विश्व डाइजेस्ट |
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बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. हसन महमूद ने आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की : MMNN:09 Feb 2024 बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. हसन महमूद ने आज राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की। डॉ. महमूद का स्वागत करते हुए, राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री शेख हसीना को बांग्लादेश के प्रधानमंत्री के रूप में उनके लगातार चौथे कार्यकाल के लिए बधाई दी। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा कि एक मजबूत, स्थिर और समृद्ध बांग्लादेश, भारत के हित में है। राष्ट्रपति ने सीमा, सुरक्षा, व्यापार, सम्पर्क, बिजली, बुनियादी ढांचे और लोगों से लोगों के बीच जुड़ाव जैसे द्विपक्षीय सहयोग के लगभग सभी क्षेत्रों में हुई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। राष्ट्रपति ने कहा कि दोनों देश रेल, सड़क और जलमार्गों को पुनर्जीवित कर रहे हैं। डॉ. महमूद चार दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे थे। बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ0 हसन महमूद ने नई दिल्ली में विदेश मंत्री डॉ0 एस0 जयशंकर से मुलाकात की : MMNN:08 Feb 2024 बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ0 हसन महमूद ने कल शाम नई दिल्ली में विदेश मंत्री डॉ0 एस0 जयशंकर से मुलाकात की। डॉक्टर एस0 जयशंकर ने श्री महमूद के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता की। डॉक्टर जयशंकर ने उनके सम्मान में रात्रिभोज आयोजित किया। दोनों विदेश मंत्रियों ने सीमा पार सम्पर्क बढ़ाने, आर्थिक और विकास साझेदारी, रक्षा और सुरक्षा में सहयोग, बिजली, ऊर्जा, जल संसाधन सहित द्विपक्षीय सहयोग संबंधों की व्यापक समीक्षा की। दोनों विदेश मंत्रियों ने विकसित भारत 2047 और स्मार्ट बांग्लादेश 2041 की भावी योजना सहित अपने राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों के अनुरूप सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी बातचीत की। उन्होंने बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल-बिम्सटेक, हिंद महासागर के किनारे स्थित देशों के बीच क्षेत्रीय सहयोग के हिंद महासागर रिम एसोसिएशन और भूटान, बांग्लादेश, भारत और नेपाल के बीच मोटर वाहन समझौते के अंतर्गत सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। इससे पहले बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की। वे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मिले। श्री महमूद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलेंगे। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ भी उनकी उनकी बैठक होगी। डॉ. महमूद चार दिनों की सरकारी यात्रा पर मंगलवार को नई दिल्ली पहुंचे। पाकिस्तान में आम चुनाव से पहले बलूचिस्तान प्रांत में हुए दो विस्फोटों में 26 लोग मारे गये : MMNN:07 Feb 2024 पाकिस्तान में आम चुनाव से पहले आज बलूचिस्तान प्रांत में हुए दो विस्फोटों में कम से कम 26 लोग मारे गए और 40 अन्य घायल हो गए। स्थानीय मीडिया ने बताया कि पहला विस्फोट बलूचिस्तान के पिशीन प्रान्त में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के कार्यालय के बाहर हुआ जबकि दूसरा धमाका किला सैफुल्लाह जिले में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजल कार्यालय के बाहर हुआ। घायलों को इलाज के लिए नजदीकी अस्पतालों में ले जाया गया है। अभी तक किसी भी गुट ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। राष्ट्रपति नायब बुकेले ने अल सल्वाडोर के चुनावों में जबरदस्त जीत हासिल की : MMNN:05 Feb 2024 राष्ट्रपति नायब बुकेले ने अल सल्वाडोर के चुनावों में जबरदस्त जीत हासिल की है। कल हुई मतगणना में मध्य अमरीकी देश की जनता ने नायब बुकेले को दूसरी बार राष्ट्रपति पद के लिए चुना है। आधिकारिक नतीजे घोषित होने से पहले बुकेले ने खुद को विजेता घोषित किया और दावा किया कि उन्हें 85 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं। अनंतिम परिणामों से पता चला कि बुकेले को 31 प्रतिशत मतपत्रों के साथ 83 प्रतिशत समर्थन मिला। उम्मीद की जा रही है कि 42 वर्षीय बुकेले की न्यू आईडियाज पार्टी विधायी निकाय की 60 में से लगभग सभी सीटें जीत लेगी। यूरोपीय संघ यूक्रेन को 54 बिलियन अमरीकी डॉलर की अतिरिक्त सहायता पैकेज देने पर सहमत हुआ : MMNN:02 Feb 2024 यूरोपीय संघ के सभी 27 देश यूक्रेन को 54 बिलियन अमरीकी डॉलर की अतिरिक्त सहायता पैकेज देने को लेकर आम सहमति हो गई हैं। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने ब्रसेल्स में यूरोपीय संघ के नेताओं के एक विशेष शिखर सम्मेलन के बाद इसकी घोषणा की। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष मिशेल ने जोर देकर कहा कि यह निर्णय यूक्रेन के समर्थन में यूरोपीय संघ के नेतृत्व और जिम्मेदारी को दर्शाता है। इससे अगले चार वर्ष के लिए वित्तीय सहायता सुनिश्चित हो जाएगी। यूरोपीय संघ सुविधा से 4.9 बिलियन अमरीकी डॉलर की पहली किस्त मार्च में यूक्रेन पहुंचने की उम्मीद है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर ज़ेलेंस्की ने सर्वसम्मत मंजूरी के लिए आभार व्यक्त किया। यूक्रेन इस समय रूस के साथ चल रहे संघर्ष से निपट रहा है। ज़ेलेंस्की ने कहा कि सभी 27 नेताओं द्वारा लिया गया यह निर्णय बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह यूरोपीय परिषद की मजबूत एकता को दर्शाता है। रूस के साथ यूक्रेन का युद्ध तीसरे वर्ष में पहुंच रहा है। अमरीका में आगामी चुनावों की चुनौतियों और भू-राजनैतिक अनिश्चितता को देखते हुए यूक्रेन को दी जा रही यह सहायता ईयू देशों की एकजुटता का संदेश देती है। भारत ने म्यांमा में बिगड़ते हालात पर चिंता व्यक्त की; संघीय लोकतंत्र की ओर म्यांमा के परिवर्तन का समर्थन किया : MMNN:01 Feb 2024 विदेश मंत्रालय ने म्यांमार में बिगड़ते हालात पर चिंता व्यक्त की है। नई दिल्ली में आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि इसका सीधा असर भारत पर पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक पड़ोसी देश और म्यांमार के मित्र के रूप में, भारत लंबे समय से हिंसा की पूर्ण समाप्ति और म्यांमार में संघीय लोकतंत्र की वकालत करता रहा है। श्री जयसवाल ने कहा कि भारत रचनात्मक बातचीत से मुद्दे का जल्द समाधान और देश में शांति और स्थिरता चाहता है। भारत-अमरीका ड्रोन सौदे के बारे में श्री जायसवाल ने कहा कि इस विशेष मामले में अमरीका की अपनी आंतरिक प्रक्रियाएं हैं और भारत उसका सम्मान करता है। लद्दाख में भारत-चीन सीमा के पास चीनी सेना का मुकाबला करने वाले भारतीय चरवाहों के वीडियो पर श्री जयसवाल ने कहा कि दोनों देशों के लोग अपने चरागाह क्षेत्रों के बारे में अच्छी तरह से परिचित हैं और इससे निपटने के लिए एक व्यवस्था है। एशियाई अमरीकियों के लिए परिवार और रोजगार श्रेणियों में सभी अप्रयुक्त ग्रीन कार्डों को बहाल करने की सिफारिश की : MMNN:7 July 2023 एशियाई अमरीकियों, हवाई के मूल निवासियों और प्रशांत द्वीप पर रहने वाले लोगों के लिए गठित अमरीकी राष्ट्रपति के सलाहकार आयोग के एक सदस्य ने साल 1992 के बाद से परिवार और रोजगार श्रेणियों में सभी अप्रयुक्त ग्रीन कार्डों को पुनः बहाल करने की सिफारिश की है। इस पहल से ग्रीन कार्ड की प्रतीक्षा कर रहे हजारों भारतीय-अमरीकियों को लाभ मिल सकता है। भारतीय-अमरीकी अजय भूटोरिया ने कहा कि इसमें वर्ष 1992 से 2022 तक 2 लाख 30 हजार से अधिक अप्रयुक्त रोजगार-आधारित ग्रीन कार्डों को पुनः बहाल करना और इस श्रेणी के लिए एक लाख 40 हजार की वार्षिक सीमा के अलावा प्रत्येक वित्तीय वर्ष में इनको बढाना शामिल है। उनकी सिफारिशों का सेट बृहस्पतिवार को आयोग के समक्ष प्रस्तुत किया गया। शंघाई सहयोग संगठन ने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की : MMNN:6 July 2023 फ्रांस के राष्ट्रपति के राजनयिक सलाहकार इमैनुएल बोने ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। उन्होंने श्री मोदी की आगामी फ्रांस यात्रा के संदर्भ में द्विपक्षीय सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों में प्रगति की जानकारी दी। श्री मोदी ने इस महीने की 14 तारीख को बैस्टिल दिवस समारोह में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो का आभार व्यक्त किया। हिरोशिमा में राष्ट्रपति मैक्रो के साथ हालिया मुलाकात पर श्री मोदी ने कहा कि वह पेरिस में बातचीत दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करेगी। शंघाई सहयोग संगठन ने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की : MMNN:5 July 2023 शंघाई सहयोग संगठन ने आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद से लड़ने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। संगठन ने आतंक का वित्तपोषण रोकने, युवाओं में कट्टरता रोकने और स्लीपर सेल तथा आतंकियों के सुरक्षित ठिकानों और उनकी सीमा पार आवाजाही समाप्त करने के उपाय करने पर बल दिया है। संगठन के राष्ट्राध्यक्षों की वर्चुअल माध्यम से बैठक के बाद नई दिल्ली घोषणा को स्वीकार किया गया। इसके अनुसार सदस्य देश आतंकवादी, अलगाववादी और चरमपंथी संगठनों की एकीकृत सूची बनाने के लिए सामान्य सिद्धांत और दृष्टिकोण विकसित करने का प्रयास करेंगे। इन चरमपंथी संगठनों की गतिविधियां शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों में प्रतिबंधित हैं। सदस्य देशों ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों के सैन्यीकरण का विरोध किया। इसके अलावा मादक पदार्थों के बढ़ते उत्पादन, तस्करी और दुरुपयोग तथा मादक पदार्थों की तस्करी से प्राप्त धन का आतंकवाद के वित्तपोषण के रूप में इस्तेमाल करने के खतरों के बारे में चिंता व्यक्त की गई। अमेरिका: गुरु पूर्णिमा के अवसर पर भगवद गीता का पाठ करने के लिए टेक्सास में 10,000 लोग एकत्रित हुए : MMNN:4 July 2023 गुरु पूर्णिमा के अवसर पर कल अमेरिका के टेक्सास में एलन ईस्ट सेंटर में दस हजार लोग एक साथ भगवद गीता का पाठ करने के लिए इकट्ठा हुए। यह भव्य आयोजन पहली बार किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान भगवद गीता के पाठ ने लोगों के आध्यात्मिक जीवन में प्रकाश के रूप में पवित्र ग्रंथ के महत्व पर जोर दिया। कार्यक्रम का आयोजन योग संगीता ट्रस्ट अमेरिका और एसजीएस गीता फाउंडेशन द्वारा किया गया था। ब्रिटेन ने यूएनएससी में भारत, ब्राजील, जर्मनी, जापान तथा अफ्रीका को प्रतिनिधित्व देकर इसके स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग की : MMNN:4 July 2023 ब्रिटेन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान तथा अफ्रीका को प्रतिनिधित्व देकर इसके स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। संयुक्त राष्ट्र में ब्रिटेन के स्थायी प्रतिनिधि और जुलाई महीने के लिए सुरक्षा परिषद की अध्यक्ष राजदूत बारबरा वुडवर्ड की इस महीने के सुरक्षा परिषद के कार्यक्रम पर संयुक्त राष्ट्र के संवाददाताओं को जानकारी के दौरान उनकी टिप्पणियां सामने आयीं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार पर बारबरा वुडवर्ड ने कहा कि ब्रिटेन, सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों का विस्तार देखना चाहता है और इसमें भारत, ब्राजील, जर्मनी और जापान तथा अफ्रीका को प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है। वुडवर्ड ने ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेम्स क्लेवर्ली की पिछले सप्ताह की टिप्पणियों का उल्लेख किया, जिनमें विदेश मंत्री ने बहुपक्षीय प्रणाली के सुधार को आगे ले जाने की अपने देश की इच्छा प्रकट की थी। वुडवर्ड ने बताया कि इस जुलाई महीने में सुरक्षा परिषद की ब्रिटेन की अध्यक्षता इस दिशा में आगे बढ़ने का पहला कदम होगा। अमेरिकी उच्चतम न्यायालय ने राष्ट्रपति जो बिडेन के 400 अरब डॉलर के छात्र ऋण माफी प्रस्ताव को खारिज किया : MMNN:1 July 2023 अमरीका में उच्चतम न्यायालय ने चार सौ अरब डॉलर के छात्र ऋण को माफ करने की राष्ट्रपति जो. बाइडेन की योजना को खारिज कर दिया है। उच्चतम न्यायालय में तीन न्यायाधीश योजना के पक्ष में थे जबकि छह न्यायाधीश इस योजना के विरोध में थे। न्यायाधीशों ने दो करोड़ साठ लाख अमेरिकियों का ऋण माफ करने की बाइडेन की योजना को असंवैधानिक और राष्ट्रपति के अधिकार-क्षेत्र से बाहर बताया। एक दिन पहले ही उच्चतम अदालत ने कॉलेजों में नस्ल-आधारित दाखिलों को नामंजूर कर दिया था। उच्चतम न्यायालय ने हार्वर्ड समेत अमरीका के दो विश्वविद्यालयों को नस्ल आधारित दाखिला बंद करने का निर्देश दिया। उच्चतम न्यायालय के ताज़ा फैसले को अमरीकी राष्ट्रपति और उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए एक और बड़ा राजनीतिक झटका माना जा रहा है। अमरीका में 2024 में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं और इसकी तैयारी में डेमोक्रेटिक पार्टी कई लोकलुभावन घोषणाएं कर रही है। लाखों छात्रों के शिक्षा ऋण को माफ करना भी इसी का हिस्सा था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने फोन पर द्विपक्षीय सहयोग और क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की : MMNN:30 Jun 2023 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की समीक्षा की और आपसी हित के क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। राष्ट्रपति पुतिन ने प्रधानमंत्री मोदी को रूस के हाल के घटनाक्रमों की जानकारी दी। यूक्रेन की स्थिति के बारे में विचार विमर्श के दौरान श्री मोदी ने इस मुद्दे को आपसी बातचीत और राजनयिक स्तर पर हल करने के अपने आह्वान को फिर दोहराया। दोनों ही नेता संपर्क बनाये रखने और दोनों देशों के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के प्रयास जारी रखने पर सहमत थे। चीन के राष्ट्रपति षी जिनफिंग चार जुलाई को भारत द्वारा आयोजित संघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में वर्चुअल माध्यम से भाग लेंगे : MMNN:30 Jun 2023 चीनी राष्ट्रपति षी जिनपिंग अगले सप्ताह भारत की मेजबानी में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के वर्चुअल शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। एक संक्षिप्त प्रेस विज्ञप्ति में, चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर राष्ट्रपति षी जिनपिंग 4 जुलाई को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से पेइचिंग में शंघाई सहयोग संगठन की 23वीं बैठक में भाग लेंगे और अपना महत्वपूर्ण संदेश देंगे। भारत की मेजबानी में हो रहे इस शिखर सम्मेलन में जिनपिंग की भागीदारी के बारे में यह पहली आधिकारिक घोषणा है। एससीओ एक प्रभावशाली आर्थिक और सुरक्षा संगठन है जो महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संगठन के रूप में उभरा है। इसकी स्थापना 2001 में शंघाई में एक शिखर सम्मेलन में हुई थी जिसमें रूस, चीन, किर्गिज़ गणराज्य, कजाकिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शामिल थे। 2017 में भारत और पाकिस्तान इसके स्थायी सदस्य बने। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी की 'मेक इन इंडिया' पहल का भारतीय अर्थव्यवस्था पर शानदार प्रभाव पड़ा है : MMNN:30 Jun 2023 रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम ने भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रत्यक्ष प्रभाव डाला है। श्री पुतिन ने मॉस्को में एक समारोह को सम्बोधित करते हुए यह बात कही। रूस के सरकारी अंतर्राष्ट्रीय न्यूज टेलीविजन नेटवर्क की रिपोर्ट के अनुसार रूस के राष्ट्रपति ने रूस में स्वदेशी उत्पाद और ब्राण्ड को प्रोत्साहित करने के लिये भारत का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रूस के अच्छे मित्र हैं। श्री मोदी ने कुछ वर्ष पहले मेक इन इंडिया की पहल की थी और इसका भारतीय अर्थव्यवस्था पर बहुत प्रत्यक्ष प्रभाव दिखाई दिया। भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने हाल ही में नई दिल्ली में कहा कि रूस-भारत की विशेष रणनीतिक भागीदारी की ताकत सामने आई है और यह तेजी से सशक्त बन रही है। नई दिल्ली में रूस के राष्ट्रीय दिवस को समर्पित सरकारी कार्यक्रम के दौरान रूसी राजदूत अलीपोव ने कहा कि प्रतिदिन रूस के बारे में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर झूठ सामने आते हैं और रूस-भारत संबंधों में बाधा उत्पन्न करने के प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन सच ये है कि भारत और रूस के संबध मजबूत होते जा रहे हैं। भारतीय मूल की आरती होला-मैनी को वियना में बाहरी अंतरिक्ष कार्यों के लिए संयुक्तराष्ट्र कार्यालय निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया : MMNN:28 Jun 2023 भारतीय मूल की उपग्रह उद्योग विशेषज्ञ आरती होला-मैनी को वियना में बाहरी अंतरिक्ष कार्यों के लिए संयुक्तराष्ट्र कार्यालय निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। संयुक्तराष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुतेरस ने कल उन्हें इस पद पर नियुक्त किया। पंजाब मूल की ब्रिटिश नागरिक आरती इटली की सिमोनिटा डि पिप्पो की जगह लेंगी। आरती होला-मैनी का अंतरिक्ष क्षेत्र में 25 वर्ष से अधिक का पेशेवर अनुभव है। वे भारतीय उपग्रह उद्योग संघ के सलाहकार बोर्ड की सदस्य हैं। बाहरी अंतरिक्ष मामलों का संयुक्त राष्ट्र कार्यालय अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग, अन्वेषण तथा सतत आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देने का काम करता है। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पश्चिमी देशों पर वैगनर समूह द्वारा विद्रोह के दौरान रूस के लोगों के बीच संघर्ष की इच्छा का आरोप लगाया : MMNN:27 Jun 2023 रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आरोप लगाया है कि यूक्रेन और उसके सहयोगी पश्चिमी देश चाहते थे कि वैगनर समूह द्वारा विद्रोह के दौरान रूस के लोग आपस में संघर्ष करे। विद्रोह के बाद राष्ट्र के नाम अपने पहले संदेश में पुतिन ने कहा कि उन्होंने रक्तपात को रोकने के आदेश जारी किये थे। उन्होंने कहा कि उनके दो दशक के शासनकाल में यह विद्रोह सबसे बड़ी चुनौती थी और अब वैगनर लड़ाकों को आम माफी दे दी गयी है। रूसी राष्ट्रपति ने कहा कि वैगनर लड़ाके रूसी सेना में शामिल हो सकते हैं, बेलारूस जा सकते हैं या फिर अपने घरों को लौट सकते हैं। पुतिन ने इस विद्रोह के दौरान मारे गये पायलटों को भी श्रद्धांजलि दी। सशस्त्र विद्रोह के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए पुतिन ने सुरक्षा अधिकारियों को भी धन्यवाद दिया। इस बीच, वैगनर विद्रोह को रोकने के लिए हुए समझौते के बावजूद इसके प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन के खिलाफ जांच की जा रही है। प्रिगोझिन ने एक संदेश में कहा है कि उन्होंने यह कदम रूस के सैन्य नेतृत्व के विरोध में उठाया था और यह तख्तापलट की कोशिश नहीं थी। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय मुसलमानों पर टिप्पणी के लिए पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की आलोचना की : MMNN:26 Jun 2023 रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय मुसलमानों पर टिप्पणी के लिए पूर्व अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की आलोचना की है। श्री सिंह ने कहा कि श्री ओबामा के शासनकाल में कई मुस्लिम देशों पर हमले किये गये। उन्होंने कहा कि श्री ओबामा को यह नहीं भूलना चाहिए कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जो दुनिया में रहने वाले सभी लोगों को परिवार का सदस्य मानता है। श्री सिंह का यह बयान अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के मीडिया साक्षात्कार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमरीकी राजकीय यात्रा पर की गई टिप्पणी के बाद आया है। श्री ओबामा ने भारत में मुसलमानों के अधिकारों की सुरक्षा को लेकर टिप्पणी की थी। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कल श्री ओबामा पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा कि उनके शासनकाल में अमरीका ने छह मुस्लिम बहुल देशों पर बमबारी की थी। रूस की निजी सैन्य कंपनी वैगनर का विद्रोह खत्म, बेलारूस के राष्ट्रपति की मध्यस्थता में हुआ समझौता : MMNN:25 Jun 2023 रूस की निजी सैन्य कंपनी वैगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने सरकार के साथ तनाव कम करने के लिए हुए समझौते के तहत अपने सैनिकों को पड़ोसी देश बेलारूस जाने का आदेश दिया है। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय-क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने घोषणा की कि वैगनर सैनिकों के बेलारूस जाने पर येवगेनी प्रिगोझिन के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह का मामला नहीं चलाया जाएगा और विद्रोह में शामिल सैनिकों को भी मुकदमे का सामना नहीं करना पड़ेगा। प्रवक्ता ने कहा कि विद्रोह में शामिल न हुए वैगनर लड़ाकों को रक्षा मंत्रालय अनुबंध पर रखेगा। प्रिगोझिन ने कहा कि उसने अपने सैनिकों को मॉस्को की तरफ बढ़ने से रोकने और यूक्रेन में सैन्य शिविरों में वापस लौटने का आदेश दिया है जहां वे रूसी सैनिकों के साथ मिलकर लड़ रहे थे। इस समझौते की मध्यस्थता बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने की। इस बीच, प्रिगोझिन ने रूस के रक्षामंत्री सेर्गेई शोईगु को पद से हटाने की मांग की है। श्री शोईगु ने यूक्रेन युद्ध में प्रिगोझिन के व्यवहार की आलोचना की थी। इससे पहले, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने सशस्त्र विद्रोह करने वालों को कड़ी सजा देने की बात कही थी। प्रिगोझिन की निजी सेना ने राजधानी मॉक्सो की ओर बढ़ने से पहले दक्षिणी रूस में सेना के प्रमुख ठिकानों पर कब्जा कर लिया था। टेलिविजन पर राष्ट्र के नाम अपने संदेश में, श्री पुतिन ने विद्रोह को "धोखा" और "राष्ट्रद्रोह" बताया था। रूस ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान 16 महीने पहले शुरु किया था। यूक्रेन के पूर्वी शहर बाखमुट पर कब्जा करने में वैगनर सैनिकों की बड़ी भूमिका रही है। सबसे लंबा और खूनी संघर्ष इसी इलाक़े में हुआ था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाशिंगटन डीसी में गूगल के सीईओ, अमेजन के सीईओ और बोइंग के सीईओ से मुलाकात की : MMNN:24 Jun 2023 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अमरीका की तीन बड़ी कंपनियों गूगल, अमेजन और बोइंग के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों से मुलाकात की। गूगल के सुंदर पिचाई ने श्री मोदी से कहा कि गूगल भारत में डिजिटलीकरण कोष में 10 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है। उन्होंने यह घोषणा भी की कि गूगल अपना वैश्विक फिनटेक ऑरपरेशन केंद्र गुजरात के गिफ्ट सिटी में खोलेगा। श्री पिचाई ने कहा कि डिजिटल इंडिया का प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण अन्य देशों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है। अमेजन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एंड्र्यू जेस्सी ने कहा कि उनकी कंपनी भारत के सबसे बड़े निवेशकों में है और अमेजन भारत में पहले ही 11 अरब डॉलर का निवेश कर चुकी है। श्री जेस्सी ने कहा कि इस निवेश में 15 अरब डॉलर की और वृद्धि की जाएगी। बोइंग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री डेविड कैलहून ने कहा कि श्री मोदी का भारत के विकास के प्रति जुनून सबसे महत्वपूर्ण बात है। उन्होंने कहा कि विमानन क्षेत्र में श्री मोदी की विशेष दिलचस्पी है। उन्होंने कहा कि तकनीक और प्रौद्योगिकी के साथ नेतृत्व की पारदर्शिता किसी भी देश के लिए बेशकीमती होती है। प्रधानमंत्री और अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच व्हाइट हाउस में द्विपक्षीय वार्ता जारी : MMNN:22 Jun 2023 अमरीकी राष्ट्रपति ने अपने भाषण में कहा कि अमरीका और भारत के बीच संबंध 21वीं सदी के ऐतिहासिक संबंधों में से एक है। उन्होंने कहा कि श्री मोदी की राजकीय यात्रा की मेजबानी करने वाले अमरीका के पहले राष्ट्रपति बनने पर उन्हें गर्व है। श्री बाइडेन ने कहा कि आज जो चुनौतियां और अवसर हैं उनमें भारत और अमरीका को मिलकर काम करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दोनों देश गरीबी, जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा जैसी समस्याओं का मिलकर समाधान करने के प्रयास कर रहे हैं। अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन ने उनकी अगवानी की। इस मौके पर भारत और अमरीका का राष्ट्रीय गान बजाया गया। अमरीका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के नेतृत्व में व्हाइट हाउस परिसर में एक अमरीकी प्रतिनिधिमंडल ने भी प्रधानमंत्री का स्वागत किया। इस अवसर पर विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, विदेश सचिव विनय क्वात्रा और अमरीका में भारतीय राजदूत तरणजीत संधु उपस्थित थे। प्रधानमंत्री को देखने और उनका स्वागत करने के लिए बडी संख्या में प्रवासी भारतीय समुदाय के लोग भी व्हाइट हाउस पहुंचे थे। प्रधानमंत्री मोदी और अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो चुकी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का व्हाइट हाउस में भव्य स्वागत : MMNN:22 Jun 2023 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि भारत और अमरीका के बीच मैत्री से शीत युद्ध के बाद के युग में समूचे विश्व की शक्ति बढाने में मदद मिलेगी। आज शाम वाशिंगटन डीसी में व्हाइट हाउस में भव्य स्वागत के अवसर पर अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमरीका विश्व कल्याण और शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए मिलकर काम करने के प्रति वचनबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि भारत और अमरीका को अपनी विविधता पर गर्व है और वे सबका हित, सबके कल्याण के मूलभूत सिद्धान्त में विश्वास रखते हैं। श्री मोदी ने कहा कि वे अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ आपसी बातचीत के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि बातचीत सकारात्मक होगी। श्री मोदी ने अपने भव्य स्वागत, अमरीकी राष्ट्रपति के दूरदर्शी भाषण और मित्रता के लिए श्री बाइडेन का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि यह भव्य समारोह भारत के एक अरब चालीस करोड लोगों तथा चालीस लाख अनिवासी भारतीयों का सम्मान है। आज दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में समारोह का नेतृत्व करेंगे : MMNN:21 Jun 2023 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत की संस्कृति समाजिक संरचना आध्यामिकता और आदर्श हमेशा से लोगों को जोडने अपनाने और अंगीकार करने वाली उन परंपराओं को पोषित वाले रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर एक वीडियो संदेश के माध्यम से लोगों को बधाई देते हुए श्री मोदी ने कहा कि योग एक स्वस्थ ओर शक्तिशाली समाज बनाता है जहां सामूहिक ऊर्जा कहीं अधिक होती है। उन्होंने कहा कि योग के नियमित योग करने वालों को स्वस्थ्य आयुष बल-मिलता है। प्रधानमंत्री आज शाम साढे पांच बजे संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग दिवस समारोह में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि योग दिवस पर 180 देशों का मिलकर योग दिवस मनाना ऐतिहासिक और अभूतपूर्ण है। उन्होंने कहा कि योग ग्लोबल स्प्रीट बन गया है और पूरे विश्व में वसुधैव कुटुंबकम का संदेश फैला रहा है। श्री मोदी ने कहा कि वसुधैव कुटुंबकम की भावना का ध्यान रखते हुए इस वर्ष जी-20 शिखर सम्मेलन का विषय -एक पृथ्वी, एक परिवार और एक भविष्य रखा गया है। प्रधान मंत्री ने योग के ओशन रिंग के विचार पर प्रकाश डाला जो योग दिवस को और भी विशेष बनाता है। श्री मोदी ने कहा कि यह योग के विचार और समुद्र के विस्तार के बीच पारस्परिक संबंध पर आधारित है। उन्होंने जल स्रोतों का उपयोग कर सेना के जवानों द्वारा बनाई गई 'योग भारतमाला और योग सागरमाला' पर भी प्रकाश डाला। श्री मोदी ने कहा कि भारत के आर्कटिक से लेकर अंटार्कटिका तक के दो रिसर्च बेस भी योग से जुड़े हुए हैं। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस अनोखे उत्सव में देश और दुनिया के करोड़ों लोगों का इतने सहज तरीके से शामिल होना योग की विशालता और प्रसिद्धि को दर्शाता है। अमरीकी राजनेता, नागरिक और भारतीय प्रवासी समुदाय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का शानदार स्वागत करने के लिए उत्सुक : MMNN:17 Jun 2023 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आगामी अमरीका यात्रा के दौरान अमरीकी राजनेता, प्रभुध नागरिक और भारतीय प्रवासी समुदाय उनका शानदार स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं। कांग्रेस सदस्य ग्रेग्री मीक्स ने कहा कि वे श्री मोदी को कांग्रेस की संयुक्त बैठक के दौरान सुनने के लिए उत्सुक हैं। इस बैठक में श्री मोदी भारत, भारत और अमरीकी संबंध, हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में शांति, समृद्धि, लोकतांत्रिक मूल्य और स्थिरता पर अपने विचार रखेंगे। कांग्रेस सांसद ग्रैग लैंड्समैन ने कहा कि वह अगले सप्ताह श्री मोदी के वाशिंग्टन आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमरीका और दुनियाभर में लोकतंत्र मजबूत करने के प्रयासों में भारत महत्वपूर्ण भागीदार है। डेलावेयर के गवर्नर जॉन कार्ने ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा भारत और अमरीका के आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करेगी। कांग्रेस सदस्य ट्रॉय कार्टर ने कहा कि अमरीका और भारत के संबंध महत्वपूर्ण थे और दोनों देश औषधि, प्रौद्योगिकी तथा सतत विकास जैसे क्षेत्रों में एक साथ हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने शहीद शांति रक्षकों के लिए नया स्मारक स्थापित करने के भारत के प्रस्ताव को स्वीकार किया : MMNN:15 Jun 2023 संयुक्त राष्ट्र महासभा ने कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हुए शांति रक्षकों के लिए नई स्मारक दीवार स्थापित करने के भारत के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में शहीद शांति रक्षकों के लिए एक स्मारक दीवार स्थापित करने का प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव को रिकॉर्ड 190 सह-प्रस्तावक मिले हैं। यह भारत के योगदान और मंशा पर भरोसे का प्रमाण है। संयुक्त राष्ट्र के शहीद शांति रक्षक स्मारक दीवार प्रस्ताव का प्रारूप संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थायी प्रतिनिधि रूचिरा कम्बोज ने कल महासभा में रखा था और इसे आम सहमति से स्वीकार किया गया। सुश्री कम्बोज ने कहा कि स्मारक दीवार संयुक्त राष्ट्र के शांति स्थापना प्रयासों का प्रमाण होगी। उन्होंने कहा कि यह शहीदों के बलिदान को याद करायेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक ट्वीट में इस प्रस्ताव के स्वीकार होने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने प्रस्ताव का समर्थन करने वाले 190 सह-प्रस्तावकों का आभार व्यक्त किया। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दुरुपयोग की निगरानी के लिए एक अंतरराष्ट्रीय संगठन स्थापित करने का आह्वान किया : MMNN:14 Jun 2023 संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की तरह ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस-कृत्रिम बुद्धिमत्ता संबंधी गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन स्थापित करने का समर्थन किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने आगाह किया है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता का इस्तेमाल गलत सूचना और नफरत फैलाने के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस तकनीकी प्रगति का उपयोग कुछ अच्छे कामों के लिए भले ही हो रहा हो पर इससे लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिए खतरा भी उत्पन्न हो गया है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐसी तस्वीरें और वीडियो बना सकता है जो लोगों की नकल हो सकती है। गलत सूचना और असली जैसी लगने वाली फर्ज़ी सामग्री-डीप फेक उत्पन्न करने की इसकी क्षमता पर चिंता व्यक्त की जा रही है। श्री गुटेरेस ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की नियमित समीक्षा, मानवाधिकारों की रक्षा, विधि सम्मत शासन और लोक भलाई के लिए इस साल के अंत तक इस पर एक उच्च-स्तरीय सलाहकार समिति गठित करने की योजना की घोषणा की। उन्होंने इस मुद्दे पर ब्रिटेन में एक शिखर सम्मेलन आयोजित करने की योजना का समर्थन किया। श्री गुटेरेस ने कहा कि इससे पहले इस पर गंभीरता से कदम उठाना चाहिए। जापान के उत्तरी प्रान्त होक्काइडो में कल 6.2 तीव्रता के भूकम्प के झटके महसूस किए गए : MMNN:12 Jun 2023 जापान के उत्तरी प्रान्त होक्काइडो में कल भूकम्प के झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर भूकम्प की तीव्रता 6.2 मापी गई। पुलिस और अन्य स्थानीय अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल जानमाल के किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने बताया कि भूकम्प के कारण सुनामी की कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। भूकंप का केंद्र उराकावा शहर में सतह से 140 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। एजेंसी ने बताया कि चिटोज और अत्सुमाचो शहरों सहित अधिकांश द्वीपों में भी भूकम्प के झटके महसूस किए गए। गोपनीय दस्तावेजों को रखने के मामले में अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को 37 मामलों में आरोपी बनाया गया : MMNN:10 Jun 2023 अमरीका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। उन्हें पद छोड़ने के बाद गोपनीय दस्तावेजों को रखने के 37 मामलों में आरोपी बनाया गया है। न्याय विभाग का दावा है कि जनवरी 2021 में ट्रंप व्हाइट हाउस छोड़ते समय ये बेहद गोपनीय फाइलें अपने साथ ले गए थे। ट्रम्प के खिलाफ आरोपों में जानबूझकर राष्ट्रीय रक्षा जानकारी को बनाए रखना, न्याय में बाधा डालने की साजिश, दस्तावेजों को गलत तरीके से छिपाना और झूठे बयान देना शामिल हैं। न्याय विभाग के विशेष वकील जैक स्मिथ के हर आरोप में 20 साल तक की जेल हो सकती है। ट्रंप के सहयोगी वॉल्ट नौटा को दस्तावेजों को छिपाने में ट्रम्प की मदद करने के छह मामलों में आरोपी बनाया गया है। भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात ने कल ओमान की खाडी में तीन देशों का पहला नौसैनिक अभ्यास सफलतापूर्वक पूरा : MMNN:09 Jun 2023 भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात ने कल ओमान की खाडी में तीन देशों का पहला नौसैनिक अभ्यास सफलतापूर्वक पूरा किया। दो दिन का यह अभ्यास सात जून को शुरू हुआ था। इसमें तीनों देशों के नौसैनिकों ने हिस्सा लिया। इसका लक्ष्य भागीदार देशों के बीच समुद्री सुरक्षा और परस्पर कार्रवाई अभियान को बल प्रदान करना था। इस दौरान नौसैनाओं ने उत्कृष्ट पद्धतियों का आदान-प्रदान किया। भारत की ओर से गाइडेड मिसाइल बेडे, आई एन एस-तरकश ने हिस्सा लिया। भारत, फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात के बीच बढते सहयोग की दिशा में प्रथम समुद्री अभियान महत्वपूर्ण है। इससे समुद्री व्यापार और नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के क्षेत्र में सहयोग बढेगा। विदेश मंत्री डॉ. सुब्रहमण्यम जयशंकर ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या पर कनाडा में जश्न मनाये जाने की निंदा की। : MMNN:08 Jun 2023 विदेश मंत्री डॉ. सुब्रहमण्यम जयशंकर ने कनाडा में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या को दर्शाते हुए जश्न मनाये जाने की घटना की निंदा की है। आज नई दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत में डॉ. जयशंकर ने कहा कि कनाडा में अलगाववादियों, चरमपंथियों और हिंसा की वकालत करने वाले को समर्थन दिया जाना दोनों देशों के संबंधों के लिए अच्छा नहीं है। श्री जयशंकर ने कहा कि भारत यह नहीं समझ पा रहा है कि ऐसा क्यों किया गया। अगले सप्ताह कनाडा सरकार द्वारा निर्वासन का सामना करने जा रहे करीब सात सौ भारतीय छात्रों के बारे में डॉ. जयशंकर ने कहा कि कनाडा के अधिकारियों की ओर से उन छात्रों को दंडित करना अनुचित है। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय और कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने इस मुद्दे को उठाया है। उन्होंने कहा कि इन छात्रों ने कुछ गलत नहीं किया है तो भारत सरकार इस मुद्दे के समाधान के लिए कनाडा सरकार पर दबाव डालेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- बिम्सटेक समूह, क्षेत्रीय विकास के लिए भारत की वचनबद्धता दर्शाता है : MMNN:06 Jun 2023 बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी और आर्थिक सहयोग पहल - बिम्सटेक समूह के नेताओं ने क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहरायी है। बिम्सटेक की 26वीं वर्षगांठ के अवसर पर समूह के नेताओं ने आज संदेश जारी किए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संदेश में कहा कि बिम्सटेक फ्रेमवर्क भारत की प्रतिबद्धता है। इसके अन्तर्गत समानता और मित्रता की भावना और संयुक्त प्रयासों से क्षेत्र के तेजी से विकास के लिए एक सक्षम वातावरण बनाना है। उन्होंने कहा कि समुद्री सहयोग समझौते के वर्तमान प्रयास और पूरे क्षेत्र में मोटर वाहनों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए एक समझौता हमारी सामूहिक सुरक्षा, कनेक्टिविटी और समृद्धि के लिए बंगाल की खाड़ी के महत्व को स्पष्ट करता है। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने यूक्रेन युद्ध के कारण उत्पन्न आर्थिक संकट की चुनौतियों का सामना करने के लिए क्षेत्रीय सहयोग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बिम्सटेक को एक परिणाम-संचालित संगठन में बदलने में मदद करने के लिए बांग्लादेश की प्रतिबद्धता को दोहराया। 1997 में स्थापित बिम्सटेक एक क्षेत्रीय संगठन है। इसमें बांग्लादेश, भूटान, भारत, नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड सहित सात सदस्य देश शामिल हैं। इसका मुख्यालय ढाका में है। भारतीय मूल के अमरीकी अजय बांगा ने विश्व बैंक के 14वें अध्यक्ष का पदभार संभाला : MMNN:03 Jun 2023 भारतीय मूल के अमरीकी अजय बांगा ने कल विश्व बैंक के 14वें अध्यक्ष का पदभार संभाला। विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशक रहे 63 वर्षीय श्री बांगा का कार्यकाल पांच वर्ष का होगा। श्री अजय बांगा भारतीय मूल के पहले अमरीकी हैं जो विश्व बैंक के अध्यक्ष बने हैं। उन्होंने डेविड मैलपस का स्थान लिया है। ओडिसा में बालेश्वर रेल दुर्घटना में राहत कार्य जारी; मृतकों की संख्या दो सौ इकसठ हुई : MMNN:03 Jun 2023 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राहत कार्यों का जायज़ा लेने के लिए दोपहर बाद ओडिसा में बालेश्वर दुर्घटना स्थल का दौरा करेंगे। वे कटक के एस.सी.बी. मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में घायलों से मिलेंगे। दक्षिण-पूर्व रेलवे ने बताया कि बचाव कार्य पूरा हो चुका है। रेलवे ने अपने बुलेटिन में बताया कि दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 261 हो गई है और लगभग 900 लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की आशंका है। ओडिसा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने बताया कि शवों की पहचान निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार की गई है। पहचान के बाद कुछ शव परिजनों को सौंप दिए गए हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव दुर्घटना स्थल पर हैं और राहत कार्यों का निरीक्षण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बचाव और राहत कार्य, घायलों के समुचित उपचार और यात्रियों के परिजनों तक जानकारी पहुंचाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बचाव कार्य अब पूरा हो चुका है और राहत कार्य जारी हैं। रेल मंत्री ने बताया कि दुर्घटना की उच्च स्तरीय जांच कराई जाएगी। इसके अलावा रेल सुरक्षा आयुक्त भी स्वतंत्र रूप से जांच करेंगे। जांच पूरी होने के बाद ही दुर्घटना के सही कारणों का पता चल सकेगा। यह घटना कल शाम सात बजे हुई जब शालीमार-हावडा कोरोमंडल एक्सप्रेस बहनागा स्टेशन पर एक मालगाड़ी से टकराने के बाद पलट गई। इसके कुछ मिनट बाद ही इसी स्थान पर बंगलुरू-हावड़ा सुपरफास्ट ट्रेन भी पटरी से उतर गई। ओडिसा के विशेष राहत आयुक्त कार्यालय ने आपात नियंत्रण कक्ष नम्बर जारी किया है - 6782 2622 86 पर डायल करके जरूरी जानकारी ली जा सकती है। इसके अलावा रेलवे ने चार हेल्पलाइन नम्बर जारी किए हैं - हावडा के लिए - 0332 2638 2217, खड़गपुर के लिए - 8972 0739 25, 9332 3923 39, बालेश्वर के लिए - 8249 5915 59, 7978 4183 22 और शालीमार के लिए - 9903 3707 46. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मृतकों के निकट परिजनों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि और घायलों के लिए 50 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि मृतकों के निकट परिजनों को दस-दस लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को दो-दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को पचास-पचास हजार रुपये दिए जाएंगे। पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संपादकों और समाचार निदेशकों के संगठन ने देश से पत्रकारों के गायब होने पर चिंता व्यक्त की : MMNN:01 Jun 2023 पाकिस्तान में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया संपादकों और समाचार निदेशकों के संगठन (एईएमईएनडी) ने देश से पत्रकारों के गायब होने पर चिंता व्यक्त की है। एक पाकिस्तानी दैनिक पत्रिका की खबर के अनुसार पाकिस्तान में पत्रकारों की दयनीय स्थिति गंभीर चिंता का विषय बनी हुई है। एईएमईएनडी ने अघोषित सेंसरशिप और सरकारी और राज्य संस्थान द्वारा मीडिया में अनुचित हस्तक्षेप के प्रति चेतावनी भी दी है। संगठन ने देश में संचार माध्यम की चुनौतियों पर मंगलवार को एक आपातकालीन बैठक बुलाई। पत्रकारों के लिए पाकिस्तान अत्यधिक खतरनाक देशों में से एक बना हुआ है। एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में पत्रकारों की आतंकवादियों, विद्रोहियों और राज्य के अज्ञात तत्वों द्वारा हत्याएं की गई। इन हत्याओं के पीछे आम अवधारणा यह है कि सत्य और न्याय काल्पनिक हैं और हत्यारे स्वतंत्र घूम रहे हैं जबकि पीड़ित परिवार जवाब की उम्मीद लगाए हुए हैं। भारत की जी 20 की अध्यक्षता के अंतर्गत आज से स्विट्जरलैंड में जिनेवा में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन मुख्यालय में तीसरी रोजगार कार्यदल की बैठक : MMNN:31 may 2023 भारत की जी 20 की अध्यक्षता के अंतर्गत आज से स्विट्जरलैंड में जिनेवा में अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन मुख्यालय में तीसरी रोजगार कार्यदल की बैठक आयोजित की जा रही है। रोजगार कार्यसमूह की शुरूआत से यह परंपरा रही है कि जिनेवा में वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन के आयोजन के दौरान कार्यसमूह की बैठक आयोजित की जाती है। बैठक में बीस जी20 के सभी सदस्य देशों, नौ अतिथि देशों और चार अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के 78 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। भारत ने ब्रिटेन से भारतीय राजनयिक मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के दुरूपयोग पर रोक लगाने को कहा : MMNN:29 may 2023 विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भारत यात्रा पर आए ब्रिटेन के विदेश मंत्री तारिक अहमद से ब्रिटेन में भारत के राजनयिक मिशनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा लोकतांत्रिक स्वतंत्रता के दुरूपयोग को रोकने को कहा है। उन्होंने यह बात मार्च में खालिस्तान समर्थकों द्वारा लंदन में भारतीय उच्चायोग में हुए तोड-फोड के सिलसिले में कही। विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास मामलों के राज्य मंत्री तारिक अहमद के साथ बैठक में मुक्त व्यापार समझौते और दक्षिण एशिया से लेकर हिन्द-प्रशांत जी-20 जैसे कई मुद्दों पर भी चर्चा की। तीस से अधिक देशों के राजनयिकों ने अबू धाबी में निर्माणाधीन बी ए पी एस हिन्दू मंदिर का दौरा किया : MMNN:26 may 2023 तीस से अधिक देशों के राजनयिकों ने कल अबू धाबी में निर्माणाधीन बी ए पी एस हिन्दू मंदिर का दौरा किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2018 में इस मंदिर की आधारशिला रखी थी। संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर के निमंत्रण पर राजनयिकों ने मंदिर परिसर का अवलोकन किया। बी ए पी एस हिन्दू मंदिर दुनिया के सभी हिस्सों और संस्कृतियों से आने वाले सद्भाव तथा सह-अस्तित्व का प्रतिनिधित्व करता है। इस अवसर पर श्री संजय सुधीर ने मंदिर की आधारशिला रखे जाने के बाद से अब तक हुई प्रगति के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मंदिर परियोजना को भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच घनिष्ठ, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का प्रतीक बताया। श्री संजय सुधीर ने दोनों देशों के बीच लंबे समय से चली आ रही मित्रता का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत और संयुक्त अरब अमीरात ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और व्यवसायिक मूल्यों को साझा करते हैं। राजदूत ने संयुक्त अरब अमीरात नेतृत्व की सहिष्णुता और उदारता की प्रशंसा भी की। उन्होंने भरोसा जताया कि यह मंदिर संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय समुदाय, विशेषकर साधु-संतों और बीएपीएस के स्वंय सेवकों की सामूहिक अभिलाषाओं को प्रदर्शित करता है, जो बिना थके, बिना रुके शांति और सौहार्द के साथ मंदिर के निर्माण में लगे हुए हैं। विदेश मंत्री डॉ0 सुब्रमण्यम जयशंकर ने एक वीडियो प्रजेन्टेशन के माध्यम से संयुक्त अरब अमीरात और शेष विश्व के लिए इस मंदिर के महत्व को उजागर किया। उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात के नेतृत्व के प्रति आभार प्रकट किया। डॉ0 जयशंकर ने कहा कि बीएपीएस हिन्दू मंदिर का निर्माण हृदय को छूने वाला और जीवन की आकांक्षाओं को पूर्ण करने वाला अवसर है। बीएपीएस हिन्दू मंदिर का निर्माण कार्य फरवरी 2024 तक होने की संभावना है। फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डीसेन्टिस ने 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की : MMNN:25 may 2023 अमेरिका में फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसांटिस ने आधिकारिक रूप से देश के राष्ट्रपति के लिए रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन के लिए अपनी उम्मीदवारी घोषित की है। श्री डेसांटिस ने सोशल मीडिया साइट ट्वीटर के मालिक एलन मस्क को करीब एक घंटे तक दिए गए साक्षात्कार में इस खबर का खुलासा किया। श्री डेसांटिस ने संघीय निर्वाचन आयोग को अपने संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत किए। श्री डेसांटिस को कई महीनों से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रमुख प्रतिद्वंदी के रूप में देखा जा रहा है। श्री ट्रंप भी अगले वर्ष होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुकाबले के लिए रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन के अन्य उम्मीदवारों में सीनेटर टीम स्कॉट, संयुक्त राष्ट्र में पूर्व दूत निक्की हेली और उद्यमी विवेक रामास्वामी शामिल हैं। पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस के भी राष्ट्रपति नामांकन के लिए अभियान शुरू करने की संभावना है। श्री पेंस ने ट्रंप शासन के दौरान उपराष्ट्रपति के रूप में कार्य किया था। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने कहा कि नाटो सदस्य बनने की देश की कोई योजना नहीं है : MMNN:24 may 2023 जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने आज कहा कि नाटो सदस्य बनने की देश की कोई योजना नहीं है, लेकिन उन्होंने जापान में एक सम्पर्क कार्यालय खोलने संबंधी सुरक्षा गठबंधन की योजना की बात को स्वीकार किया। किशिदा की यह टिप्पणी अमरीका में जापान के राजदूत कोजी तोमिता की टिप्पणी के बाद आई है। इस महीने की शुरुआत में कोजी तोमिता ने कहा था कि तोक्यो और नाटो इस क्षेत्र में परामर्श में सुविधा पहुंचाने के लिए एशिया के पहले कार्यालय खोलने की दिशा में काम कर रहे हैं। नाटो कार्यालय खोलने की संभावना से किशिदा का इंकार नहीं करने के बाद चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दिखाई है। पेइचिंग ने कहा है कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र नाटो की योजना का स्वागत नहीं करता है। गुयाना में, जॉर्जटाउन से लगभग 200 मील दूर स्कूल में आग लगने से 19 बच्चों की मृत्यु हो गई : MMNN:23 may 2023 गुयाना की राजधानी जॉर्जटाउन से लगभग दो सौ मील दूर स्थित महदिया सैकेंडरी विद्यालय वाले आंतरिक पहाडी नगर में आग लगने के कारण 19 बच्चों की मृत्यु हो गई। राष्ट्रीय अग्नि विभाग की प्रवक्ता ने पहले की सूचना के विपरीत बताया कि इस आग की घटना में बीस लोगों की मृत्यु हुई है। खबरों के अनुसार मरने वालों में 18 लड़कियां और देखरेख करने वाले कर्मचारी का एक पुत्र शामिल है। गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली ने एक वक्तव्य में बताया कि यह आग की घटना त्रासदीपूर्ण, दुखद और भयंकर है। इस बीच सरकार ने स्थानीय राहत कर्मियों की मदद करने के लिए उपकरणों और कर्मियों वाले विमानों सहित चिकित्सीय आपातकालीन कार्यकारी योजना स्थापित की है। इस घटना में अधिक घायल बच्चों को जॉर्जटाउन पहुंचाया गया है और अन्य को महदिया जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का पापुआ न्यू गिनी पहुंचने पर भव्य स्वागत : MMNN:22 may 2023 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के दूसरे चरण में आज पापुआ न्यू गिनी पहुंचे। पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने उनका स्वागत किया। श्री मोदी कल पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री के साथ भारत-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग फोरम के तीसरे शिखर सम्मेलन की संयुक्त रूप से मेजबानी करेंगे। इस फोरम को नवंबर 2014 में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की फिजी यात्रा के दौरान शुरू किया गया था। इस फोरम में भारत और चौदह भारत-प्रशांत द्वीप देश शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पापुआ न्यू गिनी के गर्वनर जनरल बॉब डोडाय और प्रधानमंत्री जेम्स मरापे के साथ चर्चा करेंगे। भारत के किसी भी प्रधानमंत्री की यह पहली पापुआ न्यू गिनी यात्रा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ हिरोशिमा में द्विपक्षीय मुद्दों पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने भारत और ब्रिटेन के बीच सामरिक साझेदारी की समीक्षा की और दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौता वार्ता में हुई प्रगति का जायजा लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लूला डि सिल्वा के साथ भी चर्चा की। एक ट्वीट में श्री मोदी ने कहा कि व्यापारिक संबंधों को और अधिक बेहतर बनाने के लिए भारत और ब्राजील परस्पर मिलकर काम करते रहेंगे। उन्होंने कृषि और रक्षा क्षेत्र के अलावा विविध क्षेत्रों में आपसी सहयोग पर भी चर्चा की। दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय विकास के मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। यह दोनों नेताओं के बीच पहली बैठक थी। जापान के हिरोशिमा में जी-7 शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शांतिपूर्ण, स्थायी और समृद्धशाली विश्व विषय पर आयोजित कार्यकारी सत्र में भी हिस्सा लिया। सत्र के संबोधन में श्री मोदी ने कहा कि यूक्रेन मानवता और मानवीय मूल्यों से जुडा हुआ विषय है। उन्होंने कहा कि भारत का हमेशा से मानना है कि किसी भी तनाव या विवाद का हल समाधान बातचीत के जरिए शांतिपूर्ण तरीके से होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्तमान वैश्विक परिस्थिति में खाद्य, ईंधन और उर्वरक संकट के गंभीर असर का सामना विकासशील देशों को करना पडा है। उन्होंने कहा कि सभी देशों के लिए यह जरूरी है कि वे संयुक्त राष्ट्र के चार्टर, अंतर्राष्ट्रीय कानून एवं संप्रभुता और सभी राष्ट्रों की क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करें। इससे पहले आज प्रधानमंत्री हिरोशिमा में शांति स्मारक संग्रहालय गए। वहां उन्होंने प्रदर्शित दस्तावेज देखे और आगन्तुक पुस्तिका में संदेश भी लिखा। अमेरिकी राष्ट्रपति की भागीदारी करने से इंकार करने के बाद क्वाड नेताओं की बैठक रद्द कर दी गई है : MMNN:17 may 2023 क्वाड नेताओं की बैठक अगले सप्ताह सिडनी में होनी थी। इस बैठक में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की भागीदारी करने से इंकार करने के बाद यह बैठक रद्द कर दी गई। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने इसकी घोषणा की। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान तथा भारत के नेताओं की बैठक इस महीने की 24 तारीख को सिडनी में होनी थी। श्री बाइडेन 23 मई को संघीय संसद को संबोधित करने वाले थे। प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने कहा कि उनकी सप्ताहांत में जापान में जी-7 शिखर सम्मेलन में श्री बाइडेन, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ बैठक होने की आशा है। श्री अल्बनीज ने कहा कि ये नेता इस अविध के दौरान एक-दूसरे से मिलने की कोशिश करने के साथ राष्ट्रपति बाइडेन के साथ द्विपक्षीय चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ऑस्ट्रेलिया नहीं पहुंचेंगे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी निर्धारित द्विपक्षीय बैठक के लिए सिडनी की यात्रा करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि वे क्वाड नेताओं के शिखर सम्मेलन के लिए ऑस्ट्रेलिया की यात्रा नहीं करेंगे। श्री बाइडन ने पापुआ न्यू गिनी की अपनी यात्रा को भी रद्द कर दिया है। मंगलवार शाम को व्हाइट हाउस में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि गहराते घरेलू राजनीतिक और आर्थिक संकट तथा ऋण के कारण कांग्रेस के नेताओं में बढ़ते गतिरोध के कारण वे जापान के जी-7 शिखर सम्मेलन में भागीदारी करने के बाद वाशिंगटन लौट आएंगे। भारत और बांग्लादेश ने लॉन्च किया '50 स्टार्ट-अप एक्सचेंज प्रोग्राम' : MMNN:16 may 2023 भारत और बांग्लादेश के बीच पचास स्टार्टअप्स के आदान-प्रदान कार्यक्रम के तहत दस स्टार्टअप कंपनियों का पहला समूह 8 से 12 मई तक भारत की पांच दिवसीय सफल यात्रा के बाद ढाका लौट गया है। यह स्टार्टअप्स कई अलग अलग क्षेत्रों से आते हैं। इनमें ई-कॉमर्स, स्वास्थ्य, परिवहन, लॉजिस्टिक, ऊर्जा, शिक्षा और कौशल विकास से संबंधित स्टार्टअप्स शामिल हैं। इस कार्यक्रम के तहत बांग्लादेश के पचास स्टार्टअप्स और भारत के पचास स्टार्टअप्स एक-दूसरे के देश में यात्राएं करेंगे और साझा सहयोग को विस्तार देंगे। इसके अलावा व्यापारिक संबंधों को बढावा देना, ज्ञान और अनुभव साझा करना तथा युवाओं का उत्साहवर्धन और उद्यम संबंधी सहयोग करना भी इस कार्यक्रम के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल हैं। इस कार्यक्रम की परिकल्पना प्रधानमंत्री के द्वारा दोनों देशों की हाल के द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के दौरान की गई थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने की 19 तारीख को तीन देशों - जापान, पापूआ न्यू गिनी और आस्ट्रेलिया के दौरे पर जायेंगें। : MMNN:16 may 2023 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस महीने की 19 तारीख को तीन देशों - जापान, पापूआ न्यू गिनी और आस्ट्रेलिया के दौरे पर जायेंगें। वे इस महीने की 19 से 21 तारीख तक जापान में हिरोशिमा की यात्रा करेंगें। श्री मोदी जापान के प्रधानमंत्री किशिदा फुमियो के निमंत्रण पर जी-7 शिखर बैठक में हिस्सा लेंगें। बैठक के दौरान प्रधानमंत्री भागीदार देशों के साथ जी-7 के विभिन्न सत्रों में हिस्सा लेंगें। इन बैठकों में धरती पर शांति, स्थिरता और भोजन, उर्वरक तथा ऊर्जा सुरक्षा जैसे विषयों पर चर्चा होगी। श्री मोदी शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले कुछ नेताओं के साथ आपसी बैठक भी करेंगें। विदेश मंत्रालय ने बताया है कि प्रधानमंत्री जापान से पापुआ न्यू गिनी में पोर्ट मोरेस्बी के लिए रवाना होंगें। वे इस महीने की 22 तारीख को पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे के साथ संयुक्त रूप से हिन्द-प्रशांत द्वीप समूह सहयोग मंच के तीसरे शिखर सम्मेलन का उदघाटन सकेंगें। बाद में श्री मोदी 22 मई को आस्ट्रेलिया में सिडनी के लिए रवाना होंगें। वे वहां क्वाड शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगें। इसमें क्वाड नेताओं को हिन्द प्रशान्त क्षेत्र की घटनाओं पर विचारों का आदान-प्रदान करने और इस क्षेत्र को स्वतंत्र, मुक्त और समावेशी बनाने के अपने लक्ष्य को आगे बढाने का अवसर मिलेगा। सिडनी में तीन दिन के प्रवास के दौरान इस महीने की 24 तारीख को प्रधानमंत्री आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बांसे के साथ आपसी बैठक करेंगें। श्री मोदी 23 मई को आस्ट्रेलिया की विभिन्न कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों और व्यापार प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगें और वहां स्थित भारतीय समुदाय को सम्बोधित करेंगें। म्यांमार में चक्रवाती तूफान मोखा के कारण रखाईन प्रांत में संचार सेवाएं अवरूद्ध हुई : MMNN:15 may 2023 म्यांमार में चक्रवाती तूफान मोखा के कारण सितवे के निकट पश्चिमी तटवर्तीय क्षेत्र में टेलिकॉम टॉवर के गिर जाने से रखाईन प्रांत में संचार सेवाएं अवरूद्ध हो गई हैं। परिणाम स्वरूप सितवे, क्याकतउ, मांगदाउ, मिनबिया और उतरी रखाईन के अन्य क्षेत्रों में मोबाइल सम्पर्क समाप्त हो गया। भारी वर्षा के साथ-साथ अनेक जगहों पर भवनों और पेड-पौधों को भी नुकसान पहुंचा है। कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ की स्थिति से निपटने के लिए सरकारी अधकारी लगे हुए हैं। म्यांमार में मानवीय मामलों में समन्वय से संबंधित संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने बताया है कि रखाईन में एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान रखाईन के तटवर्तीय क्षेत्रों में प्रति घंटे 120 मील की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका है। जी-7 के वित्तीय प्रमुखों ने मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखने, और वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने का लिया संकल्प : MMNN:13 may 2023 जी-7 के वित्तीय प्रमुखों ने मुद्रास्फीति को नियंत्रण में रखने, ऋण के बोझ से जूझ रहे देशों की मदद करने और वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने का संकल्प लिया है। जी-7 देशों के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक प्रमुखों की तीन दिन की बैठक आज जापान के निगाता में संपन्न हुई। संयुक्त वक्तव्य में स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों के विकास और वैश्विक आर्थिक समायोजन क्षमता बढ़ाने के लिए अधिक स्थायी व्यवस्था की प्रतिबद्धता व्यक्त की गई। जी-7 देशों ने यूक्रेन के लिए समर्थन और रूस के खिलाफ आर्थिक प्रतिबंध लागू करने का फैसला लिया। अगले सप्ताह हिरोशिमा में जी-7 देशों की शिखर बैठक होनी है। अमरीका के राष्ट्रपति जो. बाइडेन के भी बैठक में भाग लेने की संभावना है। विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र के देशों को उग्रवाद और कट्टरवाद के खतरों के प्रति सचेत रहना चाहिए : MMNN:12 may 2023 विदेश मंत्री डॉक्टर सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने कहा है कि हिंद महासागर क्षेत्र के देशों को उग्रवाद और कट्टरवाद के खतरों के प्रति सचेत रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी ताकतें लोकतंत्र की उदारता का अनुचित लाभ उठाती हैं। बांग्लादेश की राजधानी ढाका में छठे हिंद महासागर सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जो देश अपने अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों या लंबे समय से चले आ रहे समझौतों की अवहेलना करते हैं, उससे विश्वास और आस्था को भारी नुकसान होता है। डॉक्टर जयशंकर ने हिंद-प्रशांत दृष्टिकोण और संयुक्त राष्ट्र समुद्री अधिनियम संधि 1982 पर जोर देने के लिए बांग्लादेश की सराहना की है। डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि वैश्विक व्यवस्था की विश्वसनीयता के लिए आवश्यक है कि अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों का सम्मान और उनका पालन किया जाए। बंगाल की खाड़ी के देशों के बारे में उन्होंने कहा कि इन देशों की अपनी विशेष आकांक्षाए है। उन्होंने कहा कि बिम्सटेक संगठन तेजी से अपने अस्तित्व में आ रहा है और आधुनिकीकरण तथा सुरक्षा चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। सम्पर्क के महत्व का उल्लेख करते हुए डॉक्टर जयशंकर ने कहा कि प्रभावी सम्पर्क से क्षेत्र के देशों को अधिक लाभ होगा। उन्होंने जोर दिया कि क्षेत्र के देशों को दूसरे देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए। दो दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी जिल बाइडेन के आमंत्रण पर अगले महीने अमरीका जायेंगे : MMNN:10 may 2023 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और उनकी पत्नी तथा प्रथम महिला जिल बाइडेन के आमंत्रण पर अगले महीने अमरीका जायेंगे। अमरीका यात्रा के दौरान श्री मोदी 22 जून को राजकीय भोज में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री की यात्रा दोनों देशों के बीच बढती सहभागिमा के महत्व को रेखांकित करती है। अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी टेक्नोलॉजी, व्यापार, उद्योग, शिक्षा, अनुसंधान, स्वच्छ ऊर्जा, रक्षा, सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल और लोगों के बीच संबंध घनिष्ठ करने जैसे आपसी हित के विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत आपसी सहयोग की समीक्षा करेंगे। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान गिरफ्तार : MMNN:9 may 2023 पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को आज इस्लामाबाद हाई कोर्ट परिसर से गिरफ्तार कर लिया गया। पाकिस्तानी रेंजर्स ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ-पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान को अदालत कक्ष के बाहर से हिरासत में ले लिया। इमरान खान अलकादिर ट्रस्ट मामले में पेश होने के लिए अदालत गए थे। इस्लामाबाद पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा कि इमरान को उस मामले के संबंध में गिरफ्तार किया गया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि एक भू-संपदा कंपनी से 50 अरब रुपये वैध करने के लिए इमरान खान और उनकी पत्नी ने अरबों रुपये हासिल किए। इस्लामाबाद में स्थिति सामान्य है, लेकिन धारा 144 लागू कर दी गई है, उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा कि इमरान कई बार नोटिस जारी किए जाने के बावजूद अदालत में पेश नहीं हुए थे। सऊदी में अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार से मिले अजीत डोभाल:मिडिल ईस्ट में चीन के असर को कम करने शुरू होगा प्रोजेक्ट, सऊदी-UAE भी शामिल : MMNN:8 may 2023 अमेरिका ने अरब देशों में चीन के प्रभाव को कम करने के लिए एक प्रोजेक्ट की शुरुआत की है। इसमें भारत को भी शामिल किया गया है। इसके लिए भारत के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजीत डोभाल ने रविवार को अमेरिका, सऊदी अरब और UAE के सुरक्षा सलाहकारों से मुलाकात की है। इसका खुलासा न्यूज वेबसाइट 'एक्सियस' ने किया है। रिपोर्ट के मुताबिक चारों देशों के बीच खाड़ी देशों को अरब देशों से जोड़ने के लिए रेलवे प्रोजेक्ट पर बात हुई। इस रेलवे नेटवर्क को बंदरगाह और शिपिंग लेन के जरिए भारत से भी जोड़ा जाएगा। ये प्रोजेक्ट शुरू करने के पीछे चीन के बेल्ट एंड रोड प्रोजेक्ट को बताया जा रहा है। रिपोर्ट में लिखा गया है कि ये व्हाइट हाउस का बड़ा प्रोजेक्ट है। 18 महीनों से प्रोजेक्ट पर चर्चा जारी थी व्हाइट हाउस के प्रोजेक्ट के लिए I2U2 फोरम के तहत पिछले 18 महीनों से बातचीत हो रही है। इस फोरम में अमेरिका, इजराइल, भारत और UAE शामिल हैं।ये फोरम मिडिल ईस्ट में इंफ्रास्ट्रचर प्रोजेक्ट की रणनीति तय करने के लिए 2021 में बनाया गया था। फोरम में शामिल एक इजराइली अधिकारी ने एक्सियस को बताया कि महीनों से हो रही बातचीत में किसी देश ने चीन का नाम नहीं लिया, लेकिन ये चीन को लेकर बनाया जा रहा है ये सब जानते हैं। मिडिल ईस्ट में चीन के असर को कम करने के इस प्रोजेक्ट का आइडिया भी इजराइल ने दिया था। भारत की इंफ्रास्ट्रचर प्रोजेक्ट में एक्सपर्टीज को देखते हुए इसमें शामिल किया गया है। अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार ने हिंट दिया बाइडेन प्रशासन ने हाल की महीनों में सऊदी अरब को भी इस प्रोजेक्ट में जोड़ने का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद दूसरे देशों की हामी के बाद उसे भी शामिल किया गया। वहीं, इजराइल इस प्रोजेक्ट से जुड़ी चर्चाओं में शामिल रहा है, हो सकता है कि आने वाले समय में वो भी इस प्रोजेक्ट से जुड़े। वहीं, अमेरिका के सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवन ने गुरुवार को वॉशिंगट में एक इंस्टिट्यूट में दी गई स्पीच में इस प्रोजेक्ट का हिंट दिया था। उन्होंने कहा था, आप मेरे भाषण से सब भूल सकते हैं, पर I2U2 को नहीं। आने वाले समय में आप इसके बारे में और भी चर्चाएं सुनेंगे। इंडियन एक्सप्ररेस की रिपोर्ट के मुताबिक चीन लगातार पश्चिमी एशिया में अपना प्रभाव बढ़ा रहा है। चीन की अगुआई में हाल ही में सऊदी अरब और ईरान के बीच समझौता हुआ उसने अमेरिका के साथ-साथ भारत को भी चौंका दिया। इस समझौते से पश्चिमी एशिया में भारत के हित भी प्रभावित हो सकते हैं। प्रोजेक्ट के तहत अगर गल्फ और अरब के बीच के रेलवर्क नेटवर्क को समुद्री मार्ग से दक्षिण एशिया से जोड़ा जाता है तो इससे भारत तक तेजी और कम लागत में तेल और गैस पहुंचेगी। इस कनेक्टिविटी से खाड़ी देशों में रहने वाले भारत के 80 लाख लोगों को भी फायदा होगा। दूसरी अहम बात ये होगी कि इससे भारत की रेलवे सेक्टर में एक इन्फ्रास्ट्रक्चर बिल्डर के तौर पर ब्रांडिंग होगी। सरकार को लगता है कि भारत का अपने पश्चिम के पड़ोसियों के साथ कनेक्टिविटी पर पाकिस्तान की वजह असर पड़ा है। इससे उनके साथ रिश्ते बेहतर करने के लिए कई ओवरलैंड रूट बंद हो गए हैं। उदाहरण के लिए चाहबार (ईरान) , बंदर ए अब्बास (ईरान), दुक्म (ओमान), जेद्दाह (सऊदी अरब) और कुवैत सिटी। इस चुनौती से निपटने में अब नया रेलवे प्रोजेक्ट भारत की मदद करेगा।तुर्की शिखर सम्मेलन में यूक्रेनी सांसद ने मारा रुसी प्रतिनिधि को घूंसा : MMNN:6 may 2023 रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच लंबे समय से तनाव की स्थिति रही है, पर पिछले एक साल से ज़्यादा समय से दोनों देशों के बीच चल रहे युद्ध के चलते दोनों देशों के बीच हालात और बिगड़ गए हैं। दोनों देशों के बीच कड़वे संबंध जगजाहिर हैं। 24 फरवरी, 2022 को रुसी आर्मी द्वारा यूक्रेन पर हमला करने के बाद से दोनों देशों के बीच चल रहा युद्ध अभी भी जारी है। इस युद्ध की वजह से दोनों देशों में तनाव और बढ़ गया है। इसी तनाव के चलते हाल ही में यूक्रेन के सांसद ने रूस के एक प्रतिनिधि के साथ कुछ ऐसा किया जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है। यूक्रेनी सांसद ने मारा रुसी प्रतिनिधि को घूंसा तुर्की (Turkey) की राजधानी अंकारा (Ankara) में इस समय तुर्की शिखर सम्मेलन (Turkey Summit) चल रहा है। स सम्मेलन में ब्लैक सी इकोनॉमिक कोऑपरेशन (PABSEC) की 61वीं महासभा का भी आयोजन हुआ, जिसमें कई देशों के मंत्री, सांसद और दूसरे प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। तुर्की शिखर सम्मेलन में रूस और यूक्रेन की तरफ से भी लोग शामिल हुए हैं। इस सम्मेलन में दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति साफ दिखाई दी। पर कुछ ऐसा भी हुआ जिसकी उम्मीद शायद ही किसी ने की हो। तुर्की शिखर सम्मेलन में यूक्रेन के सांसद ओलेक्ज़ेंडर मारिकोव्स्की (Oleksandr Marikovskyi) ने रूस के एक प्रतिनिधि को घूंसा जड़ दिया।क्यों मारा यूक्रेनी सांसद ने रुसी प्रतिनिधि को घूंसा? सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्विटर पर इस घटना का एक वीडियो शेयर किया गया है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि यूक्रेनी सांसद ओलेक्ज़ेंडर मारिकोव्स्की अपने हाथ में अपने देश का झंडा लिए खड़े हुए होते है। तभी एक रुसी प्रतिनिधि आकर यूक्रेनी सांसद के हाथ से यूक्रेन का झंडा छीन लेता है और वहाँ से जाने लगता है। ऐसे में यूक्रेनी सांसद उस रुसी प्रतिनिधि के पीछे जाते है और उसके मुंह पर घूंसा जड़ देते है और उसके हाथ से अपने देश का झंडा वापस ले लेते है। वहाँ मौजूद अन्य लोग दोनों को अलग करते हैं।यूक्रेनी सांसद के रूसी प्रतिनिधि को घूंसा मारने का वीडियो वायरल हो गया है। इसके ट्वीट को 13 घंटे में ही 45 लाख लोग देख चुके हैं और वीडियो को अब तक 14 लाख व्यूज़ मिल चुके हैं। साथ ही इस पर अब तक 40,500+ लाइक्स, 7,584 रीट्वीट्स, 2,270 कोट ट्वीट्स और 3,590 रिप्लाईस आ चुके हैं। इतना ही नहीं, इस ट्वीट को अब तक 1,126 लोग बुकमार्क भी कर चुके हैं। इस पर लाइक्स, रीट्वीट्स, कोट ट्वीट्स, रिप्लाईस और बुकमार्क्स और भी बढ़ेंगे। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड का वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल समाप्त होने की घोषणा की : MMNN:5 may 2023 विश्व स्वास्थ्य संगठन-डब्ल्यू.एच.ओ. ने कोविड-19 वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल के समाप्त होने की घोषणा की है। डब्ल्यू.एच.ओ. का यह बयान महामारी की समाप्ति की दिशा में एक बड़ा कदम है। डब्ल्यू.एच.ओ. की अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम आपातकाल समिति ने कल कोविड महामारी पर चर्चा की। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जनवरी 2020 में कोरोना वायरस के प्रकोप को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस घेब्रेयसस अधनॉम ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एक वर्ष से अधिक समय से महामारी के मामले कम हो रहे हैं। कोरोना वायरस से मृत्यु दर जनवरी 2021 में प्रति सप्ताह एक लाख से अधिक थी, जो इस वर्ष गिरकर 24 अप्रैल को मात्र साढे तीन हजार के आसपास आ गई। डॉ टेड्रोस ने कहा कि महामारी से कम से कम 70 लाख लोगों की मृत्यु हुई है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि कोरोना वायरस अभी खत्म नहीं हुआ है और अपना स्वरूप बदल रहा है जिससे वैश्विक स्वास्थ्य जोखिम बना हुआ है। शंघाई सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों की दो दिवसीय बैठक गोवा में शुरू, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संगठन महासचिव झांग मिंग के साथ बातचीत की : MMNN:4 may 2023 गोवा में शंघाई सहयोग संगठन-एस सी ओ के विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए प्रतिनिधियों का गोवा पहुंचना शुरू हो गया है। रूस के विदेश मंत्री सेर्गेई लावारोफ गोवा पहुंच चुके है। यह बैठक आज और कल होगी। विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर ने आज सवेरे एससीओ महासचिव झांग मिंग के साथ बैठक की। उन्होंने एससीओ की अध्यक्षता के लिए भारत को समर्थन देने पर जनरल मिंग की सराहना की। डॉक्टर जयशंकर ने प्रमुख क्षेत्रों के रुप में स्टार्टअप, परंपरागत औषधि, युवा सशक्तिकरण, बौद्ध विरासत तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर विशेष ध्यान देने की बात कही। चीन और पाकिस्तान समेत संघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने की संभावना है। डॉक्टर एस जयशंकर रुस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे। विदेश मंत्रियों की इस बैठक में भारत और अन्य सदस्य देशों को बहुपक्षीय सहयोग तथा विवादित मुद्दों पर चर्चा का मंच उपलब्ध होगा। शंघाई सहयोग संगठन आठ सदस्य देशों का बहुपक्षीय संगठन है, जिसकी स्थापना 15 जून 2001 को शंघाई में हुई थी। संगठन के सदस्य देशों में भारत, चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रुस, पाकिस्तान, ताजिकिस्तान औऱ उज्बेकिस्तान शामिल हैं। आज अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस मनाया जा रहा है : MMNN:1 may 2023 मज़ूदर आन्दोलन तथा श्रमिकों के बलिदान और संघर्ष की स्मृति में आज अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस मनाया जा रहा है। इसे मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है। मजदूर दिवस की शुरुआत 19वीं सदी के उत्तरार्ध में हुई, जब दुनियाभर के श्रमिकों ने बेहतर काम करने की स्थिति, उचित वेतन और कम काम के घंटे की मांग शुरू कर दी थी। अंतर्राष्ट्रीय श्रम दिवस भारत, क्यूबा और चीन सहित 80 से अधिक देशों में मनाया जाता है। दुनिया के विभिन्न भागों में इस दिन श्रमिकों के अधिकारों को बढ़ावा देने और उन्हें शोषण से बचाने के लिए रैली निकाली जाती है। भारत में पहला मजदूर दिवस 1 मई, 1923 को चेन्नई में मनाया गया था। पहले मई दिवस समारोह का आयोजन लेबर किसान पार्टी ऑफ हिंदुस्तान द्वारा किया गया था। कामकाजी लोगों के अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उन्हें शोषण से बचाने के लिए दुनियाभर में मजदूर दिवस मनाया जाता है। यह हमारे समाज में श्रमिक वर्ग द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका की भी याद दिलाता है। तीसरे सबसे बड़े वैश्विक स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में उभरा भारत - केंद्रीय मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह : MMNN:29 April 2023 ब्रिटेन के इंपीरियल कॉलेज लंदन ने कॉलेज में पढ़ने वाले भारतीय विद्यार्थियों के लिए चार लाख पौंड छात्रवृत्ति की घोषणा की है। इसमें से 50 प्रतिशत छात्रवृत्ति भारत की छात्राओं को दी जाएगी। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने आज इंपीरियल कॉलेज लंदन का दौरा किया और भारतीय विद्यार्थियों से बातचीत की। इंपीरियल कॉलेज लंदन एक सार्वजनिक शोध विश्वविद्यालय है। पिछले पांच वर्षों में इंपीरियल शिक्षाविदों ने 300 से अधिक भारतीय संस्थानों में भागीदारों से एक हजार 200 से अधिक शोध प्रकाशनों का सह-लेखन किया। डॉक्टर सिंह ने इस अवसर पर कहा कि भारत तीसरे सबसे बड़े वैश्विक स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र के रूप में उभरा है, जो 12 से 15 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ रहा है। अमरीका और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति के बीच ऐतिहासिक रक्षा समझौता हुआ : MMNN:27 April 2023 अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यु सुक येवोल ने एक ऐतिहासिक रक्षा समझौते पर मोहर लगा दी है। इसके अंतर्गत परमाणु हथियारों से लैस अमरीकी पनडुब्बियों को समय-समय पर दक्षिण कोरियाई क्षेत्रों में तैनात करने की योजना है। इसके साथ ही अमरीका अब उत्तर कोरिया के साथ किसी भी संघर्ष की स्थिति में परमाणु हथियारों के उपयोग की योजना में दक्षिण कोरिया को भी शामिल करने पर सहमत हो गया है। इसके बदले में दक्षिण कोरिया ने अपने परमाणु हथियार नहीं विकसित करने की रजामंदी दी है। कल वाशिंगटन में राष्ट्रपति युन के साथ संवाददाताओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि इस रक्षा समझौते को वाशिंगटन घोषणा पत्र का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह समझौता उत्तर कोरिया के आक्रमण को रोकने के लिए दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूती प्रदान करेगा। इस बीच, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ने कहा कि उत्तर कोरिया के खतरे को देखते हुए वाशिंगटन घोषणा-पत्र व्यापक प्रतिरोध की दिशा में अभूतपूर्व कदम है। इसके अंतर्गत अमरीका ने परमाणु हथियारों सहित अपनी सैन्य शक्ति के उपयोग से विरोधियों के आक्रमण को रोकने और मित्र देशों की सुरक्षा की वचनबद्धता व्यक्त की है। यह घोषणा-पत्र उत्तर कोरिया की ओर से परमाणु हमले की धमकियों को लेकर बढ़ती चिन्ता के बीच जारी किया गया है क्योंकि उत्तर कोरिया ने अब तक रिकार्ड संख्या में बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। दुबई में आयोजित ग्लोबल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग एक्जिबिशन- गेटेक्स में स्टडी इन इंडिया पैबेलियन का उद्घाटन : MMNN:26 April 2023 दुबई में आयोजित ग्लोबल एजुकेशन एंड ट्रेनिंग एग्जिबिशन- गेटेक्स में स्थापित स्टडी इन इंडिया पवेलियन का उद्घाटन भारतीय महावाणिज्य दूत डॉक्टर अमन पुरी ने किया। सेवा निर्यात संवर्धन परिषद ने वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के वाणिज्य विभाग के सहयोग से इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। संयुक्त अरब अमीरात में दुबई में विश्व व्यापार केंद्र में आयोजित गेटेक्स 2023 में लगी ये प्रदर्शनी 26 से 28 अप्रैल तक चलेगी। इस प्रदर्शनी में भारत के तीस से अधिक विश्वविद्यालय और भारतीय उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय संस्थाएं भाग ले रही हैं। इस अवसर पर डॉक्टर अमन पुरी ने भारतीय संस्थाओं द्वारा वैश्विक विस्तार पर प्रसन्नता व्यक्त की। उनका यह भी कहना था कि भारत डाटा विज्ञान और साइबर सुरक्षा जैसी प्रौद्योगिकी में रूचि रखने वाले छात्रों का एक आदर्श केन्द्र बनता जा रहा है। संकटग्रस्त सूडान में ऑपरेशन कावेरी के अन्तर्गत 278 भारतीयों का पहला जत्था स्वदेश के लिए रवाना : MMNN:25 April 2023 विदेश मंत्रालय ने कहा है कि कावेरी अभियान के अंतर्गत सूडान से भारतीयों को सुरक्षित लाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट में कहा कि आईएनएस सुमेधा 278 लोगों को लेकर पोर्ट सूडान शहर से सऊदी अरब में जेद्दा के लिए रवाना हो गया है। उन्होंने बताया कि आईएनएस तेग भी कावेरी अभियान में शामिल हो गया है। आईएनएस तेग अधिकारियों और सूडान में फंसे भारतीयों के लिए आवश्यक राहत सामग्री लेकर पोर्ट सूडान पहुंच गया है। प्रवक्ता ने बताया कि इससे पोर्ट सूडान शहर में दूतावास कैंप कार्यालय के निकासी प्रयासों में तेजी आएगी। सूडान में तीन दिन का संघर्ष विराम लागू होने से विदेशी नागरिकों और स्थानीय लोगों को राजधानी खारतूम से जाने का मौका मिल गया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आगाह किया है कि खारतूम में जैविक खतरे का बहुत अधिक जोखिम है। संगठन की ये चेतावनी सूडान में एक गुट द्वारा खारतूम में प्रयोगशाला पर कब्जा करने के एक दिन बाद आई है। इस प्रयोगशाला में टीकाकरण के लिए खसरा और हैजा के जीवाणुओं को रखा गया है। सूडान में सेना और अर्धसैनिक रेपिड सपोट फोर्स के बीच भीषण संघर्ष चल रहा है। दूतावासों और सहायता कर्मियों ने संघर्ष विराम समाप्त होने से पहले संघर्ष का विकल्प न मिलने पर नागरिकों के जीवन को लेकर चिंता जाहिर की है। सूडान में संघर्ष विराम बृहस्पतिवार को समाप्त हो रहा है। सूडान में 15 अप्रैल को शुरू हुए संघर्ष में कई लोग पड़ोसी देश चाड, मिस्त्र, इथोपिया, दक्षिण सूडान चले गए है। हवाई हमलों और गोला बारूद में अब तक पांच सौ से अधिक लोग मारे जा चुके है और चार हजार से अधिक लोग घालय हो गए है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गुयाना में भारतीय समुदाय से बातचीत की : MMNN:24 April 2023 विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने गुयाना में कल शाम भारतीय समुदाय के साथ बातचीत की। श्री जयशंकर ने इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए गुयाना के उपराष्ट्रपति भरत जगदेव और स्पीकर मंजूर नादिर के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने भारत-गुयाना मैत्री वृक्ष भी लगाया और जॉर्जटाउन में महात्मा गांधी के स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। विदेश मंत्री जयशंकर चार मध्य और दक्षिण अमेरिकी देशों की यात्रा पर हैं। पनामा में आज श्री जयशंकर वहां के शीर्ष नेतृत्व से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्री जयशंकर कल कोलंबिया पहुंचेंगे जहां वे सरकार, व्यापार और समाज के कई शीर्ष प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। विदेश मंत्री के रूप में यह उनकी पहली कोलंबिया यात्रा होगी। चार देशों की यात्रा के अंतिम चरण में विदेश मंत्री इस महीने की 27 से 29 तारीख तक डोमिनिकन गणराज्य की यात्रा करेंगे। 1999 में दोनो देशों के बीच राजनयिक संबंध स्थापित हुए थे। विदेश मंत्री जयशंकर की यह यात्रा 2022 में सैंटो डोमिंगो में भारतीय प्रवासी दूतावास की स्थापना के बाद हो रही है। श्री जयशंकर डोमिनिकन गणराज्य के विदेश मंत्री रॉबर्टो अल्वारेज़ के साथ भी विचार-विमर्श करेंगे। दोनों नेता औपचारिक रूप से भारतीय प्रवासी मिशन का उद्घाटन करेंगे। विदेश मंत्री ने कल संयुक्त राष्ट्र महासचिव से मुलाकात कर सूडान में बिगडते हालात पर चर्चा की : MMNN:21 April 2023 विदेश मंत्री डॉक्टर एस जयशंकर ने कल न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतेरस से मुलाकात कर सूडान में बिगडते हालात पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि बातचीत का मुद्दा कूटनीतिक प्रक्रिया के माध्यम से संघर्षविराम करने पर केन्द्रित था। इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने आज ईद-उल-फितर के अवसर पर तीन दिन के लिए सूडान में संघर्षविराम की अपील की। इससे संकटग्रस्त क्षेत्रों में फंसे लोगों को बाहर निकलने और चिकित्सा सुविधाएं प्राप्त करने में सहायता मिलेगी। सूडान में चल रहे हिंसक सत्ता संघर्ष में अब तक लगभग तीन सौ तीस लोग मारे जा चुके हैं। यह संघर्ष पिछले सप्ताह में सूडान के सत्ताधारी सैन्य जुंटा के दो गठबंधन नेताओं के बीच शुरू हुआ था। खारतूम और दारफुर में सेना और अर्द्धसैनिक त्वरित सहायक बल- आर एस एफ के बीच शुरू हुई उग्र लडाई तीन साल पहले समाप्त हो चुकी थी। लेकिन हाल ही में नई सरकार बनाने के अंतर्राष्ट्रीय दबाव पर असहमति के बाद फिर से संघर्ष शुरू हो गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कनाडा की रक्षामंत्री अनीता आनंद के साथ फोन पर बात की : MMNN:19 April 2023 भारत और कनाडा रक्षा संबंधों को अगले स्तर पर ले जाने और रक्षा को द्विपक्षीय संबंधों का एक महत्वपूर्ण स्तंभ बनाने पर काम करने पर सहमत हुए हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज कनाडा की रक्षामंत्री अनीता आनंद के साथ फोन पर बातचीत की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को विकसित करने के तरीकों पर चर्चा की, जो उनकी लोकतांत्रिक भावनाओं और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति तथा सुरक्षा के साझा हित को दर्शाएगा। श्री सिंह ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कनाडा की नौसेना की उपस्थिति में वृद्धि का स्वागत किया। दोनों मंत्रियों ने संयुक्त राष्ट्र शांति रक्षा प्रशिक्षण से लेकर रक्षा उद्योग में सहयोग के संभावित क्षेत्रों पर भी चर्चा की। श्री सिंह ने भूमि और श्रम के प्रतिस्पर्धी मूल्यों तथा दो रक्षा औद्योगिक गलियारों के साथ भारत को एक आकर्षक रक्षा विनिर्माण स्थल के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने कनाडा की रक्षा कंपनियों को भारत में निवेश और सह-उत्पादन करने के लिए भी आमंत्रित किया। सुश्री अनीता आनंद ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को कनाडा की हिंद-प्रशांत रणनीति और भारत के साथ संबंध बढ़ाने के महत्व के बारे में बताया। जी-7 देशों ने बढ़ाई पुतिन की मुश्किलें, रूस पर लगाए जाएंगे और कड़े प्रतिबंध : MMNN:18 April 2023 रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इसी को देखते हुए सात विदेश मंत्रियों के समूह ने यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को तेज करने का संकल्प लिया। बता दें कि जी-7 की बैठक मंगलवार को जापान में पूरी हो गई है। ये बैठक जापान के नागानो के करुइजावा में की गई। रूस पर लगाए अत्याचार के आरोप जी-7 के मंत्रियों ने मंगलवार को बैठक के बाद जारी विज्ञप्ति में कहा, 'हम रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को तेज करने, उनका समन्वय करने और उन्हें पूरी तरह से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि युद्ध अपराधों और अन्य अत्याचारों जैसे नागरिकों और महत्वपूर्ण नागरिक बुनियादी ढांचे के खिलाफ रूस के हमलों के लिए कोई दंड नहीं हो सकता है।' मंत्रियों ने यूक्रेन के लिए अपना अत्यधिक समर्थन जारी रखने पर भी सहमति भी व्यक्त की।चीन-ताइवान मुद्दा भी उठाया गया जी-7 के विदेश मंत्रियों की बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध के अलावा अन्य प्रमुख मुद्दें जैसे, चीन, ताइवान और तथाकथित वैश्विक दक्षिण देशों के साथ सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।जी-7 शिखर सम्मेलन जानकारी के लिए बता दें कि जापान के हिरोशिमा में 19 मई को जी-7 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। इसमें अंतरराष्ट्रीय संगठनों के बीच यूक्रेन के अलावा अन्य वैश्विक मुद्दों को उठाया जाएगा। इस बीच जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को जी-7 हिरोशिमा शिखर सम्मेलन में औपचारिक रूप से भी आमंत्रित किया है।जापान के पीएम फुमियो किशिदा पर बम से हमला, बाल-बाल बचे : MMNN:15 April 2023 जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा पर जानलेवा हमला हुआ है। फुमियो किशिदा एक रैली को संबोधित कर रहे थे, तभी उन पर बम फेंका गया। बम एक पाइप जैसी वस्तु के रूप में था, जिसे उनकी तरफ फेंका गया। गिरने के बाद धमाका भी हुआ। इसे स्मॉक बम बताया जा रहा है। अच्छी बात यह है कि फुमियो किशिदा को उनके सुरक्षाकर्मियों ने बचा लिया। द जापान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह पूरा घटनाक्रम वाकायामा शहर का है। फुमियो किशिदा पूरी तरह सुरक्षित हैं। उनको रेस्क्यु करने का वीडियो सामने आया है। हमलावर को पकड़ लिया गया है। अभी यह साफ नहीं हुआ है कि हमला क्यों किया गया, लेकिन प्रधानमंत्री स्तर के नेता की सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक गंभीर है। ऐसे ही हुआ था पूर्व राष्ट्रपति शिंजो आबे पर हमला जापान के पूर्व प्रधान मंत्री शिंजो आबे की जुलाई 2022 में पश्चिमी शहर नारा में हत्या कर दी गई थी। आबे चुनाव से पहले भाषण दे रहे थे, तभी उन्हें सीने और गर्दन में कई बार गोली मारी गई थी। तेत्सुया यामागामी के रूप में पहचाने गए एक संदिग्ध को घटनास्थल पर हिरासत में लिया गया था।नया अध्यायः चीन के हस्तक्षेप से अरब दुनिया में गिर रही है शिया और सुन्नी की दीवार : MMNN:13 April 2023 चीन की मध्यस्थता में सऊदी अरब और ईरान में राजनयिक संबंध सामान्य होने की ओर हैं। लेकिन गौर से देखें तो यह बदलाव सिर्फ सऊदी अरब और ईरान में संबंध बहाली का मसला नहीं है। पश्चिम एशिया में कई ऐसी हलचलें नजर आ रही हैं जो पूरी अरब दुनिया में नए अध्याय की कहानी लिखते नजर आ रहे हैं। इसकी एक बानगी तब मिली थी जब इजराइली सुरक्षा बलों ने कुछ फलस्तीनी प्रदर्शनकारियों का पीछा करते हुए अल अक्सा मस्जिद के अंदर घुस कर कार्रवाई की थी। अल-अक्सा मस्जिद पर एक हुए अरब देश इजराइली पुलिस की कार्रवाई के बाद सभी अरब देशों ने एकजुट होकर इजराइल की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए चेतावनी जारी की है। अरब दुनिया के तीन अहम देश ईरान, तुर्की और सऊदी अरब भी इस मुद्दे पर एक साथ खड़े दिख रहे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रैचप तैय्यप अर्देआन ने इस मुद्दे पर सभी इस्लामिक देशों को एकजुट होने की अपील की है। इस्लामिक देशों के संगठन (आर्गेनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कोऑपरेशन-ओआईसी) ने इस मसले पर एक मीटिंग कर बयान जारी किया है। बयान का सख्त लहजा क्षेत्र में तनाव के साथ अरब देशों की एकजुटता का भी अंदाज देता है। बयान में ओआईसी ने इजराइल को हमलावर, कब्ज़ा करने वाला, आक्रमणकारी करार देते हुए कार्रवाई को बर्बर करार दिया है। बयान में इजराइल को अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों, संयुक्त राष्ट्र के नियमों, संधियों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया है। चीन ने ये मुद्दा यून में भी उठाने की बात कही है।फिर अरब लीग में शामिल होगा सीरिया इस बदलाव की तस्वीर सीरिया में भी दिख रही है। लंबे समय से शिया समुदाय से आने वाले सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद के साथ रूस और ईरान ही खड़े रहे हैं और अमरीका के मित्र सऊदी अरब के नेतृत्व में अरब देश इसके खिलाफ एकजुट एकजुट रहे हैं। लेकिन पश्चिम एशिया में जो अभी बयार बह रही है, उसमें ऐसा लग रहा है कि शिया और सुन्नी की दीवार भी गिर जाएगी. सऊदी अरब सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को 19 मई से रियाद में शुरू होने जा रहे अरब लीग समिट में बुलाने जा रहा है। जबकि 2011 में सीरिया को अरब लीग से बाहर कर दिया गया था। गौर करें, राष्ट्रपति बशर अल-असद शिया मुस्लिम हैं और सीरिया की बहुसंख्यक आबादी सुन्नी है।यमन में भी शांति ईरान और सऊदी की दोस्ती की असर यहां भी दिख रहा है। 2015 से यमन में सऊदी अरब और ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की खूनी जंग चल रही है। अब इसका भी अंत होता दिख रहा है। आठ अप्रैल यानी शनिवार को सऊदी और ओमानी वार्ताकारों में बातचीत का पहला दौर शुरू हो चुका है। कहा जा रहा है कि ईद के पहले यमन में युद्ध के अंत की घोषणा हो सकती है। इससे जल्दी ही यमन के खिलाफ नाकाबंदी भी खत्म होगी ताकि उसे पोर्ट तक पहुँच मिले। सना का एयरपोर्ट खोला जाएगा। इसके बाद यमन से विदेशी सैनिकों की वापसी और कैदियों की रिहाई शुरू होगी।अमरीका से दूर जा रही अरब दुनिया सऊदी अरब के हाल के कई फैसलों को देखकर संकेत मिलता है कि वह अमरीका के इशारों पर काम करने के लिए तैयार नहीं है। सऊदी अरब अब बहुध्रुवीय दुनिया की बात कर रहा है। यूक्रेन रूस युद्ध के बीच सऊदी अरब ने चीन के साथ रूस से भी अपने करीबी संबंध बनाए हैं। कई मौकों पर अमरीका की परवाह किए बिना कच्चे तेल उत्पादन को कम करने के फैसले लिए हैं। कहा जा रहा है कि सऊदी अरब अपनी इस नई स्वतंत्र विदेशी नीति और कूटनीतिक प्रयासों के जरिए अगर क्षेत्रीय स्थिरता बहाल करने में कामयाब रहता है तो पश्चिम एशिया पर इसका गहरा असर पड़ेगा।इराक में कार्रवाई से अमरीका के खिलाफ जनमत कई एक्सपर्ट का मत है कि अमरीका ने जिस तरह से सामूहिक विनाश के हथियारों के नाम पर सद्दाम हुसैन के खिलाफ एक तरफा कार्रवाई की थी, उससे पश्चिम एशिया में अमरीका के खिलाफ जनमत बना है। इराक में किए गए एक सर्वे में अधिकांश इराकी अमरीका की कार्रवाई को गलत मानते हैं और चाहते हैं कि अमरीका उनके देश से पूरी तरह निकल जाए।ईरान और सऊदी में मौजूज हैं तनाव के बिंदु सऊदी अरब और ईरान के बीच अब भी कई टकराव के बिंदु हैं। ईरान फलस्तीन में हमास का समर्थन करता है, सऊदी इसके विरोध में है। ईरान मुस्लिम ब्रदरहुड के साथ भी दिखता है और सऊदी को यह पसंद नहीं है।भारत के लिए भी चिंता जानकारों का कहना है कि चीन जिस तैयारी के साथ पश्चिम एशिया में पांव जमा रहा है, उससे आने वाले दिनों में भारत के लिए कई तरह की मुश्किलें होंगी। इसलिए भारत को अब पश्चिम एशिया में नए सिरे से इजराइल जैसे देशों से अपने संबंध तय करने होंगे। भारत के यहां यूएई जैस मित्र देशों की संख्या बढ़ानी होगी, जो मुस्लिम देश पाकिस्तान की उपेक्षा करते हुए कश्मीर में निवेश कर रहा है।धरती के करीब से गुजरेगा 110 फुट का एस्टेरॉयड, 23 हजार किमी है स्पीड, नासा ने दी जानकारी : MMNN:10 April 2023 अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने एस्टेरॉयड 2023 FT1 को लेकर चेतावनी दी है। यह क्षुद्रग्रह धरती के काफी करीब पहुंच जाएगा। यह एस्टेरॉयड 23 हजार 790 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है। NASA के सेंटर फॉर नियर अर्थ ऑब्जेक्ट स्टडीज के मुताबिक Asteroid FT1 का आकार करीब 110 फीट चौड़ा है। यह आज (सोमवार) 74 लाख किमी की दूरी पर पृथ्वी के करीब पहुंचेगा। नासा ने दी चेतावनी वैज्ञानिक इस दूरी को पृथ्वी के नजदीक मानते हैं। इसलिए Asteroid FT1 को संभावित रूप से खतरनाक की श्रेणी में रखा गया है। हालांकि एस्टेरॉयड के टकराने की संभावना नहीं है। हालांकि साइंटिस्ट इस क्षुद्रग्रह को तब तक मॉनिटर करेंगे, जबतक यह धरती के पास से गुजर नहीं जाता। अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि यह एस्टेरॉयड अपोले ग्रुप से है।कितने एस्टेरॉयड की हो चुकी है खोज? नासा के अनुसार, सौर मंडल के सभी ग्रह सूरज का चक्कर लगाते हैं, ठीक उसी तरह क्षुद्रग्रह भी सूर्य की परिक्रमा करते हैं। अभी तक वैज्ञानिक 11 लाख 13 हजार 527 एस्टेरॉयड की खोज कर चुके हैं।एस्टेरॉयड का अध्ययन वैज्ञानिक क्यों करते हैं अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का प्लेनेटरी डिफेंस कोऑर्डिनेशन ऑफिस टेलीस्कोपों की मदद से सौरमंडल में मौजूद क्षुद्रग्रह पर नजर रखता है। इनका अध्ययन करने के लिए वैज्ञानिक पैन-स्टार्स और कैटालिना स्काई समेत कई भू-आधारित टेलीस्कोप का इस्तेमाल करते हैं। सौरमंडल और ग्रहों की स्थितियों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए वैज्ञानिक एस्टेरॉयड का अध्ययन करते हैं।अरुणाचल प्रदेश की जगहों पर चीन के दावे के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान, कहा - 'हमेशा भारत का अहम हिस्सा था और रहेगा' : MMNN:4 April 2023 अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के मामले में चीन (China) लंबे समय से अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। हाल ही में एक बार फिर चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा करते हुए राज्य की कई जगहों के नए नाम जारी कर दिए। हालांकि भारत (India) कभी भी चीन की इस तरह की हरकतों से दबा नहीं है। चीन की हाल ही में की गई इस हरकत के जवाब में देश के विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर कर दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए चीन को कठोर जवाब दिया है। अरुणाचल प्रदेश है भारत का अहम और अटूट हिस्सा चीन की हरकत पर विदेश मंत्रालय की तरफ से अरिंदम बागची ने बयान देते हुए कहा है, "हमने रिपोर्ट्स देखी हैं। यह पहला मौका नहीं है जब चीन ने ऐसी हरकत की है। हम चीन की इस कोशिश को सिरे से नकारते हैं। अरुणाचल प्रदेश हमेशा से भारत का अहम और अटूट हिस्सा था, है और हमेशा रहेगा। नए नाम देना इस सच्चाई को कभी भी नहीं बदलेगा।क्या है मामला? हाल ही में चीन ने अरुणाचल प्रदेश पर अपने दावे को दिखाने के लिए चीनी, तिब्बती और पियरीन अक्षरों में राज्य की 11 जगहों के नए नामों की एक लिस्ट जारी की है। चीन ने इन नामों को माननीकृत बताया है और इन्हें चीन की स्टेट काउन्सिल द्वारा जारी किया गया है। चीन की तरफ से अरुणाचल प्रदेश के 2 भूमि क्षेत्रों, 2 आवासीय क्षेत्रों, 5 पर्वत चोटियों और 2 नदियों को नए नाम दिए गए हैं। चीन की तरफ भी जारी किया गया है। इस नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों को दक्षिणी तिब्बती क्षेत्र के अंदर दिखाया है।ब्रिटेन के प्रिंस हैरी ने रॉयल फैमिली पर फोन हैकिंग छिपाने का आरोप लगाया 30 March 2023 ब्रिटेन के प्रिंस हैरी ने रॉयल फैमिली पर फोन हैकिंग छिपाने का आरोप लगाया है। हैरी समेत कई सेलेब्रिटीज ने डेली मेल और एसोसिएटेड न्यूजपेपर्स (ANL) के प्रकाशकों के खिलाफ प्राइवेसी उल्लंघन मामले में केस दर्ज करवाया है। इसी केस की सुनवाई के दौरान हैरी ने कहा कि उनके परिवार को फोन टैपिंग की जानकारी थी। लेकिन कोर्ट केस से बचने के लिए उन्होंने इसे छिपाकर रखा। हैरी के मुताबिक इससे प्रशासन के गलत काम सामने आ जाते। हैरी ने आरोप लगाया कि उसके अपने परिवार ने उससे प्राइवेसी उल्लंघन की जानकारी छिपाई और ब्रिटिश न्यूजपेपर इंडस्ट्री से नहीं उलझने को कहा। रॉयल फैमिली ने हैरी के सामने परिवार के फैसले को मानने की शर्त रखी थी। हैरी के मुताबिक उन्हें इस बात कुछ सालों पहले पता चला जब उन्होंने मामले में दूसरी लीगल टीम से सलाह की। डेली मेल, द मिरर सहित कई मीडिया ग्रुप्स पर मुकदमा प्रिंस हैरी के अलावा ब्रिटिश-जमाइकन कैंपेनर डोरेन लॉरेंस, पॉपस्टार एल्टन जॉन, एक्ट्रेस एलिजाबेथ हर्ले सहित कई सेलेब्रिटीज ने भी मीडिया ग्रुप्स पर प्राइवेसी उल्लंघन मामले में केस दर्ज किया है। इनमें द सन की पेरेंट कंपनी न्यूज ग्रुप न्यूजपेपर्स, द मिरर, डेली मेल, एसोसिएटेड न्यूजपेपर्स शामिल हैं। इन मीडिया हाउस पर साल 1993 से 2018 तक कई बार गैर-कानून तरह से प्राइवेट प्रॉपर्टी में दाखिल होने, क्रेडिट कार्ड डिटेल्स और मेडिकल रिकॉर्ड चुराने और फोन टैप करने का आरोप है।हैरी ने कहा- ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहे पत्रकार केस की सुनवाई के लिए 27 मार्च को हैरी अचानक लंदन हाईकोर्ट पहुंचे। उन्होंने कहा- मैंने ये मुकदमा दर्ज किया क्योंकि अगर देश की बड़ी न्यूजपेपर कंपनियां न्याय होने से रोक सकती हैं तो मेरे हिसाब से ये देश बर्बाद हो गया है। मैं अपने देश से बहुत प्यार करता हूं और यहां पावर के गलत इस्तेमाल को देखकर चिंतित हूं। मैंने जो सबूत पेश किए हैं उससे साबित होता है कि एसोसिएटेड कंपनी के पत्रकार अपराधी हैं और अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। इस सच को जनता के सामने लाना मेरा कर्तव्य है।2006 में सामने आया था फोन-हैकिंग घोटाला न्यूजपेपर कंपनी ANL ने इन आरोपों को बेतुका बताते हुए खारिज कर दिया। कंपनी ने कहा कि उसके ऊपर लगे आरोपों के कोई पुख्ता सबूत मौजूद नहीं हैं। उसे ब्रिटेन के फोन-हैकिंग स्कैंडल में घसीटने की कोशिश की जा रही है। ब्रिटेन का फोन-हैकिंग घोटाला पहली बार 2006 में सामने आया था। तब रूपर्ट मुर्डोक की कंपनी न्यूज ऑफ द वर्ल्ड के जर्नलिस्ट्स पर रॉयल फैमिली के सदस्यों, कई सेलेब्रिटीज और मर्डर केसेज में पीड़ितों के फोन टैप करने के आरोप लगे थे। इसके बाद ये कंपनी बंद हो गई थी।डॉक्यूमेंटरी और किताब से रिश्ते और बिगड़े प्रिंस हैरी और मेगन मर्केल के 2020 में राजशाही छोड़ते ही ब्रिटेन के राजपरिवार से रिश्ते खराब हो गए थे। फिर नेटफलिक्स पर आई प्रिंस हैरी की डॉक्यूमेंटरी और उसके बाद उनकी किताब 'स्पेयर' ने दोनों पक्षों के बीच विवाद को और बढ़ा दिया। किताब और डॉक्यूमेंटरी में प्रिंस हैरी ने कई तरह से राज परिवार की आलोचना की है।ब्रिटेन के शाही परिवार को छोड़ कर अमेरिका में बस चुके प्रिंस हैरी और उनकी पत्नी मेगन मर्केल को कड़े मतभेदों के बाद भी किंग चार्ल्स अपनी ताजपोशी में बुलाएंगे। इसकी जानकारी खुद प्रिंस हैरी ने दी है। उन्होंने एक बयान जारी किया है। इसमें बताया है कि उन्हें किंग चार्ल्स की ताजपोशी में बुलावे के लिए मेल आया है। खालिस्तान का झंडा लगाकर अपमानजक बातें लिखीं, महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़ी भारत ने 2012 में तोहफे में दी थी 24 March 2023 विदेशों में खालिस्तानियों की भारत विरोधी गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। अब खालिस्तान के समर्थकों ने कनाडा में महात्मा गांधी की मूर्ति को तोड़ दिया और उस पर स्प्रे पेंट से भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लिखे। रिपोर्ट्स के मुताबिक खालिस्तानियों ने भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति पर कई अपमानजनक बातें भी लिखीं हैं। घटना गुरुवार की बताई जा रही है। महात्मा गांधी की मूर्ति पर खालिस्तानियों ने अपना झंडा भी लगाया। इस 6 फीट ऊंची मूर्ति को साल 2012 में भारत की सरकार ने तोहफे के रूप में कनाडा को दिया था। जिसे वहां के ओंटारियो प्रांत के हेमिल्टन शहर के सिटी हॉल में लगाया गया था। गुरुवार को महात्मा गांधी की मूर्ति तोड़ने का मामला तब सामने आया है जब कनाडा की सरकार खालिस्तानियों के खिलाफ सख्त एक्शन लेने का आश्वसन दे चुकी है। दरअसल, कनाडा के शहर ओटावा में गुरुवार को खालिस्तानियों ने एक प्रदर्शन किया था। इसमें प्रदर्शनकारियों ने एक भारतीय पत्रकार के साथ अभद्रता भी की थी। खालिस्तानियों के प्रदर्शन के चलते भारतीय राजदूत को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में होने वाले प्रोग्राम में जाने का प्लान कैंसिल करना पड़ा था। जिसके बाद कनाडा के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर आश्वसन दिया था कि वो खालिस्तानियों के उपद्रव के खिलाफ सख्त एक्शन लेंगे। लंदन में रविवार को भारतीय हाई कमीशन में तिरंगे के अपमान के बाद खालिस्तान समर्थकों ने अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भी इंडियन कॉन्स्यूलेट पर हमला किया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक- रविवार को यहां भी खालिस्तान समर्थक जुटे। इन लोगों ने स्प्रे पेंट्स से अमृतपाल को रिहा करो.. लिख दिया। इन लोगों ने कॉन्स्यूलेट के गेट्स तोड़ दिए। वहां खालिस्तान के झंडे लगा दिए थे। वहीं, लंदन स्थित भारतीय हाई कमीशन के बाहर तिरंगे का अपमान करने वाले खालिस्तानी समर्थक अवतार सिंह खंडा को ब्रिटेन में गिरफ्तार कर लिया गया। खंडा प्रतिबंधित ग्रुप बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) का सदस्य है। वहीं पंजाब में चल रही जांच में भी सामने आ रहा है कि खंडा ही अमृतपाल का हैंडलर है। खंडा पाकिस्तान में छिप कर बैठे BKI के प्रमुख सदस्य परमजीत सिंह पम्मा का खास है। पम्मा के आदेश पर खंडा ने अमृतपाल सिंह को पंजाब में खालिस्तान मिशन के लिए तैयार किया। इसके बाद जॉर्जिया में अमृतपाल की ट्रेनिंग हुई। अमृतपाल ने यहां सिख धर्म की जरूरी बातें सीखीं। अमृतपाल के भारत वापस आने पर सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए उसे युवाओं में पॉपुलर किया गया। बांग्लादेश के दो बड़े बंदरगाहों का प्रयोग कर सकेगा भारत, दोस्ती में शुरू हुई नई पहल. : MMNN:20 March 2023 बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने चटगांवऔर सिलहट में देश के बंदरगाहों का इस्तेमाल करने की भारत को पेशकश की है। उन्होंने कहा कि इससे क्षेत्र में कनेक्टिविटी तथा लोगों के बीच परस्पर संपर्क बढ़ेगा। चटगांव बांग्लादेश का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह है जो भारत के पूर्वोत्तर राज्यों के निकट होने के कारण रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। ढाका ट्रिब्यून अखबार ने प्रधानमंत्री हसीना के हवाले से कहा, यदि भारत चाहे तो वह हमारे चटगांव और सिलहट बंदरगाहों का इस्तेमाल कर सकता है। इंडिया फाउंडेशन’ के राम माधव ने रविवार को हसीना के आधिकारिक आवास गणभवन में उनसे मुलाकात की थी जिस दौरान प्रधानमंत्री ने यह पेशकश की। प्रधानमंत्री हसीना ने कहा कि इस कदम से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी तथा लोगों के बीच परस्पर संपर्क बढ़ेगा। खबर के अनुसार, माधव के साथ बातचीत में हसीना ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपना शुभकामना संदेश भी भेजा। माधव ने हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश की सामाजिक-आर्थिक वृद्धि की सराहना की। खबर में उनके हवाले से कहा गया है, 'पड़ोसी देश होने के नाते बांग्लादेश और भारत में शानदार मित्रता है और उम्मीद है कि भविष्य में भी यह रिश्ता बरकरार रहेगा।' हसीना के डिप्टी प्रेस सेक्रेटरी केएम शखावत मून ने भी इस बारे में मीडिया को जानकारी दी। दो अहम बंदरगाहों की पेशकश से पहले भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी ने शेख हसीना के साथ 18 मार्च को नॉर्थ बंगाल के सिलीगुड़ी में एक पाइपलाइन का उद्घाटन भी किया है। बांग्लादेश के दिनाजपुर प्रांत के पारबतीपुर में स्थित यह पाइपलाइन 131.5 किलोमीटर लंबी है। इसे भारत-बांग्लादेश फ्रेंडशिप पाइपलाइन (IBFPL) का नाम दिया गया है। पाइपलाइन के उद्घाटन के समय भी हसीना ने भारत को बांग्लादेश का 'सच्चा दोस्त' करार दिया था। उन्होंने कहा था कि वो इस दोस्ती को आगे बढ़ाना चाहती हैं। ब्रिटेन में 71% भारतीयों के पास अपना घर, शिक्षा-पेशे में भी अव्वल 17 March 2023 नई दिल्ली| ब्रिटेन में 2021 की जनगणना के ताजा आंकड़े भारतीय मूल के लोगों की सफलता की कहानी कह रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार ब्रिटेन में रह रहे सभी जातीय समूहों में से भारतीय शिक्षा, निज आवास, रोजगार और स्वास्थ्य जैसे पैमानों पर अपेक्षाकृत बेहतर स्थिति में हैं। ब्रिटिश लोगों से ज्यादा भारतीयों के पास निजी आवास ब्रिटेन में 2021 की जनगणना के जो परिणाम अब तक जारी किए गए हैं, वो पूरे इंग्लैंड और वेल्स में शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य और आवास के पैमानों पर जातीय समूहों के बीच बड़ी असमानताओं का संकेत देते हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार 71% भारतीय मूल के लोगों के पास निजी आवास था, जबकि ब्रिटिश मूल के 68% लोगों के पास घर था। जनगणना के अनुसार 39% बांग्लादेशी ऐसे घरों में रह रहे हैं जिनको ओवरक्राउडिड की तरह देखा जाता है। दूसरी ओर, एफ्रो-कैरिबियन लोगों में सामूहिक किराए के आवास सबसे आम थे।भारतीय और चीनी सबसे ज्यादा पेशेवर और शिक्षित भारतीय और चीनी जातीय समूहों के लोगों में समान रूप पेशेवर व्यवसाय (जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक और वकील) के लोगों का उच्चतम प्रतिशत देखा गया। इन दोनों समूहों से 34% लोग खुद को पेशेवर मानते हैं। शिक्षा का सबसे उच्च स्तर भी इन्हीं दोनों जातीय समूह के लोगों में दर्ज किया गया है। लेकिन चीनी लोग यहां भारतीय से कुछ आगे हैं। जहां 56 प्रतिशत चीनियों के पास उच्च शिक्षा थी तो वहीं उच्च शिक्षित भारतीयों का प्रतिशत 52 प्रतिशत ही दर्ज किया गया। इस पैमाने पर अफ्रीकन मूल के लोग तीसरे नंबर पर हैं।Delhi : एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर 120 किमी की रफ्तार से दौड़ेगी मेट्रो, चल रहा है ट्रायल 21 February 2023 नई दिल्ली| राजधानी के नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (New Delhi Station to IGI Airport) अब सिर्फ 15 मिनट में पहुंच सकेंगे. ऐसा इसलिए संभव होगा क्योंकि एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर मेट्रो की रफ्तार को बढ़ाकर 120 किलोमीटर प्रति घंटा किया जाएगा और इसका ट्रायल जारी है और जल्द ही इसे मंजूरी दी जाएगी. इस रूट पर मेट्रो की स्पीड बढ़ने से लाखों यात्रियों को दिल्ली में सबसे तेज गति से चलने वाली मेट्रो में सफर करने का मौका मिलेगा. पिछले साल 22 किलोमीटर की रेंज में मेट्रो ट्रेन की स्पीड बढ़ाने के लिए ट्रायल शुरू किए गए थे. अब दिल्ली मेट्रो रेल सेफ्टी कमिश्नर के निरीक्षण के बाद मेट्रो की स्पीड बढ़ाने के लिए मंजूरी दी जाएगी. इस लाइन का विस्तार द्वारका सेक्टर-25 से इंडिया इंटरनेशनल कंवेशन सेंटर तक किया जा रहा है. मौजूदा स्पीड 80-85 प्रति घंटा फिलहाल इस लाइन पर मेट्रो की रफ्तार 80-85 किमी प्रति घंटा है. लेकिन जब स्पीड 120 किमी. प्रति घंटा हो जाएगी तो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से इंदिरा गांधी इंटरनेशन एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 तक पहुंचने में केवल 15 मिनट लगेंगे. द्वारका सेक्टर 25 (IICC) अंडरग्राउंड मेट्रो स्टेशन है. यह इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 के माध्यम से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन को द्वारका सेक्टर 21 से जोड़ने वाली वर्तमान में संचालित एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन का विस्तार है. इस सेक्शन के पूरा होने से नई दिल्ली से द्वारका सेक्टर-25 (IICC) एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन कॉरिडोर 24.70 किलोमीटर लंबा हो जाएगा. Pulwama हमले का दुनिया में विरोध, न्यूयॉर्क में पाक दूतावास के बाहर प्रदर्शन 23 February 2019 न्यूयॉर्क। पुलवामा आतंकी हमले के खिलाफ दुनियाभर में गुस्सा है और इसी के चलते अमेरिका के न्यूयॉर्क और न्यू जर्सी में भारतीय प्रवासी संगठनों ने प्रदर्शन किया है। जहां एक तरफ न्यूजर्सी में भारतीय मूल की नॉर्थ अमेरिकन कम्यूनिटी ने 22 फरवरी को मोमबत्ती जलकर हमले की शहीदों को श्रद्धांजलि दी वहीं न्यूयॉर्क में पाकिस्तान के वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस हमले को लेकर भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में विरोध बढ़ता जा रहा है। इस हमले के खिलाफ भारतीय मूल के नागरिक भी एकजुट हो रहे हैं। गत शनिवार को ब्रिटेन में भारतीय मूल के लोगों ने विरोध प्रकट किया था। गत शनिवार को लंदन स्थित पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भारतीय मूल के लोगों ने प्रदर्शन किया। पुलवामा हमले की कड़ी निंदा कर चुके ब्रिटेन के विदेश एवं राष्ट्रमंडल कार्यालय (एफसीओ) ने ब्रिटिश नागरिकों को चेतावनी दी है कि वे पाकिस्तान से सटे सीमाई इलाकों और पर्यटक स्थलों पर जाने से परहेज करें। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बीते गुरुवार को सुरक्षा बल के एक काफिले पर आत्मघाती हमला हुआ, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। BRITAIN : 97 वर्षीय प्रिंस फिलिप ने लाइसेंस किया सरेंडर, 70 की उम्र में हो जाता है रद्द 11 February 2019 लंदन। ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप (97) ने अपनी मर्जी से शनिवार को ड्राइविंग लाइसेंस सरेंडर कर दिया। बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा है कि पिछले महीने उनकी कार के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया है। प्रिंस फिलिप की कार दुर्घटना के बाद काफी विवाद हुआ था और मीडिया में बढ़ती उम्र में वाहन चलाने को लेकर गंभीर चर्चा छिड़ गई थी। पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नोरफ्लोक पुलिस इसकी पुष्टि करती है कि सैंड्रिंघम दुर्घटना में शामिल लैंडरोवर के ड्राइवर ने स्वेच्छा से अपना लाइसेंस सरेंडर कर दिया है। हालांकि, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति प्रिंस फिलिप हादसे के बाद एक बार फिर कार चलाते हुए दिखे थे। मगर, उस दौरान उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई थी, जिसकी वजह से पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी थी। बताते चलें कि पिछले महीने कार हादसा दक्षिण-पूर्व इंग्लैंड में महारानी के सैंड्रींघम इस्टेट के पास हुआ था, जहां दोनों ने सर्दी की छुट्टी का अधिकतर समय बिताया। हालांकि, स्थानीय पुलिस ने बताया कि हादसे में एक अन्य कार में पिछली सीट पर बैठा नौ महीने का बच्चा बाल-बाल बच गया। वाहन में बैठी एक महिला का हाथ टूट गया जबकि अन्य के घुटने में चोट लग गई। हादसे की यह खबर ब्रिटेन के कई अखबारों की सुर्खियां बनीं। फिलिप के इस उम्र में कार चलाने को लेकर देश में बहस छिड़ गई थी। कुछ लोग इतनी अधिक उम्र में कार चलाने को सुरक्षा के लिहाज से सही नहीं मानते। ब्रिटेन में ड्राइविंग की कोई उम्र सीमा नहीं है। मगर, 70 साल का होने पर व्यक्ति का लाइसेंस रद्द हो जाता है। उसे रिन्यू नहीं कराने पर वह गाड़ी नहीं चला सकता। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुलभूषण जाधव के खिलाफ ठोस सबूत देगा पाकिस्तान : कुरैशी 9 February 2019 लंदन। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कुलभूषण जाधव को लेकर कहा है कि पाकिस्तान 19 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपना पक्ष मजबूती के साथ रखेगा। उन्होंने कहा कि खुफिया ऑपरेशन के दौरान भारतीय जासूस कुलभूषण जाधव को गिरफ्तार किया गया था। बताते चलें कि पाकिस्तान सरकार जाधव के भारतीय जासूस होने का दावा करती है। जबकि वास्तव में वह भारत के पूर्व नौसैनिक अधिकारी हैं, जो अपने कारोबार के सिलसिले में ईरान के सीमावर्ती इलाके में गए थे। वहां से तालिबान ने उन्हें पकड़कर पाकिस्तानी एजेंसियों के हवाले कर दिया था। कानूनी सहायता दिए बगैर जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। भारत ने इस सजा के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में अपील की है, जहां से जाधव की सजा को स्थगित कर दिया गया है। अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में मामले की अगली सुनवाई 19 फरवरी को होनी है। मैनचेस्टर में आयोजित एक स्वागत समारोह में कुरैशी ने कहा, पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने में जाधव के शामिल होने के सारे सबूत मौजूद हैं। जाधव ने उन सभी घटनाओं में खुद के शामिल होने की पुष्टि की है। पाकिस्तान का कानूनी दल इन्हीं सबूतों को 19 फरवरी को द हेग के अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में सुनवाई के दौरान रखेगा। बताते चलें कि अंतरराष्ट्रीय न्यायालय, संयुक्त राष्ट्र के अंतर्गत कार्य करती है और यह देशों के बीच होने वाले विवादों को सुलझाने का कानूनी मंच है। पाकिस्तान सरकार के अनुसार, जाधव कोई सामान्य व्यक्ति नहीं है। वह पाकिस्तान में तोड़-फोड़ वाली गतिविधियां करने के उद्देश्य से ही दाखिल हुआ था। उसने अपना कार्यक्षेत्र बलूचिस्तान को बनाया था। हालांकि, पाकिस्तान ने जाधव को वकील मुहैया नहीं कराया। जाधव को अपना पक्ष रखने का मौका नहीं दिया, जो कि वियना कन्वेंशन का उल्लंघन है। पाकिस्तान के इन आरोपों का भारत शुरू से ही खंडन करता आया है। भारत का कहना है कि जाधव को गलत तरीके से अगवा कर पाकिस्तान में ले जाया गया और उन्हें झूठे मामले में फंसाया जा रहा है। अगले हफ्ते तक आईएस को पूरी तरह खत्म कर देंगे : डोनाल्ड ट्रंप 8 February 2019 वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि अगले सप्ताह तक आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) को पूरी तरह से इराक और सीरिया से खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को वापस लेने के अपने फैसले पर कुछ सबसे वरिष्ठ राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों की आपत्तियां मिली थी। मगर, इस फैसले के बावजूद अमेरिका चरमपंथी संगठन के अवशेषों से लड़ने में तरस नहीं खाएगा। अमेरिकी राष्ट्रपति ने आईएस से जंग लड़ रहे अमेरिका के नेतृत्व वाले सहयोगियों के 79 सदस्यों के प्रतिनिधियों से कहा कि हमारी सेना, गठबंधन सहयोगी और सीरियाई डेमोक्रेटिक सुरक्षा बलों ने सीरिया और इराक में आईएस के कब्जे में रहे पूरे इलाके को लगभग आजाद करा लिया है। आईएस के कब्जे में अब बहुत थोड़ा ही इलाका है, जहां वे 'खलीफा का शासन' होने का दावा करते हैं। ट्रंप ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि किसी भी समय इस बात की औपचारिक घोषणा हो सकती है। संभव है अगले सप्ताह यह घोषणा हो जाए कि हमने आईएस के कब्जे वाले इलाकों पर 100 फीसद नियंत्रण पा लिया है। उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों में अमेरिका और उसके सहयोगियों ने 20,000 वर्ग मील से अधिक भूमि पर दोबारा कब्जा जमाया है। ट्रंप ने कहा कि हमने युद्ध का एक मैदान जीता और उसके बाद जीतते चले गए। मोसुल और रक्का दोनों को फिर से अपने नियंत्रण में ले लिया गया है। उन्होंने कहा कि आईएस के सौ से ज्यादा अन्य शीर्ष अधिकारियों को खत्म कर दिया गया है और हजारों आईएस लड़ाकों को खदेड़ दिया गया है। बताते चलें कि हाल ही में अधिकारियों ने घोषणा की थी कि आईएस के कब्जे वाले 99.5 फीसद इलाके को छीन लिया गया है। अब आईएस का शासन सीरिया में महज पांच वर्ग किलोमीटर के इलाके में रह गया है, जहां भारी मात्रा में आईएस के लड़ाके जमा हो गया हैं। हालांकि, आशंका जाहिर की जा रही है कि अमेरिकी सेना के वहां से निकलने से आतंकियों को लाभ मिलेगा। मगर, ट्रंप ने गठबंधन के सदस्यों से विदेश विभाग की बैठक में कहा कि आतंकी समूह के बचे हुए लोगों पर नरमी करने से घातक परिणाम हो सकते हैं, लेकिन वह अमेरिकी सैनिकों को वापस बुलाने के लिए दृढ़ थे। उन्होंने गठबंधन के सदस्यों से आह्वान किया कि वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में खड़े हों और अपना "उचित योगदान" दें। चीन में शूकर नववर्ष का आगाज, जानिए किन जानवरों के नाम से जुड़ा होता है नया साल का नाम 6 February 2019 चीनी नववर्ष को ‘लूनर न्यू ईयर’ के नाम से भी जाना जाता है। नए साल की शुरुआत चांद पर आधारित कैलेंडर के पहले महीने की पहली तारीख से होती है। इस बार 5 फरवरी से शुरू हुए न्यू ईयर को 'ईयर ऑफ द पिग' कहा जा रहा है। 