इस अभियान ने देश में प्रदेश की छवि को निखारा है। उन्होंने पाँच वर्ष तक की उम्र के बच्चों को पोलियो ड्राप की खुराक पिलाना जरूरी बताते हुए कहा कि इससे बच्चों का स्वास्थ्य सुरक्षित होगा और भविष्य उज्जवल बनेगा। श्री सिंधिया ने कहा कि युवा पीढ़ी का बेहतर भविष्य तभी संभव है, जब खाद्य पदार्थों की शुद्धता बरकरार रहे, बीमरियों में कमी आये और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो। उन्होंने शुद्ध के लिये युद्ध अभियान को लगतार जारी रखने की सलाह दी।
मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि मध्यप्रदेश में पल्स पोलियो अभियान को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पूरा किया जायेगा। अभियान के अन्तर्गत 3 दिन में 1 करोड़ से अधिक बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि शासकीय जे.पी. अस्पताल को अगले एक साल के भीतर प्रदेश का आदर्श अस्पताल बनाया जाएगा। मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
कार्यक्रम में शामिल मंत्रियों और पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों ने पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने की शपथ ली और हस्ताक्षर अभियान में भाग लेकर अपना समर्थन प्रदर्शित किया। इस अवसर पर शासकीय जे.पी. अस्पताल में नवजात शिशुओं के लिये नव-निर्मित पी.आई.सी.यूनिट, ब्लड सेन्टर और मॉड्यूलर ओ.टी. का लोकार्पण किया। आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री प्रतीक हजेला और आयुक्त श्री राजीव दुबे उपस्थित थे।

आध्यात्मिक संवाद से सभी समस्याओं का समाधान संभव : आचार्य डॉ. लोकेश मुनि
21 January 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन ने राजभवन के सांदीपनि सभागृह में आयोजित 'आध्यात्मिकता द्वारा मानव समाज का विकास'' संगोष्ठी में कहा कि समाज में बढ़ते भौतिकवाद पर नियंत्रण स्थापित करने के लिये आध्यात्मिकता को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति सभी जीवों में समान आत्मा की मान्यता पर आधारित है। राज्यपाल ने कहा कि आध्यात्म से भेद-भाव समाप्त होगा और समाज में मानवीयता का प्रसार होगा। उन्होंने महात्मा गाँधी की आत्म-शक्ति और स्वामी विवेकानंद के आध्यात्मिक चिंतन को समृद्ध भारतीय संस्कृति का प्रतीक बताया।
आचार्य डॉ. लोकेश मुनि ने कहा कि आधुनिक शिक्षा पद्धति बौद्धिक और शारीरिक विकास पर केन्द्रित होती जा रही है। इसे आध्यात्मिक विकास से जोड़ने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आध्यात्म के प्रकाश में सभी समस्याओं का समाधान संवाद द्वारा संभव हो सकता है। राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने अपनी शैली में आध्यात्मिक जीवन को साकार किया है।
केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने संगोष्ठी में कहा कि आध्यात्मिक सोच समाज में सर्वोपरि होना चाहिये और सभी को उसका अनुसरण करना चाहिये। जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने कहा कि महात्मा गाँधी ने महात्मा बुद्ध से प्रेरणा लेकर देश की आजादी के लिये अहिंसा आंदोलन शुरू किया, जिससे विवश होकर अंग्रेजों ने भारत से पलायन किया। श्री शर्मा ने कहा कि गाँधीजी का जीवन अहिंसा के सामर्थ्य का प्रतीक है। पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि वर्तमान समय की सभी समस्याओं का समाधान आध्यात्मिक सोच में छिपा है। इसे पहचान कर इसका अनुसरण करने से ही मानव समाज का विकास और कल्याण होगा। वरिष्ठ पत्रकार श्री वेदप्रताप वैदिक ने कहा कि आध्यात्मिकता, मानव-प्रवृत्ति की सभी ग्रंथियों को खोलकर उसे अंतर्द्वंद्वों से मुक्त करती है। उन्होंने कहा कि जीवन के सभी क्षेत्रों में आध्यात्मिकता को बढ़ाने के प्रयास किये जाने चाहिये।

दावोस वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक - पहला दिन