15 दिनों तक चलने वाले नए साल का समापन लालटेन उत्सव के साथ होगा। बताते चलें कि चीनी राशि चक्र के हिसाब से हर नया साल किसी जानवर से जुड़ा होता है। चीनी राशि चक्र में 12 जानवर शामिल हैं। हर 12 साल में यह चक्र दोहराया जाता है। हर साल नए साल की तारीख अलग-अलग होती है, जो लूनर कैलेंडर (चंद्रमा) के आधार पर तय होती है। इस राशि चक्र में चूहा, बैल, बाघ, खरगोश, ड्रैगन, सांप, घोड़ा, बकरी, बंदर, मुर्गा, कुत्ता और सूअर, ये 12 पशु इसके लिए निर्धारित किए गए हैं। परिवार को मिलाता है नया साल चीनी नववर्ष मेल-मिलाप कराता है, सभी झगड़ों को मिटाता है और सभी को सुख-शान्ति की शुभकामनाएं देता है। नए साल के अगले दिन बच्चे अपने माता-पिता को नववर्ष की बधाई देते है और लाल कागज के लिफाफे में माता-पिता अपने बच्चों को पैसे देते हैं। चीन में यह त्योहार सबसे लंबी राष्ट्रीय छुट्टी का पर्व है, जो 15 दिनों तक चलता है। करीब 30 करोड़ प्रवासी मजदूर अपनी जमा पूंजी के साथ अपने माता-पिता और गांवों में अपने बच्चों से मिलने और नववर्ष मनाने के लिए चले जाते हैं। लाल रंग का विशेष महत्व चीनी नववर्ष के शुरुआत की कहानी नीयन नामक एक काल्पनिक राक्षस से हुई है। वह अक्सर नववर्ष के पहले दिन आता था और मवेशियों, फसलों, और गांव वालों को खा जाता था। गांव वाले खुद को बचाने के लिए हर वर्ष की शुरुआत में अपने अपने दरवाजों के सामने खाना रख देते थे। यह समझा जाता था कि नीयन वह खाना खा लेगा, तो लोगों पर हमला नहीं करेगा। एक बार लोगों ने देखा कि नीयन बच्चों के पहने हुए लाल रंग से दूर भागता है। इसके बाद वे समझ गए कि नीयन लाल रंग से डरता है। तभी से नववर्ष से पहले ग्रामीण अपने अपने खिड़कियों और दरवाजों पर लाल रंग के लालटेन और लाल रंग के घूंघर लटकाने लगे। नीयन को भगाने के लिए लोग पटाखे भी फोड़ने लगे। कहा जाता है इसके बाद से नीयन गांव में फिर वापस लौटकर नहीं आया। चीन में लाल रंग का विशेष महत्व है। UK: भारी बर्फबारी के बीच उस घर की छत पर नहीं थी बर्फ, जांच में पुलिस ने किया ड्रग्स रैकेट का भंडाफोड़, जानिए कैसे 4 February 2019 लंदन। कई बार छोटी-छोटी चीजों पर नजर रखकर आप बड़ी मुश्किल से बच सकते हैं और दूसरों को भी बचा सकते हैं। भारी बर्फबारी के कारण लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। सड़कों से लेकर घरों की छतों तक बर्फ की मोटी चादर फैली है। मगर, एक घर की छत से बर्फ रहस्यमयी तरीके से गायब थी। इसे देखकर पुलिस को कुछ संदेह हुआ। पुलिस ने घर की एक तस्वीर शेयर करते हुए लोगों से अपील की है कि यदि वे भी कुछ अजीब अपने पड़ोस में देखें, तो तुरंत पुलिस को फोन करें। यह ड्रग्स से संबंधित अपराधों को सुलझाने में मददगार साबित हो सकता है। एम्स्टर्डम में ली गई तस्वीर में बर्फ में ढंके कई सीढ़ीदार घर दिखते हैं। मगर, एक घर की छत पर बर्फ ही नहीं थी। इसे लेकर पुलिस ने एक अवैध ड्रग्स के कारोबार के लिए ऑपरेशन शुरू किया। उन्हें घर के अंदर गांजे की खेती होती हुई दिखाई दी, जिन्हें हीट लैंप के नीचे उगाया जा रहा था। नीदरलैंड में अधिकारियों ने तस्वीर ली थी और बाद में इसे डेवॉन में किंग्सब्रिज पुलिस ने सोशल मीडिया पर शेयर किया था। बताते चलें कि ब्रिटेन में पुलिस ड्रग ऑपरेशंस को रोकने में मदद करने के लिए हेलीकॉप्टर से गश्त करती है। ब्रिटेन का पहला कानूनी अफीम की खेती का फार्म विल्टशायर में एक गुप्त स्थान पर खोला जा रहा है। वहां अधिकतम आठ टन अफीम का उत्पादन दवा के लिए किया जा सकता है। यहां 7.5-एकड़ ग्रीनहाउस को रुरल विल्टशायर में स्थापित किया जाएगा। बताते चलें कि होम सेकेट्री साजिद जाविद ने नए नियमों की घोषणा करने के बाद नवंबर से डॉक्टरों को गांजे के पौधे से दवाइयां बनाने की इजाजत दी है। अमेरिका में वीजा फर्जीवाड़े में अब तक 130 छात्र गिरफ्तार, कई भारतीय शामिल 2 February 2019 वाशिंगटन। अमेरिका में फर्जी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के लिए गए 130 विदेशी छात्र आव्रजन घोटाले का शिकार हो गए हैं। अमेरिकी अधिकारियों ने उन्हें फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए छात्रों में ज्यादातर भारतीय हैं। इमीग्रेशन अटॉर्नी ने छात्रों के पकड़े जाने के तरीके पर सवाल उठाए हैं। मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय सक्रिय हो गया। मंत्रालय के निर्देश पर भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने गिरफ्तार छात्रों को कानूनी सहायता दिए जाने की मांग अमेरिकी अधिकारियों के सामने रखी है। अमेरिका के गृह मंत्रालय ने आव्रजन संबंधी घोटाले को पकड़ने के लिए डेट्रॉयट की फर्जी फर्मिंग्टन हिल्स यूनिवर्सिटी को चारे की तरह इस्तेमाल किया। इससे दुनिया के कई देशों को अमेरिका में पढ़ाई के लिए आकर्षित किया गया। मामले में संघीय अभियोजक ने अदालत में आरोपों की जानकारी दी। बताया कि ये छात्र रहने के लिए धन चुकाने वाली स्कीम के तहत अमेरिका में दाखिल हुए। द इमीग्रेशन एंड कस्टम्स इन्फोर्समेंट (आईसीई) अधिकारियों ने बुधवार सुबह इन लोगों की धरपकड़ की। पकड़े गए आठ लोगों में भारतीय या भारतीय अमेरिकी हैं। इन पर वीजा फ्रॉड करने का आरोप है। मामले में यही मुख्य आरोप बनाए गए हैं। ये लोग युवाओं को स्टूडेंट वीजा पर लेकर अमेरिका आए थे। लाए गए युवाओं को अन्य कार्यों में लगाया जाना था। जबकि पकड़े गए 130 छात्रों को आव्रजन संबंधी नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। अदालत में सरकारी वकील ने बताया कि पकड़े गए छात्रों को पता था कि उन्हें फर्जी यूनिवर्सिटी में पढ़ाई का वीजा दिलाकर अमेरिका ले जाया जा रहा है। इन छात्रों को कई शहरों से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारियों का सिलसिला जारी है। यह हाल के वर्षों में भारत से गलत तरीके से अमेरिका गए सबसे ज्यादा लोगों की गिरफ्तारी है। ब्रिटेन में ब्रेक्जिट पर असमंजस बरकरार, सांसदों की छुट्टियां रद्द 1 February 2019 लंदन। यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के अलग होने की प्रक्रिया ब्रेक्जिट करार को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। अलगाव की आखिरी तारीख नजदीक आती जा रही है और ब्रेक्जिट करार पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मे सरकार और विपक्षी दलों के बीच कोई सहमति बनती नजर नहीं आ रही है। ब्रेक्जिट को सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने गुरुवार को सांसदों की फरवरी की छुट्टियों को रद्द करने की भी घोषणा की। ब्रिटिश संसद के निचले सदन हाउस ऑफ कॉमंस की नेता एंड्रिया लीड्सम ने गुरुवार को सांसदों से पूरे फरवरी काम करने के लिए तैयार रहने को कहा। उन्होंने कहा कि हम दबाव में हैं, लेकिन सबकुछ नियंत्रण में है। हमें जो चाहिए उसे 29 मार्च से पहले हासिल कर लेंगे। पहले यह उम्मीद की जा रही थी कि निचले सदन में 15 से 24 फरवरी तक अवकाश रहेगा। ब्रिटेन 46 साल बाद ईयू से हो रहा है अलग यूरोपीय संघ में 46 साल रहने के बाद ब्रिटेन उससे अलग हो रहा है। 29 मार्च अलगाव की आखिरी तारीख है। लेकिन अलगाव के बाद यूरोपीय संघ के साथ ब्रिटेन के व्यापारिक संबंधों को लेकर अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सका है। 2016 में कराए गए जनमत संग्रह में ब्रिटेन के लोगों ने अलगाव का समर्थन किया था। तब से पीएम मे ने यूरोपी संघ के नेताओं के साथ कई दौर की बातचीत के बाद ब्रेक्जिट करार तैयार किया था। लेकिन ब्रिटिश संसद ने अपने ऐतिहासिक फैसले में उसे खारिज कर दिया था। तब से थेरेसा मे और सांसदों के बीच कई दौर की बातचीत हुई, लेकिन कोई सहमति नहीं बन पाई है। पीएम मे ने यूरोपीय संघ से भी कुछ और सहूलियत लेने की कोशिश की, लेकिन वहां से भी उन्हें निराशा हाथ लगी। यूरोपीय संघ अब ब्रेक्जिट करार पर किसी तरह की वार्ता के लिए तैयार नहीं है। सबसे ज्यादा पेंच अलगाव के बाद उत्तरी आयरलैंड की सीमा को खोले रखने को लेकर है। करार के मुताबिक, दो साल तक सीमा को खुला रखना है। ब्रेक्जिट करार के विरोधियों का कहना है कि अगर यह करार अमल में आता है तो ब्रिटेन यूरोपीय संघ का उपनिवेश बनकर रह जाएगा। दूसरी ओर, ब्रिटेन के विदेश मंत्री जेरेमी हंट ने बीबीसी से कहा कि अगर ब्रेक्जिट करार पर बातचीत लंबी खींचती है तो अलगाव में देरी हो सकती है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि समय से पहले सबकुछ ठीक कर लेने की कोशिश हो रही है। लेकिन, यूरोपीय संघ ने पहले ही कह दिया है कि ब्रेक्जिट की तारीख को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता। थिंक टैंक ने भी सरकार को चेताया दूसरी ओर, ब्रिटेन के एक प्रभावशाली थिंक टैंक ने सरकार को चेताया है कि अगर बिना किसी समझौते के ब्रिटेन यूरोपीय संघ से अलग होता है तो उसके बहुत गंभीर नतीजे होंगे। इसके लिए सिर्फ सरकार को ही तैयार नहीं रहना होगा, उद्यमियों और आम लोगों को भी यह जानना होगा कि उन पर इसका क्या असर पड़ेगा। वहीं, कार निर्माता कंपनियों के संगठन सोसाइटी ऑफ मोटर मैन्यूफैक्चरिंग ने कहा है कि बिना समझौते के अलग होने से देश का दो तिहाई वाहन कारोबार खतरे में पड़ जाएगा। अमेरिका ने सतर्क किया, भारत में होंगे आतंकी हमले, चुनाव से पहले दंगे भी 30 January 2019 वाशिंगटन। अमेरिका ने कहा है कि पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी गुट भारत और अमेरिका में हमले जारी रखेंगे। अमेरिका के राष्ट्रीय खुफिया विभाग के निदेशक डैन कोट्स ने यह भी कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पाकिस्तान का नजरिया संकुचित है। वह उन्हीं आतंकी गुटों के खिलाफ कार्रवाई करता है जिनसे पाकिस्तान को प्रत्यक्ष खतरा होता है। पाकिस्तान आतंकवाद को नीतिगत हथियार के रूप में इस्तेमाल करता है। इससे तालिबान के खिलाफ लड़ाई में अमेरिकी प्रयासों को पर्याप्त सफलता नहीं मिल रही है। भारत और चीन के संबंधों पर कोट्स ने कहा है कि दोनों देशों के बीच आगे भी तनाव बना रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा दोनों देशों के संबंधों में सुधार की कोशिशें की जा रही है। कोट्स के मुताबिक सैन्य हलचल या सीमा पर निर्माण गतिविधियों को लेकर मतभेद के चलते दोनों देशों के बीच इस साल भी तनाव की स्थिति रहेगी। चीन अपनी आर्थिक ताकत, राजनीतिक प्रभुत्व और सैन्य क्षमता को बढ़ाने की कोशिशों में जुटा रहेगा। कोट्स ने भारत में आम चुनाव से पहले सांप्रदायिक हिंसा की आशंका भी जताई है। उन्होंने कहा है कि अगर भाजपा हिंदुत्व को लेकर आगे बढ़ती है तो देश में चुनाव से पहले दंगे भड़कने का खतरा है। खुफिया मामलों पर अमेरिकी सीनेट के सेलेक्ट कमेटी को कोट्स ने बताया कि मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान भाजपा की नीतियों के चलते भाजपा शासित कुछ राज्यों में सांप्रदायिक तनाव बढ़ा है। चीनी मोबाइल कंपनी हुवावे और उसकी CFO पर US ने दर्ज कराए 23 आपराधिक केस 29 January 2019 वॉशिंगटन। अमेरिका ने चीन की बड़ी टेलीकॉम कंपनी हुवावे और उसकी मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वानझोऊ के खिलाफ 23 आपराधिक मामले दर्ज कराए हैं। इन पर बैंक जालसाजी, न्याय में रुकावट डालने और अमेरिकी कंपनी टी मोबाइल की तकनीक चुराने का आरोप है। हालांकि, हुवावे कंपनी और कंपनी में मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वांगझोऊ ने अमेरिका के सभी आरोपों का खंडन किया है। मेंग कंपनी के संस्थापक की बेटी हैं। मेंग को पिछले महीने कथित तौर पर ईरान पर लगी पाबंदियों का पालन न करने की वजह से अमेरिका के कहने पर एक दिसंबर को कनाडा के वेंकूवर में गिरफ्तार किया गया था। इस घटना के बाद चीन के कनाडा और अमेरिका के साथ संबंधों में तनाव पैदा हो गया है। हालांकि, बाद में कोर्ट ने मेंग को लगभग साढ़े सात मिलियन डॉलर के मुचलके पर जमानत दे दी थी, लेकिन वह 24 घंटे निगरानी में है और उनके टखने में एक इलेक्ट्रॉनिक टैग लगा हुआ है। हाल के महीनों में कई देशों ने हुवावे को लेकर सुरक्षा चिंता जाहिर करते हुए लोगों से हुवावे के उत्पाद खरीदने से बचने की सलाह दी है। बता दें कि हुवावे टेलीकम्युनिकेशन सामान और सर्विसेज के मामले में दुनिया की बड़ी कंपनियों में शुमार है। पश्चिम के कई देशों का मानना है कि चीनी सरकार हुवावे की तकनीक के जरिए जासूसी को बढ़ा सकती है। हालांकि, कंपनी का कहना है उस पर सरकार का नियंत्रण नहीं है। इस मेक-अप व्लॉगर की एक झलक पाने को मॉल में जमा हो गए 8,000 लोग 28 January 2019 लंदन। एक अमेरिकी YouTube स्टार की झलक पाने के लिए बर्मिंघम में प्रशंसकों की भीड़ जमा हो गई। हजारों चिल्लाते हुए प्रशंसक 19 साल के मेक-अप आर्टिस्ट की एक झलक देखना चाहते थे और उसके साथ सेल्फी लेना चाहते थे। व्लॉगर जेम्स चार्ल्स जब बर्मिंघम के बुलरिंग शॉपिंग सेंटर पहुंचे, तो प्रशंसकों की भीड़ के चलते वहां अराजकता फैल गई। मोटर चालकों को अपनी कारों को रास्ते में ही छोड़ दिया और घंटों तक सड़कों पर जाम लगा रहा। दरअसल, टीनएजर्स इंस्टाग्राम पर्सनैलिटी को देखने के लिए कुछ भी करने के लिए तैयार थे। मॉर्फी कॉस्मेटिक्स के शोरूम के उद्घाटन के लिए जेम्स यहां पहुंचे थे। पहले यह शो-रूम सिर्फ लंदन में ही मौजूद था। मगर, लोगों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए शो-रूम के मालिक परेशान हो गए। आखिर में भीड़ को काबू करने के लिए उन्हें अतिरिक्त पुलिस को बुलाना पड़ा। तस्वीरों में आप देख सकते हैं कि मॉल में पैर रखने की भी जगह नहीं है। करीब 8,000 से अधिक लोग मेक-अप गुरू जेम्स से मिलने के लिए बेताब दिख रहे थे। इसे देखते हुए शो-रूम के मालिकों ने किसी अनहोनी को रोकने के लिए एस्केलेटर को बंद कर दिया था। ऐसे मिली पहचान ऑन लाइन मेकअप ट्यूटोरियल्स देकर चार्ल्स को खासी पहचान और नाम मिला है। फेसबुक पर उनके 1.2 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं और इंस्टाग्राम में 1.3 करोड़ फॉलोअर्स हैं। वह न्यूयॉर्क के एक फेमस फैशन व्लॉगर हैं। उन्होंने साल 2015 में मेक-अप ट्यूटोरियल्स बनाने शुरू किए थे। हालांकि, उन्हें अक्टूबर 2016 में उस वक्त ख्याति मिली, जब ब्यूटी ब्रांड कवर गर्ल्स में पहली बार किसी पुरुष की तस्वीर प्रकाशित की गई। काइली जेनर के साथ हैलोवीन मेक-अप का वीडियो करने के बाद सोशल मीडिया में जेम्स के फॉलोअर्स की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई। फेसबुक पर उनके वीडियोज को 2.5 करोड़ से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं। ट्विटर और इंस्टाग्राम में उनके करोड़ों फॉओलर्स हैं। नवाज शरीफ की हालत गंभीर, चेकअप के बाद वापस भेजा जेल 24 January 2019 लाहौर। पाकिस्तान में जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की हालत बहुत ज्यादा गंभीर है। हृदय संबंधी बीमारी के चलते उनकी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। इसलिए उन्हें देर किए बगैर अस्पताल भेजा जाए। यह बात बुधवार को नवाज शरीफ के डॉक्टर ने कही है। शरीफ (69) लाहौर की कोट लखपत जेल में भ्रष्टाचार मामले में सात साल के कारागार की सजा भुगत रहे हैं। मंगलवार को अचानक हृदय में तकलीफ होने पर उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। लेकिन कुछ घंटे बाद परीक्षण करके और दवा देकर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई और वापस जेल में डाल दिया गया। पंजाब इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी, लाहौर के डॉक्टरों ने शरीफ की हालत को बहुत ज्यादा गंभीर नहीं बताया है। इन्हीं डॉक्टरों ने शरीफ के स्वास्थ्य परीक्षण किए थे। लेकिन यह सलाह दी है कि शरीफ को लगातार दवा और देखभाल की जरूरत है। जबकि शरीफ के निजी डॉक्टर अदनान खान ने पूर्व प्रधानमंत्री की दशा को बहुत गंभीर करार दिया है। अदनान हृदय रोग विशेषज्ञ हैं। निजी डॉक्टर ने कहा है कि नवाज शरीफ को जिस तरह का हृदय रोग है, उसका जेल में इलाज संभव नहीं है। इसलिए उन्हें पर्याप्त देखभाल के लिए अस्पताल में भर्ती कराया जाना चाहिए। अदनान ने कहा, पूर्व में गठित स्पेशल मेडिकल बोर्ड ने शरीफ के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती करने की सिफारिश की थी लेकिन सरकार ने उस पर ध्यान नहीं दिया। मेडिकल बोर्ड ने शरीफ की हालत को ठीक करार नहीं दिया था। वैसे शरीफ के स्टे्रस थैलियम टेस्ट की रिपोर्ट में 56 प्रतिशत हालात सामान्य होने की रिपोर्ट आई है। रिपोर्ट के अनुसार शरीफ के हृदय का बांया वेंट्रिकिल, जहां से पूरे शरीर में रक्त जाता है, वह क्षतिग्रस्त हो गया है। शरीफ की सेहत पर चिंता व्यक्त करते हुए उनकी बेटी मरियम ने कहा है कि उन्हें मीडिया में आ रही खबरों से ही अपने बीमार पिता के बारे में जानकारियां मिल रही हैं। बाकी कोई उन्हें कुछ नहीं बता रहा। भाई शाहबाज शरीफ ने पाकिस्तान सरकार से कहा है कि तीन बार देश के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को सबसे अच्छा इलाज मुहैया कराया जाए। 60 लाख में बिक रहा दुर्घटनाग्रस्त हुई प्रिंस फिलिप की लैंड रोवर कार का मलबा 23 January 2019 लंदन। ब्रिटेन के प्रिंस फिलिप की दुर्घटनाग्रस्त कार लैंड रोवर फ्रीलैंडर का मलबा बिक रहा है। ऑनलाइन बेचे जा रहे इस मलबे की कीमत 65 हजार पाउंड (करीब 59 लाख 58 हजार रुपए) रखी गई है। फिलिप की दुर्घटनाग्रस्त कार के मलबे को बेचने से प्राप्त राशि कैंसर रिसर्च सेंटर यूके को दी जाएगी, ताकि उसका सही इस्तेमाल हो सके। कार के क्षतिग्रस्त पुर्जे खरीदने के लिए 139 नीलामी की बोलियां लगाई जाएंगी। बताते चलें कि महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के 97 वर्षीय पति प्रिंस फिलिप बीते गुरुवार को कार हादसे का शिकार हो गए थे। सैंडीग्राम एस्टेट में प्रिंस फिलिप सड़क हादसे का शिकार हो गए थे। दुर्घटना में एक महिला घायल हो गई थी, जबकि प्रिंस फिलिप बाल-बाल बच गए थे। हादसे के बाद डॉक्टरों ने प्रिंस फिलिप की औपचारिक जांच की थी और इसके बाद उन्हें स्वस्थ करार दिया था। मलबा बेचने वाले विक्रेता का दावा है कि उसके पास प्रिंस फिलिप की कार के कुछ पुर्जे हैं। इनमें प्रिंस फिलिप का डीएनए भी हो सकता है। हादसे के दो दिन बाद ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग प्रिंस फिलिप नई लैंड रोवर फ्रीलैंडर कार चलाते देखे गया था। इस दौरान उन्होंने सीटबेल्ट नहीं लगाई थी। लिहाजा, इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस उनके घर गई और उन्हें सीट बेल्ट पहनकर कार चलाने की हिदायत दी थी। पवित्र कैलास मानसरोवर के भारतीय क्षेत्र वाला हिस्सा बनेगा राष्ट्रीय धरोहर 22 January 2019 देहरादून। पवित्र कैलाश के भारतीय क्षेत्र वाले 7120 वर्ग किलोमीटर हिस्से को राष्ट्रीय धरोहर बनाने का रास्ता साफ हो गया है। संस्कृति मंत्रालय ने इस संबंध में भारतीय वन्यजीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के प्रस्ताव पर मुहर लगाकर न सिर्फ कैलाश क्षेत्र को राष्ट्रीय धरोहर बनाने पर अपनी मंशा जाहिर कर दी है, बल्कि इससे भारत, चीन व नेपाल के संयुक्त कैलाश भूक्षेत्र को विश्व धरोहर का दर्जा दिलाने की तरफ भी कदम बढ़ा दिया गया है। नेपाल की अंतरराष्ट्रीय संस्था इसीमोड के माध्यम से तीनों देशों में पवित्र कैलाश के 31 हजार 252 वर्ग किलोमीटर भूक्षेत्र को यूनेस्को संरक्षित विश्व धरोहर बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस संबंध में तय किया गया है कि कैलाश क्षेत्र को सांस्कृतिक व प्राकृतिक (मिश्रित) विश्व धरोहर का दर्जा दिया जाना चाहिए। इस दिशा में चीन ने सबसे पहले कदम बढ़ाते हुए अपने हिस्से वाले भूक्षेत्र को राष्ट्रीय धरोहर घोषित कर दिया है। जबकि अब भारत के संस्कृति मंत्रालय ने भी प्रयास तेज करते हुए परियोजना से जुड़ी एजेंसियों की बैठक बुलाई। बैठक से शिरकत कर लौटे भारतीय वन्यजीव संस्थान के निदेशक डॉ. वीबी माथुर ने बताया कि मंत्रालय ने प्रस्ताव पर अपनी सहमति दे दी है। पवित्र कैलाश भूक्षेत्र का प्रमुख हिस्सा उत्तराखंड में है, लिहाजा तय किया गया है कि सरकार से औपचारिक सहमति ली जाएगी। इसको लेकर मंत्रालय उत्तराखंड सरकार को पत्र भेजेगा और फिर फरवरी में दोबारा बैठक बुलाकर प्रस्ताव पर अंतिम मुहर लगाएगा। यूसैक की सेटेलाइट मैपिंग का अहम योगदान पवित्र कैलास भूक्षेत्र की प्राकृतिक व सांस्कृतिक विविधता और इसमें आ रहे बदलाव को लेकर उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (यूसैक) ने 14 सेटेलाइट मैप तैयार किए हैं। इसमें समाहित तथ्यों के आधार पर डब्ल्यूआईआई को बेहतर प्रस्ताव बनाने में खासी मदद मिली। कैलाश भूक्षेत्र की स्थिति (क्षेत्रफल वर्ग किलोमीटर में) देश क्षेत्रफल आबादी भारत 7,120 4,60,000 चीन (तिब्बत) 10,843 8,800 नेपाल 13,289 5,64,000 कुल 31,252 10,32,800 बेहतर होगी कैलाश मानसरोवर यात्रा भारत, चीन व नेपाल के साझा प्रयासों से कैलाश भूक्षेत्र को विश्व धरोहर का दर्जा मिलने के बाद इसके संरक्षण के प्रयास भी तेज हो पाएंगे। इससे न सिर्फ समूचे भूक्षेत्र का विकास होगा, बल्कि कैलाश मानसरोवर यात्रा भी बेहतर होगी। यात्रा का अधिकांश हिस्सा भारत में भारत में कुल यात्रा मार्ग 1433 किलोमीटर का है। जिसमें 127 किमी पैदल व 1306 किमी यात्रा वाहन से की जाती है। कुल 1433 किमी की यात्रा में 14 दिन लगते हैं। -चीन सीमा में कुल 464 किमी की यात्रा में 53 किमी पैदल व 411 किमी वाहन से की जाती है। कुल 464 किमी की यात्रा में 12 दिन का समय लगता है। पाकिस्तान ने चीन को बेचे बाल, पांच साल में कमाए 1 करोड़ रुपए 21 January 2019 इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने पिछले पांच वर्षों में चीन को एक लाख पांच हजार 461 किलोग्राम मानव बालों का निर्यात किया है। इसकी कीमत एक लाख 32 हजार डॉलर (94 लाख 42 हजार रुपए) से ज्यादा बताई गई है। यह जानकारी व्यापार एवं कपड़ा मंत्रालय ने नेशनल असेंबली को दी है। बताया जा रहा है कि चीन में मेकअप इंडस्ट्री के विकास के बाद मानव बालों की मांग काफी बढ़ गई है। प्रमुख ब्यूटिशियन ए एम चौहान ने बताया कि पाकिस्तान से इसके निर्यात के पीछे की एक वजह विग पहनने का फैशन कम होना है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा स्थानीय बाजार में बालों से जुड़े सामानों के निर्माण में कमी होना भी, इसके निर्यात की वजह में से एक है। चौहान ने बताया कि निर्यातकों ने हेयर सलोन में अपने डस्टबिन लगा रखे हैं। ग्राहकों के काटे गए बालों को बिन में इकट्ठा किया जाता है। निर्यातक 5,000 से 6,000 रुपए प्रति किलोग्राम की दर से बाल खरीदते हैं। उच्च गुणवत्ता वाले बालों का अमेरिका और जापान में भी निर्यात किया जाता है क्योंकि वहां भी इसकी काफी मांग है। इस वक्त पाकिस्तान में भी हेयर एक्सटेंशन और विग की काफी मांग है। गजब संयोग : एक ही दिन एक ही अस्पताल में हुआ इस कपल का जन्म, नाम भी एक जैसा 18 January 2019 लंदन। दुनिया में अजीबो गरीब संयोग होते हैं। अब इस दंपति को ही देख लीजिए। दोनों का जन्म एक ही दिन, एक ही अस्पताल में हुआ था और दोनों ने नाम भी एक जैसे ही हैं। अगले हफ्ते वे अपना 40वां जन्मदिन साथ में मनाने जा रहे हैं। मगर, इत्तेफाकों का यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं होता है। दोनों एक ही दिन डेटिंग वेवसाइट से जुड़े और इसके बाद उनके जीवन की राह भी एक हो गई। उनकी पहली बेटी डेजी का जन्म पहली वेडिंग एनवर्सिरी को हुआ। डेनियल और डेनियली डॉसन (Daniel and Danielle Dawson) का जन्म 24 जनवरी 1979 को नार्थ डेवॉन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में हुआ था। उन्होंने बताया कि 4 मार्च 2014 को दोनों ने साथ में एक डेटिंग वेबसाइट में साइन इन किया था। इस दंपति का मानना है कि यह उनकी नियति में था। हम दोनों को एक-दूसरे की तस्वीरें पसंद आईं और हम बात करने लगे। हमने अगले शनिवार शाम को साथ में डिनर करने का प्लान किया। शनिवार के आने का इंतजार नहीं हो रहा था, तो हमने शुक्रवार की शाम को मिलने का फैसला किया। डेनियल ने कहा कि वह लंबी दूरी की लॉरी का ड्राइवर था और डेनियली ने नॉर्थ डेवोन डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में मेडिकल सेक्रेट्री का काम किया था। उसने कहा कि यह पहली नजर का प्यार था। हम जल्दी से कॉफी पीने के लिए गए और वहां हम हंसते रहे और आनंद लेते रहे। यह तब जाहिर हो गया, जब हमने महसूस किया कि हम पहले कहीं मिले थे। उन्होंने कहा कि हमने अपने दिमाग पर जोर देने की कोशिश की कि हम हम कब और कहां मिले थे। मैं बर्नस्टेपल से था और डेनियली बिडफोर्ड से थी। फिर हमें पता चला कि हम दोनों का जन्म 24 जनवरी 1979 को एनडीडीएच में हुआ था। यानी हम बच्चों के रूप में मिले थे। डेनियल ने कहा कि हमें शुरू से लगता था कि जैसे हम दोनों एक दूसरे को सालों से जानते हैं। यह सच्चा प्यार था। बात-चीत का सिलसिला आगे बढ़ा और हमने 2015 में वेलेंटाइन डे सेलिब्रेट किया। हमने 13 मई 2016 को पोर्टमोर गोल्फ पार्क में शादी की और सितंबर में पता चला कि हम एक बच्चे की उम्मीद कर रहे थे। 13 मई 2017 की मध्यरात्रि पर हमारी पहली बेटी डेजी का जन्म हुआ। यह सब सुनने में अजीब और किसी सपने जैसा लगता है। आतंकियों के हाथ लिखी थी मौत, 9/11 हमले में जिंदा बचे लेकिन नैरोबी में गई जान 17 January 2019 वॉशिंगटन। बिजनेसमैन जैसन स्पिंडलर अमेरिकी धरती पर हुए सबसे वीभत्स आतंकी हमले में बाल-बाल बच गए थे। मगर, नैरोबी के होटल में हुए हमले में आतंकियों ने उन्हें मार डाला। वह बेहतरीन इंसान थे और लोगों की मदद करने में यकीन रखते थे। जैसन के कॉलेज में रूममेट रहे केविन यू ने उनके बारे में दिलचस्प बात बताई। यू ने कहा कि साल 2000 में जेसन स्पिंडलर ने ऑस्टिन के टेक्सास विश्वविद्यालय से स्नातक की उपाधि ली। इसके बाद वह वॉल स्ट्रीट में इन्वेस्टमेंट बैंकर का काम करने के लिए न्यूयॉर्क चले गए। इसके बाद साल 2001 में अमेरिका में आतंकियों ने 9/11 की घटना को अंजाम दिया। तब लोगों की मदद करने को भागे थे जैसन उस दिन, जब मैनहट्टन शहर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ढहने से हजारों लोग भाग निकले थे। जैसन स्पिंडलर ने इसके विपरीत सीधे मलबे की ओर दौड़ लगा दी थी। वह लोगों को बाहर निकालने में मदद कर रहे थे। यू ने कहा कि जब हम गोलियों की आवाज सुनते हैं, तो बहुत से लोग तुरंत वहां से कूद कर भागने की कोशिश कर रहे थे। मगर, जैसन ने इसके उलट अंदर जाकर लोगों की मदद करना शुरू किया था। वह अमेरिका में हुए आतंकी हमले में तो बच गए थे, लेकिन मंगलवार को केन्या के नैरोबी में हुए आतंकी हमले में मारे गए। इस्लामिक चरमपंथी संगठन अल-शहाब के आतंकियों ने होटल परिसर में भीषण तबाही मचाई, जिसमें करीब 21 लोगों की मौत हो गई। यू ने उन भावनाओं को दोहराते हुए कहा कि मुझे कोई संदेह नहीं है कि जब उसने होटल के बाहर धमाकों की आवाज सुनी होगी, तो वह उन लोगों में से एक होगा जो लोगों की मदद करने के लिए दौड़ पड़ा होगा। इस बार भी छिपकर नहीं बैठा होगा जैसन यू ने कहा कि वह उन लोगों की तरह नहीं था, जो धमाकों की आवाज सुनकर बेंच पर बैठ गया हो या बाथरूम में छिप गया हो। जैसन स्पिंडलर का परिवार केन्या में जैसन के शव को लेने के लिए जा रहा है और सोमवार को उसके लिए एक धार्मिक सेवा करेगा, जब उसका 41 वां जन्मदिन है। यू ने कहा कि 11 सितंबर 2001 को हमलों के बाद उनका जीवन बदल गया। इसके बाद उनका सोचने का तरीका बदल गया। जेसन को लगने लगा था कि वह इससे ज्यादा कर सकते थे। इसके बाद जैसन ने इन्वेस्टमेंट बैंकिंग की नौकरी छोड़ दी और न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में कानून की डिग्री हासिल की और बाद में सोशल इंटरप्रेन्योरशिपपर ध्यान केंद्रित करने के लिए विदेश चले गए। जेसन की मौत है सदमा NYU के लॉ स्कूल ने एक बयान में कहा कि स्पिंडलर को जानने वाले लोग उन्हें गर्मजोशी से याद करेंगे। बयान में कहा गया है कि उनकी दुखद मौत न केवल उनके प्रियजनों के लिए धक्का है, बल्कि उन लोगों के लिए भी नुकसान है जिनके जीवन में वह सोशल इंटरप्रेन्योरशिप के जरिये बदलाव लाए थे। अल-शहाब ने किया था हमला बताते चलें कि केन्या की राजधानी में स्थित होटल दुसित में मंगलवार को पड़ोसी देश सोमालिया के इस्लामिक आतंकी संगठन अल-शहाब के आतंकियों ने निशाना बनाया था। अमेरिकी विदेश विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि हमले में एक अमेरिकी नागरिक भी मारा गया है, लेकिन उसके बारे में अधिक जानकारी नहीं दी गई थी। स्थानीय समयानुसार दोपहर 3 बजे हमला शुरू हुआ था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, चार आतंकी हमले में शामिल थे और उन्होंने हरे कपड़े पहने हुए थे। ट्रंप की चेतावनी पर तुर्की का जवाब, आतंकवादियों से लड़ाई जारी रहेगी 15 January 2019 तुर्की कुर्द बलों को आतंकवादियों के रूप में देखता है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने रविवार को अपने ट्वीट में कहा था कि सीरिया से सैनिकों की लंबित वापसी शुरू कर आतंकी संगठन आईएस के छिटपुट बचे ठिकानों पर हमलों का सिलसिला जारी रहेगा। वहीं, ट्रंप ने दूसरे एक सख्त ट्वीट में कहा था कि कुर्द बलों पर हमला करने पर तुर्की को आर्थिक रूप से तबाह कर देंगे। हालांकि, हम यह भी नहीं चाहते हैं कि कुर्द तुर्की को उकसाए। ट्रंप का यह ट्वीट उस क्षेत्र के उन सहयोगियों के लिए एक चेतावनी है, जिन्होंने आईएस के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका का साथ दिया था। आईएस और कुर्द लड़ाकों में कोई फर्क नहीं: तुर्की ट्रंप की इस चेतावनी का करारा जवाब देते हुए तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन के प्रवक्ता इब्राहिम कलिन ने भी ट्वीट पर जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि इस्लामिक स्टेट और कुर्द पीपुल्स प्रोटेक्शन यूनिट (वाईपीजी) लड़ाकों के बीच कोई अंतर नहीं है। कलिन ने ट्वीट में लिखा- डोनाल्ड ट्रंप, आतंकवादी आपके साझेदार और सहयोगी नहीं हो सकते। तुर्की उम्मीद करता है कि अमेरिका हमारी रणनीतिक साझेदारी का सम्मान करे। तुर्की आतंकवादियों के खिलाफ लड़ रहा है न कि कुर्दों के खिलाफ। हम सभी तरह की आतंकवादी धमकियों से कुर्द और अन्य सीरियाई जनता की पूरी तरह सुरक्षा करेंगे। भीख का कटोरा लेकर पाक नहीं पा सकता सम्मान, पड़ोसियों से संबंध बनाएं : हिना रब्बानी खार 14 January 2019 लाहौर। पाकिस्तान की पूर्व विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत के साथ मजबूत रिश्तों की वकालत की है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) की नेता ने कहा कि पाकिस्तान को अमेरिका का पिछलग्गू बनने के बजाय भारत और अपने पड़ोसियों के साथ रिश्ते मजबूत करने चाहिए। हिना फरवरी, 2011 से मार्च, 2013 तक पाकिस्तान की विदेश मंत्री रही थीं। अमेरिका और पाकिस्तान के संबंधों पर आयोजित एक सेमीनार में पूर्व विदेश मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान को हमेशा खुद को सामरिक साझीदार के रूप में देखना चाहिए। हमें अमेरिका की जगह अफगानिस्तान, भारत, ईरान और चीन जैसे पड़ोसी देशों के साथ महत्वपूर्ण संबंध विकसित करने चाहिए। अमेरिका को इतनी ज्यादा तवज्जो नहीं देनी चाहिए क्योंकि हमारी अर्थव्यवस्था मदद पर निर्भर नहीं है। दोनों हाथों में भीख मांगने का कटोरा लेकर पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सम्मान नहीं पा सकता। गौरतलब है कि उनके ही कार्यकाल के दौरान अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के ऐबटाबाद में मई 2011 में एक अमेरिकी सैन्य अभियान में मारा गया था। हिना ने कहा कि पाकिस्तान को अमेरिका से ज्यादा उम्मीदें नहीं रखनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान को अवश्य ही अफगान युद्ध से बाहर निकल जाना चाहिए। 17 बरसों से चले आ रहे इस युद्ध में पाक को सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है। अमेरिका ने पिछले दशक में हजारों बालिका वधू के आवेदन किए स्वीकार 12 January 2019 वॉशिंगटन। संयुक्त राज्य अमेरिका में पिछले दशक में हजारों की तादात में बच्चों और बाल वधुओं को लाने के आवेदन को मंजूरी दी गई। एक मामले में 49 वर्षीय एक व्यक्ति ने 15 वर्षीय लड़की के प्रवेश के लिए आवेदन किया था। आव्रजन और राष्ट्रीयता अधिनियम न्यूनतम आयु की आवश्यकताओं को निर्धारित नहीं करता है। पत्नी या मंगेतर के लिए याचिकाओं के मामले में यूएस सिटीजनशिप एंड इमिग्रेशन सर्विस यह देखती है कि विवाह होम कंट्री में कानूनी रूप से मान्य है या नहीं और क्या उस राज्य में विवाह कानूनी होगा जहां याचिकाकर्ता रहता है। द एसोसिएटेड प्रेस ने सरकारी आंकड़ों के हवाले से यह जानकारी दी है। मगर, बढ़ता हुआ डाटा इस बारे में सवाल उठाता है कि क्या इमिग्रेशन सिस्टम जबरन शादी को सक्षम कर सकता है। इसके साथ ही यह बाल विवाह और जबरन शादी को सीमित करने के प्रयासों के बावजूद यह कैसे अमेरिका के कानून को जटिस बना सकता है। संयुक्त राज्य में वयस्कों और नाबालिगों के बीच विवाह असामान्य नहीं है। वहीं, अधिकांश राज्य कुछ प्रतिबंधों के साथ बच्चों की शादी करने की अनुमति देते हैं। इन खामियों को करना होगा बंद सीनेट होमलैंड सिक्योरिटी कमेटी द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार साल 2017 में नाबालिगों की ओर से 5,000 से अधिक याचिकाएं वयस्कों ने लगाईं। वहीं, 300 मामलों में नाबालिगों ने उम्र दराज पत्नी या मंगेतर को लाने के लिए आवेदन किया था। जबरन विवाह के कुछ पीड़ितों ने बताया कि अमेरिकी पासपोर्ट का लालच और अमेरिकी विवाह कानून में ढील की वजह से इस तरह की याचिकाओं की संख्या बढ़ रही है। विस्कॉन्सिन के रिपब्लिकन रॉन जॉनसन ने कहा कि यह एक समस्या को दर्शाता है। जॉनसन सीनेट होमलैंड सिक्योरिटी कमेटी के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने बताया कि यह उन खामियों को दिखाता है, जिसे हमें बंद करने की जरूरत है। अमीन ने उठाया सवाल पाकिस्तान की दोहरी नागरिकता रखने वाली और न्यूयॉर्क शहर में पली-बढ़ी नायला अमीन ने कहा, "मेरे पासपोर्ट ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी।" उसने बताया कि पाकिस्तान में 13 साल की उम्र में उसकी जबरन शादी की गई और उसके 26 वर्षीय पति ने अमेरिका लाने के लिए कागजात के लिए आवेदन किया। अमीना ने कहा कि लोग अमेरिका आने के लिए मरते हैं। “मैं उनके लिए एक पासपोर्ट था। वे सभी यहां आना चाहते थे और इसका यही एक तरीका था। अब 29 साल की हो चुकी अमीन ने कहा कि जब वह सिर्फ 8 साल की थी तब 21 साल के चचेरे भाई तारिक के साथ उसकी सगाई की गई थी। वहां से भाग जाने के बाद अमीना की याचिका को खारिज कर दिया गया था। इसकी वजह से उसका बचपन बर्बाद हो गया। उसने कहा कि बचपन में उसकी उम्र काफी कम थी। वह फोस्टर केयर में रही और वापस उसे अपनी जिंदगी को पटरी पर लाने में थोड़ा समय लगा। अमीना कहती हैं कि मैं एक बच्ची थी। मैं जानना चाहती हूं कि जब यह सब हो रहा था, तो किसी ने आवाज क्यों नहीं उठाई। जो कोई भी इस आवेदन को प्रॉसेस कर रहा था क्या उसने यह विसंगति नहीं देखी थी? क्या वे इस बारे में सोचते भी नहीं हैं? बताते चलें कि अमेरिकी आव्रजन वीजा और ग्रीन कार्ड प्राप्त करने के लिए दो चरणों की प्रक्रिया होती है। याचिकाओं पर पहली बार USCIS विचार करता है। यदि वहां से मंजूरी मिल जाती है, तो उन्हें राज्य विभाग द्वारा स्वीकृति दी जाती है। कुल मिलाकर साल 2007 से लेकर 2017 के बीच ऐसी 35 लाख याचिकाएं मिलीं। भारतीय मूल की कमला हैरिस राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर जल्द करेंगी फैसला 11 January 2019 वॉशिंगटन। अमेरिकी सीनेट में जगह बनाने वाली भारतीय मूल की पहली अमेरिकी नागरिक कमला हैरिस ने कहा कि वह 2020 में राष्ट्रपति चुनाव लड़ने पर जल्द ही फैसला लेंगी। कैलिफोर्निया से डेमोक्रेट सीनेटर हैरिस ने कहा, मेरा मानना है कि अमेरिकी लोग देश के सर्वोच्च पद पर एक महिला को देखने के लिए तैयार हैं। बताते चलें कि साल 2010 में जब हैरिस कैलिफोर्निया के एटॉर्नी जनरल पद की दौड़ में शामिल हुईं थीं, तो उन्हें 'महिला ओबामा' कहा गया था। उन्होंने वॉशिंगटन में बुधवार की रात को दर्शकों के सामने बचपन की एक कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि जब वह कैलिफोर्निया के ओकलैंड में रह रही थीं, तो उनकी मां ने चेतावनी दी थी कि वह पार्क में ज्यादा दूर तक नहीं जाएं। मगर, पिता का दूसरा ही नजरिया था। उन्होंने कमला से कहा था- जहां तक चाहो, वहां तक दौड़ो। निडर बनो और दौड़ो। इस कहानी को साझा करने के बाद लोग कयास लगा रहे हैं कि पिता की सलाह को शब्दशः मानते हुए कैलिफोर्निया की सीनेटर साल 2020 में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव में खड़ी हो सकती हैं। सीएनएन को दिए इंटरव्यू में हैरिस ने कहा, मैं इस पर जल्द ही निर्णय लूंगी। कैलिफॉर्निया से सीनेटर हैरिस ने ‘द् ट्रुथ्स वी होल्ड : एन अमेरिकन जर्नी’ नामक किताब हाल में लॉन्च की है। इस किताब के प्रचार के तहत उन्होंने इंटरव्यू में यह बात कही। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि वह राष्ट्रपति पद के चुनाव को लड़ने का फैसला जल्द करेंगी। हालांकि, इससे ज्यादा अपनी मंशा के बारे में उन्होंने और कुछ नहीं बताया। शादी के 25 साल बाद दुनिया के सबसे धनी शख्स जेफ देने जा रहे तलाक 10 January 2019 न्यूयॉर्क। दुनिया के सबसे धनी आदमी और अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने ट्विटर पर बुधवार को लंबे समय से अलग रह रही पत्नी मैकेंजी बेजोस के साथ तलाक का एलान कर दिया। बेजोस ट्विटर हैंडल के जरिये जेफ (54) और मैकेंजी (48) ने जारी संयुक्त बयान में बताया कि हम लोगों को अपनी जिंदगी में आए बदलाव के बारे में बताना चाहते हैं। जैसा कि हमारे परिवार और करीबी दोस्त जानते हैं, लंबे समय तक प्यार और अलगाव के बाद हम दोनों ने तलाक का फैसला लिया है। इसके बाद भी हम दोस्त बने रहेंगे। दोनों ने कहा, हम अपने 25 साल के अतुलनीय साथ के लिए खुद को भाग्यशाली समझते हैं। हालांकि, अब स्तर अलग होगा, लेकिन हम परिवार और दोस्त के रूप में एक-दूसरे का साथ देते रहेंगे। मैकेंजी दो किताबों की लेखिका भी हैं। उनकी पहली किताब साल 2005 में 'टेस्टिंग ऑफ लूथर ऑल ब्राइट' और साल 2013 में 'ट्रैप्स' आई थी। जेफ और मैकेंजी के चार बच्चे हैं। दोनों ने संयुक्त बयान में कहा कि यदि हमें पता होता कि 25 साल बाद हम अलग होंगे, तो भी हम यह सब फिर से करेंगे। एक वैवाहिक जोड़े के रूप में हमने बेहतरीन जीवन जिया और आगे भी एक दोस्त, माता-पिता, वेंचर व प्रोजेक्ट्स में साझेदार के रूप में अच्छा भविष्य देखते हैं। बताते चलें कि चर्चित पत्रिका फोर्ब्स और ब्लूमबर्ग ने जेफ को दुनिया का सबसे अमीर आदमी घोषित किया था। अमेजन इसी सप्ताह माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्यादा वैल्युएशन वाली कंपनी बनी है। ऑस्ट्रेलिया के समुद्र तटों पर जेलीफिश का हमला, हजारों लोग हुए डंक से घायल 8 January 2019 कैनबरा। ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड राज्य में समुद्र तट को बंद कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि यहां पर काफी संख्या में जेलिफिश के झुंड पहुंच गए हैं। ब्लूबॉटल जेलिफिश ने हजारों लोगों को डंक मारकर घायल कर दिया है, जिसके बाद अधिकारियों ने बीच को आम लोगों के जाने के लिए असुरक्षित करार देते हुए बंद कर दिया है। सर्फ लाइफ सेविंग क्वींसलैंड ने कहा कि सप्ताहांत में 2,600 से अधिक लोगों को उपचार दिया गया। बीबीसी ने रिपोर्ट दी है कि ब्लूबॉटल जेलीफिश का डंक दर्दनाक होता है, लेकिन यह इतना घातक नहीं होता है कि किसी की जान चली जाए। असामान्य रूप से तेज हवाओं की वजह से जेलिफिश की बस्तियां समुद्र तट के किनारे पहुंच गई हैं। पिछले हफ्ते भी करीब 13,000 डंक मारने के मामले दर्ज किए गए थे। पिछले साल इसी समयावधि की तुलना में जेलीफिश के डंक मारने की घटना में तीन गुना की बढ़ोतरी हुई है। ज्यादातर घटनाएं क्वींसलैंड के भारी आबादी वाले गोल्ड कोस्ट और सनशाइन कोस्ट इलाके में हुईं हैं। ब्लूबॉटल जेलिफिश नीली रंग की थैलियों की तरह दिखाई देती हैं, जो 15 सेंटीमीटर तक लंबी होती हैं। ये लोगों को पानी में या रेत पर भी डंक मार सकती हैं। इस जापानी अरबपति की वजह से हुए सबसे ज्यादा रीट्वीट, जानिए क्या थी वजह 7 January 2019 टोक्यो। जापानी अरबपति युसाकु माइजावा एक बार फिर सुर्खियों में हैं। उनके ट्वीट को सबसे ज्यादा लोगों ने रीट्वीट किया है। दरअसल, ऐसा यूं ही नहीं हो गया। युसाकू ने घोषणा की थी कि उनकी ट्वीट को रीट्वीट करने वाले 100 लकी लोगों को वह 100 मिलियन येन (8.69 करोड़ रुपए) का इनाम देंगे। इसके बाद जापान के दूसरे सबसे बड़े ऑनलाइन शॉपिंग साइट जोजो इंक के संस्थापक की पोस्ट को साझा करने वालों की बाढ़ आ गई। रेंडमली चुने जाने वाले 100 भाग्यशाली लोगों में शामिल होने के लिए लोगों ने उनके ट्वीट को 38 लाख बार रीट्वीट किया। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। इसके साथ ही लोगों ने उनकी पोस्ट को नौ लाख से अधिक "लाइक" दिए। इससे पहले यह रिकॉर्ड अमेरिका के एक कॉलेज के छात्र के नाम पर था। उसका लक्ष्य वेंडी के फास्ट-फूड फ्रैंचाइजी से एक साल तक चिकन नगेट्स की फ्री सप्लाई हासिल करना था। उस पोस्ट को 35 लाख 80 हजार बार रीट्वीट किया गया था और नौ लाख 90 हजार लाइक्स मिले थे। एलेन डीजेनरेस की साल 2014 की ऑस्कर सेल्फी दूसरे नंबर पर थी, जिसे 33 लाख बार रीट्वीट किया गया था। इसमें वह मेरिल स्ट्रीप, जूलिया रॉबर्ट्स, ब्रैड पिट और एंजेलीना जोली के साथ दिख रहे थे। बताते चलें कि युसाकू ने पिछले शनिवार 5 जनवरी को लिखा था कि लकी विजेता बनने के लिए आपको मुझे फॉलो करना होगा इस ट्वीट को रीट्वीट करना होगा। इस ट्वीट में एक व्यक्ति रॉकेट के ऊपर बैठ दिख रहा था, जिसकी पृष्ठभूमि में पूरा चंद्रमा दिख रहा था। यूसाकू ने यह भी लिखा था कि उनकी शॉपिंग साइट जोजोटाउन ने न्यू ईयर की सेल में 10 अरब की बिक्री की। इस बिजनेस से युसाकू ने 1.7 अरब डॉलर की नेटवर्थ खड़ी की है। टोक्यो में जोजो के शेयर में 6.9 फीसद की उछाल देखी गई है। चांद पर जाने वाले पहले पर्यटक होंगे युसाकू युसाकू माइजावा दुनिया के पहले ऐसे पर्यटक होंगे, जो चांद की सैर पर जाएंगे। वह स्पेसएक्स के रॉकेट के जरिए चांद का चक्कर लगाएंगे। उन्हें चांद पर भेजने वाली परियोजना के बारे में स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ऐलान कर चुके हैं। युसाकू जापान के 18वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं और फोर्ब्स मैगजीन के मुताबिक उनके पास तीन बिलियन डॉलर की संपत्ति है। मस्क ने पहले इस ट्रिप और इस पर जा रहे यात्री के बारे में कुछ नहीं बताया था। उन्होंने हालांकि कुछ छोटी जानकारियां दी थीं लेकिन कई अहम सवालों को वह नजरअंदाज कर गए थे। मस्क ने बताया कि युसाकू कंपनी के नए रॉकेट बिक कॉल्कन रॉकेट (बीएफआर) के जरिए चांद की यात्रा पर जाएंगे। फिलहाल कंपनी इस रॉकेट को डेवलप कर रही है। यह रॉकेट जिसे दोबारा प्रयोग किया जा सकेगा। यह 118 मीटर लंबा है और इसमें पैंसेजर के लिए खास शिप होगी। धरती से चांद की औसतन दूरी 237,685 मील यानी 382,500 किलोमीटर है। आखिरी बार साल 1972 में अपोलो मिशन हुआ था और इसके बाद से कोई भी मनुष्य चांद पर नहीं गया है। इस लिहाज से पर्यटन की दृष्टि से चांद की यात्रा करने वाले वह पहले व्यक्ति होंगे। जर्मनी की चांसलर सहित कई जर्मन नेताओं, सेलिब्रिटीज, पत्रकारों के डेटा हुए लीक 5 January 2019 बर्लिन। जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल समेत सैकड़ों जर्मन नेताओं के निजी डेटा लीक हो गया है। राष्ट्रपति फ्रैंक-वॉल्टर स्टीनमायर समेत 100 से ज्यादा राजनेताओं, सेलेब्रिटी, पत्रकारों का निजी डेटा लीक होने की खबर है। जर्मनी की मीडिया के मुताबिक, इस डेटा को ट्विटर अकाउंट @_Orbit पर लीक किया गया था, जिसे बाद में सस्पेंड कर दिया गया है। इस डेटा में राजनेताओं के फोन नंबर, ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट के पासवर्ड और निजी फोटो समेत कई तरह की जानकारियां शामिल हैं। खुफिया एजेंसियों का मानना है कि इस हैकिंग में रूसी हैकर्स का हाथ हो सकता है। इस डेटा लीक को जर्मनी का अब तक का सबसे बड़ा डेटा लीक बताया जा रहा है। यह जानकारी शुक्रवार को सरकार ने दी। चोरी गए डेटा में घर का पता, मोबाइल फोन नंबर, पत्र, बिल और पहचान पत्र की प्रतियां शामिल हैं, जिन्हें दिसंबर में ट्विटर पर प्रकाशित किया गया, लेकिन यह इसी हफ्ते प्रकाश में आया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1 दिसंबर से रोजाना डेटा लीक हो रहा था, लेकिन सरकार ने इसकी तरफ ध्यान नहीं दिया। इस डेटा लीक में जर्मनी की सभी पार्टियों के सांसद प्रभावित हुए हैं। सरकार की प्रवक्ता मार्टिना फिट्ज ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार इस घटना को काफी गंभीरता से ले रही है। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों में संसद के निचले सदन के सदस्य और यूरोपीय संसद के सदस्यों के साथ ही क्षेत्रीय और स्थानीय विधानसभाओं के नेता शामिल हैं। बर्लिन के राजनीतिक दलों ने इस पर गंभीर चिंता जताई है। वामपंथी लिंके संसदीय समूह के प्रमुख डायटमार बार्श ने इसे लोकतंत्र पर हमला करार दिया। द गार्जियन की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रवादी पार्टी अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) के नेताओं का डेटा लीक नहीं हुआ है। रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स (सीडीयू) और क्रिश्चियन सोशल यूनियन (सीएसयू) के 405, सोशल डेमोक्रेट्स पार्टी (एसपीडी) के 294, ग्रीन पार्टी के 105, लेफ्ट पार्टी के 82 और फ्री डेमोक्रेटिक पार्टी (एफडीपी) के 28 सांसदों का निजी डेटा लीक हुआ है। बुर्ज खलीफा से अगले साल छिन जाएगा खिताब, ये बनेगा दुनिया का सबसे ऊंचा टॉवर 4 January 2019 अगले साल बुर्ज खलीफा से दुनिया की सबसे ऊंची इमारत का ताज छिनना तय है जो 828 मीटर ऊंची है। दुनिया की सबसे ऊंची इमारत बनने के लिए पश्चिम एशिया के दो टॉवर्स में जंग छिड़ गई है। दोनों ही टॉवर्स साल 2020 से पहले अपना निर्माण पूरा कर लेना चाहते हैं। पहला टॉवर दुबई के ही क्रीक हार्बर में बन रहा 'द टॉवर' है जिसको 938 मीटर ऊंचा बनाने की तैयारी है। दुबई की बड़ी डेवलपर एम्मार प्रॉपर्टीज ने इस इमारत को बनाने का ऐलान किया था। इसे बनाने में करीब 65 अरब रुपए खर्च होंगे। दुबई की नई बिल्डिंग टॉवर के आकार में बन रही है। इसमें कई खासियतें भी जोड़ी जाएंगीं, जैसे कि घूमते गार्डेन, घूमती बालकनी आदि होंगे। इसे दुबई क्रीक के बीचोबीच बनाया जाएगा। साल 2020 में सउदी अरब का 'जेदाह टावर' भी बन कर तैयार हो जाएगा। यह टॉवर दुबई में बन रहे 'दुबई क्रीक हॉर्बर टॉवर' से 72 मीटर और ऊंचा होगा। इसका मतलब है कि एक किलोमीटर से 8 मीटर और ऊंचा टॉवर। बता दें कि इसका निर्माण 2013 में शुरू हुआ था और तब इसे 'किंगडम टॉवर' नाम दिया गया था। 2018 में इसे बनकर तैयार होना था लेकिन अब ये दो साल की देरी से बनकर तैयार होगा। इस बिल्डिंग की ऊंचाई 3281 फीट होगी। गौरतलब है कि बुर्ज खलीफा दुनिया की सबसे ऊंची बिल्डिंग है जिसे बनने में 5 साल का वक्त लगा था। बिल्डिंग बनाने की शुरुआत जनवरी 2004 में हुई थी और अक्टूबर 2009 में पूरी बनकर तैयार हो गई थी। आधिकारिक रूप में इसे 4 जनवरी 2010 के दिन ही खोला गया था। एक अनुमान के मुताबिक इस इमारत को बनाने में करीब 1.5 अरब डॉलर का खर्चा आया था। पाकिस्तान को दिए दो अरब डॉलर के लोन पर चीन ने साधी चुप्पी 3 January 2019 बीजिंग। पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा के भंडार को बढ़ाने के लिए चीन ने पाकिस्तान को दो अरब डॉलर का कर्ज दिया है। हालांकि, इस बारे में बीजिंग कुछ भी जानकारी देने से मना कर रहा है। बुधवार को पत्रकार वार्ता में चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लू कांग ने कहा कि चीन और पाकिस्तान रणनीतिक सहयोगी साझेदार हैं। हालांकि, जब उनसे लंदन के फाइनेंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के बारे में पूछ गया कि क्या चीन दो अरब डॉलर की सहायता पाकिस्तान को देने के लिए तैयार हो गया है। इस पर लू ने कहा कि बीजिंग लगातार पाकिस्तान को मदद देता रहा है। मगर, उन्होंने इसके बारे में अधिक जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए चीन व्यापार, निवेश और हर तरह के व्यावहारिक सहयोग को देना जारी रखेगा। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष हमेशा प्रासांगिक सहयोग पर संपर्क में रहते हैं। पिछले साल नवंबर में प्रधानमंत्री इमरान खान की पहली बीजिंग यात्रा के दौरान चीन ने पाकिस्तान को कितनी आर्थिक मदद देने की प्रतिबद्धता जाहिर की थी, यह उसने खुलासा नहीं किया था। इमरान खान ने बकाया भुगतान संकट की कठिन परिस्थितियों से निपटने के लिए बीजिंग की मदद मांगी थी। कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि पाकिस्तान को चीन से करीब 6 अरब डॉलर का लोन मिल सकता है, लेकिन चीन ने राशि के बारे में कोई पुष्टि नहीं की है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान के स्टेट बैंक के शीर्ष अधिकारी के नेतृत्व में एक टीम ने इस बारे में विस्तृत चर्चा के लिए चीन का दौरा किया था। वहीं, इमरान खान ने सऊदी अरब से 6 अरब डॉलर की मदद का आश्वासन मिलने के बाद चीन का दौरा किया था। रिपोर्ट यह भी है कि सऊदी ने चीन को तीन अरब डॉलर का लोन दिया है। इतना ही नहीं पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से बेलआउट पेकैज की मांग की है, ताकि वह वकाया भुगतान की स्थिति से उबर सके। त्रासदी होगी ताइवान की आजादी होगी, शांतिपूर्ण विलय करें : शी जिनपिंग 2 January 2019 बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि ताइवान की आजादी एक त्रासदी होगी। बेहतर होगा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से चीन में विलय कर ले। उन्होंने कहा कि चीन सैन्य ताकत के इस्तेमाल भी परहेज नहीं करेगा। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बुधवार को कहा कि इस द्वीप को आखिरकार फिर चीन के साथ मिलाया जाएगा। बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में प्रमुख ताइवान पॉलिसी की 40वीं वर्षगांठ पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि एक चीन सिद्धांत के आधार पर ताइवान का चीन में विलय होना चाहिए। यह सिद्धांत ताइवान को चीन के एक हिस्से के तौर पर मानता है। उन्होंने कहा कि ताइवान के सभी लोगों को स्पष्टतौर पर समझ लेना चाहिए कि ताइवान की आजादी एक त्रासदी होगी। उन्होंने आगे कहा कि ताइवान के शांतिपूर्ण विलय के लिए हम सारे रास्ते खुले रखने को तैयार हैं, लेकिन अलगाववादी गतिविधियों के लिए हमारे पास कोई जगह नहीं है। शी जिनपिंग ने यह भी कहा कि चीन इस काम में अड़ंगा लगाने वाले बाहरी तत्वों के खिलाफ सभी आवश्यक कदम उठाने का विकल्प खुला रखेगा। उन्होंने कहा कि हम ऐसा कोई वादा नहीं करते हैं कि सेना का प्रयोग नहीं किया जाएगा और सभी विकल्प खुले रहेंगे। बताते चलें कि चीन और ताइवान एक-दूसरे की संप्रभुता को मान्यता नहीं देते। दोनों खुद को असली चीन मानते हैं। चीन का आधिकारिक नाम पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना है। वहीं, जिसे दुनिया ताइवान के नाम से जानती है उसका अपना आधिकारिक नाम है रिपब्लिक ऑफ चाइना। ताइवान ऐसा द्वीप है, जो 1950 से ही आजाद रहा है, लेकिन चीन उसे अपना विद्रोही राज्य कहता है। उसका मानना है कि ताइवान को चीन में शामिल होना चाहिए, इसके लिए चाहे बल प्रयोग ही क्यों न करना पड़े। अफगानिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप नही करने की नीति पर कायम है भारत 29 December 2018 नई दिल्ली। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की संख्या घटाने के फैसले के बाद जिस तरह पड़ोसी देशों के माहौल में बदलाव आने के संकेत है उससे भारत की चिंता बढ़ गई है। खास तौर पर पाकिस्तान समर्थित तालिबानी धड़े को मिल रही अहमियत भारतीय कूटनीति के लिए बड़ा सिरदर्द है। सरकार के शीर्ष कूटनीतिक अधिकारी इन चुनौतियों को स्वीकार करते हैं, लेकिन यह भी स्पष्ट कर रहे हैं कि अफगानिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप नहीं करने की भारत की पारंपरिक नीति में कोई बदलाव नहीं आया है। अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना की संख्या 15 हजार से घटाकर 8,000 करने के फैसले के बाद पाकिस्तान और चीन के बीच अफगानिस्तान को लेकर वार्ता शुरू हो गई है। बदले माहौल में तालिबान विरोधी ईरान ने भी उनके प्रतिनिधियों से वार्ता शुरू कर दी है। रूस पहले से ही तालिबान की अगुआई में अफगान समस्या के समाधान को लेकर सक्रिय है। दूसरी तरफ, तालिबान को लेकर भारत के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है। असलियत में अभी भारत और अफगानिस्तान की अशरफ घनी सरकार ही बचे हैं जिनकी तालिबान से सीधी बातचीत नहीं हो रही है। विदेश मंत्रालय के उच्चपदस्थ सूत्रों का कहना है कि तालिबान के साथ बातचीत नहीं करने को लेकर भारत अपनी नीति पर अडिग है। लेकिन हम अफगानिस्तान में शांति बहाली के हर कदम का समर्थन करेंगे क्योंकि भारत के हित सीधे तौर पर उससे जुड़े हैं। सनद रहे कि भारी अमेरिकी दबाव के बावजूद भारत ने अफगानिस्तान में सैन्य हस्तक्षेप नहीं करने की नीति अख्तियार की हुई है। दूसरी तरफ, भारत अफगानिस्तान को दूसरे तरीके से मदद पहुंचाने में जुटा है। भारत वहां चार अरब डॉलर की परियोजनाएं लगा चुका है और 2.5 अरब डॉलर की अन्य परियोजनाओं पर विचार हो रहा है। अफगानिस्तान के 35 प्रांतों में अभी 550 छोटी-छोटी परियोजनाएं भारत की मदद से चल रही हैं जो सीधे तौर पर वहां की आवाम के जीवनस्तर को बेहतर बनाने का काम कर रही हैं। इसके अलावा अफगानिस्तान के प्रशासनिक व सैन्य बलों को बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण का काम भी भारत कर रहा है। नए माहौल में अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने से भारत की परियोजनाओं पर संशय छा सकता है। 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान में तालिबान का शासन रहा। इस दौरान भारतीय हितों को न सिर्फ नुकसान पहुंचाने की हर मुमकिन कोशिश हुई बल्कि भारतीय मदद से निर्मित इमारतों को भी नेस्तनाबूद कर दिया गया था। तालिबान से भारत की चिंताएं 1. कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को मिलेगा समर्थन 2. अफगान मामले में पाकिस्तान की बढ़ेगी अहमियत 3. तालिबान को रूस के समर्थन से भारत-रूस रिश्तों में आएगा तनाव 4. अफगानिस्तान में अरबों डॉलर के भारतीय निवेश पर फिर सकता है पानी 5. अफगान में चीन की बीआरआई परियोजना का तेजी से विस्तार संभव मिस्र के राष्ट्रपति बोले, मोटापा घटाएं देशवासी, टीवी शो में मोटे लोगों को न करें शामिल 28 December 2018 काहिरा। मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतेह अल-सिसी ने देशवासियों से मोटापा घटाने की अपील की है। उन्होंने टीवी चैनलों से भी कहा कि वे ऐसे एंकर्स, प्रजेंटरों और लोगों को अपने प्रोग्राम में शामिल नहीं करें, जो मोटापे के शिकार हैं। सैन्य जनरल से राष्ट्रपति बनने वाले अल-सिसी ने हाल में टेलीविजन पर अपने 20 मिनट के संबोधन में कहा कि वह जब सड़कों पर निकलते हैं तो मोटापे के शिकार लोगों की बड़ी तादाद देखते हैं। लोगों को अपने खान-पान व जीवनशैली पर गौर करना चाहिए और मोटापा कम करना चाहिए। शारीरिक शिक्षा को स्कूलों और विश्वविद्यालयों के मुख्य पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। टेलीविजन पर यह बयान देने के दूसरे दिन राष्ट्रपति साइकिल से राजधानी काहिरा के उपनगरीय इलाके में स्थित नेशनल मिलिट्री अकादमी पहुंचे। यहां उन्होंने कैडेट्स से कहा कि उन लोगों की बेसिक ट्रेनिंग तब तक पूरी नहीं मानी जाएगी जब तक कि वे फिटनेस की बुनियादी जरूरतों पर पूरी तरह खरे नहीं पाए जाते। हालांकि, अल-सिसी के इन बयानों का सोशल मीडिया पर खूब मजाक भी उड़ाया गया। मिस्र की स्वास्थ्य मंत्री हला जायद ने हाल में देश में मोटापे के शिकार लोगों का नया आंकड़ा जारी किया था। इसके अनुसार, मिस्र में एक अभियान के तहत जिन 1.7 करोड़ लोगों की ऊंचाई और वजन को मापा गया था, उनमें से करीब 75 फीसद का वजन ज्यादा पाया गया। Airport के चारो और था ज़हरीला पानी , अभी तक लोगो को नहीं पता थी यह बात 27 December 2018 अमेरिका में पिछले तीन दिन से शटडाउन कामकाज को प्रभावित कर रहा है। आज शटडाउन का चौथा दिन है। शटडाउन के कारण लोगों को क्रिसमस के जश्न में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां ट्रंप भी अकेले पड़ गए हैं। मेलानिया भी पति ट्रंप का साथ देने के लिए छुट्टियों से लौट आई हैं। तीसरे दिन फिर ट्रंप ने ट्वीट किया, 'मैं यहां पूरी तरह अकेले बैठकर डेमोक्रेट्स का इंतजार कर रहा हूं ताकि सीमा सुरक्षा को लेकर कोई बात बन सके। डेमोक्रेट्स अगर बात नहीं करेंगे तो कहीं न कहीं देश को इसकी कीमत चुकानी होगी।' गौरतलब है कि अमेरिका में एक बार फिर शटडाउन हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रैट्स के बीच यूएस-मेक्सिको बॉर्डर वॉल फंडिंग पर बात नहीं बन सकी है। जिसके बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शटडाउन की घोषणा करते हुए कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि यह शटडाउन ज्यादा लंबा नहीं चलेगा। ट्रंप प्रशासन यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार के निर्माण के लिए पांच बिलियन डॉलर (लगभग 35,000 करोड़ रुपए) की मांग कर रहा है। इसी सिलसिले में गुरुवार को रिपब्लिकंस ने पांच बिलियन अमेरिकी डॉलर का फंडिंग बिल पास किया था। शुक्रवार को इस संबंध में सीनेट में वोटिंग शुरू हुई, हालांकि डेमोक्रैट्स इस बिल के खिलाफ हैं। दरअसल, डेमोक्रैट्स यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार खड़ी करने की बजाए फेंसिंग के पक्ष में हैं। विरोध के कारण शुक्रवार को बिल सीनेट में पास नहीं हुआ, जिसके बाद एक बार फिर ट्रंप ने ट्वीट ने शटडाउन का पूरा ठीकरा डेमोक्रैट्स पर फोड़ा है। क्रिसमस से पहले अमेरिका में शटडाउन, अकेले रह गए हैं राष्ट्रपति ट्रंप 25 December 2018 अमेरिका में पिछले तीन दिन से शटडाउन कामकाज को प्रभावित कर रहा है। आज शटडाउन का चौथा दिन है। शटडाउन के कारण लोगों को क्रिसमस के जश्न में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां ट्रंप भी अकेले पड़ गए हैं। मेलानिया भी पति ट्रंप का साथ देने के लिए छुट्टियों से लौट आई हैं। तीसरे दिन फिर ट्रंप ने ट्वीट किया, 'मैं यहां पूरी तरह अकेले बैठकर डेमोक्रेट्स का इंतजार कर रहा हूं ताकि सीमा सुरक्षा को लेकर कोई बात बन सके। डेमोक्रेट्स अगर बात नहीं करेंगे तो कहीं न कहीं देश को इसकी कीमत चुकानी होगी।' गौरतलब है कि अमेरिका में एक बार फिर शटडाउन हो गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और डेमोक्रैट्स के बीच यूएस-मेक्सिको बॉर्डर वॉल फंडिंग पर बात नहीं बन सकी है। जिसके बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शटडाउन की घोषणा करते हुए कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि यह शटडाउन ज्यादा लंबा नहीं चलेगा। ट्रंप प्रशासन यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार के निर्माण के लिए पांच बिलियन डॉलर (लगभग 35,000 करोड़ रुपए) की मांग कर रहा है। इसी सिलसिले में गुरुवार को रिपब्लिकंस ने पांच बिलियन अमेरिकी डॉलर का फंडिंग बिल पास किया था। शुक्रवार को इस संबंध में सीनेट में वोटिंग शुरू हुई, हालांकि डेमोक्रैट्स इस बिल के खिलाफ हैं। दरअसल, डेमोक्रैट्स यूएस-मेक्सिको बॉर्डर पर दीवार खड़ी करने की बजाए फेंसिंग के पक्ष में हैं। विरोध के कारण शुक्रवार को बिल सीनेट में पास नहीं हुआ, जिसके बाद एक बार फिर ट्रंप ने ट्वीट ने शटडाउन का पूरा ठीकरा डेमोक्रैट्स पर फोड़ा है। खैबर पख्तूनख्वां में बम धमाके में 25 की मौत, 30 से ज्यादा घायल 23 November 2018 इस्लामाबाद। पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में भीड़भाड़ वाले बाजार में बम धमाके की खबर है। बताया जा रहा है कि मदरसे के पास शुक्रवार को हुए शक्तिशाली बम धमाके में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 30 अन्य घायल हो गए। बताया जा रहा है कि घायलों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया है, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है। मामले की जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि कबीलाई जिले औरकजई जिले के कलाया इलाके में आतंकी हमला हुआ है। यहां हर शुक्रवार को जुमा बाजार लगता है और इसी बाजार में भीड़ को निशाना बनाया गया है। इस ब्लास्ट से अलग कराची के क्लिफटन में चीनी दूतावास पर सुबह करीब 9.30 बजे एक बड़ा आतंकी हमला किया गया था। इस हमले में दो सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई है, जबकि तीन आतंकियों को मार गिराया गया है।डीआईजी साउथ जावेद आलम ने हमले में दो पुलिसकर्मियों के मारे जाने की पुष्टि की है। सफाई में मिली लॉटरी की टिकट ने अमेरिकी कपल को बनाया करोड़पति 22 November 2018 वॉशिंगटन। अमेरिका के लुसियाना के एक कपल की खुशी का उस वक्त ठिकाना नहीं रहा, जब उन्हें पता चला कि उनकी 1.8 मिलियन डॉलर की लॉटरी खुल गई। मजेदार बात यह है कि अगर दो हफ्तों का समय और निकल जाता, तो वे इस राशि से हाथ धो बैठते। दरअसल, यह टिकट उन्होंने बेकार समझकर यूं ही घर में पड़ा रहने दिया। हैरोल्ड और टीना की यह करोड़ों की लॉटरी 6 जून को खुली थी। मगर, उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं थी। छुट्टियों में घर की सफाई करने के दौरान उन्हें कुछ बेकार पड़े लॉटरी टिकट मिले। इन टिकट्स को पहले कभी चेक नहीं किया था। बाद में कपल ने लॉटरी की वेबसाइट पर जब उन्हें चेक किया, तो उनके आश्चर्य का ठिकाना नहीं रहा। उनके हाथ में जो लॉटरी की टिकट्स थीं, उनमें से एक जैक-पॉट वाली टिकट थी। अब टैक्स काटकर दंपति को 12 लाख 74 हजार डॉलर की राशि मिलेगी। टीना ने कहा कि हमारा फिजूल की चीजें खरीदने या लंबी छुट्टी पर जाने की कोई योजना नहीं है। हम इस राशि को अपने रिटायरमेंट के लिए संभालकर रखना चाहते हैं। उन्होंने बताया कि थैंक्सगिविंग के लिए हमारा परिवार घर पर आने वाला था। इसलिए घर की सफाई की जा रही थी, लेकिन इस दौरान लॉटरी का टिकट मिला, जिसने हमारी जिंदगी बदल दी। बताते चलें कि पिछले महीने मेगा मिलियन यूएस लॉटरी जैकपॉट में साउथ कैरोलिना के अकेले एक विजेता की 1.5 अरब डॉलर की लॉटरी निकली थी। इससे पहले मार्च 2012 में 656 मिलियन डॉलर की लॉटरी निकली थी। अफगानिस्तान में आत्मघाती हमले में 50 से भी अधिक की मौत 21 November 2018 काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मंगलवार को हुए एक आत्मघाती हमले में 50 से भी ज्यादा लोगों की मौत हो गई, जबकि 70 से भी अधिक घायल हो गए। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने बताया कि यह हमला एक धार्मिक समारोह में मौजूद इस्लामिक विद्वानों को लक्ष्य करके किया गया था। स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता वाहिद माजरोह के अनुसार, समारोह का आयोजन उलेमा परिषद की तरफ से किया गया था। आयोजन स्थल उरानस वेडिंग पैलेस के एक प्रबंधक ने बताया कि एक आत्मघाती हमलावर ने समारोह के बीच विस्फोट करके खुद को उड़ा लिया। घटना के बाद किसी भी संगठन ने इसकी जिम्मेवारी नहीं ली है। हालांकि, काबुल में हुए हालिया हमलों की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। सितंबर में कुश्ती के अखाड़े में हुए हमले के बाद यह अब तक की सबसे खतरनाक वारदात है। अखाड़े में हुए हमले में 26 लोग मारे गए थे। गत महीने हुए संसदीय चुनाव के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार चुनावी हिसा हो रही है। इनमें अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है, सैकड़ों घायल भी हैं। यह पहला मौका नहीं है जब धार्मिक विद्वानों को लक्ष्य करके हमला किया गया है। इससे पहले जून में भी एक कार्यक्रम के दौरान मौलवियों पर आत्मघाती हमला हो चुका है। अंतरराष्ट्रीय समूह जबकि शांति वार्ता के लिए तालिबान को मनाने में जुटा है, हालिया हमला सुरक्षाबलों पर गहरा दबाव बनाता है। उल्लेखनीय है कि अमेरिकी दूत ने यहां गत रविवार को ही उम्मीद जताई थी कि अफगानिस्तान में पिछले 17 वर्षों से चल रहा गृहयुद्ध जल्द खत्म हो सकता है। इसके लिए अगले साल अप्रैल में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले ही शांति समझौता हो सकता है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने 'Toxic' को चुना 'वर्ड ऑफ द ईयर', जानें क्या है वजह 20 November 2018 ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने टॉक्सिक (Toxic) यानी जहरीले को 'वर्ड ऑफ द ईयर 2018' चुना है। अंग्रेजी में पहली बार इस शब्द का प्रयोग 17वीं सदी के मध्य में हुआ था। यह मध्ययुगीन लातिन शब्द ‘टॉक्सिकस' से बना है, जिसका अर्थ ‘जहर' या ‘जहर से भरा' होता है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने बताया कि पिछले एक साल में पर्यावरण और राजनीतिक माहौल को देखते हुए ये शब्द चुना गया है। ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने कहा कि साल 2018 में बने हालात, मिजाज और भावनाओं को यह शब्द प्रदर्शित करता है। ऑक्सफोर्ड अंग्रेजी शब्दकोश ने एक बयान में कहा कि ‘ऑक्सफोर्ड ईयर ऑफ द वर्ड' ऐसा शब्द या अभिव्यक्ति है, जो सांस्कृतिक महत्व की दृष्टि से अहमियत रखता हो। साल के शब्द के लिए जिन शब्दों की सूची तैयार की गई थी, उनमें टॉक्सिक के अलावा गैसलाइटिंग, इनसेल और टेकलैश शब्द शामिल थे। आंकड़े बताते हैं कि इस साल टॉक्सिक के अलावा केमिकल और मैस्कुलिनिटी शब्द का भी काफी प्रयोग किया गया। बयान में कहा गया है कि मीटू अभियान में ‘टॉक्सिक मैस्कुलिनिटी' का काफी प्रयोग किया गया। अंतरराष्ट्रीय सुर्खियां बटोरने वाली ब्रेट कावानाह सीनेट न्यायिक समिति की सुनवाई जैसी साल की कुछ सबसे चर्चित घटनाओं में भी ‘टॉक्सिक मैस्कुलिनिटी' का प्रयोग हुआ। इस शब्द ने जनमानस में गहरा असर डाला और 2018 में लोगों ने इस पर खूब चर्चा की। पाक ने हमारे लिए कुछ नहीं किया, लादेन को पनाह दी, इसलिए रोकी करोड़ों की मदद : ट्रंप 19 November 2018 वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान को करोड़ों डॉलर की सैन्य सहायता रोके जाने के अपने प्रशासन के फैसले को रविवार को सही करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अमेरिका के लिए कोई काम नहीं करता और वहां की सरकार ने अलकायदा सरगना ओसामा बिन लादेन को छिपने में मदद की थी। बताते चलें कि सितंबर में ट्रंप प्रशासन ने 30 करोड़ डॉलर की सैन्य मदद पर यह कहते हुए रोक लगा दी थी कि पाकिस्तान ने आतंकी संगठनों के खिलाफ कुछ नहीं किया है। पिछले साल अगस्त में अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया को लेकर अपनी नीति की घोषणा करते हुए ट्रंप ने पाकिस्तान को आतंकियों का सुरक्षित पनाहगाह बताया था जिन्होंने अफगानिस्तान में अमेरिकियों की हत्या की। उन्होंने पाकिस्तान को आगाह किया था आतंकियों की मदद करने से उसे काफी कुछ खोना पड़ेगा। ट्रंप ने फॉक्स न्यूज को एक साक्षात्कार में लादेन और पाकिस्तान के एबटाबाद में उसके पूर्व ठिकाने का जिक्र करते हुए कहा, 'लेकिन पाकिस्तान में सैन्य अकादमी के ठीक बगल में रहना। पाकिस्तान में हर कोई जानता था कि वह वहां पर है और हम पाकिस्तान को एक वर्ष में 1.3 अरब डॉलर दे रहे थे।' ट्रंप ने आगे कहा, 'लादेन पाकिस्तान में रह रहा था, हम पाकिस्तान का समर्थन कर रहे थे। हम उन्हें एक वर्ष में 1.3 अरब डॉलर दे रहे थे, जो हम उन्हें अब नहीं दे रहे हैं। मैंने इसे समाप्त कर दिया क्योंकि वे हमारे लिए कुछ नहीं करते।' खशोगी मामले में अमेरिका ने 17 सऊदी अधिकारियों पर लगाए प्रतिबंध 16 November 2018 वाशिंगटन/रियाद। पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में बड़ा कदम उठाते हुए अमेरिका ने 17 सऊदी अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। यह प्रतिबंध गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन के लिए लगे हैं। जानकारी के अनुसार अमेरिका ने अमेरिका ने सऊद अल कहतानी, उनके मातहत माहेर मुतरीब, सऊदी अरब के महावाणिज्य दूत मोहम्मद अल उतैबी और एक ऑपरेशन दल के 14 अन्य सदस्यों पर प्रतिबंध लगाए हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने गुरुवार को कहा कि यह कार्रवाई शासकीय आदेश 13818 के तहत की गई है जिससे ग्लोबल मैगनीटस्काई ह्यूमन राइट्स अकाउंटीबिलिटी एक्ट लागू होता है। अमेरिका के ट्रेजरी सेक्रेटरी स्टीवन मुचिन ने कहा कि सऊदी अरब की सरकार उचित कदम उठाए ताकि इस तरह की टार्गेटेड हत्याओं को रोका जा सके। उनके विभाग ने अल-कहतानी पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने खशोगी की हत्या की प्लानिंग और उसे पूरा करने में मदद की। पांच अफसरों के लिए सऊदी ने मांगी मौत पत्रकार जमाल खशोगी हत्या मामले में आरोपित सऊदी अरब के पांच अधिकारियों पर दोष सिद्ध हो गया तो उन्हें मौत की सजा हो सकती है। मामले में जांचकर्ताओं ने सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ सबूत न होने की बात कहते हुए उन्हें बरी कर दिया है। सऊदी अरब की शाही सत्ता के मुखर विरोधी खशोगी अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार थे। दो अक्टूबर को वह तुर्की के इस्तांबुल शहर स्थित सऊदी के वाणिज्य दूतावास में अपनी शादी से संबंधित दस्तावेज पेश करने गए लेकिन वापस नहीं आए। बाद में हुई जांच में पता चला कि खशोगी की दूतावास के अंदर भी हत्या कर दी गई और उनकी लाश को तेजाब से नष्ट कर डे्रन में बहा दिया गया। लेकिन सऊदी सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि अचेतावस्था में खशोगी की हत्या के बाद उनकी लाश के टुकड़ों को दूतावास के बाहर के एक व्यक्ति को अंतिम संस्कार के लिए दिया गया था। इस कृत्य के लिए सऊदी अरब के दर्जन भर से ज्यादा अधिकारी शक के दायरे में आए, उन्हीं में से पांच अब हत्याभियोग का सामना कर रहा है। सऊदी अरब के कानून के अनुसार हत्या की सजा मौत है। जांचकर्ताओं के अनुसार सऊदी अरब की खुफिया एजेंसी के उप प्रमुख जनरल अहमद अल-असीरी के आदेश पर इस कृत्य को अंजाम दिया गया। इसके लिए खशोगी से वार्ता के बहाने एक टीम इस्तांबुल के लिए रवाना की गई। वहां पर इस टीम ने खशोगी की हत्या की। इस हत्या को लेकर दुनिया भर में फजीहत के बाद सऊदी अरब ने माना था कि उसके दूतावास में खशोगी की हत्या हुई। लेकिन उसने इसमें सऊदी सत्ता के शामिल होने से इनकार कर दिया। प्रवक्ता ने बताया कि मामले में कुल 21 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। जबकि तुर्की ने मामले की निष्पक्ष अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग की है। तुर्की ने हत्या से जुड़े तमाम सबूत सऊदी अरब, अमेरिका और अपने पश्चिमी मित्र देशों को सौंपे हैं। तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगेन ने कहा है कि खशोगी की हत्या का आदेश सऊदी सरकार के सर्वोच्च स्तर से आया था। जाहिर है उनका इशारा सऊदी प्रिंस मोहम्मद की ओर है। खुफिया उप प्रमुख अल-असीरी को मोहम्मद का खास माना जाता है। सिंगापुर में PM Modi ASEAN समिट में हुए शामिल, हैकथॉन विजेताओं को किया पुरस्कृत 15 November 2018 कोलंबो। श्रीलंका की संसद ने बुधवार को महिंदा राजपक्षे सरकार के खिलाफ ऐतिहासिक मतदान किया है। इसे महिंदा राजपक्षे और राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना के लिए करारा झटका माना जा रहा है। श्रीलंका की 225 सदस्यीय संसद में यह मतदान बुधवार को हुआ। सिंगापुर। दो दिवसीय सिंगापुर दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने दौरे के दूसरे दिन आसियान-इंडिया ब्रेकफास्ट समिट में पहुंचे जहां आसियान नेताओं के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने समुद्री सहयोग पर जोर दिया साथ ही इंडो-पेसिफिक रिजन की समृद्धि के लिए व्यापार की सेंट्रलिटी पर जोर दिया। इससे पहले उन्होंने 'इंडिया-सिंगापुर हैकाथॉन-2018' के विजेताओं को पुरस्कृत किया। यह हैकाथॉन सोमवार को शुरू हुई थी। हैकाथॉन 40 टीमों की एक प्रतियोगिता है, जिसका उद्देश्य दोनों देशों के छात्रों की नवप्रवर्तन क्षमताओं का प्रदर्शन करना है। पुरस्कार समारोह के दौरान सिंगापुर के शिक्षा मंत्री ओंग ये कुंग भी मौजूद रहे। 31 मई से दो जून के सिंगापुर के अपने आधिकारिक दौरे में मोदी ने अपने सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सीन लूंग के सामने भारत और सिंगापुर के एक संयुक्त हैकाथॉन के आयोजन का प्रस्ताव रखा था जिस पर लूंग ने तुरंत सहमति जता दी थी। सिंगापुर में भारतीय उच्चायोग ने सिंगापुर के शिक्षा एवं विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर इस कार्यक्रम को संभव बनाया। दोनों देशों से 20-20 टीमों ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इन टीमों में यूनिवर्सिटी एवं कॉलेज के छात्र शामिल हैं श्रीलंका की संसद में राजपक्षे सरकार के खिलाफ वोट, रानिल विक्रमसिंघे की स्थिति मजबूत 14 November 2018 कोलंबो। श्रीलंका की संसद ने बुधवार को महिंदा राजपक्षे सरकार के खिलाफ ऐतिहासिक मतदान किया है। इसे महिंदा राजपक्षे और राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरिसेना के लिए करारा झटका माना जा रहा है। श्रीलंका की 225 सदस्यीय संसद में यह मतदान बुधवार को हुआ। संसद ने महिंदा राजपक्षे के खिलाफ लाया अविश्वास प्रस्ताव भारी मतों से पारित कर दिया। राजपक्षे को 225 सदस्यों वाले सदन में अपना बहुमत साबित करने के लिए कम से कम 113 सांसदों के समर्थन की जरूरत थी। स्पीकर कारु जयसूर्या ने इसकी घोषणा की कि संसद के अधिकांश सदस्यों ने राजपक्षे के खिलाफ वोट किया। मजबूत हुई है विक्रमसिंघे की स्थिति इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के संसद को भंग करने के फैसले को पलट दिया था। कोर्ट का यह फैसला मैत्रीपाला सिरिसेना और उनके नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे के लिए पहला झटका था। अब संसद में भी राजपक्षे के खिलाफ मतदान होने से विक्रमसिंघे की स्थिति मजबूत हुई है। हालांकि, संसद में हुई यह वोटिंग विक्रमसिंघे के लिए निर्णायक जीत के तौर पर नहीं देखी जा सकती। विक्रमसिंघे की पार्टी श्रीलंका की संसद में सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन राष्ट्रपति सिरिसेना को अब भी अगला प्रधानमंत्री चुनने का अधिकार है। बताते चलें कि सिरिसेना ने 26 अक्टूबर को रानिल विक्रमसिंघे को प्रधानमंत्री पद से बर्खास्त करके महिंदा राजपक्षे को पीएम नियुक्त कर दिया था। राष्ट्रपति के फैसले के खिलाफ 13 याचिकाएं हुई थीं दायर इस मामले में सोमवार को श्रीलंका के सुप्रीम कोर्ट ने संसद भंग करने के राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना के फैसले को पलट दिया था और 5 जनवरी को प्रस्तावित मध्यावधि चुनाव की तैयारियों पर रोक लगाने का आदेश दिया था। कोर्ट के इस फैसले से रानिल विक्रमसिंघे को राहत मिली है। संसद में राजपक्षे के पक्ष में बहुमत नहीं था और इसका अंदाजा राष्ट्रपति सिरिसेना को भी था, जिसे देखते हुए उन्होंने संसद का कार्यकाल पूरा होने से 20 महीने पहले ही 9 नवंवबर को इसे भंग कर दिया था। सिरिसेना के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई। इसके खिलाफ करीब 13 याचिकाएं दायर की गईं, जिस पर मंगलवार को फैसला आया। सिरिसेना का फैसला 7 दिसंबर तक निलंबित कोर्ट ने कहा कि सिरिसेना का फैसला 7 दिसंबर तक निलंबित रहेगा। अदालत अगले महीने कोई अंतिम व्यवस्था देगी और इससे पहले राष्ट्रपति के फैसलों से जुड़ी याचिकाओं पर गौर करेगी। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही स्पष्ट हो गया था कि संसद में शक्ति परीक्षण होगा, ताकि इस पर औपचारिक तौर रूप से मुहर लगाई जा सके कि राजपक्षे के पक्ष में बहुमत है या नहीं। इन दलों ने दी थी सुप्रीम कोर्ट में चुनौती अधिकारियों ने बताया कि अपदस्थ प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे की यूनाइटेड नेशनल पार्टी (UNP), मुख्य विपक्षी पार्टी तमिल नेशनल अलायंस (TNA) और वामपंथी जेपीवी सहित 10 समूहों ने शीर्ष अदालत में याचिकाएं दायर कर संसद भंग करने के राष्ट्रपति सिरिसेना के कदम को अवैध ठहराने की मांग की थी। इसके अलावा गैर सरकारी संगठन ‘सेंटर फॉर पॉलिसी ऑल्टरनेटिव्ज’ (CPA) ने भी राष्ट्रपति के कदम को चुनौती देने के लिए एक याचिका दायर की थी। ये याचिकाएं श्रीलंकाई सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस नलिन पेरेरा, न्यायमूर्ति प्रसन्ना जयवर्द्धने और न्यायमूर्ति प्रियंथा जयवर्द्धने की पीठ के समक्ष पेश की गई थीं। हमास ने इजरायल पर दागे रॉकेट, जवाबी कार्रवाई में टीवी चैनल सहित कई इमारतें तबाह 13 November 2018 येरुशलम। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतनयाहू ने रविवार को कहा था कि फिलिस्तीन के साथ गैरजरूरी युद्ध से बचने के लिए वह जो कर सकते हैं, कर रहे हैं। मगर, इसके 24 घंटों के अंदर ही इजरायल और फिलिस्तीन के बीच तनाव ने हिंसक रूप ले लिया है। इजरायल के अंडरवर्कर कमांडो द्वारा अंजाम दिए गए एक खुफिया मिशन में सात फिलीस्तीनी सेनानियों की मौत हो गई थी। इसके बाद आतंकी संगठन हमास और अन्य सशस्त्र आतंकी संगठनों ने दक्षिणी इजरायल पर रॉकेट और मोर्टार से हमले किए। फिलिस्तीन की तरफ से एंटी टैंक मिसाइल दागे जाने के बाद इजरायल में भूमध्य सागर से लेकर मृत सागर तक हवाई हमले के सायरन बज उठे। इस हमले मे इजरायल की एक बस निशाना बन गई, जिसमें 19 साल का एक जवान सहित कई अन्य लोग घायल हो गए। इसके बाद इजरायल की तरफ से किए गए हवाई हमले और टैंक फायर में फिलिस्तीन को भारी नुकसान हुआ। इजरायल ने गाजा में कई सैन्य पोस्ट पर हमला किया और हमास के टीवी स्टेशन, रेडियो स्टेशन, कार्यालय की इमारत के साथ ही हमास के मिलिट्री इंटेलिजेंस हेडक्वार्टर को निशाना बनाकर ध्वस्त कर दिया। गाजा पट्टी में मंगलवार को इजरायली हवाई हमले में हमास की 'अल-अक्सा टीवी' की इमारत ध्वस्त हो गई। इमारत को हवाई हमले में ध्वस्त करने से पहले इजरायल ने चेतावनी भरे सिलसिलेवार हमले किए थे, जिसके बाद वहां काम कर रहे लोगों को इमारत से बाहर निकाल लिया गया था। हमास ने गाजा सिटी में इमारत के ध्वस्त होने की पुष्टि कर दी है। इजरायल और फिलिस्तीनी उग्रवादियों के बीच हिंसा भड़कने के बाद इजरायल ने यह हमला किया। बताया जा रहा है कि साल 2014 के गाजा वॉर के बाद इजरायल पर यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है। इस्लामिक जिहादियों ने इजरायली कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब देने की कसम खाई है। चीन का प्रभाव रोकने को पापुआ न्यू गिनी की मदद करेगा ऑस्ट्रेलिया 2 November 2018 सिडनी। प्रशांत महासागर में चीन की बढ़ती सक्रियता और अपने हितों की रक्षा के लिए ऑस्ट्रेलिया ने द्वीपीय देश पापुआ न्यू गिनी (पीएनजी) को नौसैनिक अड्डा बनाने में आर्थिक सहायता देने का एलान किया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन ने गुरुवार को यहां कहा, 'हम पीएनजी को मानुस द्वीप पर नौसेना बेस बनाने में मदद करेंगे। इसका विकास संयुक्त रूप से किया जाएगा।' उन्होंने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि इस अड्डे का इस्तेमाल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना भी करेगी या नहीं। मौरिसन ने यह भी नहीं बताया कि ऑस्ट्रेलिया इसके लिए कितना धन मुहैया कराएगा? चीन की बढ़ती नौसैनिक गतिविधियों से पहले प्रशांत क्षेत्र में ऑस्ट्रेलिया की नौसेना का काफी प्रभाव था। इसे बनाए रखने के लिए वह चीनी गतिविधियों को सीमित करना चाहता है। चीन की दूरसंचार कंपनी हुआवे का प्रभाव कम करने के लिए ऑस्ट्रेलिया समुद्र में इंटरनेट केबल बिछाने में भी पीएनजी को मदद दे रहा है। चीन ने इस साल की शुरुआत में मानुस द्वीप पर नौसैनिक अड्डा बनाने में पीएनजी को मदद की पेशकश की थी। इससे ऑस्ट्रेलिया और उसके सहयोगी देश चिंतित हो गए थे। असीम मुनीर बने पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई के नए प्रमुख 10 October 2018 रावलपिंडी। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई को नया चीफ मिल गया है। अक्सर भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहने वाली आईएसआई के नए प्रमुख के रूप में लेफ्टिनेंट जनरल असीम मुनीर ने जिम्मेदारी संभाल ली है। मुनीर एक अक्टूबर को पूर्वी डीजी नावीद मुख्तार के रिटरमेंट के बाद इस पर पर चुने गए हैं। नवीद मुख्तार को 11 दिसंबर 2016 को आइएसआइ महानिदेशक की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा की अध्यक्षता वाले बोर्ड ने छह जनरलों की प्रोन्नति को मंजूरी दे दी है। प्रोन्नति पाने वाले सैन्य अफसरों में मेजर जनरल नदीम जकी मंज, मेजर जनरल शाहीन मजहर, मेजर जनरल अब्दुल अजीज, मेजर जनरल असीम मुनीर, मेजर जनरल सैयद मोहम्मद अदनान और मेजर जनरल वसीम अशरफ शामिल हैं। पाकिस्तानी सेना में अपने कार्यकाल के दौरान मुनीर उत्तरी क्षेत्रों की कमान के कमांडर रह चुके हैं। इस साल मार्च में उन्हें पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान 'हिलाल-ए-इम्तियाज' से नवाजा गया था। पाकिस्तान सरकार का यह सम्मान नागरिकों के साथ सैन्य अधिकारियों को भी दिया जाता है। होंगवेई का इंटरपोल चीफ के पद से इस्तीफा, चीन बोल- ली थी रिश्वत, हो रही जांच 8 October 2018 लियोन। अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन इंटरपोल के पूर्व प्रमुख मेंग होंगवेई के लापता होने के कई दिनों के बाद इंटरपोल ने एलान किया है कि उसे उसके चीनी प्रमुख मेंग होंगवेई का इस्तीफा मिला है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से पद त्याग दिया है। उनके स्थान पर दक्षिण कोरिया के उप प्रमुख किम जोंग यांग इंटरपोल के कार्यकारी अध्यक्ष बन गए हैं। इससे कुछ ही घंटे पहले चीन ने माना कि मेंग चीन में ही उसकी जांच के दायरे में हैं। मीडिया में आ रही रिपोर्ट्स के अनुसार चीन ने होंगवेई पर घूस लेने के आरोप लगाए हैं और कहा है कि उनके खिलाफ जांच की जा रही है। जबकि उनकी पत्नी ने बताया कि मेंग ने लापता होने से ठीक पहले खतरे की तरफ इशारा करते हुए उन्हें चाकू का इमोजी (फोटो) भेजा था। बता दें कि 29 सितंबर को इंटरपोल चीफ के फ्रांस से रवाना होने के बाद से ही उनकी पत्नी उनसे संपर्क नहीं कर पा रही हैं। फ्रांस के शहर लियोन में इंटरपोल प्रमुख मेंग की पत्नी ग्रेस मेंग ने मीडिया से अपना चेहरा छिपाते हुए बताया कि यह मामला अंतरराष्ट्रीय समुदाय का है। इंटरपोल के पहले चीनी प्रमुख मेंग की जान को खतरा है। उन्होंने फ्रांस की सरकार से मेंग की सलामती के लिए इस मामले में दखल देने की अपील की। मेंग 2016 में इंटरपोल प्रेसिडेंट बनने के बाद से अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ लियोन में ही रह रहे थे। हांगकांग के साउथ चाइना मानिर्ग पोस्ट ने एक अनाम सूत्र का हवाला देते हुए बताया था कि 64 साल के मेंग को चीन ने पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है। बता दें कि इंटरपोल एक शीर्ष अंतरराष्ट्रीय पुलिस एजेंसी है, जिसके 192 देश सदस्य हैं। मेंग नवंबर 2016 में इंटरपोल के प्रमुख बने थे। उसी वक्त मानवाधिकार समूहों ने यह आशंका जाहिर की थी कि चीन विदेश में असहमति के स्वरों को दबाने के लिए उन्हें परेशान कर सकता है। इंटरपोल ने विगत शनिवार को अपने प्रमुख मेंग होंगवेई को हिरासत में लिए जाने की खबरें सामने आने के बाद चीन की सरकार से स्पष्टीकरण मांगा था। इसके बाद चीन ने रविवार को कहा, "इंटरपोल के चीफ मेंग होंगवेई, जिनके लापता होने की खबर थी, कानून के उल्लंघन के चलते जांच के दायरे में हैं।" हालांकि चीन ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनके खिलाफ क्या मामला है। हाल के वर्षों में ऐसे तमाम मामले सामने आए हैं जब कई अधिकारी रहस्यमय ढंग से गायब हो गए और कई हफ्तों, कभी-कभी तो महीनों बाद चीनी सरकार ने एलान किया कि गायब व्यक्ति उनकी जांच के दायरे में है। चीन द्वारा ऐसे ज्यादातर मामले भ्रष्टाचार के बताए जाते हैं। हाल का एक वाकया तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मशहूर चीन की एक अभिनेत्री का है जो पिछले कुछ महीनों से गायब हैं और सरकार ने उनके खिलाफ टैक्स चोरी के आरोपों की जांच चलने की बात कही है। डेनिस मुकवेगे और नादिया मुराद को मिला 2018 का नोबेल शांति पुरस्कार 5 October 2018 ओस्लो। नोबेल पुरस्कारों की घोषणा का सिलसिला जारी है। कांगो के डॉ डेनिस मुकवेगे और यजीदी दुष्कर्म पीड़िता नादिया मुराद को साल 2018 के शांति के नोबेल पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन दोनों लोगों ने युद्ध क्षेत्र में यौन हिंसा के खिलाफ सराहनीय कार्य किया है। डॉ मुकवेगे पेशे से महिला रोग विशेषज्ञ हैं। जबकि नादिया मुराद पूरी दुनिया में यौन हिंसा के खिलाफ लोगों को जागरूक करने का काम कर रही हैं। पहले सट्टा बाजार में इसे लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन का नाम सबसे आगे चल रहा था। लेकिन, अब इन अटकलों पर विराम लग चुका है। ओस्लो में घोषित किए जाने वाले शांति पुरस्कार के लिए कुल 331 लोगों और संगठनों का नाम मुकाबले में है। बता दें कि नोबेल समिति उम्मीदवारों की लिस्ट गुप्त रखती है, केवल विजेताओं के नाम की ही घोषणा की जाती है। सोशल मीडिया पर अंतरराष्ट्रीय जगत के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार के बारे में कयास लगाए जा रहे थे। इस बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए 331 व्यक्तियों और संगठनों के नाम प्रस्तावित किए गए हैं। सूची का दायरा बड़ा होने के कारण ही कयासों का दौर जारी है। दरअसल, इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाना है इसलिए शांति पुरस्कार ही सबसे ज्यादा चर्चित है। ट्रंप और किम जोंग के अलावा दक्षिण कोरिया के नेता मून जेई-इन का नाम सबसे अधिक चर्चा में हैं। कोरियाई देशों के बीच पिछले एक साल से शांति की दिशा में उल्लेखनीय बातचीत हुई है। लेकिन, विशेषज्ञों का मानना है कि किम और मून को पुरस्कार देना जल्दबाजी होगी। उनका कहना है कि इन चीजों को छोड़ दें तो मानवाधिकार पर किम का रिकॉर्ड उनके समर्थन के लिए काफी नहीं है। ब्रिटेन के विदेश मंत्री रह चुके बोरिस जॉनसन और खुद मून भी कह चुके हैं कि कोरियाई द्वीप में अपनी पहल के लिए डोनाल्ड ट्रंप यह पुरस्कार जीत सकते हैं। लेकिन, ट्रंप के लिए गए फैसलों का जिक्र करते हुए डेन स्मिथ कहते हैं कि उनको पुरस्कार दिया जाना ठीक नहीं होगा। शांति की जहां तक बात है तो पेरिस जलवायु समझौते और ईरान परमाणु समझौते से बाहर होने का ट्रंप का फैसला नकारात्मक रहा है। PAK में भारतीय उच्चायुक्त का अपमान, जिस कार्यक्रम में देना था लेक्चर, उसे किया रद 4 October 2018 नई दिल्ली। पाकिस्तान में एक बार फिर भारतीय उच्चायुक्त को अपमानजनक स्थितियों का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान ने उस कार्यक्रम को निरस्त कर दिया, जिसमें पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया शिरकत करने वाले थे। पाकिस्तान ने बिना किसी पूर्व सूचना के ऐन मौके पर कार्यक्रम रद कर दिया । दरअसल, भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को सिविल सर्विस अकादमी द्वारा पाकिस्तान में आयोजित होने वाले वार्षिक कार्यक्रम में शिरकत करनी थी। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, कार्यक्रम को अंतिम समय में रद कर दिया है। सूत्रों का कहना है कि कार्यक्रम के रद करने की पीछे कोई भी खास वजह नहीं रही है। इसके बावजूद ऐसा क्यों किया गया, यह सवाल है। बता दें कि इस कार्यक्रम में भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया के लेक्चर होने वाला था। इस कार्यक्रम को रद करने के फैसले को बीते दिनों न्यूयॉर्क में भारत-पाक विदेश मंत्रियों की बैठक रद होने से जोड़कर देखा जा रहा है। बता दें कि लाहौर सिविल अकादमी में भारतीय उच्चायुक्त का ये कार्यक्रम होना था। उन्हें पिछले महीने 5 अक्टूबर को होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने का न्योता मिला था। गौरतलब है कि सिविल सेवा अकादमी पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा (पीएएस) में नई भर्तियों को प्रशिक्षण देता है। इसे मूल रूप से पाकिस्तान प्रशासनिक सेवा अकादमी कहा जाता था। केमिस्ट्री का नोबेल फ्रांसेस ऑर्नाल्ड और जार्ज पी स्मिथ व सर ग्रेगरी पी विंटर को मिला 3 October 2018 स्टॉकहोम। इस साल तीन वैज्ञानिकों को केमेस्ट्री का नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा। इनमें आधा हिस्सा अमेरिका के एच अरनॉल्ड को और शेष आधे हिस्से को संयुक्त रूप से जॉर्ज पी स्मिथ व सर ग्रेगरॉय पी विंटर को दिया गया है।इसके तहत 10.1 लाख अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार की राशि ज्यादा से ज्यादा तीन वैज्ञानिकों में साझा की जा सकती है। रॉयल स्वीडिश अकेडमी ऑफ साइंसेज ने इन पुरस्कारों की घोषणा की है। इससे पहले फिजिक्स के लिए आर्थर अशकिन और गेर्राड मौरोउ और दोन्ना स्ट्रिकलैंड के नाम की घोषणा की गई थी। इस पुरस्कार में आधा भाग आर्थर अशकिन जबकि आधे भाग में से गेर्राड मौरोउ और दोन्ना स्ट्रिकलैंड को सम्मानित किया गया है। बताते चलें कि महान वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में नोबेल पुरस्कार शुरू किए गए थे। हर साल 'रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस', 'द स्वीडिश एकेडमी', 'द कारोलिंस्का इंस्टीट्यूट' और 'द नॉर्वेजियन नोबेल कमिटी' द्वारा उन लोगों और संस्थाओं को दी जाती है, जिन्होंने अर्थशास्त्र, भौतिकशास्त्र, रसायनशास्त्र, चिकित्साशास्त्र, साहित्य और शांति के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है। इसके तहत हर विजेता को एक मेडल, एक डिप्लोमा, एक मोनेटरी अवॉर्ड दिया जाता है। हालांकि, इस बार साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिए जाने का फैसला किया गया है। पिछले 70 साल में पहली बार ऐसा है कि साहित्य का नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा। 1901 से लेकर अब तक 892 व्यक्तियों को नोबेल पुरस्कार मिला है। हालांकि, इनमें से महज 48 महिलाओं को ही यह प्रतिष्ठित पुरस्कार मिला है। इनमें से 30 महिलाओं को साहित्य या शांति के लिए नोबेल पुरस्कार मिला है। गणतंत्र दिवस पर भारत आ सकते हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 29 September 2018 न्यूयॉर्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नजरें भारत दौरे पर हैं। वह इस दौरे को लेकर काफी उत्सुक हैं। दोनों देशों के बेहतर संबंधों को दर्शाने के लिए राष्ट्रपति ट्रंप भारत का दौरा कर सकते हैं। एक उच्च प्रशासनिक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति ट्रंप को गणतंत्र दिवस में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया है। ब्यूरो ऑफ साउथ एंड सेंट्रल एशिया अलाइस वेल्स ने ट्रंप के भारत दौरे की तारीखों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। ट्रंप ने 2014 में एक कारोबारी के तौर पर भारत की यात्रा की थी। सोमवार को विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भी राष्ट्रपति ट्रंप से एक कार्यक्रम के दौरान मुलाकात की थी। स्वराज के साथ मुलाकात में ट्रंप ने कहा कि मैं भारत को प्यार करता हूं। मेरे मित्र पीएम मोदी को मेरा अभिवादन दीजिएगा। पिछले साल ट्रंप और मोदी दो बार मिले थे। पहले मोदी की वाशिंगटन यात्रा के दौरान और बाद में मनीला में एक सम्मेलन से इतर दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी। कनाडा ने म्यांमार की नेता सू की से वापस ली मानद नागरिकता 28 September 2018 ओटावा। रोहिंग्या संकट के चलते कनाडा ने म्यांमार की नेता आंग सान सू की को दी गई मानद नागरिकता वापस ले ली है। इससे संबंधित एक प्रस्ताव गुरुवार को कनाडा की संसद ने सर्वसम्मिति से पारित कर दिया। नोबेल पुरस्कार विजेता सू की को 2007 में कनाडा की मानद नागरिकता दी गई थी। म्यांमार में पिछले साल अगस्त में रोहिंग्या मुसलमानों के खिलाफ हुई हिंसा पर चुप्पी साधने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सू की की छवि काफी खराब हुई है। पिछले हफ्ते कनाडा ने इस घटना को नरसंहार करार दिया था। इसके बाद ही उनकी नागरिकता वापस लेने का फैसला किया गया। दलाई लामा, नेल्सन मंडेला और नोबेल पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई को भी कनाडा ने मानद नागरिकता दे रखी है। पहले भी छीनी जा चुकी हैं कई उपाधियां रोहिंग्या संकट को लेकर अमेरिका के होलोकास्ट संग्रहालय ने सू की को दिया एली वीजल पुरस्कार वापस ले लिया था। ब्रिटेन के ग्लासगो, ऑक्सफोर्ड, न्यूकैसल और इडेनबर्ग शहरों ने म्यांमार नेता को दी मानद उपाधियां वापस ले ली हैं। कनाडा के मानवाधिकार म्यूजियम में लगे सू की के चित्र पर अंधेरा कर दिया गया है। आंख के नीचे फंसा था चाकू, एक्स-रे देखकर हैरान हो गए डॉक्टर 25 September 2018 रियो डी जेनेरियो। कई बार लोग मामूली हमले में ही जान गंवा देते हैं, तो कई बार गंभीर हादसे का शिकार होकर भी रहस्यमयी तरीके से जीवित बच जाते हैं। बीते वर्षों में ऐसे भी कई मामले सामने आए हैं, जब नुकीली और तेज धार हथियार से घायल होने के बाद लोग अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि उनके शरीर का अहम अंग था ही नहीं। इसी तरह एक नया मामला इंटरनेट की सुर्खियां बटोर रहा है। दरअसल, दक्षिण अफ्रीका के रहने वाले 25 वर्षीय किशोर की अपने दोस्त के साथ शराब पीने के दौरान लड़ाई हो गई थी। दोस्त ने उसे चाकू मार दिया। चाकू उसकी बाईं आंख के नीचे घुस गया और उसका हत्था टूट गया था। चाकू चेहरे की हड्डी में जाकर फंस गया था, लिहाजा वह नहीं निकल सका। युवक को पता ही नहीं था कि चाकू अभी भी उसकी आंख के नीचे घुसा हुआ है। डॉक्टरों को दिखाने के बाद उसने कहा कि उसके सिर में दर्द हो रहा है और उसकी बाईं आंख नहीं हिल रही है। लिहाजा चोट की प्रकृति को देखते हुए कान, नाक और गला विशेषज्ञों को बुलाया गया। उन्होंने हमले के दो दिन युवक का एक्स-रे कराया, तो उनके होश उड़ गए। डॉक्टरों ने पाया कि चाकू अभी भी युवक के चेहरे में फंसा था। उन्होंने सर्जरी कर युवक के चेहरे से चाकू निकाला। इस दौरान कोई भी ब्लड वेसल क्षतिग्रस्त नहीं हुई। दो दिनों के बाद युवक को घर जाने की इजाजत दे दी गई। युवक का कहना है कि वह भाग्यशाली है कि इतना कुछ होने के बाद भी कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ और वह जिंदा बच गया। संदिग्ध आतंकियों ने बर्किना फासो में भारतीय समेत तीन अगवा 24 September 2018 उगाडुगू। पश्चिम अफ्रीकी देश बर्किना फासो में संदिग्ध आतंकियों ने एक भारतीय और एक दक्षिणी अफ्रीकी समेत तीन लोगों का अपहरण कर लिया है। तीनों ही देश के उत्तरी इलाके में एक सोने की खदान में काम करते हैं। एक अन्य खदान कर्मी ने इस घटना की जानकारी दी। उसके अनुसार, तीनों सुबह आठ बजे खदान के पास से गए थे। दो घंटे बाद भी उनमें से कोई वापस नहीं लौटा। बताया जा रहा है कि इनाटा स्थित सोने की खदान और डजीबो शहर के बीच कुछ अज्ञात हथियारबंद लोगों ने उन्हें अगवा कर लिया। डजीबो शहर माली और नाइजर से लगा हुआ है। अपहरणकर्ता तीनों को लेकर माली की सीमा पार कर गए। आशंका जताई गई है कि अपहरणकर्ता इस क्षेत्र में सक्रिय आतंकी समूह के सदस्य हैं। बर्किना फासो में इससे पहले भी विदेशी कामगारों को अगवा किए जाने की घटनाएं हो चुकी हैं। जनवरी, 2016 में बुजुर्ग ऑस्ट्रेलियाई दंपती को अगवा किया गया था। 2015 में अलकायदा समर्थित संगठन ने रोमानिया के एक नागरिक का अपहरण किया था जो अब भी आतंकी संगठन की कैद में है। अमेरिका में भीषण बस हादसा, 4 की मौत और कई घायल 31 August 2018 वॉशिंगटन। अमेरिका के न्यू मेक्सिको प्रांत में एक बस दुर्घटना में सात लोगों की मौत हो गई है। न्यू मेक्सिको की पुलिस ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि हादसे में कई यात्रियों को चोटें भी आई हैं। घायलों में कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस के मुताबिक, प्रारंभिक जानकारी से संकेत मिले हैं कि आइ-40 ईस्टबाउंड पर एक सेमी-ट्रैक्टर-ट्रेलर बस की भिड़ंत यात्री बस से हो गई। बस दुर्घटना के चलते न्यू मेक्सिको के सबसे बड़े शहर अलबुकर्क से 170 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में थोरो के पास वेस्टबाउंड आई-40 लेन को बंद करना पड़ा है। पुलिस ने बताया कि सेमी-ट्रैक्टर-ट्रेलर का एक टायर निकल गया था जिस कारण वह डिवाइडर को तोड़ते हुए ट्रैफिक के बीच जा पहुंचा और सामने से आ रही इंटरस्टेट बस से जा भिड़ा। गॉलअप इंडियन मेडिकल सेंटर ने बताया कि यह लगभग 37 मरीजों का इलाज कर रहा है, जिनमें से चार से छह लोगों को ट्रामा सेंटर में रेफर किया गया है। वहीं, अल्बुकर्क में न्यू मेक्सिको अस्पताल ने कहा कि उसके यहां आठ मरीजों को भर्ती कराया, जिसमें तीन की हालत गंभीर है। बता दें कि जिस बस का एक्सीडेंट हुआ है, वो अलबुकर्क से फीनिक्स जा रही थी। जिसमें करीब 47 यात्री सवार थे Google से नाराज हुए ट्रंप, गलत छवि बनाने पर कर सकते हैं कार्रवाई 29 August 2018 वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति अक्सर अपने ट्वीट और बयानों को लेकर चर्चा में रहते हैं लेकिन इस बार मामला कुछ अलग है। राष्ट्रपति ट्रंप इस बार गूगल से अपनी नाराजगी के कारण चर्चा में हैं। खबर है कि वो कंपनी के खिलाफ कार्रवाई भी कर सकते हैं और इसका कारण उनकी गलत छवि बनाने का आरोप है। उन्होंने इस मामले में गूगल को आड़े हाथों भी लिया है और कहा कि जब से राष्ट्रपति पद संभाला है मीडिया मेरे खिलाफ हमेशा खबरें चलाता रहता है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि गूगल भी मेरे खिलाफ नकारात्मक खबरें सर्च होने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। अमेरिकी वेबसाइट यूएसए टुडे के मुताबिक अगर गूगल पर इडियट ढूंढते हैं तो सबसे पहले डोनाल्ड ट्रंप की तस्वीर सामने आती है। इसके चलते पहले से ही काफी बवाल हो चुका है। अपने टि्वटर पोस्ट में मंगलवार को ट्रंप ने लिखा, ट्रंप लिखने पर गूगल सर्च रिजल्ट में सिर्फ मेरे खिलाफ नकारात्मक खबरें दिखती हैं। यह फेक न्यू मीडिया है। दूसरे शब्दों में कंपनी मेरे और अन्य लोगों के खिलाफ हेराफेरी कर रही है, जिसमें अधिकांश खबरें नकारात्मक हैं। इनमें नकली सीएनएन सबसे अहम है। रिपब्लिकन/ कंजरवेटिव और निष्पक्ष मीडिया सब खत्म हो चुके हैं। ये सब अवैध हैं? एक अन्य ट्वीट में ट्रंप आगे कहते हैं, 96 प्रतिशत से भी अधिक ट्रंप न्यूज के सर्च रिजल्ट राष्ट्रीय वामपंथी मीडिया की तरफ से हैं, जो काफी खतरनाक हैं। गूगल और अन्य कंपनियां कंजरवेटिव की आवाज दबा रहे हैं और सूचनाओं और खबरों को छिपा रहे हैं। PoK में आम लोगों पर पुलिस ने की बर्बरता, लाठीचार्ज में कई घायल 28 August 2018 कोटली। पाकिस्तान एक तरफ तो कश्मीर के लोगों पर अत्याचार का आरोप लगाता है और दूसरी तरफ अपने कब्जे वाले कश्मीर में लोगों पर बर्बरता करता है। ताजा मामला पाक अधिकृत कश्मीर का ही है जहां पुलिस ने बेरहमी से लोगों पर अत्याचार किया है। पीओके के कोटली में एक शांतिपूर्ण रूप से किए जा रहे प्रदर्शन पर पुलिस ने बर्बरता दिखाते हुए जमकर लाठीचार्ज किया। इस लाठीचार्ज में कई लोग घायल हो गए। ये प्रदर्शनकारी अपने उन अधिकारों की मांग कर रहे थे, जो पाकिस्तान के अन्य क्षेत्रों में रहनेवाले को प्राप्त हैं। पिछले सात दशकों ने पीओके में रहने वाले लोग, कई बंदिशें झेल रहे हैं। बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करने जुटे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे, जिससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। इस पूरे घटनाक्रम के बाद जो तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुईं, उससे पता चलता है कि कानून के रखवाले शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे लोगों पर कितनी बर्बरता के साथ पेश आए। इससे पता चलता है कि कश्मीरी लोगों पर क्रूरता करने के लिए इस्लामाबाद द्वारा सुरक्षा बलों को खुली छूट दी गई है। हालांकि यह पीओके के लोगों पर पाकिस्तान सरकार की क्रूरता का एकमात्र उदाहरण नहीं है। जब-जब कभी इस क्षेत्र में असंतोष को लेकर आवाज बुलंद होती है, तब-तब स्थानीय प्रशासन लोगों की आवाज को दबाने के लिए शक्ति का प्रयोग करता है। लेकिन लोगों में धीरे-धीरे अंसतोष बढ़ता जा रहा है, जो जल्द ही बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है। हालांकि पाकिस्तानी सरकार का मानना है कि पीओके के लोगों को भी समान अधिकार प्राप्त हैं। इमरान खान और अमेरिकी विदेश मंत्री की बातचीत के ब्यौरे पर विवाद, पाकिस्तान या अमेरिका आखिर कौन बोल रहा है झूठ 25 August 2018 नई दिल्ली: पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो के बीच हुई फोन पर बातचीत का ब्यौरा जारी होने के बाद से पाकिस्तान में विवाद शुरू हो गया है और पाकिस्तान सरकार की ओर से अमेरिका से इस पर सुधार करने के लिये कहा गया है. इससे पहले जानकारी आई थी कि माइक पोम्पियो ने इमरान खान से बात की और देश में संचालित हो रहे सभी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की. लेकिन अब पाकिस्तान की ओर से कहा जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत में आतंकवाद पर कोई चर्चा ही नहीं हुई है. अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हीथर नाउर्ट की ओर से जारी बयान में आतंकवाद पर निर्णायक कार्रवाई की बात का जिक्र किया गया है. वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की ओर से कहा जा रहा है कि माइक पोम्पियो ने इमरान खान को बधाई दी और कई मुद्दों पर चर्चा की लेकिन आतंकवाद का कहीं कोई जिक्र नहीं किया गया है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने कहा, 'प्रधानमंत्री इमरान खान और अमेरिकी विदेश मंत्री के बीच हुई बातचीत का जो ब्यौरा अमेरिका की ओर से जारी किया गया है इसे पाकिस्तान गलत तथ्यों पर आधारित बयान मानता है. इसको तुरंत सुधारा जाना चाहिये' मोहम्मद फैसल ने ट्विटर पर लिखा, 'पूरी बातचीत में पाकिस्तान से संचालित आतंकवाद का कहीं कोई जिक्र नही है. आपको बता दें कि पाकिस्तान में यह विवाद उस समय शुरू हुआ है जब कयास लगाये जा रहे हैं कि अमेरिकी विदेश मंत्री सितंबर के पहले हफ्ते में पाकिस्तान आएंगे और प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ द्विपक्षीय बातचीत करेंगे. गौरतलब है कि इससे पहले खबर आई थी कि अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान से बात की और देश में संचालित हो रहे सभी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की मांग की है. विदेश विभाग की प्रवक्ता हीथर नाउर्ट ने एक बयान में कहा कि खान के साथ अपनी बातचीत में पोम्पियो ने युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में पाकिस्तान की अहम भूमिका के बारे में भी चर्चा की. उन्होंने बताया कि पोम्पियो ने पाकिस्तान की सरजमीं पर संचालित हो रहे सभी आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई का मुद्दा उठाया और अफगान शांति प्रक्रिया को बढ़ावा देने में उसकी अहम भूमिका पर चर्चा की. डॉन अखबार की खबर के मुताबिक पोम्पियो के पांच सितंबर को इस्लामाबाद की यात्रा करने की उम्मीद है. अफगान तालिबान और अन्य आतंकी संगठनों को पाकिस्तान द्वारा प्रत्यक्ष या परोक्ष समर्थन दिए जाने से अमेरिका लंबे समय से परेशान रहा है जिसके चलते ट्रंप प्रशासन को इस्लामाबाद को चेतावनी देनी पड़ी और इस देश को वित्तीय सैन्य सहायता में कटौती करनी पड़ी. इंडोनेशिया में आए भूकंप के बाद अब तक 555 की मौत, 1500 अब भी घायल 24 August 2018 जकार्ता। इंडोनेशिया के लोमबोक आइलैंड पर इस महीने आए भीषण भूकंप के कारण अब तक मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इंडोनेशिया के आपदा प्रबंधन एजेंसी ने शुक्रवार को दी जानकारी में बताया कि इस घातक भूकंप के झटकों के कारण लोमबोक द्वीप में मरने वालों की संख्या 555 तक पहुंच गई है और करीब 1,500 लोग घायल हैं। इसके अलावा सैंकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि पिछले सप्ताह शुक्रवार को लोमबोक के उत्तरी हिस्से में ज्यादा लोगों की मौतें हुई। इसके अलावा पड़ोस में स्थित सुमबावा द्वीप में भी कई लोगों की मौत हो गई। कई पीड़ितों की मौत मलबे के नीचे दबने से हो गई क्योंकि भूकंप की वजह से बड़ी संख्या में घर और प्रतिष्ठान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इंडोनेशिया में जनजीवन चरमरा गया है। सड़के टूट गई हैं और मलबे से भरे हुए हैं। सहयोगी संस्थानों की ओर से भूकंप प्रभावित क्षेत्र में मदद की जा रही है। बेघरों को राहत शिविरों में ले जाया गया है। आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया, ‘हमने सुदूर गांवों में सैनिकों की तैनाती कर दी है। इन गांवों में मोटरबाइक का पहुंचना काफी कठिन है। लोमबोक द्वीप के इलाके में 5 अगस्त को 6.9 तीव्रता का भूकंप आया था और इसके बाद करीब 500 से ज्यादा भूकंप के ऑफ्टर शॉक आए थे। इसमें 9 अगस्त को 5.9 तीव्रता का एक झटका भी शामिल है। बता दें कि इंडोनेशिया में भूकंप का खतरा बना रहता है क्योंकि यह देश 'रिंग ऑ फायर' यानी लगातार भूकंप और ज्वालामुखीय विस्फोटों की रेखा पर स्थित है। यह रेखा प्रशांत महासागर के लगभग पूरे हिस्से को घेरती है। दुनिया के आधे से ज़्यादा सक्रिय ज्वालामुखी इसी रिंग ऑफ फायर का हिस्सा हैं। 2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा तट पर 9.4 रिक्टर स्केल वाले भूकंप के कारण आई सूनामी के कारण भारत सहित विभिन्न देशों में 2,20,000 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि अकेले इंडोनेशिया में 1,68,000 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। पाक में ऐसा स्कूल, मंदिर में आकर टीचर कहती है सलाम तो बच्चे जय श्री राम 23 August 2018 कराची। भारत में अक्सर हिंदू-मुस्लिम एकता और प्रेम की कहानियां सामने आती रहती हैं लेकिन इस बार पाकिस्तान से ऐसी खबर आ रही है। कहते हैं गुरू और शिष्य के रिश्ते में ना धर्म बाधा बनता है और ना ही कोई और चीज। पाकिस्तान के कराची में एक ऐसा ही स्कूल है जहां शिक्षक तो एक मुस्लिम है लेकिन उनसे पढ़ने वाले हिंदू बच्चे। इतना ही नहीं इन बच्चों की क्लास एक मंदिर में लगती है। खबरों के अनुसार कराची स्थित एक हिंदू मंदिर में पारंपरिक मुस्लिम हिजाब पहने शिक्षिका अनम आगा प्रतिदिन पिछड़े वर्ग के हिंदू बच्चों को पढ़ातीं हैं। हर दिन इस स्कूल की शुरुआत टीचर के सलाम के जवाब में जय श्री राम के साथ होती है। इस जवाब से गुरेज न करते हुए अनम बस्ती गुरु एरिया में स्थित मंदिर के भीतर स्कूल चलातीं हैं। इस बस्ती में 80-90 हिंदू परिवार रहते हैं। अनम ने बताया कि मंदिर के भीतर मेरे द्वारा स्कूल चलाए जाने की बात सुन सभी अचरज करते हैं। लेकिन पिछले साल जब यह स्कूल शुरू किया था तब हमारे पास इसके लिए दूसरी कोई जगह नहीं थी। मंदिर के मुख्य एरिया में स्कूल चलाया जाता है। मंदिर की दीवारों पर हिंदू भगवानों की तस्वीरों के साथ प्लास्टर किया हुआ है। अनम ने स्वीकार किया कि आसपास रहने वाले मुस्लिम समुदाय को उनका यह काम पसंद नहीं है। ‘लेकिन मैं यह काम करती हूं क्योंकि इन्हें अपने मौलिक अधिकारों का भी पता नहीं है। उनके बच्चे शिक्षा अर्जित करना चाहते हैं। इनमें से कुछ बच्चे क्षेत्र के दूसरे स्कूल में जाते हैं लेकिन उन्हें सामाजिक और धार्मिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।’ अनम ने आगे बताया कि इन बच्चों विशेषकर लड़कियों के माता पिता खुश हैं कि उन्हें बस्ती से दूर नहीं जाना पड़ता है।’ अनम ने कहा कि मुस्लिम शिक्षिका होने की वजह से उन्हें चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। ‘लेकिन मैं कभी भी धर्म के बारे में बात नहीं करती और उनकी भावनाओं को चोट पहुंचाने से बचती हूं। मैं उन्हें धर्म से अलग विभिन्न विषयों के बारे में बताती हूं।’ मैं उनकी इज्जत करती हूं जिसके जवाब में वे भी मुझे इज्जत देते हैं। हम एक साथ त्योहार मनाते हैं। मैं उन्हें सलाम करती हूं और वे जवाब में जय श्री राम कहते हैं।’ अनम का मानना है कि यह स्कूल इस बात का उदाहरण स्थापित करेगा कि मुस्लिम बहुल राष्ट्र में एक दूसरे का सम्मान कर किस तरह विभिन्न समुदाय एक साथ शांति से रह सकते हैं। अस्पताल की 16 नर्सें एकसाथ हुईं गर्भवती, जानिए फिर क्या हुआ 21 August 2018 एरिजोना। किसी अस्पताल में काम करने वाली महिला नर्स गर्भवती हो तो कोई बड़ी बात नहीं है। लेकिन एक ही अस्पताल के एक ही आईसीयू में एक साथ 16 नर्सें गर्भवती हो जाएं तो यह किसी को भी आश्चर्य में डाल सकता है। मामला अमेरिका में एरिजोना के मेसा में बैनर डेजर्ट मेडिकल सेंटर का है। अस्पताल के आईसीयू में काम करने वाली 16 नर्सों के एकसाथ गर्भवती होने का मामला सामने आया है। नर्सों को एक-दूसरे के गर्भवती होने की जानकारी तब मिली, जब वे अस्पताल की गर्भवती महिलाओं के एक फेसबुक ग्रुप में शामिल हुईं। ये सभी नर्स अक्टूबर से जनवरी के बीच अपने बच्चों को जन्म देंगी। एक साथ गर्भवती होने की घटना को लेकर इन नर्सों में से एक एश्ले ने कहा कि यहां के पानी में ऐसा क्या है? वहीं एक अन्य नर्स ने कहा कि सभी को एक दूसरे के गर्भवती होने की जानकारी फेसबुक ग्रुप के माध्यम से लगी। जहां एक तरफ सभी नर्सें मेटरनिटी लीव पर जाने की तैयारी में हैं वहीं अस्पताल के सामने स्टाफ की समस्या पैदा हो गई है लेकिन प्रबंधन का कहना है कि वो लंबे समय से इसकी प्लानिंग कर रहे हैं। अफगानिस्तान में तालिबान का हमला, 100 से ज्यादा लोगों को बनाया बंधक 20 August 2018 काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ अस्थायी संघर्षविराम के ऐलान के 24 घंटे बाद 100 से ज्यादा लोगों को तालिबानी आतंकियों ने बंधक बना लिया है। इनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। अफगान सरकार के अधिकारियों ने बताया कि तालिबान ने सोमवार को उत्तरी अफगानिस्तान में एक सड़क से गुजर रही बसों के काफिले पर घात लगाकर हमला किया और विद्रोहियों द्वारा हालिया हमले में महिलाओं और बच्चों सहित 100 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया गया है। ईद-उल अजहा से कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति अशरफ गनी की ओर से आतंकी संगठन से सीजफायर की अपील किए जाने के बावजूद यह घटना हुई है। कुंदूज प्रांत के मुखिया मोहम्मद युसूफ अयूबी ने कहा कि सोमवार को आतंकियों ने सड़क से गुजर रही तीन बसों को रोका और सभी लोगों को बंधक बना लिया। यह घटना खान आबाद जिले में हुई। दरअसल, यहां आतंकी झाड़ियों के बीच छिपे घात लगाए हुए बैठे थे और मौका देखकर उन्होंने बसों पर धावा बोल दिया। अयूबी का मानना है कि तालिबानी आतंकी सरकारी कर्मचारियों या फिर सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने की फिराक में थे। पड़ोसी प्रांत ताखार के पुलिस चीफ अब्दुल रहमान अकताश ने बताया कि सभी यात्री बदखशान और ताखर प्रांतों के थे। ये सभी काबुल जा रहे थे। इस बीच अयूबी ने कहा कि किसी भी यात्री की अबतक कोई खबर नहीं मिली है, लेकिन स्थानीय अधिकारी तालिबान के साथ बातचीत करने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि यह घटना जिस इलाके में हुई है, उस पर तालिबान का ही नियंत्रण है। बता दें कि रविवार को ही अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने तालिबान के साथ हालिया संघर्ष के बाद तीन महीने के अस्थायी संघर्षविराम का ऐलान किया था। साथ ही, उन्होंने चेताया भी था कि यह एकतरफा नहीं है। हालांकि तलिबान की इस हरकत के बाद ऐसा मामूम पड़ता है कि अस्थायी संघर्षविराम तीन महीने तक जारी रहना मुश्किल है। बता दें कि रविवार को अस्थायी संघर्षविराम की घोषणा करते हुए राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा कि तालिबान इसका पालन करेगा तो ही संघर्षविराम अमल में लाया जाएगा। टीवी पर संबोधन के दौरान गनी ने कहा था, 'मैं एक बार फिर पैगंबर के जन्मदिन तक संघर्ष विराम का ऐलान करता हूं, बशर्ते इसका पालन तालिबान को भी करना होगा।' गौरतलब है कि अफगानिस्तान में 21 नवंबर को ईद मिलादुन्नबी मनाई जाएगी। गनी ने कहा कि उलेमा, राजनीतिक पार्टियों और नागरिक समाज समूहों के साथ सलाह-मशविरे के बाद यह फैसला (अस्थायी संघर्षविराम) अमल में लाया गया, ताकि अमन के रास्ते में आ रही सभी रूकावटों को दूर किया जा सके। हालांकि अस्थायी संघर्ष विराम पर तालिबान की ओर से कोई जवाब तो नहीं आया, बल्कि 100 से ज्यादा लोगों को बंधक बनाने की खबर सामने आ गई। इमरान के शपथ में पाक आर्मी चीफ से गले मिले सिद्धू, PoK के राष्ट्रपति के साथ बैठे आये नजर, बढ़ा विवाद 18 August 2018 नई दिल्ली: इमरान खान ने पाकिस्तान के नये प्रधानमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ ली. इस मौके पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर और राजनेता नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर विवाद बढ़ता दिख रहा है. क्रिकेटर से नेता बने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान के शपथ समारोह में पाकिस्तान पहुंचे कांग्रेस नेता एवं पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को जिस जगह पर बैठाया गया, उस पर विवाद हो गया है. दरअसल, इमरान खान के शपथ ग्रहण की जो तस्वीरें मीडिया में सामने आई हैं, उसमें नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के चीफ मसूद खान के बगल वाली सीट पर बैठे नजर आ रहे हैं. समाचार एजेंसी एएनआई ने जो तस्वीर जारी किया है, उसमें दिख रहा है कि इमरान खान के शपथग्रहण समारोह में नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति मसूद खान के बगल में बैठाया गया है. अब इसे लेकर विवाद हो रहा है कि आखिर पाकिस्तान सरकार ने नवजोत सिंह सिद्धू को मसूद खान के साथ वाली सीट पर बैठाया, या खुद नवजोत सिंह सिद्धू बैठ गये. हालांकि, अभी तक इस पर किसी तरह की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है सिद्धू को पीओके के प्रमुख मसूद खान के साथ बैठाए जाने को लेकर विवाद इसलिए भी बढ़ना तय है क्योंकि पीओके शुरू से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तकरार की वजह रही है. पाकिस्तान शुरू से ही पीओके पर अपना दावा करता रहा है. कश्मीर को लेकर भारत पाकिस्तान के बीच काफी समय से तनाव का माहौल है. यही वजह है कि सिद्धू की सीट को लेकर विवाद बढ़ना तय माना जा रहा है . इससे पहले जब सिद्धू इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे, तो उनकी मुलाकात पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से हुई. उस वक्त सिद्धू और बाजवा दोनों एक दूसरे से गले मिले. दोनों एक दूसरे से हाथ मिलाया और कुछ देर तक दोनों के बीच बातें भी हुई सिद्धू को पीओके के प्रमुख मसूद खान के साथ बैठाए जाने पर जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के चीफ गुलाम अहमद मीर ने कहा कि सिद्धू जिम्मेदार इंसान और मंत्री हैं. इस पर सिर्फ वही जवाब दे सकते हैं. मगर हां, उन्हें इससे बचना चाहिए था. बता दें कि आज इमरान खान ने पाकिस्तान के 22वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू, क्रिकेटर से कमांटेटर बने रमीज राजा, पूर्व तेज गेंदबाज वसीम अकरम सहित अन्य कई विशिष्ट अतिथि समारोह में उपस्थित थे.ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई करने वाले पश्तून खान ने कल अपने एकमात्र प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख शाहबाज शरीफ को नेशनल एसेम्बली में हुए एकतरफा चुनाव में हरा कर प्रधानमंत्री पद के लिए जीत हासिल की. अफगानिस्तान में शियाओं के शिक्षण संस्थान पर आतंकी हमला, 48 मरे 16 August 2018 काबुल। अफगानिस्तान में अल्पसंख्यक शिया समुदाय के शिक्षण संस्थान पर बुधवार को आतंकी हमले में 48 की मौत हो गई और 67 अन्य घायल हो गए। मरने वालों में ज्यादातर किशोर छात्र-छात्राएं शामिल हैं। इससे आतंकियों ने देश के उत्तरी हिस्से में स्थित सेना की दो चौकियों पर हमला कर 9 पुलिसकर्मियों और 35 सैनिकों को मौत के घाट उतार दिया। राजधानी काबुल के पश्चिम में स्थित शिया अल्पसंख्यक समुदाय के शिक्षण संस्थान के विद्यार्थी अहाते में एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया। यहां छात्र टेंट लगाकर विश्वविद्यालय की प्रवेश परीक्षा की पढ़ाई कर रहे थे। एक प्रत्यक्षदर्शी सैयद अली ने बताया कि मरने वाले अधिकांश छात्रों के चीथड़े उड़ गए। सिटी हास्पिटल के डॉक्टरों ने बताया कि कई पीड़ित बुरी तरह जल गए हैं। अस्पताल में मौजूद एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी अब्दुल खालिक ने बताया कि उनका भाई भी वहां पढ़ता था। विस्फोट में उसकी भी मौत हो गई है। हालांकि अभी तक विस्फोट की जिम्मेदारी तो किसी समूह ने नहीं ली है, लेकिन शिया समुदाय पर किए जा रहे हमलों के इतिहास को देखते हुए लगता है कि इसे इस्लामिक स्टेट (आइएस) ने अंजाम दिया है। तालिबान ने धमाके से इन्कार किया है। इससे पहले बुधवार को ही उत्तरी अफगानिस्तान के बाघलान प्रांत स्थित सैन्य बेस पर किए गए हमले में 9 पुलिसकर्मियों और 35 सैनिकों की मौत हो गई है। बाघलान से सांसद दिलावर अयमाक ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि एक सैन्य और एक पुलिस चौकी को निशाना बनाया गया था। तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली है। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र वरिष्ठ अधिकारी ताडामिची यामामोटा ने लड़ाई बंद करने की अपील की है। अमेरिका में भारतीय सहित 100 से अधिक लोग हिरासत में 14 August 2018 न्यूयॉर्क: अमेरिकी सीमा गश्त और आव्रजन अधिकारियों ने अवैध रूप से देश में प्रवेश करने और रहने वालों के खिलाफ अलग अलग कार्रवाई करते हुए 100 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है, जिसमें कुछ भारतीय भी शामिल हैं. अमेरिकी आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) के प्रवर्तन एवं निष्कासन अभियान (ईआरओ) के संघीय अधिकारियों ने पांच दिन की कार्रवाई के दौरान अमेरिकी आव्रजन कानूनों का उल्लंघन करने पर ह्यूस्टन इलाके में 45 लोगों को गिरफ्तार किया है. एजेंसी ने अभियान के दौरान गिरफ्तार किये गये भारतीय नागरिकों की कुल संख्या का ब्योरा नहीं दिया है. आईसीई ने एक बयान में बताया कि इस अभियान में होंडुरास, एल साल्वाडोर, मेक्सिको, ग्वाटेमाला, अर्जेंटीना, क्यूबा, नाइजीरिया, भारत, चिली और तुर्की के नागरिकों को पकड़ा गया है. एजेंसी ने बताया कि अभियान के दौरान गिरफ्तार किये गये कुछ लोगों के खिलाफ अवैध रूप से प्रवेश और निर्वासन के बाद दोबारा अवैध तरीके से प्रवेश के लिए संघीय आपराधिक मुकदमा चलाया जाएगा. उत्तर और दक्षिण कोरिया अगले माह शिखर बैठक के लिए तैयार 13 August 2018 सियोल। उत्तर और दक्षिण कोरिया आपसी संबंध सुधारने के लिए सितंबर में दोनों देशों के नेताओं के बीच शिखर बैठक के लिए तैयार हो गए हैं। सोमवार को दोनों देशों के अधिकारियों की बैठक में यह फैसला लिया गया। उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में यह बैठक होगी। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन और दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन इस साल तीसरी बार मिलेंगे। बैठक के लिए हालांकि तारीख की घोषणा नहीं की गई है। पहली बार अप्रैल में दोनों नेताओं के बीच पनमुंजोम में बैठक हुई थी। इसके एक महीने बाद मई में यहीं पर दोनों नेता फिर मिले थे। अगले महीने होने वाली बैठक का एजेंडा क्या होगा, अभी इसके बारे में विस्तृत जानकारी नहीं मिल पाई है। लेकिन, दोनों देश शांति घोषणापत्र से लेकर संयुक्त आर्थिक और ढांचागत परियोजनाओं समेत कई मुद्दों पर बातचीत कर रहे हैं। मून और किम अपनी पहली बैठक में ही अमेरिका के साथ मिलकर शांति घोषणापत्र जारी करने के लिए तैयार हो गए थे। इसके तहत तीनों देश कोरियाई युद्ध खत्म होने का एलान करेंगे। लेकिन, अमेरिका इस बात पर अड़ा हुआ है कि उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु कार्यक्रम खत्म करने के बाद ही वह शांति घोषणापत्र पर दस्तखत करेगा। NSG पर चीन को कड़ा संदेश, अमेरिका ने भारत को दिया यह विशेष दर्जा, दक्षिण एशिया का इकलौता राष्ट्र बना 4 August 2018 वाशिंगटन: अमेरिका ने भारत को एक खास दर्जा देकर न सिर्फ दुनिया में हमारे देश की धाक बढ़ाई है, बल्कि चीन को एक कड़ा संदेश भी दिया है. एनएसजी में भारत के शामिल करने का विरोध करने वाले चीन के लिए यह एक तरह से बड़ा झटका है क्योंकि अमेरिका के डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने भारत को रणनीतिक व्यापार अधिकरण -1 (एसटीए-1) का दर्जा दिया है और यह दर्जा पाने वाला भारत दक्षिण एशियाई देशों में इकलौता राष्ट्र बन गया है. अमेरिका द्वारा उच्च प्रौद्योगिकी के उत्पादों की बिक्री के लिए निर्यात नियंत्रण में ढील की घोषणा से दोनों देशों के बीच रक्षा और कुछ अन्य क्षेत्रों में संबंध और मजबूत हो सकेंगे. खास बात है कि यह दर्जा पाने वाला भारत एकमात्र दक्षिण एशियाई देश है. इसके अलावा अमेरिका के नाटो सहयोगियों दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया तथा जापान को यह दर्जा मिला हुआ है. दरअसल, डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने भारत को अपने देश की तथाकथित रणनीतिक व्यापार अधिकरण-एक सूची (एसटीए-1) की सूची में स्थान दिया है और इससे यहां से भारत को उच्च प्रौद्योगिकी वाले उत्पादों का निर्यात करना सुगम सुगम होगा. अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सिंह सरना ने इस निर्णय को आर्थिक और सुरक्षा के क्षेत्रों में भागीदार के रूप में भारत के प्रति अमेरिका के बढ़ते भरोसे का उदाहरण बताया है. उन्होंने कहा है कि इससे द्विपक्षीय रक्षा संबंधों को बढ़ावा मिलेगा. अमेरिका ने 2016 में भारत को प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में मान्यता दी थी. इसके बाद अब इस साल अमेरिका द्वारा भारत को एसटीए-1 का दर्जा दिया गया है. सरना ने कहा, ‘‘यह न केवल बढ़ते भरोसे का प्रतीक है बल्कि यह आर्थिक और सुरक्षा भागीदार के रूप में भारत की क्षमताओं को भी मान्यता है. पहले से यह माना जाता है कि भारत में कई स्तर की निर्यात नियंत्रण व्यवस्था है, जिससे अधिक संवेदनशील प्रौद्योगिकियां और दोहरे इस्तेमाल वाली प्रौद्योगिकियों का भारत को बिना किसी जोखिम के हस्तांतरित किया जा सकता है.’’ अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस द्वारा भारत को एसटीए-1 का दर्जा देने की घोषणा के बाद सरना ने यहां एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में यह बात कही. इस तरह से भारत एसटीए-1 दर्जा पाने वालों की लिस्ट में 37वां देश बन गया है. यह दर्ज अमूमन अमेरिका द्वारा नाटो सदस्यों को दिया जाता है. गौरतलब है कि भारत के लिए यह दर्जा इसलिए भी खास है क्योंकि भारत अभी तक न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रूप यानी एनएसजी की सदस्यता नहीं मिली है, जिसका चीन हमेशा विरोध करता रहा है. परंपरागत तौर पर देखा जाए तो अमेरिका उन्हीं देशों को एसटीए-लिस्ट में शामिल करता है जो चार निर्यात नियंत्रण तंत्र का सदस्य होता है. मसलन, मिसाइल टेक्नोलॉजी कंट्रोल रिजाइम, वासेनर अरैंजमेंट (WA) ऑस्ट्रेलिया ग्रुप (AG)और एनएसजी. हालांकि, भारत इनमें से तीन का सदस्य तो है, मगर एनएसजी की मान्यता अभी तक नहीं मिली है, क्योंकि चीन बार-बार इसकी राह में बाधा बन कर खड़ा हो जाता है. बता दें कि अमेरिका के इस फैसला का भारत ने स्वागत किया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि अमेरिका का यह फैसला प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में भारत को मान्यता है और संबंधित बहुपक्षीय निर्यात व्यवस्था में एक जिम्मेदार सदस्य के रूप में उसके बेदाग रिकॉर्ड की पुष्टि करता है. बांग्लादेश में छात्रों का राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन पांचवें दिन भी जारी 3 August 2018 ढाका। बांग्लादेश में हजारों छात्रों का राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन लगातार पांचवें दिन जारी रहा। इसकी वजह से सरकार को गुरुवार को सभी हाईस्कूल बंद करने पड़े। एक सड़क हादसे में दो छात्रों की मौत से आक्रोशित छात्र मंत्री शाहजहां खान के इस्तीफे की मांग पर अड़े हैं। ज्यादातर प्रदर्शनकारी किशोर उम्र के हैं। गुरुवार को राजधानी ढाका और आसपास के इलाकों में भारी बारिश के बावजूद छात्रों ने प्रदर्शन किया। बीते रविवार को एक तेज रफ्तार बस ने दो छात्रों को कुचल दिया था। इससे छात्रों का गुस्सा भ्रष्टाचार के लिए बदनाम देश के परिवहन विभाग पर फूट पड़ा। परिवहन नियमों का सही से पालन नहीं करवा पाने के लिए छात्रों ने सरकार को जिम्मेदार ठहराया। मंत्री शाहजहां खान के एक बेतुके बयान ने छात्र प्रदर्शन को तेज कर दिया। खान ने प्रदर्शन पर सवाल खड़े करते हुए कहा, "दो बच्चों की मौत पर इतना हो-हल्ला क्यों? जबकि एक दिन पहले ही एक भारतीय बस ने 33 लोगों को कुचल दिया था।" खान ने हालांकि बाद में माफी मांग ली थी। पाकिस्तान में इमरान खान की सुरक्षा के लिए सतर्कता, राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे 2 August 2018 इस्लामाबाद: पाकिस्तान में इमरान खान की सुरक्षा को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है. पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) प्रमुख इमरान खान डी-चौक या परेड ग्राउंड जैसी खुली जगह के बजाय राष्ट्रपति भवन में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. खान की पार्टी 25 जुलाई को हुए आम चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है. उम्मीद की जा रही है कि 65 साल के इमरान खान 11 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे. पार्टी सूत्रों ने बताया कि खान ने वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की थी जिसमें सरकार के गठन के अलावा, वह कहां शपथ लेंगे और प्रधानमंत्री बनने के बाद कहां रहेंगे, इस पर भी चर्चा की गई. पार्टी के एक नेता ने कहा कि यह फैसला किया गया है कि वह राष्ट्रपति भवन में शपथ लेंगे, जो एक महफूज स्थान है. राष्ट्रपति ममून हुसैन उन्हें शपथ दिलाएंगे. हालांकि, पार्टी ने अब तक इस बारे में खुलासा नहीं किया है कि खान के शपथ ग्रहण समारोह में किन्हें बुलाया जाएगा, लेकिन स्थानीय मीडिया के मुताबिक, पूर्व भारतीय क्रिकेटर कपिल देव, सुनील गावस्कर, नवजोत सिंह सिद्धू और बॉलीवुड अभिनेता आमिर खान को आमंत्रित किया जा सकता है सूरजपुर जिले के मोहनपुर क्षेत्र में भी हाथियों का एक दल पिछले एक माह से दिखाई दे रहा है। हाथियों के आतंक को देखते हुए पूरे संभाग में वन विभाग की टीम अलर्ट पर है। दलों की लगातार मॉनीटरिंग की जा रही है और संरक्षित क्षेत्र के बाहर लगाई गई सुरक्षा फेंसिंग के उस पास इन्हें खदेड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं। गांवों में सतर्कता को लेकर शाम ढ़लते मुदादी कराई जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि ये हाथी दल दिनभर जंगलों में रहते हैं और शाम ढ़लते ही गांवों का रुख करने लगते हैं। ब्रिटेन में विजय माल्या के प्रत्यर्पण के संकेत 1 August 2018 लंदन। ब्रिटेन की एक अदालत ने भारतीय बैंकों के 9000 करोड़ रुपये लेकर फरार शराब कारोबारी विजय माल्या के भारत प्रत्यर्पण के संकेत दिए हैं। अदालत ने भारतीय प्रशासन से माल्या के प्रत्यर्पण के बाद उसे रखे जाने वाले आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर 12 का तीन हफ्ते में वीडियो मांगा है। साथ ही मामले की अंतिम सुनवाई की तारीख 12 सितंबर घोषित की है। कोर्ट ने इतने ही समय तक माल्या की जमानत अवधि भी बढ़ा दी है। ब्रिटिश कोर्ट की जज एम्मा आर्बुथनॉट ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान कहा कि वह मामले को पूरी तरह से नहीं सुन पाई हैं। उन्होंने केवल भारत सरकार का प्रतिनिधित्व कर रहे क्राउस प्रोसीक्यूशन सर्विस (सीपीएस) और माल्या के बचाव पक्ष की टीम को सुना है। माल्या के बचाव पक्ष के वकीलों ने दलील दी है कि मुंबई की आर्थर रोड जेल की बैरक नंबर-12 के हालात ठीक नहीं हैं। इसीलिए जज ने भारतीय प्रशासन से बैरक-12 का एक चरणबद्ध वीडियो देने को कहा है। इस बैरक में ही भारतीय अदालतों में मामलों की सुनवाई के दौरान माल्या को रखा जाना है। ब्रिटिश की महिला जज एम्मा आर्बुथनॉट ने कहा, "मैं बैरक-12 का वीडियो देखना चाहूंगी। ताकि पता चले कि उसमें खिड़कियां हैं कि नहीं। यह वीडियो दोपहर में दिन की रोशनी में बिना किसी आर्टीफीशियल लाइट के शूट किया जाना चाहिए।" जज ने तीन हफ्ते में यह वीडियो सभी पक्षों को सौंपने को कहा है। इससे पहले, भारत सरकार की ओर से सीपीएस के बैरिस्टर मार्क समर्स ने जज की चिंता को दूर करने के लिए भारत सरकार की ओर से आश्वासन पत्र और बैरक-12 के फोटो सौंपे। समर्स ने बताया कि इस बैरक में सिर्फ छह लोग रहेंगे और यह पूरी तरह से साफ-सुथरी है। निजी शौचालय और नहाने की सुविधा है। इसे नियमित रूप से साफ किया जाता है। गद्दे और चादर साफ-सुथरे होंगे और अन्य आश्वासनों को भी पूरा किया जाएगा। जबकि माल्या के बचाव पक्ष की अगुवाई कर रहे क्लेयर मांटगोमरी ने कहा कि बैरक-12 में नेचुरल लाइट नहीं है। भारत सरकार के आश्वासन पर भरोसा नहीं किया जा सकता। जेल की फोटो में सूरज की रोशनी बहुत तेज दिख रही है। लेकिन यह नहीं पता कि वह आ किधर से रही है। वह जैसी भी रोशनी है, वह प्राकृतिक रोशनी नहीं है। माल्या की टीम जेल के निरीक्षण का दबाव बना रही थी। लेकिन सीबीएस ने जोर देकर कहा कि उसने निरीक्षण की जरूरत नहीं क्योंकि उसने पहले ही पर्याप्त सामग्री मुहैया करा दी है। हालांकि जज के जेल का वीडियो मांगने के कदम का सीबीआइ की टीम ने कोर्ट में स्वागत किया। टीम ने कहा कि भारत इन सभी आश्वासनों को लेकर पारदर्शी है। सीबीएस ने विगत आठ मई के विश्व भर में माल्या की संपत्ति जब्त करने के आदेश संबंधी दस्तावेज भी सौंपे हैं पिछले साल अप्रैल में प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तार किया गया माल्या तभी से जमानत पर बाहर है। उस पर नौ हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और फ्रॉड के मामले चल रहे हैं। अगर ब्रिटिश अदालत भारत सरकार के पक्ष में फैसला सुनाती है तो माल्या के प्रत्यर्पण आदेश पर ब्रिटेन के गृह सचिव के दस्तखत में दो महीने का समय लगेगा। हालांकि दोनों ही पक्षों को ब्रिटेन की उच्च अदालतों में फैसले के खिलाफ अपील करने का मौका मिलेगा। धन चुराने व मनी लांड्रिंग से इन्कार शनिवार की सुबह माल्या जैसे ही अदालत में सुनवाई के लिए पहुंचा उसने धन चुराने और मनी लांड्रिंग के आरोपों को झूठा करार दिया। उसने भारतीय अदालतों में बकाया रकम चुकाने की बात को दोहराते हुए कहा कि हमने कर्नाटक हाईकोर्ट को बकाया रकम चुकाने का एक अच्छा ऑफर दिया था। चूंकि संपत्ति अब अदालत के सामने और मैं खुद अदालत की पहुंच में हूं, उम्मीद करता हूं कि यह सब खत्म होगा। आखिर में तो कोर्ट ही फैसला करेगा। ट्रंप ने अमेरिकी पत्रकारों को बताया ‘देशद्रोही’ 30 July 2018 वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने देश के पत्रकारों को ‘‘देशद्रोही’’ बताते हुए उन पर अपनी खबरों से लोगों की जान खतरे में डालने का आरोप लगाया. ट्रंप ने कई ट्वीट कर कहा, ‘‘जब ट्रंप डिरेंजमेंट सिंड्रोम से उन्मादी मीडिया हमारी सरकार की आंतरिक बातचीत का खुलासा करती है तो वास्तव में वह ना केवल पत्रकारों बल्कि कई लोगों की जान खतरे में डालती है’’. उन्होंने मुख्यधारा की मीडिया पर गलत खबरें प्रकाशित करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘‘प्रेस की आजादी सटीकता से खबरें रिपोर्ट करने की जिम्मेदारी के साथ आती है’’. उन्होंने कहा, ‘‘मेरे प्रशासन की 90 फीसदी मीडिया कवरेज नकारात्मक है जबकि हम जबरदस्त सकारात्मक नतीजे हासिल कर रहे हैं. इसमें कोई अचरज नहीं है कि मीडिया में विश्वास अब तक के सबसे निचले स्तर पर है’’ अमेरिकी राष्ट्रपति ने आरोप लगाया कि विफल न्यूयॉर्क टाइम्स और अमेजन वाशिंगटन पोस्ट बेहद सकारात्मक उपलब्धियों पर भी बुरी खबरें लिखते हैं और वे कभी नहीं बदलेंगे. इससे पहले ट्रंप ने ट्वीट किया था कि उन्होंने न्यूयॉर्क टाइम्स के प्रकाशक ए जी सल्जबर्जर से व्हाइट हाउस में बेहद अच्छी और दिलचस्प मुलाकात की. दूसरी ओर न्यूयॉर्क टाइम्स के प्रकाशक ने आज कहा कि उन्होंने व्हाइट हाउस में मुलाकात के दौरान ट्रंप को आगाह किया कि समाचार मीडिया पर उनके बढ़ते हमले ‘‘हमारे देश के लिए खतरनाक और हानिकारक’’ है और इससे ‘‘हिंसा बढ़ेगी’’. सल्जबर्जर के मुताबिक, बैठक में टाइम्स के संपादकीय पृष्ठ के संपादक जेम्स बेनेट भी शामिल हुए और व्हाइट हाउस के आग्रह पर यह गोपनीय बैठक थी लेकिन ट्रंप ने इसके बारे में ट्वीट करके इसे सार्वजनिक कर दिया. सल्जबर्जर ने कहा, ‘‘मुलाकात के लिए तैयार होने का मेरे मुख्य उद्देश्य राष्ट्रपति के प्रेस विरोधी बयानों को लेकर चिंता व्यक्त करना था. मैंने सीधे राष्ट्रपति से कहा कि मुझे लगता है कि उनकी भाषा ना केवल विभाजनकारी है बल्कि खतरनाक भी है’ पुतिन से मुलाकात के लिए रूस जाने को तैयार ट्रंप : व्हाइट हाउस 28 July 2018 वाशिंगटन : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप रूस दौरे के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं. व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने जारी बयान में कहा, "राष्ट्रपति ट्रंप वाशिंगटन में पुतिन के दौरे को लेकर आशान्वित हैं और साथ ही वह पुतिन के निमंत्रण पर रूस जाने के लिए भी तैयार हैं". पुतिन ने शुक्रवार को कहा था कि वह मॉस्को में ट्रंप के साथ मुलाकात के इच्छुक हैं. पुतिन ने कहा, "हम इस तरह की मुलाकातों के लिए तैयार हैं. हम राष्ट्रपति ट्रंप को मॉस्को बुलाने के लिए तैयार हैं. उन्हें पहले ही इसके बारे में बता दिया गया है". दूसरी तरफ, डोनाल्ड ट्रंप द्वारा रूस के दौरे का निमंत्रण स्वीकार करने के साथ ही उन्होंने उन खबरों को खारिज किया कि उन्हें 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से पहले बेटे की रूसी वकील के साथ मुलाकात के बारे में पहले से पता था. राष्ट्रपति के निजी अटॉर्नी रह चुके माइकल कोहेन ने कहा था कि ट्रंप ने रूसी वकील के साथ डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की मुलाकात को मंजूरी दी थी, जिनके पास डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन के प्रचार अभियान के बारे में संवेदनशील जानकारी थी. कोहेन के इस बयान संबंधी सीएनएन की रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्रंप ने ट्वीट कर कहा, "मुझे अपने बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की इस मुलाकात के बारे में कुछ पता नहीं था. ऐसा लग रहा है कि कोई खुद को ट्रैफिक जाम से निकालने के लिए मनगढ़ंत कहानियां गढ़ रहा है" PM मोदी की तारीफ करने वाले इमरान की पाकिस्तान में सरकार? बढ़ी हिंदुस्तान की चिंता, ये है वजह 26 July 2018 पाकिस्तान में वोटों की गिनती का काम जारी है और इमरान खान प्रधानमंत्री पद से चंद कदम ही दूर नजर आ रहे हैं. अगर कुछ सीटें कम भी रह जाती हैं तो भी शायद ही कोई ताकत इमरान खान को प्रधानमंत्री बनने से रोक पाए. इमरान खान के लिए कहा जाता है कि वह जब से राजनीति में आए तब से ही प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के लिए शेरवानी सिलवाए बैठे हैं और जब उन पर फौज के साथ मिलकर राजनीति करने के आरोप लग रहे हैं तो ऐसे में सवाल उठता है कि प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत को लेकर उनका रुख़ क्या होगा. इमरान खान अपने चुनावी भाषणों में कई बार बानगी पेश कर चुके हैं कि भारत को लेकर वह क्या सोचते हैं यहां तक की अपने धुर विरोधी नवाज शरीफ पर आरोप लगाने में भी वह भारत को घसीटते रहे हैं. एक दिलचस्प बात यह है कि इमरान खान ने अपने चुनावी भाषणों में प्रधानमंत्री मोदी की ईमानदारी की तारीफ की है और कहा है कि और कुछ भी हो बंदा तो ईमानदार है, नहीं तो उसके भी विदेशों में पैसे होते बैंक अकाउंट होता लेकिन इमरान खान तब तक ही पीएम मोदी की तारीफ करते नजर आते हैं जब तक कि वह नवाज शरीफ पर निशाना साधने में इसका इस्तेमाल करें. जैसे ही भारत और पाकिस्तान के रिश्तों की बात आती है तो इमरान के तेवर काफी तल्ख होते हैं जिसमें कोई गुंजाइश नजर नहीं आती. हालांकि सत्ता पर बैठने के बाद हर कोई अपने आपको थोड़ा ठीक करने की कोशिश करता है. इमरान खान कहते हैं कि भारत ने नवाज के साथ मिलकर पाकिस्तान की फौज को कमजोर किया है यानि एक तीर से दो निशाने साधे हैं. पाकिस्तान की फौज को पूरी तरह से सर आंखों पर बिठाते हैं तो दूसरी और नवाज पर आरोप भी लगाते हैं और पाकिस्तान में भारत विरोधी भावना को भड़काते हैं. अपने चुनावी भाषणों में वह प्रधानमंत्री मोदी को काफी भला बुरा कह चुके हैं. उन्होंने यहां तक कहा है कि अगर प्रधानमंत्री मोदी कश्मीर को मामला अपने तरीके से हल करना चाहते हैं, तो वह उनकी भूल है. उन्होंने पाकिस्तान की फौज की ताकत का हवाला भी दिया. वह यूएन रेजुलेशन के जरिए कश्मीर समस्या को सुलझाने की बात भी करते हैं, लेकिन इन सब बातों को चुनाव जीतने से पहले की एक ऐसी औपचारिकता मानी जाए, जिसमें भारत और पाकिस्तान दोनों के नेता एक दूसरे देश के खिलाफ आग उगल कर वोट जुटाने की कोशिश करते हैं तो यह इतना भर नहीं है. इमरान खान की जीत भारत के लिए कई चिंताएं लेकर आई हैं. इमरान पर अपने ही देश में उदारवादी और विरोधी पार्टियों ने 'तालिबान खान' होने का आरोप लगाया है्. जाहिर है इमरान खान ने मानवाधिकार की रक्षा के नाम पर जिस तरह से पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में आतंकवादियों के खिलाफ सैनिक ऑपरेशन का विरोध किया उनकी सहानुभूति जीती और उन इलाकों में अपनी पैठ बनाई है. अब इमरान उसे और पुख्ता करने की कोशिश करेंगे. कई इलाकों में पाकिस्तान की सेना भी ऑपरेशन नहीं करना चाहती थी और इमरान खान के इस रूख ने उन्हें सहूलियत दी ताकि आतंकवादियों के खिलाफ एक्शन ना लिया जाए. वैसे आतंकवादी हैं जिनको लेकर यह कहा जाता है कि पाकिस्तान की सेना के सहयोग उनकी मदद के बिना वह टिक नहीं सकते. यानि ऐसे आतंकवादियों के साथ खड़े होकर इमरान खान ने कहीं ना कहीं सेना की ही मदद की. उससे सिविल गवर्नमेंट के नेशनल एक्शन प्लान के तहत आतंकवादियों को पूरी तरह से सफाया करने के मंसूबे के रास्ते में खड़ी रही. अपने निहित स्वार्थों की वजह से अब यह गठजोड़ सत्ता तक पहुंचती नजर आ रही है, तो एक तरफ आतंकी तंजीम है तो दूसरी तरफ पाकिस्तान की सेना का हाथ भी पूरी तरह से उनकी पीठ पर रहा है. यह नई बात नहीं है कि इमरान खान और चाइना के बीच आपसी गठजोड़ के आरोप लग रहे हो. 2013 में भी कमोबेश स्थिति यही थी लेकिन तब इमरान सत्ता तक नहीं पहुंच पाए और अब जब वह पहुंच रहे हैं तो भारत के लिए चुनौती बड़ी है. पाकिस्तान में विदेश नीति पर हमेशा से सेना का दखल रहा है. इमरान खान के सत्ता संभालने के बाद वह पूरी तरह से सेना के हाथ में ही होगा. नवाज सरकार के साथ या उसके पीछे चुनी हुई किसी सरकार के साथ जब-जब भारत के रिश्ते बेहतर होने की दिशा में बड़े हैं या तो कोई बड़ा आतंकी हमला हुआ है या फिर पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर उल्लंघन किया गया है्. सीमा पार से कोई और वारदात शांति की प्रक्रिया टूटेगी. मुंबई अटैक से लेकर पठानकोट हमले तक इसका उदाहरण है. भारत हमेशा से कहता रहा है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते तो सवाल ये है कि क्या पाकिस्तान की सत्ता भारत के खिलाफ आतंकवाद को खत्म करके जवाब देगी. वैसे कूटनीति के रास्ते भारत के लिए हमेशा से खुले रहे हैं और आगे भी खुले रहेंगे, लेकिन पाकिस्तान की नई सत्ता और वह भी इमरान खान जिसके पीछे सेना खड़ी है उसके साथ बातचीत करना अपने आप में एक चुनौती है. सीरिया: ISIS के आत्मघाती हमले में 32 की मौत 25 July 2018 दमिश्क। दक्षिणी सीरिया में हुए अात्मघाती हमले में 32 लोगों की मौत हो गई है। इसमें कुछ आम नागरिक भी हैं। शुरुआती जानकारी के मुताबिक ये आत्मघाती हमला इस्लामिक स्टेट ने किया है। ये हमला सीरिया के दक्षिणी सीरिया के शहर स्वेदा में ये हमला हुआ है। हमला होने के बाद हरकत में आए सुरक्षाबलों ने दो आत्मघाती हमलावरों को धमाका करने से पहले घेरकर ढेर कर दिया। वहीं इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने स्वेदा शहर से लगे तीन गांवों में हमला करके कई लोगों की हत्या कर दी है। हालांकि अभी तक इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। मुंबई आतंकवादी हमला मामले में दोषी डेविड हेडली पर अमेरिकी जेल में हमला, हालत गंभीर 24 July 2018 नई दिल्ली: साल 2008 में मुंबई आतंकवादी हमले के मामले में दोषी पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली पर कैदियों द्वारा हमले की मीडिया रिपोर्ट के सिलसिले में अमेरिकी अधिकारियों ने आज टिप्पणी से इनकार कर दिया. अमेरिकी मीडिया ने रिपोर्ट दी है कि हेडली पर कैदियों ने हमला किया जिसके बाद उसकी हालत गंभीर बतायी जा रही है. शिकागो में मेट्रोपोलिटन करेक्शनल सेंटर ने ईमेल से दिये एक संक्षिप्त जवाब में घटना के बारे में बताते हुए कहा , ‘‘हमारे पास उस व्यक्ति (हेडली) के बारे में सूचना नहीं है.’’कुछ मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि आठ जुलाई को दो अन्य कैदियों ने हेडली पर हमला किया था. रिपोर्ट में कहा गया है कि घायल हेडली को नॉर्थ इवांस्टन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. टोरंटो में फायरिंग : हमलावर सहित 2 की मौत, 1 बच्ची घायल 23 July 2018 नई दिल्ली: कनाडा के टोरंटो शहर में एक रेस्त्रां में हुई फायरिंग में 9 लोगों के घायल होने की खबर है. पुलिस के मुताबिक फायरिंग करने वाले शख्स की भी मौत हो गई है. पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों से अपील की इस गोलीकांड के बारे में कोई भी जानकारी हो तो तुरंत बताएं. स्थानीय मीडिया के मुताबिक यह गोली एक रेस्त्रां में चली है. टोरंटो की ट्रैफिक विभाग के मुताबिक पुलिस घटनास्थल पर मौजूद है और जल्द ही और जानकारी दी जायेगी टोरंटो पुलिस की ओर से किये गये एक ट्वीट के मुताबिक 9 लोगों को गोली मारी गई है. पीड़ितों की हालत के बारे में अभी कुछ भी पत नहीं है. घायलों में एक लड़की शामिल है. इन लोगों में हमलावर शामिल नहीं जिसकी मौत हो चुकी है. घायलों को पास के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. ब्रिटिश पुलिस ने की नर्व एजेंट हमलावर की पहचान 20 July 2018 लंदन। ब्रिटिश पुलिस ने इसी साल मार्च में पूर्व रूसी जासूस सर्गेई स्क्रिपल और उनकी बेटी यूलिया पर नर्व एजेंट से हमला करने वाले को पहचान लिया है। दक्षिण पश्चिम इंग्लैंड के सैलिसबरी में सर्गेई और यूलिया पर नर्व एजेंट नोविचोक से हमला किया गया था। जांच अधिकारियों का मानना है कि हमलावर रूसी नागरिक था। "प्रेस एसोसिएशन" न्यूज एजेंसी ने गुरुवार को बताया कि जांच अधिकारियों को लगता है कि उन्होंने हमलावर को सीसीटीवी फुटेज के जरिए पहचान लिया है। उस समय ब्रिटेन आने वाले लोगों के दस्तावेजों के जरिए फुटेज का मिलान भी किया गया है। हालांकि, पुलिस ने इस रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी करने से फिलहाल इनकार कर दिया है। उल्लेखनीय है कि चार मार्च को पूर्व रूसी जासूस और उनकी बेटी सैलिसबरी में बेहोशी की हालत में मिले थे। मेडिकल जांच में पता चला कि उन पर नोविचोक से हमला किया गया था। ब्रिटेन उसी समय से रूस पर इस हमले का आरोप लगाता रहा है। यूरोपियन यूनियन ने Google पर लगाया 5 अरब डॉलर का जुर्माना, जानिए क्या है कारण 19 July 2018 यूरोपीय यूनियन (ईयू) ने इंटरनेट सेवांए देने वाली कंपनी गूगल पर 4.3 अरब यूरो का जुर्माना लगाया है. खास बात यह है कि प्रतिस्पर्धा प्रावधानों के उल्लंघन को लेकर ईयू द्वारा लगाया गया यह अब तक का सबसे बड़ा जुर्माना है. ईयू के प्रतिस्पर्धा आयुक्त मार्गरेट वेस्टगर ने कहा कि हमनें तीन साल से जारी जांच के बाद यह फैसला किया है. जांच में पता चला कि गूगल ने अपने ब्राउजर और सर्च इंजन का बाजार में विस्तार के लिए एंड्रायड के दबदबे का दुरुपयोग किया है. वेस्टगर ने इस बात की जानकारी एक प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने इस दौरान कहा कि यूरोपीय संघ ने प्रतिस्पर्धा नियमों के उल्लंघन को लेकर गूगल पर 4.34 अरब यूरो का जुर्माना लगाया है. हमारी जांच में सामने आया है कि गूगल इंटरनेट सर्च में अपनी हिस्सेदारी को मजबूत करने के लिए अवैध गतिविधियों में शामिल रहा है. लिहाजा अब उसे 90 दिनों के भीतर या तो उन गतिविधियां बंद करना होगा. अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उसे औसत दैनिक राजस्व का पांच प्रतिशत जुर्माना के तौर पर भुगतान करना होगा. वेस्टगर ने जुर्माने के निर्णय की अग्रिम सूचना देने के लिए मंगलवार रात गूगल सीईओ सुंदर पिचाई से भी बात की थी. उन्होने कहा कि गूगल ने सैमसंग और हुआवे जैसी स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों के साथ गठजोड़ कर स्मार्टफोन में अपना ब्राउजर और सर्च इंजन प्रीइंस्टॉल करा प्रतिस्पर्धियों के मौके छीने. उन्होंने कहा कि गूगल ने अपनी कई अन्य एप और सेवाओं के इस्तेमाल के बदले गूगल सर्च को डिफॉल्ट सर्च-इंजन बनाने की बाध्यता रखी. इसके अलावा उसने गूगल सर्च को प्री - इंस्टॉल कराने के लिए स्मार्टफोन निर्माताओं एवं मोबाइल नेटवर्क कंपनियों को वित्तीय प्रोत्साहन भी दिया. गूगल पर जुर्माना लगाए जाने की खबर के सामने आने के बाद गूगल के प्रवक्ता अल वर्नी ने इसके खिलाफ अपील करने की बात कही. उन्होंने कहा कि एंड्रायड ने लोगों के लिए अधिक मौके सृजित किए ना की कम किए हैं. वर्नी ने कहा कि मजबूत परिस्थिति, तेज नवाचार और कम कीमतें शानदार प्रतिस्पर्धा के पारंपरिक सूचक हैं. गौरतलब है कि, इससे पहले भी यूरोपीय संघ अमेरिका की दो अन्य बड़ी कंपनियों एप्पल और फेसबुक पर भी भारी - भरकम जुर्माना लगा चुका है. वहीं अमेरिका द्वारा हाल ही में ईयू पर इस्पात एवं एल्युमिनीयम पर व्यापार शुल्क को लेकर जारी तनाव के बीच इस निर्णय से दोनो देशों के बीच एक बार फिर से तनाव उच्च स्तर पर पहुंच सकता है ट्रंप अमेरिकी चुनाव में रूसी दखल संबंधी बयान से पलटे 18 July 2018 वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी चुनाव में रूस के कथित दखल संबंधी अपने एक दिन पहले के बयान से पलट गए हैं. ट्रंप ने मंगलवार को संवाददाताओं को बताया कि मैंने गलती से वह बयान दे दिया था. ट्रंप ने कहा कि 2016 के चुनाव में रूस के कथित दखल के अमेरिकी खुफिया एजेंसी (सीआईए) के दावों को मानते हैं. उन्होंने कहा कि सोमवार को दिए गए उनके बयान का मतलब था कि उन्हें रूस के कथित दखल करने का कोई कारण नजर नहीं आता. उन्होंने कहा,"मैंने कॉन्फ्रेंस की ट्रांस्क्रिप्ट पढ़ी, तो लगा कि मुझे सफाई देनी चाहिए." ट्रंप ने कहा, "मुझे 'क्यों नहीं किया होगा' बोलना था, लेकिन मैंने गलती से 'क्यों किया होगा' बोल दिया. ट्रंप ने डेमोक्रेट और रिपब्लिकन पार्टी की ओर से आलोचना किए जाने के बाद यह सफाई दी है. गौरतलब है कि सोमवार को फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी में संयुक्त संवाददाता सम्मेलन के दौरान एक पत्रकार ने ट्रंप से पूछा था कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने 2016 राष्ट्रपति चुनावों में हस्तक्षेप के आरोप का खारिज किया है लेकिन अमरीका की खुफिसा एजेंसियों का कहना है कि रूस ने हस्तक्षेप किया है. आप क्या मानते हैं? इस सवाल के जवाब में ट्रंप ने कहा था, "हमारे लोग मेरे पास आए. उन्होंने कहा कि उन्हें रूस का हाथ लगता है. मेरे साथ राष्ट्रपति पुतिन हैं, उन्होंने अभी कहा कि रूस का हाथ नहीं है. मैं कहूंगा कि उन्होंने ऐसा क्यों किया होगा अमेरिका ने रूसी महिला को किया गिरफ्तार, बताया जासूस 17 July 2018 वाशिंगटन : वॉशिंगटन में संघीय अभियोजकों ने खुलासा किया है कि उन्होंने 29 वर्षीय महिला को गिरफ्तार किया है जो रूस की एजेंट है। उनके मुताबिक महिला अमेरिका में रह रही थी और रूस के एक वरिष्ठ अधिकारी की तरफ से गुप्त एजेंट की तरह काम कर रही थी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात के कुछ ही घंटों बाद मारिया बुटिना की गिरफ्तारी की घोषणा की गई। कुछ दिन पहले विशेष अधिवक्ता रॉबर्ट मूलर ने रूस के 12 खुफिया अधिकारियों पर आरोप लगाया था कि उनके ही इशारों पर 2016 के चुनाव में गड़बड़ी के लिए हैकिंग के प्रयास किए गए थे। अदालत के दस्तावेजों के मुताबिक बुटिना ने अमेरिकी राजनीतिज्ञों और उम्मीदवारों से मुलाकात की , विशेष रूचि समूहों द्वारा प्रयोजित कार्यक्रमों में भाग लिया। उसका इरादा, यहां से प्राप्त जानकारियों के बारे में ‘‘ मास्को तक सूचना ’’ पहुंचाना था। अदालत के दस्तावेजों में रूसी अधिकारी का नाम नहीं दिया है। आपको बता दें कि एक दिन पहले ही रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अमेरिका के विशेष अभियोजक रॉबर्ट मूलर द्वारा की जा रही अमेरिकी चुनावों में कथित हस्तक्षेप की जांच को ‘‘ राजनीतिक खेल ’’ करार देते हुए कहा था कि इसका असर अमेरिका-रूस रिश्तों पर नहीं पड़ना चाहिए। मूलर द्वारा जांच में रूस के 12 खुफिया एजेंट पर डेमोक्रेटिक पार्टी के कम्प्यूटर हैक कर ट्रंप अभियान की मदद करने का आरोप लगाये जाने के संबंध में सवाल करने पर पुतिन ने ‘ फॉक्स न्यूज ’ से कहा कि ’’ यह उनके लिए चिंता का विषय नहीं है लेकिन यह ‘‘ आंतरिक राजनीतिक संघर्ष ’’ का हिस्सा है. मुझे इसमें तनिक भी रुचि नहीं है। ’’ अनुवादक की मदद से बात करते हुए उन्होंने यह बयान दिया। पुतिन ने कहा , ‘‘ यह अमेरिका का आंतरिक राजनीतिक तिकड़म है। इसे अमेरिका और रूस के संबंध का आधार ना बनाए और आतंरिक राजनीतिक कलह की वजह से इसे (संबंधों को) बाधित ना करें थाईलैंड में गुफा से बचाए गए बच्चों को गुरुवार को अस्पताल से मिलेगी छुट्टी 14 July 2018 बैंकॉक: थाईलैंड में एक गुफा से बचाए गए 12 युवा फुटबॉल खिलाड़ियों और उनके कोच को गुरुवार को अस्पताल से छुट्टी दी जाएगी. स्वास्थ्य अधिकारियों ने यह जानकारी दी. इन्हें मनोवैज्ञानिक सहायता दिये जाने के साथ ही यह सलाह भी दी गई है कि मीडिया में साक्षात्कार देने से बचें. मीडिया में मौत को मात देकर गुफा से बाहर आने की उनकी इस कहानी को जानने को लेकर बेहद उत्सुकता है. अपनी फुटबॉल अकादमी के नाम पर ‘वाइल्ड बोर्स’ नाम का यह समूह 23 जून को उत्तरी थाईलैंड की थाम लुआंग गुफा में जन्मदिन बनाने गया था लेकिन बाढ़ का पानी भर जाने से वहीं फंस गया. इन सभी को 10 जुलाई को सुरक्षित निकाल लिया गया लेकिन कई दिनों तक जिंदगी के लिये उनकी जंग राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में छाई रही. लोक स्वास्थ्य मंत्री पियासाकोल सकोलसात्तयातोर्न ने आज संवाददाताओं को बताया, ‘सभी 13 वाइल्ड बोर्स अच्छी सेहत में हैं .. सभी अच्छे हैं. उन सभी को एक साथ गुरुवार को छुट्टी दे दी जाएगी’. बच्चों और उनके माता - पिता को सलाह दी गई है कि वे अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताएं और मीडिया को साक्षात्कार न दें क्योंकि इससे उत्तर अभिघात तनाव विकार लक्षणों के फिर से प्रकट होने का अंदेशा रहता है. इन युवा फुटबॉलरों और उनके कोच के गायब होने और फिर बेहद दिलेरी भरे अंदाज में उन्हें बचाने के चलाए गए राहत अभियान पर दुनिया भर की नजर थी. हॉलीवुड प्रोड्यसर भी इस विषय पर फिल्म बनाने पर विचार कर रहे हैं चीन के सिचुआन प्रांत में एक औद्योगिक पार्क में हुए विस्फोट में 19 लोगों की मौत 13 July 2018 चीन के सिचुआन प्रांत में एक औद्योगिक पार्क में हुए विस्फोट में 19 लोगों की मौत हो गई जबकि 12 घायल हो गए. प्रांतीय कार्यसुरक्षा प्रशासन के मुताबिक, यह विस्फोट गुरुवार को शाम लगभग 6.30 बजे जियांगान काउंटी के एक औद्योगिक पार्क में हेंगडा कंपनी के रासायनिक संयंत्र में हुआ. काउंटी प्रशासन का कहना है कि शुक्रवार सुबह आग पर काबू पाया गया. घायलों की हालत स्थिर बताई जा रही है. मामले की जांच चल रही है. आपको बता दें कि चीन में कार्य सुरक्षा मानकों की स्थिति में सुधार के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं लेकिन चीन में जानलेवा औद्योगिक हादसे अब भी आम बात हैं. पाकिस्तान में भयंकर विस्फोट, ANP नेता हारून बिल्लौर सहित 14 लोगों की मौत 11 July 2018 पेशावर: पाकिस्तान के पेशावर शहर में मंगलवार रात एक चुनावी बैठक में हुए संदिग्ध आत्मघाती विस्फोट में अवामी नेशनल पार्टी (एएनपी) के नेता हारून बिल्लौर सहित कम से कम 14 लोग मारे गए. प्रारंभिक खबरों में कहा गया है कि याकातूत इलाके में हुए इस धमाके में एक दर्जन से अधिक लोग घायल भी हुए हैं जिन्हें पास के लेडी रीडिंग अस्पताल भेजा गया है. विस्फोट तब हुआ जब बिल्लौर और ए एन पी के कार्यकर्ता पार्टी की एक बैठक के लिए एकत्र हुए. बिल्लौर के मंच पर पहुंचने पर वहां पटाखे चलाए जा रहे थे कि तभी एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को विस्फोट से उड़ा लिया. डॉन अखबार के मुताबिक, विस्फोट में बिल्लौर गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया. राहत एवं बचाव टीम घटनास्थल पर हैं और घटना की जांच शुरू कर दी गई है बिल्लौर के पिता एवं ए एन पी के वरिष्ठ नेता बशीर अहमद बिल्लौर भी 2012 में पेशावर में पार्टी की एक बैठक के दौरान तालिबान के हमलावर द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में मारे गए थे सुप्रीम कोर्ट के जज के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ब्रेट कैवनॉग को नामित किया 10 July 2018 वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कंजर्वेटिव ब्रेट कैवनॉग को आज सुप्रीम कोर्ट के जज के लिए नामित किया. कैवनॉग के नाम की पुष्टि होने पर वह जस्टिस एंथनी कैनेडी का स्थान लेंगे जिन्होंने हाल ही में सेवानिवृत्त होने की घोषणा की थी. ट्रंप ने 25 जजों की अपनी मूल सूची में से जस्टिस कैवनॉग का नाम चुना. इस सूची में भारतीय मूल के अमेरिकी जज अमूल थापर का नाम भी शामिल था. इन 25 जजों के बारे में ट्रंप ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट में किसी भी रिक्ति के लिए वह इन्हीं नामों में से ही किसी को नामित करेंगे. व्हाइट हाउस से कैवनॉग के नामांकन की घोषणा करते हुए ट्रंप ने उनके बारे में कहा कि उनका , “ रिकॉर्ड साफ - सुथरा है और वह हमारे समय के सर्वश्रेष्ठ कानूनविदों में से एक हैं.” हालांकि कैवनॉग के नामाकंन को सीनेट की हरी झंडी मिलना बाकी है जो नीतियों को लेकर बुरी तरह बंटी हुई हैं. चीन ने पाकिस्तान के लिए लांच किए दो सेटेलाइट 9 July 2018 यरुशलम: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने अपने जासूस एली कोहेन के सीरिया में पकड़े जाने और सरेआम फांसी पर लटकाए जाने के करीब 50 साल बाद उनकी घड़ी को ढूंढ निकालने का दावा किया है. घड़ी तलाशने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया था. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा , ‘मैं मोसाद के लड़ाकों के दृढ़ एवं साहसिक अभियान की प्रशंसा करता हूं जिसका एकमात्र मकसद अपने महान जासूस की निशानी को इस्राइल को वापस सौंपना था जिसने देश को सुरक्षित बनाए रखने में अहम योगदान दिया था’. जासूसी एजेंसी ने दावा किया कि यह घड़ी मोसाद ने सीरिया में हाल ही में एक विशेष अभियान में खोजी है. हालांकि इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि कोहेन की घड़ी उन्हें कहां और किस हाल में मिली है. कोहेन की याद में कई सप्ताह पहले वार्षिक समारोह आयोजित किया गया था. माना जाता है कि मोसाद के निदेशक योस्सी कोहेन ने जासूस की यह घड़ी कोहेन के परिवार को सौंप दी है. कोहेन सीरिया में पकड़े जाने से पहले तक यही घड़ी पहनते थे. मोसाद ने कहा कि इस घड़ी को फिलहाल मोसाद मुख्यालय में डिस्प्ले में रखा गया है. मिस्र में जन्मे कोहेन 1960 के दशक में मोसाद में भर्ती हुए थे. अरब जगत की खुफिया जानकारियां जुटाने के लिए वह सीरिया चले गए. कहा जाता है कि उनकी खुफिया जानकारियां ही 1967 अरब - इस्राइल युद्ध में इस्राइल की जीत का कारण बनी थी. हालांकि सीरियाई सुरक्षा अधिकारियों ने 1964 में उनकी सच्चाई जान ली थी, इसके बाद 18 मई 1965 को कोहेन को फांसी पर लटका दिया गया था. जासूस की मौत के 50 साल बाद इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने खोज निकाली उसकी घड़ी 7 July 2018 यरुशलम: इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने अपने जासूस एली कोहेन के सीरिया में पकड़े जाने और सरेआम फांसी पर लटकाए जाने के करीब 50 साल बाद उनकी घड़ी को ढूंढ निकालने का दावा किया है. घड़ी तलाशने के लिए एक विशेष अभियान चलाया गया था. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा , ‘मैं मोसाद के लड़ाकों के दृढ़ एवं साहसिक अभियान की प्रशंसा करता हूं जिसका एकमात्र मकसद अपने महान जासूस की निशानी को इस्राइल को वापस सौंपना था जिसने देश को सुरक्षित बनाए रखने में अहम योगदान दिया था’. जासूसी एजेंसी ने दावा किया कि यह घड़ी मोसाद ने सीरिया में हाल ही में एक विशेष अभियान में खोजी है. हालांकि इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई कि कोहेन की घड़ी उन्हें कहां और किस हाल में मिली है. कोहेन की याद में कई सप्ताह पहले वार्षिक समारोह आयोजित किया गया था. माना जाता है कि मोसाद के निदेशक योस्सी कोहेन ने जासूस की यह घड़ी कोहेन के परिवार को सौंप दी है. कोहेन सीरिया में पकड़े जाने से पहले तक यही घड़ी पहनते थे. मोसाद ने कहा कि इस घड़ी को फिलहाल मोसाद मुख्यालय में डिस्प्ले में रखा गया है. मिस्र में जन्मे कोहेन 1960 के दशक में मोसाद में भर्ती हुए थे. अरब जगत की खुफिया जानकारियां जुटाने के लिए वह सीरिया चले गए. कहा जाता है कि उनकी खुफिया जानकारियां ही 1967 अरब - इस्राइल युद्ध में इस्राइल की जीत का कारण बनी थी. हालांकि सीरियाई सुरक्षा अधिकारियों ने 1964 में उनकी सच्चाई जान ली थी, इसके बाद 18 मई 1965 को कोहेन को फांसी पर लटका दिया गया था. श्रीलंका संग मिलकर भारत मट्टाला एयरपोर्ट चलाने का इच्छुक 5 July 2018 कोलंबो। दक्षिण श्रीलंका स्थित घाटे में चल रहे मट्टाला अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालन के लिए भारत के साथ एक संयुक्त उद्यम बनाने पर बातचीत हो सकती है। इस संबंध में एक भारतीय प्रतिनिधिमंडल कोलंबो पहुंच चुका है। यह जानकारी श्रीलंका के परिवहन उप-मंत्री अशोक अभयसिंघे ने संसद में एक प्रश्न के जवाब में दी। उन्होंने नुकसान के बावजूद एयरपोर्ट बेचने के बात से साफ इन्कार किया है। मट्टाला एयरपोर्ट का नाम श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के नाम पर रखा गया है। यह चीन समर्थित परियोजना थी, जो राजपक्षे के गृहनगर हम्बनटोटा में है। उड़ानों में कमी की वजह से 21 करोड़ डॉलर की लागत से तैयार यह एयरपोर्ट सबसे खाली एयरपोर्ट बन गया है। यहां से उड़ने वाली एकमात्र अंतरराष्ट्रीय उड़ान को भी घाटे और उड़ान सुरक्षा मुद्दों के चलते मई में स्थगित कर दिया गया था। सरकार ने 2017 में एयरपोर्ट को मुनाफा कमाने वाला बनाने के लिये निवेशकों को आमंत्रित किया था, लेकिन इस संबंध में कोई प्रस्ताव नहीं मिला था। उधर, राजपक्षे के ड्रीम प्रोजेक्टों में से एक हम्बनटोटा में बने बंदरगाह को कर्ज की भरपाई के लिए चीन को पट्टे पर दिया जा चुका है। गौरतलब है कि राजपक्षे के नेतृत्व वाला विपक्ष राष्ट्रीय संपदा को चीन को बेचने की बात कहकर सरकार के इस कदम का विरोध कर रहा है। इस्लामिक स्टेट सरगना अबू बकर अल-बगदादी का बेटा मारा गया 4 July 2018 बेरुत: सीरिया के होम्स प्रांत में जिहादियों के एक हमले के दौरान इस्लामिक स्टेट सरगना अबू बकर अल-बगदादी का बेटा हुदायफाह अल-बद्री मारा गया. आईएस की प्रोपैगैंडा एजेंसी अमाक ने मंगलवार को एक बयान में कहा , ‘होम्स में थर्मल पावर स्टेशन पर नुसायरियाह और रूस के खिलाफ अभियान में अल - बद्री मारा गया.’ अमाक ने इसके साथ एक युवक की तस्वीर जारी की है जिसके हाथ में राइफल है. आईएस राष्ट्रपति बशर अल - असद के अलावैत धार्मिक अल्पसंख्यक पंथ के लिए नुसायरियाह शब्द का इस्तेमाल करता है. आईएस ने 2014 में ईराक के बड़े हिस्से पर कब्जे के बाद सीरिया और ईराक में खुद को खलीफा घोषित किया था. बहरहाल , तब से लेकर अब तक सीरिया और इराकी बलों के आतंकवाद रोधी अभियान में जिहादियों को काफी हद तक खदेड़ा गया. पिछले साल इराकी सरकार ने आईएस पर जीत का एलान किया था लेकिन सेना अब भी सीरियाई सीमा पर ज्यादातर मरुस्थलीय इलाकों को निशाना बनाकर अभियान चला रही है. इराक के एक खुफिया अधिकारी ने मई ने बताया था कि कई मौकों पर मृत घोषित किया गया आईएस नेता बगदादी अब भी जिंदा है और सीरिया में है. बगदादी को ‘धरती पर सबसे वांछित व्यक्ति’ घोषित किया गया है और अमेरिका ने उसे पकड़ने पर दो करोड़ 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़, कश्मीर पर फैला रहा झूठः भारत 3 July 2018 संयुक्त राष्ट्र। कश्मीर मसले पर बार-बार मुंह की खाने के बावजूद पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा। उसने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) में कश्मीर का मुद्दा फिर उठाने का प्रयास किया तो भारत ने उसे करारा जवाब दिया। भारत ने कहा कि पाकिस्तान दक्षिण एशिया में आतंकवाद का गढ़ है। उसे कश्मीर के बारे में झूठ फैलाने के प्रयास में हमेशा नाकामी का सामना करना पड़ता है। पाकिस्तान के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में सोमवार को एक बहस के दौरान कहा था कि मानवाधिकार उच्चायुक्त ने कश्मीर में कई उल्लंघनों की पहचान की है। इस पर यूएन में भारत के स्थाई मिशन के प्रथम सचिव संदीप कुमार ने करारा जवाब देते हुए कहा, "पाकिस्तान समूचे दक्षिण एशिया और इसके आसपास आतंकवाद का गढ़ बना हुआ है। उसे भारतीय राज्य जम्मू-कश्मीर के बारे में बार-बार झूठ फैलाने के प्रयास में पहले भी सफलता नहीं मिली और आगे भी नहीं मिलेगी।" इससे पहले आमसभा में गत 25 जून को भी एक बहस के दौरान यूएन में पाकिस्तान की दूत मलीहा लोधी ने कश्मीर का मसला उठाने का प्रयास किया था। उस समय भी भारत ने 193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान के संदर्भों को खारिज किया था। संदीप कुमार ने कहा कि पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल ने कश्मीर मसला उठाने के लिए यूएन फोरम का दुरुपयोग किया। मैक्सिको में आया 6.1 की तीव्रता का भूकंप, किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं 2 July 2018 जलालाबाद (अफगानिस्तान): अफगानिस्तान के पूर्वी हिस्से में स्थित एक शहर में एक आत्मघाती हमलावर ने खुद को उड़ा लिया, जिसमें कम से कम 19 लोगों की जान चली गई. इनमें कई सिख भी शामिल हैं. अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी. हिंसा की इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. गवर्नर के प्रवक्ता अतुल्लाह खोगयानी ने बताया कि यह हमला प्रांत के गवर्नर के परिसर से कुछ ही सौ मीटर की दूरी पर स्थित एक बाजार में हुआ है, जहां राष्ट्रपति अशरफ गनी बैठक कर रहे थे. उन्होंने बताया कि 19 मृतकों में से 12 सिख और हिंदू हैं. 20 अन्य लोग घायल भी हो गये. अस्पताल में चारों तरफ शोक का माहौल है. प्रांतीय स्वास्थ्य निदेशक नजीबुल्लाह कामवाल ने 19 लोगों के मारे जाने की पुष्टि की, जिनमें ज्यादातर सिख हैं. यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि हमले में किसे निशाना बनाया गया था. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने पुष्टि की कि एक आत्मघाती हमलावर ने हमले को अंजाम दिया. इस अशांत प्रांत में हाल के दिनों में कई घातक हमले हुए हैं. गनी के प्रवक्ता ने बताया कि राष्ट्रपति अभी भी नंगरहार में ही हैं, लेकिन उनके लिए खतरे जैसी कोई बात नहीं है. गनी इस अशांत प्रांत की अपनी दो दिवसीय यात्रा के तहत आज सुबह एक अस्पताल का उद्घाटन करने जलालाबाद पहुंचे थे. यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब एक दिन पहले गनी ने सरकार द्वारा लागू संघर्षविराम की समाप्ति के बाद अफगान सुरक्षा बलों को तालिबान के खिलाफ आक्रामक अभियान चलाने का निर्देश दिया था. मैक्सिको में आया 6.1 की तीव्रता का भूकंप, किसी जानमाल के नुकसान की खबर नहीं 30 Jun 2018 मैक्सिको। पश्चिमी मैक्सिको में बड़ा भूकंप आया है। रिक्टर स्कैल पर इसकी तीव्रता 6.0 मापी गई है। खबर लिखे जाने तक इस भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की सूचना नहीं थी। यह भूकंप देश के प्रशांत तट पर शुक्रवार को आया। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे के अनुसारजेलिस्को स्टेट में सिहुआटलन से 88 किलोमीटर दूर पश्चिमी-दक्षिण तट पर ये भूकंप के झटके महसूस किए गए। अमेरिकी जियोलॉजिल सर्वे ने भूकंप की गहराई धरती से करीब 10 किलोमीटर अंदर तक बताई गई। देश के सिविल प्रोटेक्शन एजेंसी के प्रमुख लुईस फेलिप ने ट्विटर के माध्यम से कहा कि भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए जिसके बाद किसी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि इस पर लगातार नजर रखी जा रही है। आपको बता दें कि मैक्सिको में पिछले कुछ महीनों से लगातार भूकंप के छोटे-बड़े झटके महसूस किए गए हैं। इनमें सितंबर महीने में दो झटके महसूस किए गए थे जिसमें करीब सौ लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई इमारतें ध्वस्त हो गई थी। फरवरी माह में भी मेक्सिको की राजधानी मेक्सिको सिटी को भूकंप ने शुक्रवार को हिलाकर रख दिया था। मेक्सिको सिटी और उसके आसपास के इलाकों में तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। अमेरिका के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक, भूकंप की 7.2 तीव्रता थी। भूकंप का केंद्र दक्षिण राज्य ओक्साका में प्रशांत तट के करीब जमीन में 43 किलोमीटर अंदर बताया गया था। हालांकि इसमें भी किसी जान-माल के नुकसान की कोई जानकारी नहीं थी। जैसे ही तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए, डरे-सहमे सभी लोग घर, दफ्तरों और बिल्डिंगों से निकलकर बाहर खुले मैदान में इकट्टा हो गए थे। मेक्सिको के 57 वर्षीय एक नागरिक ने कहा, 'यह बहुत ही भयानक था।। यहां सब कुछ हिलना शुरू हो गया था। कार भी इधर-उधर जा रही थी। मुझे कुछ समझ नहीं आया कि क्या करूं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन नीति के विरोध में भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद गिरफ्तार 29 Jun 2018 भारतीय मूल की अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल को 575 महिलाओं के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन नीति के विरोध में गिरफ्तार किया गया. 'द सिएटल टाइम्स' के मुताबिक, जयपाल ने कहा कि उन्हें हार्ट सीनेट ऑफिस की इमारत के बाहर भीड़ को संबोधित करने के लिए बुलाया गया था. जयपाल ने कहा, "मैंने फैसला किया कि मुझे भी उनके साथ विरोध में बैठना चाहिए और गिरफ्तारी देनी चाहिए." उन्होंने कहा, "हमने नारेबाजी की और इन परिवारों को मिलाने की जरूरत पर बात की और राष्ट्रपति की जीरो टोलरेंस नीति को खत्म करने के लिए आवाज उठाई." जयपाल पर भीड़ इकट्ठा करने और बाधा पहुंचाने के लिए 50 डॉलर का जुर्माना लगाया गया है. अमेरिकी कैपिटल पुलिस की प्रवक्ता इवा मालेकी ने कहा कि महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है, उन पर अनैतिक रूप से प्रदर्शन करने का आरोप लगा है. यह जयपाल की तीसरी गिरफ्तारी है. इससे पहले वह दो बार भी गिरफ्तार हो चुकी हैं. आव्रजन से जुड़े अधिकारों को लेकर लंबे समय से पैरवी कर रही जयपाल ने कहा कि वह ट्रंप की जीरो टोलरेंस नीति का शिकार हो रहे बच्चों से मुंह नहीं मोड़ सकती. उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि हर अमेरिकी, रिपब्लिकन और डेमोक्रेट को सोचना चाहिए कैसा लगता होगा जब छह महीने के बच्चे को उसकी मां से छीन लिया जाए जयपाल ने शनिवार को एक और विरोध प्रदर्शन 'फैमिलीज बिलोंग टुगेदर' का आयोजन किाय है, जिसका आयोजन वाशिंगटन और देश के अन्य शहरों में होगा. गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन ने अप्रैल में जीरो टोलरेंस नीति शुरू की थी, जिसके तहत मेक्सिको सीमा से अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश कर रहे बच्चों को उनके मां-बाप से अलग कर दिया जाता है. मलेशिया के पूर्व पीएम नजीब रजाक के यहां छापा, 273 मिलियन डॉलर का सामान जब्त 27 Jun 2018 कुआलांलपुर। भ्रष्टाचार के आरोप में सत्ता से बेदखल हुए मलेशिया के पूर्व पीएम नजीब रजाक के खिलाफ कार्रवाई जारी है। इसी कड़ी में उनके 6 ठिकानों पर पड़े छापे में 273 मिलियन डॉलर का संपत्ति जब्त हुआ है। मलेशियाई पुलिस ने इसे इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी रिकवरी करार दिया है। छापे के बाद पुलिस ने बताया कि निष्कासित मलेशियाई नेता नजीब रजाक के 6 विभिन्न आवासों से कैश समेत गहने और कीमती लग्जरी हैंडबैग्स जब्त हुए हैं, इनकी कीमत 273 मिलियन डॉलर है। पुलिस प्रमुख अमर सिंह ने बताया, ‘जब्त किए गए सभी सामान की कुल कीमत 910 मिलियन से 1.1 बिलियन रिंगिट है। जो 225 मिलियन डॉलर से 273 मिलियन डॉलर के बराबर है।' इससे पहले भी पुलिस ने रजाक के घर से इतना सामान बरामद किया था कि उन्हें ढोने के लिए पांच ट्रक लगाने पड़े। पुलिस के अनुसार, उस वक्त जब्त नकदी में 26 तरह की करेंसी शामिल थी। नजीब पर सरकारी कंपनी 1 एमडीबी से 70 करोड़ डॉलर (करीब 4,760 करोड़ रुपये) अपने निजी अकाउंट में स्थानांतरित करने का आरोप है। इस साल मई माह में हुए चुनाव में नजीब रजाक के नेतृत्व वाले बीएन गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा। जिसके बाद नई महातिर सरकार बनी और इन्होंने नजीब व उनके परिवार के देश छोड़ने पर रोक लगा दी। 1957 में आजादी के बाद से मलेशिया में बीएन गठबंधन सत्ता में थी। इस बार के चुनाव में पहली बार बीएन गठबंधन सत्ता से बाहर हुई। महातिर भी बीएन गठबंधन का हिस्सा रहने के दौरान मलेशिया के प्रधानमंत्री रहे थे। हालांकि बाद में उन्होंने बीएन गठबंधन से नाता तोड़ लिया था। दक्षिण कोरिया-अमेरिका के बीच सैन्य गठबंधन के साझा खर्च को लेकर नए दौर की बातचीत शुरू 26 Jun 2018 दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने मंगलवार को सैन्य गठबंधन के साझा खर्च को लेकर नए दौर की चर्चा शुरू की. यह चर्चा उत्तर कोरिया के साथ अमेरिका की वार्ता को ध्यान में रखते हुए दक्षिण कोरिया और अमेरिका के संयुक्त सैन्याभ्यास को रद्द करने के बीच हो रही है. समाचार एजेंसी 'एफे' की रिपोर्ट के अनुसार, यह बैठक मंगलवार को सियोल में शुरू हुई और बुधवार को समाप्त होगी. यह दोनों देशों के बीच चौथे दौर की वार्ता है और ये देश 2018 के अंत तक इस मुद्दे को सुलझा लेना चाहते हैं. दक्षिण कोरियाई क्षेत्र में लगभग 28,500 अमेरिकी जवानों की तैनाती की कुल लागत को बनए रखने पर दोनों देशों के बीच सहमति बननी मुश्किल नजर आ रही है. पेच यहीं फंसा है कि इस कुल लागत के कितना भाग का सियोल भुगतान करेगा. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दृढ़ता से कहा है कि दक्षिण कोरिया और जापान जैसे प्रमुख देशों में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए वाशिंगटन द्वारा किया जाने वाला खर्च बहुत अधिक है. हाल में पांच वर्षीय समझौते के मुताबिक, 1990 के दशक में सियोल ने छोटी राशि का भुगतान करना शुरू कर दिया था और 2018 में 86.5 करोड़ डॉलर का भुगतान कर चुका है. यह वार्ता अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस के दक्षिण कोरिया पहुंचने के कुछ देर बाद शुरू हुई. तुर्की के राष्ट्रपति चुनावों में राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने जीत हासिल की 25 Jun 2018 नई दिल्ली: तुर्की के राष्ट्रपति चुनावों में राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने जीत हासिल कर ली है. मतगणना को लेकर विपक्ष शिकायत कर रहा है लेकिन इसके साथ ही सत्ता पर एर्दोआन की पकड़ मजबूत हो गई है. गौरतलब है कि 15 वर्ष से वे ही सत्ता पर काबिज हैं. तुर्की के मतदाताओं ने पहली बार राष्ट्रपति और संसदीय चुनाव में मतदान किया है. एर्दोआन अपनी सत्तारूढ़ जस्टिस ऐंड डेवलपमेंट पार्टी के लिए पूर्ण बहुमत की उम्मीए लगाए बैठे थे. अप्रैल 2017 में हुए जनमत संग्रह में नए संविधान पर सहमति बनी थी. इसके तहत एर्दोआन ऐसे पहले राष्ट्रपति होंगे जो बिना किसी प्रधानमंत्री के अत्यधिक अधिकार रखेंगे. इसका एर्दोआन ने मजबूती से समर्थन किया था लेकिन विरोधियों का कहना है कि इससे राष्ट्रपति को निरंकुश शक्तियां मिलेंगी. शीर्ष चुनाव समिति (वायएसके) के प्रमुख सैदी गुवेन ने बताया कि एर्दोआन ने अपने करीबी प्रतिद्वंद्वी मुहर्रम इन्स को ‘‘पूर्ण बहुमत’’ से हराया. पहले ही चरण में उन्हें आधे से अधिक मत मिल चुके थे जिसके चलते दूसरे चरण की जरूरत ही नहीं पड़ी. इस्तांबुल के अपने आवास से विजयी संदेश में एर्दोआन ने कहा, ‘‘ मुझ पर देश ने भरोसा जताते हुए राष्ट्रपति पद का कार्य और कर्तव्य सौंपे हैं.’’ ट्रंप ने उ.कोरिया के खिलाफ नेशनल इमरजेंसी एक और साल के लिए बढ़ाई 23 Jun 2018 अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उत्तर कोरिया के खिलाफ राष्ट्रीय आपात (नेशनल इमरजेंसी) की अवधि एक और साल के लिए बढ़ा दी है. उन्होंने कहा कि उत्तर कोरिया अब भी अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा , विदेश नीति और अर्थव्यवस्था के लिए असामान्य और असाधारण खतरा पेश करता है. ट्रंप की यह टिप्पणी तब आई है जब एक पखवाड़े से भी कम समय पहले उन्होंने सिंगापुर में किम जोंग उन के साथ ऐतिहासिक शिखर वार्ता की जिसमें उत्तर कोरियाई नेता परमाणु निरस्त्रीरकण के लिए राजी हुए. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि जब तक परमाणु निरस्त्रीकरण पूरा नहीं होता तब तक वह अधिकतम दबाव बनाने का अभियान जारी रखेंगे और उत्तर कोरिया के खिलाफ कोई भी प्रतिबंध नहीं हटाएंगे. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीमा पर प्रवासी परिवारों को अलग करने पर रोक लगाने वाले एक आदेश पर हस्ताक्षर कर दिए हैं. खास बात यह है कि प्रवासी परिवारों को अलग करने के विवादित फैसले की दुनियाभर में आलोचना की गई थी. ट्रंप ने हस्ताक्षर के बाद कहा कि यह आदेश परिवारों को एक साथ रखने के बारे में है. मुझे परिवारों के बिछड़ने का दृश्य अच्छा नहीं लगता. गौरतलब है कि गैरकानूनी प्रवास को रोकने के मद्देनजर की गई कार्रवाई की वजह से अमेरिका में करीब दो बजार बच्चे अपने अभिभावक से बिछड़ गए थे.इन बच्चों को एक जगह रखा गया है जहां से बच्चों के रोने और अपनों याद करने की तस्वीरे इंटरनेट पर वायरल हो रही थी. बच्चों की इस स्थिति का पूरे विश्व ने विरोध किया था. इसी दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर विपक्ष ने भी दबाव बनाना शुरू किया था. विपक्ष द्वारा इस मसले को हल करने की बात करने बाद राष्ट्रपति ने इस पूरे मामले को अपने स्तर से हर करने का भरोसा दिया था. बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि हम किसी भी परिवार को अलग करना नहीं चाहते और न ही मुझे यह अच्छा लगता है बम की धमकी पर लंदन का चेयरिंग क्रॉस रेलवे स्टेशन कराया गया खाली 22 Jun 2018 लंदन के चेयरिंग क्रॉस रेलवे स्टेशन में व्यस्त समय में एक व्यक्ति रेल की पटरियों पर कूद गया और दावा करने लगा कि उसके पास बम है. इसके बाद रेलवे स्टेशन खाली कराया गया. बीबीसी की खबर के मुताबिक पटरियों पर कूदे व्यक्ति से निपटने के लिए सशस्त्र पुलिस को बुलाया गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि स्टेशन पर पुलिस के कई वाहन खड़े थे. स्कॉटलैंड यार्ड पुलिस ने कहा,"शख्स की संदिग्ध हरकतों की रिपोर्ट के बाद अधिकारी फिलहाल चेयरिंग क्रॉस ट्रेन स्टेशन पर ब्रिटिश परिवहन पुलिस की सहायता कर रहे हैं. स्टेशन को सावधानी पूर्ण खाली करा लिया गया और यह फिलहाल बंद है." टेलीग्राफ की खबर के मुताबिक यात्रियों से कहा गया कि वे यहां से चले जाएं क्योंकि स्टेशन को खाली कराया जा रहा है. ब्रिटिश ट्रांसपोर्ट पुलिस ने बताया, ‘‘ चेयरिंग क्रॉस स्टेशन पर हम एक ऐसी घटना से निपट रहे हैं जिसमें खबर के मुताबिक एक व्यक्ति पटरियों पर कूद गया. वह व्यक्ति दावा कर रहा था कि उसके पास बम है.’' रिपोर्ट के मुताबिक अधिकारियों ने उस व्यक्ति को पकड़ लिया गया है. भारत की आपत्तियों के बावजूद OBOR से जुड़ा नेपाल 21 Jun 2018 बीजिंग। दुर्गम भौगोलिक स्थितियों वाले नेपाल में चीन बुनियादी सुविधाएं (सड़क, रेल) विकसित करने, व्यापार और निवेश के लिए तैयार है। यह कार्य चीन की महात्वाकांक्षी वन बेल्ट-वन रोड (ओबीओआर) परियोजना के तहत होगा। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने यह आश्वासन नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को दिया है। ओली इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं। हालांकि ओबीओआर पर भारत की आपत्ति को ध्यान में रखते हुए नेपाल ने परियोजना से जुड़ने की औपचारिक घोषणा से परहेज किया है। नेपाल के विदेश मंत्रालय के अनुसार दोनों देशों के बीच 70 करोड़ डॉलर (4,765 करोड़ रुपये) के आठ महत्वपूर्ण समझौतों पर दस्तखत हुए हैं। ये समझौते बुनियादी परियोजनाओं और कारखानों की स्थापना से संबंधित हैं। इनमें चीन और नेपाल को रेल और सड़क मार्ग से जोड़ने की परियोजनाएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त नेपाल के भीतर भी बुनियादी ढांचा विकसित करने की परियोजनाएं हैं। पनबिजली परियोजना स्थापित होगी, सीमेंट का कारखाना लगेगा और फूड पार्क की स्थापना होगी। राष्ट्रपति शी ने नेपाल में राजनीतिक स्थिरता लाने और आर्थिक तरक्की की इच्छा जताने के लिए प्रधानमंत्री ओली को बधाई दी। आश्वासन दिया कि नेपाल के विकास में चीन पूरा सहयोग देगा। उल्लेखनीय है कि नेपाल में बुनियादी सुविधाओं के विकास में चीन पिछले कई वर्षों से निवेश कर रहा है। चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने राष्ट्रपति शी के हवाले से बताया है कि ओबीओआर प्रोजेक्ट के तहत चीन नेपाल में बुनियादी ढांचे के विकास, भूकंप से हुए नुकसान की भरपाई करने, व्यापार और निवेश के लिए तैयार है। शी ने यह भी आश्वासन दिया है कि वह नेपाल की राष्ट्र के रूप में संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को भी कायम रखेगा। शी ने "वन चाइना" पॉलिसी का सम्मान करने और नेपाल में चीन विरोधी गतिविधियों को पनपने न देने के लिए भी प्रधानमंत्री ओली से आभार जताया। भारत से 7000 से अधिक लोगों ने पिछले साल अमेरिका में शरण के लिए अर्जी दी : संयुक्त राष्ट्र 20 Jun 2018 संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र की शरणार्थी मामलों की एजेंसी की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत के 7000 से अधिक लोगों ने पिछले साल अमेरिका में शरण के लिए आवेदन दाखिल किया था. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी के अनुसार 2017 में शरण लेने के नये आवेदन सबसे ज्यादा अमेरिका में आये. एजेंसी ने अपनी सालाना ग्लोबल ट्रेंड्स रिपोर्ट में कहा कि 2017 के अंत तक दुनियाभर में 6.85 करोड़ लोग विस्थापित हुए थे. युद्धों , अन्य तरह की हिंसा और उत्पीड़न की वजह से दुनियाभर में विस्थापन की दर नयी ऊंचाई पर पहुंच गयी है और लगातार पांचवें साल 2017 में यह अत्यधिक दर्ज किया गया. इसमें कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य का संकट, दक्षिण सूडान का युद्ध और म्यामां से हजारों रोहिंग्या शरणार्थियों के बांग्लादेश आने जैसे कारण शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार विस्थापन से सबसे ज्यादा प्रभावित विकासशील देश हैं. रिपोर्ट के अनुसार 2017 के आखिर में भारत में 1,97,146 शरणार्थी थे और 10,519 लोगों के शरण के मामले लंबित थे. पिछले साल के आखिर तक भारत से शरण मांगने वालों के करीब 40,391 मामले थे. इसमें कहा गया है कि शरण मांगने वालों की सर्वाधिक संख्या अफगान नागरिकों की थी जिन्होंने 80 विभिन्न देशों में 1,24,900 आवेदन दाखिल किये. चीन दौरे पर पहुंचे नॉर्थ कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन, सत्ता संभालने के बाद तीसरा दौरा 19 Jun 2018 बीजिंग। उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मिलने के बाद अब मंगलवार को चीन पहुंचे। किम दो दिन के दौरे पर बीजिंग पहुंचे हैं और 2011 में सत्ता संभालने के बाद यह उनका तीसरा चीन दौरा है। अपने इस दौरे पर वो राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे। इस दौरान दोनों के बीच कई अहम मुद्दों पर बात होगी। पिछले हफ्ते किम ने डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की थी। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि किम अमेरिकी राष्ट्रपति से हुई चर्चा के विषय में चिनफिंग को बताएंगे। बीजिंग एयरपोर्ट पर मंगलवार सुबह सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गयी थी। साथ ही पैरामिलिट्री पुलिस ने वहां पत्रकारों को तस्वीरें लेने पर रोक लगा दिया। डियाओयूटाई स्टेट गेस्ट हाउस के करीब सड़क को भी मंगलवार सुबह से ही बंद कर दिया गया जहां आने वाले नेता से वरिष्ठ चीनी अधिकारियों की मुलाकात होनी थी। पुलिस की गाड़ियां समेत अन्य कारों का घेरा गेस्ट हाउस के चारों ओर तैनात किए गए जहां इस साल के शुरुआत में किम रुके थे। चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने किम के दौरे की जानकारी उस वक्त दी, जब उनका विमान बीजिंग पहुंचने वाला था। शिन्हुआ के मुताबिक, 'किम जोंग उन 19 और 20 जून को बीजिंग दौरे पर रहेंगे।' किम मंगलवार सुबह हवाई जहाज से बीजिंग पहुंचे। यहां से कार से राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उनकी कार को बाइक पर सवार सुरक्षाकर्मियों ने घेर रखा था। किम पहली बार मार्च में ट्रेन से चीन पहुंचे थे। उनका दूसरा दौरा मई की शुरुआत में हुआ था। मार्च में आए थे तो उनका दौरा काफी गोपनीय रखा गया था। यहां तक कि बीजिंग से उनके रवाना होने तक इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। कोरियाई युद्ध के बाद से ही दक्षिण कोरिया में अमेरिका ने सैनिकों को तैनात कर दिया है। 1953 में खत्म हुए इस युद्ध में चीन ने उत्तर कोरिया का साथ दिया था। वार्ता विफल होने पर ट्रंप ने द.कोरिया के साथ युद्धाभ्यास दोबारा शुरू करने की धमकी दी 18 Jun 2018 वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के साथ सैन्य अभ्यास रोकने के अपने फैसले का बचाव किया. उन्होंने कहा कि इस तरह के युद्धाभ्यास भड़काऊ और महंगे हैं. हालांकि, उन्होंने धमकी दी कि अगर उत्तर कोरिया के साथ बातचीत विफल होती है तो वह फिर से उसे शुरू करेंगे. ट्रंप ने एक के बाद एक करके किये गए ट्वीट में कहा कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ शिखर वार्ता के दौरान युद्धाभ्यास रोकने का उनका विचार था उन्होंने कहा, ‘‘ युद्धाभ्यास को रोकने का अनुरोध बातचीत के दौरान मैंने किया था क्योंकि वे काफी खर्चीले हैं और नेकनीयत से चल रही वार्ता के दौरान खराब मिसाल प्रस्तुत करते हैं. ये काफी भड़काऊ भी हैं ट्रंप ने कहा, ‘‘ अगर वार्ता विफल होती है तो उसे तुरंत शुरू कर सकते हैं. मुझे उम्मीद है कि वैसा नहीं होगा. मिस्र की अदालत ने प्रतिबंधित मुस्लिम ब्रदरहुड के 11 सदस्यों को सुनाई मृत्युदंड की सजा 15 Jun 2018 नई दिल्ली: मिस्र की अदालत ने प्रतिबंधित मुस्लिम ब्रदरहुड के 11 सदस्यों को मृत्युदंड की सजा दी है. पुलिसकर्मियों की हत्या और उन्हें घायल करने के दोषी ठहराए जाने पर यह सजा सुनाई गई है. यह मामला अगस्त 2013 है, जब दोषियों ने घात लगाकर पुलिस के वाहन पर हमला किया और अंधाधुंध गोलीबारी की थी. एक अन्य मामले में शारकिया की जगाजिग आपराधिक अदालत ने मुस्लिम ब्रदरहुड के पांच वफादारों को 25 साल कैद की सजा सुनाई है, जो मिस्र में आजीवन कारावास के समान है. मिस्र में 2012 में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के तख्तापलट के बाद से सुरक्षाबलों पर हमले बढ़े हैं. संयुक्त राष्ट्र में 120 देशों ने गाजा हिंसा पर इस्राइल की निंदा की 14 Jun 2018 संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासभा ने गाजा में फलस्तीनियों की मौत के लिए इस्राइल की निंदा करने वाले अरब समर्थित प्रस्ताव को भारी बहुमत से स्वीकार किया. इस प्रस्ताव के जरिए हिंसा की जिम्मेदारी हमास पर डालने की अमेरिका की कोशिश भी नाकाम हो गई. मार्च के अंत में गाजा से लगती सरहद के पास शुरू हुए प्रदर्शनों में इस्राइली गोलीबारी में कम से कम 129 फलस्तीनियों की मौत हुई है जबकि इसमें किसी इस्राइली की मौत नहीं हुई. यह प्रस्ताव अल्जीरिया और तुर्की ने अरब तथा मुस्लिम देशों की ओर से रखा था और 193 सदस्यों वाली महासभा में इसे 120 वोट मिले, जबकि आठ सदस्यों ने प्रस्ताव के खिलाफ मतदान किया. वहीं 45 सदस्यों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया. अमेरिका ने गाजा के साथ लगती सीमा पर ‘हिंसा भड़काने’ के लिए हमास की निंदा करने के लिए एक संशोधन प्रस्ताव पेश किया, लेकिन यह दो तिहाई बहुमत हासिल नहीं कर पाया जो इसे स्वीकार करने के लिए जरूरी था. महासभा को संबोधित करते हुए अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने प्रस्ताव को पक्षपात पूर्ण और इस्राइल के खिलाफ बताकर खारिज कर दिया और अरब देशों पर आरोप लगाया कि वे संयुक्त राष्ट्र में इस्राइल की निंदा करके अपने देशों में राजनीतिक हित साधने की कोशिश कर रहे हैं. किम जोंग उन ने स्वीकारा ट्रंप का अमेरिका आने का न्योताः उत्तर कोरिया 13 Jun 2018 प्योंगयोग। सिंगापुर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन की मुलाकात सफल रही। इस दौरान ट्रंप ने किम को अमेरिका आने का न्योता दिया था जिसे किम ने स्वीकार कर लिया है। इसकी पुष्टि करते हुए उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने कहा है कि किम जोंग उन ने राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा दिया वाशिंगटन आने का न्योता स्वीकार कर लिया है। वहीं उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति को भी प्योंगयोंग आने का न्योता दिया था। सरकारी मीडिया ने यह बयान ट्रंप के उस बयान के बाद जारी किया है जो उन्होंने सिंगापुर समिट के दौरान दिया था। उन्होंने कहा था कि उचित समय पर वो प्योंगयोंग जाएंगे साथ ही वो उत्तर कोरियाई नेता का वाशिंगटन में स्वागत करने का इंतजार करेंगे। दोनों ने ही एक-दूसरे के न्योते स्वीकार किए और माना कि इससे दोनों देशों के रिश्ते और बेहतर होंगे। उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए राज़ी, ट्रंप बोले- किम बहुत टैलेंटेड इंसान 12 Jun 2018 नई दिल्ली: उत्तर कोरिया पूर्ण निरस्त्रीकरण के लिए राज़ी है. दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंध कायम होंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बीच 50 मिनट तक बातचीत हुई. इस बैठक में उम्मीद से बेहतर नतीजे आए और दोनों देशों ने व्यापक दस्तावेज़ पर दस्तखत किए. सिंगापुर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई राष्ट्रपति किम जोंग उन की ऐतिहासिक मुलाक़ात के बाद दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. किम जोंग उन ने इस मुलाक़ात को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि हम अतीत को भूल कर आगे बढ़ेंगे. ख़ुशी है हम बाधाओं को पार कर मिले. अब दुनिया एक बड़ा बदलाव देखेगी. वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इस मुलाक़ात को उम्मीद से ज़्यादा बेहतर बताया. उन्होंने कहा कि हम मिलकर एक बड़ी समस्या का समाधान करेंगे. हमारे बीच परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत हुई. ट्रंप ने उम्मीद जताया कि अमेरिका और उत्तर कोरिया के रिश्ते बेहतर होंगे. ट्रंप ने कहा कि आज मुझे पता चला कि किम बहुत टैलेंटेड इंसान हैं. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच सिंगापुर के सैंटोसा आइलैंड के कैपेला रिसॉर्ट में क़रीब 50 मिनट की मुलाक़ात हुई. ट्रंप बोले-किम को देंगे व्हाइट हाउस का न्योता और फिर मिलेंगे दोनों देशों के बीच डेलिगेशन लेवल की बैठक भी हुई फिर दोनों नेताओं ने साथ लंच किया. किम को व्हाइट हाउस आने का न्योता देने के सवाल पर ट्रंप ने कहा, बेशक हम उन्हें न्योता देंगे. हम फिर मिलेंगे और कई बार मिलेंगे. जब दोनों नेता आज मिले तो दोनों ने गर्मजोशी से एक दूसरे से हाथ मिलाया. फिर साथ-साथ होटल के अंदर गए. ऐतिहासिक बैठक के बाद संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए. द स्ट्रेट्स टाइम्स ने ट्रंप के हवाले से कहा, 'हम बहुत ही महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर कर रहे हैं, यह समग्र दस्तावेज है और हमने साथ में बेहतरीन समय बिताया. एक बेहतरीन संबंध. संवाददाता सम्मेलन में जल्द ही इस चर्चा होगी.' ट्रंप ने कहा, 'हमने विशेष बॉन्ड विकसित किया है. यह बैठक किसी के भी अनुमान से बहुत बेहतर रही.' इसके जवाब में किम जोंग ने कहा, 'दुनिया एक बड़ा बदलाव देगी.' किम जोंग और ट्रंप यह ऐतिहासिक बैठक करने वाले अपने देशों के पहले नेता बन गए हैं. दोनों नेताओं ने सेंटोसा द्वीप के कैपेला होटल में मुलाकात की. जी7 के संयुक्त बयान से डोनाल्ड ट्रंप के खुद किया अलग, जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा- निराशाजनक 11 Jun 2018 जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने जी7 देशों के सम्मेलन के संयुक्त बयान से अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के खुद को अलग रखने के फैसले को निराशाजनक बताया है. मर्केल ने स्थानीय मीडिया को बताया, "हमने प्रमुख मुद्दों पर गंभीरता से बात की. हमारे बीच सहमति बनी और फिर राष्ट्रपति ट्रंप ने जिस तरह से एक ट्वीट के जरिए अपना सहयोग वापस ले लिया, वह बेहद निराशाजनक रहा.' मर्केल ने कहा कि यूरोप को अपना भाग्य अपने हाथ में लेना पड़ेगा. अमेरिका के साथ मौजूदा व्यापार विवाद पर मर्केल ने यूरोपीय देशों से एकजुट बने रहने और अपने प्रयासों को जारी रखने का आह्वान किया. गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को कहा कि उन्होंने अमेरिकी प्रतिनिधियों को यहां जी-7 सम्मेलन के अंत में जारी संयुक्त बयान की पुष्टि नहीं करने का निर्देश दिया है. जी-7 सम्मेलन में शामिल होने के बाद रवाना होने से कुछ ही देर में एयर फोर्स वन विमान में सवार ट्रंप ने ट्वीट किया, "जस्टिन (कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टड्रो) द्वारा अपने संवाददाता सम्मेलन में झूठे बयान के और इस तथ्य के आधार पर कि कनाडा हमारे अमेरिकी किसानों, श्रमिकों और कंपनियों पर बड़े पैमाने पर सीमा शुल्क लगा रहा है, मैंने अपने अमेरिकी प्रतिनिधियों को (जी-7 के) बयान की तसदीक नहीं करने के निर्देश दिए हैं क्योंकि हम अमेरिकी बाजार में ऑटोमोबाइल की बाढ़ पर सीमा शुल्क को देख रहे हैं! अगर सिंगापुर वार्ता अच्छी रही तो किम जोंग उन को अमेरिका आने के लिए आमंत्रित करूंगा : डोनाल्ड ट्रंप 8 Jun 2018 वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि यदि सिंगापुर वार्ता सफल रहती है तो वह किम जोंग उन को अमेरिका आने का न्यौता देंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हो सकता है कि अगली मुलाकात व्हाइट हाउस में हो." पत्रकारों की ओर से सवाल पूछे जाने के बाद उन्होंने यह बात कही. उन्होंने कहा, "यदि सब कुछ ठीक रहता है तो मुझे लगता है कि मैं उन्हें अमेरिका आने का निमंत्रण दूंगा. मुझे लगता है कि वह भी इसके पक्ष में होंगे." ट्रंप ने किम जोंग उन के साथ आगामी बैठक के बारे में कहा, "मुझे लगता है कि यह बैठक सफल होने जा रही है. मुझे नहीं लगता है कि यह सिर्फ एक बैठक तक ही सीमित रहेगी. यह कई दशकों तक चलने वाला है." अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पुष्टि की कि वह 12 जून को सिंगापुर में ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन के दौरान उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन से मिलेंगे. डोनाल्ड ट्रंप की ओर से यह घोषणा उत्तरी कोरिया के दूतावास अधिकारी किम योंग चोल के साथ व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में दो घंटे की बैठक के बाद आई है. कैलिफोर्निया में दो भारतीय-अमेरिकी ने कांग्रेस के प्राइमरी चुनाव में जीत दर्ज की 7 Jun 2018 वाशिंगटन: भारतीय अमेरिकी कांग्रेस सदस्यों ऐमी बेरा और रो खन्ना ने गुरुवार को कैलिफोर्निया में अपने अपने प्राइमरी चुनाव जीत लिए और अब वे छह नवंबर को कांग्रेस का चुनाव लड़ेंगे. न्यूजर्सी में कांग्रेस के लिए प्राइमरी चुनाव लड़ रहे तीन दूसरे भारतीय-अमेरिकी - हिर्ष सिंह , गौतम जायस एवं पीटर जैकब हार गए. न्यूजर्सी में भारतीय अमेरिकी समुदाय की खासी आबादी है. कैलिफोर्निया के सातवें संसदीय जिले से तीन बार कांग्रेस का चुनाव जीत चुके, बेरा को ओपन प्राइमरी में 51 प्रतिशत से ज्यादा वोट मिले. रिपब्लिकन पार्टी के उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी एंड्रयू ग्रांट को 32.9 प्रतिशत वोट मिले. कैलिफोर्निया में प्राइमरी के दो शीर्ष उम्मीदवार प्रतिनिधि सभा के लिए आम चुनाव लड़ते हैं 2017 में पहली बार प्रतिनिधि सभा में प्रवेश करने वाले खन्ना ने कैलिफोर्निया के 17 वें संसदीय जिले से ओपन प्राइमरी के चुनाव में 58.9 प्रतिशत वोट हासिल कर जीत हासिल की. रिपब्लिकन पार्टी के उनके नजदीकी प्रतिद्वंद्वी रो कोहेन को करीब 25 प्रतिशत वोट मिले. डेमोक्रेटिक पार्टी के दोनों नेताओं (बेरा एवं खन्ना) के नवंबर में होने वाले कांग्रेस का चुनाव जीतने के आसार हैं फैशन डिजाइनर केट स्पेड की मौत, न्यूयॉर्क पुलिस ने आत्महत्या की पुष्टि की 6 Jun 2018 न्यूयॉर्क: अमेरिका की जानीमानी फैशन डिजाइनर केट स्पेड मंगलवार को न्यूयॉर्क में मृत अवस्था में मिली. न्यूयॉर्क पुलिस ने आत्महत्या की पुष्टि की है. पुलिस की एक प्रवक्ता ने आत्महत्या की पुष्टि की है लेकिन यह भी कहा कि मौत की परिस्थितियां अभी स्पष्ट नहीं हैं स्पेड ने अपना शुरुआती करियर एक पत्रकार के रूप में शुरू किया था. बाद में वह अपने पति एंडी के साथ ‘एपानमस’ फैशन ब्रांड की शुरुआत करके 1993 में फैशन उद्योग में आ गई केट स्पेड ने हैंडबैग कारोबार में भी अपना सिक्का जमाया था, लेकिन बाद में उन्होंने इसे बेच दिया था. ग्वाटेमाला में ज्वालामुखी फटने से मरने वालों की संख्या 65 हुई, 17 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित 5 Jun 2018 अल्टेनेंगो (ग्वाटेमाला) : ग्वाटेमाला में ‘वोल्कन डे फुगो’ ज्वालामुखी में भयानक विस्फोट होने के बाद मलबे से आज और शव निकाले गए.इस आपदा में मरने वालों की संख्या 65 पर पहुंच गई है.आपदा राहत एजेंसी के प्रवक्ता डेविड डी लिओन ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पीड़ितों की तलाश के कुछ घंटों बाद मृतकों की संख्या बढ़कर कम से कम 65 हो गई.घटना में 46 लोग घायल हो गए हैं जिनमें से ज्यादातर लोगों की हालत गंभीर है. इस आपदा से 17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 3,271 लोगों को सुरक्षित जगहों पर जाने को कहा गया है. रविवार को 3,763 मीटर ऊंचे ज्वालामुखी में विस्फोट हो गया जिससे आसपास के इलाकों में राख के बादल छा गये.अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि पर्वत के दक्षिण छोर पर समुदायों में पीड़ितों की तलाश फिर से शुरू होने के बाद मृतकों की संख्या बढ़ सकती है. ग्वाटेमाला की आपदा प्रबंधन एजेंसी के सर्गियो कबानास ने कहा,‘‘ कई लोग लापता है लेकिन हमें यह नहीं पता कि कितने लोग लापता हैं’. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने कहा कि वह विस्फोट में लोगों की मौत और बड़े नुकसान से बहुत दुखी हैं. उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र राष्ट्रीय बचाव एवं राहत प्रयासों में मदद करने के लिए तैयार है. गौरतलब है कि ग्वाटेमाला के सबसे सक्रिय ज्वालामुखी ‘वोल्कन डे फुगो’ में हुए विस्फोट से निकली राख के कारण हवाईअड्डे को बंद करना पड़ा है.देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी नेशनल कॉर्डिनेटर फॉर डिजास्टर रिडक्शन के प्रवक्ता ने एक व्हाट्सएप ग्रुप में कहा,‘रात नौ बजे तक मृतकों की संख्या 25 थी’.प्रवक्ता ने कहा कि लापता और मृतकों के लिए खोज एवं बचाव अभियान कम रोशनी और खतरनाक स्थितियों के कारण रद्द कर दिया गया है.अब मृतकों की संख्या बढ़ गई है.ज्वालामुखी फटने से आसपास के इलाके में आसमान में राख फैल गई.इससे पहले आपदा प्रबंधन एजेंसी के प्रमुख सर्गियो कबानास और राष्ट्रपति जिम्मी मोराल्स ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि घटना में सात लोगों की मौत हो गई, 20 घायल हो गए और 17 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए.मोराल्स ने घटना से सबसे अधिक प्रभावित एस्क्युन्टिला, चिमाल्टेनांगो और सैकेटेपेक्वेज के लिए रेड अलर्ट की घोषणा की है.राष्ट्रपति जिम्मी मोराल्स ने कहा कि वह और उनकी सरकार इलाकों में आपातकाल की स्थिति की घोषणा करने के बारे में कांग्रेस से बात करेगी. साथ ही उन्होंने लोगों से शांत रहने की अपील की.मोराल्स ने कहा कि आपात अभियानों में मदद करने के लिए पुलिस, रेड क्रॉस और सेना के हजारों कर्मियों को भेजा गया है. पाक और चीन को दिए लोन पर PM मोदी की टिप्पणी की US के रक्षामंत्री ने की तारीफ 4 Jun 2018 वाशिंगटन : अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने बड़े कर्जों के बारे में बोलने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने उन कर्जों को स्वीकृति देने के खतरे के बारे में एक अच्छा पहलू उठाया है जो ‘वास्तव में दिखने में बहुत अच्छे होते हैं.’ मैटिस ने शनिवार को सिंगापुर में शांग्री-ला वार्ता से इतर मोदी से मुलाकात की थी. मोदी ने इस वार्षिक शिखर वार्ता को संबोधित किया था. अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा, ‘मुझे भारत (मोदी) का वह भाषण याद है. ऐसा लग रहा था जैसे मैं पुराने समय के व्यक्ति को सुन रहा हूं. मुझे लगा वह बहुत महान हैं. मुझे बड़े कर्ज के बारे में उनकी बात अच्छी लगी.’ उन्होंने कहा, ‘बड़ा कर्ज ... और मैं अपने कमरे में वापस जाने के बाद रात में उसके बारे में सोच रहा था कि आप बेनेट वाली राइफल से लैस एक सैनिक की तुलना में कर्ज से अपनी संप्रभुत्ता और आजादी ज्यादा गंवा सकते हैं. आप आर्थिक रूप से इसे गंवा सकते हैं.’ गौरतलब है कि मोदी ने उन सरकारों की आलोचना की थी जो दूसरे देशों को ऐसे कर्ज के बोझ तले दबा देते हैं जिन्हें चुका पाना असंभव होता है. इसके लिए उन्होंने विवादित दक्षिण चीन सागर में चीन के व्यवहार और उसकी बेल्ट एंड रोड पहल जैसी ढांचागत परियोजनाओं का जिक्र किया जिसमें दूसरे देशों को कर्ज देना शामिल है. खबरों के अनुसार , चीन ने श्रीलंका और पाकिस्तान जैसे देशों को बड़ा कर्ज दिया है जो उन पर बोझ बन गया है. इस बीच, पेंटागन के प्रवक्ता कैप्टन जेफ डेविस ने कल कहा कि भारत और अमेरिका ने मजबूत द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी पर बातचीत की और क्षेत्र में शांति, स्थिरता एवं समृद्धि कायम करने की दिशा में अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की. राजद्रोह के मामले में मुशर्रफ पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार, पासपोर्ट निलंबित करने के आदेश 1 Jun 2018 इस्लामाबाद: पाकिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के कंप्यूटराइज्ड राष्ट्रीय पहचान पत्र (सीएनआईसी) और पासपोर्ट को निलंबित करने को कहा है. डॉन के मुताबिक, विशेष अदालत के आदेश का पालन करते हुए मंत्रालय ने राष्ट्रीय डेटाबेस और पंजीकरण प्राधिकरण और अप्रवासन एवं पासपोर्ट महानिदेशालय को मुशर्रफ के पहचान पत्र और पासपोर्ट निलंबित करने के आदेश दिए. पहचान पत्र और पासपोर्ट निलंबित होने के बाद मुशर्रफ के बैंक खाते बंद हो जाएंगे और वह विदेश यात्रा नहीं कर सकेंगे. मुशर्रफ के खिलाफ राजद्रोह की सुनवाई करने वाली एक विशेष अदालत ने मंत्रालय को आठ मार्च को उनके पहचान पत्र और पासपोर्ट निलंबित कराने के आदेश दिए थे. अदालत ने मंत्रालय और अन्य विभागों व एजेंसियों को मुशर्रफ की गिरफ्तारी के लिए कदम उठाने और उनकी विदेशी संपत्तियों को जब्त करने के भी आदेश दिए थे. डॉन न्यूज के मुताबिक, पूर्व सैन्य शासक नवंबर 2007 में आपातकाल की घोषणा कर संविधान का उल्लंघन करने के आरोप में राजद्रोह के मुकदमे का सामना कर रहे हैं. सिंगापुर में होटल के बाहर भारतीय समुदाय के लोगों से मिले पीएम नरेंद्र मोदी 31 May 2018 कुआलालंपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडोनेशिया दौरे के बाद गुरुवार को मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंचे, जहां पर उन्होंने मलेशिया के पीएम महातिर बिन मोहम्मद से मुलाकात की. इससे पहले गुरुवार की सुबह ही वह इससे जकार्ता एयरपोर्ट से मलेशिया के लिए रवाना हुए थे. तीन देशों की यात्रा के दौरान मलेशिया उनका दूसरा ठहराव है. कुआलालंपुर में पीएम मोदी की मुलाकात मलेशिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से हुई. महातिर मोहम्मद (92) ने 10 मई को मलेशिया के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी. उन्होंने मलेशिया में 1957 से शासन कर रहे बारिसान नेशनल (बीएन) गठबंधन को चुनाव में परास्त करने वाले विपक्षी गठजोड़ का नेतृत्व किया था. बता दें कि इससे पहले इंडोनेशिया में पीएम मोदी और राष्ट्रपति विडोडो के बीच द्वपक्षीय वार्ता हुई और 15 समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए. सिंगापुर में होटल के बाहर भारतीय समुदाय के लोगों से मिले पीएम नरेंद्र मोदी - पीएम मोदी सिंगापुर पहुंच चुके हैं. -मलेशिया में कुछ घंटे बिताने के बाद अब पीएम मोदी मलेशिया के कुआलालंपुर एयरपोर्ट से सिंगापुर के लिए रवाना हो गये. मलेशियाई पीएम महातिर मोहम्मद और पीएम मोदी के बीच भारत और मलेशिया के बीच अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक संबंध को बढ़ावा देने के विकल्पों पर बातचीत हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कुआलालंपुर में मलेशिया के उपप्रधानमंत्री वान अज़ीज़ा वान इस्माइल से मुलाकात की. कुआलालंपुर में मलेशियाई पीएम महातिर बिन मोहम्मद से मिले पीएम मोदी प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया कि 'प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुआलालंपुर पहुंच गये हैं. वह मलेशिया के प्रधानमंत्री डॉक्टर महातिर बिन मोहम्मद से मिलेंगे और भारत - मलेशिया सहयोग से जुड़े विभिन्न पहलूओं पर चर्चा करेंगे. पीएम मोदी मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंच चुके हैं. वह मलेशियाई पीएम से आज मिलेंगे. बता दें कि उनकी इंडोनेशिया के बाद मलेशिया के पीएम से मिलने का उद्देश्य रक्षा और व्यापार सहित विभिन्न महत्वपूर्ण क्षेत्रों में उसके साथ भारत के रिश्तों को और अधिक मजबूत करना है. इससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था कि पीएम मोदी मलेशिया के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री डॉ महातिर मोहम्मद से मिलने के लिए 31 मई को कुआलालंपुर में रुकेंगे.’ समझा जाता है कि मुलाकात के दौरान मोदी और महातिर व्यापार एवं निवेश सहित विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय रिश्ते गहरे करने के उपायों पर विचार करेंगे. खास बात है कि पीएम मोदी की मलेशिया की यह दूसरी यात्रा है. इससे पहले वह 2015 में भी मलेशिया जा चुके हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा ‘आसियान के तीन देश .. इंडोनेशिया , मलेशिया और सिंगापुर भारत के रणनीतिक भागीदार हैं. भारत सरकार आसियान क्षेत्र के साथ अपने संबंधों को बहुत महत्व देती है और आसियान के प्रत्येक सदस्य देश के साथ , सरकार की ‘ एक्ट ईस्ट पॉलिसी ’ के दायरे में अपने संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.’ 70 सालों में संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षक अभियानों में सबसे ज्यादा भारतीय हुए शहीद 30 May 2018 संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र के पिछले 70 सालों के विभिन्न शांति रक्षक अभियानों में भारत के सबसे अधिक शांतिरक्षक शहीद हुये हैं. संयुक्त राष्ट्र के अभियानों में कर्तव्य निर्वहन के दौरान देश के 163 शांतिरक्षकों को सर्वोच्च बलिदान देना पड़ा.इनमें सेना, पुलिस और असैन्य कर्मचारी भी शामिल थे. संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, 1948 से 3,737 शांतिरक्षकों की जान गयी है, जिसमें से 163 भारत के हैं. यह आंकड़ा किसी भी देश के मुकाबले अधिक है. इस समय भारत संयुक्त राष्ट्र के शांतिरक्षकों के मामले में योगदान करने वाला तीसरा सबसे बड़ा देश है.इस समय इसके 6,693 शांतिरक्षक अबेई , साइप्रस , कांगो , हैती , लेबनान , मध्य पूर्व , दक्षिण सूडान और पश्चिमी सहारा में तैनात हैं. हालांकि संयुक्त राष्ट्र ने जवानों , पुलिस इकाई गठित करने और दल के स्वामित्व वाले उपकरण के लिए 30 अप्रैल 2018 को नौ करोड़ 20 लाख अमेरिकी डॉलर का कर्ज दिया. संयुक्त राष्ट्र ने कल अंतरराष्ट्रीय शांतिरक्षक दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया और दुनिया भर के शांतिरक्षकों की सेवा और बलिदान के लिए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. 2017 में संयुक्त राष्ट्र के किसी भी शांतिरक्षक अभियान में भारत के किसी भी शांतिरक्षक को जान नहीं गंवानी पड़ी. 2016 में दो शांतिरक्षक राइफलमैन बृजेश थापा और रवि कुमार को ड्यूटी के दौरान जान गंवानी पड़ी थी. थापा जहां यूएन आर्गेनाइजेशन स्टेबलाइजेशन मिशन इन द डेमोक्रेटिक रिपब्लिकन ऑफ द कांगो (एमओएनयूएससीओ) में तैनात थे वहीं रवि कुमार यूएन इंटरिम फोर्स इन लेबनान में तैनात थे. इन्हें मरणोपरांत डैग हैमरस्जोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया था. बंदरगाह शहर होदयदा की ओर धीरे-धीरे बढ़ रही है यमन सरकार की सेना 29 May 2018 सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन ने आज कहा कि यमन सरकार की सेना विद्रोहियों के कब्जे वाले अहम बंदरगाह शहर होदयदा की ओर बढ़ रही है और वह इस शहर से मात्र 20 किलोमीटर दूर है. सऊदी अरब और उसके सहयोगियों द्वारा वर्ष 2015 में सरकार की ओर से हस्तक्षेप किये जाने के बाद से लाल सागर का यह बंदरगाह यमन युद्ध में विवादों का केन्द्र रहा है. गठबंधन सेना के प्रवक्ता तुर्की अल - मलिकी ने रियाद में पत्रकारों से कहा, ‘‘ गठबंधन के समर्थन वाली यमन सेना होदयदा से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इसका मकसद शहर को वैध यमन सरकार के अधिकार क्षेत्र में वापस लाना है. अभियान चल रहा है.’ होदयदा मानवीय सहायता के लिए अहम बंदरगाह शहर है जिस पर लाखों लोग निर्भर करते हैं. लेकिन पड़ोसी देश सऊदी अरब इस शहर को विद्रोहियों के लिए हथियारों के प्रवेश द्वार के तौर पर देखता है. वह क्षेत्रीय प्रतिद्वंद्वी ईरान पर हथियारों की आपूर्ति करने का आरोप लगाता है. ओमान में तूफान : 3 भारतीयों सहित 11 लोगों की मौत, 170 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से चल रही हैं हवाएं 28 May 2018 नई दिल्ली: दक्षिणी ओमान और सोकोत्रा के यमनी द्वीप में आए मेकुनु तूफान में तीन भारतीयों समेत 11 लोगों की मौत हो गई. अधिकारियों और खबरों के हवाले से यह जानकारी सामने आई है. ओमान के धोफर और अल-वुस्ता प्रांतों में शुक्रवार को मेकुनु तूफान ने दस्तक दी. यह तूफान श्रेणी एक से परिवर्तित होकर श्रेणी दो के तूफान के रूप में यहां पहुंचा. गुरुवार को सोकोत्रा पहुंचने के बाद इसकी हवाएं करीब 170 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं. मस्कट में भारतीय दूतावास ने ट्वीट किया, “सलालाह में भारतीय दूतावास की टीम ने पुष्टि की है कि रॉयल ओमान पुलिस के मुताबिक शमशेर अली और दो लापता भारतीयों के शव बरामद कर लिए गए हैं और एक अन्य (मधु) की तलाश जारी है. अन्य किसी भी प्रवासी के हताहत होने की खबर नहीं है.” दूतावास के अधिकारियों ने सलालाह के ताकाह के एक शिविर का दौरा किया और 460 लोगों (145 भारतीयों और 315 बांग्लादेशियों) के लिए खाने का इंतजाम किया. ट्वीट में बताया गया , “ भारतीय दूतावास भारतीय नौकायन जहाज के चालक दल के 50 भारतीय सदस्यों का ख्याल रख रहा है.” 100 से ज्यादा प्रवासी और शरणार्थियों को मानव तस्करों ने मारी गोली, 15 की मौत 26 May 2018 नई दिल्ली: डॉक्टर्स विदआउट बॉडर्स ने आज बताया कि मानव तस्करों द्वारा बंदी बनाकर रखे गए 100 से ज्यादा प्रवासी और शरणार्थियों को उत्तर पश्चिम लीबिया की गुप्त जेल से भागने के दौरान गोली मार दी गई. इस घटना में दर्जनों लोग हताहत हुए हैं. अंतरराष्ट्रीय चिकित्सा संगठन ने कहा कि बुधवार रात हुई घटना में बचे लोगों ने बताया कि कम से कम 15 लोगों की मौत हुई है और तकरीबन 40 अन्य जख्मी हुए हैं. इनमें अधिकतर महिलाएं हैं. संगठन ने बताया कि बानी वलीद शहर में बचकर भागे लोगों को फिर से बंदी बनाने के लिए अपहरणकर्ता और बंदूकधारी उनका पीछा कर रहे थे. ऐसे में सुरक्षा बलों, अस्पताल और नगर निकाय के कर्मियों ने उन्हें बचाने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि बचे हुए लोगों में अधिकतर इरिट्रिया , इथोपिया और सोमालिया के किशोर और किशोरी हैं जो यूरोप में शरण हासिल करने की कोशिश में थे. संगठन ने बताया कि कुछ लोगों ने बताया कि उन्हें तीन साल से बंदी बनाकर रखा गया था. कई लोगों के शरीर पर प्रताड़ित करने के निशान भी साफ नजर आ रहे थे. कनाडा: भारतीय रेस्टोरेंट में हुए विस्फोट में 15 लोग घायल 25 May 2018 टोरंटो: कनाडा के ओंटारियो प्रांत में एक भारतीय रेस्टोरेंट में हुए शक्तिशली विस्फोट में कम से कम 15 लोग घायल हो गये. ‘सीबीसी न्यूज’ की रिपोर्ट के अनुसार विस्फोट में गंभीर रूप से घायल तीन लोगों को टोरंटो ट्रॉमा सेंटर भेजा गया है. पील पाराचिकित्सक ने बताया कि घटना गुरुवार को स्थानीय समयानुसार रात करीब 10.30 बजे ‘बॉम्बे भेल’ रेस्टोरेंट में हुई. यह रेस्टोरेंट हुरोंटारियो स्ट्रीट एवं एगलिंटन एवेन्यू ईस्ट के इलाके में स्थित है. रिपोर्ट के अनुसार पुलिस इसे ‘संदिग्ध’ घटना बता रही है. बहरहाल फिलहाल यह पता लगाया जा रहा है कि घटना के वक्त रेस्टोरेंट के अंदर कितने लोग मौजूद थे. रिपोर्ट के अनुसार रेस्टोरेंट को खाली करा लिया गया है और जांच होने तक प्लाजा को सील किये जाने की संभावना है. चीन संग व्यापार समझौते से संतुष्ट नहीं : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप' 23 May 2018 वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि वह चीन के साथ हुई व्यापार वार्ताओं से संतुष्ट नहीं हैं. हालांकि इससे कुछ ही समय पहले अमेरिकी अधिकारियों ने चीन के साथ व्यापार से जुड़े तनाव को दूर करने के लिए एक समझौता किए जाने की घोषणा की थी. ट्रंप ने व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे इन का स्वागत करने के बाद संवाददाताओं से कहा, "चीन को इस समझौते में लाभ हुआ है." ट्रंप ने कहा, "मैं संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन हमें एक लंबा रास्ता तय करना है." एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने कहा कि कि वह चाहते हैं कि अमेरिका और चीन के बीच ऐसा समझौता हो दोनों के लिए लाभप्रद हो. उन्होंने कहा कि हालांकि वे जानते हैं कि यह शायद संभव नहीं हो क्योंकि वॉशिंगटन का चीन के साथ व्यापार घाटा 500 अरब डॉलर प्रति वर्ष है और यह सबूत है कि चीन व्यापार के मामले में अमेरिका का नाजायज फायदा उठाता है. अमेरिका ने संस्मरण सिक्का जारी कर उत्तर कोरिया के नेता किम को बताया 'सर्वोच्च नेता' 22 May 2018 नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच 12 जून को होने वाली शिखर बैठक से पहले व्हाइट हाउस ने एक संस्मरण सिक्का जारी किया है. यह सिक्का व्हाइट हाउस कम्युनिकेशन एजेंसी ने कल जारी किया. इस सिक्के में उत्तर कोरिया के नेता किम को ‘ सर्वोच्च नेता ’ बताया गया है और शिखर बैठक को शांति वार्ता के तौर पर वर्णित किया गया है. ट्रंप और किम के बीच यह बैठक 12 जून को सिंगापुर में होनी है. गौरतलब है कि पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया ने बैठक को रद्द करने की धमकी दी थी और आरोप लगाया था कि अमेरिका एकतरफा परमाणु हथियारों को छोड़ने की मांग कर रहा है. उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच सैन्य अभ्यास को लेकर भी कड़ी नाराजगी जताई थी. व्हाइट हाउस ने कहा है कि वह शिखर बैठक की तैयारियां कर रहा है. क्यूबा विमान हादसा : विमान के पूर्व पायलट ने खोले कई अहम राज 21 May 2018 मैक्सिको सिटी: क्यूबा में 107 लोगों को ले जा रहा एक विमान हवाना हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद शुक्रवार को दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस विमान को कभी उड़ाने वाले मैक्सिको के एक पायलट ने शनिवार को कहा कि उसने पहले भी विमान के मालिक द्वारा कथित घटिया कामकाज को लेकर शिकायत की थी. दुर्घटना में 107 लोगों की मौत हो गई थी और तीन लोग बच गए थे जिनकी हालत नाजुक है. मार्को ऑरेलियो हर्नान्देज ने मैक्सिको के अखबार मिलेनियो को बताया कि विमान लीज पर देने वाली मैक्सिको की कंपनी ग्लोबल एयर विमानों की देखरेख में कोताही बरतती थी और इसे चिली में उड़ान भरने पर प्रतिबंध लगा हुआ था. इसने वेनेजुएला में रात के समय बिना रडार के उड़ान भरी थी उन्होंने कहा कि 2005 और 2013 के दौरान उन्होंने ग्लोबल एयर के सभी तीन बोइंग विमानों को उड़ाया था जिनमें से एक 39 वर्ष पुराना विमान शुक्रवार को हवाना के हवाई अड्डे से उड़ान भरने के बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया गौरतलब है कि विमान बोइंग 737 शुक्रवार सुबह हवाना के मुख्य हवाई अड्डे से बाहर निकलने के कुछ ही समय बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, इस दुर्घटना में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. घटना में तीन लोगों को ही मलबे से निकाला जा सका है जो गंभीर रूप से घायल हैं और जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. पक्यूबा: हवाना में बोइंग 737 विमान दुर्घटनाग्रस्त, 100 से अधिक लोगों की हुई मौत 19 May 2018 हवाना: हवाना के मुख्य हवाई अड्डे से बाहर निकलने के कुछ ही समय बाद शुक्रवार को बोइंग 737 विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया, इस दुर्घटना में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं. घटना में अब तक तीन लोगों को ही मलबे से निकाला जा सका है जो गंभीर रूप से घायल हैं और जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. 0 टिप्पणियां राज्य संचालित टीवी ने कहा, यह विमान एक घरेलू उड़ान था जो होलगुइन जा रहा था, जिसमें 107 यात्री सवार थे. फ्लाइट के क्रैश होने के बाद वहां आसपास धुंए का गुबार भी देखा गया है. विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद दमकल की गाडि़यां मौके पर पहुंच गई हैं. इस घटना के बाद भारी संख्या में पुलिसबल को भी तैनात कर दिया गया है प्रधानमंत्री मोदी का रूस दौरा दोनों देशों के संबंधो के लिए मील का पत्थर साबित होगा : ICCI 18 May 2018 नई दिल्ली: इंटीग्रेटेड चेंबर्स ऑफ कॉमर्स (आईसीसीआई) ने कहा है कि अमेरिका और चीन के बीच तेजी से बढ़ते वैश्विक टकराव के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 21 मई का रूस दौरा, भारत और रूस के संबंधों के लिए मील का पत्थर साबित होगा. आईसीसीआई के निदेशक मानवेंद्र कुमार ने कहा, 'अप्रैल में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सफल शिखर सम्मेलन के बाद प्रधानमंत्री की रूस यात्रा काफी महत्वपूर्ण है जिसमें भारत के बढ़ते आर्थिक कद को और वैश्विक बल मिलेगा.' कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री की रूस यात्रा से दोनों देशों के बीच संबंध बेहतर होंगे. वहीं भारत के आर्थिक हित को काफी लाभ मिलेगा. उन्होंने कहा, 'इस यात्रा के दौरान भारत में निवेश के अवसर पर विशेष चर्चा होगी जिसका फायदा देश को मिलेगा.' इंडोनेशिया में पुलिस मुख्यालय पर आतंकी हमला, पुलिस अधिकारी समेत चार की मौत 17 May 2018 नई दिल्ली: इंडोनेशिया के पुलिस मुख्यालय पर हुई हमले में पुलिस ने चार आरोपियों को मार गिराने का दावा किया है. अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि पुलिस मुख्यालय पर हमला करने वाले चारों आरोपियों को मार गिराया गया है. गौरतलब है कि इस हमले में एक पुलिस अधिकारी की भी मौत हुई है जबकि कई अन्य पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल भी हुए हैं. देश की राष्ट्रीय पुलिस के अनुसार सुमात्रा द्वीप पर रिआयू में एक स्टेशन के द्वार पर समूह ने एक मिनी वैन से टक्कर मारी और उसके बाद हमलावरों ने अधिकारियों पर हमला किया. प्रवक्ता सेतयो वास्सितो ने कहा कि चार हमलावरों को मार गिराया गया है जबिक एक और आरोपी की तलाश की जा रही है. खास बात यह है कि शुरूआत में स्थानीय पुलिस प्रमुख ने बताया था कि उन्होंने तीन लोगों को मार गिराया और एक अन्य घायल हो गया. जबकि मीडिया में चली खबरों के अनुसार एक हमलावर ने अपने शरीर पर एक बम बांधे होने की बात चल रही थी. हालांकि पुलिस ने तत्काल इन रिपोर्टों की पुष्टि नहीं की है कारगिल युद्ध से पाक सेना को पीछे हटाने के लिए शरीफ जिम्मेदार, भारत ने बनाया था दबाव : परवेज मुुशर्रफ 16 May 2018 इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ ने अपदस्थ प्रधानंमत्री नवाज शरीफ को 1999 में पाकिस्तान की सेना के मजबूत स्थिति में होने के बाद भी भारत के दबाव में कारगिल से पीछे हटने के लिए जिम्मेदार ठहराया है. कारगिल लड़ाई के दौरान सेना प्रमुख रहे मुशर्रफ ने यह भी मांग की कि शरीफ पर 2008 के मुम्बई हमले के बारे में विवादास्पद बयान देने को लेकर राजद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए. पाकिस्तान में कई मामलों का सामना कर रहे 74 वर्षीय सेवानिवृत जनरल पिछले साल से दुबई में रह रहे हैं. उन्हें चिकित्सा के लिए देश से बाहर जाने की अनुमति दी गयी थी. मुम्बई हमले पर शरीफ के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया में ऑल पाकिस्तान मुस्लिम लीग के प्रमुख मुशर्रफ ने कारगिल युद्ध के बारे में भी बात की और पाकिस्तान सेना के पीछे हटने के लिए शरीफ को जिम्मेदार ठहराया. इस युद्ध और तत्कालीन घटनाओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस लड़ाई में पांच अलग-अलग स्थानों पर मजबूत स्थिति में था और तत्कालीन प्रधानमंत्री को कम से कम दो बार इस स्थिति के बारे में बताया गया. उन्होंने शरीफ के इस दावे को खारिज कर दिया कि कारगिल से पाकिस्तानी सेना के हटने के बारे में उन्हें विश्वास में नहीं लिया गया. मुशर्रफ ने एक वीडियो बयान में कहा, ‘वह मुझसे पूछते रहे कि क्या हमें वापस आ जाना चाहिए.’ पूर्व राष्ट्रपति और सैन्य शासक ने यह भी कहा कि तत्कालीन सीनेटर राजा जफारुल हक तथा तत्कालीन गृह मंत्री चौधरी शुजात ने भी सेना के वापस लौटने का विरोध किया था. लेकिन अमेरिका से लौटने के बाद शरीफ ने सेना के कारगिल से पीछे हटने का आदेश दिया. शरीफ भारत सरकार के दबाव में थे. पाकिस्तान : नवाज शरीफ के 'कबूलनामे' के बाद एनएसजी की बैठक जारी 14 May 2018 नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के मुंबई हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ होने के कबूलनामे के बाद आज पाकिस्तान में एनएसजी की अहम बैठक जारी है. यह बैठक प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी के घर हो रही है. बैठक में सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा, चेयरमैन ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी जनरल जुबेर महमूद हयात, डायरेक्टर जनरल आईएसआई नवीद मुख्तार, सिविल गवर्नमेंट की तरफ से रक्षा मंत्री और विदेश मंत्री खुर्रम दस्तगीर और सरकार के दूसरे आला अफसर मौजूद हैं. बैठक में नवाज शरीफ के बयान पर चर्चा होगी. आपको बता दें कि पाकिस्तान की सेना की तरफ से कल ही ट्वीट कर यह जानकारी दी गई थी कि एनएसजी की बैठक में नवाज शरीफ के बयान पर मुल्क की राय के बारे में फैसला होगा. गौरतलब है कि नवाज शरीफ ने एक बयान दिया था. जिसमें उन्होंने मुंबई हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों का हाथ होने और उन्हें सीमा पार करने की इजाजत देने की बात मानी थी. शरीफ के इस बयान के बाद से ही पाकिस्तान में उनकी जमकर मजम्मत हो रही है. इमरान खान और पाक की सेना ने इस पर गंभीर आपत्ति जताई है. दूसरी तरफ, चौतरफा मजम्मत के बाद नवाज शरीफ ने कहा है कि मुंबई हमले पर मेरे बयान की गलत व्याख्या की गयी. जापान में 5.1 तीव्रता का भूकंप का झटका 12 May 2018 टोक्यो: जापान के नागानो में शनिवार को रिक्टर पैमाने पर 5.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि, भूकंप से किसी तरह के जान एवं माल की हानि की खबर नहीं है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के हवाले से बताया कि भूकंप के झटके सुबह 10.29 बजे 10 किलोमीटर की गहराई में दर्ज किए गए. भूकंप के बाद सुनामी को लेकर किसी तरह का खतरा नहीं है. गौरतलब है कि पिछले महीने की 9 तारीख को भी पश्चिमी जापान में रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के मुताबिक, भूकंप का झटका रात 1.32 बजे महसूस किया गया था. भूकंप का केंद्र 35.2 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 132.6 डिग्री पूर्वी देशांतर में दर्ज किया गया. भूकंप के बाद शहर के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी और पानी आपूर्ति भी बाधित रही. पाकिस्तान भी लगा सकता है अमेरिका के राजनयिकों पर प्रतिबंध 11 May 2018 नई दिल्ली: अमेरिका द्वारा पाकिस्तानी राजनयिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने के बाद पाकिस्तान भी प्रतिक्रिया स्वरूप इसी तरह के प्रतिबंध अमेरिकी राजनयिकों पर लगाने पर विचार कर रहा है. अमेरिका द्वारा पाकिस्तान राजनयिकों पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध शुक्रवार से प्रभावी हो रहे हैं. डॉन न्यूज के मुताबिक, प्रशासन इस्लामाबाद में तैनात अमेरिकी राजनयिकों पर प्रतिबंध लगाने की योजना बना रहा है. हालांकि, अमेरिकी राजनयिकों को पहले से ही संघीय प्रशासित जनजातीय क्षेत्रों (फाटा) जैसे अत्यधिक सुरक्षित स्थानों पर जाने की मनाही है. गौरतलब है कि पिछले महीने अमेरिका में पाकिस्तानी राजनयिकों पर वाशिंगटन स्थित दूतावास या अन्य शहरों के वाणिज्य दूतावासों के 40 किलोमीटर से अधिक यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था. न्यू जर्सी से अमेरिकी कांग्रेसमैन डोनाल्ड नॉरक्रॉस ने कहा, "महत्वपूर्ण चीज संवाद है और हम इस तरह के प्रतिबंध लगाकर संवाद को समाप्त कर रहे हैं तो मेरे ख्याल से यह सही फैसला नहीं है." अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत एजाज चौधरी ने गुरुवार को 'वॉयस ऑफ अमेरिका' को बताया, "मेरे विचार में यह सही फैसला नहीं है." अपनी जिंदगी को अलविदा कहने स्विट्जरलैंड रवाना हुए ऑस्ट्रेलिया के सबसे उम्रदराज वैज्ञानिक 10 May 2018 सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के सबसे उम्रदराज वैज्ञानिक डेविड गुडाल को अब जीने की कोई इच्छा नहीं रह गई है. इसलिए वह अपना जीवन समाप्त करने लिए स्विट्जरलैंड रवाना हो गए हैं. ऑस्ट्रेलिया के सबसे उम्रदराज वैज्ञानिक ने लाइलाज बीमारी से तंग आकर अपनी जीवनलीला समाप्त करने के लिए ऐसा किया है. लेकिन इससे पहले वह अपने परिवार के साथ थोड़ा वक्त बिताना चाहते हैं. जीवन के सौ से ज्यादा बसंत देख चुके डेविड गुडाल (104) को लाइलाज बीमारी है इसलिए वह अपनी इच्छा से मरना चाहते हैं. इच्छा मृत्यु की वकालत करने वालों ने बताया कि वह बुधवार को पर्थ में एक विमान में सवार हुए. उन्हें अंतिम विदाई देने उनके दोस्त और परिवार के सदस्य आए थे. वह स्विट्जरलैंड जाने से पहले फ्रांस में अपने परिवार के साथ कुछ दिन बिताएंगे. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया से रवाना होने से पहले एबीसी प्रसारणकर्ता से कहा, ‘मैं स्विट्जरलैंड नहीं जाना चाहता, हालांकि वह अच्छा देश है. लेकिन आत्महत्या करने के मौके के लिए मुझे जाना होगा क्योंकि ऑस्ट्रेलियाई कानून इच्छा मृत्यु की इजाजत नहीं देता है. मैं बहुत अप्रसन्न हूं अफगानिस्तान में ‘सेक्स स्लेव’ के दमपर अपनी जड़ें मजबूत करने में जुटा इस्लामिक स्टेट 9 May 2018 नई दिल्ली: जब मोहम्मद शाह को यह एहसास हुआ कि वह अपने मंगेतर के पिता को पारंपरिक अफगानी शादी के लिए 1,5000 डॉलर नहीं दे पाएगा, तब उसे एक ऐसे ग्रुप का ख्याल जिसके उपर मदद का पूरा भरोसा था. वह ग्रुप था 'इस्लामिक स्टेट'. उत्तरी प्रांत के जोवजान के एक गांव के रहने वाले 23 वर्षीय मोहम्मद शाह ने करीब चार महीने पहले घर छोड़ दिया और आतंकवादी ग्रुप में शामिल हो गया. कुछ दिनों बाद ही उसने इस्लामिक स्टेट के अन्य आतंकियों के साथ अपनी मंगेतर के घर पर धावा बोलकर उसे बंदूक की जोर पर किडनैप कर लिया. बाद में एक मस्जिद में शादी कर ली. शेबरघान में एक कमरे में अकेले जीवन गुजार रहे मोहम्मद शाह के पिता कहते हैं कि, 'उसने जो किया मैं उससे कतई खुश नहीं हूं, मैंने उसके बारे में कुछ नहीं सुना है क्योंकि वह अब मेरा बेटा नहीं रहा'. इस वाकये से साफ-साफ जाहिर हो रहा है कि किस तरह 'इस्लामिक स्टेट' सीरिया और इराक के बाद अपने नुकसान की भरपाई करने में लगा हुआ है. अफगानी युवकों को उनकी वफादारी के बदले मदद के अलावा ग्रुप स्थानीय लोगों को धमका रहा है, स्कूल बंद करवा रहा है, दुश्मनों का सर धड़ से अलग कर रहा और महिलाओं-लड़कियों का 'सेक्स स्लेव' के लिए अपहरण कर रहा है. इस्लामिक स्टेट के बर्बर हमले जारी अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में 'इस्लामिक स्टेट' को काफी नुकसान पहुंचा है. लेकिन ग्रुप में अभी भी बर्बर हमले करने की क्षमता बची है. पिछले दिनों काबुल में हुए सीरियल ब्लास्ट की जिम्मेदारी इस्मालिक स्टेट ने ही ली थी. इन हमलों में 29 लोग मारे गए थे. ग्रुव गरीब ग्रामीणों की भर्ती में जोर-शोर से लगा हुआ है. इस्लामिक स्टेट के करीब 600 आतंकी अफगानी सुरक्षा बलों से लोहा ले रहे हैं और जोवजान में नए लोगों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. आतंकियों में चीन, सूडान और फ्रांस जैसे देशों के 150 विदेशी भी हैं. अशिक्षित युवकों को कर रहा है भर्ती इस्लामिक स्टेट ने दारजाब में ट्रेनिंग कैंप बना लिया है और अशिक्षित युवकों को भर्ती कर रहा है. अधिकतर 20 वर्ष से कम आयु के हैं. कोई अपनी गरीबी की वजह से ग्रुव को ज्वाइन कर रहा है तो कोई लालच या व्यक्तिगत स्वार्थ की वजह से. दारजाब में इस्लामिक स्टेट ने करीब 40 स्कूलों को या तो बंद करवा दिया या जला दिया है. घर-घर जाकर जोर-जबरदस्ती यह पता लगा रहा है कि उनके यहां कितनी लड़कियां हैं. वहीं, शेबरघान में बड़े पैमाने पर पलायन हो रहा है सेक्स स्लेव के लिए लड़कियों का अपहरण पांच महीने पहले अपनी 2 लड़कियों के अपहरण के बाद पलायन करने वाले 48 वर्षीय मुबारक शाह 'ब्लूमबर्ग' से बातचीत में कहते हैं कि एक रात इस्लामिक स्टेट के आतंकियों ने मेरे घर पर धावा बोला. 16 और 18 वर्षीय बेटियों का अपहरण कर लिया. काफी खोजबीन के बाद उनका पता नहीं लगा. वह अपनी बेटियों के सेक्स स्लेव के तौर पर बेचे जाने की आशंका जताते हैं. वह रोते हुए कहते हैं कि हम अपने बच्चों की मदद करने में असहाय हैं. इस्लामिक स्टेट ने सेक्स स्लेव के लिए बहुत लड़कियों का अपहरण किया. यहां तक कि 12 साल की बच्चियों को भी नहीं छोड़ा अफगानिस्तान में अगवा 7 भारतीयों इंजीनियरों को लेकर चश्मदीद का बड़ा दावा 8 May 2018 नई दिल्ली: अफगानिस्तान के विदेश मंत्री सलाहुद्दीन रब्बानी ने भारत के नवनियुक्त राजदूत विनय कुमार को आश्वासन दिया कि अफगान सुरक्षा बल अपहृत सात भारतीय इंजीनियरों की सुरक्षा और सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित करने में कोई कोर -कसर नहीं छोड़ेंगे. हथियारबंद तलिबान लड़ाकों ने उत्तरी बगलान प्रांत से सात भारतीय इंजीनियरों का रविवार को अपहरण कर लिया था. भारतीय राजदूत के साथ मुलाकात के दौरान रब्बानी ने भारतीय इंजीनियरों के अपहरण पर दुख जताते हुए कहा कि उनकी सुरक्षा और सुरक्षित रिहाई के लिए अफगान बल कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखेंगे. उन्होंने कहा कि समुदाय के वरिष्ठ सदस्यों की मदद से भारतीयों की सुरक्षित रिहाई के प्रयास शुरू कर दिये गये हैं. आरपीजी समूह के केईसी इंटरनेशनल में कार्यरत सात भारतीय इंजीनियरों के अपहरण को लेकर रब्बानी ने भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी फोन पर बातचीत की. सुषमा ने इंजीनियरों के अपहरण पर भारत की चिंताओं से उन्हें अवगत कराया और उनका पता लगाने तथा उन्हें मुक्त कराने में मदद का अनुरोध किया. सातों भारतीय इंजीनियर एक बिजली सब - स्टेशन के निर्माण कार्य से जुड़े हुए थे. सातों रविवार को परियोजना का निरीक्षण करने जा रहे थे , उसी दौरान चश्म-ए-शेर इलाके से तालिबान ने उनका अपहरण कर लिया पहचान गुप्त रखने का अनुरोध करने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी ने पझवोक अफगान न्यूज को बताया कि उसने पुल-ए-खुमरी-मजार-ए-शरीफ राजमार्ग पर हथियारबंद लोगों को एक सफेद कार को रोकते हुए देखा. प्रत्यक्षदर्शी को यह जानकारी नहीं थी कि कार में कितने लोग थे. हालांकि उसने बताया कि तालिबान भारतीय नागरिकों को अपनी मिनी बस में लेकर अपने नियंत्रण वाले क्षेत्र में चले गये सिंगापुर में हो सकती है डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के बीच बैठक 7 May 2018 नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग-उन के बीच जून में होने वाली शिखर बैठक सिंगापुर में हो सकती है. दक्षिण कोरियाई अखबार ‘ चोसुन इल्बो ’ ने सोमवार को प्रकाशित अपनी खबर में उक्त बात कही है. ट्रंप ने बीते सप्ताहांत पर कहा था कि दोनों नेताओं के बीच होने वाली शिखर बैठक के लिए तारीख और जगह तय हो गयी है. अमेरिकी राष्ट्रपति और कोरियाई शासक के बीच यह पहली बैठक होगी. ज्यादा जानकारी दिये बगैर ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम इसकी जल्द ही घोषणा करेंगे.’’ दक्षिण कोरिया के अखबार ने राजनयिक सूत्रों के हवाले से लिखा है कि ऐतिहासिक शिखर बैठक जून माह के मध्य में होगी. सूत्र ने ट्रंप के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टॉन के हवाले से उक्त बात कही है. दक्षिण कोरिया की योनहाज समाचार एजेंसी ने भी इसी तरह की खबर दी है जिसके अनुसार, ट्रंप और किम के बीच यह बैठक सिंगापुर में हो सकती है क्या सच में डोनाल्ड ट्रंप को मिलेगा नोबेल शांति पुरस्कार? रिपब्लिकन सांसदों ने किया नामांकित 4 May 2018 वाशिंगटन: रिपब्लिकन सांसदों के एक समूह ने इस वर्ष के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए कोरियाई युद्ध को समाप्त करने के वास्ते किये गये कार्यों के लिए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नामांकित किया है. ट्रंप ने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन से मुलाकात करने का आमंत्रण स्वीकार कर लिया है. अमेरिका और उत्तर कोरिया के नेताओं के बीच इस तरह की यह पहली बैठक होगी एक पत्र में कहा गया है,‘राष्ट्रपति के रूप में कामकाज संभालने के बाद ट्रंप ने इसके लिए लगातार काम किया है कि उत्तर कोरिया अपने परमाणु कार्यक्रम को बंद कर दे और क्षेत्र में शांति कायम हो.’ उत्तर कोरिया ने गत 20 अप्रैल को घोषणा की थी, वह अपने परमाणु हथियारों और इंटरकांटिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण कार्यक्रमों को बंद करेगा. उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया ने 27 अप्रैल को घोषणा की थी कि वे कोरियाई युद्ध को समाप्त करने के लिए काम करेंगे. सांसदों ने पत्र में लिखा है ,‘दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून - जेई - इन ने लगातार उनके ( ट्रंप ) काम की सराहना की है. राष्ट्रपति ट्रंप को नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए.’ व्हाइट हाउस ने इस पत्र के संबंध में एक सवाल का कोई जवाब नहीं दिया. इस पत्र पर 17 रिपब्लिकन सांसदों ने हस्ताक्षर किए है. ट्रंप ने इस सप्ताह की शुरुआत में पत्रकारों से कहा था कि उनका ध्यान क्षेत्र में शांति कायम करने पर है. ईरान में तगड़ा भूकंप, घायलों की संख्या 105 हुई 3 May 2018 तेहरान: ईरान के पश्चिमी कोगिलुये और बोयर-अहमद प्रांत में बुधवार को आए भूकंप में 105 लोग घायल हो गए. रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.2 थी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, भूकंप का केंद्र 30.834 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 51.559 डिग्री पूर्वी देशांतर में आठ किलोमीटर की गहाई में दर्ज किया गया।. भूकंप के झटकों के बाद लोग डरकर सड़कों पर निकल आए. सड़कों पर गश्ती कर रहे दमकलकर्मी लोगों से घरों के भीतर जाने से बचने की हिदायत देते नजर आए. अभी तक किसी तरह की बड़ी क्षति नहीं हुई है लेकिन रिहायशी क्षेत्रों में आंशिक क्षति पहुंची है. 0 टिप्पणियांडेना और सिसाक्त क्षेत्रों में संचार और बिजली आपूर्ति बाधित हुई है. बोयर-अहमद काउंटी के गवर्नर शाहरोख केनारी का कहना है कि पानी की प्रमुख पाइपलाइन के क्षतिग्रस्त होने की वजह से माडवन शहर में पीने के पानी की सप्लाई बाधित हुई है. ट्रंप के पूर्व डॉक्टर का आरोप, ऑफिस पर उनके बॉडीगार्ड की छापेमारी 2 May 2018 डोनाल्ड ट्रंप के पूर्व चिकित्सक ने कहा है कि व्हाइट हाउस के एक शीर्ष सहयोगी ने बीते साल उनके न्यूयॉर्क सिटी कार्यालय पर 'छापा' मारा था और वहां से अमेरिकी राष्ट्रपति का स्वास्थ्य रिकॉर्ड अपने साथ ले गया था. उन्होंने कहा कि इस घटना से उन्हें 'दुष्कर्म, भय व दुख' का अहसास हुआ था. 0 टिप्पणियांहेरोल्ड बोर्नस्टीन ने एनबीसी न्यूज से मंगलवार को कहा कि लंबे समय से ट्रंप के निजी अंगरक्षक कीथ शिलर व एक अन्य 'विशालकाय व्यक्ति' ने 3 फरवरी 2017 को 'छापेमारी' की थी. उनके साथ बाद में ट्रंप संगठन के मुख्य कानूनी अधिकारी एलन गार्टन भी शामिल हो गए थे. उस समय शिलर व्हाइट हाउस में ओवल कार्यालय संचालन के निदेशक के तौर पर सेवाएं दे रहे थे. उन्होंने सितंबर 2017 में पद छोड़ दिया. बोर्नस्टीन (70) ने कहा कि ट्रंप के चार्ट की मूल व सिर्फ एक प्रति ली गई. इसमें ट्रंप के नाम के तहत लैब रिपोर्ट के साथ-साथ ट्रंप के लिए छद्म नाम से इस्तेमाल की गई रिपोर्ट भी शामिल थी. बोर्नस्टीन ने कहा, "वे मेरे कार्यालय में महज 25 से 30 मिनट रहे होंगे. इससे बहुत ही अराजकता पैदा हुई." बोर्नस्टीन ने कहा कि उन्हें चिकित्सा रिकॉर्ड जारी करने के अधिकार वाला राष्ट्रपति द्वारा हस्ताक्षरित फार्म नहीं दिया गया, जो कि मरीज के निजता कानून का हनन है. इजरायल के पीएम का दावा- ईरान ने छिपकर परमाणु कार्यक्रम जारी रखा, अमेरिका ने कहा- 12 दिनों में करेंगे फैसला 1 May 2018 नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि वह 12 दिनों के भीतर फैसला करेंगे कि अमेरिका ईरान परमाणु समझौते से अलग होगा या नहीं. ट्रंप ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के उन दावों के बाद यह बयान दिया है, जिसमें नेतन्याहू ने ईरान पर आरोप लगाया है कि तेहरान ने दुनिया की नजरों से छिपकर परमाणु हथियार बनाने की कोशिश की. सीबीएस न्यूज के मुताबिक, नेतन्याहू ने कहा कि उनके पास ईरान के खुफिया परमाणु हथियार कार्यक्रम को लेकर साक्ष्य हैं. इजरायली प्रधानमंत्री ने ट्रंप को 2015 के ईरान परमाणु समझौते से अलग होने के लिए ठोस वजह दे दी है. इस समझौते के तहत ईरान खुद पर लगाए गए प्रतिबंधों के बदले में अपने परमाणु हथियार कार्यक्रमों को बंद करने पर सहमत हो गया था लेकिन नेतन्याहू का कहना है कि ईरान ने असल में अपना परमाणु कार्यक्रम रोका ही नहीं. नेतन्याहू ने कहा, "मैं आपको एक बात बताने आया हूं. ईरान ने झूठ बोला है." नेतन्याहू ने लाइव पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन पेश करते हुए कहा कि उनकी सरकार को हजारों की संख्या में दस्तावेज मिले हैं, जिनसे पता चला है कि ईरान समझौते के बाद भी परमाणु कार्यक्रमों में संलिप्त था. उन्होंने कहा, "इन फाइलों में तमाम चीजें हैं, दस्तावेज, प्रेजेंटेशन, ब्लूप्रिंट, वीडियो और भी बहुत कुछ हैं जो ईरान के दोष को सिद्ध करते हैं." काबुल में अात्मघाती हमला, 25 की मौत, 45 घायल 30 April 2018 काबुल: अफगानिस्तान की खुफिया एजेंसी के पास सोमवार को मोटरसाइकिल सवार आत्मघाती हमलावर ने विस्फोट करके खुद को उड़ा लिया. पुलिस के मुताबित इस आत्मघाती हमले में कम-से-कम 25 लोगों की मौत हो गई है. काबुल पुलिस के मुताबिक हमले में 25 नागरिकों की मौत हो गई और करीब 45 लोग घायल हो गये. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नजीब दानिश ने हमले की पुष्टि की है. आपको बता दें कि, इससे पहले 24 अप्रैल को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में मतदाता पंजीकरण केंद्र पर भी आत्मघाती हमला हुआ था. इस हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर 69 हो गई थी, जबकि घायलों की संख्या 120 है. समाचार एजेंसी एफे ने पुलिस प्रवक्ता के हवाले से बताया कि कुछ शवों को अस्पतालों की बजाए सीधे घर ले जाया गया, जिस वजह से मृतकों की संख्या बढ़ी है. मृतकों में 27 महिलाएं और दो पुलिसकर्मी हैं. जिन शवों को घर ले जाया गया था, उन्हें बाद में अस्पताल ले जाय गया, जिसमें मृतकों की कुल संख्या का पता लगाने में देरी हुई. पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि घायलों में लगभग आधी संख्या महिलाओं की हैं जबकि पांच पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. यूके कोर्ट ने भगोड़े विजय माल्या के खिलाफ दाखिल CBI के कई साक्ष्य स्वीकार किए 28 April 2018 लंदन : ब्रिटेन की एक अदालत ने विवादित शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण से जुड़े मुकदमे में भारतीय अधिकारियों की ओर से सौंपे गए बहुत सारे साक्ष्यों को स्वीकार कर लिया है. इस मामले में अगली सुनवाई अब 11 जुलाई को होगी. माल्या (62) करीब 9,000 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्र्रिंग के मामले में भारत में वॉन्डेट है. पिछले साल अप्रैल में स्कॉटलैंड यार्ड की ओर से प्रत्यर्पण वॉरंट पर अपनी गिरफ्तारी के बाद से वह 650,000 पाउंड की जमानत पर हैं. शुक्रवार को माल्या की जमानत अवधि अगली सुनवाई की तारीख 11 जुलाई तक के लिए बढ़ा दी गई है. अदालत जब अगली सुनवाई करेगी तो वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत की न्यायाधीश एम्मा अर्बथनॉट के समक्ष मौखिक दलीलें दी जाएंगी. इसके बाद न्यायाधीश अगली सुनवाई में मामले पर फैसले की अपनी योजना के संकेत दे सकती हैं. इससे पहले, माल्या सुनवाई के सिलसिले में अदालत आए थे जिस दौरान सीबीआई को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली जब न्यायाधीश ने पुष्टि की कि भारतीय अधिकारियों की ओर से सौंपे गए बहुत सारे साक्ष्य स्वीकार किए जाएंगे. माल्या ने स्थानीय वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत के बाहर पत्रकारों को बताया, ‘अदालत में एक और दिन.’ आज की सुनवाई ऐसे समय में हुई जब प्रत्यर्पण पर वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत के एक पिछले फैसले के खिलाफ भारत सरकार की ओर से हाईकोर्ट में की गई अपील नकार दी गई थी. साल 2000 में दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हैंसी क्रोन्ये से जुड़े मैच फिक्सिंग मामले में अहम आरोपी और भारत में वांछित संजीव कुमार चावला को दिल्ली के तिहाड़ जेल की गंभीर स्थितियों के मुद्दे पर मानवाधिकारों के आधार पर पिछले साल अक्तूबर में आरोपमुक्त कर दिया गया था. चावला को प्रत्यर्पित किए जाने पर तिहाड़ जेल में ही रखने की तैयारी थी. जिला न्यायाधीश रेबेका क्रेन ने चावला को आरोप-मुक्त करने के अपने फैसले के लिए यूरोपीय परिषद की यातना रोकथाम समिति (सीपीटी) के निर्वाचित सदस्य और स्कॉटिश कारागार सेवा में स्वास्थ्य देखभाल मामलों के पूर्व प्रमुख डॉ.एलेन मिचेल की गवाही को आधार बनाया था. माल्या की बचाव टीम ने उन्हीं जेल विशेषज्ञों से गवाही दिलवाई , जिन्होंने न्यायाधीश अर्बर्थनॉट को मुकदमे की सुनवाई के दौरान कहा कि सभी भारतीय जेलों की दशा असंतोषजनक है. पिछले साल चार दिसंबर को लंदन की अदालत में इस मामले की सुनवाई शुरू हुई थी, जिसका मकसद माल्या के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले को प्रथम दृष्टया स्थापित करना है. माल्या मार्च 2016 में भारत छोड़कर जाने के बाद ब्रिटेन में रह रहे हैं. माल्या की बचाव टीम ने दावा किया था कि उनकी कोई गलत मंशा नहीं है और भारत में उन पर निष्पक्ष तरीके से मुकदमा चलाने की संभावना नहीं है. यदि न्यायाधीश भारत सरकार के पक्ष में फैसला देती हैं तो ब्रिटेन के विदेश मंत्री के पास माल्या के प्रत्यर्पण आदेश पर दस्तखत के लिए दो महीने का वक्त होगा. बहरहाल, दोनों पक्षों के पास मजिस्ट्रेट की अदालत के फैसले के खिलाफ ब्रिटेन की ऊंची अदालतों में अपील करने का हक होगा. रक्षा मंत्रालय ने 3700 करोड़ रुपये के हथियारों की ख़रीद पर अपनी मुहर लगा दी है। इन हथियारों में देश में ही बनी एंटी टैंक नाग मिसाइलें और नौसेना के लिए युद्धपोतों पर इस्तेमाल होने वाले गन शामिल हैं. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारण की अध्यक्षता वाली रक्षा ख़रीद परिषद ने 524 करोड़ की लागत से सेना के लिए 300 नाग एंटी टैंक मिसाइल सिस्टम को खरीद को मंज़ूरी दी. नाग मिसाइल चार किलोमीटर की रेंज में दुश्मन के किसी भी टैंक को दिन और रात में बर्बाद कर सकता है. इसके साथ ही नौसेना के लिए युद्धपोतों पर तैनाती के लिए 3000 करोड़ की लागत से 127 MM कैलिबर गन की ख़रीद को भी हरी झंडी दी गई है. ये गन नए बन रहे युद्धपोतों पर तैनात किए जाएंगे. 24 घंटे में 6 बार मिलेंगे पीएम मोदी और शी चिनफिंग, दो दिवसीय 'दिल से दिल' समिट की शुरुआत 27 April 2018 नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय चीन के दौरे पर हैं, जहां शुक्रवार को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से मुलाकात करेंगे. हालांकि, इन दोनों नेताओं के बीच अनौपचारिक शिखर वार्ता का कार्यक्रम है. गुरुवार की देर रात पीएम मोदी चीन के वुहान शहर पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. सबकी नज़रें आज और कल पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफ़िंग की मुलाक़ात पर टिकी हैं. पीएम मोदी और शी चिनपिंग के इस अनौपारिक शिखर वार्ता को हार्ट टू हार्ट सम्मेलन का नाम दिया गया है. यानी दिल से दिल जोड़ने के कार्यक्रम के तहत दोनों नेता वैश्विक और द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत करेंगे. डोकलाम विवाद के बाद पीएम के इस दौरे को काफ़ी अहम माना जा रहा है. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने के लिए आज और कल पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफ़िंग के बीच अनौपचारिक शिखर वार्ता होगी. कई दूसरे अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा होगी. खास बात है कि 24 घंटे में दोनों नेता कुल 6 बार एक-दूसरे से मिलेंगे. हालांकि इस दौरान न तो किसी समझौते पर दस्तख़त होगा और न ही कोई साझा बयान जारी होगा... 2014 में पीएम बनने के बाद मोदी चौथी बार चीन की यात्रा पर हैं. पहले दिन का कार्यक्रम: 27 अप्रैल को दोपहर 3.30 बजे से 4.30 बजे : पीएम मोदी और शी चिनफिंग की पहली मुलाकात होगी. जिसमें वे दोनों नेता आमने-सामने बातचीत करेंगे. 6.00 बजे : एक बार फिर पीएम मोदी और शी चिनफिंग की मुलाकात होगी. 6.40 बजे : पीएम मोदी शी चिनफिंग के साथ रात्रि भोज करेंगे. उम्मीद जताई जा रही है कि इस दौरान प्रतिनिधि मंडल भी उपस्थित होगा. दूसरे दिन का कार्यक्रम: 28 अप्रैल को 10.00 बजे से 10.30 बजे :पीएम मोदी शी चिनफिंग के साथ झील किनारे टहलेंगे. 10.30 बजे से 11.00 बजे : ईस्ट झील में पीएम मोदी राष्ट्रपति चिनफिंग के साथ बोट राइडिंग का आनंद लेंगे. 11.40 से 12.30 बजे : राष्ट्रपति चिनफिंग के साथ पीएम मोदी लंच करेंगे. ये जितने भी कार्यक्रम हैं, वह सभी चीनी समयानुसार तय हैं. गौरतलब है कि इस इस वार्ता को अनौपचारिक वार्ता का नाम दिया गया है. ऐसा इसलिए भी क्योंकि इस वार्ता के दौरान दोनों पक्षों की तरफ से किसी समझौते पर दस्तखत नहीं किए जाएंगे. और न ही कोई साझा बयान जारी होगा. ये मौक़ा दोनों देशों के प्रमुखों के बीच अनौपचारिक सीधी आपसी बातचीत का है. ध्यान हो कि डोकलाम विवाद के कारण दोनों देशों के संबंधों में आए खटास को दूर करने के लिए हाल के समय में दोनों पक्षों ने कई कदम उठाए हैं. इस दिशा में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल ने भी चीन की यात्रा की थी. किम जोंग पैदल सीमा पार कर दक्षिण कोरिया की धरती पर रखेंगे कदम, अंतर कोरियाई सम्मेलन में लेंगे हिस्सा 26 April 2018 सियोल: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन शुक्रवार को ऐतिहासिक अंतर कोरियाई सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए पैदल ही सीमा पार करेंगे. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ब्लू हाउस के हवाले से बताया कि किम जोंग उन दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति से दोनों कोरियाई देशों को विभाजित करने वाली सैन्य सीमांकन रेखा (एमडीएल) पर शुक्रवार सुबह 9.30 बजे मुलाकात करेंगे. किम जोंग दोनों कोरियाई देशों को विभाजित करने वाले सीमावर्ती पनमुंजोम गांव के बीच मौजूद ब्लू पवैलियन्स के बीच से एक तंग गलियारे से होते हुए एमडीएल को पार करेंगे. इसके बाद दोनों नेताओं को सम्मेलन स्थल पीस हाउस की ओर जाते समय ऑनर गार्ड दिए जाएंगे. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, किम जोंग उन 1950-53 के कोरियाई युद्ध की समाप्ति के बाद से दक्षिण कोरिया की धरती पर कदम रखने वाले पहले उत्तर कोरियाई शासक होंगे. सियोल सरकार का कहना है कि स्वागत समारोह और औपचारिक वार्ता के बाद सम्मेलन का पहला दौर सुबह 10.30 बजे शुरू होगा. 0 टिप्पणियांउत्तर कोरिया की ओर से नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में देश के ऑनरेरी अध्यक्ष किम योंग नैम, विदेश मंत्री री योंग हो और किम की बहन किम यो जोंग भी हैं. किम यो जोंग उत्तर कोरिया की वर्कर्स पार्टी के प्रोपेगैंडा एंड एजिटेशन डिपार्टमेंट की निदेशक हैं. किम यो जोंग ने दक्षिण कोरिया में शीतकालीन ओलम्पिक खेलों के दौरान सियोल का ऐतिहासिक दौरा भी किया था. सम्मेलन के सुबह के सत्र के बाद दोनों पक्ष एक सांकेतिक समारोह में साथ मिलकर पौधारोपण करने से पहले अलग-अलग दोपहर का भोजन करेंगे. इसके बाद दोनों नेताओं के बीच संक्षिप्त और अनौपचारिक वार्ता भी होगी. सियोल के एक प्रवक्ता के मुताबिक, इस बैठक के अंत में मून और किम जोंग उन एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे और एक ऐलान करेंगे. मून के कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराई गई जानकारी के मुताबिक, शाम 6.30 बजे एक भोज का आयोजन किया जाएगा, जिसमें किम जोंग उन की पत्नी री सोल जू के भी हिस्सा लेने की उम्मीद है. इसके बाद विदाई समारोह के साथ सम्मेलन खत्म होगा. इस भारतीय की दुबई में लगी लॉटरी, एक झटके में बन गया करोड़पति 25 April 2018 दुबई: वो गाना तो आपने सुना होगा कि 'देने वाला जब भी देता, देता छप्पर फाड़ के'. भारत के एक बिजनेसमैन ने दुबई में जब लॉटरी का टिकट खरीदा था तब शायद उन्हें भी नहीं पता होगा कि उनकी किस्मत पलटने वाली है और पैसों की बारिश होने वाली है. भारतीय बिजनेसमैन प्रबीन थॉमस ने दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ड्यूटी फ्री ड्रॉ के जरिये 1 मिलियन डॉलर यानी करीब 6,64,20,000 रुपये जीतकर सभी को चौंका दिया है. केरल के रहने वाले प्रबीन थॉमस का नेटवर्किंग का बिजनेस है. दुबई में उन्होंने लॉटरी का टिकट खरीदा था. जिसका नंबर 0471 था और यह टिकट उनके लिए लकी साबित हुआ. उन्होंने 1 मिलियन डॉलर जीत लिया है. प्रबीन थॉमस ने कहा कि भारत में मैंने कई बार लॉटरी का टिकट खरीदा था, लेकिन इससे पहले कभी सफलता नहीं मिली थी. लॉटरी में मेरी यह पहली जीत है. दुबई में मैंने अपने भाग्य को आजमाने का निर्णय लिया था और ऑनलाइन लॉटरी का टिकट खरीदा था. मुझे भरोसा ही नहीं हो रहा है कि मेरी लॉटरी लग गई और मैं जीत गया हूं. प्रबीन थॉमस ने कहा कि लॉटरी के पैसों से वह अपने नेटवर्किंग बिजनेस को बढ़ाएंगे. एक छोटी सॉफ्टवेयर कंपनी भी खोलने की सोच रहे हैं. गौरतलब है कि इसी लॉटरी में प्रबीन थॉमस के अलावा एक और भारतीय ने जीत हासिल की है और बाइक अपने नाम किया है. भारतीय मैकेनिक की भी लगी थी 1 मिलियन डॉलर की लॉटरी : यह पहला मौका नहीं है जब किसी भारतीय ने यहां लॉटरी में जीत हासिल की है. कुछ दिनों पहले ही केरल के रहने वाले मैकेनिक पिंटो पॉल थोमन्ना ने भी दुबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आयोजित ड्ऱॉ में 1 मिलियन डॉलर अपने नाम किया था. उससे पहले यहां इलेक्ट्रिशियन के तौर पर काम करने वाले धनीश कोठारामबन ने भी 1 मिलियन डॉलर की लॉटरी जीती थी. दूसरी तरफ, कुछ दिनों पहले केरल के ही रहने वाले एक ड्राइवर ने अबूधाबी में बिग टिकट रैफेल के ड्रॉ में 21 करोड़ रुपये जीतकर सभी को चौंका दिया था. अफगानिस्तान : तालिबान के हमले में 9 अफगान सैनिकों की मौत 24 April 2018 बनई दिल्ली: अफगानिस्तान के तालिबान द्वारा किए ताजा हमले में कम से कम नौ अफगान सैनिकों की मौत हो गई है. प्रांतीय गवर्नर के प्रवक्ता मोहम्मद नसीर मेहरी के अनुसार पश्चिमी फराह प्रांत में तालिबान द्वारा सुरक्षा बल की चौकी पर किए हमले में कम से कम पांच सैनिकों की मौत हो गई. मेहरी ने बताया कि बाला बुलुक जिले में हुए हमले में दो सैनिक घायल हो गए. कई घंटों तक चली मुठभेड़ में छह तालिबानी लड़ाके मारे गए और तीन अन्य घायल हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘सहायता दल वहां पहुंच गए हैं और स्थिति नियंत्रण में है.’’ फराह में हुए हमले की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है. मेहरी ने हमले के लिए तालिबान को जिम्मेदार ठहराया है जिसने अफगान सुरक्षा बलों के खिलाफ हमले तेज कर दिए हैं. बहरहाल, तालिबान ने मंगलवार को अफगानिस्तान के पूर्वी गजनी प्रांत में हुए एक अन्य हमले की जिम्मेदारी ली थी. हमले में स्थानीय पुलिस बल के चार कर्मी मारे गए थे और सात अन्य घायल हो गए थे. काबुल में रविवार को मतदाता पंजीकरण केंद्र पर इस्लामिक स्टेट के आत्मघाती विस्फोटों में 69 लोग मारे गए और सोमवार को तालिबान ने पश्चिमी अफगानिस्तान में हमले किए जिसमें 18 सैनिक और पुलिसकर्मी मारे गए थे पेरिस हमले के संदिग्ध सालाह अब्देसलाम को 20 साल कैद की सजा 23 April 2018 ब्रसेल्स: बेल्जियम की एक अदालत ने सालाह अब्देसलाम को ब्रसेल्स में पुलिस के साथ गोलीबारी मामले में आतंकवाद से संबद्ध हत्या के प्रयास का दोषी करार दिया. कोर्ट ने उसे 20 साल जेल की सजा सुनाई है. सालाह पेरिस हमले का एकमात्र जीवित बचा संदिग्ध है. राजधानी ब्रसेल्स स्थित अदालत ने अपने फैसले में कहा कि इस आतंकवादी घटना में जिहादी सालाह अब्देसलाम और उसके साथी सोफियान अयारी की संलिप्तता को लेकर 'कोई संदेह नहीं है.' अभियोजकों ने अपनी दलील में दोनों के लिए 20 साल जेल की सजा की मांग की थी. बहरहाल न तो 28 वर्षीय अब्देसलाम और न ही अयारी (24) फैसले के वक्त अदालत में मौजूद थे. फ्रांस की जेल में कैद अब्देसलाम के खिलाफ पेरिस हमलों को लेकर अलग से चल रही सुनवाई लंबित है. वर्ष 2015 में हुए इस हमले में 130 लोगों की मौत हो गई थी. पेरिस हमलों के बारे में मिली खुफिया सूचना के आधार पर पुलिस ने 15 मार्च, 2016 को ब्रसेल्स के फॉरेस्ट इलाके में एक फ्लैट पर छापा मारा था और इस दौरान हुई गोलीबारी में चार पुलिस अधिकारी घायल हो गये थे. अब्देसलाम बेल्जियम मूल का फ्रांसीसी नागरिक है पेरिस हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादी सेल से संबद्ध आत्मघाती बम हमलावरों ने ही 22 मार्च को ब्रसेल्स हवाईअड्डा और एक मेट्रो स्टेशन पर हमला किया था. इसमें 32 लोगों की मौत हो गई थी और सैकड़ों लोग घायल हो गए थे. फैसले में कहा गया कि अब्देसलाम ने अपनी मां को संबोधित कर एक पत्र लिखा था, जिसमें उसने लिखा 'अल्लाह ने मुझे रास्ता दिखाया और मेरी राह खोलने के लिये उसने मुझे भी अपने मुलाजिमों में शामिल किया. यही वजह है कि मैं अल्लाह के दुश्मनों से अपनी पूरी ताकत से लड़ा.' उसने कहा, 'मेरे भाई ब्राहिम ने खुदकुशी नहीं की. वह इस्लाम का सूरमा है.' ब्राहिम ने पेरिस हमलों के दौरान खुद को बम से उड़ा लिया था. फैसले को देखते हुए बेल्जियम पुलिस ने वहां की अदालत 'पैलेस ऑफ जस्टिस' भवन के आसपास कड़ी सुरक्षा की थी पाकिस्तान ने चीन के पांच इंजीनियरों और कर्मियों को निर्वासित किया 12 April 2018 लाहौर: पाकिस्तान ने चीन के पांच इंजीनियरों और कर्मियों को निर्वासित कर दिया है. ये लोग गोजरा - खानेवाल मार्ग के एक हिस्से के निर्माण कार्य में लगे थे और इन पर पंजाब प्रांत में सुरक्षा बलों के साथ झड़प के आरोप हैं. प्रोजेक्ट मैनेजर शू लिबिंग, प्रशासनिक अधिकारी तियान वेजुन, इंजीनियर वांग इफान, वित्तीय मामलों के प्रबंधक वांग इफान और फील्ड इंजीनियर तान यांग को वापस चीन भेजा गया है. खानेवाल के जिला पुलिस अधिकारी रिजवान उमर गोंदल ने बताया, ‘दिनपुर से खानेवाल पंजाब तक गोजरा - खानेवाल मोटरवे के 126 किलोमीटर लंबे खंड पर निर्माण कार्य में शामिल पांच चीनी इंजीनियरों और श्रमिकों को वापस चीन भेज दिया गया है. पुलिस उन्हें लेकर लाहौर आई थी जिसके बाद मंगलवार को उन्हें बीजिंग निर्वासित कर दिया गया.’ फिजी में चक्रवात केनी का कहर, 18000 से ज्यादा लोग राहत केंद्र में 11 April 2018 फिजी: राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कार्यालय (एनडीएमओ) ने बुधवार को कहा कि फिजी में एक दिन पहले आए उष्णकटिबंधीय चक्रवात से भारी बारिश व विनाशकारी हवाओं से 18,000 से ज्यादा लोग अभी भी राहत केंद्रों में हैं. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, एनडीएमओ ने कहा कि चक्रवात की वजह से ज्यादातर खाली कराए गए लोग अपनी सुरक्षा सुनिश्चित होने पर ही घर लौटेंगे. एनडीएमओ के निदेशक अनारे लेवेनिकेला ने कहा कि फिजी पर केनी के प्रभाव का अभी पता नहीं चला है और उनका ध्यान अभी प्रभावित लोगों को आपात सुविधाएं मुहैया कराने पर है. फिजी का कदावु द्वीप इससे सीधे तौर पर प्रभावित है और केनी ने घरों व फसलों को तबाह कर दिया है. केनी की तेज हवाओं की वजह से घर व पेड़ गिर गए है और द्वीप के दक्षिण तरफ कई नौका पलट गईं हैं. टिप्पणियांकेनी की वजह से पश्चिमी फिजी के एक शहर बा में एक व्यक्ति की मौत हो गई. केनी के कारण भारी बारिश व बाढ़ की वजह से मौजूदा समय में पूरे फिजी में 90 सड़कें बंद हैं, जबकि कदावु द्वीप व पश्चिमी भाग में सभी स्कूलों को राहत केंद्रों के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है. ये सभी स्कूल बंद हैं. ईस्टर के लंबे सप्ताहांत के बाद उष्णकटिबंधीय जोसिई चक्रवात से छह लोगों की मौत होने के एक हफ्ते बाद केनी दूसरा उष्णकटिबंधीय चक्रवात है, जिसने फिजी को तबाह कर के रख दिया है ट्रंप के वकील के कार्यालय पर FBI ने की छापेमारी, पॉर्न अभिनेत्री से संबंधित दस्तावेज जब्त किए 10 April 2018 वाशिंगटन: एफबीआई ने आज राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निजी वकील माइकल कोहेन के कार्यालय पर छापेमारी की और पॉर्न फिल्म अभिनेत्री को 130,000 डॉलर भुगतान से जुड़ी सूचना सहित कई दस्तावेज जब्त किया. अभिनेत्री ने ट्रंप के साथ 2006 में संबंध होने के आरोप लगाए थे. छापेमारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये ट्रंप ने संघीय जांच एजेंसी (एफबीआई) पर निशाना साधा और तलाशी को ‘अपमानजनक’ और ‘अपने देश पर हमला’ करार दिया. एफबीआई ने कोहेन के न्यूयार्क स्थित कार्यालय पर छापेमारी की और वयस्क फिल्म अभिनेत्री स्टॉर्मी डेनियल्स को भुगतान सहित कई विषयों से जुड़े दस्तावेज और व्यापारिक रिकार्ड एवं ईमेल जब्त किये. कई वर्षों से ट्रंप के विश्वासपात्र रहे कोहेन ने 2016 के चुनाव से पहले पॉर्न अभिनेत्री स्टॉर्मी डेनियल्स को 130,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया था. अभिनेत्री ने दावा किया कि उन्हें यह राशि ट्रंप के साथ उनके कथित संबंधों पर मुंह बंद रखने के लिए दी गई थी. हालांकि, व्हाइट हाउस ने आरोपों से इंकार किया है. सूत्रों के हवाले से सीएनएन ने खबर दी है कि तलाशी अभियान की शर्तें बहुत व्यापक थीं. जब्त किये गये दस्तावेजों में बैंक रिकॉर्ड और अभिनेत्री की सूचना से जुड़े कागजात शामिल हैं कोहेन के वकील स्टीफन रेयान ने कहा कि न्यूयार्क में दक्षिणी जिले के अमेरिकी अटॉर्नी के कार्यालय ने उनके कार्यालय सहित ‘कई सारे तलाशी वारंटों’ को निष्पादित किया और कोहेन और उनके अपने मुवक्किलों के बीच ‘विशेष बातचीतों’ से जुड़ी सामग्री को जब्त कर लिया भूकंप से दहला जापान, रिक्टर स्केल पर 6.1 तीव्रता मापी गई 9 April 2018 टोक्यो: पश्चिमी जापान में सोमवार को रिक्टर पैमाने पर 6.1 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई. जापान मौसम विज्ञान एजेंसी (जेएमए) के मुताबिक, भूकंप का झटका रात 1.32 बजे महसूस किया गया. भूकंप का केंद्र 35.2 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 132.6 डिग्री पूर्वी देशांतर में दर्ज किया गया. शहर के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई और पानी आपूर्ति भी बाधित रही. स्थानीय मीडिया के मुताबिक, इस भूकंप से कुछ इमारतों और सड़कों में दरारें आ गईं. हालांकि, क्षेत्र में सभी परमाणु संयंत्र सही से काम कर रहे हैं. इसके साथ ही सुनामी के खतरे का भी कोई अंदेशा नहीं है. कैंब्रिज एनालिटिका के साथ करीब 8 करोड़ 70 लाख यूजर्स के आंकड़े साझा किए : फेसबुक 5 April 2018 वाशिंगटन: डेटा लीक मामले में फेसबुक ने बताया कि ब्रिटेन की राजनीतिक परामर्शदाता कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका के साथ करीब 8 करोड़ 70 लाख फेसबुक यूजर्स का निजी डेटा अनुचित रूप से कंपनी से साझा किया गया. यह पहले के पांच करोड़ के अनुमान से कहीं अधिक है. फेसबुक के प्रमुख तकनीकी अधिकारी माइक स्क्रोफर ने सोशल नेटवर्क के यूजर्स के लिए नया प्राइवेसी टूल लागू करने की घोषणा करते हुए एक बयान में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि कुल मिलाकर फेसबुक पर 8 करोड़ 70 लाख लोगों की निजी जानकारी अनुचित रूप से कैंब्रिज एनालिटिका से साझा की गई. इनमें से ज्यादातर यूजर्स अमेरिका के थे. इस खुलासे से फेसबुक के लिए संकट बढ़ सकता है जो डोनाल्ड ट्रंप के 2016 के चुनावी अभियान के लिए काम कर रहे सलाहकारी समूह द्वारा निजी डेटा हैकिंग पर खुलासे के दबाव का सामना कर रहा है. फेसबुक इस मामले में जांच का सामना कर रहा है और उसके मुख्य कार्यकारी मार्क जुकरबर्ग मामले पर अगले सप्ताह संसदीय समिति के समक्ष गवाही देने के लिए राजी हो गए हैं. स्क्रोफर ने कहा कि आने वाले सोमवार से नए टूल्स से यूजर्स को प्राइवेसी और डेटा साझा करने की बेहतर समझ मिलेगी. फेसबुक ने अलग से बयान जारी कर कहा कि नए सेवा शर्तों से डेटा साझा करने और विज्ञापन किस तरह पहुचंते है, इसके बारे में तस्वीर स्पष्ट हो जाएगी. इन बदलावों से बाहरी व्यक्ति का यूजर डेटा तक पहुंचना मुश्किल हो जाएगा. स्क्रोफर ने बताया कि एक बदलाव ऐसा किया गया है जिससे फेसबुक सर्च के साथ किसीके एकदम सही लोकेशन का पता लगाने के लिए उसका फोन नंबर या ईमेल एड्रेस एंटरनहीं किया जा सकेगा Youtube Headquarter में हुए हमले के बाद भावुक हुए सुंदर पिचाई, लिखा ये लेटर 4 April 2018 नई दिल्ली: यूट्यूब मुख्यालय (Youtube headquarter) में हुए हमले से सभी दुखी हैं. कैलिफोर्निया के सैन ब्रूनो स्थित यूट्यूब के मुख्यालय में गोलीबारी की घटना में एक की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए. सैन फ्रांसिस्को से 19 किलोमीटर दूर स्थित सैन ब्रूनो शहर के पुलिस प्रमुख एड बरबेरिनी ने बताया कि संदिग्ध महिला हमलावर ने मंगलवार को यूट्यूब मुख्यालय परिसर में कई लोगों को घायल कर दिया और उसके बाद संभवत: उसने खुद को गोली मार ली. इस घटना के बाद गूगल के चीफ एग्जीक्यूटिव सुंदर पिचाई काफी दुखी हैं. उन्होंने ट्विटर पर एक भावुक लेटर पोस्ट किया है. पिचाई ने लेटर में लिखा- ''दोपहर में जब हमारे कर्मचारी लंच कर रहे थे तो ब्रूनो के ऑफिस में शूटर होने की खबर मिली. सुरक्षा टीम ने बिल्डिंग को खाली कराने का काम किया और लोगों को सुरक्षित जगह पर पहुंचाया. हमारे लिए अच्छी खबर तब आई जब पता चला कि स्थिति नियंत्रण में है. हमारी पूरी नजर घटना पर बनी हुई थी. हालही में आई ताजा खबर के मुताबिक मैं आपको बताना चाहता हूं कि इस घटना में 4 लोग घायल हुए हैं. हम इन लोगों को समर्थन देने के लिए सबकुछ करने को तैयार हैं. मैं आप सभी का आभारी हूं जो आपने कंपनी का समर्थन और प्रार्थना की. खासतौर पर सेक्यूरिटी टीम का जिन्होंने लोगों को सुरक्षित रखने का काम किया. मुझे पता है कि आप सभी काफी शॉक में हैं. मैं वादा करता हूं कि मैं गूगल परिवार के साथ खड़ा हूं और जो लोग घायल हुए हैं उनके घरवालों के साथ खड़ा हूं. आइए हम सब सुसान और यूट्यूब की पूरी टीम को सहयोग देते हैं. - सुंदर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि उन्हें यूट्यूब मुख्यालय में गोलीबारी की जानकारी दी गई है. उन्होंने कहा, "कैलिफोर्निया के सैन ब्रूनो में यूट्यूब मुख्यालय में गोलीबारी की घटना की जानकारी मिली. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं इस घटना के पीड़ितों के साथ हैं फेसबुक डाटा लीक मामले पर बोले जकरबर्ग, दिक्कतों को दूर करने में लगेंगे कुछ साल 3 April 2018 वाशिंगटन: डेटा लीक मामले में आलोचना झेल रही फेसबुक और उसके मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जकरबर्ग ने कंपनी के कारोबारी मॉडल का बचाव करते हुए अपना पक्ष रखा. उन्होंने कहा कि उपयोगकर्ताओं के व्यक्तिगत डेटा हासिल करने से जो समस्याएं सामने आई उन्हें दूर करने में" कुछ साल" लगेंगे. समाचार साइट वॉक्स को दिए साक्षात्कार में जकरबर्ग ने कंपनी के कारोबारी मॉडल और एपल के सीईओ टिम कुक की ओर से की गई आलोचनाओं का बचाव किया. जकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक की समस्याओं में से एक यह है कि वह" आदर्शवादी" है, उसने लोगों को जोड़ने के सकरात्मक पहलू पर ध्यान केंद्रित किया. हमने उपकरणों के नकरात्मक उपयोग को लेकर नहीं सोचा और उसमें समय नहीं खर्च किया।" उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि अब लोग जोखिमों और नकरात्मक पहलुओं पर भी ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. फेसबुक सीईओ ने कहा, " मुझे लगता है हम इन दिक्कतों को दूर कर लेंगे, लेकिन इसमें कुछ साल लगेंगे. मैं चाहता हूं कि हम इन सब मुद्दों को तीन या छह महीने में सुलझा लें लेकिन यह सिर्फ मेरा मानना है और हकीकत यह है इन मुद्दों का समाधान करने के लिए अधिक समय की जरूरत है. जकरबर्ग ने एपल सीईओ टिम कुक की टिप्पणी का भी जवाब दिया। टिम ने कहा था कि फेसबुक का कारोबार मॉडल लोगों का डेटा बेचकर पैसे कमाने पर आधारित है, इसलिए उसे मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। जकरबर्ग ने कहा किउन्हें यह दलील सुनने को मिली कि अगर आप भुगतान नहीं कर रहे हैं तो हम आपकी परवाह नहीं करते हैं। इसका सच्चाई से कोई लेनादेना नहीं है। उन्होंने कहा, " हकीकत यह है जब आप ऐसी सेवा तैयार करते हैं, जो लोगों को आपस में जुड़ने में मदद करता है, तब ऐसे बहुत से लोग होते हैं जो पैसे नहीं चुका सकते हैं। ऐसे में विज्ञापन आधारित मॉडल की एकमात्र तर्कसंगत मॉडल है." सोमालिया में अल शबाब के 22 आतंकवादी ढेर 2 April 2018 कंपाला: युगांडा की सेना द युगांडा पीपुल्स डिफेंस फोर्सेज (यूपीडीएफ) ने रविवार को अल शबाब के 22 आतंकवादी मार गिराए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने यूपीडीएफ के उप सैन्य प्रवक्ता कर्नल देओ अकीकी के बयान के हवाले से बताया, "सोमालिया में अफ्रीकी संघ मिशन (एएमआईएसओएम) के अंतर्गत सोमालिया में तैनात सेना ने आतंकवादियों को उस समय ढेर कर दिया जब वे सोमालिया के लोअर शेबेले क्षेत्र में क्यूरोयोल, बुलो मरीर और गोल्वेन स्थित एएमआईएसओएम के केंद्रों पर हमले करने का प्रयास कर रहे थे." बयान में कहा गया कि इस दौरान चार यूपीडीएफ सैनिकों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए. अकीकी ने कहा, "दो विस्फोटकों से लदे वाहनों समेत आतंकवादियों के आठ वाहनों को नष्ट कर दिया गया." पाकिस्तान ने की तालिबान से सुलह प्रक्रिया में शामिल होने की अपील 30 March 2018 नई दिल्ली: पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के नवीनतम शांति प्रस्ताव के लिए अपने समर्थन को दोहराते हुए तालिबान से सुलह प्रक्रिया में शामिल होने का आग्रह किया. गनी ने पिछले महीने तालिबान को शांति प्रस्ताव दिया था जिसमें समूह को एक राजनीतिक दल के रूप में मान्यता देने, काबुल में एक कार्यालय खोलने, उसके सदस्यों को पासपोर्ट जारी करने और संयुक्त राष्ट्र की आतंकवादी ब्लैकलिस्ट से उसके वरिष्ठ कमांडरों के नाम को हटाने की पेशकश की गई थी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने एक साप्ताहिक ब्रीफिंग में कहा, "पाकिस्तान, तालिबान से अपने सार्वजनिक बयानों और निजी संदेशों के माध्यम से शांति प्रक्रिया में शामिल होने का आग्रह कर रहा है. हमें लगता है कि यह एक साझा जिम्मेदारी है. पाकिस्तान को इस संबंध में अलग नहीं किया जा सकता है." उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने शांति के लिए गनी के प्रयासों का स्वागत और तालिबान के साथ शांति वार्ता के प्रस्ताव का समर्थन किया है. टाइम मैगजीन: सबसे प्रभावशाली शख्सियतों के दावेदारों में पुतिन, ट्रंप और चिनफिंग को टक्कर दे रहे हैं पीएम मोदी 29 March 2018 न्यूयॉर्क : टाइम पत्रिका की 100 प्रभावशाली शख्सियतों की सूची में स्थान पाने के दावेदारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, माइक्रोसॉफ्ट के भारतीय मूल के सीईओ सत्या नडेला, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमिर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग भी शामिल हैं. इस सूची में उन लोगों को स्थान दिया जाता है जो समसामयिक विश्व पर अपना प्रभाव डाल रहे हैं बीते एक दशक से भी अधिक समय से टाइम की प्रभावशाली शख्सियतों की सालाना सूची बनाई जाती रही है जिसमें दुनियाभर में अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वाले कलाकारों, नेताओं, वैज्ञानिकों, कार्यकर्ताओं और उद्यमियों को जगह मिलती है. इस वर्ष की सूची की घोषणा अगले महीने की जाएगी. सूची में नाम शामिल करने के बारे में अंतिम फैसला टाइम के संपादकों का होता है, लेकिन पत्रिका ने पाठकों से इस वर्ष की सर्वाधिक प्रभावशाली शख्सियतों के बारे में ऑनलाइन वोट करने की अपील की है. मोदी का नाम वर्ष 2016 और 2017 में भी दावेदारों की सूची में शामिल था. टाइम के संपादकों ने वर्ष 2015 में 100 सर्वाधिक प्रभावशाली व्यक्तियों में उनका नाम शामिल किया था. पत्रिका के लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने मोदी पर एक लेख लिखा था. पहली विदेश यात्रा पर चीन पहुंचे किम जोंग ने शी जिनपिंग से की मुलाकात, परमाणु प्रसार रोकने का लिया संकल्प 28 March 2018 बीजिंग: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन सत्ता में आने के बाद पहली बार विदेश यात्रा पर निकले हैं. उन्होंने अपनी पहली विदेश यात्रा के रूप में चीन को चुना और बीजिंग में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की. यह जानकारी चीन की आधिकारिक न्यूज एजेंसी सिन्हुआ ने बुधवार को दी. किम जोंग की यह विदेश यात्रा ऐसे समय में हुई है जब सियोल और वाशिंगटन के साथ शिखर सम्मेलन प्रस्तावित है. बता दें कि वर्ष 2011 में सत्ता में आने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ प्रस्तावित शिखर सम्मेलन से पहले उन्होंने चीन के शीर्ष नेतृत्व के साथ वार्ता की. समचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, शी जिनपिंग के निमंत्रण पर रविवार से बुधवार तक की यात्रा पर आए किम जोंग ने चीनी राष्ट्रपति से बातचीत की. नॉर्थ कोरिया के तानाशाह के साथ उनकी पत्नी भी थीं और प्रतिनिधि मंडल भी, जिनके लिए भोज का आयोजन किया गया है. किम जोंग ने कहा कि 'हमने शी जिनपिंग के साथ दोनों देशों के बीच के संबंधों के विकास, हमारी घरेलू स्थिति, कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति और स्थिरता को बनाए रखने के लिए और अन्य मुद्दों पर सफल बातचीत की.' उत्तरी कोरियाई नेता ने आगे कहा कि उनके लिए चीन की यात्रा "पवित्र कर्तव्य" के रूप में है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उनका देश परमाणु मुक्त यानी परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए प्रतिबद्ध है. गौरतलब है कि चीन और उत्तरी कोरिया के बीच के संबंध में उस वक्त खटास आ गई थी, जब बीजिंग ने प्योंगयांग को मिसाइल और परमाणु परीक्षणों के लिए दंडित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का समर्थन किया था. चीन लंबे समय से उत्तर कोरिया का सहयोगी रहा है लेकिन चीन द्वारा संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को लागू करने के बाद से दोनों देशों के रिश्तों में तनाव पैदा हो गया है. अमेरिका के दबाव के बाद चीन ने उत्तर कोरिया को तेल और कोयला जैसी जरूरी चीजों की आपूर्ति रोक दी थी. वहीं, शी जिनपिंग ने कहा कि हम दोनों ने व्यक्तिगत रूप से चीन-डीपीआरके संबंधों के विकास के गवाह बने हैं और अनुभव किया है. शी ने किम से कहा कि हमारी पारंपरिक मित्रता आगे बढ़नी चाहिए और विकसित होनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'हमारी रणनीतिक इच्छा है कि दोनो देशों के संबंध मजबूत हों शॉपिंग मॉल में लगी आग को व्लादिमिर पुतिन ने आपराधिक लापरवाही बताया 27 March 2018 मॉस्को: साइबेरियाई मॉल में आग लगने के बाद मौके पर पहुंचे देश के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने आज कहा कि यह आपराधिक लापरवाही है. साइबेरिया के केमेरोवो शहर में स्थित शॉपिंग मॉल में लगी आग में 64 लोग मारे गये हैं. क्रेमलिन की ओर से जारी बयान के अनुसार, केमेरोवो में पुतिन ने अधिकारियों से कहा, ‘यहां क्या हो रहा है? यह सशस्त्र विद्रोह/ संघर्ष नहीं है. यह कोई अचानक हुआ मिथेन गैस का रिसाव नहीं है। लोग, बच्चे यहां आराम करने आये थे.’ उन्होंने कहा, ‘हम जनांकीकी की बात कर रहे हैं और इतने लोगों की जान जा रही है. किस कारण? सिर्फ किसी आपराधिक लापरवाही के कारण. खत्म नहीं हो रहीं फेसबुक की मुश्किलें, अब एंड्रॉयड से फोन नंबर-मैसेज हासिल करने का आरोप 26 March 2018 नई दिल्ली: फेसबुक के लिए मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं हैं, अमेरिकी और ब्रिटेन के समाचार पत्रों में कैम्ब्रिज एनालिटिका स्कैंडल पर माफी मांगने के बाद सोशल नेटवर्किंग साइट अब एंड्रॉएड उपकरणों से फोन नंबर तथा टेक्स्ट मैसेज हासिल करने को लेकर सवालों के घेरे में आ गई है. वेबसाइट‘ आरस टेक्निक’ की खबर के अनुसार फेसबुक द्वारा एकत्रित किया गया डेटा देखने पर यूजर्स ने पाया कि उसमें उनके वर्षों पुराने कॉन्टेक्ट, टेलीफोन नंबर, कॉल की अवधि और टेक्स्ट मैसेट हैं. फेसबुक ने कहा कि जानकारी सर्वर को सुरक्षित करने के लिए अपलोड की गई और यह केवल उन्हीं यूजर्स की है, जिसकी उन्होंने अनुमति दी है. प्रवक्ता ने बताया किइस डेटा को यूजर्स के मित्रों को अथवा किसी बाहरी को नतो बेचा गया न ही किसी के साथ साझा किया गया. कंपनी ने कहा कि उसने टेक्सट मैसेज या कॉल से जुड़ी सामग्री एकत्रित नहीं की. प्रवक्ता ने कहा कि फेसबुक मैसेंजर में कॉन्टेक्ट्स की रैंकिंग के लिए (ताकि उसे ढूंढना आसान हो जाए) और कॉल करने का सुझाव देने के लिए इन जानकारियों का इस्तेमाल किया गया फेसबुक ने ब्रिटेन, अमेरिका के अखबारों में माफीनामा दिया फेसबुक प्रमुख मार्क जुकरबर्ग ने डेटा चोरी के गंभीर आरोपों को लेकर ब्रिटेन और अमेरिका के नौ प्रमुख अखबारों में पूरे पेज का माफीनामा दिया है. उन्होंने बताया, ‘‘ आपकी जानकारियों की सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है. अगर हम नहीं कर पाते हैं तो हम इसके हकदार नहीं है.’’ ब्रिटेन के बड़े अखबारों‘ मेल ऑन संडे’, ‘ द संडे टाइम्स’ और‘ द ऑब्जर्वर’ के साथ- साथ‘ न्यूयॉर्क टाइम्स’, ‘ वाशिंगटन टाइम्स’ और‘ वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में इन विज्ञापनों का प्रकाशन किया गया है. जुकरबर्ग ने कहा है कि एक शोधार्थी ने एक क्विज विकसित किया था‘ जिससे 2014 में करोड़ों लोगों के डेटा में सेंध लगी.’ उन्होंने कहा, ‘‘ यह विश्वास तोड़ने वाला था और हमें इस बात का खेद है कि हमने तब बहुत कुछ नहीं किया. भविष्य में ऐसा ना हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए अब हम कदम उठा रहे हैं दुनियाभर में भूख से मरने की कगार पर पहुंचने की वालों की संख्या 12 करोड़ 40 लाख 24 March 2018 नई दिल्ली: दुनियाभर में भूख के कारण मरने के कगार पर पहुंच गए लोगों की संख्या पिछले साल बढ़कर 12 करोड़ 40 लाख हो गई है. अगर इन लोगों को जल्द ही भोजन नहीं मिला तो इनकी मौत होने का खतरा है. संयुक्त राष्ट्र की खाद्य एजेंसी के प्रमुख डेविड बीसली ने यह जानकारी देते हुए बताया कि ऐसा इसलिए है क्योंकि लोग एक- दूसरे को गोली मारने से भी नहीं कतराते. टिप्पणियाउन्होंने वीडियो लिंक के जरिए कल सुरक्षा परिषद को बताया कि भूख से जूझ रहे तकरीबन तीन करोड़ 20 लाख लोग चार संघर्षरत देश सोमालिया, यमन, दक्षिण सूडान और उत्तर पूर्व नाइजीरिया में रह रहे हैं. इन देशों को पिछले साल अकाल की स्थिति से बचा लिया गया. विश्व खाद्य कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक ने कहाकि भूख और संघर्ष के बीच संबंध विध्वंसकारी है. संघर्ष से खाद्य असुरक्षा पैदा होती है और खाद्य असुरक्षा से अस्थिरता तथा तनाव उत्पन्न होता है जिससे हिंसा फैलती है. बीसली ने कहा कि वैश्विक रूप से लंबे समय से भूखे 81 करोड़ 50 लाख लोगों में से 60 फीसदी लोग संघर्षरत इलाकों में रहते हैं और उन्हें यह पता नहीं होता कि अगली बार खाना कहां से मिलेगा. दक्षिण कोरिया : पूर्व राष्ट्रपति ली म्युंग बक के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट 23 March 2018 नई दिल्ली: दक्षिण कोरिया की अदालत ने गुरुवार को भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर पूर्व राष्ट्रपति ली म्युंग बक की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने ली को हिरासत में लेने का फैसला किया है. हालांकि, ली ने सभी आरोपों से इनकार किया है. अदालत के फैसले के मुताबिक, इन आरोपों को नकारे जाने से सबूतों को नष्ट करने की संभावना बढ़ी है और ली के कई अपराध न्यायोचित ठहरे हैं. ली को पिछले सप्ताह पूछताछ के लिए समन किया गया था. सियोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट के अभियोजक कार्यालय ने सोमवार को घूस, गबन, कर चोरी सहित कई मामलों में उन्हें गिरफ्तार करने के लिए वारंट जारी करने का आग्रह किया था. टिप्पणिया हालांकि, ली ने अदालत में पेश होने से इनकार करते हुए कहा था कि वह अभियोजकों के समक्ष पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुके हैं. अदालत ने अभियोजकों द्वारा पेश किए गए साक्ष्यों और गवाही के बाद गिरफ्तार करने का आदेश दिया। फेसबुक डाटा लीक: मार्क जुकरबर्ग बोले- फेसबुक भारतीय चुनावों में दखलअंदाजी नहीं करने को लेकर पहले से ही प्रतिबद्ध है 22 March 2018 नई दिल्ली: फेसबुक डाटा लीक मामले में मार्क जुकरबर्ग ने अपनी कंपनी की गलती मान ली है. फेसबुक के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने बुधवार को कहा कि उनकी कंपनी ने 5 करोड़ यूजर्स के डाटा को संभालने में गलती की है. साथ ही उन्होंने वादा किया कि इस तरह की सूचनाओं तक डेवलपर्स की पहुंच को रोकने के लिए हम कड़े कदम उठाएंगे. फेसबुक डाटा लीक विवाद सामने आने के बाद पहली बार अपने सार्वजनिक बयान में जुकरबर्ग ने अपने फेसबुक पोस्ट के जरिये कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका कंपनी द्वारा किये गये धोखाधड़ी के लिए फेसबुक हजारों एप्प की जांच करेगा. सफाई देते हुए जुकरबर्ग ने लिखा कि लोगों के डेटा सुरक्षित रखना हमारी ज़िम्मेदारी है और अगर हम इसमें फ़ेल होते हैं तो ये हमारी ग़लती है. साथ ही उन्होंने कहा कि कंपनी से गलती हुई है. कंपनी ने इस मामले में अभी तक कई कदम उठाए हैं और आगे इस तरह की घटना न हो, इसके लिए अभी तेज गति से कदम उठाने की जरूरत है. दुनिया की सबसे बड़ी सोशल मीडिया नेटवर्क वाली कंपनी फेसबुक यूरोप और अमेरिका के अलावा भारत में इस डाटा चोरी पर घिरती नजर आ रही है. इतना ही नहीं, यूरोप और अमेरिका में इन आरोपों की पड़ताल भी शुरू कर दी है. जुकरबर्ग ने कैम्ब्रिज एनालिटिका के मामले में अपनी गलती को कबूला है. दरअसल, फेसबुक को आलोचना का सामना इसलिए करना पड़ रहा है, क्योंकि एक ब्रिटिश कन्सल्टिंग कंपनी कैम्ब्रिज एनालिटिका (Cambridge Analytica) पर आरोप लगा है कि उसने पांच करोड़ फेसबुक यूज़रों का डाटा बिना अनुमति के जमा किए और उस डेटा का इस्तेमाल राजनेताओं की मदद करने के लिए किया, जिनमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का चुनावी कैंपेन शामिल हैं. कैंब्रिज एनालिटिका ने अमेरिकी मतदाताओं पर प्रोफाइल बनाने के लिए अनुचित रूप से उपयोगकर्ता की जानकारी का उपयोग किया, और बाद में 2016 में इस्तेमाल कर कंपनी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जीताने में मदद की. अपने फेसबुक पेज पर लिखे एक पोस्ट में जुकरबर्ग ने कहा कि वह उन हज़ारों एप्लिकेशन की जांच करेगा जिसका इस्तेमाल उस वक्त बड़ी संख्या में डे किया गया. उन्होंने कहा कि फेसबुक अपने यूजर्स को एक नया टूल देगा कि ताकि उन्हें पता चले कि उनके डेटा का इस्तेमाल कैसे किया जा रहा है, साझा किया जा रहा है, और आगे से डेवलपर्स के दुरुपयोग को रोकने के लिए डेटा तक उसके पहुंच को प्रतिबंधित कर देगा. बाद में जुकरबर्ग ने सीएनएन से कहा कि यह बहुत बड़ी धोखाधड़ी है. मुझे सच में खेद है कि यह हुआ. लोगों के डाटा की रक्षा करना हमारी मूल जिम्मेदारी है. उन्होंने सीएनएन को बताया कि फेसबुक ने पहले से ही यह तय कर रखा है कि अमेरिका में नवंबर में हुए मध्यावधि चुनाव, और भारत और ब्राजिल में होने वाले चुनावों में किसी तरह से हस्तक्षेप नहीं करेगा. फेसबुक पोस्ट में जुकरबर्ग ने लिखा कि लोगों के डेटा को सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है, अगर हम इसमें फेल होते हैं तो ये हमारी गलती है. उन्होंने कहा कि हमने इसको लेकर पहले भी कई कदम उठाए थे, हालांकि हमसे कई गलतियां भी हुईं लेकिन उनको लेकर काम किया जा रहा है. उन्होंने लिखा कि फेसबुक को मैंने शुरू किया था, इसके साथ अगर कुछ भी होता है तो इसकी जिम्मेदारी मेरी ही है. हम अपनी गलतियों से सीखने की कोशिश करते रहेंगे, हम एक बार फिर आपका विश्वास जीतेंगे. हालांकि, उन्होंने कहा कि कैंब्रिज एनालिटिका से जुड़े इस विशेष मुद्दे को आज के नए ऐप के साथ नहीं होना चाहिए, मगर अतीत में जो हुआ, उसे बदला नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि इस अनुभव से हम अपने मंच को आगे सुरक्षित करने के लिए सबक लेंगे और अपने फेसबुक समुदाय के प्रत्येक व्यक्ति के लिए अधिक सुरक्षित बनाएंगे. जुकरबर्ग ने विशेष रूप से कहा कि कंपनी फेसबुक डाटा को प्रतिबंधित करेगी और थर्ड पार्टी डेवलपर्स सिर्फ नाम, प्रोफाइल फोटो और इमेल एड्रेस एक्सेस कर सकेंगे. साथ ही डेवलपर्स को अपने पोस्ट्स के अधिकार के लिए फेसबुक यूजर्स से पूछने से पहले एक कॉन्ट्रैक्ट साइन करने की जरूरत होगी. कंपनी प्रत्येक फेसबुक यूजर्स के न्यू फीड के टॉप पर एक नया फीचर पोस्ट करेगा जो, ऐप की पहुंच को रद्द करने का एक आसान तरीका होगा. अपने फेसबुक पोस्ट में जुकरबर्ग ने पूरे मामले की टाइमलाइन को समझाया. जुकरबर्ग ने लिखा कि 2007 में हमने फेसबुक में कई तरह की चीज़ों को अपडेट किया. इसमें दोस्तों के जन्मदिन, एड्रेस बुक, मैप्स जैसे कई एप्स शामिल थे. इसके लिए हमने फेसबुक यूज़र से कुछ जानकारी ली, जिसमें उनके दोस्त कौन हैं जैसी जानकारी शामिल थी. 2013 में कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के रिसर्चर एलेक्जेंडर कोगन ने एक पर्सनल क्विज़ एप्प बनाया. जिसे करीब 3 लाख लोगों ने इंस्टॉल किया, इसमें कुछ पर्सनल डेटा का भी उपयोग किया गया. इससे ना सिर्फ उन तीन लाख लोगों का डाटा शेयर हुआ बल्कि उनके कई दोस्तों का भी हुआ. टिप्पणियाजुकरबर्ग ने लिखा कि 2014 में हमने एप्स और डेटा शेयरिंग के तरीकों को पूरी तरह से बदल दिया. जिसके बाद अगर कोई अन्य एप किसी यूजर का डेटा मांगती है, तो उसे पहले यूजर से पूछना पड़ेगा. लेकिन 2015 में एक अखबार की रिपोर्ट से पता लगा कि कोगन ने ये डाटा कैंब्रिज एनालिटका कंपनी के साथ शेयर किया है. जो कि नियमों के खिलाफ था. जिसके बाद हमने तुरंत ही कोगन की एप्लिकेशन को फेसबुक से बैन कर दिया. हमने कोगन और कैंब्रिज एनालिटका से सभी यूजर्स का डेटा डिलीट करने को कहा और इसका सर्टिफिकेट देने को भी कहा. गौरतलब है कि भारत सरकार ने सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की सूरत में कड़ी कार्रवाई के लिए तैयार रहने को कहा है. भारत ने कहा कि फेसबुक सहित कोई भी सोशल नेटवर्किंग साइट यदि अनुचित तरीके से देश की चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास करती है, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आईटी कानून के तहत हम नियमों का उल्लघंन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. अगर जरूरत पड़ी तो इस मामले में फेसबुक के मुख्य अधिकारी मार्क जुकरबर्ग को भारत में समन भी किया जा सकता है. अफगानिस्तान में बड़ा बम धमाका: काबुल यूनिवर्सिटी के नजदीक विस्फोट में 26 की मौत 21 March 2018 काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में बड़ा बम धमाका हुआ है. अफगानिस्तान में नये वर्ष के जश्न के बीच राजधानी काबुल में हुए आज आत्मघाती हमले में 26 लोग मारे गये हैं जबकि 18 अन्य घायल हो गये हैं. एक अधिकारी ने बताया कि यह हादसा उस समय हुआ जब राजधानी में लोग पारसी नये वर्ष की छुट्टी माना रहे थे. अभी यह जानकारी अफगानिस्तानी मीडिया के हवाले से मिल रही है. बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है. बताया जा रहा है कि यह विस्फोट ऐसे वक्त में हुआ है, जब अफगानिस्तान की राजधानी में लोग नवरोज मना रहे थे. बता दें कि नवरोज फारसी में नये साल के शुरुआत का पहला दिन होता है. गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि काबुल में एक आत्मघाटी हमलावर ने मस्जिद के निकट खुद को उड़ा लिया. अमेरिका में सेल्फ ड्राइविंग कार ने महिला को कुचला, इस तकनीक से मौत का पहला मामला आया सामने 20 March 2018 सैन फ्रांसिस्को: अमेरिका के अरिजोना में सेल्फ ड्राइविंग कार से पहला हादसा होने का मामला सामने आया है. दरअसल, अरिजोना में सेल्फ ड्राइविंग ऊबर ने एक महिला को कुचल दिया, जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि फिलहाल ऊबर ने अपने इस ट्रायल प्रोग्राम को पूरे यूनाइटेड स्टेट और कनाडा में सस्पेंड कर दिया है. बताया जा रहा है कि अरिजोना के टेंपी में सेल्फ ड्राइविंग कार से हुआ यह हादसा इस तरह का पहला है. जिस गाड़ी से यह हादसा हुआ, वह ऊबर की सेल्फ ड्राइविंग टैक्सी थी, जो ट्रायल पर थी और इसका वैश्विक स्तर पर अभी टेस्ट किया जा रहा है. हालांकि, यह हादसा संयुक्त राज्य अमेरिका में नई तकनीक की शुरुआत को फास्ट ट्रैक करने के प्रयासों को पटरी से उतार सकता है पुलिस के मुताबिक, जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस दौरान कार ऑटोमेटिक मोड में थी. वहीं, व्हीकल ऑपरेटर पीछे चल रहा था. कार नॉर्थ की ओर जा रही थी, उसी वक्त एक महिला रोड पार कर रही थी, जो गाड़ी की चपेट में आ गई. हालांकि, इस हादसे को लेकर यह स्पष्ट नहीं है कि यह रविवार की रात की घटना है या सोमवार की. ऊबर टेक्नॉलॉजीज के प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी नॉर्थ अमेरिका में अपने टेस्ट को सस्पेंड कर रही है. साथ ही कंपनी ने एक ट्वीट में कहा कि हमें मृत महिला के परिजनों के प्रति पूरी संवेदना है और हम अथॉरिटीज के साथ संपर्क में बने हुए हैं और पुलिस की जांच में भी सहयोग कर रहे हैं. चुनाव में रिकॉर्ड जीत के साथ ही चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बने व्लादिमिर पुतिन 19 March 2018 नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपित व्लादिमिर पुतिन ने रिकॉर्ड मतों के अंतर से एक बार फिर आम चुनाव में जीत दर्ज की है. इस जीत के साथ ही वह लगातार चौथी बार देश के राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं. जीत के बाद वह अगले छह वर्षों तक बतौर राष्ट्रपति अपनी सेवाएं दे पाएंगे. पुतिन ने इस जीत बाद देशवासियों के जीवनस्तर में सुधार लाने और देश की रक्षा प्रणाली को और मजबूत बनाने का दावा किया है. पुतिन अब 2024 तक देश के राष्ट्रपति के तौर पर अपनी सेवाएं जारी रखेंगे. गौरतलब है कि चुनाव परिणाम आने से पहले एग्जिट पोल मे भी पुतिन को अन्य उम्मीदवारों से काफी आगे बताया जा रहा था. एग्जिट पोल में पुतिन को अन्य उम्मीदवारों की तुलना में कुल 73.9 फीसदी वोट दिए गए थे. इसके बाद से पुतिन के एक बार फिर राष्ट्रपति बनने की चर्चाएं तेज हो गई थीं. रूस के करीब 1200 मतदान केंद्रों से आंकड़ों को जुटाकर किए गए इस एग्जिट पोल में कम्यूनिस्ट उम्मीदवार पावेल ग्रुडिनिन को 11.2 फीसदी वोटों के साथ दूसरे स्थान पर दिखाया गया था. आखिरकार इस बात की औपचारिक घोषणा रविवार को कर दी गई। रूस की सेंट्रल इलेक्शन कमिशन ने चुनाव में आंशिक रूप से कुछ गड़बड़ियां होने की बात कही लेकिन कुल मिलाकर कमिशन ने इस चुनाव को समान्य प्रक्रिया के तहत हुआ चुनाव ही माना. पुतिन समर्थक पुतिन की इस जीत के लिए उनकी पश्चिमी देशों के प्रति उनके रुख और फैसले को जिम्मेदार मानते हैं. चुनाव परिणाम आने के बाद एक सांसद ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद अब यूनाइटेड स्टेट्स और ब्रिटेन भी इस बात को अच्छी तरह से समझ चुके होंगे कि वह किसी तरह भी तरह से हमारे देश में होने वाले चुनाव को प्रभावित नहीं कर सकते हैं. अफगानिस्तान में हवाई हमलों में 35 आतंकवादी ढेर, शामिल थे 7 विदेशी लड़ाके 17 March 2018 नई दिल्ली: अफगानिस्तान के उत्तरी जोजान प्रांत में (आईएस) के ठिकानों पर हवाई हमलों में 35 आतंकवादी ढेर हो गए. सेना के प्रवक्ता मोहम्मद हनीफ रेजाई ने सिन्हुआ को बताया,"कुश टेपा और दरजाब जिले में आईएस के ठिकानों पर तड़के 4.45 बजे किए गए हवाई हमलों में 35 आतंकवादियों को मार गिराया गया, जिसमें सात विदेशी लड़ाके थे. इसके साथ ही 13 आतंकवादी घायल हुए हैं." आतंकवादी संगठन आईएस ने अभी इस पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दी है. पिछले महीने अफगानिस्तान के नंगरहार प्रांत में आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) के ठिकानों पर सुरक्षा बलों के हवाई हमलों में 17 आतंकी मारे गए थे. प्रांतीय प्रशासनिक प्रवक्ता अताउल्लाह खोगियानी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने खुफिया रिपोर्टों के आधार पर कार्रवाई की थी. उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने हसका मीना और अचिन जिलों में अभियान चलाया और आतंकी ठिकानों व उनके हथियारों के जखीरों को नष्ट कर 17 विद्रोहियों को मार गिराया. आईएस की तरफ से अभी तक कोई टिप्पणी नहीं आई है. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को किया हटाने का फैसला : मीडिया रिपोर्ट 16 March 2018 नई दिल्ली: एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार एचआर मैकमास्टर को हटाने का फैसला किया और वह संभावित बदलाव को लेकर चर्चा कर रहे हैं. वाशिंगटन पोस्ट’ ने बीती रात अपनी एक प्रमुख रिपोर्ट में बताया कि ट्रम्प मैकमास्टर को हटाने पर अब‘‘ सहमत’’ हो गये हैं. निजी तौर पर मैकमास्टर के साथ उनके संबंध प्रगाढ़ नहीं रहे हैं. लिहाजा इस कदम को मूर्त रूप देने से पहले वह कुछ समय लेना चाहते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि तीन सितारा से सजे सेना के जनरल अपमानित नहीं महसूस करें और उनकी जगह किसी मजबूत अधिकारी को लाया जा सके. बहरहाल, व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने इन रिपोर्टों को खारिज करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद(एनएससी) में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है. वहीं राष्ट्रपति की योजना से अवगत पांच सूत्रों के हवाले से अखबार ने लिखा, ‘‘ यह हलचल ट्रम्प के विचाराधीन व्यापक संभावित बदलावों के तहत हो रही है. इनमें व्हाइट हाउस के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल किये जाने की संभावना है. भय और अनिश्चितता की गिरफ्त में मौजूद ये कर्मचारी बिना सोचे समझे निर्णय लेने वाले उस राष्ट्रपति के अगले कदम की प्रतीक्षा कर रहे हैं, जिन्हें विवाद भड़काने में आनंद आता है.’’ रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए सारा ने कहा, ‘‘अभी अभी राष्ट्रपति एवं मैकमास्टर से बात हुई. रिपोर्ट के उलट उनके बीच बेहद मधुर कामकाजी संबंध हैं और एनएससी में कोई बदलाव नहीं होने जा रहा है.’’ एनएससी व्हाइट हाउस की एक शक्तिशाली शाखा है जो प्रशासन के राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंडे को चलाती है. अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रपति ने शिकायत की कि मैकमास्टर बिल्कुल लचीला नहीं हैं और उनकी ब्रीफिंग बहुत लंबी हो जाती है जो अप्रासंगिक प्रतीत होती है. अखबार के अनुसार मैकमास्टर की जगह लेने वाले व्यक्तियों में कई नाम उभरकर सामने आ रहे हैं. इनमें संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अमेरिकी दूत जॉन बोल्टन एवं राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के चीफ ऑफ स्टाफ कीथ केलॉग के नाम शामिल हैं सिंगापुर की कंपनियों ने अवैध रूप से उत्तर कोरिया को आपूर्ति की : संयुक्त राष्ट्र 13 March 2018 नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र की एक मसौदा रिपोर्ट में कहा गया है कि सिंगापुर की दो कंपनियों ने उत्तर कोरिया को लग्जरी सामान की आपूर्ति कर प्रतिबंधों का उल्लंघन किया है. बीबीसी के मुताबिक, इस मामले में अंतिम रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को सौंप दी गई है और इस सप्ताह के अंत तक इसके प्रकाशित होने की संभावना है. लीक हुए रिपोर्टों में आरोप लगाया गया है कि दोनों कंपनियों ओसीएन और टी स्पेशलिस्ट ने उत्तर कोरिया को शराब एवं स्पिरिट सहित लग्जरी सामानों की आपूर्ति की है संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध के तहत 2006 से उत्तर कोरिया को किसी भी तरह के लग्जरी सामान बेचना अवैध है और सिंगापुर के नियमों के तहत भी कई वर्षो से उत्तर कोरिया को इन सामानों को बेचना प्रतिबंधित है. दोनों सहयोगी कंपनियां हैं और इन्होंने किसी भी तरह की अवैध गतिविधियों से इनकार किया है. बीबीसी के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में इस बात का भी दावा किया है कि 2011 से 2014 के बीच उत्तर कोरिया में 20 लाख डॉलर से अधिक सामान की बिक्री हुई. कंपनियों के वकील एडमंड पेरेइरा ने इस बात की पुष्टि की है कि सिंगापुर के अधिकारी इस मामले की जांच कर रहे है, लेकिन उन लोगों ने जोर देते हुए काह कि वर्तमान में उत्तर कोरिया से उनका कोई वित्तीय संबंध नहीं है. Nepal plane crash Updates: नेपाल में आपात स्थिति में उतरे बांग्लादेश के विमान में आग लगी 12 March 2018 मुंबई: नेपाल के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर सोमवार को आपात स्थिति में उतरे यूएस- बांग्ला एअरलाइन के एक विमान में आग लग गई जिसमें 67 यात्री और चालक दल के चार लोग सवार थे. अभी तत्काल यह पता नहीं चल पाया है कि घटना में कोई हताहत हुआ है या नहीं. बांग्लादेश के इस विमान में 67 यात्री और चालक दल के चार लोग सवार थे. त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (टीआईए) पर उतरते समय विमान रनवे से फिसल गया. यूएस-बांग्ला एयरलाइन का एक विमान सोमवार को नेपाल के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (टीआईए) पर उतरने के बाद रनवे से फिसलकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया जिसमें कम से कम 50 लोगों की मौत हो गई. त्रिभुवन हवाईअड्डे के प्रवक्ता ने बताया, 'हम आग पर काबू पाने की कोशिश कर रहे हैं. विस्तृत विवरण की प्रतीक्षा है.' उन्होंने साथ ही बताया कि 'एयरपोर्ट को फिलहाल बंद कर दिया है और अन्य सभी विमानों को डाइवर्ट कर दिया गया है. हम लोग फिलहाल यात्रियों को बाहर निकालने पर ध्यान दे रहे हैं.' पहाड़ी देश नेपाल विमान दुर्घटनाओं के लिए कुख्यात है. यहां के प्रांतीय हवाई पट्टियों पर अक्सर छोटे विमान मुश्किल में पड़ जाते हैं. 1992 में बैंकॉक से काठमांडू पहुंचा थाई एयरवेज का विमान उतरते वक्त दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. उस दुर्घटना में विमान में सवार सभी लोगों की मौत हो गई थी. अधिकारियों ने बताया कि काठमांडू एयरपोर्ट पर दुर्घटनास्थल से कुछ शव निकाले गए हैं. यूएस-बांग्ला एयरलाइंस यूएस-बांग्ला समूह का एक भाग है जो कि अमेरिका और बांग्लादेश का संयुक्त उद्यम है. बांग्लादेशी एयरलाइंस ने जुलाई 2014 से सेवाएं शुरू की थीं और यह बॉमबर्डियर इंक और बोइंग कंपनी के विमानों का इस्तेमाल करती है. काठमांडू हवाई अड्डे पर क्रैश हुए यूएस-बांग्ला एयरलाइंस के विमान से उठता धुआं साफ देखा जा सकता था. हादसे के बाद टीआईए से जाने वाली और यहां आने वाली सभी उड़ानों को रोक दिया गया है. विमान ने ढाका से उड़ान भरी थी और स्थानीय समयानुसार अपराह्न दो बजकर 20 मिनट पर यह हवाईअड्डे पर उतरा. काठमांडो पोस्ट ने टीआईए के प्रवक्ता प्रेमनाथ ठाकुर के हवाले से कहा कि उतरते समय रनवे पर डगमगाने के बाद विमान में आग लग गई और यह हवाईअड्डे के पास स्थित फुटबाल मैदान में जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. अधिकारियों ने बताया कि विमान में सवार कम से कम 17 लोगों को बचा लिया गया. टीआईए के प्रवक्ता प्रेम नाथ ठाकुर ने कहा कि लैंडिंग के दौरान संतुलन बिगड़ने के कारण विमान हवाईअड्डे के पास स्थित एक फुटबॉल मैदान पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया और उसमें आग लग गई. नेपाल के त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे (टीआईए) पर सोमवार को अमेरिका-बांग्ला एयरलाइंस का एक विमान लैंडिंग करते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया. अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में नहीं की है कोई दखलंदाजी : रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 10 March 2018 नई दिल्ली: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक साक्षात्कार में कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अगर किसी रूसी नागरिक ने दखल किया तो इससे उनका कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के प्रयासों को क्रेमलिन से जोड़कर नहीं देखा जा सकता. गौरतलब है कि अमेरिका में साल 2016 में राष्ट्रपति चुनावों में रूसी हस्तक्षेप के आरोप लगे हैं और इनकी जांच हो रही है. पुतिन का यह साक्षात्कार कल‘ एनबीसी’ टेलीविजन पर प्रसारित हुआ था. उन्होंने कहा, ‘‘ आखिर आपने यह कैसे तय कर लिया कि मैंने और किसी रूसी अधिकारी ने इसे करने की इजाजत दी होगी.’’ स्पेशल काउंसिल रॉबर्ट मुलर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव प्रचार अभियान में रूसी साठगांठ के आरोपों की व्यापक जांच कर रहे हैं. आरोप है कि ट्रंप को राष्ट्रपति बनाने में रूस की मदद ली गयी थी. पिछले महीने मुलर ने 13 रूसी नागरिकों और तीन रूसी कंपनियों पर आरोप लगाया था कि उन्होंने ट्रंप के चुनाव प्रचार अभियान का कथित रूप से समर्थनकिया, उनकी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी हिलेरी क्लिंटन की छवि धूमिल की और चुनावी प्रक्रिया में दखल दिया था. इन आरोपों पर पुतिन ने कहा, ‘‘ अगर वे रूसी नागरिक हैं तो इससे क्या हुआ?’’ पुतिन ने कहा, ‘‘14.6 करोड़ रूसी नागरिक हैं. तो क्या हुआ? मुझे कोई परवाह नहीं. मेरा इससे क्या लेना देना हो सकता है. वे तो रूसी राज्य के हितों का प्रतिनिधित्व भी नहीं करते.’’