21 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक में भाग लेने आज दावोस पहुँचे। श्री नाथ अपनी चार दिवसीय यात्रा के दौरान बैठक में हिस्सा लेने के साथ ही मध्यप्रदेश में निवेश के सिलसिले में शीर्ष उद्योगपतियों से मिलेंगे। श्री नाथ ने दावोस पहुँचते ही उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा के दौरान प्रदेश में निवेश-मित्र नीतियों की जानकारी देते हुए कहा कि वैश्विक निवेश के लिए मध्यप्रदेश में बेहतर वातावरण है और अनुकूल नीतियाँ बनाई गई हैं।
श्री नाथ ने आज दोपहर में दावोस पहुँचते ही शीर्ष उद्योगपतियों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने दावोस के बाइलेटरल 1.4 के कांग्रेस सेंटर में एमकेएस कंपनी के चेयरमेन और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री मारवान शकरची से मुलाकात की।
मुख्यमंत्री श्री नाथ की मुलाकात नोवो नॉर्डिस्क के अध्यक्ष एवं सीईओ श्री लार्स फ्रुअरगार्ड जोर्गेनसेन से हुई। नोवो नॉर्डिस्क दवा उत्पादों में विशेषज्ञता वाली वैश्विक स्वास्थ्य सेवा कंपनी है। कंपनी का मुख्यालय डेनमार्क में है जिसकी इकाईयाँ 79 देशों में स्थापित हैं। कंपनी 170 से अधिक देशों में अपने उत्पादों का वितरण करती है। मुख्यमंत्री ने श्री जोर्गेनसेन को मध्यप्रदेश में फार्मा यूनिट के क्षेत्र में बेहतर संभावनाओं के संबंध में जानकारी दी। श्री नाथ ने कहा कि भारत के केन्द्र में स्थित होने के कारण फार्मा यूनिट के लिए प्रदेश की स्थिति आदर्श है। केन्द्र में होने के कारण देश की 50 प्रतिशत जनसंख्या सड़क एवं अन्य आवागमन के साधनों के माध्यम से मध्यप्रदेश से जुड़ती है।
महिंद्रा ग्रुप के प्रबंध संचालक श्री पवन गोयनका ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की। रात्रि में श्री नाथ की भेंट बजाज ग्रुप के श्री राहुल बजाज एवं श्री संजीव बजाज से हुई।
मुख्यमंत्री श्री नाथ ने 2019 में मध्यप्रदेश में औद्योगीकरण में तेजी लाने केलिए नीतियों में किए गए सुधारों और निवेश-मित्र फैसलों के संबंध में उद्योगपतियों से चर्चा की। श्री कमल नाथ सीआईआई, डब्ल्यूएसजे पीएमआई द्वारा आयोजित रात्रि-भोज में भी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री की चार दिवसीय दावोस यात्रा में मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहन्ती के नेतृत्व में एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधि-मंडल भी भाग ले रहा है। इसमें अपर मुख्य सचिव ऊर्जा विभाग श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन डॉ. राजेश राजोरा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री अशोक बर्णवाल, सचिव पर्यटन विभाग श्री फैज़ अहमद किदवई, प्रबंध संचालक मध्यप्रदेश उद्योग विकास निगम श्री विवेक पोरवाल शामिल हैं।

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ की पहल पर टाईम बाउंड क्लीयरेंस 2020 एक्ट का मसौदा तैयार
21 January 2020
भोपाल.मध्यप्रदेश में निवेश को आकर्षित करने, युवाओं को रोजगार के व्यापक अवसर उपलब्ध करवाने और प्रदेश में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के निर्देश पर टाईम बाउंड क्लीयरेंस एक्ट 2020 का मसौदा तैयार किया गया है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की वार्षिक बैठक के लिए मुख्यमंत्री की चार दिवसीय दावोस यात्रा के दौरान उद्योगपतियों को इस मसौदे के साथ ही राज्य सरकार की निवेश मित्र नीतियों के बारे में जानकारी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने पिछले एक वर्ष में प्रदेश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और बेरोजगारों को रोजगार दिलाने के लिए जो प्रयास किए हैं उनमें सबसे महत्वपूर्ण है निवेशकों के अंदर विश्वास की वापसी के साथ ही ऐसे अनेक निर्णय लेना जिससे उद्योगपति मध्यप्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए प्रेरित हुए हैं। मुख्यमंत्री का मानना है कि परिणाम देने के लिए यह जरूरी है कि हर काम का समय सुनिश्चित हो और निर्धारित अवधि में वह काम हो। अपनी इस सोच को राज्य शासन की कार्य-संस्कृति में परिवर्तित करने के प्रयासों के साथ ही निवेश के क्षेत्र में भी मुख्यमंत्री ने विशेष पहल की है। उद्योग लगाने के इच्छुक लोगों को विभिन्न विभागों से समय पर उनके प्रोजेक्ट को क्लीयरेंस मिले, इस संबंध में जल्द ही एक सुनियोजित नीति बनाई जाएगी, जिसे कानून का स्वरूप दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री के दीर्घ प्रशासनिक, राजनैतिक और विकास को लेकर उनके दूरदर्शी अनुभवों के साथ टाईम बाउंड क्लीयरेंस एक्ट 2020 का मसौदा उनके मार्गदर्शन में तैयार किया जा रहा है। इससे किसी भी निवेशक को अपने उद्योग लगाने में अनुमतियाँ और स्वीकृतियाँ मिलने में देरी होने और अनावश्यक समय लगने से बचत होगी। मसौदे में मध्यप्रदेश औद्योगिक विकास निगम को नोडल एजेंसी बनाना प्रस्तावित किया गया है। इसमें उद्योग स्थापित होने की सभी प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए समय की बाध्यता होगी।
टाईम बाउंड क्लीयरेंस एक्ट 2020 के कार्यरूप में परिणित होने पर लगभग ऐसी 24 सेवाओं, जो उद्योग स्थापित करने के लिए जरूरी है, को तत्काल मंजूरी मिल सकेगी। साथ ही 16 अन्य सेवाओं की स्वीकृति के लिए सात दिन का समय निर्धारित किया जाना प्रस्तावित है। इस मसौदे में प्रस्तावित प्रावधानों से ज्वाईंट इंस्पेक्शन रेजिम की शुरूआत होगी जिससे मध्यप्रदेश में ईज ऑफ डूईंग बिजनेस का वातावरण बनेगा।

राज्यपाल के मुख्य आतिथ्य में आचार्य डॉ. लोकेश मुनि का व्याख्यान 21 जनवरी को
20 January 2020
भोपाल.राज्यपाल श्री लालजी टंडन के मुख्य आतिथ्य में राजभवन के सांदीपनि सभागार में 21 जनवरी को अपरान्ह 4 बजे आचार्य डॉ. लोकेश मुनि का 'आध्यात्म द्वारा मानव समाज का उत्थान'' विषय पर व्याख्यान होगा। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार श्री वेदप्रताप वैदिक बीज वक्तव्य देंगे। कार्यक्रम को केन्द्रीय संस्कृति मंत्री श्री प्रहलाद पटेल, जनसम्पर्क मंत्री श्री पी.सी. शर्मा और पूर्व मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान भी संबोधित करेंगे।
अहिंसा विश्व भारती द्वारा आचार्य डॉ. लोकेश मुनि के मार्गदर्शन में देश के विभिन्न राज्यों में 25 व्याख्यान की श्रंखला आयोजित की जा रही है। श्रंखला के अंतर्गत अंतिम कार्यक्रम संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में होगा। अहिंसा विश्व भारती का उद्देश्य समाज, राष्ट्र और विश्व के लोगों को अहिंसा, शांति और सद्भाव से जोड़ना तथा सामाजिक बुराइयों से दूर रहने के लिये प्रेरित करना है।

प्रदेश की नीतियों में सुधार के निर्णयों से अवगत होंगे निवेश-मित्र उद्योगपति
20 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ सरकार द्वारा दावोस में वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक में शामिल हो रहे देश और विदेश के उद्योगपतियों को पिछले एक वर्ष में प्रदेश की निवेश-मित्र बनाने के लिए नीतियों में किए सुधारों और सकारात्मक निर्णयों से अवगत कराया जाएगा। दावोस में 21 से 24 जनवरी तक हो रही वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम की वार्षिक बैठक में 3 हजार से अधिक वैश्विक उद्योगपति, बिजनेस लीडर्स और अंतर्राष्ट्रीय राजनैतिक हस्तियाँ शामिल होंगी।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ के साथ गए उच्च-स्तरीय प्रतिनिधि-मंडल में शामिल मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव उद्योग डी.आई.पी. और आई.पी. 30 से अधिक कंपनियों से मुलाकात करेंगे और निवेश संबंधी नीतियों में सुधार की जानकारी देंगे। उल्लेखनीय है कि पिछले एक वर्ष में मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने प्रदेश में निवेश के लिए विश्वास वापसी अभियान के दौरान उल्लेखनीय निर्णय लिये हैं।