उन्होंने कहा, ‘‘ क्या हमने अमेरिका पर प्रतिबंध लगाया है? लेकिन अमेरिका ने तो हम पर प्रतिबंध लगाया. तुर्की ने शुरू की 2016 में तख्तापलट की साजिश में शामिल 121 संदिग्धों की तलाश 9 March 2018 नई दिल्ली: तुर्की ने 2016 में तख्तापलट की साजिश में शामिल प्रतिबंधित संगठन से जुड़े 121 संदिग्धों की तलाश शुरू कर दी है. समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के हवाले से बताया कि ये तलाशी अभियान 29 प्रांतों में शुरू की गई और अब तक 33 संदिग्धों को हिरासत में ले लिया गया है. जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें गुलेन नेटवर्क के नेता फेतुल्ला गुलेन की भतीजी फतमनूर गुलेन भी है. इसके साथ ही इस तख्तापलट की कोशिश का कथित मास्टरमाइंड आदिल ओकसूज की रिश्तेदार बिल्किस नूर तेतिक है. तुर्की ने 2016 के सैन्य तख्तापलट के असफल प्रयास के लिए गुलेन नेटवर्क को जिम्मेदार ठहराया था. इस दौरान 250 लोगों की मौत हो गई थी और लगभग 2,200 घायल हो गए थे. कौन हैं धर्मगुरु फेतुल्ला गिलेन र्की में हुई तख्तापलट की कोशिश के लिए जिम्मेदार ठहराए जा रहे अमेरिका में बसे हुए धर्मगुरु फेतुल्ला गिलेन के अपने खुद के देश तुर्की में काफी बड़ी संख्या में समर्थक हैं. उनके समर्थकों में पुलिस और न्यायपालिका के लोग भी शामिल हैं. बता दें कि बेहद प्रभावशाली मुस्लिम धर्मगुरु अमेरिका के पेनसिल्वानिया में पोकोनो पर्वत इलाके में रह रहे हैं. 75 साल के गिलेन कभी राष्ट्रपति एर्दोग़ान के करीबी थे लेकिन पिछले कुछ सालों में दोनों के बीच दरार आ गई. एर्दोग़ान को शक्तिशाली 'गिलेनिस्ट मूवमेंट' के तुर्की समाज में मौजूदगी का शक होने लगा था जिसमें मीडिया और पुलिस व जुडिशरी के शामिल होने को लेकर भी उन्हें अंदेशा था. 1999 में गिलेन अमेरिका आ गए। इसके बाद ही उन पर तुर्की में देशद्रोह का मुकदमा चलाया गया। इसके बाद से गिलेन ने सार्वजनिक जीवन से एकदम खुद को अलग कर लिया। वह जनता के बीच बमुश्किल देखे जाते। कोई इंटरव्यू भी नहीं देते. जब बढ़ गई थी दुश्मनी साल 2013 के आखिर में इन दोनों शीर्ष स्तंभों के बीच की शत्रुता एकदम मुखर हो गई थी. यह तब हुआ जब न्यायिक अधिकारी जो गिलेन के करीब समझे जाते थे, पर करप्शन के चार्ज लगे। इन आरोपों में गिलेन के बेहद करीबी जिनमें उनके बेटे बिलाल भी शामिल थे, की ओर भी इशारा था. एर्दोगान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए सैंकड़ों आर्मी अधिकारियों को निकाल दिया. इनमें कई टॉप जनरल भी शामिल थे. गिलेन आंदोलन 'हिज्मत' (Hizmet) द्वारा चलाए जाने वाले कई स्कूलों को बंद कर दिया गया. कई पुलिस अधिकारियों को भी नौकरियों से निकाल दिया गया. अमेरिका में बर्फीले तूफान ने दी दस्तक, 2,600 से कई उड़ानें प्रभावित 8 March 2018 न्यूयॉर्क: अमेरिका के पूर्वी तट पर एक सप्ताह से भी कम समय में दूसरी बार बुधवार को बर्फीले तूफान ने दस्तक दी, जिस वजह से 2,600 से अधिक उड़ान सेवाएं प्रभावित हुईं. एनबीसीन्यूज डॉट कॉम के मुताबिक, तूफान के दौरान क्षेत्र में बिजली कड़कने की आवाजें सुनाई देती रही. फिलाडेल्फिया से न्यूयॉर्क सिटी तक बिजली आपूर्ति ठप होने से लगभग पाचं करोड़ लोग प्रभावित हुए. रिपोर्ट के मुताबिक, न्यूजर्सी के माध्यमिक स्कूल की एक शिक्षिका बिजली गिरने की घटना का शिकार हुई लेकिन सकुशल बच गई. सीबीएसन्यूज डॉट कॉम के मुताबिक, अधिकारियों ने लोगों से घर में ही रहने का आग्रह किया है. राष्ट्रीय मौसम सेवा ने गुरुवार सुबह तूफान की चेतावनी जारी की है. मौसम विभाग का कहना है कि पेंसिल्वेनिया, न्यूजर्सी और न्यूयॉर्क सिटी में एक फीट या उससे ज्यादा बर्फबारी हो सकती है. मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, न्यूयॉर्क सिटी में आठ से 12 इंच तक बर्फबारी हो सकती है. बॉस्टन, फिलाडेल्फिया, न्यूयॉर्क, नेवार्क और न्यूजर्सी हवाईअड्डों पर 2,600 से अधिक उड़ान सेवों रद्द कर दी गई है. तालिबान शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं लग रहा : अमेरिका 28 February 2018 वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन ने आज कहा कि तालिबान इस वक्त शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं लग रहा है. साथ ही प्रशासन ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की कोई भी बातचीत अफगानिस्तान के नेतृत्व में या उसके द्वारा होनी चाहिए. एक तरीके से ट्रंप प्रशासन ने तालिबान के साथ सीधी वार्ता की संभावना से इंकार किया. अमेरिका को लिखे एक पत्र में इस आंतकी संगठन (तालिबान) ने वार्ता की बात कही थी. विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हीथर नोर्ट ने कहा, “हमने यह पत्र देखा है और हमें इसकी जानकारी है. किसी भी तरह की शांति वार्ता अफगानिस्तान के नेतृत्व में या अफगानिस्तान की ओर से ही होनी चाहिए.” उन्होंने कहा कि “दुर्भाग्य से” तालिबान इस वक्त साथ बैठने और शांति वार्ता के लिए तैयार नहीं लग रहा है. तालिबान के पत्र पर पूछे गए सवाल के जवाब में हीथर ने कहा, “हमें लगता है कि अंतत: वह तैयार हो जाएंगे क्योंकि अफगानिस्तान में शांति स्थापित करने का यही सबसे अच्छा तरीका है.” साथ ही उन्होंने कहा कि हमें नहीं लगता कि अफगानिस्तान की स्थिति का कोई सैन्य समाधान होगा और अंतत: इस मसले को राजनीतिक तरीके से सुलझाया जाना चाहिए. हार्ले डेविडसन का जिक्र कर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारतीय आयात नीति पर किया हमला 27 February 2018 वाशिंगटना: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत की अर्थ नीति पर सवाल उठाया है. उन्होंने अमेरिकी गवर्नर्स की बैठक में कहा कि भारत से बाइक जब हमारे यहां आती है तब हमें कुछ नहीं मिलता. लेकिन जब हमारे यहां से बाइक भारत जाती है तब हमें 100 फीसदी टैक्स देना पड़ता है. बता दें कि एक हफ्ते के भीतर अमेरिकी राष्ट्रपति का इस प्रकार से यह दूसरा बयान है. माना जा रहा है कि अमेरिका की ओर से भारत पर यह दबाव बनाने की कोशिश है कि वह अपने आयात नीति में बदलाव करें और टैक्स दरों को घटाए. इतना ही नहीं, उन्होंने चेतावनी भी दी कि यदि भारत ऐसा नहीं करता तब अमेरिका भी अपने यहां पर शुल्क लगाने पर विचार कर सकता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि भारत की नीति पक्षपातपूर्ण है. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह व्यापार बढ़ाने के लिए कई कदम उठा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जब मैं यह बात कह तब हार्ले के मालिक चुप रहे हैं, क्योंकि उनको इस बात की आदत हो गई है. उल्लेखनीय है कि पिछले बुधवार को हार्ले डेविडसन मोटरसाइकिल पर उच्च आयात शुल्क को लेकर भारत पर निशाना साधा और इसे अनुचित करार दिया था. ट्रंप की यह प्रतिक्रिया उस समय आई जब भारत ने हार्ले डेविडसन जैसी महंगे ब्रांड की आयातीत मोटरसाइकिलों पर शुल्क को घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है. यही नहीं ट्रंप ने भारतीय मोटरसाइकिलों पर आयात शुल्क बढ़ाने की भी धमकी दी थी. इस्पात उद्योग पर कांग्रेस के सदस्यों के साथ चर्चा के दौरान ट्रंप ने यह बात कही थी. ट्रंप ने कहा कि भारत सरकार ने हाल में आयातीत मोटरसाइकिलों पर शुल्क 75 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है, जो कि काफी नहीं है और उन्होंने इसे परस्पर अनुवर्ती बनाने के लिए कहा है क्योंकि अमेरिका में मोटरसाइकिल आयात पर 'शून्य कर' लगता है. उन्होंने अपनी इस नाराजगी को जाहिर करते हुए कहा कि अमेरिका को 100 फीसदी टैरिफ को कटौती कर 50 फीसदी करने के बावजूद कुछ भी नहीं मिला। व्हाइट हाउस में सभी राज्यों के गवर्नर्स को संबोधित करते हुए कहा- “अब, प्रधानमंत्री जिन्हें मैं बहुत अच्छा आदमी मानता हूं, उन्होंने कॉल किया और कहा कि हम इसे 50 फीसदी करने जा रहे हैं। मैने कहा- ओके, लेकिन हमें इससे कुछ नहीं मिल रहा है।” राष्ट्रपति ट्रंप ने दोनों हाथ जोड़कर प्रधानमंत्री मोदी की नकल करते हुए धीमे स्वर से कहा- “उन्होंने बेहद शानदार तरीके से कहा, वह ब्यूटीफुल मैन हैं और उन्होंने कहा कि मैं आपको यह बताना चाहता हूं कि हमने इसमें 75 फीसदी की कटौती की है और आगे इसमें कटौती कर 50 फीसदी करने जा रहे हैं। जिसके बाद मैने कहा, हां, लेकिन मै क्या कहूं? क्या मुझे इससे बहुत खुश होना चाहिए?” अमेरिकी राष्ट्रपति ने अप्रत्यक्ष रूप से इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई हालिया बातचीत का भी उल्लेख किया. ट्रंप ने मोदी के साथ पिछले हफ्ते हुई बातचीत के संदर्भ में कहा, 'भारत से एक महान सज्जन ने मुझे फोन किया और कहा कि हमने मोटरसाइकिलों पर शुल्क को 75 प्रतिशत और यहां तक कि 100 प्रतिशत से घटाकर 50 प्रतिशत कर दिया है.' ट्रंप ने एक बार फिर से 'परस्पर अनुवर्ती कर' की वकालत करते हुए देशों पर अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'इसलिये मैं कहता हूं, कि इस तरह के मामलों में परस्पर अनुवर्ती कर होना चाहिए. मैं भारत को दोष नहीं दे रहा हूं. मुझे लगता है कि उन्हें इसके साथ जाना चाहियए. मुझे नहीं पता क्यों लोग उन्हें इससे (परस्पर अनुवर्ती कर) दूर रहते हैं, लेकिन यह एक उदाहरण है जो कि अनुचित है. मेरा मानना है कि परस्पर अनुवर्ती कर होना चाहिए उल्लेखनीय है कि हार्ले डेविडसन व ट्रायंफ जैसी महंगे ब्रांड की आयातित मोटरसाइकिलें आयात शुल्क कम होने के बाद भारत में सस्ती होने जा रही हैं. अब तक 800 सीसी या इससे कम इंजन क्षमता वाली मोटरसाइकिल के आयात पर 60 प्रतिशत शुल्क लगता था. वहीं 800 सीसी व इससे अधिक इंजन क्षमता वाले इंजन पर 75 प्रतिशत शुल्क लगता है उत्तर कोरिया का प्रतिनिधिमंडल शीतकालीन ओलंपिक के समापन समारोह में लेगा हिस्सा 26 February 2018 नई दिल्ली: उत्तर कोरिया का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल प्योंगचांग शीतकालीन ओलम्पिक के समापन समारोह में शामिल होने के लिए रविवार को दक्षिण कोरिया पहुंच गया. इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व 2010 में दक्षिण कोरियाई नौसेना के एक युद्धपोत के डुबोने के लिए जिम्मेदार माने जाने वाले एक शीर्ष अधिकारी किम योंग चोल कर रहे हैं योनहाप न्यूज एजेंसी के मुताबिक, चोल के नेतृत्व में आठ सदस्यीय उत्तर कोरियाई प्रतिनिधिमंडल तीन दिवसीय दौरे पर स्थानीय समयानुसार सुबह 9.53 बजे अंतर कोरियाई सीमा के दक्षिण में स्थित पाजु की एक जांच चौकी पहुंच गया. 72 वर्षीय चोल को मार्च 2010 में उत्तर कोरिया के युद्ध पोत चेओनान को नष्ट करने का जिम्मेदार माना जाता है. इस हमले में 46 दक्षिण कोरियाई नौसैनिक मारे गए थे. कंजेर्विटव सांसदों और इस घटना के पीड़ितों के परिवारों ने चोल के दक्षिण कोरिया आने के विरोध में एक रैली निकाली. दक्षिण कोरियाई सरकार का कहना है कि उसने जनता के विरोध के बावजूद चोल की यात्रा को स्वीकार किया है, क्योंकि सरकार का मानना है कि इस यात्रा से अंतर-कोरियाई संबंध मजबूत होंगे और कोरियाई प्रायद्वीप पर शांति के लिए वार्ता का मार्ग खुलेगा. सोमालिया की राजधानी मोगादिशू में 2 बम विस्फोट, 18 की मौत और 20 घायल 24 February 2018 नई दिल्ली: सोमालिया की राजधानी मोगादिशू में दोहरा बम विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 घायल हो गए. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, आमिन एंबुलेंस के निदेशक अब्दुकादिर अब्दिर्रहमान ने कहा कि शुक्रवार को हुए दोहरे विस्फोट में 18 लोगों की मौत हो गई है. अब्दुर्रहमान ने कहा, "मैं पुष्टि कर सकता हूं कि हमने 18 शव बरामद किए हैं. 20 घायल हैं और हम घायलों को इलाज के लिए विभिन्न अस्पतालों में ले गए हैं." सोमालिया के सुरक्षाबल राष्ट्रपति पैलेस पर हमले को नाकाम करने में सफल रहे लेकिन सुरक्षाबलों ने जैसे ही विस्फोटकों से भरे वाहन को रोकना चाहा, उसमें विस्फोट हो गया. इससे पहले पुलिस ने बताया था कि राष्ट्रपति पैलेस में घुसने का प्रयास कर रहे आतंकवादियों को खदेड़ दिया, इनमें से तीन को मार गिराया गया. पुलिस अधिकारी अहमद अब्दुल्ले ने सिन्हुआ को बताया, "उन्होंने विला सोमालिया में घुसने की कोशिश की लेकिन हमारे सुरक्षाबलों ने उनका मुंहतोड़ जवाब दिया. सुरक्षाबलों ने पैलेस की ओर जा रहे वाहन का पीछा किया लेकिन इसमें पहले ही विस्फोट हो गया." पहला विस्फोट शुक्रवार को शाम लगभग छह बजे हुआ, जब विस्फोटकों से भरे वाहन में डॉर्बिन होटल के पास विस्फोट हो गया. दूसरा विस्फोट इसके तुरंत बाद विला सोमालिया के पास हुआ. अमेरिका में एच1बी वीजा जारी करने के नियम सख्त, भारतीय आईटी कंपनियों के सामने बड़ी समस्या 23 February 2018 नई दिल्ली: अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने एच1बी वीजा जारी करने के नियम सख्त कर दिए हैं जिससे यहां खास कर जॉब-वर्क करने वाली भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियों के लिए अल्पकालिक अवधि के लिए भारत से कुशलकर्मियों को बुलाने में भारी दिक्कतें हो सकती है. अमेरिकी सरकार की नयी नीति के तहत यह साबित करना होगा कि एक या एक से अधिक स्थानों पर जॉब-वर्क की तरह के काम करने के लिए इस वीजा पर बुलाए जा रहे कर्मचारी का काम विशिष्ट प्रकार का है और उसे खास जरूरत के लिए बुलाया जा रहा है. सरकार यह वीजा ऐसे कर्मचारियों के लिए जारी करती है जो बहुत उच्च कौशल प्राप्त होते हैं और उस तरह के हुनरमंद लोगों की अमेरिका में कमी होती है. सरकार ने कल सात पृष्ठ का एक नीतिगत दस्तावेज जारी किया जिसमें एच1बी वीजा के नए नियम जारी किए गए हैं. इसके तहत अमेरिका के नागरिकता और आव्रजन विभाग को यह वीजा केवल तीसरे पक्ष के साइट कार्य (कार्यस्थल) की अवधि तक के लिए जारी करने की ही अनुमति होगी. इस तरह इसकी अवधि तीन साल से कम की हो सकती है जबकि पहले यह एक बार में तीन साल के लिए दिया जाता था. यह नियम लागू हो गया है. इसके लिए ऐसा समय चुना गया है जबकि 1 अक्तूबर 2018-19 से शुरु होने वाले वित्त वर्ष के लिए एच1बी वीजा के आवेदन 2 अप्रैल से आमंत्रित किए जा सकते हैं. फ्लोरिडा स्कूल में हुई गोलीबारी में बचे लोगों से मिले डोनाल्ड ट्रंप, कहा- टीचर्स भी हथियार रखें 22 February 2018 वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा के स्कूल में गोलीबारी में सुरक्षित बचे विद्यार्थियों के साथ बेहद भावनात्मक बातचीत के दौरान शिक्षकों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण देने और उन्हें हथियार रखने का सुझाव दिया. साथ ही बंदूकें रखने वालों की पृष्ठभूमि की कड़ी जांच करने की बात कही. वाइट हाउस में मार्जोरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल के विद्यार्थियों से बातचीत के दौरान ट्रंप ने कहा, ‘मैं आपका पक्ष सुनना चाहता हूं, लेकिन इससे पहले की हम शुरूआत करें, मैं आपको बता दूं कि अब पृष्ठभूमि की कड़ाई से जांच की जाएगी और किसी भी व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा ट्रंप ने यह भी सलाह दी कि कुछ शिक्षकों को हथियार चलाने का प्रशिक्षण दिया जा सकता है ताकि वह बंदूकधारी को रोक सकें. राष्ट्रपति ने कहा, ‘यह सिर्फ उन्हीं के लिए होगा जो बंदूक चला सकने में सक्षम हैं.’ उन्होंने कहा कि शिक्षकों को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा. वह मौजूद रहेंगे और अब कोई ‘गन फ्री जोन’ नहीं होगा. ट्रंप ने समझाया कि यहां ‘गन फ्री जोन’ का मतलब है ‘ऐसी जगह जहां आप आसानी से बंदूक के साथ जाकर, हमला कर सकते हैं.’ रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने के लिए भारत म्यांमार पर दबाव बनाए : शेख हसीना 21 February 2018 ढाका: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा है कि रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने के लिए भारत को चाहिए कि वह म्यांमार पर दबाव बनाए शेख हसीना ने यह बात भारत से आए पत्रकारों के दल के साथ बातचीत करते हुए कही. शेख हसीना ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि भारत अपने प्रभाव पर थोड़ा ज्यादा इस्तेमाल करेगा और म्यांमार पर शरणार्थियों को वापस लेने का दबाव बनाएगा. हमें इस बात का भरोसा भी चाहिए कि रोहिंग्या के वापस लौटने के बाद उनके साथ वहां कोई अत्याचार नहीं होगा. शेख हसीना ने कहा, शरणार्थी कैंपों में रोहिंग्या निराश- परेशान हो रहे हैं. उनकी इस परेशानी का फायदा कई ताकतें अपने निहित स्वार्थ के लिए करने की कोशिश करती हैं. उन्हें बरगलाने की कोशिश की जाती है जोकि भारत और बांग्लादेश दोनों के हित में नहीं है. शेख हसीना ने कहा कि हमने रोहिंग्या शरणार्थियों को जगह दी जबकि भारत समेत तमाम दूसरे देशों ने उनके घुसने पर पाबंदी लगा रखी थी. हमने उनके लिए हरसंभव कदम उठाए, एक डेटाबेस बनाया, उनको पहचान पत्र दिया. उनकी तस्वीर के साथ हमने डेटाबेस बनाया. शरणार्थियों की तादाद 1000000 से ज्यादा है और उनके लिए हमेशा सहायता संभव नहीं. हर दिन वहां बच्चे पैदा हो रहे हैं. बरसात का महीना आने वाला है ऐसे में उनकी तकलीफ और बढ़ेगी इसलिए उनकी जल्द से जल्द वापसी का रास्ता खोला जाए. म्यांमार की सीमा से लगने वाले हर देश का यह कर्तव्य है कि वह म्यांमार पर रोहिंग्या समस्या के समाधान को कहें. भारत के अलावा चीन लाओस और थाईलैंड जैसे देशों की सीमा म्यांमार से लगती है लेकिन रोहिंग्याओं का पलायन बांग्लादेश में नहीं हुआ. बांग्लादेश में यथाशक्ति रोहिंग्याओं के मदद की कोशिश की लेकिन एक सीमा के आगे यह संभव नहीं है. बांग्लादेश ने 8000 शरणार्थियों की लिस्ट उन्हें सौंपी है जिनकी वापसी होनी है लेकिन बांग्लादेश यह भी चाहता है कि जल्द से जल्द शरणार्थियों को वापस ले ले. बंदूक नियंत्रण कानून को सख्त बनाए जाने की मांग को लेकर व्हाइट हाउस के बाहर छात्रों का धरना 20 February 2018 नई दिल्ली: व्हाइट हाउस के बाहर किशोर छात्रों और हजारों की संख्या में मौजूद समर्थकों ने सोमवार को 'प्रेजिडेंट डे' के अवसर पर बंदूक नियंत्रण कानून को सख्त बनाए जाने की मांग को लेकर धरना दिया. सीएनएन के मुताबिक, 'टीन्स फॉर गन रिफॉर्म' नामक समूह के प्रदर्शन के दौरान 17 प्रदर्शनकारी यह दिखाने के लिए सांकेतिक रूप से तीन मिनट तक जमीन पर लेटे रहे कि फ्लोरिडा के मारजोरी स्टोनमैन डगलस हाईस्कूल में स्कूल के ही पूर्व छात्र निकोलस क्रूज ने गोलीबारी कर 17 लोगों को मौत के घाट उतारते में कितना समय लगा था. इस विरोध प्रदर्शन के आयोजक छात्र एलेनोर नुएक्टरलेन और व्हाइटनी बोवेन ने सोमवार को जारी बयान में कहा, "पिछले सप्ताह फ्लोरिडा के स्कूल में हुई गोलीबारी के पीड़ितों के प्रति एकजुटता दिखाते हुए हमने इस विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया." उन्होंने कहा, "हम अपनी राष्ट्रीय और राजकीय विधायिकाओं से जिम्मेदार ढंग से कदम उठाने और इस तरह की घटनाओं पर लगाम लगाने का आह्वान करते हैं। यह जरूरी है कि हम सभी अपनी कक्षाओं में सुरक्षित महसूस करें." शुरुआत में उन्हें उम्मीद थी कि उनके सिर्फ करीबी 17 दोस्त ही इस प्रदर्शन में शामिल होंगे लेकिन इसकी खबर सोशल मीडिया पर फैलते ही सैकड़ों समर्थक जुट गए. सीएनएन के मुताबिक, वर्जीनिया से डेमोक्रेटिक सीनेटर बंदूक नियंत्रण के समर्थक डॉन बेयेर ने भी इस प्रदर्शन में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा, "मुझे उन पर बहुत गर्व हुआ। ठंड थी, अवकाश का दिन था लेकिन वे पूरी तरह से सक्रिय थे तकनीकी गड़बड़ी की वजह से केबल कारों के भीतर 80 लोग चार घंटे तक लटके रहे हवा में 19 February 2018 नई दिल्ली: मलेशिया के लैंगकावी में तकनीकी गड़बड़ी की वजह से केबल कारों के भीतर कम से कम 80 लोग चार घंटे तक फंसे हवा में लटके रहे. लैंगकावी विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अजिजान नूरडीन ने कहा कि लगभग चार घंटे तक केबल कारों में फंसे रहने के बाद 89 पर्यटकों को बाहर निकाला गया. समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, तकनीशियनों को गड़बड़ी दुरुस्त करने के लिए भेजा गया था. स्थानीय अग्निशमन एवं बचाव विभाग ने इससे पहले जारी एक बयान में कहा था कि बचावकर्मियों को शाम को सतर्क करने के बाद घटनास्थल पर भेजा गया है. शुरुआत में हवा में लटके लोगों के अलावा ऊपरी स्टेशन पर फंसे लोगों को मिलाकर कुल 800 लोगों के फंसे होने की जानकारी मिली थी. गौरतलब है कि बीते साल जम्मू एवं कश्मीर के गुलमर्ग में गंडोला केबल कार सेवा में हुए हादसे में दिल्ली के एक परिवार के चार सदस्यों सहित सात लोगों की मौत हो गई थी. रोपवे परियोजना का इस तरह का यह पहला हादसा था, जो जम्मू एवं कश्मीर सरकार तथा फ्रांस की एक कंपनी का संयुक्त उपक्रम है. गुलमर्ग आने वाले पर्यटकों के बीच यह खासा मशहूर है. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री ने मंत्रियों और कर्मचारियों के बीच यौन संबंधों पर प्रतिबंध लगाया 16 February 2018 कैनबरा: ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैलकम टर्नबुल ने गुरुवार को मंत्रियों और कर्मचारियों के बीच यौन संबंधों पर प्रतिबंध की घोषणा की. यह कदम उपप्रधानमंत्री के एक सेक्स स्कैंडल में शामिल के होने के खुलासे के बाद उठाया गया है. इस वाकये ने देश को हिलाकर रख दिया. रिपोर्ट्स के मुताबिक, टर्नबुल ने बारनेबी जॉयस की उनकी मीडिया सलाहकार विक्की कैंपियन के साथ प्रेम संबंधों पर चौंकाने वाले फैसले की निंदा की। विक्की के साथ वह एक बच्चे की उम्मीद कर रहे हैं. प्रधानमंत्री ने कहा, "मैंने आज मानकों में एक बहुत ही स्पष्ट और सुगम प्रावधान जोड़ा है कि मंत्री चाहे वे शादीशुदा हैं या अकेले, कर्मचारियों के साथ यौन संबंधों में संलग्न नहीं होंगे. अगर वह ऐसा करते हैं तो यह मानकों का उल्लंघन होगा." मंत्री द्वारा मानकों का उल्लंघन की जांच के दौरान जॉयस ने सोमवार से अनुपस्थिति की छुट्टी ले ली है. टर्नबुल ने इससे पहले संसद को बताया कि जॉयस अगले सप्ताह से कार्यकारी नेता का पद नहीं संभालेंगे. दरअसल, प्रधानमंत्री अगले सप्ताह अमेरिकी जाने वाले हैं. इस सेक्स स्कैंडल के सामने आने के बाद पिछले बुधवार से आस्ट्रेलिया की राजनीति में हाहाकर मच गया है. पिछले सप्ताह जॉयस और उनकी मीडिया सलाहकार विक्की कैंपयिन के प्रेम संबंध सार्वजनिक हो गए थे दक्षिण अफ्रिकी राष्ट्रपति जैकब जुमा ने भ्रष्टाचार के आरोप के बाद दिया इस्तीफा 15 February 2018 नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रिकी राष्ट्रपति जैकब जुमा ने बुधवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देने से पहले जुमा ने टेलीविजन के माध्यम से देश के नाम एक संबोधन दिया. इस संबोधन में ही उन्होंने इस्तीफा देने की घोषणा की. माना जा रहा है कि जुमा ने उप राष्ट्रपति सायरिल रमाफोसा के लिए पद छोड़ने के बढ़ते दबाव की वजह से इस्तीफा दिया है.गौरतलब है कि 75 वर्षीय जुमा वर्ष 2009 से सत्ता पर काबिज थे. सत्ता में रहते हुए उन पर भ्रष्टाचार के कई आरोप लगे. बताया जा रहा है कि अपने ऊपर लगे इन आरोपों की वजह से भी उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है. इस्तीफा देने से पहले जुमा ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए काफी लंबा भाषण दिया. अपने भाषण में उन्होंने कहा कि एएनसी जिस प्रकार से उनके साथ व्यवहार कर रही है, उससे वह काफी आहत हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जुमा ने अपने भाषण में कहा कि उन्हें अविश्वास प्रस्ताव का कोई डर नहीं है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैंने अपनी पूरी क्षमता के साथ दक्षिण अफ्रीका के लोगों की सेवा की है. एएनसी में हिंसा और फूट ने मुझे पद छोड़ने पर मजबूर किया है. उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि मेरे कारण किसी की जान जाए और एएनसी में फूट पड़े. इसलिए मैंने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है. अमेरिका के खुफिया प्रमुख ने कहा, भारत में हमले जारी रखेंगे पाक समर्थित आतंकी 14 February 2018 वाशिंगटन : अमेरिका के खुफिया प्रमुख ने चेतावनी दी कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी समूह भारत के भीतर हमले जारी रखेंगे और ऐसे में दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ने का खतरा है राष्ट्रीय खुफिया के निदेशक डैन कोट्स का यह बयान उस वक्त आया है जब कुछ दिनों में पहले जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने सुंजवान में सैन्य शिविर पर हमला किया था, जिसमें छह सैनिकों सहित सात लोगों की मौत हो गई थी. कोट्स ने सीनेट की प्रवर समिति के समक्ष सुनवाई में कहा, ‘‘इस्लामाबाद समर्थित आतंकी समूह भारत और अफगानिस्तान में हमले की योजना बनाने और हमले करने के लिए पाकिस्तान में अपनी सुरक्षित पनाहगाह का लाभ उठाना जारी रखेंगे.’’ पाकिस्तान के किसी आतंकी संगठन का नाम लिए बगैर कोट्स ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के आसार हैं. वहींं अमेरिकी खुफिया प्रमुख ने आगाह किया कि छोटी दूरी के हथियारों सहित पाकिस्तान नये तरह के परमाणु हथियारों का विकास कर रहा है. नेशनल इंटेलीजेंस के निदेशक डैन कोट्स ने शनिवार को जम्मू में सुंजवां सैन्य शिविर पर हुए पाकिस्तानी आतंकियों के एक समूह के हमले के कुछ दिन बाद यह टिप्पणी की. कोट्स ने खुफिया मामलों से जुड़ी सीनेट की प्रवर समिति द्वारा विश्वव्यापी खतरों के विषय पर आयोजित की गयी सुनवाई के दौरान सांसदों से कहा कि पाकिस्तान छोटी दूरी के रणनीतिक हथियारों सहित नये तरह के परमाणु हथियारों का विकास कर रहा है. उन्होंने आगाह किया कि पाकिस्तान ने परमाणु हथियारों का निर्माण एवं छोटी दूरी के रणनीतिक हथियारों सहित नये तरह के परमाणु हथियारों, समुद्र आधारित क्रूज मिसाइलों, हवा में छोड़े जाने वाले क्रूज मिसाइल और लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल का विकास करना जारी रखा है. संदिग्ध लिफाफा खोलने के बाद ट्रंप की बहू अस्पताल में भर्ती, अंदर था सफेद पाउडर 13 February 2018 नई दिल्ली: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बहू वेनेसा ट्रंप को एक संदिग्ध लिफाफा खोलने के बाद सफेद पाउडर के संपर्क में आने से सोमवार को एहतियातन अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वेनेसा राष्ट्रपति ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर की पत्नी हैं. न्यूयॉर्क पुलिस विभाग के सार्वजनिक सूचना विभाग के उपायुक्त सार्जेट ली जोन्स ने सिन्हुआ को बताया कि वेनेसा ट्रंप को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उन्होंने अपने न्यूयॉर्क स्थित आवास पर ट्रंप जूनियर के लिए आए एक संदिग्ध लिफाफे को खोला था. जोन्स ने कहा कि वेनेसा पाउडर से कोई खास तौर पर प्रभावित प्रतीत नहीं हो रही थीं. स्थानीय मीडिया के अनुसार पुलिस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है. सफेद पाउडर हानिकारक नहीं होना चाहिए, इसे जांच के लिए लैब भेजा गया है. किन सूत्रों के अनुसार यह कार्नस्ट्रार्ट यानी मक्के के आटे जैसा कुछ था. गौरतलब है कि संदिग्ध लिफाफा खोलने के बाद वेनिसा ने खांसना शुरू कर दिया. उनका जी मचलाने लगा था, जिसके बाद उन्होंने 911 पर फोन किया बता दें, डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर और वेनेसा की शादी 2005 में हुई थी. दोनों के 5 बच्चे हैं. शादी से पहले वेनेसा मॉडलिंग किया करती थीं. घटना के बाद डोनाल्ड टम्प जूनियर ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी- ''शुक्र है आज सुबह हुई डरावनी घटना के बाद वेनेसा और मेरे बच्चे सुरक्षित हैं सीरिया में पकड़े गए विदेशी लड़ाकों पर मुकदमा उनके अपने ही देश में चले : अमेरिका 12 February 2018 नई दिल्ली: अमेरिका ने अपने सहयोगी देशों से अनुरोध किया है कि वह सीरिया में अमेरिकी समर्थन वाले सीरियाई लोकतांत्रिक बल द्वारा बड़ी संख्या में पकड़े जा रहे युद्धबंदियों से निपटने में मदद करें. अमेरिका चाहता है कि इन सभी बंदियों के खिलाफ उनके देश में मुकदमा चलना चाहिए. अमेरिका के रक्षा मंत्री जिम मैटिस संभवत: इस सप्ताह रोम में होने वाली बैठक में यह मुद्दा उठाएंगे. गौरतलब है कि इराक और सीरिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के खिलाफ लड़ रहे देशों के गठबंधन की यहां बैठक होने वाली है. सीरियाई लोकतांत्रिक बल ने मौजूदा वक्त में आईएस के हजारों सदस्यों को बंदी बनाया हुआ है, जिनमें सैकड़ों विदेशी लड़ाके हैं. सीरियाई लोकतांत्रिक बल द्वारा हाल ही में आईएस के बीटल्स शाखा के दो ब्रिटिश सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद यह मुद्दा और महत्वपूर्ण बन गया है. बीटल्स बंधकों का गला काटने के लिए कुख्यात है अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इन दोनों को क्यूबा स्थित गुआन्तानामो जेल में डालना कोई विकल्प नहीं है. वहीं ब्रिटेन के नेताओं का कहना है कि वह दोनों को अपने देश वापस नहीं लाना चाहते संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कोरियाई नेता किम योंग नैम से की मुलाकात 10 February 2018 संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने उत्तर कोरियाई संसद के अध्यक्ष किम योंग नैम से दक्षिण कोरिया में मुलाकात की. संयुक्त राष्ट्र के उपप्रवक्ता फरहान हक ने न्यूयॉर्क में यूएन मुख्यालय में संवाददाताओं को बताया कि गुटेरेस ने दक्षिण कोरिया के प्योंगचांग में शीतकालीन ओलम्पिक के उद्घाटन समारोह से इतर किम से मुलाकात की. हक ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र ने कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण करने के लिए सभी पक्षों के बीच संवाद की उम्मीद जताई. हालांकि, हक ने इस मुलाकात के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पीएम नरेंद्र मोदी ने की मालदीव के हालात पर बातचीत 9 February 2018 वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फोन पर बातचीत के दौरान मालदीव के राजनीतिक हालात पर चिंता जतायी. व्हाइट हाउस ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच अफगानिस्तान की स्थिति और हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ाने पर भी चर्चा हुई. इस साल ट्रंप और मोदी के बीच फोन पर हुई पहली बातचीत के बारे में व्हाइट हाउस ने कहा, ‘‘दोनों नेताओं ने मालदीव में राजनीतिक संकट पर चिंता जतायी और लोकतांत्रिक संस्थाओं तथा विधि के शासन का सम्मान करने के महत्व पर जोर दिया.’’ मालदीव की सुप्रीम कोर्ट द्वारा पिछले गुरुवार को विपक्ष के नौ हाई-प्रोफाइल राजनीतिक बंदियों को रिहा करने और उनके खिलाफ चलाये गए मुकदमों को राजनीति से प्रेरित बताये जाने के बाद से ही देश में राजनीतिक संकट के बादल छा गये थे. घटना के बाद मालदीव के राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश को मानने से इनकार कर दिया, जिसके कारण पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गये. राष्ट्रपति ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी जिसके कुछ ही घंटों बाद सुप्रीम कोर्ट के प्रधान न्यायाधीश अब्दुल्ला सईद और एक अन्य न्यायाधीश अली हमीद को गिरफ्तार कर लिया गया व्हाइट हाउस ने बताया कि दोनों नेताओं ने हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और समृद्धि बढ़ाने पर भी बातचीत की. मोदी और टूंप ने म्यामां और रोहिंग्या शरणार्थियों की समस्याओं को हल करने पर भी बातचीत की बांग्लादेश की पूर्व पीएम खालिदा जिया को भ्रष्टाचार के मामले में 5 साल की कैद, नहीं लड़ सकेंगी चुनाव 8 February 2018 ढाका : बांग्लादेश की एक विशेष अदालत ने वहां की विपक्ष की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को घोटाले के एक मामले में 5 साल की जेल की सज़ा सुनाई है. इस सज़ा के बाद अब खालिदा ज़िया दिसंबर में होने वाले चुनाव नहीं लड़ सकेंगी. यह घोटाला 252 हज़ार यूएस डॉलर का है जो एक अनाथालय- ज़िया ऑरफेनेज ट्रस्ट के लिए विदेशों से भेजा गया था इसी मामले में उनके बेटे तारिक रहमान और 4 और लोगों को 10 साल की सज़ा सुनाई गई है. इससे पहले नवंबर 2014 में बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अपील को खारिज कर मामले को निचली अदालत में सुने जाने का आदेश दिया था. आरोप था कि जो ट्रस्ट ये चला रही थीं वो महज़ कागजों पर था और लाखों का घोटाला हुआ. अब अदालत ने उनको दोषी पाया है और पांच साल की सज़ा हुई है. आरोप था कि जब जिया 2001-2006 की बीएनपी सरकार के दौरान प्रधानमंत्री थीं तब इन दोनों संगठनों के नाम पर बड़ी मात्रा में धन की हेराफेरी की गई थी. सज़ा सुनाए जाने के दिन ढाका में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई थी. किसी भी विरोध प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई थी. मालदीव में इमरजेंसी: पूर्व राष्ट्रपति ने कहा- भारत को दूत और सेना भेजनी चाहिए 7 February 2018 माली : भारत के पड़ोसी देश मालदीव में 15 दिनों की इमरजेंसी लगी है. मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने इस मामले में भारत से दखल की मांग की है. नशीद ने कहा है कि ऐसे हालात में भारत को मालदीव में दूत और सेना भेजनी चाहिए. हालांकि भारत ने कहा है कि वह मालदीव के हालात से चिंतित है लेकिन भारत ने सेना भेजने के बारे में कुछ नहीं कहा है. वहीं मालदीव की सुप्रीम कोर्ट ने नौ राजनीतिक कैदियों को रिहा करने के अपने आदेश को वापस ले लिया है. इन राजनैतिक बंदियों में पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद का भी नाम था. सुप्रीम कोर्ट के 3 जजों ने कहा है कि उन्होंने ऐसा राष्ट्रपति के कहने पर किया है. 1 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट के 5 जजों ने पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद समेत कुछ नेताओं के ख़िलाफ़ मामले खत्म कर दिए थे. नशीद पर आतंकवाद से जुड़ा मामला चलाया गया था, जिसे वह राजनीति से प्रेरित बताते हैं. इमरजेंसी के साथ ही मालदीव में सुप्रीम कोर्ट के 5 में से 2 जजों को भी गिरफ़्तार कर लिया गया. गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधीश अब्दुल्ला सईद और एक अन्य न्यायाधीश अली हमीद को कल राष्ट्रपति की ओर से आपातकाल की घोषणा किए जाने के कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया. उनके खिलाफ किसी जांच या किसी आरोप की जानकारी भी नहीं दी गई. देर रात हुए घटनाक्रम के तहत शेष तीन जजों वाली सुप्रीम कोर्ट ने नौ हाईप्रोफाइल राजनीतिक कैदियों के रिहाई के आदेश को वापस ले लिया. जजों ने एक बयान में कहा कि वे राष्ट्रपति द्वारा उठाई गई चिंताओं के मद्देनजर कैदियों की रिहाई के आदेश को वापस ले रहे है विपक्ष का समर्थन कर रहे पूर्व राष्ट्रपति मौमून अब्दुल गयूम को भी उनके आवास पर हिरासत में ले लिया गया. इससे पूर्व राष्ट्रपति यामीन ने न्यायाधीशों पर आरोप लगाया कि वह उन्हें अपदस्थ करने की साजिश रच रहे थे और इस साजिश की जांच करने के लिए ही आपातकाल लगाया गया. दुबई फिर से दुनिया का सबसे व्यस्त अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा 5 February 2018 दुबई: दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे ने कहा है कि वर्ष 2017 में करीब 8.82 करोड़ यात्रियों के आवागमन के साथ उसने अंतरराष्ट्रीय यात्रा के लिये दुनिया के सबसे व्यस्त हवाईअड्डा का अपना पहला स्थान बरकरार रखा है. हवाईअड्डा ने आज जारी एक बयान में इस आंकड़े की जानकारी दी. वर्ष 2016 में हवाईअड्डे पर 8.36 करोड़ यात्रियों ने आवागमन किया था. दुबई हवाईअड्डा के सीईओ पॉल ग्रिफिथ्स ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वर्ष 2018 में यात्रियों के आवागमन का यह आंकड़ा 9.03 करोड़ को छू सकता है. दुबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा सबसे पहले वर्ष 2014 में लंदन के हीथ्रो हवाईअड्डा को पीछे छोड़कर अंतरराष्ट्रीय यातायात के मामले में दुनिया का सबसे व्यस्त हवाईअड्डा बना था. अमेरिका चाहता है कि आतंकवादियों के पनाहगाह के खिलाफ पाकिस्तान करे कार्रवाई : अधिकारी 3 February 2018 वाशिंगटन: अमेरिका ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान से अपनी सरजमीन पर स्थित आतंकवादियों की पनाहगाह के खिलाफ कार्रवाई करने की उम्मीद करता है. हाल में अफगानिस्तान की यात्रा से लौटे अमेरिका के विदेश उपमंत्री जॉन जे. सुलिवन ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान से यह भी उम्मीद करता है कि वह क्षेत्र में स्थायी शांति बनाने में योगदान देगा. सुलिवन ने अफगानिस्तान से वापस आने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘अफगान नेतृत्व के साथ वार्ता के दौरान मैंने निश्चित ही इस विषय पर बात की.’ सुलिवन ने कहा, ‘हमने पाकिस्तान सरकार को अपनी इस उम्मीद के बारे में यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पाकिस्तान में स्थित पनाहगाह में मौजूद आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करे ताकि अफगानिस्तान में हिंसा का खतरा और दबाव कम हो सके.’ सुलिवन ने कहा कि अफगानिस्तान की उनकी यात्रा में उन्हें देश के साथ अपनी साझीदारी को मजबूत करने की अमेरिका की प्रतिबद्धता को फिर से पुष्ट करने का अवसर मिला. उन्होंने इस बात पर अफसोस जताया कि इस चरण पर हर किसी के शांति चाहने के बावजूद तालिबान वार्ता की मेज पर आने का इच्छुक प्रतीत नहीं होता. सुलिवन ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान के नेताओं के साथ सुरक्षा सहयोग और समय से, विश्वनीय एवं समावेशी संसदीय एवं राष्ट्रपति चुनाव कराने की महत्ता पर चर्चा की. पेंटागन की मुख्य प्रवक्ता डाना व्हाइट ने भी कहा कि नई दक्षिण एशियाई रणनीति के तहत पाकिस्तान के पास आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साझीदार बनने का अवसर है. उन्होंने कहा, ‘वह (पाकिस्तान) आतंकवाद से पीड़ित रहा है और उसने आतंकवाद को सहयोग दिया है. हम चाहते हैं कि वह आतंकवाद का मुकाबला करने में सक्रिय भूमिका निभाए म्यांमार की नेता आंग सान सू ची के झील किनारे स्थित विला पर पेट्रोल बम हमला 2 February 2018 यांगून: म्यांमार की नेता आंग सान सू ची के यांगून में झील के किनारे स्थित परिसर में एक व्यक्ति ने पेट्रोल बम फेंका. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. नेशनल लीग फार डेमोक्रेसी (एनएलडी) के एक अधिकारी ने फेसबुक पर पोस्ट किया कि हमले के कारण मामूली नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा, ‘हमले में कुछ भी नष्ट नहीं हुआ है। हमारे सम्मानित सुरक्षा बल अपना काम कर रहे है और वे दोषी को गिरफ्तार कर सकते है.’ सरकारी प्रवक्ता जॉ हतै ने इस हमले की पुष्टि की. हालांकि उन्होंने हमले के संभावित उद्देश्य के बारे में नहीं बताया. उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर एक संदिग्ध की फोटो जारी की है जिसमें वह गुलाबी टी-शर्ट और नीली लुंगी पहने हुए है. हमले के समय सू ची म्यामां की राजधानी में थी जहां उन्होंने एनएलडी सरकार के सत्ता में आने के दो वर्ष पूरे होने के मौके पर संसद को संबोधित किया. म्यांमार में लोकतंत्र का झंडा बुलंद करने वाली नेता सू ची ने इस घटना पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. जापान के वृद्धाश्रम में आग लगने से 11 की मौत 1 February 2018 टोक्यो: जापान के एक वृद्धाश्रम में आग लगने से 11 लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन घायल हो गए. समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, जापान प्रशासन होक्काइदो के सापोरो स्थित वृद्धाश्रम में आग लगने के कारणों की जांच कर रहा है. एक शख्स ने वृद्धाश्रम से धुंआ उठते देखा और तुरंत आपातकाल सेवा को सूचित कर दिया, जिसके बाद 40 से अधिक दमकल वाहन, एंबुलेंस और पुलिस कारें घटनास्थल पर पहुंची. जिस समय यह आग लगी, उस समय केंद्र में 16 लोग थे, जो इसकी अधिकतम क्षमता है. इस घटना में मारे गए आठ पुरूषों और तीन महिलाओं की पहचान नहीं हो सकी है. इसके अलावा पांच को जीवित बचा लिया गया लेकिन 50 से 80 वर्ष के बीच के तीन पुरूष घायल हो गए. हालांकि, इनकी हालत गंभीर नहीं है और इन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है अमेरिका में मारे गए भारतीय इंजीनियर की पत्नी ट्रंप के यूनियन ऐड्रेस में बनीं मेहमान 31 January 2018 नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कांग्रेस में अपना पहला ‘स्टेट ऑफ द यूनियन ऐड्रेस’ दिया और इस मौके पर मौजूद रहने वाले मेहमानों में दिवंगत भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की पत्नी सुनैना दुमाला भी शामिल हुईं. ‘स्टेट ऑफ द यूनियन ऐड्रेस’ अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से हर साल दिया जाने वाला पारंपरिक संबोधन है. राष्ट्रपति कांग्रेस के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हैं और इसमें देश के हालात के बारे में विचार रखते हैं. ट्रंप ने आज अपने संबोधन में टैक्स से लेकर बेरोजगारी आदि मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं. बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कल कहा कि वह अपने इस संबोधन के दौरान मुख्य रूप से व्यापार और आव्रजन पर ध्यान केंद्रित करेंगे. ट्रंप ने कहा, ‘‘ यह एक बड़ा संबोधन, महत्वपूर्ण संबोधन है. हमने कड़ी मेहनत की है. बाजार और कर में कटौती के तौर पर हमारी बड़ी सफलताएं हैं.’’ व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने संवाददाताओं से कहा कि इस संबोधन का विषय सुरक्षित, मजबूत और गौरवशाली अमेरिका का निर्माण है डेमोक्रेटिक पार्टी के कई सांसदों ने कहा है कि ट्रंप की ओर से कुछ समुदायों और देशों के बारे की गई टिप्पणियों के विरोध में वे इस संबोधन में भाग नहीं लेंगे. अमेरिका में नस्ली घृणा का शिकार बने भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की पत्नी सुनैना भी मेहमानों की सूची में शामिल हैं. पिछले साल ओलाठे शहर में श्रीनिवास की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.कांग्रेस सदस्य केविन योदर ने सुनैना को आमंत्रित किया है. अमेरिका में मारे गए भारतीय इंजीनियर की पत्नी ट्रंप के यूनियन ऐड्रेस में बनीं मेहमान 31 January 2018 नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आज कांग्रेस में अपना पहला ‘स्टेट ऑफ द यूनियन ऐड्रेस’ दिया और इस मौके पर मौजूद रहने वाले मेहमानों में दिवंगत भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की पत्नी सुनैना दुमाला भी शामिल हुईं. ‘स्टेट ऑफ द यूनियन ऐड्रेस’ अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से हर साल दिया जाने वाला पारंपरिक संबोधन है. राष्ट्रपति कांग्रेस के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हैं और इसमें देश के हालात के बारे में विचार रखते हैं. ट्रंप ने आज अपने संबोधन में टैक्स से लेकर बेरोजगारी आदि मुद्दों पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि अमेरिका ने कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं. बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कल कहा कि वह अपने इस संबोधन के दौरान मुख्य रूप से व्यापार और आव्रजन पर ध्यान केंद्रित करेंगे. ट्रंप ने कहा, ‘‘ यह एक बड़ा संबोधन, महत्वपूर्ण संबोधन है. हमने कड़ी मेहनत की है. बाजार और कर में कटौती के तौर पर हमारी बड़ी सफलताएं हैं.’’ व्हाइट हाउस की प्रवक्ता सारा सैंडर्स ने संवाददाताओं से कहा कि इस संबोधन का विषय सुरक्षित, मजबूत और गौरवशाली अमेरिका का निर्माण है डेमोक्रेटिक पार्टी के कई सांसदों ने कहा है कि ट्रंप की ओर से कुछ समुदायों और देशों के बारे की गई टिप्पणियों के विरोध में वे इस संबोधन में भाग नहीं लेंगे. अमेरिका में नस्ली घृणा का शिकार बने भारतीय इंजीनियर श्रीनिवास कुचिभोटला की पत्नी सुनैना भी मेहमानों की सूची में शामिल हैं. पिछले साल ओलाठे शहर में श्रीनिवास की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.कांग्रेस सदस्य केविन योदर ने सुनैना को आमंत्रित किया है. चीन की 'चालबाजी' फिर शुरू, कहा-डोकलाम हमारा, इलाके में निर्माण कार्य जारी 30 January 2018 बीजिंग: पिछले साल 73 दिनों के गतिरोध के बाद सुलझे डोकलाम विवाद को लेकर चीन की 'चालबाजी' फिर शुरू हो गई है. चीन ने फिर दावा किया है कि डोकलाम चीन का हिस्सा है और वह वहां पर निर्माण कार्य भी करा रहा है. चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि डोकलाम चीनी भूभाग है और चीन उस इलाके में अपने प्रतिष्ठान बना रहा है. भूटान यहां अपनी संप्रभुता का दावा करता है. इसके साथ ही चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत और चीन को डोकलाम समेत अपने सीमा विवाद को 'शांतिपूर्ण तरीके' से देखना चाहिए और मौजूदा तंत्र के जरिये उन्हें सुलझाना चाहिए. चीनी 'दैनिक ग्लोबल टाइम्स' में छपे चीन में भारतीय राजदूत गौतम बंबावले के एक इंटरव्यू पर प्रतिक्रिया देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चूनयिंग ने कहा कि मौजूदा तंत्र के जरिये मतभेदों को हल किया जा सकता है. भारतीय राजदूत ने अपने इंटरव्यू में कहा था कि 3,488 किलोमीटर की सीमा के संवेदनशील क्षेत्रों में यथास्थिति में बदलाव नहीं किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, 'निश्चित रूप से हमने यह नोट किया कि राजदूत ने इस मुद्दे के संदर्भ में बयान दिया है.' उन्होंने कहा, 'मुझे कहना चाहिए कि दोनों देशों को सीमा मुद्दों को शांतिपूर्ण तरीके से देखना चाहिये और सीमा-संबंधी मौजूदा तंत्रों के जरिये इनका समाधान करना चाहिए. इससे हम हमारे मतभेदों के उचित समाधान के लिए स्थितियां और सक्षम माहौल बना सकें.' सीमा पर तनाव को लेकर चर्चा करने के लिए व्यवस्था के अलावा भारत और चीन में सीमा विवाद को लेकर मतभेद के समाधान के लिए विशेष प्रतिनिधि स्तर की सीमा वार्ता का तंत्र भी मौजूद है. एक नई उपग्रह तस्वीर में दिख रही दोनों तरफ की मोर्चेबंदी को लेकर पूछे गए सवाल पर हुआ ने जोर देकर कहा कि डोकलाम चीनी भूभाग है और चीन उस इलाके में अपने प्रतिष्ठान बना रहा है. भूटान यहां अपनी संप्रभुता का दावा करता है उन्होंने 1890 में ब्रिटेन और चीन के बीच हुई संधि का संदर्भ देते हुए कहा, 'चीन-भारत सीमा का सिक्किम क्षेत्र इस ऐतिहासिक संधि से सीमांकित है और यह चीन के न्यायक्षेत्र में आती है.' हुआ ने कहा, 'चीन ने हमेशा डोंगलांग (डोकलाम) समेत अपने सीमावर्ती इलाकों में संप्रभुता को कायम रखा है.' उपग्रह की तस्वीरों के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं जोर देकर कहना चाहूंगी कि यह (इलाका) चीन की संप्रभुता में आता है, जिसमें हम डोंगलांग इलाके में प्रतिष्ठानों का निर्माण कर रहे हैं.' उन्होंने कहा, 'कुछ भारतीय मीडिया में इलाके में सैन्य जमाव और आधारभूत संरचनाओं के निर्माण को लेकर खबरें आई हैं. वे इस बारे में काफी उत्साहित हैं अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत, हमलावर घायल 29 January 2018 नई दिल्ली: अमेरिका के पेंसिल्वेनिया में हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने बताया कि यह गोलीबारी पिट्सबर्ग से लगभग 80 किलोमीटर दक्षिणपूर्व में मेल्क्रॉफ्ट में 'एड्स कार वॉश' में हुई. पुलिस ने शुरुआत में कहा कि पांच लोगों की मौत हुई है लेकिन बाद में स्पष्ट किया गया कि संदिग्ध हमलावर भी गंभीर रूप से घायल हुआ है और वह स्थानीय अस्पताल में भर्ती है. इस घटना के दौरान एक पिकअप ट्रक पीछे छिपी महिला को भी मामूली चोटें आई हैं. हमलावर के पास कथित तौर पर एआर-15 सेमी ऑटोमैटिक राइफल, 9एमएम हैंडगन और एक 308 राइफल थी। इसके साथ ही उसके पास इन हथियारों के लिए कई मैगजीन थी. हमलावर की उम्र 28 साल है. यह गोलीबारी एक घरेलू विवाद की वजह से हुई. गौरतलब है कि पिछले कुछ सालों में अमेरिका के कई शहरों में इस तरह की घटनाएं बढ़ी हैं. इन घटनाओं को रोकने के लिए वहां पर लाइसेंसी हथियार देने की योजना को खत्म करने का भी विचार हो रहा है. अमेरिका में हथियार रखने का शौक काफी है और ऐसी घटनाओं में कई बार लोग गुस्से की वजह से इन हथियारों के इस्तेमाल कर देते हैं. बीते साल दिसंबर में ही अमेरिका के शिकागो में भारतीय छात्र के साथ गोलीबारी का मामला सामने आया था. हैदराबाद का रहने वाला मोहम्मद अकबर शिकागो में पढ़ाई कर रहा था. अकबर के पिता ने बताया कि वह वहां एक अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत गंभीर है. उन्होंने बताया कि अकबर को उस समय गोली मारी गई जब वह पार्किंग में अपनी कार के पास टहल रहा था. गोली लगने के बाद उसे गंभीर हालत में एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में जबरदस्त बम ब्लास्ट, 40 लोगों की मौत, 140 घायल 27 January 2018 काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल शनिवार को एक जबरदस्त बम ब्लास्ट से दहल उठी. जर्बदस्त विस्फोट में कम से कम 40 लोगों के मारे जाने की खबर है जबकि 140 से ज्यादा लोग घायल हुए है जिनमें कई की हालत गंभीर है. मरनेवालों की संख्या बढ़ सकती है. अधिकारियों की मानें तो काबुल में विदेशी दूतावास और सरकारी इमारतों के पास एक एंबुलेंस में बम छुपाया गया था, वहीं पर ये भयानक विस्फोट हुआ. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विस्फोट जम्हूरियत अस्पताल के सामने दोपहर लगभग 12.50 बजे हुआ, जहां कई सरकारी कार्यालय और विदेसी दूतावास स्थित हैं. बताया जा रहा है कि इलाके में भयानक विस्फोट सुनाई दिया, जो सिदारत स्क्वेयर से कुछ मीटर दूर है. फिलहाल, पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. चश्मदीदों के अनुसार अस्पताल के परिसर की खिड़कियां चटक गईं. कथित रूप से इस विस्फोट की जो ऑनलाइन तस्वीर डाली गयी है उसमें धुएं का गुबार उठता हुआ नजर आ रहा है. इस विस्फोट की जिम्मेदारी तालीबान ने ली है. बता दें कि इससे पहले काबुल में इंटरकांटिनेंटल होटल पर हमले की जिम्मेदारी भी तालीबान ने ही ली थी, जिसमें 20 से ज्यादा लोग मारे गए थे. HC ने हाफिज सईद की गिरफ्तारी पर रोक लगाई; आतंकी सरगना ने खुद को बताया सोशल वर्कर 25 January 2018 लाहौर/नई दिल्ली. लाहौर हाईकोर्ट ने मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की संभावित गिरफ्तारी पर रोक लगा दी है। सईद ने मंगलवार को एक अर्जी दायर कर कहा था कि यूएन की एक जांच टीम इस हफ्ते पाकिस्तान आ रही है और सरकार भारत-अमेरिका के दबाव की वजह से उसे गिरफ्तार कर सकती है। सईद ने अपनी अर्जी में कहा था कि वो 142 स्कूल और 3 यूनिवर्सिटीज चलाता है। सोशल वेलफेयर के काम की वजह से उसकी गिरफ्तारी गलत होगी। यूएन टीम इस बात की जांच करेगी कि पाकिस्तान सरकार ने सईद और उसके संगठनों पर लगी बंदिशों पर कितना और किस तरह अमल किया है लंबे वक्त से पब्लिक वेलफेयर के लिए काम किया - सईद की तरफ से उसके वकील एके. डोगर ने मंगलवार को लाहौर हाईकोर्ट में एक पिटीशन दायर की थी। इसमें कहा गया था- भारत और अमेरिका के दबाव में पाकिस्तान सरकार मेरे मुवक्किल हाफिज मोहम्मद सईद को गिरफ्तार कर सकती है। सरकार को एेसा करने से रोका जाए। - पिटीशन में सईद के हवाले से कहा गया- मैंने जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन जैसे सोशल वेलफेयर ऑर्गनाइजेशंस बनाए। इनके जरिए 142 स्कूल और तीन यूनिवर्सिटीज देश की बेहतरी के लिए बनाईं। मैं समाज के बेहतरी के लिए लंबे वक्त से काम कर रहा हूं। हाईकोर्ट ने क्या ऑर्डर दिया? - बुधवार को सईद की अर्जी पर लाहौर हाईकोर्ट के जस्टिस अमीन अमीनुद्दीन खान ने सुनवाई की। इसके बाद सरकार को ऑर्डर जारी किया गया। इसमें कहा गया है कि सरकार हाईकोर्ट की मंजूरी के बिना सईद को गिरफ्तार नहीं कर सकती। हाईकोर्ट ने सरकार से कहा है कि वो 17 मार्च तक अपना जवाब दाखिल करे। सईद तक सीधी पहुंच मुमकिन नहीं - पाकिस्तान के अखबार ‘द नेशन’ ने पिछले दिनों यूएन टीम की जांच के बारे में एक रिपोर्ट पब्लिश की। इसमें सरकार के सूत्रों के हवाले से कई अहम जानकारियां दी गईं। - इन सूत्रों के मुताबिक, यूएन सिक्युरिटी काउंसिल की sanctions monitoring team टीम को हाफिज सईद या जमात-उद-दावा के अलावा इससे जुड़े बाकी संगठनों तक सीधी पहुंच (direct access) नहीं दी जाएगी। - एक और रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान सरकार ने तय किया है कि हाफिज सईद के मामले में वो दबाव में नहीं आएगी। पाकिस्तान के किन संगठनों पर बैन? - यूएन ने पाकिस्तान में कई संगठनों को बैन किया है। इनमें जमात-उद-दावा, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, लश्कर-ए-झांगवी, फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन और लश्कर-ए-तैयबा शामिल हैं। इनके अलावा इन संगठनों के सरगनाओं जिनमें हाफिज सईद भी शामिल को भी बैन किया गया है। दावों पर भरोसा नहीं - पाकिस्तान सरकार ने दावा किया था कि उसने हाफिज सईद के जमात-उद-दावा और फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन के चंदा लगाने और पब्लिक प्रोग्राम करने पर रोक लगा दी है। हालांकि, उसके इन दावों की हकीकत पर सवाल उठते रहे। - पाकिस्तान के ही कुछ सांसदों ने हाफिज सईद को देश के लिए खतरा बताया। मीडिया रिपोर्ट्स में भी दावा किया गया कि सईद पर किसी तरह की कोई बंदिशें नहीं हैं और वो अपने संगठनों के नाम बदलकर काम कर रहा है। - खतरा तब और बढ़ता नजर आया है जब पता लगा कि पाकिस्तान के स्टॉक मार्केट में फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन को रजिस्टर कराने की कोशिश खुद पाकिस्तान सरकार कर रही है। इसके बाद भारत और अमेरिका ने पाकिस्तान पर दबाव बढ़ा दिया। पाकिस्तान में बच्ची के शव से मिले डीएनए का संदिग्ध से हुआ मिलान 24 January 2018 लाहौर: पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के कसूर शहर में हुए सात साल की लड़की के बलात्कार एवं हत्या के बहुचर्चित मामले में मुख्य संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है. आरोपी पीड़ित लड़की का पड़ोसी था और उसके डीएनए का मिलान पीड़ित के शरीर पर मिले नमूने से हो गया है. पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ ने संवाददाता सम्मेलन में यहां मंगलवार को बताया कि पुलिस ने इमरान अली को गिरफ्तार किया है जो सीरियल किलर है और उसने ही नाबालिग बच्ची का बलात्कार कर उसका कत्ल किया था. उन्होंने बताया कि मुल्जिम के डीएनए और पोलीग्राफ टेस्ट का मिलान हो गया है. उन्होंने कहा कि कानून में बदलाव का प्रस्ताव दिया गया है ताकि उसे सार्वजनिक तौर पर फांसी दी जा जा सके शहबाज ने कहा, ‘समूचे मुल्क की तरह ही मैं भी इस हिमायत में हूं कि इस शैतान को सार्वजनिक तौर पर फांसी दी जाए लेकिन हमें देखना होगा कि इस बाबत कानून में क्या बदलाव किए जा सकते हैं. मैंने मुख्य न्यायाधीश से मामले को जल्द से जल्द निपटाने की गुजारिश की है ताकि यह सीरियल किलर अपने अंजाम तक पहुंच सके.’ पुलिस सूत्रों ने पुष्टि की कि लड़की के पड़ोसी संदिग्ध अली (23) ने जांच टीम के सामने इकबाल-ए-जुर्म कर लिया है. जियो न्यूज ने सूत्रों का हवाला देते हुए कहा कि फोरेंसिक विशेषज्ञों ने इस बात की पुष्टि की है कि आरोपी अली का डीएनए सैंपल लड़की के शरीर पर मिले नमूनों से मिल रहा है. उसने कहा कि आरोपी का डीएनए उन सात लड़कियों के शरीर पर मिले नमूनों से भी मिल रहा है जिनके साथ पूर्व में ज्यादती हुई और उसके बाद उनकी हत्या की गई. सूत्रों के अनुसार अली पीड़ित जैनब के परिवार वालों से घुलामिला हुआ था और अक्सर उसके घर आता-जाता रहता था. उन्होंने कहा कि अली को दो हफ्ते से ज्यादा समय पहले हिरासत में लिया गया था, लेकिन लड़की के परिवार ने जब कहा कि वह दोषी नहीं हो सकता तो उसे छोड़ दिया गया. पंजाब सरकार के प्रवक्ता मलिक अहमद ने बताया कि अली को पंजाब के पाकपाटन जिले से गिरफ्तार किया गया था. गत पांच जनवरी को लड़की कसूर में अपने घर के पास से ट्यूशन जाते वक्त लापता हो गई थी. उसके माता पिता उमरा करने के लिए सऊदी अरब गए हुए थे और वह अपनी एक रिश्तेदार के साथ रह रही थी. अपहरण के बाद एक सीसीटीवी फुटेज में वह पीरोवाला रोड के पास एक अजनबी के साथ जाती दिखाई दी. इसके बाद नौ जनवरी को शाहबाज खान रोड के पास कचरे के एक ढेर से उसका शव बरामद किया. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में बलात्कार की पुष्टि हुई. पुलिस ने इस वारदात के बाद 1,000 से ज्यादा लोगों का डीएनए परीक्षण किया. सुप्रीम कोर्ट ने दोषी को पकड़ने के लिए पुलिस महानिरीक्षक को 72 घंटे की समयसीमा दी थी. घटना के खिलाफ देश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम 2018 LIVE : दावोस में पीएम मोदी बोले, जलवायु परिवर्तन, आतंकवाद और देशों का आत्मकेंद्रित होना दुनिया के लिए बड़ा खतरा 23 January 2018 दावोस : स्विटजरलैंड के दावोस में चल रहे वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के उद्घाटन समारोह में संबोधन करते हुए पीएम मोदी ने सबसे पहले स्विटजरलैंड फेडेरेशन के प्रेसीडेंट और वहां मौजूद अन्य वर्ल्ड लीडर का धन्यवाद ज्ञापित किया. पीएम मोदी ने कहा कि गर्मजोशी से स्वागत के लिए स्विटजरलैंड की सरकार और यहां की नागरिकों को धन्यवाद. पीएम मोदी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री की यात्रा 1997 में हुई थी, जब पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा आए थे. तब भारत की जीडीपी 4 मिलियन डॉलर के करीब था. अब दो दशक बाद करीब 6 गुना ज्यादा है. उन्होंने कहा कि आज हम नेटवर्क सोसाइटी नहीं, बल्कि बिग डेटा की दुनिया में जी रहे हैं. 1997 में यूरो मुद्रा नहीं थी. उस वक्त न ब्रेक्जिट के आसार थे. उस वक्त बहुत कम लोगों ने ओसामा बिन लादेन का नाम और हैरी पॉटर का नाम सुना था. उस वक्त लोगों को शतरंज के खिलाड़ियों को क्प्यूटर के गेम से हारने का खतरा नहीं था. उस वक्त गूगल का आविष्कार नहीं था. उस वक्त अगर आप अमेजन का नाम नेट पर ढूंढटे तो नदियों का नाम और चिड़ियों का नाम मिलता. उस वक्त ट्वीट करना चिड़ियों का काम था. मगर आज दो दशक बाद बहुत जटिल नेटवर्क . उस जमाने में दावोस अपने समय से आगे थे और आज भी आगे हैं. पीएम मोदी ने कहा कि आज डेटा बहुत बड़ी संपदा है. आज डेटा के पहाड़ के पहाड़ बनते जा रहे हैं. उस पर नियंत्रण की होड़ लगी है. आज कहा जा रहा है कि जो डेटा पर अपना काबू रखेगा वही दुनिया में अपना ताकत कायम रखेगा. आज तेजी से बदलती तकनीक और विनाशकारी कार्यों से पहले से चली आ रही चुनौतियां और भी गंभीर होती जा रही है. उन्होंने कहा कि शांति, स्थिरता सुरक्षा अभी भी गंभीर चुनौती बने हुए हैं. इस वक्त हमारे सामने कई ऐसे सवाल हैं, जो मानवता और समुची पीढि़यों के लिए समुचति जवाब मांगते हैं. ये कौन सी शक्तियां हैं, जो सामंजस्य के ऊपर अलगाव को तहजीह देती है. वो कौन से साधन और रास्ते हैं, जिनके जरिये हम दरारों और दूरियों को मिटाकर एक सुहाने और सांझा भविष्य के सपने को साकार कर सकते हैं. भारत भारतीयता और भारतयी विरासत का प्रतिनिधि होने के नाते , मेरे लिए इस फोरम का विषय जिनता समकालीन है, उतना ही समयातीत भी है. समयातीत इसलिए क्योंकि भारत में अनादी काल से हम मानव मात्र को जोड़ने में विश्वास करते आएं उसे तोड़ने में नहीं, बांटने में नहीं. हजारों साल पहले संस्कृत में लिखा है कि भारतीय चिंतकों ने कहा है कि वसुधैव कटुंबकम यानी पूरी दुनिया एक परिवार है. इसलिए हम सब एक परिवार की तरह हैं. हमारी नियति में एक साझा सूत्र हमें जोड़ती है. वसुधैव कुंटुंबकम आज दरारों और दूरियों को मिटाने के लिए सार्थक और प्रांसगिक है. मगर आज एक एक कारण है कि इस विकट स्थिति से निकलने के लिए सहमति का |