मध्यप्रदेश पिछले एक साल में रियल स्टेट पॉलिसी बनाने वाला पहला राज्य बना है। इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी, नए हैरीटेज होटलों का पंजीकरण और स्टाम्प ड्यूटी रियायत के साथ ही लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम औद्योगिक इकाइयों में से निर्यातक इकाइयों को अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया गया है। निवेश को आकर्षित करने के लिए निवेश नीतियों में दस से अधिक संशोधन पिछले एक साल में किये गये हैं। इससे प्रदेश की आर्थिक दर में वृद्धि और बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
राज्य सरकार द्वारा एक वर्ष में प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए ग्रीन इण्डस्ट्रिअलाइजेशन, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, हाई एंड मैन्युफेक्चरिंग के लिए शोध एवं अनुसंधान, रियल स्टेट, खनन क्षेत्र, एम.एस.एम.ई. विकास नीति एवं पर्यटन सहित निवेश की संभावना वाले क्षेत्र में अधिकाधिक रियायत एवं प्रोत्साहित करने वाले निर्णय लिए गए है।

मुख्यमंत्री शीर्ष उद्योगपतियों से वन-टू-वन और उद्योगपतियों से सीधा संवाद करेंगे
20 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ 21 से 24 जनवरी तक दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकॉनोमिक फोरम में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर के 15 से अधिक शीर्ष उद्योगपतियों से वन-टू-वन मुलाकात करेंगे। श्री कमल नाथ के साथ एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधि-मंडल भी दावोस यात्रा पर है।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ स्विट्जरलैंड के दावोस की यात्रा के दौरान एफ.एम.सी.जी., हेल्थकेयर, फार्मास्युटिकल्स, आटोमोटिव्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र के उद्योगपतियों और बिजनेस लीडर्स से मध्यप्रदेश में निवेश की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे। फोरम के वार्षिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री 22 जनवरी को लंचियन सत्र में 75 वैश्विक उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे। इनमें मुख्य रूप से सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र की प्रतिष्ठित कंपनी हेवलेट पैकार्ड एंटरप्राइजेस डिवीजन के अध्यक्ष एवं सी.ई.ओ. श्री एंटोनियो नेरी, दवा उत्पादों की विशेषज्ञ कंपनी नोवो नॉर्डिस्क के अध्यक्ष एवं सी.ई.ओ. श्री फार्सगार्ड जोर्गेनसेन, प्रॉक्टर एंड गैंबल के एशिया पैसिफिक मध्यपूर्व अफ्रीका के अध्यक्ष श्री मंगेशवरन सुरंजन, महिंद्रा ग्रुप के श्री पवन कुमार गोयनका, दुबई स्थित वी.पी.एस. हेल्थकेयर ग्रुप के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डॉ. शमशीर वयलिल तथा विप्रो के सी.ई.ओ. और प्रबंध निदेशक श्री अबीदाली नीमचवाला शामिल हैं।
मुख्यमंत्री इन उद्योगपतियों से मध्यप्रदेश में आई.टी., दवा, स्वास्थ्य, ऑटोमोबाइल सहित अन्य क्षेत्रों में निवेश के संबंध में संवाद करेंगे।

मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ गणतंत्र दिवस पर इन्दौर में करेंगे ध्वजारोहण
20 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को इंदौर जिला मुख्यालय में राष्ट्र ध्वज फहरायेंगे, परेड की सलामी लेंगे और प्रदेशवासियों को संबोधित करेंगे। मध्यप्रदेश विधानसभा अध्यक्ष श्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति नरसिंहपुर और विधानसभा उपाध्यक्ष सुश्री हिना लिखिराम काँवरे सिवनी में ध्वजारोहण करेंगे। राज्य शासन ने प्रदेश के विभिन्न जिला मुख्यालयों पर राष्ट्र ध्वज फहराने और जिला स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने के लिये मंत्री-मण्डल के सदस्यों को जिले आवंटित किये हैं।
सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार गणतंत्र दिवस पर 26 जनवरी को मंत्री डॉ. विजयलक्ष्मी साधौ खंडवा, श्री सज्जन सिंह वर्मा देवास, श्री हुकुम सिंह कराड़ा शाजापुर, डॉ. गोविन्द सिंह भिण्ड, श्री बाला बच्चन बड़वानी, श्री आरिफ अकील सीहोर, श्री बृजेन्द्र सिंह राठौर निवाड़ी, श्री प्रदीप जायसवाल बालाघाट, श्री लाखन सिंह यादव श्योपुर, श्री तुलसीराम सिलावट बुरहानपुर, श्री गोविन्द सिंह राजपूत टीकमगढ़, श्रीमती इमरती देवी दतिया, श्री ओमकार सिंह मरकाम डिण्डोरी, डॉ. प्रभुराम चौधरी रायसेन, श्री प्रियव्रत सिंह राजगढ़, श्री सुखदेव पांसे छिन्दवाड़ा, श्री उमंग सिंघार धार, श्री हर्ष यादव सागर, श्री जयवर्धन सिंह आगर-मालवा, श्री जीतू पटवारी उज्जैन, श्री कमलेश्वर पटेल सीधी, श्री लखन घनघोरिया रीवा, श्री महेन्द्र सिंह सिसोदिया गुना, श्री पी.सी. शर्मा होशंगाबाद, श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ग्वालियर, श्री सचिन सुभाष यादव खरगौन, श्री सुरेन्द्र सिंह हनी बघेल झाबुआ और श्री तरूण भनोत जबलपुर जिला मुख्यालय पर ध्वजारोहण करेंगे। शेष 20 जिला मुख्यालय पर जिला कलेक्टर ध्वजारोहण करेंगे उनमें मुरैना, शिवपुरी, अशोकनगर, रतलाम, मंदसौर, नीमच, अलीराजपुर, विदिशा, बैतूल, हरदा, दमोह, पन्ना, छतरपुर, कटनी, मंडला, शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, सिंगरौली और सतना शामिल हैं।

शुद्ध के लिए युद्ध अभियान से स्वास्थ्य सेवाएं होंगी बेहतर-पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया
19 January 2020
भोपाल.प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान का शासकीय जे.पी. अस्पताल में राज्य-स्तरीय शुभारंभ हुआ। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट, श्रम मंत्री श्री महेंद्र सिंह सिसोदिया, राजस्व और परिवहन मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत, महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती इमरती देवी,खाद्य-नागरिक आपूर्ति मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, जनसम्पर्क मंत्री श्री पी. सी. शर्मा और पूर्व मंत्री श्री रामनिवास रावत शुभारंभ कार्यक्रम में शामिल हुए। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और श्री सुरेश पचोरी ने बच्चों को पल्स पोलियो की दवा पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया।
पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में चलाया जा रहा शुद्ध के लिय युद्ध अभियान अन्य राज्यों के लिये मिसाल है। इस अभियान ने देश में प्रदेश की छवि को निखारा है। उन्होंने पाँच वर्ष तक की उम्र के बच्चों को पोलियो ड्राप की खुराक पिलाना जरूरी बताते हुए कहा कि इससे बच्चों का स्वास्थ्य सुरक्षित होगा और भविष्य उज्जवल बनेगा। श्री सिंधिया ने कहा कि युवा पीढ़ी का बेहतर भविष्य तभी संभव है, जब खाद्य पदार्थों की शुद्धता बरकरार रहे, बीमरियों में कमी आये और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हो। उन्होंने शुद्ध के लिये युद्ध अभियान को लगतार जारी रखने की सलाह दी।
मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने बताया कि मध्यप्रदेश में पल्स पोलियो अभियान को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में पूरा किया जायेगा। अभियान के अन्तर्गत 3 दिन में 1 करोड़ से अधिक बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि शासकीय जे.पी. अस्पताल को अगले एक साल के भीतर प्रदेश का आदर्श अस्पताल बनाया जाएगा। मंत्री श्री पी.सी. शर्मा ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
कार्यक्रम में शामिल मंत्रियों और पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों ने पल्स पोलियो अभियान को सफल बनाने की शपथ ली और हस्ताक्षर अभियान में भाग लेकर अपना समर्थन प्रदर्शित किया। इस अवसर पर शासकीय जे.पी. अस्पताल में नवजात शिशुओं के लिये नव-निर्मित पी.आई.सी.यूनिट, ब्लड सेन्टर और मॉड्यूलर ओ.टी. का लोकार्पण किया। आयुक्त लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री प्रतीक हजेला और आयुक्त श्री राजीव दुबे उपस्थित थे।

राज्य सरकार ने शुरू किया आम आदमी के सर्वांगीण विकास का सिलसिला
19 January 2020
भोपाल.कुटीर एवं ग्रामोद्योग तथा नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हर्ष यादव ने शनिवार को प्रभार के जिला रायसेन में संवाद कार्यक्रम में शामिल हुए। श्री यादव ने कहा कि प्रदेश में नई सरकार ने पिछले एक वर्ष में सभी वर्गो के विकास के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेकर उनका तेजी से क्रियान्वयन सुनिश्चित किया गया। उन्होंने बताया कि लोगों का अपना घर का सपना साकार करने के लिये सरकार ने कलेक्टर गाईड लाईन में जमीन के दामों में 20 प्रतिशत की कमी की। आवास मिशन में प्रति परिवार दो लाख 50 हजार रूपये सहायता देना शुरू किया। भूमिहीनों को आवासीय पट्टे उपलब्ध कराए गये। इंदिरा गृह ज्योति योजना शुरू कर कमजोर वर्ग को हजारों रूपए के बिजली बिल से मुक्ति दिलाई गई। उन्होंने कहा कि कहा कि अब प्रदेश में घरेलू उपभोक्ताओं को 100 रूपए में 100 यूनिट बिजली मिल रही है। साथ ही, किसानों को 10 हार्स पॉवर तक के पम्पों के लिए आधी दर पर बिजली उपलब्ध कराई जा रही है।
प्रभारी मंत्री श्री यादव ने मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ ने सत्ता संभालते ही सबसे पहले किसानों का दो लाख रूपए तक का फसल ऋण माफ किया। पहले चरण में 20 लाख से अधिक किसानों का फसल ऋण माफ किया गया। शेष पात्र किसानों का फसल ऋण माफ करने के लिए दूसरा चरण शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि स्कूली शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए पांचवी और आठवीं कक्षा को पुनः बोर्ड परीक्षा में शामिल किया गया। प्रदेश के इतिहास में पहली बार 35 हजार से अधिक शिक्षकों का ऑनलाईन ट्रांसफर किया गया।
मंत्री श्री यादव ने लोगों को बताया कि राज्य सरकार ने वृद्धावस्था पेंशन तथा विधवा पेंशन योजना की राशि बढ़ाकर 600 रूपए प्रतिमाह कर बुजुर्गों को राहत दी है। कन्या विवाह/निकाह योजना में सहायता राशि 28 हजार से बढ़ाकर 51 हजार रूपये की गई। महिलाओं और युवतियों को निःशुल्क ड्राईविंग लायसेंस देने का सिलसिला शुरू किया गया। युवाओं को रोजगार के अधिक से अधिक अवसर दिलाने के लिए प्रदेश में स्थापित होने वाले उद्योगों में 70 प्रतिशत नौकरियाँ स्थानीय लोगों को देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया।
कुटीर एवं ग्रामोद्योग तथा नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हर्ष यादव ने बताया कि अब एक हेक्टेयर भूमि वाले एससी-एसटी वर्ग के किसानों को पांच हार्स पावर तक के कृषि पम्प के लिए निःशुल्क बिजली मिलने लगी है। आदिवासी परिवारों में बच्चे के जन्म पर 50 किलो और मृत्यु पर 100 किलो अनाज प्रति परिवार देने की व्यवस्था लागू की गई है। उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य जनता को पेयजल और स्वास्थ्य का कानूनी अधिकार देने वाला देश का पहला प्रदेश बनने की ओर अग्रसर है।

पृथ्वीपुर (जिला निवाड़ी) में 39वीं अ.भा. व्हालीबाल प्रतियोगिता
19 January 2020
भोपाल.निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर में स्व. अमर सिंह राठौर की स्मृति में आयोजित 39वीं अखिल भारतीय व्हालीबाल प्रतियोगिता में पहले दिन 18 जनवरी को 4 मैच और दूसरे दिन 19 जनवरी को 5 मैच खेले गये। इस तीन दिवसीय प्रतियोगिता में राष्ट्रीय स्तर की 11 टीमें भाग ले रही हैं।
प्रतियोगिता के पहले दिन जाट रेजीमेंट राय बरेली तथा सिग्नल कोर हिसार के बीच खेले गए मैच में जाट रेजीमेंट बरेली विजयी रही। दूसरा मैच एलएनआईपी ग्वालियर तथा कुरुक्षेत्र हरियाणा के बीच हुआ, जिसमें एलएनआईपी ग्वालियर विजयी रही। तीसरा मैच पुलिस एकेडमी ग्वालियर तथा साई प्रशिक्षण केन्द्र अहमदाबाद के बीच खेला गया, जिसमें साई प्रशिक्षण केन्द्र अहमदाबाद ने जीत दर्ज की। चतुर्थ मैच एसएसबी अर्ध-सैनिक बल लखनऊ तथा दिल्ली प्रशासन के बीच खेला गया, जिसमें एसएसबी अर्धसैनिक बल लखनऊ विजयी रहा।
प्रतियोगिता के दूसरे दिन प्रथम मैच एलएनआईपी ग्वालियर तथा सीआरपीएफ दिल्ली के बीच खेला गया, जिसमें सीआरपीएफ दिल्ली विजयी रही। दूसरा मैच उत्तराखंड हॉस्टल तथा जाट रेजीमेंट राय बरेली के बीच खेला गया, जिसमें जाट रेजीमेंट राय बरेली विजयी रही। तीसरा मैच एसएसबी अर्धसैनिक बल लखनऊ तथा कुरूक्षेत्र हरियाणा के बीच खेला गया, जिसमें एसएसबी अर्धसैनिक बल लखनऊ ने बाजी मारी। चतुर्थ मैच सिग्नल कोर हिसार तथा साई प्रशिक्षण केन्द्र अहमदाबाद के बीच खेला गया, जिसमें साई प्रशिक्षण केन्द्र अहमदाबाद विजयी रहा। पाँचवा मैच एलएनआईपी ग्वालियर तथा दिल्ली प्रशासन के बीच खेला गया, जिसमें दिल्ली प्रशासन ने जीत दर्ज की।

सहिष्णुता की संस्कृति है भारत की पहचान - मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ
18 January 2020
भोपाल.मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि देश में मध्यप्रदेश ही ऐसा प्रदेश है, जो विविधताओं से सम्पन्न है और पूरे विश्व में भारत ही ऐसा देश है, जो विविधताओं से पूर्ण है। इस विविधता को सकारात्मक ऊर्जा में बदलना होगा। उन्होंने कहा कि विविधता में भारत की बराबरी करने वाला देश सिर्फ सोवियत संघ था। आज वह अस्तित्व में नहीं है क्योंकि उसमें भारत जैसी सोच-समझ और सहिष्णुता की संस्कृति नहीं थी। यही भारत की पहचान है। मुख्यमंत्री आरसीवीपी नरोन्हा प्रशासन अकादमी में आईएएस सर्विस मीट 2020 के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे।
न्याय की कोई सीमा नहीं
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि जो आईएएस अधिकारी अपनी सेवा यात्रा के मध्य में हैं और जो सेवा पूरी करने वाले हैं, वे चिंतन करें कि मध्यप्रदेश को वे कहाँ छोड़कर जाना चाहते हैं। जो अधिकारी अपनी सेवा यात्रा की शुरूआत कर रहे हैं, वे सोचें कि मध्यप्रदेश को कहाँ देखना चाहते हैं। श्री कमल नाथ ने प्रशासनिक अधिकारियों को न्याय देने वाला बताते हुए कहा कि संविधान में उल्लेखित स्वतंत्रता और समानता जैसे मूल्यों की सीमाएँ हो सकती हैं लेकिन न्याय की कोई सीमा नहीं है। यह हर समय और परिस्थिति में दिया जा सकता है। दृष्टिकोण में परिवर्तन लाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के पास जो क्षमता और कौशल है, वह सामान्यत: राजनैतिक नेतृत्व के पास नहीं रहता। राजनैतिक नेतृत्व बदलते ही प्रशासनिक तंत्र का भी नया जन्म होता है लेकिन ज्ञान, कला, कौशल नहीं बदलते।
न्यू आइडिया आफ चेंज के लिए तीन पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने नए परिवर्तनकारी विचारों (न्यू आइडिया आफ चेंज) के लिए तीन पुरस्कार देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इसके लिए पूर्व मुख्य सचिवों की एक ज्यूरी बनाई जाएगी, जो सर्वोत्कृष्ट आईडिया चुनेगी।
बदलनी होगी प्रदेश की वर्तमान प्रोफाईल
मुख्यमंत्री ने कहा कि हर राज्य की अपना प्रोफाईल होती है। सबको मिलकर मध्यप्रदेश का प्रोफाईल बनाना होगा। वर्तमान प्रोफाईल को बदलना होगा। मध्यप्रदेश की नई पहचान बनानी होगी। इसके लिए जरूरी है कि प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा आर्थिक गतिविधियाँ उत्पन्न हों। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी हर पल बदल रही है। पूरा भारत बदल रहा है। ज्ञान और सूचना के भंडार तक आज जो पहुँच बढ़ी है, वह पहले नहीं थी। उन्होंने कहा कि विश्व में सबसे ज्यादा महत्वाकांक्षी जनसंख्या भारत में है। ये जनसंख्या युवाओं की है। बदलते समय में महत्वाकांक्षाएँ भी बदल रही हैं। अब यह देखना है कि इन्हें कैसे अपनाएं।
वर्तमान में अधिक उत्पादन चुनौती
श्री कमल नाथ ने कहा कि मध्यप्रदेश कृषि आधारित अर्थ-व्यवस्था का प्रदेश है। वर्तमान समय में अधिक उत्पादन की चुनौती है। खाद्यान्न की कमी अब चुनौती नहीं रही। उन्होंने कहा कि परिवर्तन तब दिखेगा, जब धोती-पायजामा पहनने वाला किसान आधुनिक खेती करते हुए जींस और शर्ट वाला किसान बन जाये।
कौशल सम्पन्न युवाओं को रोजगार की जरूरत
मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे बड़ी चुनौती हमारी नई पीढ़ी की है। उन्होंने कहा कि हर साल बड़ी संख्या में कौशल सम्पन्न युवा तैयार होते हैं। उन्हें रोजगार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि रोजगार आर्थिक गतिविधियों का एक घटक है। इसलिए आर्थिक गतिविधियाँ बढ़ाना चुनौतीपूर्ण काम है। उन्होंने कहा कि हर सरकार की अपनी कार्य-शैली होती है। अपनी अच्छाईयाँ और कमजोरियाँ होती हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की नई पीढ़ी को यह देखना होगा कि मध्यप्रदेश को किस दिशा में जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश एक आर्थिक शक्ति बनने की संभावना रखता है। मध्यप्रदेश के पास लॉजिस्टिक लाभ है। यहाँ का बाजार और व्यापार पूरे देश से जुड़ सकता है। सिर्फ नजरिए में परिवर्तन लाने की देर है। इसके लिए नया सीखने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि क्या सीखते हैं, इससे ज्यादा जरूरी है कि कैसे सीखते हैं।
मुख्य सचिव श्री एस.आर. मोहंती ने आईएएस मीट के आयोजन की पृष्ठभूमि की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह नई ऊर्जा और अनुभव को एक साथ लाने का अवसर है ताकि यह कार्य-शैली में भी बना रहे और इसका भरपूर लाभ समाज को मिले।
अपर मुख्य सचिव सर्वश्री एम.गोपाल रेड्डी, श्री मनोज श्रीवास्तव एवं प्रमुख सचिव श्री मलय श्रीवास्तव ने अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट किये। प्रारंभ में मध्यप्रदेश आईएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री आई.सी.पी. केशरी ने अपने स्वागत भाषण में मुख्यमंत्री को आधुनिक, उदार, डॉयनामिक और विश्व-दृष्टि से सम्पन्न नेता बताते हुए कहा कि वे 159 देशों का भ्रमण कर चुके हैं । वे किसानों के हित में 19 मंत्रियों के साथ विश्व व्यापार संगठन की बैठक का विरोध करने वाले नेता हैं। उनके नेतृत्व में देश में ऑटोमोबाइल सेक्टर में क्रांतिकारी परिवर्तन आया।
इस अवसर पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी एवं प्रख्यात लेखक श्री पवन वर्मा और प्रशासन अकादमी की महानिदेशक सुश्री वीरा राणा उपस्थित थी।

आगँनवाड़ी का बाल शिक्षा केन्द्र में परिवर्तन बना बच्चों का आकर्षण
18 January 2020
भोपाल.प्रदेश के आगँनवाड़ी केन्द्र को बाल शिक्षा केन्द्र में परिवर्तित करने से बच्चों में कई बदलाव देखने में आए है। अब बच्चे न सिर्फ आगँनवाड़ी केन्द्र जाने के लिए पहले से ज्यादा उत्सुक हैं बल्कि माता-पिता भी अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल ना भेजकर बाल शिक्षा केन्द्र भेज रहे हैं।
शाजापुर जिले के मोमन बड़ोदिया आगँनवाड़ी केन्द्र को बाल शिक्षा केन्द्र में परिवर्तित किया गया है। प्राइवेट स्कूल में प्रवेश पा चुके 3 वर्षीय चंचल और 4 वर्षीय गौरवांक के अभिभावकों ने इन बच्चों को वहाँ से निकाल कर बाल शिक्षा केन्द्र में भेज दिया है। चंचल के पिता प्रेम नारायण और गौरवांक के पिता गौरव बताते हैं कि बाल शिक्षा केन्द्र की कार्यकर्ता श्रीमती कांता सोनी और पर्यवेक्षक श्रीमती किरण परमार ने उन्हें बताया था कि शासन द्वारा आगँनवाड़ी केन्द्रों पर 3 से 6 वर्ष तक आयु वर्ग के बच्चों को प्री-प्रायमरी शिक्षा की नि:शुल्क तैयारी कराई जा रही है। साथ ही, बच्चों को नई ड्रेस, किताबें, खिलौने, टी.वी. आदि के माध्यम से शिक्षा दी जा रही है। इसलिये हमने निर्णय लिया कि अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूल के स्थान पर बाल शिक्षा केन्द्र में भेजेंगे। दोनों बच्चों के पिता बच्चों को आगँनवाड़ी केन्द्र में प्राइवेट स्कूल जैसी शिक्षा और सुविधाएँ मिलने से प्रसन्न हैं।
प्रदेश में पहले चरण में 313 आगँनवाड़ी केन्द्र में बाल शिक्षा केन्द्र शुरू किये गये हैं। इन केन्द्रों में 6 वर्ष तक आयु वर्ग के नैनिहालों को प्री-प्रायमरी शिक्षा की तैयारी कराई जा रही है। यहाँ आने वाले बच्चों के लिए 19 विषयों का माहवार पाठ्यक्रम निर्धारित किया गया है। इसमें स्वयं की पहचान, मेरा घर, व्यक्तिगत साफ-सफाई, रंग और आकृति, तापमान एवं पर्यावरण, पशु-पक्षी, यातायात के साधन, सुरक्षा के नियम, हमारे मददगार मौसम, बच्चों का आत्मविश्वास तथा हमारे त्यौहार शामिल है। बच्चों के विकास की निगरानी के लिए शिशु विकास कार्ड भी बनाए गए हैं।